रक्तदान के क्षेत्र में भूपेन्द्र सिंह का स्ट्राइक रेट देश में सबसे अधिक, उन्होंने सागर में एक नई ज्योति जलाईः डॉ. जीएस चौबे
▪️जन्मदिन समारोह में पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह का रक्त से तुलादान: तीन ब्लड बैंकों को 1612 यूनिट रक्त सौंपा
तीनबत्ती न्यूज : 20 मई ,2025
सागर : भूपेन्द्र भैया ने रक्तदान शिविरों के माध्यम से समाज और राष्ट्र की सेवा के क्षेत्र में सागर से एक नई ज्योति जलाई है और पुनीत कार्य किया है। उन्होंने रक्तदान के माध्यम से समाज का जुड़ाव कर दिया और सबको समरसता का अमृतपान का अवसर दिया है। वे अपने जन्मदिन से उनको जीवन दे रहे हैं जिनका जीवन रक्त के अभाव में समाप्त हो सकता है। रक्तदान के क्षेत्र में पूरे देश में भूपेन्द्र भैया का स्ट्राईक रेट सबसे अधिक है, यह मैं आंकड़ों के साथ बता रहा हूं। यह उद्गार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सागर विभाग संघचालक डॉ. श्री जीएस चौबे ने पूर्व गृहमंत्री, वरिष्ठ विधायक भूपेन्द्र सिंह के जन्मदिन पर आयोजित रक्तार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
रक्तदान को लेकर भ्रांतियां
डॉ. जीएस चौबे ने अपने संबोधन में कहा कि रक्तदान के बारे में ऐसी भ्रांतियां फैलीं हैं जिनकों हम चिकित्सकों से ज्यादा कोई नहीं जानता। ऑपरेशन थियेटर में मरीज को भेजकर उनके अटेंडेंट परिजन और रिश्तेदार रक्तदान का वादा करके अस्पताल से गायब हो जाते हैं। ऐसे तीन प्रकरणों में मेरी धर्मपत्नी, डॉ. रजनीश मिश्रा और डॉ. हर्ष मिश्रा स्वयं रक्त दे चुके हैं, जिनके परिजन ऑपरेशन थियेटर के बाहर से गायब हो गए। उन्होंने कहा कि भूपेन्द्र भैया के रक्तदान कार्यक्रम से युवा वर्ग को प्रेरणा मिलेगी और यह कार्यक्रम देश में मिसाल बनेगा। उन्होंने कहा कि रक्त जीवन है इसलिए रक्त देने वाला जीवनदाता है। उन्होंने कहा शरीर के वजन का 15 प्रतिशत रक्त निकल जाने पर व्यक्ति मृत्यु की ओर अग्रसर हो जाता है। दुघर्टना वाले प्रकरणों में लोगों को दस-दस यूनिट तक रक्त की जरूरत होती, जिसे हम सबको ही देना होगा। 18 से 65 वर्ष के लोग रक्तदान कर सकते हैं।
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स्वस्थ्य शरीर रखने रक्तदान जरूरी
डॉ. चौबे ने बताया कि यदि आपको अपनी त्वचा से युवा दिखना है, कैंसर से बचना है, अपनी इम्युनिटी बढ़ाना है, शरीर के अतिरिक्त आयरन की अवांछित मात्रा का संतुलित करना है, लिवर और हार्ट की बीमारियों से बचना है, तो रक्तदान करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बिडंवना है कि माताओं को रक्त की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, लेकिन रक्तदान में उनका योगदान सबसे कम होता है। देश में एक प्रतिशत लोग रक्तदान करना प्रारंभ करदें तो देश में रक्त की कमी की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी। वर्तमान में भारत में एक हजार पर सिर्फ आठ लोग रक्तदान कर रहे हैं जो सिर्फ 0.8 प्रतिशत जबकि दुनिया के 65 देश ऐसे हैं जहां सौ प्रतिशत लोग रक्तदान करते हैं। ऐसे रक्तदान कार्यक्रमों की इसीलिए आवश्यकता है जिसमें देश की डिमांड और सप्लाई का गेप कम हो सके। डॉ. चौबे ने सुझाव दिया कि “भविष्य के रक्तदाता“ कार्यक्रम देश के स्कूलों में चलाना होगा, जिसमें स्कूली बच्चों को वालिंटियर बनाकर रक्तदान शिविरों में अवलोकन और सहयोगी सेवा देने के लिए ले जाया जाए। जब ये छात्र नजदीक से रक्तदान की प्रक्रिया देखेगें तो रक्तदान के प्रति उनकी संवेदनशीलता और समझ बढ़ेगी तथा भ्रांति और भय खत्म होगा।


अभिभूत हूं रक्तदान कार्यक्रम में सहभागिता को लेकर भूपेंद्र सिंह
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व गृहमंत्री, वरिष्ठ विधायक भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि, मैं आप सभी रक्तदाताओं और शुभचिंतकों के स्नेह से अभिभूत हूं जिन्होंने मेरे जन्मदिन पर इतनी बड़ी संख्या में शिविर में आकर रक्तदान किया। आप सभी इस संकल्प अभियान का हिस्सा बने इसके लिए मैं आपका आजीवन ऋणी हो गया और आपके सुख-दुख की चिंता करना मेरी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह गैर राजनैतिक कार्यक्रम है। यहां पर सभी दलों, जातियों धर्मों के लोगों ने रक्तदान किया है। अनेक कांग्रेसजनों ने भी रक्तदान किया है। जनप्रतिनिधियों और बहिनों ने बढ़चढ़कर भाग लिया है। उन्होंने कहा कि मैं वह सौभाग्यशाली व्यक्ति हूं जो गर्व से कह सकता है कि 13112 रक्तदाताओं से मेरा खून का रिश्ता हो गया है और उनका यह ऋण मैं पूरे जीवन चुका नहीं सकता। पूर्व गृहमंत्री ने कहा कि बीते दस वर्षों में हम सभी ने मिलकर 13112 हजार यूनिट रक्त एकत्रित करके संकट में पड़े हजारों लोगों की प्राण रक्षा में अमूल्य योगदान दिया है।

पूर्व गृहमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि सागर जिला चिकित्सालय और बुंदेलखण्ड मेडिकल कॉलेज की ब्लड बैंकों की क्षमता एक हजार यूनिट है, जिसे बढ़ाकर दो हजार यूनिट करने के लिए मैं हर संभव प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा कि आकस्मिक दुर्घटनाओं में घायलों, डायलिसिस कराने वालों को, केंसर, थैलासीमिया, एनीमिया पीड़ितों को रक्त की कितनी आवश्यकता पड़ती है, यह अस्पतालों के स्टाफ और संवेदनशील जनप्रतिनिधियों को भली-भांति पता होता है। खासतौर पर गरीब वर्ग को रक्त जुटाने में कठिनाइयां आती हैं। जागरूकता की कमी के कारण मरीजों को परिजन तक रक्तदान करने से मुंह मोड़ लेते हैं। ऐसे में ऐसे रक्तदान शिविरों का महत्व रक्तदान संग्रह के साथ रक्त दान के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाने की दिशा में भी होता है। उन्होंने कहा कि रक्त की उपलब्धता और रक्तदाताओं का अभाव यदि एक सामाजिक समस्या है तो इस समस्या से मुंह मोड़ने के बजाए संकल्प के साथ भिड़ जाने का मार्ग ही सकारात्मक है। अपने जन्मदिन को फिजूलखर्ची, दिखावे और आडंबर के बजाए समाज के हित में सदुपयोग करने का निर्णय कठिन दस वर्ष पहले कठिन था लेकिन क्रमशः दस वर्षों में हमने इसको समाज का अभियान बना कर रक्तदान जैसे सामाजिक दायित्व के बोध को समाज के बड़े हिस्से में पहुंचाया है। पूर्व मंत्री श्री सिंह ने कहा कि चार दिन के रक्तदान शिविर में जो भी आया है उनमें से बहुतों ने रक्तदान की सरलता और इसके स्वास्थ्य संबंधी लाभ को देख कर प्रेरणा ली और स्वयं भी रक्तदान किया। उन्होंने कहा कि रक्तदाताओं ने यह भी अनुभव किया कि मन और शरीर आनंद और संतुष्टि से भर जाता है। रक्तदान के संबध में भ्रांतियों और अज्ञानता को दूर करने में रक्तदान शिविरों की बड़ी भूमिका है। यहां आकर ही लोगों को एक दूसरे से मिल कर समझ आता है कि इनमें बहुत से लोग इसलिए रक्तदान करते हैं क्योंकि वे इसके फायदों को समझने लगे हैं।

कार्यक्रम में पूर्व मंत्री श्री सिंह का मानव सेवा के हितार्थ योगदान के लिए विभिन्न संस्थाओं ने अभिनंदन किया और एकत्रित रक्तनिधि से पूर्व मंत्री श्री सिंह का तुलादान किया गया। उनके जन्मदिन पर आयोजित चार दिवसीय शिविर में संग्रहीत 1612 यूनिट रक्त को जिला चिकित्सालय, बुंदेलखंड मेडीकल कॉलेज, खुरई हास्पिटल व भोपाल के गांधी मेडीकल कालेज, हमीदिया अस्पताल के ब्लड बैंकों को सौंप दिया गया।

पूर्व गृहमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि अब यही रक्त विभिन्न शासकीय चिकित्सालयों के रक्तबैंकों में रोटेट हो कर जीवन मृत्यु के बीच झूल रहे जरूरतमंदों, गरीब और कमजोर मरीजों के हित में काम आएगा। पूर्व मंत्री श्री सिंह ने कहा कि जन्मदिन पर लोगों का प्यार और स्नेह फूल-मालाओं, केक, पटाखों और आतिशबाजी में प्रकट किये जाने से समाज को कोई लाभ नहीं होता। आडंबर से ऊपर उठकर हम जन्मदिन को जीवनदायी मानव सेवा के हितार्थ उद्देश्य पूर्ण भी बना सकते हैं। इसमें जो संतोष मिलता है उसका मूल्य नहीं है। उन्होंने बताया कि रक्तदान शिविर में संग्रहीत रक्त से एनीमिया पीड़ित महिलाओं के शिविर आयोजित करके एनीमिक महिलाओं को चढ़ाने का अभियान खुरई व अन्य अस्पतालों में पिछले तीन सालों से शुरू हुआ है। इनमें वे महिलाएं हैं जो गर्भवती हैं और गरीब परिस्थितियों के कारण ब्लड का इंतजाम नहीं कर पातीं। इनमें से अनेक महिलाओं को शरीर में खून की कमी से मां और गर्भस्थ शिशु दोनों की जान का जोखिम बना रहता है। चिकितसक बताते हैं कि 7 जीएम से कम हीमोग्लोबिन वाली माता और उसके शिशु दोनों की जान को खतरा होता है ।


पूर्व मंत्री श्री सिंह ने कहा कि इस शिविर ने रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने में अपना सबसे महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हम कई बार ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थितियों को देखते हैं जब अज्ञानता और भ्रांतियों के कारण पीड़ित के परिजन और रिश्तेदार भी अपनों को रक्तदान से हिचकते और डरते हैं। जबकि सच यह है कि रक्तदान करने से स्वास्थ्य पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता बल्कि कुछ शोध बताते हैं कि कुछ बीमारियां रक्तदान से ठीक होती हैं। पूर्व मंत्री श्री सिंह ने बताया कि हमारे देश में 10-15 प्रतिशत लोग रक्त देते हैं और 85-90 प्रतिशत लोग उन रक्तदाताओं पर निर्भर रहते हैं, यह स्थिति हमें ऐसे ही प्रयास करके बदलना और उलटना होगी। इस स्थिति को जागरूकता से बदला जा सकता है।
जनता के विश्वास की व्यापकता : मेयर संगीता तिवारी
सागर महापौर श्रीमती संगीता तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि रक्तदान करने आए 1612 रक्तदानियों में कई जिलों से भी लोग आए यह पूर्वमंत्री श्री भूपेंद्र सिंह के प्रति जनता के विश्वास की व्यापकता को दर्शाता है। उनकी प्रेरणा से ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में रक्तदाता शिविर में आए। महापौर ने कहा कि यह ऐसा रक्तदान शिविर है जिसमें महिला रक्तदाता को बड़ी संख्या में रक्तदान करती हैं। इस बार 53 महिलाओं ने रक्तदान किया है। उन्होंने सागर के नगर के विकास में पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह के योगदान को उदाहरणों सहित रेखांकित किया। महापौर प्रतिनिधि डॉ. सुशील तिवारी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि भूपेंद्र भैया की राजनीति का आधार विकास और मानव कल्याण है। इसकी झलक उनके पूरे जीवन में मिलती है।

कार्यक्रम का आभार युवा भाजपा नेता अविराज सिंह ने माना। रक्तदान शिविर आयोजन समिति ने संतोष दुबे के नेतृत्व में शिविर से अर्जित रक्त निधि से रक्तार्पण पश्चात ब्लड बैंकों को सौंपी। अजय तिवारी देवलचौरी के नेतृत्व में आयोजित समिति ने बृहद पुष्पमाला से रक्तदाताओं का अभिवादन किया। मंच संचालन लक्षमण सिंह ने किया। कार्यक्रम में आशीष पटैरिया द्वारा पूर्व गृहमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह जी का तुलादान कर गरीब बच्चों को पाठ्य पुस्तकों, कापियों का वितरण किया गया।
रुद्राक्षधाम ने किए दर्शन
इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्री सिंह का अनेक संस्थाओं ने शाल श्रीफल, अभिनंदन पत्र, स्मृति चिन्हों के साथ आत्मीय अभिनंदन किया। पूर्व गृहमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कार्यक्रम के पूर्व रुद्राक्ष धाम मंदिर पहुंच कर भगवान श्री राधा कृष्ण जी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।
ये रहे मोजूद
कार्यक्रम में पूर्व मंत्री नारायण कबीरपंथी, पूर्व विधायक कुरवाई वीर सिंह पवार, तोरण सिंह दांगी, जनपद उपाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह केसली, रामअवतार पाण्डेय, सीएमएचओ डॉ. ममता तिमोरे, संयुक्त संचालक डॉ. नीना गिडियन, डॉ. महेश जैन, योगाचार्य विष्णु आर्य, अनुराग प्यासी, नवीन भट्ट, प्रभुदयाल पटैल, बार एसोशिएशन के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह गंभीरिया, सचिव वीरेन्द्र सिंह राजपूत, संदीप सिंह बासोदा नगर पालिका उपाध्यक्ष, सुबोध आर्य, रामनारायण यादव ,विनय चौबे, क्षत्रिय महासभा युवा अध्यक्ष राहुल चौरा, अतुल नेमा, यशवंत करोसिया, वीरचंद जैन, अरविंद तोमर, दीपक पौराणिक, वैभव राज कुकरेले बण्डा, माधव कटारे, प्रतीक चौकसे, सूर्यांश तिवारी, अनिल जैन नैनधरा, महेश साहू, राहुल साहू, मुरारी साहू, पार्षद शैलेष केशरवानी, अनूप उर्मिल, रानी अहिरवार, याकृति जड़िया, संगीता जैन, साहिबा नासिर, साबिया खान, खुरई विधानसभा से वरिष्ठ भाजपा नेता हेमचंद बजाज, विजय जैन बट्टी, चन्द्र प्रताप सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नन्हीबाई अहिरवार, उपाध्यक्ष राहुल चौधरी, जनपद अध्यक्ष जमना प्रसाद अहिरवार, नगर परिषद अध्यक्ष मालथौन जयंत सिंह बुंदेला, बरोदियाकला अध्यक्ष श्रीमती मीना कुशवाहा, बांदरी अध्यक्ष श्रीमती सुधा विश्वनाथ सिंह लोधी, काशीराम मास्टर, एसडीएम मनोज चौरसिया, जितेन्द्र सिंह धनोरा, संजय ठाकुर बीना, निशा नागवानी, माधव सिंह सिलोधा, राना जू बुंदेला, रामकुमार बघेल, श्रीमती सीमा राय, अर्चना जैन, आशा देवेन्द्र जैन, गोलू राय, राजेन्द्र सिंह दरी, गोविंद सिंह खिरिया, गोविंद सिंह नेंगवा, इशाक खान, संतोष यादव, मदन दुबे, वीर सिंह यादव, रविन्द्र यादव, महेन्द्र पाल सिंह बुंदेला, योगेश जैन, रईस खान, देवपुरा एवं हरदौट सरपंच सहित अनेक विधानसभा क्षेत्रों से आए गणमान्य शामिल रहे।
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