क्रश सेंड को मिलेगा बढ़ावा,तीन दिवसीय संगोष्ठी आयोजित

क्रश सेंड को मिलेगा बढ़ावा,तीन दिवसीय संगोष्ठी आयोजित

भोपाल। फ्लाई ऐश पर केंद्रित भोपाल में आयोजित तीनदिवसीय संगोष्टि का आज समापन हो गया।  अंतरराष्ट्रीय ग्रीन बिल्डिंग मैटेरियल समिट में आज अंतिम दिन क्रश सेंड [क्रेशर पर पत्थर से बनी रेत] पर गोष्ठी आज भोपाल में मध्यप्रदेश के खनिज मंत्री श्री प्रकाश जायसवाल  कहा कि भविष्य क्रश सेंड का ही है आने वाले 10 वर्षों में होगा सरकार अब क्रश सेंड को बढ़ावा देगी । समिट में सी एस आई आर डायरेक्टर श्री अविनाश कुमार श्रीवास्तव एम.डी. खनिज निगम महाराष्ट्र मध्यप्रदेश चेंबर्स आफ कामर्स इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष एवं म.प्र.क्रेशर इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र पाल सिंह चावला राजीव गांधी औधोगिक विश्व विद्यालय श्री सुनील कुमार जी मेंबर सेक्रेट्री श्री आर एस कोरी म.प्र.क्रेशर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव श्री आलोक गोस्वामी जी श्री सुधीर पालीवाल ग्रीन ‌एश फाउंडेशन नागपुर ने संबोधित किया के साथ प्रदेश के बिल्डर क्रेशर मालिक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे तीन दिवसीय समिट का आज आखरी दिन था प्रथम दिवस 13 तारीख को फ्लाई ऐश पर के उपयोग को प्रोत्साहित करने पर चर्चा हुई थी जिसमें श्री मलय श्रीवास्तव जी प्रमुख सचिव पी डब्ल्यू डी मध्यप्रदेश शासन ने संबोधित किया एवं उपयोग के शीघ्र दिशा निर्देश जारी किए जायेंगे । यहां उल्लेखनीय है कि देश में फ्लाई ऐश पावर प्लांट ज्यादा बिजली उत्पादन के लगने से बढ़ गयी है उससे प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए फ्लाई ऐश का ज्यादा उपयोग हो । श्री देवेन्द्र पाल सिंह चावला ने फ्लाई ऐश ब्रिक्स शासकीय कार्य में अनिवार्य है परन्तु ए सी ब्लाकस जो रेड केटिगिरी में आतें हैं उन रोक लगाने संबंधी अपील की साथ ही आम जन को भी पर्यावरण संरक्षण हित फ्लाई ऐश ब्रिक्स का उपयोग करने को प्रेरित करने की दिशा में क़दम उठाने की बात की आज क्रश सेंड पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत में कई प्रदेशों में नदियों की रेत का उपयोग बंद हो गया है और कई प्रदेशों में सु्प्रीम कोर्ट ने नदियों से रेत निकालने पर रोक लगा दी है वहां क्रश सेंड का उपयोग हो रहा है।

क्रेशर की रेत दे बनी रेत को मिलेगा बढ़ावा,तीन दिवसीय संगोष्ठी आयोजित

क्रेशर की रेत दे बनी रेत को मिलेगा बढ़ावा,तीन दिवसीय संगोष्ठी आयोजित
भोपाल। फ्लाई ऐश पर केंद्रित भोपाल में आयोजित तीनदिवसीय संगोष्टि का आज समापन हो गया।  अंतरराष्ट्रीय ग्रीन बिल्डिंग मैटेरियल समिट में आज अंतिम दिन क्रश सेंड [क्रेशर पर पत्थर से बनी रेत] पर गोष्ठी आज भोपाल में मध्यप्रदेश के खनिज मंत्री श्री प्रकाश जायसवाल  कहा कि भविष्य क्रश सेंड का ही है आने वाले 10 वर्षों में होगा सरकार अब क्रश सेंड को बढ़ावा देगी । समिट में सी एस आई आर डायरेक्टर श्री अविनाश कुमार श्रीवास्तव एम.डी. खनिज निगम महाराष्ट्र मध्यप्रदेश चेंबर्स आफ कामर्स इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष एवं म.प्र.क्रेशर इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र पाल सिंह चावला राजीव गांधी औधोगिक विश्व विद्यालय श्री सुनील कुमार जी मेंबर सेक्रेट्री श्री आर एस कोरी म.प्र.क्रेशर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव श्री आलोक गोस्वामी जी श्री सुधीर पालीवाल ग्रीन ‌एश फाउंडेशन नागपुर ने संबोधित किया के साथ प्रदेश के बिल्डर क्रेशर मालिक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे तीन दिवसीय समिट का आज आखरी दिन था प्रथम दिवस 13 तारीख को फ्लाई ऐश पर के उपयोग को प्रोत्साहित करने पर चर्चा हुई थी जिसमें श्री मलय श्रीवास्तव जी प्रमुख सचिव पी डब्ल्यू डी मध्यप्रदेश शासन ने संबोधित किया एवं उपयोग के शीघ्र दिशा निर्देश जारी किए जायेंगे । यहां उल्लेखनीय है कि देश में फ्लाई ऐश पावर प्लांट ज्यादा बिजली उत्पादन के लगने से बढ़ गयी है उससे प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए फ्लाई ऐश का ज्यादा उपयोग हो । श्री देवेन्द्र पाल सिंह चावला ने फ्लाई ऐश ब्रिक्स शासकीय कार्य में अनिवार्य है परन्तु ए सी ब्लाकस जो रेड केटिगिरी में आतें हैं उन रोक लगाने संबंधी अपील की साथ ही आम जन को भी पर्यावरण संरक्षण हित फ्लाई ऐश ब्रिक्स का उपयोग करने को प्रेरित करने की दिशा में क़दम उठाने की बात की आज क्रश सेंड पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत में कई प्रदेशों में नदियों की रेत का उपयोग बंद हो गया है और कई प्रदेशों में सु्प्रीम कोर्ट ने नदियों से रेत निकालने पर रोक लगा दी है वहां क्रश सेंड का उपयोग हो रहा है।

गुरूमंत्र के साथ हुई दीक्षा, 300 श्रद्वालुओं को दी दीक्षा श्री रावतपुरा सरकार ने

गुरूमंत्र के साथ हुई दीक्षा, 300 श्रद्वालुओं को दी दीक्षा श्री रावतपुरा सरकार ने
सागर। श्रीमद भागवत कथा के छठवे दिन संत श्री रावतपुरा सरकार ने गुरूमंत्र के साथ श्रद्वालुओं को दीक्षा दी। दीक्षा में लगभग 300 से अधिक श्रद्वालु षामिल हुये। रविवार को कथा के अंतिम दिन पूर्णाहूति व भंडारा का आयोजन किया जायेगा। 
षनिवार को सुबह 8.30 बजे गुरूदेव की प्रार्थना का आयोजन किया गया। षनिवार को संत श्री रावतपुरा सरकार ने कहा कि संसार की नाना वस्तुओं का मोह आत्मा को बेडियों में बांधता है। छोटी छोटी वस्तुओं में मनुष्य की मनोवृति संलग्न रहती है। जितना अधिक मोह उतना ही बंधन उतनी ही मानसिक अषांति। मनुष्य ने जितना दुख चिन्ता,भय अपने जीवन में आमंत्रण देकर बुलाया है सब उसकी अपनी कल्पना का फल है। मोह का मायाजाल व्यक्ति की अपनी मानसिक का परिणाम है। जिस प्रकार रस्सी को सर्प समझ कर व्यक्ति भागने लगता है। और बाद में वस्तुस्थिति समझकर अपनी ही मूर्खता पर हंसने लागते है ठीक वहीं स्थिति मनुष्य की होती है जो अकारण किसी वस्तु से मोह कर लेता है। और फिर बाद में पछताने लगता है। मोह का त्याग करें। हमें प्रयास करना चाहिये कि अधिक से अधिक लोगों कार्य आ सकें उनके सहयोगी बनें। सुबह 10 बजे दीक्षा का आयोजन किया गया। मंदिर परिसर में लगभग 300 से अधिक श्रद्वालुओं को संत श्री रावतपुरा सरकार ने दीक्षा दी। उन्होंने दीक्षा का महत्व बताते कहा कि साधकों के लिये गुरू दीक्षा एक अनिवार्य कर्म है दीक्षा प्राप्ति जीवन की आधारषिला है। इससे मनुष्य को दिव्यता तथा चैतन्यता प्राप्त होती है। दीक्षा आत्मसंस्कार करती है। श्रद्वालुओं को वेदमंत्रों के साथ दीक्षा दी गई। दीक्षा में लगभग 300 से अधिक श्रद्वालुओं षामिल रहे। 
पूर्णाहूति,भंडारा प्रसादी  रविवार को
षनिवार को श्रीमद भागवत कथा छठवे दिन वेद आचार्य अंकित पचैरी ने गोवर्धन लीला का वर्णन किया।कंस का उद्वार कर भगवान के विवाह का दिव्य महोत्सव का वर्णन किया। रविवार को श्रीमद भागवत कथा में पूर्णाहूति और भंडारा किया जायेगां  

केंद्रीय जेल में घटयात्रा एवं ध्वजारोहण के साथ हुई समवसरण विधान की शुरुआत

केंद्रीय जेल में घटयात्रा एवं ध्वजारोहण के साथ हुई समवसरण विधान की शुरुआत
सागर। गुरुदेव श्री विद्यासागर जी महामुनीराज के मंगल आशीर्वाद से केंद्रीय जेल में  घटयात्रा से श्री समवशरण विधान का आगाज़ हुआ।विधान का आयोजन 16 से 18 फरवरी तक किया जा रहा है।
घटयात्रा अद्भुत नक्काशी युक्त लाल पत्थर एवं संगमरमर से निर्मित हो रहे श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर, गोपालगंज से प्रारंभ होकर केंद्रीय जेल में बने विधान स्थल तक पहुंची। मुनिसेवा समिति के मनोज जैन लालो ने बताया घटयात्रा में महिलाएं जेल के हथकरघा में बंदियों द्वारा निर्मित किये गए वस्त्र धारण कर, मस्तक पर शुद्ध जल के कलश लेकर चल रही थी,साथ ही सभी पात्र ,महापात्र भी घटयात्रा में शामिल हुए।
अहिंसामय जिनधर्म की पताका यूँही फहराती रहे इस भावना से विधानाचार्य आ0 ब्र. संजीव भैया एवं ब्र. अरुण भैया के निर्देशन में एवं ब्रह्मचारी रेखा दीदी,एवं डॉ नीलम दीदी की उपस्थिति में ध्वजारोहणकर्ता द्वारा धर्म ध्वजा फहराई गई। तदुपरांत शुद्ध जल वा मंत्रोच्चार से पंडाल एवं बेदी की शुद्धि इंद्र प्रतिष्ठा, पात्र शुध्दि, सकलीकरण की क्रियाएं की गई।
संतोष सोलंकी( जेल अधीक्षक )राम लाल सहलाम (जेलर )सत्यवान मिश्रा (जेलर )
नागेंद्र चौधरी (डिप्टी जेलर)सहित समाज के श्रेस्ठी जन में संतोष बिलहरा, सी ए प्रियेश जैन,संजीव दिवाकर,देवेंद्र जैना, राजेश रोड लाइन्स,पुष्पेंद्र नैन्धरा, सुनील जैन सहित बड़ी संख्या में पुरुषों, महिलाओं ने हिस्सा लिया।

सांसद ट्राफी में गर्वेश पटैल ने हैट्रिक ले रचा कार्तिमान ,पूर्व रणजी खिलाड़ी ने लिया परिचय

सांसद ट्राफी में गर्वेश पटैल ने हैट्रिक ले रचा कार्तिमान ,पूर्व रणजी खिलाड़ी ने लिया परिचय
सागर। सांसद ट्रॉफी 2020 टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता के तत्वाधान में चल रही संसदीय स्तरीय टूर्नामेंट में सागर नगर निगम स्टेडियम मैदान पर 8 टीमों ने भाग लिया ।  प्रातः 8:00 बजे की पारी में अटल क्रिकेट क्लब सागर ने 51 रन बनाए, केंट इलेविन ने यह मैच 9  विकेट से जीता। दूसरी पारी में रिस्क क्रिकेट सुरखी ने 85 रन बनाकर मैच जीता जबकि विरूद्ध टीम सागर स्ट्राइकर 64 रन पर आल आउट हो गई । तीसरी पारी में संडे टैलेंट सागर ने 78 रन बनाकर मैच जीता विरूद्ध टीम मिनी क्रिकेट क्लब खुरई 34 रन पर ही आउट हो गई। चौथें मैच मे  एकता क्रिकेट क्लब सागर ने 57 रन बनाए जबकि विरुद्ध टीम शमशाबाद इलेवन ने मैच 4 विकेट से प्रतियोगिता का मैच जीता। आज मैन ऑफ द मैच रहे कैंट  इलेवन के दानिश फारुकी ने 2 विकेट लेकर 18 रन दिए। रिस्क क्रिकेट क्लब सुरखी के दीपक रजक ने 33 रन बनाए,संडे टैलेंट सागर के गर्वेश पटेल ने हैट्रिक ले कर सांसद ट्राफी का पहला इतिहास रचकर मैन ऑफ द मैच प्राप्त किया. शमशाबाद  इलेवन के दीपक कुशवाहा ने 11 रन देकर दो विकेट लेकर मैन ऑफ द मैच हुए ।
आज सांसद ट्रॉफी में बतौर अतिथि  प्रवीण लोकरस-पूर्व रणजी ट्रॉफी, श्याम तिवारी, आशीष वर्मा एवं डॉ अनूप साहू समाजसेवी एवं चिकित्सक उपस्थित रहें। ट्रॉफी व्यवस्थाओं  में नईम खान, राजाराम सैनी,देवराज चन्नी,लक्ष्मण सिंह, राजेश सैनी, रमन दुबे,संतोष दुबे,प्रदीप तिवारी एवं राजेश ठाकुर प्रमुख रूप से उपस्थित थे ।मैच में कामेंट्री आदेश जैन,डी.के.पांडे एवं अनिल दुबे ने की ।
कल 16फरवरी 2020  को प्रातः 8बजे यंग स्टार मकरोनिया का कोणार्क क्लब सागर से,10बजे   लायंस क्लब सागर का पथरिया इलेवन से,दोप.12 बजे ठेकेदार क्लब सागर का सुपर स्टार राहतगढ़ से एवं दोप.  एसएस बीना  का रायल क्लब सागर के मध्य  मैच होगें ।

नागरिक संशोधन कानून और भारतीय संविधान विषय पर गोष्ठी आयोजित

नागरिक संशोधन कानून और भारतीय संविधान विषय पर गोष्ठी आयोजित
सागर। अखिल भारतीय शांति एवं एकता संगठन के तत्वाधान में नागरिक संशोधन कानून और भारतीय संविधान विषय पर आयोजित गोष्ठी में मध्य प्रदेश कांग्रेस विचार प्रकोष्ठ के प्रमुख और प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने भाजपा की केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जब देश आजादी की लड़ाई लड़ रहा था, तब ये कहां थे और आज जब देश एक स्तर तक संविधान के उसूलों को मानते हुए विकास कर गया तो उसे तो मिटा ही दिया और अब देश के नागरिकों से नागरिकता के प्रमाण मांग रहे हैं। नागरिकता संशोधन कानून 2019, संविधान की धारा 5 से 11 का उल्लंघन करते हुए भारत की जनता पर थोपा जा रहा है। उन्होने नागरिकता का जिक्र करते हुए कहा कि यह कानून धर्म की प्रताड़ना से पीड़ितों को नागरिकता प्रदान करने की बात करता है तो फिर अदनान सामी को एक साल के ही अंदर नागरिकता कैसे दे दी गई। यही नहीं विगत दिनों 28 पाकिस्तानी मुसलमानों को भी भाजपा सरकार ने नागरिकता दी, फिर इस कानून को लाने का क्या मकसद था। मकसद साफ  दिखलाई देता है कि भाजपा सरकार  देश में भेदभाव पैदा करने के रास्ते पर चल रही है। ये वही रास्ता है, जिसे गोलवलकर ने दो राष्ट्र का सिद्धांत सुझाया था। उन्होंने कहा कि ये वही भाजपा है जब देश में क्षेत्रवाद पनप रहा था, खालिस्तानी आंदोलन तीब्रतर था तब इन्हें सांप सूंघ गया था। अब ये क्षद्म राष्ट्रवाद लेकर देश की जनता के साथ धोखा कर उन्हें बाटने की कोशिश कर रहे हैं।  इन्हें भारत से लगे सात देशों से आये प्रताड़ित या शरणार्थी नहीं बल्कि मुस्लिम देशों से आये प्रताड़ित ही दिखलाई दिए। जिनमें कोई जरूरी नहीं कि किसी के क्या इरादे हैं। संयुक्त संसदीय समिति का प्रस्ताव था कि इस कानून में सुधार किया जाये धार्मिक देशों का उल्लेख न होकर पड़ोसी देशों से आये शरणार्थी का जिक्र हो और धार्मिक पीड़ित शब्द को हटाएं क्योंकि यह कानून तीन तरह की नागरिकता से भिन्न संविधान के विरुद्ध नागरिकता देने की बात करता है। आज भाजपा सरकार संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों पर हमला करते हुए जनमानस के मन में नफरत के बीज बो रही है और इस तरह देश को टुकड़े टुकड़े में बांटने पर आमादा है। एनपीआर में हिंदू मुसलमानों के कारण बनाकर देश की साझा संस्कृति को भी तोड़ने का कार्य भाजपा सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि हमने संविधान की धारा 131 के तहत यह निर्णय लिया है कि प्रदेश में इस कानून को लागू नहीं होने देंगे। 
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव मंडल सदस्य और जाने माने मजदूर नेता अजित कुमार जैन ने कहा कि भाजपा सरकार देश में संविधान में उल्लेखित धर्मनिरपेक्षता की हत्या कर रही है। यह सरकार जनता की समस्याएं,  बेरोजगारी, गरीबी शिक्षा, स्वास्थ्य के बजाय लव जिहाद, तीन तलाक, राम मंदिर, पर देश की जनता का ध्यान बंटवाने में लगी है और अब नागरिकता संशोधन कानून 2019 लाकर देश के नागरिकों को घुसपैठिया बनाने की साजिश में लग गई है।  उन्होने कहा कि अमित शाह संसद में ताल ठोककर कानून की क्रोनोलॉजी समझाते हैं और मोदी जी बाहर जाकर कहते हैं कि यह सब झूठ है। किस बात को सच माना जाए। बाहर के बोल को या संसद में बोले गए बोल को। भाजपा सरकार का इरादा है देश में प्रजातंत्र की हत्या कैसे की जाए। सरकार लगातार संविधान के विरुद्ध संघ और भाजपा के एजेंडा पर काम कर रही है। आजादी के बाद से इतनी बड़ी विभीषिका कभी नहीं आयी कि किसी केंद्र सरकार ने राज्यों में जाकर संघवाद के खिलाफ जाकर चुने हुए प्रतिनधियों को आतंकी की संज्ञा दी हो। जो कि अभी हाल के दिल्ली चुनाव में सुनाई दिया। दिल्ली के चुनाव में भाजपा के प्रतिनिधि शाहीनबाग के आंदोलनकारियों को निशाना बनाते हुए उन्हें गद्दारों की संज्ञा देते हुए गोली मारने की बात कहते हैं, गृह मंत्री शाहीनबाग के आंदोलनकारियों को करेंट लगाने की बात करते हैं। यही है भाजपा की संकीर्ण और ओछी समझ। उन्होंने कहा कि बं और दतब की देश को जरूरत ही नहीं थीए शरणार्थियों को सीमा क्षेत्र की खुफिया एजेंसियों की शिनाख्त के आधार पर ही नागरिकता दी जा सकती थी। परंतु भाजपा का तो कुछ और ही मंतव्य था कि देश को हिन्दू.मुस्लिम आधार पर कैसे बांटा जाए।  इसलिए  सीएए और एनपीआर का जरिया ढूंढकर देश के मुस्लिमों को निशाना बनाया जा रहा है।  प्रजातांत्रिक तरीके से विरोध करने वाले छात्रों, नौजवानों, बुद्धिजीवियों को अर्बन नक्सल कह कर उन्हें चुन चुन कर निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सरकार  देश के संविधान और कानून को नहीं मानती। यह सरकार नागपुर के संघ कार्यालय से संचालित हो रही है और देश में अपने हिंदूत्ववादी  एजेंडा को बढ़ाते हुए फासीवादी इरादों को पूरा करने आगे बढ़ रही है।  पेशे से पत्रकार और चिंतक ईश्वर सिंह दोस्त ने कहा कि दरअसल यह नागरिकता संशोधन कानून नहीं बल्कि नागरिकता विघटन कानून है। सीएए के विरोध में शाहीनबाग देश के संविधान को बचाने वाला आंदोलन है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार नागरिकता संशोधन कानून सिर्फ और सिर्फ  लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और संविधान जो सबको समानता का अधिकार  देता है, को खत्म करने लाई है। साझी विरासत से बना देश सनकी सरकार के बस की बात नहीं कि संभाल सके। रौद्र रस में रहने वाली और मिर्गी पीड़ित भाजपा सरकार देश में बाहर से आने वाले उत्पीड़ित लोगों की बात करती है पर देश में चल रने तमाम किस्मों के उत्पीड़न का उनके पास कोई इलाज नहीं। जबकि धार्मिक उत्पीड़न इतना बड़ा मुद्दा नहीं जितना कि देश में सरकार की छत्रछाया में महिलाओं से लेकर छात्रों,नौजवानों, किसानों को उत्पीड़ित किया जा रहा हो। यह कानून अब देश के लिए एक खतरनाक साम्प्रदायिकता से भरा पूरा संविधान विरोधी कानून है। इसलिए देश में कई शाहीनबाग सामने आए हैं। मसला है संविधान को बचाया जाए  और इसलिए शांतिपूर्वक आंदोलन भी जन्म ले रहे हैं। कानून को चुनौती दी जा सकती है, चूंकि संविधान सर्वोपरि है । परंतु सरकार भाजपा के नरसंहारी फांसीवादी इरादों को पूरा करने यह कानून लाई है। कोई भी राष्ट्रीयता किसी जाति, धर्म, क्षेत्र से तय नहीं होती है।  दुनिया में कहीं भी धर्म के आधार पर चलने वाली सरकारें इंसानियत की ही दुश्मन रहीं हैं, क्योंकि वह निष्पक्ष नहीं रह सकती। नागरिकों के साथ समानता का न्याय नहीं कर सकती। यह सरकार मतभेद की राजनीति के बजाय मनभेद का काम कर रही है, जबकि लोकतंत्र मतभेद के आधार पर चलता है। मनभेद आगे हत्यारा भी हो जाता है। प्रगतिशील लेखक संघ के जिलाध्यक्ष टीकाराम त्रिपाठी ने कहा कि नागरिकों से नागरिकता सबित करने को कहना इस देश के शहीदों का अपमान है। क्या इसीलिए इस देश के आजाद कराने में हमारे पूर्वजों ने मिलजुलकर कुर्बानियां दी थीं कि चुनी हुई सरकार अपने नागरिकों को पहचान साबित करे व सीएए जैसा विभेदकारी कानून लागू करे। यह भारत की गरिमा के खिलाफ है। हम सबको मिलजुल कर संविधान के साथ हो रहे खिलवाड़ का विरोध करना चाहिए।
 अखिल भारतीय शांति एवं एकता संगठन के तत्वाधान में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। नागरिक संशोधन कानून और भारतीय संविधान विषय पर आयोजित गोष्ठी में सागर शहर के सैकड़ों नागरिकों की भागीदारी में कार्यक्रम की अध्यक्षता  अब्दुल रफीक गनी ने की। कार्यक्रम में ऐप्सो के राज्य महासचिव डॉ. राहुल भायजी, श्री सुरेन्द्र सुहाने, सुबोध ताम्रकार, राजेन्द्र संकत, अरुण मिश्रा, आनंद पथरोल,  हरजू अहिरवार, गोवेर्धन पटेल, मुन्ना चौबे पप्पू गुप्ता,  राम कुमार पचौरी, श्रीमती सीमा चौधरी श्रीमती प्रमिला राजपूत चक्रेश सिंघ‌ई राजू  राठौर,  प्रो. अशोक अहिरवार,  रवि सोनी, शौकत अली, श्रीमती हेम कुमारी, साबिर हुसैन, मुमताज़ हुसैन, ओमप्रकाश पांड, फ़िरदौस कुरैशी, किरणलता सोनी, रंजीता राणा, हनीफ ठेकेदार, जाहिद ठेकेदार, द्वारका चौधरी, रज़िया ख़ान, कामरेड चन्द्र कुमार, प्रेटिस फुसकेले, आदि प्रमुख शामिल हुए । कार्यक्रम का संचालन आशीष जैन ने किया।

BJP सरकार की आरक्षण समाप्त करने की साजिश के खिलाफ काँग्रेस ने दिया धरना प्रदर्शन

 BJP सरकार की आरक्षण समाप्त करने की साजिश के खिलाफ काँग्रेस ने दिया धरना प्रदर्शन
सागर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा अनु.जाति/जनजाति/पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को समाप्त करने की साजिश के विरोध में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में  प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय वोर्ड आफिस चौराहा 
भोपाल में आयोजित हुए  प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन में नरयावली विधानसभा क्षेत्र से म.प्र. कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री श्री सुरेन्द्र चौधरी के नेतृत्व  में सैंकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता दर्जनों गाड़ियों के काफिले के साथ शुक्रवार सायं सागर से रवाना होकर भोपाल पहुंचे जहाँ कांग्रेसजनों  धरना प्रदर्शन में शामिल होकर आरएसएस और भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा अनु.जाति/जनजाति/पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को समाप्त करने की साजिश के खिलाफ आबाज बुलंद की। भोपाल में आयोजित धरना प्रदर्शन में शामिल होने वालों में जिला ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष  देवेन्द्र पटैल, युवा कांग्रेस अध्यक्ष अशरफ खान, एड.राजेश दुबे,रामजी दुबे जेरवारा, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्षगण ठा. लगन सिंह, सुरेन्द्र सिंह चावड़ा, देवेन्द्र कुर्मी, पुष्पेंद्र सिंह, मनी सिंह गुरोंन,आर.आर. पाराशर, शरद राजा सेन, पार्षद राजू डिस्क, मुन्ना विश्वकर्मा, रामशरण रावत, प्रदीप जैन,वीरेन्द्र गौतम एम.आई.खान, मुल्ले चौधरी, अबरार सौदागर, सुरेन्द्र करोसिया, अरविंद मिश्रा,धीरज खरे, संदीप चौधरी, मंगल पटैल, प्रीतम अहिरवार, रघुवीर वर्मा, आदि कांग्रेसजन शामिल हैं।

बाइक सवारों को अज्ञात वाहन ने रौंदा,दो को मौत एक घायल,तेरहवीं से लौटते समय

बाइक सवारों को अज्ञात वाहन ने रौंदा,दो को मौत एक घायल,तेरहवीं से लौटते समय 
सागर।सागर जिले के बंडा थाना अंतर्गत पंचवटी मैरिज गार्डन के सामने अज्ञात वाहन ने  मोटरसाइकिल सवारों को रौंदा ।जिसमें दो युवकों ने मौके पर ही दम तोड़ा और एक युवक को प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ केंद्र बंडा लाए गंभीर अवस्था में होने के कारण जिला अस्पताल रेफर किया।  
पुलिस के मुताबि बंडा में तेरहवीं कार्यक्रम में आए हुए मृतक मलखान लोधी एवं मृतक कल्यान लोधी बंडा से हनौता पटकुई जा रहें थे ।जिसमें दो युवकों ने मौके पर मौत हो गई। इसमे घायल कन्हैया लाल का घायल अवस्था में जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटनास्थल पर पुलिस पहुंची और 108 से अस्पताल भेजा पुलिस अज्ञात वाहन की जांच में जुटी गई है।

भाजपा में बढा बुन्देलखण्ड का कद, खजुराहो सांसद बी डी शर्मा बने प्रदेशाध्यक्ष, इसी अंचल से गोपाल भार्गव है नेता प्रतिपक्ष

भाजपा में बढा बुन्देलखण्ड का कद, खजुराहो सांसद बी डी शर्मा बने प्रदेशाध्यक्ष,इसी अंचल से गोपाल भार्गव है नेता प्रतिपक्ष
सागर। एमपी की  भाजपा  की राजनीति मे बुन्देलखण्ड अंचल का कद बढ गया है । राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने इस अंचल की खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा को एमपी की कमान सौंपी है। इस अंचल के कद्दावर नेता  गोपाल भार्गव एमपी विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष है।  बुन्देलखण्ड अंचल में भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह है। बीडी शर्मा की छवि संगठनात्मक नेता की है। पहली दफा सांसद बने है। विधार्थी परिषद से लेकर भाजपा तक मे बड़े दायित्वों को निभाया है। नेहरू युवा केन्द्र के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके है। मा नर्मदा अध्ययन यात्रा और विधार्थी कल्याण न्यास के जरिये सामाजिक क्षेत्रो में सक्रिय रहे। 

सांसद वीडी शर्मा ने कहा कि मुझ जैसे एक सामान्य कार्यकर्ता को मध्य प्रदेश, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, गृह मंत्री श्री अमित शाह जी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे पी नड्डा जी एवं शीर्ष नेतृत्व का आभार।मेरा प्रयास रहेगा कि संगठन की जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से करूँ। 

EOW ने 12 लाख की राशि का गबन करने वाले पूर्व अध्यक्ष जनपद अध्यक्ष, अधिकारियों सहित 170 के खिलाफ पेश किया चालान

EOW ने 12 लाख की राशि का गबन करने वाले पूर्व अध्यक्ष जनपद अध्यक्ष, अधिकारियों सहित 170 के खिलाफ पेश किया चालान
सागर। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, मुख्यालय भोपाल में दर्ज अपराध क्रमांक 13/99 जो कि दमोह जिले में सभी विकासखण्डों जिनमें दमोहपथरिया, हटा, पटेरा, बटियागढ़, तेंदूखेडा, जबेरा के अन्तर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग एवं ग्रामीण विकास अभिकरण विभाग जिला दमोह द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण विकास कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्तर पर वर्ष 1993 से 1996 के मध्य चलाई जा रही डेवलपमेंट ऑफ वूमेन एण्ड चिल्ड्रन इन रूरल एरियाज डबाकरा योजना के अन्तर्गत पात्र गरीबी रेखा के नीचे की महिला हितग्राहियों को जीवनयापन हेतु रोजगार उपलब्ध कराने हेतु शासन द्वारा निर्धारित नीति निर्देशों के अंतर्गत राशि की सहायता गठित समूहों में से प्रत्येक समूह की प्रथम किस्त में 15, 000 रूपये तथा रोजगार के अच्छे कियान्वयन पाए जाने पर द्वितीय किस्त 10, 000 रूपये राशि प्रदान करने का प्रावधान था जिसके अन्तर्गत दमोह जिले में 171 डबाकरा समूहों का गठन किया गया था। जिसमें से 103 डबाकरा समूह कियाशील पाए गए तथा विकासखण्ड दमोह के 30 , पथरिया के 05 . हटा के 04 , पटेरा के 14 , तेदूखेडा के 07 तथा जवेरा विकासखण्ड के08 कुल 68 डबाकरा समूह फर्जी पाए गए , जिसमें 12, 10, 000 रूपये की राशि का गबन कर शासन को आर्थिक क्षति पहुंचायी गयी।
 उक्त प्रकरण में कुल 170 आरोपीगण हैं जिसमें मुख्य आरोपीगण  सतीश नायक ,पूर्व अध्यक्ष जनपद पंचायत दमोह , मनोज राय, तत्कालीन जनपद पंचायत उपाध्यक्ष जिला दमोह , श्री पी . एस . मेंहर तत्कालीन परियोजना अधिकारी डी आर . डी . ए . दमोह , श्रीमती हरीष नाहर ( एच० नाहर) , जिला दमोह , श्रीमति सावित्री बाई तिवारी तत्का ) सहायक महिला एवं बाल विकास विस्तार अधिकारी विकास खण्ड हटा जिला दमोह , श्री ओ0पी0 दीक्षित तत्कालीन विकास खण्ड अधिकारी , जिला दमोह , श्री एस०एल०कोरी तत्का० परियोजना अधिकारी डी . आर . डी . ए . दमोह , हरप्रसाद अहिरवार उर्फ एच०पी० अहिरवार तत्का० सहायक विकास विस्तार अधिकारी विकास खण्ड तेन्दूखेड़ा जिला दमोह , श्रीमति क्रांति पचैरी , तत्कालीन महिला सुपरवाइजर जिला दमोह श्रीमति कुसुम दुवे , तत्कालीन मुख्य लिपिक डी . आर . डी . ए . दमोह एवं अन्य आरोपीगण के विरुद्ध विवेचना के दौरान आरोप सिद्ध पाये जाने से कुल 170 आरोपियों के विरूद्ध चालान दिनांक 13 . 02 . 2020 माननीय विशेष न्यायालय , दमोह म0प्र0 में पेश किया गया है।
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, मुख्यालय के मार्गदर्शन में तथा श्री नीरज सोनी , तत्कालीन पुलिस अधीक्षक , आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ , इकाई सागर वर्त पुलिस अधीक्षक प्रकोष्ठ इकाई जबलपुर एवं श्री धनंजय शाह , पुलिस अधीक्षक , आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ , इकाई सागर के मार्गदर्शन में विवेचना अधिकारी निरीक्षक , उमा नवल आर्य , द्वारा उक्त चालान पेश किया गया है , उक्त प्रकोष्ठ इकाई के अधि० ध् कर्मचारियों सूबेदार ( अ ) रोशनी सोनी , सहायक उपनिरीक्षक ( अ ) अतुल पंथी , आरक्षक रामसजीवन यादव , आरक्षक चालक रत्नेश गर्ग , अफसर अली एवं ए0डी0पी0ओ0 दमोह श्री हेमंत पाण्डे , श्री मनीष सोनी द्वारा चालान पेश किये जाने में विशेष योगदान दिया गया ।

छात्राओं को जागरूक करने में जुटा भारतीय शिक्षण मंडल महिला प्रकल्प

छात्राओं को जागरूक करने में जुटा भारतीय शिक्षण मंडल महिला प्रकल्प
सागर।भारतीय शिक्षण मंडल महिला प्रकल्प सागर की मातृशक्तियों द्वारा किशोरी समग्र विकास हेतु कन्या शालाओं में छात्राओं को जागरूक करने के लिए सागर के लाल स्कूल कन्या विद्यालय गयी। छात्राओं के व्यक्तित्व विकास  हेतु शिक्षकों के साथ समाज की महिलाओं का भी दायित्व है कि वे इन उभरती प्रतिभाओं का मार्गदर्शन करें। इन्हीं विचारों से प्रेरित होकर पर्यावरण-प्रभारी श्रीमती पुष्पलता पाण्डे ने छात्राओं को योग,ध्यान और आसनों का अभ्यास कराया।सह-प्रमुख श्रीमती राजश्री दवे ने पर्यावरण संरक्षण एवं प्रकृति को बचाने के तरीक़े बताए।डॉ सुधा जैन ने छात्राओं को स्वच्छता और सुरक्षा के विषय में बताया और कोषाध्यक्ष श्रीमती शशि दीक्षित ने छात्राओं को बताया कि परीक्षा की तैयारी कैसे करें।शाला में १५० छात्राएँ उपस्थित थीं। वही आर्य कन्या विद्यालय सागर में नगर अध्यक्ष श्रीमती संध्या दरे  द्वारा जीवन मूल्य आधारित शिक्षा के महत्व को समझाया गया।श्रीमती शोभा सराफ ने किशोरियों को होने वाले शारीरिक और मानसिक बदलावों के बारे में बताया।श्रीमती आराधना रावत द्वारा छात्राओं को स्वास्थ्य और सुरक्षा के बारे में आवश्यक निर्देश दिए गए।आर्य कन्या पाठशाला में २५० छात्राएँ उपस्थित थीं। विद्यालय की प्रधानाचार्य एवं उपस्थित अध्यापिकाओं ने इन मातृशक्तियों की सराहना करते हुए कहा कि इससे छात्राओं में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ।

विश्व पैंगोलिन दिवस: विश्व में पहली बार मध्यप्रदेश में हुई पैंगोलिन की रेडियो टेगिंग,तस्करों से बचाने की कोशिश

विश्व पैंगोलिन दिवस: विश्व में पहली बार मध्यप्रदेश में हुई पैंगोलिन की रेडियो टेगिंग,तस्करों से बचाने की कोशिश
सागर ।मध्यप्रदेश ने अति लुप्तप्राय प्रजाति में शामिल भारतीय पैंगोलिन के संरक्षण के लिए विशेष पहल की है। वन विभाग और वाईल्ड लाईफ कजंर्वेशन ट्रस्ट ने भारतीय पैंगोलिन की पारिस्थितिकी को समझने और उसके प्रभावी संरक्षण के लिए एक संयुक्त परियोजना शुरू की है। इस परियोजना में कुछ पैंगोलिन की रेडियों टेंगिग कर उनके क्रियाकलापों, आवास स्थलों, दिनचर्या आदि का गहन अघ्ययन किया जा रहा है। दो भारतीय पैंगोलिन का जंगल में सफल पुर्नवास किया गया है। रेडियो टेगिंग की मदद से इन लुप्तप्राय प्रजाति के पैंगोलिन की टेलिमेट्री के माध्यम से सतत निगरानी की जा रही हैं। इस प्रयोग से पैंगोलिन के संरक्षण और आबादी बढ़ाने में मदद मिलेगी। पूरे विश्व में चिंताजनक रूप से पैंगोलिन की संख्या में 50 से 80 प्रतिशत की कमी आई है।पैंगोलिन की खाल की दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में भारी डिमांड है। दुनिया मे सर्वाधिक तस्करी इसी जानवर की होती है।इसकी परतदार खाल का इस्तेमाल शक्ति वर्धक दवाइयों, ड्रग्स, बुलट प्रूफ जैकेट, कपड़े और सजावट के सामान के लिए किया जाता है।इसकी अच्छी खासी कीमत बाजार में तस्करों को मिलती है। रुपयों के लालच में पैंगोलिन की तस्करी भी बढ़ गई है। जंगलों में इनका दिखना भी लगभग दुर्लभ ही है। 
एस.टी.एस.एफ. ने किया 11 राज्यों में शिकार और तस्करी का भांड़ा फोड़
मध्यप्रदेश की पहचान हमेशा से ही वन्य जीव प्रबंधन में अनूठे और नये प्रयासों के लिए रही है। वन्य प्राणी सुरक्षा के लिए प्रदेश में गठित विशिष्ट इकाई एस.टी.एस.एफ ने सभी वन्यप्राणी विशेषकर पैंगोलिन के अवैध शिकार पर और व्यापार को नियंत्रित करने के कारगर प्रयास किये हैं। एस.टी.एस.एफ. ने पिछले कुछ सालों में 11 से अधिक राज्यों के पैंगोलिन के शिकार और तस्करी में शामिल गुटों का सफलता पूर्वक भांडा फोड़ किया है।

चीन और दक्षिण एशियाई देशों में कवच और मांस की भारी मांग
पैंगोलिन विश्व में सर्वाधिक तस्करी की जाने वाली प्रजाति है। सामान्यतरू परतदार चींटी खोर के नाम जाने वाले ऐसे दंतहीन प्राणी हैं जो वन्यप्राणी जगत में अद्वितीय होने के साथ लाखों वर्षों के विकास का परिणाम हैं। पैंगोलिन अपने बचाव के रूप में इस परतदार कवच का उपयोग करता है। यही सुरक्षा कवच आज उसके विलुप्ति का कारण बन गया है। परम्परागत चीनी दवाईयों में इनके कवच की भारी मांग इनके शिकार का मुख्य कारण है। चीन और दक्षिण एशियाई देशों में इनके कवच और मांस की भारी मांग है। इससे वैश्विक रूप से पैंगोलिन प्रजाति की संख्या में तीव्र कमी आई है।
पैंगोलिन की 8 प्रजातियों मे से 2 भारत में
पैंगोलिन की आठ प्रजातियों में से एक भारतीय एवं चीनी पैंगोलिन भारत में पाए जाते हैं। चीनी पैंगोलिन उत्तर पूर्वी भारत और भारतीय पैंगोलिन अत्यधिक शुष्क क्षेत्र, हिमालय ओर उत्तर पूर्वी भारत के अलावा सम्पूर्ण भारत में पाया जाता है। भारतीय पैंगोलिन भारत के अलावा श्रीलंका, बाँग्लादेश और पाकिस्तान में भी पाया जाता है। दोनों प्रजातियों को वन्यजीव (संरक्षण)अधिनियम की अनुसूची- एक में संरक्षण प्राप्त है।
निशाचर प्रजाति होने के कारण भारतीय पैंगोलिन के व्यवहार और पारिस्थितिकी के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। लुप्तप्राय प्रजातियों के प्रभावशील संरक्षण योजना और विकास के लिए उनकी पारिस्थितिकी जानना अति महत्वपूर्ण है। मध्यप्रदेश वन विभाग और वाइल्ड लाईफ कंजर्वेशन ट्रस्ट रेस्क्यू किये गये पैंगोलिन में से 6 की रेडियों टेगिंग कर अध्ययन करेगा। इससे लुप्तप्राय प्रजाति की जनसंख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी।
विश्व पैंगोलिंन दिवस फरवरी माह के तीसरे शनिवार को मनाया जाता है। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रयास से पैंगोलिन प्रजाति के बारे मेंजागरूकता बढ़ती है और विभिन्न स्टाफ होल्डरों को एकत्र कर संरक्षण प्रयासों को गति दी जाती है।

एम एल बी स्कूल की प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया कलेक्टर ने

एम एल बी स्कूल की प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया कलेक्टर ने
सागर । कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने श्रीमति उर्मिला सोनी, प्राचार्य शासकीय म.ल.बा.क.उ.मा.वि.क्र . 2 सागर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
उल्लेखनीय है कि 08.02.2020 को दोपहर 1.00 बजे जिला शिक्षा अधिकारी सागर द्वारा आपकी संस्था का निरीक्षण राक्षण किया गया . संस्था में कक्षा 10वीं की 38 छात्राएं अंग्रेजी का टेस्ट दे रही थीं , शेष कोई भी कक्षाएं संचालित नही पाई गई । कक्षा 9वीं की दस छात्राएं संस्था परिसर में घूम रही थीं , छात्राओं से चर्चा के दौरान अवगत कराया गया कि किसी भी शिक्षक द्वारा कालखण्ड नहीं लिया गया । आप निरीक्षण के समय उपस्थित नहीं थी , जिला शिक्षा अधिकारी के बुलाये जाने पर आप उपस्थित हई । कक्षा संचालन की स्थिति के संबंध में संस्था के शिक्षक द्वारा अवगत कराया गया कि संस्था में कक्षा 12वीं की छात्राओं की पार्टी आयोजित है , पार्टी किसकी सहमति से आयोजित की गई आपके द्वारा अनभिज्ञता जाहिर की गई । पार्टी के चलते विद्यालय में अघोषित अवकाश किया गया था । आपकी संस्था का वर्तमान सत्र तिमाही परीक्षा परिणाम 24 . 6 , अर्द्धवार्षिक परीक्षा परिणाम 54 . 9 एवं प्री - बोर्ड परीक्षा परिणाम में 58 . 6 रहा है जो कि विगत वर्ष 2019 के बोर्ड परीक्षा परिणाम 61 प्रतिशत से कम है एवं जिले के औसत परीक्षा परिणाम से भी कम है ।
संस्था मिशन 1000 में चयनित होने के फलस्वरूप भी शतप्रतिशत परीक्षा परिणाम हेतु सुधार के कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं । विभाग के निर्देशानुसार आपको कक्षा 10वीं की छात्राओं का विशेष कैम्प 07 . 02 . 2020 में आरंभ करना था , जो नहीं किया गया ? इस संबंध में विभाग एवं जिला स्तर से समय - समय पर निर्देश जारी भी जारी किये गये जिनका पालन नहीं किया जा रहा है , आपके द्वारा उक्त संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी को प्रस्तुत उत्तर में लेख किया गया है कि मेरे द्वारा मौखिक एवं लिखित स्वीकृति नहीं दी गई एवं शिक्षकों ने भी लिखित में अनभिज्ञता जाहिर की है , उसके उपरात भी पार्टी हो रही थी , समाधानकारक नहीं है । दिनांक 23 . 10 . 2019 जिला ज्ञानपुंज दल द्वारा संस्था का निरीक्षण ध् मॉनीटरिंग किया गया था निरीक्षण के दौरान संस्था में जो कमिया पाई गई थीं की पूर्ति हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए एवं जिला शिक्षा अधिकारी के पत्र क्रमांक 7602 दिनांक 23 . 10 . 2019 द्वारा भी आवश्यक निर्देश जारी किए गए थे किन्तु दिनांक 08 . 02 . 2020 के निरीक्षण के दौरान कोई सुधार नहीं पाया गया । समेकित छात्रवृत्ति अतर्गत प्रोफाईल अपडेशन शेष होने के कारण कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी के पत्र द्वारा आपको प्रोफाईल अपडेशन पूर्ण करने हेत निर्देश दिए गए थे लेकिन प्रोफाईल अपडेशन का कार्य पूर्ण नहीं हुआ । निरीक्षण में शाला परिसर में गंदगी पाई । गई एवं शिक्षकों की दैनिक उपस्थिति पंजी नहीं पाई गई । उपरोक्त स्थिति से स्पष्ट है कि आपका संस्था के स्टाफ एवं छात्रों पर नियंत्रण नहीं है एवं आदेशों ध् निर्देशों का पालन नहीं हो रहा है , जो कर्तव्य के प्रति उदासीनता , लापरवाही एवं स्वैच्छाचारिता है , जो कि म . प्र . सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के विपरीत होकर गंभीर कदाचरण की श्रेणी में आता है ।  अतएव म . प्र . सिविल सेवा ( वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील ) नियम 1966 के तहत कारंण बताओ सूचना पत्र जारी किया जा रहा है । आपके उक्त त्य विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाना प्रस्तावित है । आप अपना प्रतिउत्तर 07 दिवस की समयसीमा में प्रस्तुत करें । प्रतिउत्तर समयसीमा में प्राप्त न होने पर एकपक्षीय कार्यवाही की जावेगी ।

लेखा प्रशिक्षण परीक्षा में सागर के रविन्द्र जैन पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर

लेखा प्रशिक्षण परीक्षा में सागर के रविन्द्र जैन पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर 
सागर।संचालनालय कोष एवं लेखा मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा आयोजित लेखा प्रशिक्षण परीक्षा वर्ष 2019 में कार्यालय जिला लोक अभियोजन अधिकारी सागर में पदस्थ  रविंद्र कुमार जैन सहायक ग्रेड 3 ने संपूर्ण मध्य प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया एवं अभियोजन का नाम रोशन किया।
अभियोजन के मीडिया प्रभारी एडीपीओ सौरभ  डिम्हा ने बताया कि संचालनालय कोष एवं लेखा  मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा विभिन्न विभागों में कार्यरत लिपिकीय वर्ग के कर्मचारियों को कार्यालय कार्य प्रणाली, वेतन निर्धारण, पेंशन निर्धारण, आदि कार्यों में दक्ष बनाने के उद्देश्य से लेखा प्रशिक्षण शाला के माध्यम से लेखा प्रशिक्षण प्रदाय किया जाता है लेखा प्रशिक्षण साला सागर के 96 वां नियमित लेखा प्रशिक्षण में लेखा प्रशिक्षण प्राप्त रविंद्र कुमार जैन सहायक ग्रेड 3 कार्यालय जिला लोक अभियोजन सागर नेआयोजित लेखा प्रशिक्षण परीक्षा में संपूर्ण प्रदेश में सर्वोच्च अंकों  के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि पर उप-संचालक अभियोजन  अनिल कटारे , जिला अभियोजन अधिकारी  राजीव रूसिया एवं समस्त अधिकारीयों एवं कर्मचारीगण ने बधाई दी।

रसोई गैस के बढ़े दाम,महिला कांग्रेस ने किया प्रदर्शन

रसोई गैस के बढ़े दाम,महिला कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
सागर । केन्द्र सरकार के द्वारा गैस कीमतों में वेहतासा वृद्धि किये जाने के विरोध में  जिला शहर महिला कांग्रेस सागर की अध्यक्ष श्रीमति प्रर्मिला सिंह के नेतृत्व में प्रधानमंत्री का विरोध प्रदर्शन करने हेतु पुतला दहन किया गया।
प्रमिला सिंह ने कहा कि देश में लगातार महंगाई बढ़ रही है। गलत नीतियों के कारण हम महिलाओं को परिवार के भरण पोषण में परेशानी आ रही है पहले प्याज और सब्जियों के दामों में बेहताशा वृद्धि कर दी है।आपकी सरकार देश चलाने में विफल साबित हुई है, गैस सिलेंडर के दामों में आपके द्वारा की गई वृद्धि की हम आलोचना और विरोध करते हैगैस सिलेंडर पर बडे़ हुए दाम आप तत्काल वापस ले। 
ये हुए प्रदर्शन में शामिल
इस दौरान जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति प्रमिला सिंह राजपूत, सीमा चैधरी, किरण लता सोनी, मीरा यादव, रंजीता राणा, हेमकुमारी पटेल, पुष्पा रैकवार, रजनी ठाकुर, रजक प्रेम भाई वर्षा वैजयंती, गीता रजिया, गुलाबरानी अहिरवार वरिष्ठ कांग्रेसी मुन्ना चैबे, गोवर्धन रैकवार ,पप्पू गुप्ता, सुरेन्द्र चैबे, चक्रेष सिंघई, सिंटू कटारे, फहीम अंसारी, मुकुल शर्मा, महेष जाटव, छोटू जाटव, जाहिद ठेकेदार, पंकज सिंघई , अभिलाषा जैन, संजय पटेल, सोनी जी, शरद पुरोहित, संजय रैकवार सहित कांग्रेस समर्थन संगठन शामिल थे। 

धर्म का निचोड है अच्छा बनना और अच्छा करना- श्री रावतपुरा सरकार

धर्म का निचोड है अच्छा बनना और अच्छा करना- श्री रावतपुरा सरकार 

# राजस्व मंत्री गोविन्द राजपूत और पूर्व गृहमन्त्री भूपेन्द्र सिंह सहित कई भक्तों के यहां पहुचे सरकार

सागर। दूसरो की भलाई करने जैसा कोई दूसरा धर्म नहीं है सभी धर्मो की परिभाषाओं और व्याख्यानों का निचोड है। अच्छा बनना और अच्छा करना। षुक्रवार को संत श्री रावतपुरा सरकार ने कही। 
षुक्रवार को सुबह 8.30 बजे प्रार्थना का आयोजन किया गया है। संत श्री रावतपुरा सरकार ने कहा कि भलाई करना कर्तव्य नहीं आनंद है क्योकि वह आपके मन और चित्त के सुख में वृद्वि करता है। उन्होंने कहा कि दूसरों की भलाई करना नि संदेह अच्छा करना है। भूखे को भोजन कराना,वस्त्रहीनों को वस्त्र देना,बीमार लोगों की देखभाल करना,भटकों को सही मार्ग पर लगाना ये सब धर्म का पालन करना है। पर इन सब कामो में अहंकार बिल्कुल नहीं आना चाहियें। क्योकि धर्म वह षाष्वत तत्व है। जो सर्व कल्याण कारी है। ईष्वर ने स्वयं यह प्रकृति ऐसी रची है। कि जिसमें चेतन अचेन जड जीव सभी परहित के पालन में लगे रहते हैं। 
राजस्व मन्त्री और पूर्व गृहमंत्री के निवास पर पहुचे
राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के निवास पहुंचे।  गोविंद सिंह राजपूत ने परिवार सहित गुरूदेव का आषीवार्द लिया। पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह केे निवास पर महाराज श्री के भोजन की व्यवस्था की गई थी। इसके बाद गुरूदेव रत्नेश रावत,समर्थ दीक्षित ,मोहन पटेल एवं षिषुपाल सेंगर,पृथ्वी सिंह के निवास पर पहुंचे। 
गोवर्धन नाथ को लगा छप्पन भोग 
श्री मद भागवत कथा के पंचम दिवस पर पूज्य महाराज अंकित पचैरी ने भगवान की दिव्य बाल लीलाओं का वर्णन करते हुये माखन चोरी,गौ चरण एवं कालिया मर्दन की लीलाओं का श्रवण कराया। समस्त ब्रजवासियों की इंद्र के कोप से गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा पर धारण कर रक्षा की। इसके साथ भगवान गोवर्धन नाथ को छप्पन भोग भी लगाया गया।
 

सूदखोरों एवं चिटफंड कंपनियों पर सख्ती से करें कार्यवाही, मध्यांचल बैंक की वसूली में राजस्व विभाग करे मदद,कमिश्नर के निःर्देश

सूदखोरों एवं चिटफंड कंपनियों पर सख्ती से करे कार्यवाही, मध्यांचल बैंक की वसूली में राजस्व विभाग करे मदद,कमिश्नर के निःर्देश
सागर । सूदखोरों एवं चिटफंड कंपनियों पर सख्ती से करें कार्यवाही कर सूदखोरी एवं चिटफंड कंपनी चलाने वालों को पुलिस के हवाले करें। साथ ही संभाग में व्यावसायिक भूमि पर व्यवसाय करने वालों से भूमि का डायवर्सन कराकर शुल्क जमा कराएं। साथ ही कलेक्टर के माध्यम से समस्त राजस्व विभाग मध्यांचल बैंक की ऋण वसूली में सहयोग कर वसूली कराएं एवं संभाग में कहीं महिलाओं पर अत्याचार होने की स्थिति में सख्त से सख्त कार्यवाही करें उक्त निर्देष कमिष्नर  आनंद कुमार शर्मा ने कमिष्नर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में दिए। इस अवसर पर राजस्व उपायुक्त श्रीमती प्रभा श्रीवास्तव, श्री केके शुक्ला सहित संभाग के समस्त जिलों के कलेक्टर्स, एसडीएम, खाद्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में श्री शर्मा ने निर्देष दिए कि अविभाजित नामांतरण एवं बटवारों का निराकरण 31 मार्च तक पूर्ण करें। साथ ही शासकीय भूमि पर जिसमें स्कूल, कॉलेज की जमीन पर किए गए अतिक्रमण को एक माह के अंदर हटा कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करे।
श्री शर्मा ने मध्यांचल बैंक के ऋण वसूली के संबंध में समस्त कलेक्टरों को निर्देष दिए कि राजस्व अमले को निर्देषित करें कि जिससे बैंक की  वसूली की जा सके। साथ ही बड़े बकायादारों की सूची बनाकर प्रस्तुत करें। राजस्व न्यायालयों में 6 माह से अधिक लंबित प्रकरणों को शीघ्रता से निपटाने के निर्देष दिए। सागर, रहली, राहतगढ़, नरयावली, अजयगढ़ न्यायालयों के द्वारा प्रकरणों का सर्वाधिक निराकरण करने पर प्रषंसा की। साथ ही सागर कलेक्टर द्वारा नजूल की भूमि का सर्वाधिक नवीनीकरण करने पर प्रषंसा की।
उन्हांने निर्देष दिए कि नगरीय निकायों में आने वाली शासकीय भूमि का सीमांकन कराकर चिन्हित करें। सीमांकन ट्रेकिंग मषीन से कराएं। जिससे समय बचने के साथ-साथ पूर्ण पारदर्षिता बनी रहती है। उन्होंने विवादित सीमांकन के मामलों को आपसी समंजस्य बनाकर निराकरण करने के निर्देष दिए। उन्होंने समस्त एसडीएम को निर्देष दिए कि वे अपने-अपने कार्यालयों के रीडर का टेबल निरीक्षण कर लंबित एवं निराकृत प्रकरणों की जानकारी प्रतिमाह लें। जिलें में रीडर पीठासीन अधिकारीस्तर पर लंबित आवेदन प्रकरणों का शीघ्र निराकरण किया जाए। जिले के पोर्टल पर डिस्पोजल हेतु आदेषार्थ लंबित प्रकरणां का निराकरण पुनरीक्षण कर करें। 
राजस्व लोक अदालत में निपटाए सागर ने सर्वाधिक प्रकरण
राजस्व लोक अदालत में सागर जिले के द्वारा सर्वाधिक प्रकरण निराकृत करने पर सागर कलेक्टर को बधाई देते हुए समस्त कलेक्टर को निर्देष दिए कि आने वाले लोक अदालत में अधिक से अधिक निराकरण कराएं। कलेक्टर न्यायालय में लंबित प्रकरणों की भी समीक्षा की ।  उन्होंने स्पष्ट तौर पर निर्देष दिए कि एक वर्ष से अधिक लंबित प्रकरणों की तारीक रीडर नहीं बढ़ाएगा। साथ ही उस प्रकरण को नियत दिनांक पर न्यायालय की टेबिल पर रखकर निराकृत करें।  भू-अर्जन एवं आरबीसी 6-4 के प्रकरणों का निराकरण की स्थिति की भी समीक्षा की गई। जिसमें फसल क्षति, सूखा, आगजनी, मकान क्षति आदि का मुआवजा की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई।
श्री शर्मा ने अनुकंपा नियुक्ति की समीक्षा करते हुए निर्देष दिए कि समस्त कलेक्टर अपने-अपने जिलों की अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों की समीक्षा कर निराकृत करें। साथ ही समय सीमा बैठक में उसकी समीक्षा कर प्रकरणों की समीक्षा करें। राजस्व विभाग के निर्माणाधीन कार्यों की समीक्षा करते हुए उनकी प्रगति की जानकारी ली। साथ ही निर्देष दिए कि निर्माणाधीन स्थल पर एसडीएम एवं तहसीलदार सतत मॉनीटरिंग करें। उन्होंने समस्त विद्यालयों एवं छात्रावासों में शौचालयों की स्थिति की समीक्षा करते हुए निर्देष दिए कि विषेषकर बालिका शौचालयों की साफ-सफाई एवं चालू स्थिति में होना चाहिए यह भी 31 मार्च के पूर्व सुनिष्चित करें।

मधुबाला:भारतीय सिनेमा इतिहास की एक सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री

मधुबाला:भारतीय सिनेमा इतिहास की एक सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री

भारतीय सिनेमा इतिहास की एक सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्रीमुमताज़ जहाँ बेगम देहलवी उर्फ मधुबाला  का जन्मदिन।

जन्म- 14 फ़रवरी 1933 दिल्ली, 
मृत्यु- 23 फ़रवरी 1969 मुम्बई, महाराष्ट्र ।

सिने जगत् में मधुबाला के नाम से मशहूर महान् अभिनेत्री मुमताज़ जहाँ बेगम देहलवी का जन्म दिल्ली शहर के मध्य वर्गीय मुस्लिम परिवार में 14 फ़रवरी, 1933 को हुआ था। मधुबाला अपने माता-पिता की 5वीं सन्तान थी। उनके माता-पिता के कुल 11 बच्चे थे। मधुबाला के पिता अताउल्लाह ख़ान दिल्ली में एक कोचमैन के रूप मे कार्यरत थे। मधुबाला के जन्म के कुछ समय बाद उनका परिवार दिल्ली से मुम्बई आ गया।
बचपन के दिनों से ही मधुबाला अभिनेत्री बनने का सपना देखा करती थी। सबसे पहले वर्ष 1942 में मधुबाला को बतौर बाल कलाकार बेबी मुमताज़ के नाम से फ़िल्म 'बसंत' में काम करने का मौक़ा मिला। बेबी मुमताज़ के अभिनय से प्रभावित होकर हिन्दी फ़िल्मों की जानी-मानी अभिनेत्री देविका रानी ने उनसे अपने बैनर 'बाम्बे टाकीज' की फ़िल्म 'ज्वार भाटा' में काम करने की पेशकश की लेकिन मधुबाला उस फ़िल्म मे काम नहीं कर सकी। मधुबाला को फ़िल्म अभिनेत्री के रूप में पहचान निर्माता निर्देशक केदार शर्मा की वर्ष 1947 मे प्रदर्शित फ़िल्म 'नील कमल' से मिली। इस फ़िल्म के असफल होने से भले ही वह कुछ ख़ास पहचान नहीं बना पायीं लेकिन बतौर अभिनेत्री उनका सिने कैरियर अवश्य शुरू हो गया।
1949 तक मधुबाला की कई फ़िल्में प्रदर्शित हुई लेकिन इनसे मधुबाला को कुछ ख़ास फ़ायदा नहीं हुआ। वर्ष 1949 मे बॉम्बे टाकीज के बैनर तले बनी फ़िल्म 'महल' की कामयाबी के बाद मधुबाला फ़िल्म इंडस्ट्री मे अपनी पहचान बनाने में सफल हो गयीं। इस फ़िल्म का एक गीत 'आयेगा आने वाला...' सिने दर्शक आज भी नहीं भूल पाये है। वर्ष 1950 से 1957 तक का वक्त मधुबाला के सिने कैरियर के लिये बुरा साबित हुआ। इस दौरान उनकी कई फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर असफल हो गयीं। लेकिन वर्ष 1958 में उनकी फागुन, हावडा ब्रिज, काला पानी तथा चलती का नाम गाड़ी की सफलता ने एक बार फिर मधुबाला को शोहरत की बुंलदियों पर पहुँचा दिया। फ़िल्म हावड़ाब्रिज में मधुबाला ने क्लब डांसर की भूमिका अदा कर दर्शकों का मन मोह लिया। इसके साथ ही वर्ष 1958 में हीं प्रदर्शित फ़िल्म चलती का नाम गाड़ी में उन्होंने अपने कॉमिक अभिनय से दर्शकों को हंसाते-हंसाते लोटपोट कर दिया।
पचास के दशक मे स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान मधुबाला को यह अहसास हुआ कि वह हृदय की बीमारी से ग्रसित हो चुकी है। इस दौरान उनकी कई फ़िल्में निर्माण के दौर में थी। मधुबाला को लगा यदि उनकी बीमारी के बारे में फ़िल्म इंडस्ट्री को पता चल जायेगा तो इससे फ़िल्म निर्माता को नुकसान होगा इसलिये उन्होंने यह बात किसी को नहीं बतायी। के.आसिफ की फ़िल्म मुग़ल ए आज़म के निर्माण मे लगभग दस वर्ष लग गये। इस दौरान मधुबाला की तबीयत काफ़ी ख़राब रहा करती थी फिर भी उन्होंने फ़िल्म की शूटिंग जारी रखी क्योंकि मधुबाला का मानना था कि अनारकली के किरदार को निभाने का मौक़ा बार-बार नहीं मिल पाता है। 
वर्ष 1960 में जब मुग़ल ए आज़म प्रदर्शित हुई तो फ़िल्म में मधुबाला के अभिनय को देख दर्शक मुग्ध हो गये। हालांकि बदकिस्मती से इस फ़िल्म के लिये मधुबाला को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फ़िल्म फेयर पुरस्कार नहीं मिला लेकिन सिने दर्शक आज भी ऐसा मानते है कि मधुबाला उस वर्ष फ़िल्म फेयर पुरस्कार की हकदार थी।
मधुबाला की प्रमुख फ़िल्में...
1934 बगदाद का चोर ;
1936 शहीद-ए-मोहब्बत ;
1942 बसंत ;
1944 मुमताज महल ;
1945 धन्ना भगत ;
1946 राजपूतानी ;
1946 पुजारी ;
1946 फुलवारी ;
1947 सात समुंदरों की मलिका ;
1947 मेरे भगवान ;
1947 खूबसूरत दुनिया ;
1947 दिल की रानी ;
1947 चित्तौड़ विजय ;
1947 नील कमल ;
1948 पराई आग ;
1948 लाल दुपट्टा ;
1948 देश सेवा ;
1948 अमर प्रेम ;
1949 सिपहिया ;
1949 सिंगार ;
1949 पारस ;
1949 नेकी और बदी ;
1949 महल ;
1949 इम्तिहान ;
1949 दुलारी ;
1949 दौलत ;
1949 अपराधी ;
1950 परदेश ;
1950 निशाना ;
1950 निराला ;
1950 मधुबाला ;
1950 हँसते आँसू ;
1950 बेकसूर ;
1951 तराना ;
1951 सैंया ;
1951 नाज़नीन ;
1951 नादान ;
1951 खजाना ;
1951 बादल ;
1951 आराम ;
1952 साकी ;
1952 संगदिल ;
1953 रेल का डिब्बा ;
1953 अरमान ;
1954 बहुत दिन हुये ;
1954 अमर ;
1955 तीरंदाज ;
1955 नकाब़ ;
1955 नाता ;
1956 शीरी फरहाद ;
1956 राज हठ ;
1956 ढाके का मलमल ;
1957 यहूदी की लड़की ;
1957 गेटवे आफ इंडिया ;
1957 एक साल ;
1958 पोलिस ;
1958 फागुन ;
1958 कालापानी ;
1958 हावड़ा ब्रिज ;
1958 चलती का नाम गाड़ी ;
1958 बाग़ी सिपाही ;
1959 कल हमारा है ;
1959 इंसान जाग उठा ;
1959 दो उस्ताद ;
1960 महलों के ख्वाब ;
1960 जाली नोट ;
1960 बरसात की रात ;
1960 मुग़ल ए आज़म ;
1961 पासपोर्ट ;
1961 झुमरू ;
1961 ब्वाय फ्रेंड ;
1962 हाफ टिकिट ;
1964 शराबी ;
1971 ज्वाला ....
साठ के दशक में मधुबाला ने फ़िल्मों मे काम करना काफ़ी हद तक कम कर दिया था। चलती का नाम गाड़ी और झुमरू के निर्माण के दौरान ही मधुबाला किशोर कुमार के काफ़ी क़रीब आ गयी थीं। मधुबाला के पिता ने किशोर कुमार को सूचित किया कि मधुबाला इलाज के लिये लंदन जा रही है और लंदन से आने के बाद ही उनसे शादी कर पायेगी। लेकिन मधुबाला को यह अहसास हुआ कि शायद लंदन में हो रहे आपरेशन के बाद वह जिंदा नहीं रह पाये और यह बात उन्होंने किशोर कुमार को बतायी इसके बाद मधुबाला की इच्छा को पूरा करने के लिये किशोर कुमार ने मधुबाला से शादी कर ली। शादी के बाद मधुबाला की तबीयत और ज़्यादा ख़राब रहने लगी हालांकि इस बीच उनकी...
पासपोर्ट (1961),
झुमरू (1961)
ब्वॉय फ्रेंड (1961),
हाफ टिकट (1962) और शराबी (1964) जैसी कुछ फ़िल्में प्रदर्शित हुई। वर्ष 1964 में एक बार फिर से मधुबाला ने फ़िल्म इंडस्ट्री की ओर रुख़ किया। लेकिन फ़िल्म चालाक के पहले दिन की शूटिंग में मधुबाला बेहोश हो गयी और बाद में यह फ़िल्म बंद कर देनी पड़ी। 

मृत्यु ...अभिनेत्री मधुबाला ने मुम्बई में 23 फ़रवरी 1969 को इस दुनिया से अलविदा कह दिया।
अपनी दिलकश अदाओं से लगभग दो दशक तक सिने प्रेमियों को मदहोश करने वाली महान् अभिनेत्री मधुबाला जीं की स्मृति को आदरांजली

CBSE अध्यक्ष की बोर्ड परीक्षार्थियों को चिट्ठी, लिखा - 'कुछ भी करो पर इतिहास मत बनाना

CBSE अध्यक्ष की बोर्ड परीक्षार्थियों को चिट्ठी, लिखा - 'कुछ भी करो पर इतिहास मत बनाना
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE - Central Board of Secondary Education) की कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी 2020 से शुरू हो रही हैं। इस परीक्षा को लेकर सिर्फ विद्यार्थी ही नहीं, उनके माता-पिता भी काफी तनाव में रहते हैं। इस तनाव को दूर करने और बोर्ड परीक्षा के सही मायने समझाने के लिए सीबीएसई अध्यक्ष अनीता करवल पिछले तीन सालों से परीक्षा से पहले छात्र-छात्राओं के नाम चिट्ठी लिखती आ रही हैं।
इस बार भी अनीता करवल ने परीक्षार्थियों के लिए चिट्ठी लिखी है। इसमें कई दिलचस्प और हौसला बढ़ाने वाली बातें लिखी हैं। सीबीएसई अध्यक्ष ने बच्चों से ये भी कहा है कि - 'जीवन में कुछ भी करो, पर इतिहास मत बनाना।'

अनीता करवल के शब्दों में पूरी चिट्ठी

'प्यारे बच्चों,
स्कूलिंग का मतलब सिर्फ बोर्ड पीरक्षाएं नहीं हैं। अब जब मैं पीछे देखती हूं, सोचती हूं कि स्कूल में पढ़ी कौन सी चीज मैं घर ला पाई। मुझे याद आती है - पिकनिक, वार्षिक मेले, खेल, दोस्त और उनके साथ की मस्ती, हंसना-रोना, शेयरिंग और केयरिंग। लेकिन पढ़ाई के मामले में सब धुंधला सा है। जैसे - इतिहास में ढेर सारी तारीखें जो मैंने तब याद की थीं, लेकिन अब याद नहीं। मैं अपने दोस्तों से कहना चाहूंगी, 'जिंदगी में कुछ भी करो, लेकिन इतिहास बनाने से दूर रहना। अगली पीढ़ी तुम्हें माफ नहीं करेगी। मैं हमेशा अमेरिकियों को कोसती थी क्योंकि उनके फ्लोरा और फॉना अफ्रीका से बिल्कुल अलग थे। दुनिया एक जैसी और आसान क्यों नहीं हो सकती?

गणित में मेरी हालत 'Alice in Wonderland' जैसी थी। केमिस्ट्री मेरे लिए कई अंग्रेजी अल्फाबेट और अरबी अंकों का मिश्रण थी। लेकिन बायोलॉजी ऐसा विषय था जो मुझे जिज्ञासु बनाता था। ये विषय इतना पसंद था कि मैं रेड ब्लड सेल्स पर ऑटोबायोग्राफी लिख देती थी। मुझे अपनी पनाह वहां मिली। ये मेरे लिए आर्ट रूम की तरह था। एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज में मैं पढ़ाई-लिखाई से बेहतर थी। मुझे अच्छा लकता था कि मैं खाली कैनवास पर रंगों से कुछ भी बना सकती हूं। या स्टेज पर एक्टिंग के दौरान लंबे से लंबे डायलॉग याद रख सकती हूं। लेकिन मुझे ये याद नहीं कि बोर्ड परीक्षा में मुझे क्या सवाल पूछे गए थे और परीक्षा कैसी गई थी।
मैं ये सब आपसे इसलिए साझा कर रही हूं क्योंकि मैं चाहती हूं कि ऐसा नहीं है कि हम स्कूल में हर विषय और हर गतिविधि में अच्छे होकर ही जिंदगी में सफल हों। स्कूलिंग विभिन्न विषयों से रूबरू होने के बारे में है। लेकिन इससे ज्यादा ये समय ये सीखने के लिए है जीवन भर के लर्नर कैसे बनें। ये समय जीवन के मूल्य और कौशल सीखने का है।
आप 21वीं सदी के बच्चे है। आपको नौकरी देने वालों को शायद स्कूल में मिले आपके अंकों से फर्क न पड़े। बल्कि वे ये जानना चाहेंगे कि आप कितने रचनात्मक व सृजनशील हैं। आप कड़ी मेहनत करने में सक्षम हैं या नहीं। ईमानदार, अच्छे नागरिक, मुश्किलों का समाधान ढूंढने और टीम का हिस्सा बनने में सक्षम हैं या नहीं। आपको लगे या ना लगे, लेकिन मुझे यकीन है कि आपमें ये चीजें हैं, कई कौशल हैं और जहां तक आपके भविष्य का सवाल है, आप पहले ही परीक्षा में पास हो चुके हैं।
आपने जिंदगी में कई चढ़ाई चढ़ी है - घिसटने से चलना सीखने तक, अस्पष्ट से स्पष्ट बोलना सीखने तक, दोस्त बनाना सीखने से लेकर टीमवर्क तक, लिखना, पढ़ना, खेलना, पेंट करना, गाना, डांस करना, खाना पकाना, गार्डनिंग करना, इंटरनेट सर्च करना, बड़ों का सम्मान करना, अपनी संस्कृति को जानना और भी बहुत कुछ। इन सभी ने आपके व्यक्तित्व को निखरने और और अतुल्य बनाने में भूमिका अदा की है।

परीक्षा इन हजारों चीजों की सूची में से महज एक चीज है। ये इतनी बड़ी चीज नहीं जितना इसे बना दिया जाता है। ये सिर्फ अपनी वास्तविक क्षमता ढूंढने के आपके सफर में एक पड़ाव है। उस सूची में से जो भी आपने सीखा है, वो सब एक ही मान्यता के साथ शुरू होता है - मैं ये कर सकता / सकती हूं। 

इसलिए अपने पूरे ज्ञान और क्षमता के साथ आगे बढ़ें, अपनी चिंताओं को खत्म करें, कड़ी मेहनत करें और अपना सर्वश्रेष्ठ दें।'
साभार :अमर उजाला

सांसद ट्रॉफी के शुभारंभ मैच में पत्रकार एकादश जीती, पूर्व गृहमन्त्री ने किया शुभारम्भ

सांसद ट्रॉफी के शुभारंभ मैच में पत्रकार एकादश जीती, पूर्व गृहमन्त्री ने किया शुभारम्भ
सागर। सांसद ट्रॉफी के आयोजन से क्रिकेट जगत से जुड़े लोकसभा क्षेत्र के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा निखारने का प्लेटफार्म मिलेगा। उक्त बात नगर निगम स्टेडियम में सांसद ट्रॉफी 2020 के शुभारंभ के अवसर पर पूर्व गृह एवं परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कही उन्होंने कहा कि जब मैं सागर से सांसद रहा तब खेल जगत की प्रतिभाओं को तराशने के उद्देश्य सांसद ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन शुरू हुआ था। वर्तमान सांसद राज बहादुर सिंह ने उसे आगे बढ़ाने का कार्य किया है ।
सागर विधायक शैलेन्द्र जैन ने कहा कि आज का देश का युवा प्रत्येक विद्या में अपनी प्रतिभा को साबित करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहा है। यही कारण है कि देश भर में खेल प्रतिभाएं अपने खेल के माध्यम से सभी को प्रभावित कर रही है । वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.जी.एस.चौबे ने अपने संबोधन में कहा कि खिलाड़ियों को अपनी फिटनेस का भी संपूर्ण ध्यान रखना चाहिए। यदि उन्हें लंबे समय तक मैदान में बने रहना है तो चोट से बचना होगा । उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को तनाव रहित होकर अपने खेल प्रतिभा को संवारने का प्रयास करना चाहिए।  सांसद ट्रॉफी के आयोजक सांसद राजबहादुर सिंह ने स्वागत भाषण में कहा कि मैं स्वयं  खेल ग्राउंड से जुड़ा हुआ व्यक्ति हूँ । सागर क्षेत्र के लिए खेल प्रतिभाओं को उभारने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा। क्षेत्र में खेल से जुड़ी गतिविधियों में इजाफा हो और खेल से संबंधित सभी सुविधाओं का लाभ खिलाड़ियों को प्रदान करने हेतु हमेशा प्रयासरत रहूंगा।
 सभी मुख्य अतिथियों ने जहां सांसद ट्रॉफी का अनावरण कर एवं ध्वजारोहण कर इस टूर्नामेंट का उद्घाटन किया । वहीं सांसद इलेवन और पत्रकार इलेवन के बीच खेले गए मैच में विजेता रही पत्रकार एकादश को बधाई प्रेषित की । 
आज के मैच
सांसद ट्राफी में खेले गए आज के मैच में  शुक्रवारी इलेवन एवं यंग स्टार बांदरी जिसमें शुक्रवारी ईलेवन विजेता रही। दूसरे मैच में सदर बॉय नरयावली एवं बीएमसी सागर के मैच में सदर ब्वॉय नरयावली विजेता रही। 
उद्घाटन समारोह में मंच संचालन राजेश सैनी एवं आभार  लक्ष्मण सिंह ने व्यक्त किया।
उद्घाटन समारोह में भाजपा जिला अध्यक्ष प्रभुदयाल पटेल, लक्ष्मण सिंह, सुखदेव मिश्र, राजेश सैनी, राम अवतार पाण्डेय, प्रदीप पाठक, श्याम तिवारी,, नरेश यादव, आदेश जैन राजेश ठाकुर संतोष दुबे, देवेंद्र पांडे प्रदीप तिवारी, मिलन्द देउस्कर, नईम खान, मनीष चौबे, शैलू जैन, राजेश केशरवानी, डॉ चन्द्रभान तिवारी, राजीव सोनी, मनोज शुक्ला, विकास बेलापुरकर, श्वेता यादव, सुषमा यादव, राजकुमार जैन,शैलेन्द्र ठाकुर, रविन्द्र गौर, आकाश शुक्ला, देवेन्द्र दुबे, राहुल रजक, सचिन दुबे, राजकुमार नामदेव आदिब पठान, आदित्य राजा ठाकुर,शेखर चौधरी, मनोज राय, शुभम नामदेव एवं संजय दुबे आदि की उपस्थिति रही।

यश,मान,पद प्रतिष्ठा व्यक्ति को अपने कर्मो से मिलती है- श्री रावतपुरा सरकार स्वामी विवेकानंद विवि पहुचे सरकार

यश,मान,पद प्रतिष्ठा व्यक्ति को अपने कर्मो से मिलती है- श्री रावतपुरा सरकार 

#स्वामी विवेकानंद विवि पहुचे सरकार
सागर। दूसरों की उन्नति या प्रगति देखकर जलने वाला कभी जीवन में यषस्वी नहीं हो सकता। यष मान पद प्रतिष्ठा मनुष्य को अपने कर्मो से मिलती है। गुरूवार को संतश्री रावतपुरा सरकार ने कहा।  संत श्री रावतपुरा सरकार ने कहा कि व्यक्ति को ईष्र्यालु नहीं होना चाहिये। ईष्र्यालु व्यक्ति बिना परिश्रम के फल खाना चाहता है इसी लालसा मे उसका जीवन नष्ट हो जाता है। ईष्र्या ऐसा विकार है जो भक्ति और उन्नति दोनो के लिये घातक है इसलिये इसका त्याग कर सबकी प्रगति सबकी उन्नति में सहयोगी बनें और खुद प्रगति पथ पर आगे बढे। कल्याण होगा। इसके पूर्व बुधवार को पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने गुरूदेव का आषीर्वाद लिया। 
बधाई गीत पर झूमें श्रद्वालु  
वहीं श्रीमद भागवत कथा के चैथा दिन रावतपुरा धाम से पधारे आचार्य अंकित पचैरी ने माता सती के पावन चरित्र एवं भगवान के परमभक्त प्रहलाद के पावन चरित्र का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान की नौ प्रकार की भक्ति होती है इन्ही नौ में से अगर प्राणी के अंदर एक भी भक्ति रहती है तो भगवान को अतिप्रिय लगता है। समुद्र मंथन एवं भगवान वामन अवतार की कथाओं के द्वारा भक्तों को परमांनद की अनुभूति कराई इसी के साथ भगवान बालकृष्ण के जन्मोत्सव को मनाते हुये विविध बधाईयों के साथ कृष्ण चरित्र का वर्णन किया।
स्वामी विवेकानंद विवि पहुचे रावतपुरा सरकार
 स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय में पधारे रावतपुरा सरकार ने अपने वक्तव्य में कहा कि सभी दानों में सबसे बड़ा दान है शिक्षा दान स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में जिस तरह से कार्य कर रहा है वह अत्यंत सराहनीय है कौशल विकास कार्यक्रम, मूल्य आधारित शिक्षा जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से सागर नगर व आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की अलख जगाये हुये और निरंतर प्रयासरत है। विश्वविद्यालय के रोजगान्मुखी पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेकर छात्र-छात्राएं अपना उज्जवल भविष्य बना रहे हैं यह अत्यंत सराहनीय है।  जिसके बाद संत श्री रावतपुरा विष्वविद्यालय स्थित आयुर्वेदिक चिकित्सालय पहुंचे। जहां पंचकर्म प्रक्रिया देखी। इसके साथ ही विष्वविद्यालय के फायर सेफ्टी प्रदर्षन प्रक्रिया का भी अवलोकन किया।कार्यक्रम में समस्त एस.व्ही.एन छात्र-छात्राएं एवं अधिकारी कर्मचारी सम्मिलित हुये।

पुरानी बुराई पर से हत्या का प्रयास करने वाले आरोपी कोसात साल की सजा

पुरानी बुराई पर से हत्या का प्रयास करने वाले आरोपी कोसात साल की सजा
सागर। न्यायालय- द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीष अनिल चैहान बीना, जिला सागर की अदालत ने आरोपी दिलीप कुर्मी पिता मिहीलाल कुर्मी उम्र 53 वर्ष निवासी ग्राम बारधा तहसील बीना, जिला सागर को धारा 307 भादवि में दोषी पाते हुए 07 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 2000 रूपये के अर्थदण्ड एवं धारा 506 भाग 2 भादवि में 02 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 1000 रूपये अर्थदण्ड से दंडित किया। म.प्र. शासन की ओर से पैरवी दिनेष मालवीय एवं एम.डी. अवस्थी, बीना ने की।
लोक अभियोजन के मीडिया प्रभारी ए.डी.पी.ओ. सौरभ डिम्हा ने बताया कि फरियादी रामस्वरूप ने थाना बीना में सूचना दी की आरोपी दिलीप कुर्मी उससे पुरानी बुराई रखता है। उसके खेत के पास आरोपी का भी खेत है घटना दिनांक 28.11.2017 को दिन करीब 12 बजे अपने खेत पर था और मवेषी पास में चर रहे थे तभी अरोपी दिलीप कुर्मी हाथ में धारदार कुल्हाडी लेकर आया और गाली गलोज करने लगा और बोला की आज जान से खतम कर दूंगा फरियादी ने  रोकने की कोषिष की तो आरोपी ने जान से मारने की नियत से कुल्हाडी उसकी गर्दन में मारी जिससे उसे घाव होकर खून निकलने लगा। फरियादी चिल्लाया तो खेत में काम करने वाले मजदूर मौके पर आ गयें और उसे बचाया। जिन्हें देखकर आरोपी दिलीप कुल्हाडी लेकर भाग गया। परिवार वाले इलाज के लिए उसे बीना अस्पताल लेकर आये। फरियादी आहत की सूचना पर थाना बीना में देहाती नालसी के आधार पर प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। मामला विवेचना में लिया गया। जिस पर से थाना बीना ने मामले की पूरी जाॅच होने के उपरांत साक्ष्य संग्रहित कर आरोपी दिलीप के विरूद्ध अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। जहां अभियोजन ने महत्वपूर्ण साक्ष्य व तर्क प्रस्तुत किये एवं मामला संदेह से परे साबित किया। जहां विचारण उपरांत द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीष अनिल चैहान बीना, जिला सागर की अदालत ने आरोपी दिलीप कुर्मी को धारा 307 भादवि में दोषी पाते हुए 07 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 2000 रूपये के अर्थदण्ड एवं धारा 506 भाग 2 भादवि में 02 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 1000 रूपये अर्थदण्ड से दंडित किया।

 


 







 



संभागीय जनसंपर्क अधिकारी सागर अमित जैन को, संचालक लोक अभियोजन म.प्र. ने उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित

संभागीय जनसंपर्क अधिकारी सागर अमित जैन को, संचालक लोक अभियोजन म.प्र. ने उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित

सागर। इंदौरमें  संचालक लोक अभियोजन म.प्र,  पुरूषोत्तम शर्मा ने प्रदेष के सभी जनसंपर्क अधिकारियों की समीक्षा बैठक अयोजित की थी जिसमें सागर संभाग का प्रतिनिधित्व संभागीय जनसंपर्क अधिकारी सागर अमित जैन ने किया। बैठक में संचालक  द्वारा सागर संभाग में किऐ गए कार्यों की प्रषंसा की तथा श्री अमित जैन को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।

समग्र किशोरी कार्यक्रम के तहत बालिकाओं से चर्चा की ,भारतीय शिक्षण मंडल ने

समग्र किशोरी कार्यक्रम के तहत बालिकाओं से चर्चा की ,भारतीय शिक्षण मंडल ने
सागर। भारतीय शिक्षण मण्डल के महिला प्रकल्प के समग्र किशोरी विकास कार्यक्रम के तहत आजहायर सेकेंडरी स्कूल बाघराज तिली में प्राचार्या श्रीमती मनोरमा श्रीवास्तव  की अनुमति से बालिकाओं से विभिन्न विषयों पर चर्चा की बालिकाओं में इस उम्र में होने वाले शारीरिक बदलाव के विषय में श्रीमती शोभा सराफ ने अपने विचार रखे।
 परीक्षा के समय होने तनाव को कैसे नियंत्रित करें इस विषय पर योग शिक्षका श्रीमती जयंती सिंह ने प्राणायाम एवम मेडिटेशन से एकाग्रता बढ़ाने के टिप्स दिए ,आराधना रावत ने बेलेंस डाइट पर ध्यान केन्दित किया

केंद्रीय जेल सागर में हाथ करघा की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर होगा समवसरण विधान

केंद्रीय जेल सागर में हाथ करघा की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर होगा समवसरण विधान

सागर। केंद्रीय जेल सागर में बंदियों के हितार्थ एवं अपराध मुक्त भारत बने इस भावना के साथ सकल दिगंबर जैन समाज ,सागर द्वारा तीन दिवसीय 16,17 एवं 18 फरवरी को जेल प्रांगण में श्री समवसरण  विधान का आयोजन किया जा रहा है ।जेल अधीक्षक संतोष सोलंकी ने बताया कि हाथकरघा के कार्यों से बंदियों में काफी मानसिक सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहा है। यह विधान ब्रह्मचारी संजीव भैया कटंगी एवं ब्रह्मचारी अरुण भैया जी कटंगी के निर्देशन में होगा।
मुनि सेवा समिति के मनोज जैन लालो ने बताया संत शिरोमणि आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से बंदियों द्वारा हाथकरघा की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर विधान का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 108 इंद्र ,इंद्राणी हिस्सा लेकर बंदियों के हितार्थ विधान करेंगे । विधान में संजीव दिवाकर, संतोष बिलहरा, अरुण जैन, संतोष अनंतपुरा ,सटटू कर्रापुर सीए प्रियेश जैन, प्रदीप राधेलिया, श्रीमती जयंती पत्नी श्री उत्तम चंद जैन वकील साहब ,दिनेश कर्रापुर ने भी महापात्र बनने की स्वीकृति प्रदान की है।डिप्टी जेलर नागेंद्र चौधरी जी ने बताया कि जहां सभी जीवो को बिना किसी भेदभाव के शरण मिलती है ऐसे समवसरण विधान में डॉ संज्योत माहेश्वरी, स्वाति हलवे ,डॉ स्मिता दुबे एवं सभी वर्ग के पात्र समवसरण विधान में उपस्थित होकर पूजा-अर्चना करेंगे।

मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 16 मार्च से

मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 16 मार्च से
भोपाल । मध्यप्रदेश की पन्द्रहवीं विधानसभा का आगामी बजट सत्र सोमवार, 16 मार्च से
आरंभ होकर सोमवार, 13 अप्रैल, 2020 तक चलेगा, राज्यपाल द्वारा अनुमोदित तदाशय की अधिसूचना विधान सभा सचिवालय द्वारा आज जारी की गई।
विधान सभा के इस 29 दिवसीय सत्र में सदन की कुल सत्रह बैंठकें होंगी। सत्र की शुरूआत राज्यपाल  के अभिभाषण से होगी। इस दौरान आगामी वित्तीय वर्ष2020-2021 का बजट प्रस्तुत होगा तथा शासकीय एवं अशासकीय कार्य संपादित कियेजायेंगे।
इस सत्र हेतु विधान सभा सचिवालय में अशासकीय विधेयकों की सूचनाएं 4 मार्चतक तथा अशासकीय संकल्पों की सूचनाएं 5 मार्च, 2020 तक प्राप्त की जावेंगी। जबकिस्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव तथा नियम 267 के अधीन दी जाने वाली सूचनाएंविधान सभा सचिवालय में दिनांक 9 मार्च, 2020 से कार्यालयीन समय में प्राप्त कीजाएंगी।उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश की पन्द्रहवीं विधान सभा का यह पंचम सत्र होगा।यह जानकारी अवर मुख्य सचिव मुकेश मिश्रा ने दी।


प्राकृतिक आपदा से पान बरेजे की फसल हानि पर भी मिलेगी अनुदान सहायता

प्राकृतिक आपदा से पान बरेजे की फसल हानि पर भी मिलेगी अनुदान सहायता

भोपाल । कमलनाथ सरकार  ने प्राकृतिक आपदा से पान बरेजे आदि की फसल की हानिहोने पर अनुदान सहायता दिये जाने का निर्णय लिया है। अब पान बरेजे आदि की 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 30 हजार रूपये अथवा प्रति पारी 750 रूपये अनुदान सहायता देय होगी। इसी तरह 33 प्रतिशत से अधिक पान बरेजे फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 40 हजार रूपये अथवा प्रति पारी एक हजार रूपये अनुदान सहायता राशि दिया जाना प्रावधानित किया है। यह संशोधन आदेश जारी होने के दिनांक से प्रभावशील होगा।

भारतीय वैदिक परम्पराओ ने मानव समाज को एक जीवन शैली दिया:प्रो सुरेंद्र पाठक

भारतीय वैदिक परम्पराओ ने मानव समाज को एक जीवन शैली दिया:प्रो सुरेंद्र पाठक

#वैदिक प्रबुुद्धता एवं समकालीन समाज पर व्याख्यान

सागर। स्वदेशी ज्ञान अनुसंधान केन्द्र एवं मानव विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वाधान में जवाहरलाल नेहरू पुस्तकालय, डाॅ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में वैदिक प्रबुद्धता एवं समकालीन समाज विषय पर केन्द्रित विशेष व्याख्यान का शुभारम्भ प्रमुख वक्ता प्रो. सुरेन्द्र पाठक, प्रोफेसर, गुजरात विद्यापीठ, अहमदाबाद, गुजरात, अध्यक्षता प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी, कुलपति, डाॅ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर, प्रो. आर. पी. मिश्रा, अधिष्ठाता, व्यावहारिक विज्ञान अध्ययनशाला एवं प्रो. के. के. एन. शर्मा, प्रभारी, स्वदेशी ज्ञान अनुसंधान केन्द्र, विभागाध्यक्ष, मानव विज्ञान ने माँ सरस्वति एवं डाॅ. गौर की प्रतिमा पर माल्यार्पण दीप प्रज्वलन करके किया। 
मुख्य वक्ता प्रो. सुरेन्द्र पाठक ने वैदिक प्रबुद्धता एवं समकालीन समाज विषय पर केन्द्रित व्याख्यान में कहा कि वैदिक संस्कृति चार वेद, उपनिषद, रामायण, महाभारत, श्रुतियाँ, नीतिशास्त्र, दर्शन, षष्ठ दर्शन, सांख्य, मीमांसा तत्व, मीमांसा आदि यह ऋषियों के अनुसंधान करके निकाला, जिन्हें स्मृति कहते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय वैदिक परम्पराओं में ऐसे अनेक विराट खण्ड जिन्होंने मानव समाज को एक जीवन शैली दिया है। उन्होंने सम्बोधित करते हुए कहा कि योग आयुर्वेद की आवश्यकता तब महसूस हुई जब मानव समाज असंतुलित एवं नियंत्रित हो गया। आज हम भौतिकता की दौड़ में सुखी समझते है, उसे अपनी सम्पत्ति मानने लगते हैं, जबकि यह सब क्षणिक है। जीवन में भौतिक सुख है परन्तु शान्ति नहीं है। इसका मुख्य कारण है हमने अपने मूल्यों, नैतिकता, आचरण, संस्कार जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को छोड़ दिया। 
उन्होंने कहा कि मानव समाज ने भौतिकता की दौड़ में प्रकृति को असंतुलित कर दिया। हमने प्रकृति को असंतुलित करके अपनी जीवन शैली को संतुलित नहीं रखा तो हम विज्ञान विहीन हो जायेंगे। जैसे खाद्यान्न, हवा, पानी शुद्ध नहीं है। उत्पादन को महत्व देकर अव्यवस्था को पैदा कर दिया। मानव के क्रियाकलाप से व्यवस्था टूटती हो और अव्यवस्था बने, यह विवेक नहीं है और विज्ञान नहीं है। आज अमेरिका, स्विटजरलैंड में परिवार व्यवस्था टूट गई है। अमेरिका में एकल परिवार 50 प्रतिशत हो गये। प्राचीनकालीन परिवार व्यवस्था वैदिक व्यवस्था थी, जो मनुवाद पर आधारित रहा है, परन्तु समकालीन समाज बनाने की व्यवस्था में भ्रम उत्पन्न हुआ, जिसे समझ नहीं पाये। उन्होंने कहा कि आज सभी को किसी पर विश्वास नहीं रहा। परिवार में आस्था नहीं, तो संविधान पर आस्था कैसे होगा। संविधान विश्वास का दस्तावेज है, जिससे सामाजिक, आर्थिक न्याय पाने की स्वतंत्रता पाना चाहते थे, क्या प्राप्त कर पाये। उन्होंने वैदिक शोधार्थियों एवं अध्यापकों से कहा कि हमारी कहाँ त्रुटि हुई। इस पर शोध की आवश्यकता है। हमें मानवीय ध्रुव को पहचानने की आवश्यकता है। वैदिक प्रबुद्धता केवल हिन्दुओं के लिए नहीं था। उन्होंने कहा कि ऋषि कपिल, गौतम, कणाद, पतंजलि, शंकराचार्य ने सर्व मानव समाज के विकास के लिए किया। पश्चिम का भौतिकवाद का अनुसंधान तो हुआ तथा निष्कर्ष निकले। भौतिकवाद के कारण मानव का आचरण एवं सभ्यता क्यों परिवर्तित एवं अनियंत्रित हो गई। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे, पक्षियों के आचरण निश्चित हैं, परन्तु मानव एक ऐसा प्राणी है जिसका आचरण अनिश्चित हो गया। वेद विज्ञान के रूप में आचरण के अनुसार चल रहा है। शरीर का एक ताप है। यदि हम अपने दिनचर्या को बिगाड़ते हैं तो रोगी हो जाते हैं। आधुनिकता ने प्रकृति से छेड़छाड़ किया है। इससे असंतुलन पैदा हो गया है। इससे पृथ्वी तबाह हो सकती है। अभी परिवार को तबाह किया है। व्यक्तिवाद बढ़ रहा है। अनैतिकता प्रतिष्ठित हो रही है। वैचारिक प्रतिबद्धता होनी चाहिए। समाज अव्यवस्था की ओर जा रहा है। क्या यह ज्ञान या अज्ञानता है। ज्ञान का विस्तार हो रहा है, परन्तु जीना कठिन हो रहा है। अध्यापकों को शिक्षा के मूल्यों, चरित्र, आचरण जैसे विषयों पर पुनः विचार कर समकालीन समाजा की चुनौतियों को उनकी समस्या का समाधान करना पडे़गा। उन्होंने कहा कि वह व्यवस्था समाधान है, जिसमें सुख है। अव्यवस्था दुख है। लाहुमान्दी, भोगोन्मादी अस्थिरता है। प्रेम वासनाओं में उजागर हो रहा है। जबकि वैदिक दर्शन में ऐसा नहीं था। व्यक्ति, परिवार, समाज एवं राष्ट्र को एक व्यवस्था में जीना चाहते हैं, परन्तु हमारी समझ लोकव्यापीकरण, शिक्षा में नहीं कर पा रहे हैं। शिक्षाविदों को चाहिए कि बौद्धिक प्रबुद्धता से प्राप्त ज्ञान को समकालीन समाज के समस्याओं के समाधान दे सकें। ऐसा निदान करना चाहिए। 
अध्यक्षता कर रहे प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी, कुलपति ने कहा कि आज तक विश्वविद्यालय में ऐसे विशेष विषयों से जुड़े मनीषियों को आमंत्रित करके उनके द्वारा किये गए शोध को अनुभवों को विशेष व्याख्यानों के माध्यम से छात्रों, शोधार्थियों और शिक्षकों को शोध की ओर प्रेरित करना है। उन्होंने बताया कि गणित विभाग में, संस्कृत विभाग में प्रमुख व्याख्यानों को संग्रहीत करके उन पर वैज्ञानिक पक्षों का भी अध्ययन कराया जा रहा है जिस पर यू.जी.सी. के द्वारा पदों की भी स्वीकृति दी गई है। इसके लिए स्वदेशी ज्ञान अनुसंधान केन्द्र की भी स्थापना की गई है। जो कि वैदिक भारतीय ज्ञान के वैज्ञानिक पक्ष को उजागर करेगए।
प्रो. के. के. एन. शर्मा ने विशेष व्याख्यान की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि भारत के वैदिक ज्ञान से जुड़ा विषय है जो कि ऋषियों ने अपने ऊपर प्रयोग करके तप से प्राप्त करके मानव समाज को दिया था, परन्तु आज के समकालीन समाज में वह विस्मृत हुआ है। ऐसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष व्याख्यानों के आयोजन से तात्पर्य विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं शोधार्थियों को शोध के प्रति अनुसंधान करके उन्हें पुनः प्रतिष्ठित कराना है। 
अधिष्ठाता प्रो. आर. पी. मिश्रा, व्यावहारिक विज्ञान अध्ययनशाला ने कहा कि प्रो. सुरेन्द्र पाठक विश्वविद्यालय के विद्यार्थी हैं जो कि आज अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर महान् मनीषी सिद्ध हुए हैं जिन्होंने भारत का गौरव बढ़ाया है। आज उनके व्याख्यान से शिक्षक, शोधार्थी तथा समाज के गणमान्य नागरिकों के मन में जिज्ञासाओं का समाधान से यह सिद्ध होता है कि यह व्याख्यान उपयोगी सिद्ध हुआ है। अन्त में, उन्होंने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर उनका प्रो. पाठक को स्मृति चिन्ह के रूप में डाॅ. गौर की प्रतिमा भेंट करके सम्मानित किया गया। इस व्याख्यान में प्रमुख रूप से रीवा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. उदय कुमार जैन, प्रो. के. एस. पित्रे, प्रो. ए. एन. शर्मा, प्रो. पी. पी. सिंह, प्रो. दिवाकर सिंह राजपूत, प्रो. जी. एल. पुनताम्बेकर, प्रो. चन्दाबेन, प्रो. अशोक अहिरवार, डाॅ. अरूण पलनेटकर, डाॅ. वर्षा सिंह, डाॅ. शरद सिंह, डाॅ. आर. के. शिवात्रे, एडव्होकेट बीनू राना, डाॅ. रजनीश जैन, शैलेन्द्र ठाकुर, मधुसूधन सिलाकारी, डाॅ. पंकज तिवारी, डाॅ. सर्वेन्द्र यादव, डाॅ. सोनिया कौशल, डाॅ. अरिबम बिजयासुन्दरी देवी, डाॅ. आर. व्ही. अनुरागी सहित अनेक शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्याथीगण उपस्थित थे।   

प्रधानमंत्री आवास योजना: दो हजार हितग्राहियों में से सिर्फ 12 ने की पूरी जमा की राशि


प्रधानमंत्री आवास योजना: दो हजार हितग्राहियों में से सिर्फ 12 ने की पूरी जमा की राशि 

#मेनपानी कनेरादेव में बनाये जा रहे आवासों के निर्माण कार्य की समीक्षा 

 सागर। नगर निगम आयुक्त आर.पी.अहिरवार ने स्मार्ट सिटी के नये भवन में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् कनेरादेव, किशोर न्यायालय के पास एवं मेनपानी में बनाये जा रहे ई  डब्ल्यू .एस.आवासों के निर्माण कार्य समीक्षा बैठक ली। बैठक में कार्यपालन यंत्री विजय दुबे ने जानकारी दी कि मेनपानी, किशोर न्यायालय के पास एवं कनेरादेव के आवासों को लेने के लिये 2004 हितग्राहियों द्वारा 20 हजार रूपये जमा किये गये है, जिनमें 12 हितग्राहियों द्वारा पूर्ण राशि 2 लाख रूपये जमा की गई है। शेष हितग्राहियों द्वारा अभी तक शेष राशि 1 लाख 80 हजार रूपये अभी तक बैकों अथवा स्वयं के द्वारा जमा नहीं करायी गई है, जिस कारण योजना का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है।

निगमायुक्त ने कहा कि जो हितग्राही आवास लेने हेतु शेष राशि 1 लाख 80 हजार रूपये का एकमुश्त भुगतान करते है, उन्हें आधिपत्य में प्राथमिकता दी जाय। उन्होने कहा कि हितग्राहियों की सुविधा हेतु तीन माह में तीन किश्तों में शेष राशि जमा करने हेतु हितग्राहियों को सूचित करें। इसके लिये हितग्राही का जिस बैंक में खाता है, वह उसी बैंक से ऋण स्वीकृत कराकर राशि का भुगतान नगर निगम को कर सकता है। इस कार्य में नगर निगम द्वारा हितग्राहियों को पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाय तथा बैंकों से समन्वय बनाकर संबंधित हितग्राहियों से आवश्यक दस्तावेज जमा करायें। निगमायुक्त ने बैठक में उपस्थित योजना के कंसल्टंेट एवं ठेकेदारों को निर्देश दिये कि कार्य में तेजी लाये जिससे अप्रैल माह में हितग्राहियों को कार्य पूर्ण होने के उपरांत आवास का आधिपत्य सौपा जा सकें तथा निर्माण कार्य में गुणवत्ता का पूर्ण रूप से ध्यान रखा जाय।

बैठक में कार्यपालन यंत्री विजय दुबे, सहायक यंत्री श्री संजय तिवारी, उपयंत्री दिनकर शर्मा , आयुषी श्रीवास्तव, कंसल्सटेंट अनुराग सोनी एवं निर्माणकर्ता एंजेसी मोन्टोकार्लो तथा मध्य भारत इन्फ्रास्ट्रक्चर के अधिकारी उपस्थित थे।

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प्रधानमंत्री आवास योजना: दो हजार हितग्राहियों में से सिर्फ 18 ने की पूरी जमा की राशि

प्रधानमंत्री आवास योजना: दो हजार हितग्राहियों में से सिर्फ 18 ने की पूरी जमा की राशि 

#मेनपानी कनेरादेव में बनाये जा रहे आवासों के निर्माण कार्य की समीक्षा 

 सागर। नगर निगम आयुक्त आर.पी.अहिरवार ने स्मार्ट सिटी के नये भवन में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् कनेरादेव, किशोर न्यायालय के पास एवं मेनपानी में बनाये जा रहे ई  डब्ल्यू .एस.आवासों के निर्माण कार्य समीक्षा बैठक ली। बैठक में कार्यपालन यंत्री विजय दुबे ने जानकारी दी कि मेनपानी, किशोर न्यायालय के पास एवं कनेरादेव के आवासों को लेने के लिये 2004 हितग्राहियों द्वारा 20 हजार रूपये जमा किये गये है, जिनमें 12 हितग्राहियों द्वारा पूर्ण राशि 2 लाख रूपये जमा की गई है। शेष हितग्राहियों द्वारा अभी तक शेष राशि 1 लाख 80 हजार रूपये अभी तक बैकों अथवा स्वयं के द्वारा जमा नहीं करायी गई है, जिस कारण योजना का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है।

निगमायुक्त ने कहा कि जो हितग्राही आवास लेने हेतु शेष राशि 1 लाख 80 हजार रूपये का एकमुश्त भुगतान करते है, उन्हें आधिपत्य में प्राथमिकता दी जाय। उन्होने कहा कि हितग्राहियों की सुविधा हेतु तीन माह में तीन किश्तों में शेष राशि जमा करने हेतु हितग्राहियों को सूचित करें। इसके लिये हितग्राही का जिस बैंक में खाता है, वह उसी बैंक से ऋण स्वीकृत कराकर राशि का भुगतान नगर निगम को कर सकता है। इस कार्य में नगर निगम द्वारा हितग्राहियों को पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाय तथा बैंकों से समन्वय बनाकर संबंधित हितग्राहियों से आवश्यक दस्तावेज जमा करायें। निगमायुक्त ने बैठक में उपस्थित योजना के कंसल्टंेट एवं ठेकेदारों को निर्देश दिये कि कार्य में तेजी लाये जिससे अप्रैल माह में हितग्राहियों को कार्य पूर्ण होने के उपरांत आवास का आधिपत्य सौपा जा सकें तथा निर्माण कार्य में गुणवत्ता का पूर्ण रूप से ध्यान रखा जाय।

बैठक में कार्यपालन यंत्री विजय दुबे, सहायक यंत्री श्री संजय तिवारी, उपयंत्री दिनकर शर्मा , आयुषी श्रीवास्तव, कंसल्सटेंट अनुराग सोनी एवं निर्माणकर्ता एंजेसी मोन्टोकार्लो तथा मध्य भारत इन्फ्रास्ट्रक्चर के अधिकारी उपस्थित थे।

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प्रधानमंत्री आवास योजना: दो हजार हितग्राहियों में से सिर्फ 12 ने की पूरी जमा की राशि

प्रधानमंत्री आवास योजना: दो हजार हितग्राहियों में से सिर्फ 12 ने की पूरी जमा की राशि 

#मेनपानी कनेरादेव में बनाये जा रहे आवासों के निर्माण कार्य की समीक्षा 

 सागर। नगर निगम आयुक्त आर.पी.अहिरवार ने स्मार्ट सिटी के नये भवन में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् कनेरादेव, किशोर न्यायालय के पास एवं मेनपानी में बनाये जा रहे ई  डब्ल्यू .एस.आवासों के निर्माण कार्य समीक्षा बैठक ली। बैठक में कार्यपालन यंत्री विजय दुबे ने जानकारी दी कि मेनपानी, किशोर न्यायालय के पास एवं कनेरादेव के आवासों को लेने के लिये 2004 हितग्राहियों द्वारा 20 हजार रूपये जमा किये गये है, जिनमें 12 हितग्राहियों द्वारा पूर्ण राशि 2 लाख रूपये जमा की गई है। शेष हितग्राहियों द्वारा अभी तक शेष राशि 1 लाख 80 हजार रूपये अभी तक बैकों अथवा स्वयं के द्वारा जमा नहीं करायी गई है, जिस कारण योजना का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है।

निगमायुक्त ने कहा कि जो हितग्राही आवास लेने हेतु शेष राशि 1 लाख 80 हजार रूपये का एकमुश्त भुगतान करते है, उन्हें आधिपत्य में प्राथमिकता दी जाय। उन्होने कहा कि हितग्राहियों की सुविधा हेतु तीन माह में तीन किश्तों में शेष राशि जमा करने हेतु हितग्राहियों को सूचित करें। इसके लिये हितग्राही का जिस बैंक में खाता है, वह उसी बैंक से ऋण स्वीकृत कराकर राशि का भुगतान नगर निगम को कर सकता है। इस कार्य में नगर निगम द्वारा हितग्राहियों को पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाय तथा बैंकों से समन्वय बनाकर संबंधित हितग्राहियों से आवश्यक दस्तावेज जमा करायें। निगमायुक्त ने बैठक में उपस्थित योजना के कंसल्टंेट एवं ठेकेदारों को निर्देश दिये कि कार्य में तेजी लाये जिससे अप्रैल माह में हितग्राहियों को कार्य पूर्ण होने के उपरांत आवास का आधिपत्य सौपा जा सकें तथा निर्माण कार्य में गुणवत्ता का पूर्ण रूप से ध्यान रखा जाय।

बैठक में कार्यपालन यंत्री विजय दुबे, सहायक यंत्री श्री संजय तिवारी, उपयंत्री दिनकर शर्मा , आयुषी श्रीवास्तव, कंसल्सटेंट अनुराग सोनी एवं निर्माणकर्ता एंजेसी मोन्टोकार्लो तथा मध्य भारत इन्फ्रास्ट्रक्चर के अधिकारी उपस्थित थे।

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प्रधानमंत्री आवास योजना: दो हजार हितग्राहियों में से सिर्फ 18 ने की पूरी जमा की राशि

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#मेनपानी कनेरादेव में बनाये जा रहे आवासों के निर्माण कार्य की समीक्षा 
 सागर। नगर निगम आयुक्त आर.पी.अहिरवार ने स्मार्ट सिटी के नये भवन में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् कनेरादेव, किशोर न्यायालय के पास एवं मेनपानी में बनाये जा रहे ई  डब्ल्यू .एस.आवासों के निर्माण कार्य समीक्षा बैठक ली। बैठक में कार्यपालन यंत्री विजय दुबे ने जानकारी दी कि मेनपानी, किशोर न्यायालय के पास एवं कनेरादेव के आवासों को लेने के लिये 2004 हितग्राहियों द्वारा 20 हजार रूपये जमा किये गये है, जिनमें 12 हितग्राहियों द्वारा पूर्ण राशि 2 लाख रूपये जमा की गई है। शेष हितग्राहियों द्वारा अभी तक शेष राशि 1 लाख 80 हजार रूपये अभी तक बैकों अथवा स्वयं के द्वारा जमा नहीं करायी गई है, जिस कारण योजना का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है।
निगमायुक्त ने कहा कि जो हितग्राही आवास लेने हेतु शेष राशि 1 लाख 80 हजार रूपये का एकमुश्त भुगतान करते है, उन्हें आधिपत्य में प्राथमिकता दी जाय। उन्होने कहा कि हितग्राहियों की सुविधा हेतु तीन माह में तीन किश्तों में शेष राशि जमा करने हेतु हितग्राहियों को सूचित करें। इसके लिये हितग्राही का जिस बैंक में खाता है, वह उसी बैंक से ऋण स्वीकृत कराकर राशि का भुगतान नगर निगम को कर सकता है। इस कार्य में नगर निगम द्वारा हितग्राहियों को पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाय तथा बैंकों से समन्वय बनाकर संबंधित हितग्राहियों से आवश्यक दस्तावेज जमा करायें। निगमायुक्त ने बैठक में उपस्थित योजना के कंसल्टंेट एवं ठेकेदारों को निर्देश दिये कि कार्य में तेजी लाये जिससे अप्रैल माह में हितग्राहियों को कार्य पूर्ण होने के उपरांत आवास का आधिपत्य सौपा जा सकें तथा निर्माण कार्य में गुणवत्ता का पूर्ण रूप से ध्यान रखा जाय।
बैठक में कार्यपालन यंत्री विजय दुबे, सहायक यंत्री श्री संजय तिवारी, उपयंत्री दिनकर शर्मा , आयुषी श्रीवास्तव, कंसल्सटेंट अनुराग सोनी एवं निर्माणकर्ता एंजेसी मोन्टोकार्लो तथा मध्य भारत इन्फ्रास्ट्रक्चर के अधिकारी उपस्थित थे।
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प्रधानमंत्री आवास योजना: दो हजार हितग्राहियों में से सिर्फ 18 ने की पूरी जमा की राशि

प्रधानमंत्री आवास योजना: दो हजार हितग्राहियों में से सिर्फ 18 ने की पूरी जमा की राशि 

#मेनपानी कनेरादेव में बनाये जा रहे आवासों के निर्माण कार्य की समीक्षा 
 सागर। नगर निगम आयुक्त आर.पी.अहिरवार ने स्मार्ट सिटी के नये भवन में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् कनेरादेव, किशोर न्यायालय के पास एवं मेनपानी में बनाये जा रहे ई  डब्ल्यू .एस.आवासों के निर्माण कार्य समीक्षा बैठक ली। बैठक में कार्यपालन यंत्री विजय दुबे ने जानकारी दी कि मेनपानी, किशोर न्यायालय के पास एवं कनेरादेव के आवासों को लेने के लिये 2004 हितग्राहियों द्वारा 20 हजार रूपये जमा किये गये है, जिनमें 12 हितग्राहियों द्वारा पूर्ण राशि 2 लाख रूपये जमा की गई है। शेष हितग्राहियों द्वारा अभी तक शेष राशि 1 लाख 80 हजार रूपये अभी तक बैकों अथवा स्वयं के द्वारा जमा नहीं करायी गई है, जिस कारण योजना का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है।
निगमायुक्त ने कहा कि जो हितग्राही आवास लेने हेतु शेष राशि 1 लाख 80 हजार रूपये का एकमुश्त भुगतान करते है, उन्हें आधिपत्य में प्राथमिकता दी जाय। उन्होने कहा कि हितग्राहियों की सुविधा हेतु तीन माह में तीन किश्तों में शेष राशि जमा करने हेतु हितग्राहियों को सूचित करें। इसके लिये हितग्राही का जिस बैंक में खाता है, वह उसी बैंक से ऋण स्वीकृत कराकर राशि का भुगतान नगर निगम को कर सकता है। इस कार्य में नगर निगम द्वारा हितग्राहियों को पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाय तथा बैंकों से समन्वय बनाकर संबंधित हितग्राहियों से आवश्यक दस्तावेज जमा करायें। निगमायुक्त ने बैठक में उपस्थित योजना के कंसल्टंेट एवं ठेकेदारों को निर्देश दिये कि कार्य में तेजी लाये जिससे अप्रैल माह में हितग्राहियों को कार्य पूर्ण होने के उपरांत आवास का आधिपत्य सौपा जा सकें तथा निर्माण कार्य में गुणवत्ता का पूर्ण रूप से ध्यान रखा जाय।
बैठक में कार्यपालन यंत्री विजय दुबे, सहायक यंत्री श्री संजय तिवारी, उपयंत्री दिनकर शर्मा , आयुषी श्रीवास्तव, कंसल्सटेंट अनुराग सोनी एवं निर्माणकर्ता एंजेसी मोन्टोकार्लो तथा मध्य भारत इन्फ्रास्ट्रक्चर के अधिकारी उपस्थित थे।
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बैंकिंग,चिटफंड और वित्तीय मामलों से जुड़े मामलो की समीक्षा की एडीजी राजेन्द्र मिश्रा ने # सूदखोरी और किसान क्रेडिट कार्ड में धोखाधड़ी करने वालो पर सख्ती

बैंकिंग,चिटफंड और वित्तीय मामलों से जुड़े मामलो की समीक्षा की एडीजी राजेन्द्र मिश्रा ने
# सूदखोरी और किसान क्रेडिट कार्ड में धोखाधड़ी करने वालो पर सख्ती
सागर ।अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (वित्तीय अपराध, को.फ्रॉड, लोकसेवा गारन्टी एवं सचना
का अधिकार) राजेन्द्र मिश्रा ने पुलिस कंट्रोल रूम सागर में सहकारी संस्थाओं, कम्पनियां, चिटफण्ड कम्पनियों, बैंक,गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं एवं अशासकीय संगठनों आदि से संबंधित लंबित अपराधों एवं शिकायतों, लोक
सेवा गारण्टी एवं सूचना का अधिकार प्रकरणों की संभागीय समीक्षा की और जरूरी निःर्देश दिए
बैठक में सागर जोन के पुलिस महानिरीक्षक  अनिल शर्मा,उप महानिदेशक जवाहरलाल नेहरु पुलिस अकादमी सागर विवेक राजसिहं कुकरेले सहित सागर जोन से सागर पुलिस अधीक्षक  अमित सांघी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
सागर  विक्रम सिहं, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दमोह, सहायक पुलिस महानिरीक्षक पुलिस सागर एवं सहायक पुलिस महानिरीक्षक पुलिस (को.फ्रॉड) मुख्यालय श्री उमेश शर्मा एवं श्री अमित वर्मा तथा सागर जोन के अन्य जिलो के पुलिस राजपत्रित अधिकारी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त पुलिस, सहकारिताविभाग एवं जिला केन्द्रीय सहकारी बैंकों के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित करने के उददेश्य से संभाग के
समस्त जिलों के उपायुक्त, सहकारी संस्थायें एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को बैठक में विशेष रूप  से आमंत्रित किया गया था।
शिकायतों की जांच समयावधि में करे
Adg मिश्रा ने सहकारी संस्थाओं, कम्पनियां, चिटफण्ड कम्पनियों, बैंक, गैर बैंकिंग वित्तीय
संस्थाओं एवं अशासकीय संगठनों आदि से संबंधित शिकायत प्राप्त होने पर समयावधि में प्राथमिक जांच पूर्ण कर अपराध पंजीबद्ध करने तथा पर्यवेक्षणकर्ता अधिकारी एवं विवेचक अग्रिम विवेचना के सबंध मेंकार्ययोजना बनाने, सहकारी संस्थाओं, कम्पनियां, चिटफण्ड कम्पनियों, बैंक, गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं
एवं अशासकीय संगठनों आदि के पंजीकृत प्राधिकारी से संस्थाओं के पंजीकरण प्रमाण पत्र, उप विधि  मेमोरेण्डम एवं आर्टिकल ऑफ एसोसियशन, संगठक की रिपोर्ट, ऑडिट रिपोर्ट, संचालक/निर्देशक मण्डल, संस्था, पंजीकृत पदाधिकारी द्वारा संधारित मास्टर डाटा,आयकर एवं जीएसटी रिटर्न, संस्था के कम्पनी सेक्रेटरी चार्टर्ड एकाउंटेंट/ऑडीटर्स, संचालक मण्डलानिर्देशक मण्डल के पदाधिकारियों/सदस्यों/प्रमोटर्स एवं शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देश आदि की जानकारी अनुसंधान के दौरान प्राप्त करने, अपराध पंजीयन होनेके तुरंत पश्चात् साक्ष्य नष्ट न हो सके, इस उद्देश्य से अपराध से संबंधित इलेक्ट्रोनिक एवं मूलदस्तावेजी साक्ष्य अविलम्ब जप्त करने, आरोपियों के बैंक खातों की जांच करने, आरोपियों अथवाआरोपियों की संस्था का कृत्य यदि किसी अन्य अधिनियम के अंतर्गत दण्डनीय होने की स्थिति मेंसंबंधित विभाग अथवा एजेंसी से जानकारी साझा करने, पुलिस अधीक्षक जिलों में सहकारी संस्थाओं,
कम्पनियां, चिटफण्ड कम्पनियों, बैंक, गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं एवं अशासकीय संगठनों आदि सेसंबंधित धोखाधड़ी के अपराधों की प्रतिमाह समीक्षा करने , संभाग में धारा 173(8) दं.प्र.सं. अंतर्गत लंबितअपराधों में अग्रिम विवेचना हेतु विवेचक नियुक्त कर प्रकरण में शेष फरार आरोपियों की गिरफ्तारी हेतुपुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया तथा आरोपियों कीगिरफ्तारी हेतु ईमेल, फेसबुक आईडी, पेनकार्ड,मोबाइल नम्बर, आधार कार्ड, वोटर आईडी आदि की जानकारी प्राप्त कर प्रोफाइल तैयार करने। फरारआरोपियों की सम्पति की जानकारी प्राप्त कर दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 82 एवं 83 के अंतर्गतकार्यवाही सुनिश्चित करने, आरोपियों एवं उनकी संस्थाओं  कम्पनीज़ के बैंक खातों की जानकारी प्राप्तकर राशि के लेन-देन के संबंध में अनुसंधान करने तथा बैंक खाता खुलवाने के दौरान KYC के रूप में बैंक
को प्रस्तुत दस्तावेजों के आधार पर आरोपियों के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के आरोपियों केपेनकार्ड आयकर विभाग को प्रस्तुत करते हुये उनके बैंक खातों एवं उनके द्वारा प्रस्तुत आयकर रिटर्न कीजानकारी प्राप्त करने, पंजीबद्ध अपराध में यदि आरोपीगण लोक सेवक की श्रेणी में होने पर भ्रष्टाचार
निवारण अधिनियम की धाराओं का इजाफा करते ये राजपत्रित अधिकारियों से विवेचना करने के बारे मेंसमीक्षा के दौरान विस्तार से बताया ।
गबन और धोखाधड़ी की राशि की रिकवरी कराने पर जोर
श्री मिश्रा ने संभाग के जिलों में अपराध भादवि धारा 420 के अंतर्गत पंजीबद्ध होने पर
पर्यवेक्षणकर्ता अधिकारियों को प्रकरण की समीक्षा करने , आरोपियों से उनके द्वारा की गई धोखाधडी एवं गबन राशि के सबंध में विस्तृत पूछताछ करने व अपराधों में धोखाधड़ी एवं गबन की गई राशि की जप्ती
(Recovery) तथा राशि की ट्रेलिंग के संबंध में अनुसंधान कर आरोपियों एवं उनकी संस्थाओं के बैंक खातेफ्रीज करने तथा अपराध से अर्जित चल एवं अचल सम्पति जप्त कर राजसात की कार्यवाही पर जोर दियाविवेचना के दौरान आरोपियों के कॉल डीटेल्स, ईमेल एवं बैंक खातों के ट्रांजेक्शन परअनुसंधान करने तथा आरोपियों के अपराध की विवेचना पूर्ण होने तक नियमानुसार आरोपियों के पासपोर्ट
निरस्त करने की कार्यवाही करने संबंधित पुलिस अधीक्षक फरार आरोपियों का लुक-आउट परिपत्र जारीकरने एवं अपराध से संबंधित कम्प्यूटर हार्ड डिस्क और अन्य डाटा जप्त कर जप्त कम्प्यूटर हार्ड डिस्कऔर डाटा को समय पर जांच करवाने करवाने के लिये भी पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया ।संभाग के जिलों में सहकारी संस्थाओं, चिटफण्ड कम्पनियों, बैंक, गैर बैंकिंग वित्तीयसंस्थाओं एवं अशासकीय संगठनों आदि से संबधित धोखाधड़ी के अपराधों की समीक्षा एवं प्रगति हेतुअतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को नोडल नियुक्त कर, जिलों में सहकारी संस्थाओं,
कम्पनियां, चिटफण्ड कम्पनियों, बैंक, गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं एवं अशासकीय संगठनों आदि सेसंबंधित विभिन्न थानों में अलग-अलग प्रकरण पंजीबद्ध होने की स्थिति में समस्त प्रकरणों की विवेचनाएवं निराकरण हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अथवा उप पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में विशेष अनुसंधानटीम गठित करने के निर्देश दिये ।
सूदखोरी पर सख्ती
श्री मिश्रा ने सूदखोरों एवं धारा 138 निगोशिएबल इन्शमेन्ट एक्ट अंतर्गत लंबित
वारण्ट की तामीली का विशेष अभियान चलाने, लोक सेवा गारंटी एवं सूचना का अधिकार अधिनियम केप्रकरणों का समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिये । सहकारी संस्थाओं, कम्पनियां, चिटफण्डकम्पनियों, बैंक, गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं, रियल स्टेट अशासकीय संगठनों से संबंधित धोखाधड़ी एवं
सूटखोरी के अपराधों की विवेचना के संबंध में जिला स्तर पर विवेचकों के प्रशिक्षण आयोजित करने एवंप्रतिमाह जिलों में पुलिस एवं सहकारिता विभाग एवं केन्द्रीय सहकारी बैंकों के मध्य बेहतर समन्वयस्थापित करने के उद्देश्य संयुक्त बैठक आयोजित करने के निर्देश दिये तथा सहकारी संस्थाओं से संबंधितगबन एवं धोखाधड़ी के प्रकरणों में मध्यप्रदेश सहकारिता अधिनियम के तहत कार्यवाही करने के लिये कहागया। 
किसान क्रेडिट कार्ड की मंजूरी में धोखाधड़ी पर तत्काल कार्यवाही
समस्त पुलिस अधीक्षकों को यह भी निर्देश दिये गये कि किसान क्रेडिट ऋण स्वीकृति प्रकरणों मेंसंगठित गिरोह दवारा धोखाधड़ी की जा रही है, इस संबंध में तत्काल कार्यवाही की जावे तथा सहकारीसंस्थाओं, कम्पनियां, चिटफण्ड कम्पनियों, बैंक, गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं, रियल स्टेट अशासकीयसंगठनों से संबंधित धोखाधड़ी एवं सूदखोरी से संबंधित शिकायत के संबंध में किस स्तर पर कार्यवाही की
जाती है, इसके संबंध में सोशल मीडिया आदि के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जावे। जमीन क्रय-विक्रयपंजीयन समेत धोखाधड़ी से संबंधित समस्त प्रकार के प्रकरणों में भी तत्काल कार्यवाही की जावे ताकिपीड़ित को तुरंत राहत मिले तथा अंत में श्री मिश्रा ने समस्त पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गयाकि समस्त थाना प्रभारी अपने बीट प्रभारियों के माध्यम से थाना क्षेत्र में संचालित सहकारी संस्थाओं, कम्पनियां चिटफण्ड कम्पनियों, बैंक, गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं की जानकारी संधारित करें तथा संदिग्धगतिविधियां प्रतीत होने पर जानकारी  पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस मुख्यालय  को साझा की जावे।