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SGST (वाणिज्यकर)का छापा,दुकानदारों में हड़कम्प, दो फर्मो के आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापा

SGST (वाणिज्यकर)का छापा,दुकानदारों में हड़कम्प, दो फर्मो के आधा दर्जन से अधिक  ठिकानों पर छापा
सागर । स्टेट जीएसटी (वाणिज्यकर विभाग ) ने आज सागर शहर के इलेक्ट्रानिक्स /हार्डवेयर  कारोबार से जुड़े दो फर्मो  के यहां आधा दर्जन से अधिक दुकानों और उनकी गोदामो पर छापामार कार्यवायी की । इनके रिटर्न और gst बिलो आदि में अंतर मिला है । कार्यवाही अभी जारी है ।
 Sgst की सतना एंटीएवेजन और सागर की टीम ने आज गुजराती बाजार में छाप मार कीसयुंक्त कार्यवाही की । टीम ने   गुजराती बाजर में मायाराम हार्डवेयर, एम एस मशीनरी, आशीष इलेक्ट्रानिक्स,आशीष इन्टरप्राईजेस और इनके गोदामो पर छापा मारा । एंटी इवेजन ब्यूरो सतना के सयुंक्त कमिश्नर के एन  मीणा  एस के सोनकत,डिप्टी कमिश्नर सागर संभाग के नेतृत्व में यह कार्यवाही करीब 30 अफसरो के साथ कि जा रही है ।
   आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक बगैर  जीएसटी बिलो के दुकानदार कारोबार कर रहे है । इसकी शिकायते मिली है । जिसके आधार पर यह जांच की जा रही है । इन  दुकानों में माल और उसके बिलो आदि का मिलान किया जा रहा है । उधर दीवाली के सीजन पर हुई इस कार्यवायी से व्यापारियों में हड़कम्प मंचा गया है ।
ये अफसर है SGST की टीम में 
छापामार कार्यवाही में  एस के सोनकत,डिप्टी कमिश्नर सागर, AC निशांकी सिंघई ,सुप्रिया पाठक, STO महेंदर बोरासे, नवीन दुबे,एस के साकेत, अमित पटेल,जी एस पटेल,विकास अग्रवाल,विजय पांडे,पिंकल जैन,अर्चना परस्ते,शिवप्रताप सिंह गहरवार,राजेन्द्र खुशराम,और अंशुल मूंदड़ा, प्रसन्न जैन, उमेश कोरी,श्री राम अहिरवार  और पुलिस बल मौजूद है।
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हनी ट्रेप कांड। हाईकोर्ट की निगरानी में होगी मामले की जांच

हनी ट्रेप कांड। हाईकोर्ट की निगरानी में होगी मामले की जांच
जांच अधिकारी नहीं बदलने और  वाइस सैंपल हैदराबाद  भेजने के निर्देश

इंदौर। बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में गठित एसआईटी की जांच हाईकोर्ट की मानीटरिंग में होगी। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने विशेष कत्र्तव्यस्थ अधिकारी अवधेश गोस्वामी को नहीं हटाने और वाइस सैंपल की जांच मध्यप्रदेश  के बजाय हैदराबाद स्थित लेबोरेटरी से कराए जाने के निर्देश दिए। बार-बार एसआईटी बदले जाने के मामले में दायर दो याचिकाओं पर सुनवाईकरते हुए आज जस्टिस एससी शर्मा की डिवीजन बेंच ने कहा कि बार-बार एसआईटी चीफ क्यों बदले जा रहे हैं। हाईकोर्ट ने इस पर  सरकार द्वारा पेश जवाब को नाकाफी मानते हुए 15 दिन में नए सिरे से हलफनामा पेश करने को कहा है। हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच हाईकोर्ट की मानीटरिंग में कराए जाने और वाइस सैंपल की जांच हैदराबाद स्थित लेबोरेटरी से  कराए जाने के साथ ही जांच अधिकरियों के दल में तब तक कोई भी बड़ा परिवर्तन नहीं किए जाने के निर्देश दिए।अब 2 दिसंबर को होगी अगली सुनवाई।

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सभी वर्गों का सम्मान समरसता का प्रतीक:विधायक शेलेन्द्र जैन श्रेष्ठ प्रतिमाओं, अखाड़ों और झाँंकियों को पुरस्कार एवं श्रेष्टजनों का सम्मान

सभी वर्गों का सम्मान समरसता का प्रतीक:विधायक शेलेन्द्र जैन
श्रेष्ठ प्रतिमाओं, अखाड़ों और झाँंकियों को पुरस्कार एवं श्रेष्टजनों का सम्मान

सागर। विजयादषमी पर सागर में चल समारोह में निकलने वाली माँ दुर्गा की श्रेष्ठ प्रतिमाओं, झाॅंकियों एवं अखाड़ों के पुरूष्कार वितरण एवं श्रेष्टजनों के सम्मान समारोह का आयोजन नगर विधायक शेलेन्द्र जैन ने किया।
      इस मौके पर शैलेन्द्र जैन ने कहा कि इस मंच के माध्यम से हम समाज के सभी वर्गो का सम्मान करते है। ऐसा नहीं कि उनका सम्मान कोई औपचारिकता है। सामाजिक समरसता का संदेश समाज में जाये ऐसी मेरी पहली प्रथमिकता रही हैं ।जो कि सारे विश्व को एक धागे में पिरोए रखने का कार्य करती हैं। विलुप्त होती कलाओं एवं परम्पराओं को संरक्षण प्रदान करना हमारा कर्तव्य हैं।प्रदेश उपाध्यक्ष  विनोद गोटिया ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के सभी वर्गाो का सम्मान किया जाना एवं साथ ही समाज में सामाजिक समरसता का संदेश देने के लिए सागर विधायक शैलेन्द्र जैन की अनूठी पहल है।  पूर्व सांसद दादा लक्ष्मीनाराण यादव ने कहा कि,ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से विविधता में एकता लाने एवं भारतीय संस्कृति को संरक्षित करने का कार्य किया जा रहा है, जो एक सराहनीय पहल है। । महापौर अभय दरे ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। 
    इस मौके पर  मंचासीन अतिथियों में  गुरू सिंह सभा, जेठाभाई पटैल जी, श्रीधर जी, वासुदेव आर्य , महंत  नरहरिदास जी, मीना पिम्पलापुरे (ताई) जी, देवी प्रसाद दुबे , तारिक अनवर , विष्णु आर्य , उमाकांत मिश्रा , संतोष जैन  (घड़ी), बीनू राणा , हरिराम सिंह ठाकुर , धन्नालाल ताम्रकार , उमाशंकर साहू , रामकुमार साहू , रूपचंद कोष्टी , बिहारीलाल तोमर , देवेन्द्र पटैल , जवाहरलाल महाजन, महेश नामदेव , प्रेमनारायण यादव छुटकुल , अनिल विष्वकर्मा , प्रकाष चुटेले , श्रीराम चैरसिया , दिलीप रैकवार  रामदास रजक , अनिल अहिरवार , राजा सेन , रमेष सैनी , डाॅ. डी.पी. नेमा , मुरलीधर प्रजापति , कन्छेदीलाल बसंल , प्रहलाद केशरवानी , गोविन्द जड़िया , श्रीकांत सेन , पप्पू तिवारी जी, सूरज सोनी , अजय दुबे , इजी. प्रकाश चैबे , डाॅ. के.के. सराफ , कृष्णहरी यादव , कन्छेदीलाल , पी.डी. श्रीवास्तव , भगतसिंह ठाकुर  ओमप्रकाश रूसिया , दीपक भंडारी , गणेश मुखिया , प्रमिला मौर्य , माखनलाल सोनी, सुश्री प्रीति यादव , प्रशांत जैन सानौधा, ज्योति तिवारी  आरक्षक, डाॅ. आर. एस. पवार, अकील बाबा, विनोद तिवारी  श्रीराम सेवा समिति, श् अरूण सिंघई  आदि, विभिन्न समाजों के मुखिया, वरिष्टजन, समाज सेवक एवं गणमान्य नागरिक तथा निर्णायक मण्डल मंडल में हरगोविन्द विश्व , रविन्द्र गौर  , लोकनाथ मिश्रा , देवीसिंह राजपूत, भगवानदास रैकवार आदि मंच पर विराजमान रहे। आयोजक सागर विधायक  नेे  सभी आमंत्रित अतिथियों, विभिन्न समाजों के मुखिया, वरिष्टजन, समाज सेवक एवं गणमान्य नागरिकों का पुष्पमाला पहनाकर एवं श्रीफल तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका सम्मान किया गया। 
 इन श्रेष्ठ प्रतिमाओं और झांकियों कोमिला पुरस्कार
कार्यक्रम में निर्णायक मंडल के निर्णय अनुसार 
उत्कृष्ट प्रतिमा सम्मान- प्रथम पुरूष्कार लाल कमल कमेटी, कटरा बाजार सागर अध्यक्ष  कमलेश साहू
द्वितीय पुरूष्कार नव युवक दुर्गा समिति, मुहाल नं. 8 सदर, अध्यक्ष  गणेश केशरवानी
तृतीय पुरूष्कार जय दुर्गा काली कमेटी, माता मढ़िया, मोतीनगर सागर, अध्यक्ष  सतीष विश्वकर्मा
उत्कृष्ट झाॅंकी- प्रथम पुरूष्कार जगत जननी दुर्गा महोत्सव, सराफा बाजार, सागर, अध्यक्ष  विनोद बड़ोन्या
द्वितीय पुरूषकार गुफा वाली काली, गांधी चैक, बड़ा बाजार, सागर, अध्यक्ष  भगवानदास अग्रवाल
तृतीय पुरूष्कार सिंघ वाहिनी बाल काली कमेटी, संत कबीर वार्ड, सागर, अध्यक्ष  शंभु साहू
विशिष्ट प्रतिमा (पारंपरिक) सम्मान - 1. श्री भैयाजी वैद्य काली कमेटी, मोहननगर वार्ड सागर, अध्यक्ष डाॅ. विवेक मेहता 2. श्री पुरव्याऊ काली कमेटी, पुरव्याऊ सागर, अध्यक्ष दिलीप रैकवार, 3. श्री महाकाली काली कमेटी, चमेली चैक सागर, अध्यक्ष आशीष कठल। 
विशिष्ट पुरूष्कार बैड़ पार्टी सम्मान - नौशाद बैंड पार्टी, बल्लभनगर वार्ड सागर, अध्यक्ष नरेश बंसल।
उत्कृष्ट अखाड़ा सम्मान-प्रथम पुरूष्कार - श्रीराम अखाड़ा बड़कुंआ, सागर अध्यक्ष श्री वीरसींग जी 
द्वितीय पुरूष्कार - छत्रसाल गणपति व्यायाम शाला सागर अध्यक्ष श्री विजय रावत    
तृतीय पुरूष्कार - पवन सूत व्यायाम शाला, संत कबीर वार्ड सागर अध्यक्ष श्री गणेश पंडा 
विशेष पुरूष्कार- 1. बुन्देलखण्ड ढपला रमतूला पार्टी दललद घोड़ी सहित, अध्यक्ष श्री गौतम 2. लोक नृत्य शेर प्रस्तुति अध्यक्ष कमलेश चुटेले, 3. श्री सूर्य विजय अखाड़ा, सराफा बाजार, सागर (मलखम्ब), अध्यक्ष  गोठल
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में  प्रभुदयाल पटैल, श्याम तिवारी, विक्रम सोनी, नितिन बंटी शर्मा, शैलेष केशरवानी, जगन्नाथ गुरैया, नीरज गोलू जैन, सुबोध पाराशर, धर्मेन्द्र खटीक, मेघा दुबे, सविता साहू, महेन्द्र राय, प्रतिभा चैबे, हेमंत यादव, चेतराम अहिरवार, प्रशांत जैन, अमित बैसाखिया, संजय दुबे, अखिलेश घोषी, हरेन्द्र खटीक, यश अग्रवाल, दीपक दुबे, विनोद तिवारी, नरेश धानक, राजू घोषी, रविन्द्र वर्मा, हरिनारायण यादव, बलराम घोषी, अजय लम्बरदार, वृन्दावन अहिरवार, सतीश जैन, राजीव जैन, मनीष चैबे, कपिल नाहर, नीलेश जैन, राॅविन यादव, ब्रजेश त्रिवेदी, प्रणव कन्हौआ, श्रीकांत जैन, प्रासुक जैन, पिन्टू बोहरे, विशाल खटीक, रामेश्वर चैबे, डाॅ. ओ.पी. शिल्पी, डब्बू साहू, नंदलाल सचेदवा, ज्ञानचंद कुकरेजा, रानेश ओमरे, रीतेश तिवारी, राजेश सैनी, राजेश ठाकुर, राजीव सोनी, आकाश ठाकुर, दीपेश सोनी, मनोज रैकवार, प्रहलाद पटैल, प्रकाश पटैल, मोनू जैन आदि भाजपा कार्यकर्ता एवं भारी संख्या में शहर धर्मप्रेमी बंधू एवं नागरिक उपस्थित रहे।
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मध्यांचल ग्रामीण बैंक के सेवानिवृत्त कर्मचारियों का प्रदर्शन 21 अक्टूबर को सागर में ,13 जिलों से आएंगे

मध्यांचल ग्रामीण बैंक के  सेवानिवृत्त कर्मचारियों का प्रदर्शन 21 अक्टूबर को सागर में,13 जिलों से आएंगे 
सागर । मध्यांचल ग्रामीण बैंक के  सेवानिवृत्त कर्मचारियों द्वारा अपनी 20 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन 21 अक्टूबर को प्रधान कार्यालय मध्यांचल ग्रामीण बैंक सागर के सामने किया जाएगा। इसमे 13 जिलों के अलावा देश/ प्रदेश के बैंक कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी भी शामिल होंगे।मध्यांचल ग्रामीण बैंक सेवानिवृत्त समन्वय समिति ने आज मीडिया को यह जानकारी दी। संयोजक एस के चोरिसिया,एस एन द्विवेदी सतना, आर एस नायक,एस के टंडन,,ऋषभ जैन,एल के दुबे,के के पाठक, एल एन साहू ने यह जानकारी दी।
        रिटायर्ड कर्मचारियों के अनुसारमध्यांचल ग्रामीण बैंक, 1 नवंबर 2012 को स्टेट बैंक द्वारा प्रायोजित मध्य भारत ग्रामीण बैंक,इलाहाबाद बैंक द्वारा प्रायोजित शारदा ग्रामीण बैंक एवं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा प्रायोजित
रीवा सीधी ग्रामीण बैंक के समामेलन के उपरांत अस्तित्व में आया । समामेलन के तुरंत बाद से
प्रवर्तक बैंक भारतीय स्टेट बैंक द्वारा समामेलित बैंक के अधिकारियों कर्मचारियों के साथ
दुर्भावनापूर्ण कार्यवाही की जाती रही हैं इनमें चाहे वेतन या भत्ता हो, या अन्य देय सुविधाएं सभीमें काट छांट कर आधा अधूरा भुगतान करना स्टेट बैंक प्रबंधन की आदत में शुमार है इसी कड़ीमें 25 अप्रैल 2018 को दशकों की लड़ाई के बाद माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के उपरांतग्रामीण बैंकों में लागू पेंशन योजना के अंतर्गत मध्यांचल ग्रामीण बैंक पेंशन नियम 2018 बनायागया । किंतु मध्यांचल ग्रामीण बैंक प्रबंधन दद्वारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों तथाभारत सरकार एवं नाबार्ड के परिपत्रों व दिशा निर्देशों के साथ साथ समय-समय पर वीडियोकॉन्फ्रेंस के जरिए दिए गए मार्गदर्शन एवं निर्देशों को बलाए ताक रखकर पेंशन निर्धारण में विलंबपर विलंब करते हुए जून 2019 से पेंशन भुगतान प्रारम्भ किया गया, इस तरह आर्थिक क्षतिपहुंचाने का हर समय प्रयास किया गया है । इसी कड़ी में नीचे दिए गए विवरण विवरण केअनुसार माननीय सुप्रीम कोर्ट की मंशा को दरकिनार करते हुए अनावश्यक गतिरोध पैदा करते हुएसमस्याओं का सृजन किया गया है हमारी प्रमुख ज्वलंत समस्याएं जो आनी ही नहीं चाहिए थींबैंक द्वारा जानबूझकर निर्मित की गई है और बैंक प्रबंधन न तो कभी वार्ता के लिए तत्पर होता
है और ना हमारे मांग पत्रों ज्ञापनों पर कोई संज्ञान लेता है । परिणाम स्वरूप हमें आंदोलन कीराह पकड़ना हमारी मजबूरी बन गई है वरना 60 साल से 75 साल तक की उम्र के लोगों को
आंदोलन जैसे मार्ग नहीं भाते हैं ।
ये है मांगें 
1. माह अप्रेल 2018 से माह अप्रेल 2019 की बकाया पेंशन का भुगतान । इसे आज ही
समस्त सेवानिवृत्त साथियों के खातों में अंतरित किया जाये साथ ही विलंबित अवधि हेतु
18% की दर से ब्याज भुगतान किया जाये जैसा कि से. नि. साथियों के ब्रिज लोन पर
बैंक ने बसूल किया है ।
2. पेंशन सारांशीकरण से संबन्धित विस्तृत दिशा निर्देश शीघ्र जारी किये जायें जिसमें अधिकृतचिकित्सकों की सूची, आवेदन पत्र संलग्न हो ।
 3. जिन सेवायुक्तों की पेंशन का निर्धारण हड़ताल या अन्य कारण से की गई वेतन कटौती
के कारण कम किया गया है उसे पेंशन रेगुलेशन 2018 की धारा 36(4) के अनुसार
अद्यतन किया जाये ।
4. माह अप्रेल 2018 एवं इसके बाद सेवानिवृत्त साथियों से 58 से 60 वर्ष के दौरान की EPGo
से प्राप्त पेंशन की बसूली बंद की जाये एवं बसूल की गई राशि वापिस की जाये अन्यथा
इस कटौती के संबंध मे वित मंत्रालय भारत सरकार, नाबार्ड एवं EPFO के निर्देश यदि
कोई हैं तो उनकी की प्रति दी जाये ।
5. पेंशन भुगतान आदेश (PPO) समस्त आवश्यक जानकारी सहित जैसे कि अन्य बैंकों द्वाराजारी किये गये हैं, पुनः जारी किये जायें ।
6. इस्तीफा देने के कारण दिनांक 01-04-2018 को या उसके पश्चात सेवानिवृत्त हुये सेवायुक्तोंको पेंशन विनियम 2018 के नियम 27 के अनुसार पेंशन भुगतान की जाये ।
7. जिन सेवानिवृत्त साथियों से पीएफ़ बैंक अंशदान की राशि EPFO के अभिलेख में दर्शित
राशि से अधिक बसूली गई है उसे वापिस किया जाये ।
8. पेंशन विनियम 2018 के नियम 29 के अनुसार सेवा से पदच्युत, निष्काषित सेवायुक्तों को अनुकंपा पेंशन दी जाये ।
9. पेंशन से की जाने वाली आयकर की कटौती के पूर्व विनियोजन संबंधी जानकारी प्राप्त की
जाये इस हेतु प्रक्रिया तैयार की जाये ।
10. पेंशन गणना में हुई त्रुटियों के संबंध में प्राप्त अभ्यावेदनों का शीघ्र निबटारा किया जाये ।
11. पेंशन विनियम 2018 के नियम 39(1) के अनुसार एसे सेवानिवृत्त साथी जिनकी मृत्यु
प्रभावी दिनांक 01-04-2018 को या उसके पश्चात हुई है, उन्हें भी निर्धारित पेंशन
सारांशीकरण राशि का लाभ दिया जाये ।
12. रिजर्व बैंक एवं नाबार्ड के दिशा निर्देशों का उल्लंघन कर ब्रिज लोन पर 18% ब्याज बसूल
__किया गया है जबकि अन्य बैंकों में 9% से 12% के बीच ब्याजदर रखी गई थी।
13. पेंशन राशि में यदि कोई कटौती की जाती है तो समुचित कारण सहित सूचित किया जाये
14. पेंशन विनियम 2018 के नियम 24(ब) के अनुसार सीधी भर्ती में यदि किसी सेवायुक्त को
उच्चतर आयु सीमा में छूट दी गई है तो उनकी कुल सेवा अवधि की गणना में उक्तनियम के प्रावधानों के अनुसार छूट दी गई आयु के वर्षों को भी जोड़ा जाये ।

15. मध्यांचल ग्रामीण बैंक के पूर्व घटक बैंक शारदा ग्रामीण बैंक, रीवा सीधी ग्रामीण बैंक एवं अन्य ग्रामीण बैंकों के
सेवायुक्तों के समान FPP का भुगतान समस्त सेवायुक्तों को किया जाये चंकि ग्रामीण बैंको में वेतन संरचना एकजैसी ही है।
16. माननीय उच्च न्यायालय एवं माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्णय अनसार उपदान संबंधी स्पष्ट निर्देश का विधिवतपालन अभी तक नहीं किया गया है। प्रत्येक प्रभावित सेवायुक्त को 10 वें वेतनमान के अनुसार गणना कर उपदानराशि न्यायालय के निर्देशानुसार भुगतान की जाये।
17. बैंक के पेंशन फंड ट्रस्ट में कम से कम दो सेवानिवृत्त साथियों को सदस्य बनाया जाये।
18. समस्त रिटायर्ड स्टॉफ एवं उनके परिवार के लिये बैंक बैंक द्वारा ग्रुप मेडिक्लेम पॉलिसी यथाशीघ्र प्रारम्भ कराई जाये
19. I नियम 16 में परिभाषित खंडित सेवा अवधि यदि 6 माह से कम है तो उसे छोड़ दिया जाना है जबकि 6 माह याअधिक की अवधि को 1 वर्ष के पूर्णांक में पेंशन अवधि में गणना में शामिल किए जाने के निर्देश को नजरअंदाज कर6
माह या अधिक अवधि की खंडित सेवाकाल को पेंशन पात्रता गणना में नहीं लिया गया है इसमें सुधार कर सभी
पेंशनरों के 6 माह या अधिक 1 वर्ष से कम खंडित सेवाकाल को 1 वर्ष में पूर्ण अंकित कर बड़े हुए सेवाकाल केअनुसार पेंशन की गणना सुनिश्चित की जाए परिवार पेंशन गणना में स्टेग्नेशन इंक्रीमेंट को मूल वेतन से पृथक करपेंशन का निर्धारण किया गया है जबकि स्टैग्नेशन इंक्रीमेंट मूल वेतन ही है और अर्हक वेतन का भाग है इसमें सुधारकर पेंशन की गणना सुनिश्चित की जाए।
20. नियम 27,28,29, 30 व 31 के अनुसार सेवा पदच्युत, terminated, removed, dismissed सेवायुक्तों को भी
पेंशन/निर्वाह भत्ता का भुगतान प्रारम्भ किया जाय।
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बदला बदला सा इन्वेस्टर समिट

बदला बदला सा इन्वेस्टर समिट 

ब्रजेश राजपूत/सुबह सवेरे में ग्राउंड रिपोर्ट 

तीन साल पहले वो भी अक्टूबर के ही दिन थे जब इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के हाल में सामने बैठे पत्रकारों के सामने उस समय के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दो दिन के इन्वेटस्टर समिट की समाप्ति पर समिट में आये निवेश प्रस्तावों का ब्यौरा दे रहे थे। वो बहुत खुश थे और उससे ज्यादा खुश उनके बगल में बैठे उस वक्त के मुख्य सचिव आर परशुराम थे। अपनी बात खत्म करते करते शिवरात सिंह ने कहा कि निवेशकों को प्रदेश में उदयोग लगाने के लिये बुलाना सतत प्रक्रिया है और अगला इन्वेस्टर समिट इंदौर में ही तीन साल बाद अक्टूबर में होगा। इस बयान पर सामने बैठै हम पत्रकारों का चौंकना स्वाभाविक था क्योंकि तीसरे और चौथे समिट के बीच में था विधानसभा 2018 का चुनाव। जिसमें पंद्रह साल से सरकार संभाल कर बैठी बीजेपी को चुनौती मिलना तय थी मगर लंबे समय से प्रदेश की पहचान बन चुके मुख्यमंत्री शिवराज सिहं ये मानने को तैयार नहीं थे और ये उनका आत्मविश्वास बोल रहा था कि अगला समिट वही करवायेंगे। जब हममें से किसी पत्रकार ने पूछा भी कि अगली समिट के मेजबानी भी वही करेंगेे तो उनका जबाव था कि जरूर मैं ही रहूंगा और आपको भरोसा क्यों नहीं हो रहा। हम सब शिवराज सिंह के इस आत्मविश्वास पर दंग रह गये और मानकर ही इंदौर से लौैटे थे कि अगले तीन साल बाद हम जब फिर यहंा आयेंगे तो इन्वेस्टर समिट इससे भी भव्य होगा ओर उसे शिवराज सिंह ही करायेंगे। 
मगर सब कुछ वैसा नहीं होता जैसा हम चाहते हैं इसी का नाम वक्त है। इन तीन सालों में सब कुछ बदल गया था। हम सारे पत्रकार अक्टूबर 2019 में इंदौर के बिलियंट कनवेंशन हाल के उसी कमरे में बैठे थे। जहंा तीन साल पहले शिवराज सिंह पत्रकार वार्ता कर रहे थे। अब एक दिन के इन्वेस्टर समिट के बाद पत्रकार वार्ता हो रही थी, हम सवाल पूछने वाले वही थे मगर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने वाले बदल गये थे। वहंा अपने विशेप अंदाज यानिकि एक पैर पर दूसरे पैर को आडा रख कर बैठे हुये थे मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनकी बगल में थे मुख्य सचिव सुधीरंजन मोहंती। बातें वहीं निवेश की हो रही थी सवाल वही पूछे जा रहे थे हां जबाव थोडे बदले हुये थे जिनमें उम्मीदें कम सच्चाई ज्यादा दिख रही थी। 
इस बार की समिट बदली बदली दिखी। पिछले आयोजनों में जो भव्यता और भीड दिखती थी वो इस बार गायब थी। कम लोगों को बुलाया गया था जो काम के थे। जनसभा आमसभा और मेला जैसी अनुभूति सम्मेलन स्थल के बाहर से लेकर अंदर मुख्य हाल में भी नहीं दिख रही थी। हंा  दो तीन पंडालों में कुछ प्रदर्शनियां जरूर लगायीं गयी थी जिसमें प्रर्दशनी लगाने वाले ज्यादा और देखने वाले कम थे। मीडिया सेंटर में भी पिछले आयोजनों जैसी भीड नहीं उमडी थी मीडिया का ख्याल रखने वाले अफसर भी बेफ्रिकी में ही दिखे उनका मकसद पत्रकारोें तक वहंा पहचाना ही था बाद की वो ही जानें। किसी प्रकार की जानकारी फोल्डर किताबें पेन पेंसिल से उनका लेना देना नहीं था। इस बेफिक्री की वजह है सरकार के मुखिया कमलनाथ जो मीडिया को जरूरत के मुताबिक ही भाव देते हैं पिछली सरकार के वक्त जैसी दादागिरी मीडिया संस्थानों की होती आयी है वो इस बार गायब रही। अखबारों के बाहर के विज्ञापनों के जैकेट और पैकेट कम नजर आये। वरना पिछली समित के पंडालों में तो छोटे से छोटे अखबार भी विज्ञापनों के भरे रहते थे और पूरी समिट में यहंा वहां बिखरे पडे रहते थे। कभी उनको देखकर दुख भी होता था कि कैसी जनता की गाढी कमाई से विज्ञापनों की गंगा गोदावरी बहायी जा रही है। 
पिछले सम्मेनलों में दूर दराज से आये निवेशक तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह की सहज सरल छवि को देखकर मुग्ध हो जाते थे। उनके लंबे लंबे दिल को छू लेने वाले संबोधनों में जमकर तालियां बजती थीं। निवेशक मंच से ही बडे बडे निवेश घोपणाओं का ऐलान वैसे ही भावुक होकर करते थे जैसा शिवराज जी का भापण होता था और इधर हम सामने बैठे समझते थे कि अब तो मध्यप्रदेश स्वर्णिम होकर ही रहेगा रोजगार की नदियां बह जायेंगी और हमारे अपने बच्चों को नौकरी करने पुणे बेंगलूर जाने से मुक्ति मिलेगी मगर ये चौथा बडा समिट था जिसके बाद हम समझे कि वाायदे करने और निभाने में बडा फर्क होता है। उन सम्मेलनों में किये गये निवेश के वायदों  में से सिर्फ 25 फीसदी ही धरातल पर उतरे मगर किसान पुत्र शिवराज सिंह से अलग हैं कारोबारी कमलनाथ। कमलनाथ शिवराज के लच्छेदार भापणों के उलट कम बोलते हैं तार्किक बोलते हैं उनके बोलने से उनकी गहराई और दुनियावी समझ का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस सम्मेलन में आये निवेशक या उदयोगपतियों को वो बहुत पहले से जानते थे उनमें से कईयों से उनके व्यक्तिगत रिश्ते हैं अधिकतर निवेशक उनके कहने पर ही आये थे कुछ ने मंच से उनके काम करने की शैली पर भी टिप्पणी की इंडिया सीमेंट के श्रीनिवासन ने कहा कि कमलनाथ के पास समय कम होता है वो बहुत व्यस्त रहते हैं मगर अच्छे आइडिया और कामों के लिये वो हमेशा समय देते हैं। ये सरकार इस तेजी से हम उदयोगपतियों के लिये काम कर रही है कि हम दबाव में हैं हम बोलते हैं और वो तय कर देते हैं हम मांगते हैं वो दे देते हैं ऐसा कमलनाथ की लीडरशिप में ही हो सकता है। खैर इस समिट के बाद कमलनाथ ने कई बार पूछने पर भी नहीं बताया कि कितने लाख करोउ रूप्ये का निवेश प्रदेश में आयेगा। वो बार बार यही कहते रहे कि निवेशक सरकार पर भरोसा करें प्रदेश में पैसा लगाने की सोचंे हम ऐसा माहौल बनाना चाह रहे हैं क्योंकि विश्वास के माहौल में ही निवेश आयेगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा। इंदौर से भोपाल लौटने पर फिर उम्मीदें उफान पर हैं। उम्मीद कर रहे हैं कि अगले समिट को जब फिर इंदौर जायेगे तो इंदौर भोपाल के रासते के दोनों और गुजरात सरीखे कारोबार पनपें दिखें तो ही ये कमलनाथ और ऐसे समिटों की सफलता है वरना सिर्फ दावे और वायदे करने के लिये जनता के करोडों रूप्ये क्यों उडाये जा रहे हैं सालों से। 
ब्रजेश राजपूत,
भोपाल
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ट्रक और आपे वाहन की भीषण टक्कर,चालक की मौत, जेसीबी की मदद से निकला वाहन

ट्रक और आपे वाहन की भीषण टक्कर,चालक की मौत, जेसीबी की मदद से निकला वाहन
 सागर । सागर -जबलपुर सड़क मार्ग पर परसोरिया - सानौधा थाना अर्न्तगंत पुराई की तलाई के  सागर से जबलपुर तरफ जा रहे ट्रक क्रमॉंक एम पी 09 जी एच जी 3185 के चालक ने सामने से आ रहे छोटा हाथी आपे क्रमाँक एम पी 09 जी एच 4579 जोरदार टक्कर मार दी। जिससे छोटा हाथी का चालक अपने ही वाहन में बुरी तरह फसं गया और मौके पर ही मौत हो गई।वही ट्रक चालक मौके पर ही ट्रक छोड़कर फरार हो गया।
         वही सूचना मिलते ही सानौधा पुलिस मौके पर पहुंच कर पंचनामा कार्यवाही कर शव को जेसीबी की मदद् से निकाल कर जिला अस्फताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।अौर वही मृतक की तलाशी के दौरान मिले दस्तावेज से मृतक की शिनास्त सदींप यादव पिता महेश यादव इन्दौर के रुप में हुई है।पुलिस द्वारा मृतक के परिजनों को मोबाईल पर सूचना दे दी है।वही पुलिस ने अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ धारा 304A मोटर व्हीकल एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी चालक की तलाश शुरु कर दी है।वही घटना स्थल से गुजर रहे नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के पुत्र अभिषेक भार्गव भी वहाँ रूक कर जेसीबी बुलाई।
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