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उप संचालक लोक शिक्षण ने हिलगन उ.मा. वि. का किया निरीक्षण,व्यवस्थाएं सुधारने दिए निःर्देश

उप संचालक लोक शिक्षण ने हिलगन उ.मा. वि. का किया निरीक्षण,व्यवस्थाएं सुधारने दिए निःर्देश
सागर । उप संचालक लोक षिक्षण सागर संभाग श्री एचएन नेमा एवं एमएस गौर ने शा.उ.मा. वि. हिलगन का निरीक्षण कर कक्षा 10वी. 12वीं का परीक्षा परिणाम सुधारने के निर्देष दिये। उन्होंने प्रभारी प्राचार्य श्री राममिलन मिश्रा को निर्देष दिये कि कक्षा 10वीं 12वीं की प्रतिदिन अवकाष के दिन सहित रेमीडियल कक्षाएं लगाई जायें एवं कक्षा 9वीं 11वीं के वार्षिक पेपर के पूर्व दिन अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर विषय के बारे में सूक्षमता से अध्ययन करायंे।
       उन्होंने विद्यालय के निर्माणधीन भवन का भी अवलोकन किया। उन्होंने संबंधित ठेकेदार को कार्य शीघ्र गति से करने के निर्देष दिये। विद्यालय के शौचालयों की साफ-सफाई सुनिष्चित करवाने के निर्देष दियेे। इस अवसर पर श्रीमती नीति अवस्थी एवं अरिवन्द्र गोस्वामी सहित शाला का स्टाॅफ उपस्थित था।   
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कलेक्टर ने समय सीमा में सेवाएं न देने पर दो अधिकारियों पर लगाया अर्थदण्ड

कलेक्टर ने समय सीमा में सेवाएं न देने पर
 दो अधिकारियों पर लगाया अर्थदण्ड
सागर । मध्यप्रदेष लोकसेवाओं के प्रदाय की गारंटी अधिनियम 2010 अंतर्गत में निर्धारित समय सीमा में शासन की सेवाएं प्रदाय न करने पर कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने 2 अधिकारियों पर शास्ति अधिरोपित की है। उन्हांेने संबंधित अधिकारियों को  आदेषित किया है कि शास्ति की राषि जमा कर चालान की एक प्रति कलेक्टर कार्यालय में जमा कराना सुनिष्चित करें।
जिन अधिकारियों पर अर्थदण्ड आरोपित किया है उनमें नायब तहसीलदार सुरखी  वैभव बैरागी पर 1250 रूपये की शास्ति अधिरोपित की गई है। श्री बैरागी द्वारा 5 आवेदकों को स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र जारी करने में एक दिवस का विलंब किया गया था। इसी प्रकार शाहगढ़ के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री व्हीएन शर्मा द्वारा 3 प्रकरणों में एक दिवस विलंब से सेवाएं दी गई थी। श्री शर्मा पर पर 750 रूपये की शास्ति अधिरोपित की गई है। उक्त अधिकारियों पर 250 रूपये प्रतिदिन प्रति प्रकरण के हिसाब से अर्थदण्ड लगाया गया है। कलेक्टर द्वारा स्वप्रेरणा से उक्त प्रकरणों को द्वितीय अपील में लिया गया था।
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जन सुनवाई व्यवस्था में गुणात्मक परिवर्तन हेतु सीएम को लिखा पत्र, कांग्रेस सचिव पवनघुवारा ने

जन सुनवाई व्यवस्था में गुणात्मक परिवर्तन हेतु सीएम को लिखा पत्र, कांग्रेस सचिव पवनघुवारा ने 
सागर। प्रदेश में मंगलवार जनसुनवाई व्यवस्था मे सुधारत्मक सुझाव के साथ भेजे निवेदन पत्र पर  कांग्रेस के पदेश सचिव पवनघुवारा ने  बताया कि विगत पन्द्रह वर्षों के लंबे अंतराल से जिला प्रशासनों द्वारा जनसुनवाई की जा रही है जिसमें प्रशासन कभी-कभी ब्लाॅक स्तर से लेकर पंचायत स्तर तक उक्त जन सुनवाई करते आ रहे है अन्य माध्यम से हल करने के प्रयास साथ ही आॅनलाइन  सी.एम.हेल्पलाइन आदि सुविधाऐ भी है , लेकिन क्या कारण है कि इतने वषों से जनसुनवाई के चलते साथ-साथ अन्य माध्यमों से भी जनशिकायतों का निराकरण किया,  परन्तु शिकायती आवेदनों में कमी नजर नहीं आ रही है, आम तौर पर देखा जाता है जब भी कोई मंत्री या बड़ा जिम्मेदार जनप्रतिनिधि जनता के बीच पहुचंते है तो अधिकतर आज भी सैकड़ो नहीं, हजारों की संख्या में आवेदन लिये रहते हैं और देने के लिये विवश है यह विषय निश्चित ही विचारणीय है,अतःमुख्यमंत्री मा.श्री कमलनाथ जी के पास प्रदेश कांग्रेस सचिव पवनघुवारा (भूमिपुत्र) ने सुझाव पत्र भेजकर निवेदन किया कि जन सुनवाई में  प्रशासनिक /गुणात्मक/ धनात्मक/सार्वभौमिक/ व्यवास्थात्मक परिवर्तन हो सकें, चूंकि प्रत्येक माह मेअधिकतर चार मंगलवार  जिसका वर्गीकरण बिन्दुबार इस प्रकार से पत्र मे सुझावात्मक अनुरोध किया है कि
★प्रथम मंगलवार को(प्रशासनजुनसुनवाई )कलेक्टर द्वारा यथावत रहें टीप सहित जिला प्रशासन में विधिवत कार्यवाही हेतु अग्रेषित रहे।
 ★द्वितीय मंगलवार को (जनसुनवाई)जिस दल का शासन हों उस दल के जिला अध्यक्ष/ब्लाॅक अध्यक्ष/प्रदेश प्रतिनिधि/शासन से अधिकृत प्रतिनिधि की उपस्थित में प्राप्त आवेदनों को अपनी टीप सहित विधिवत कार्यवाही हेतु अग्रेषित करें।
★तृतीय मंगलवार को(सासंद जनसुनवाई)  सांसद द्वारा जनसुनवाई मे प्राप्त आवेदनों पर अपनी टीप लगाकर प्रशासन में  विधिवत कार्यवाही हेतु अग्रेषित करें।
★चतुर्थ मंगलवार को (विधायक जन सुनवाई) ओर विधानसभा बार विधायक जन प्राप्त आवेदनों पर अपनी टीप लगाकर प्रशासन में विधिवत कार्यवाही हेतु अग्रेषित करें। 
गोरतलब है सुझाव मे यह भी उल्लेखनीय है  कि शासन स्तर पर जन सुनवाई अभी जिस प्रकार से शासन /स्थल आदि की व्यवस्था और प्राप्त आवेदनों को कम्प्यूटरीकरण पंजीकरण की व्यवस्था जो वह यथावत सभी मंगलवार को रहे केवल व केवल आवेदनो पर टीप अंकित करने आदरणीय जी, माननीय जी, श्रीमान् जी क्रमशः ही बदले जायें। ताकि शासनात्मक कार्यवाही से जनता को समूचित व्यवस्थागत लाभ मिल सके , साथ ही पत्र मे यह भी उल्लेखित है कि जिससे जिलो मे प्रशासन का भारी भरकम समय भी बच सकता है तदैव यह  प्रशासनिक समय का निश्चित अन्य जनयोजनाओं को कारगर साबित करने में महत्वपूर्ण कारगर होगा ,वही सांसद / विधायक/शासक दल भी साल के क्रमशः12 मंगलवारो के माध्यम से जन और प्रशासन की एक महत्वपूर्ण कड़ी में जन निर्धारण सहयोगी एवं सांसद,विधायक स्वेच्छानिधियों का भी सही समय पर जनभावनाओं के बीच उपयोग,उपलब्धता सुगमता से हो सकेगी और कार्य में पारदर्शिता होगी और प्रशासन/शासन को जनहितार्थ कार्य करने में भी काफी आसानी रहेगी पवनघुवारा ने निवेदन किया कि जनसुनवाई को इस प्रकार से वर्गीकरण कर यदि प्रत्येक मंगलवार सुनवाई होती है तो प्रजातंत्र में शासन/प्रशासन और लोकतंत्र का समुचित जन लाभ हो सकता है।
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थर्मलपावर प्लांट्स में कोयले की फ्लाई ऐश के उपयोग पर कार्यशाला 13 फरवरी को

थर्मलपावर प्लांट्स में कोयले की फ्लाई ऐश के उपयोग पर कार्यशाला 13 फरवरी को
भोपाल।थर्मल पावर प्लांट्स में कोयले के जलने से प्राप्त सह उत्पाद (फ्लाई ऐश) के उपयोग पर केन्द्रित तीन दिवसीय संगोष्ठी 13 से 15 फरवरी तक आयोजित की जायेगी। Public Works Department, Madhya Pradesh एवं Department of Environment, Madhya Pradesh मंत्री श्री सज्जनसिंह वर्मा 13 फरवरी को संगोष्ठी के शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नवकरणीय ऊर्जा  मंत्री हर्ष यादव करेंगे।

होशंगाबाद रोड स्थित एएमपीआरआई (एडवांस्ड मटेरियल्स एण्ड प्रोसेसेस रिसर्च इंस्टीट्यूट) के ऑडिटोरियम में आयोजित होने वाली इस संगोष्ठी में फ्लाई ऐश के उपयोग पर गहन विचार-विमर्श किया जायेगा। खासतौर पर सीमेंट, ईंट, सड़क निर्माण, बाँधों, फ्लाई ओवर्स, बंजर भूमि के सुधार, खानों के भराव और आवासीय एवं औद्योगिक भवनों के निर्माण में इस्तेमाल की संभावनाओं तथा उसके क्रियान्वयन पर चर्चा की जायेगी।संगोष्ठी के समापन सत्र के मुख्य अतिथि खनिज साधन मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल रहेंगे।
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आम आदमी पार्टी की जीत का भोपाल कनेक्शन @ब्रजेश राजपूत

आम आदमी पार्टी की जीत का भोपाल कनेक्शन
@ब्रजेश राजपूत

भोपाल। दिल्ली चुनावों में आम आदमी पार्टी की जीत का एक भोपाल कनेक्शन भी है. जंगपुरा से आप के उम्मीदवार प्रवीण कुमार भोपाल के रहने वाले है और उनकी पढ़ायी लिखायी भोपाल में ही हुयी है, भोपाल से बी एस सी और एम बी ए करने के बाद प्रवीण नोकरी करने दिल्ली गये और वहीं के हो गए. नोकरी तो छोटी मोटी की मगर वो अन्ना आंदोलन के दोरान आम आदमी पार्टी से जुड़ गए और पिछले चुनाव में उनको जंगपुरा से आप की टिकट मिली और वो विधायक बने. 
भोपाल के पुल बोगदा पर उनके पिता पी एन देशमुख की पंचर बनाने की बहुत छोटी सी दुकान है, प्रवीण के पिता पी एन देशमुख अपने परिवार का गुज़ारा इसी दुकान से करते हें. प्रवीण पाँच साल एम एल ए रहे मगर ये दुकान ऐसी ही हे इसमें कोई बदलाव नहीं आया. उनके पिता आज भी सुबह से शाम तक इसी दुकान पर मेहनत करते रहते हें. चुनाव के दौरान वो यहीं थे मगर परिणाम वाले दिन वो अपने बेटे और बहु के पास दिल्ली चले गये. आज प्रवीण ने फेसबूक पर अपने माँ और पिता के पर छूते हुए फोटो डाली हे और कहा की अब मुझे जीत का आशीर्वाद मिल गया है.
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बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए महात्मा गांधी के आदर्शों को बुनियादी शिक्षा की जरूरत

बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए महात्मा गांधी के आदर्शों को बुनियादी शिक्षा की जरूरत
सागर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150 वीं जयंती वर्ष के अवसर पर बीटीआईई कॉलेज में "वर्तमान परिप्रेक्ष्य में गांधीजी की  बुनियादी शिक्षा की भूमिका" पर सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम मुख्य वक्ता कांग्रेस प्रवक्ता डॉ संदीप सबलोक एवं विशिष्ट वक्ता के रूप में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक के शिक्षा शास्त्री डॉ डी पी सिंह की उपस्थिति रही। अध्यक्षता डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय बायो टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर डॉ सुबोध कुमार जैन ने की। आभार संस्था के प्राचार्य डॉ राजू टंडन ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में आमंत्रित अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं पूजा-अर्चना कर सेमिनार का विधिवत शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत कॉलेज प्रिंसिपल डॉ राजू टंडन डॉ महेश कठल यशवंत शर्मा आदि ने किया। कार्यक्रम के अंत में संस्था के प्राचार्य डॉ राजू टंडन द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह शाल एवं श्रीफल से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन ने हुमा खान ने किया।
सेमिनार में डॉसबलोक ने कहा कि वर्तमान समय में महात्मा गांधी के आदर्शों को बुनियादी शिक्षा के रूप में अंगीकार करने की बेहद आवश्यकता है। आज समाज देश और दुनिया जिस हिंसक दौर से गुजर रही है ऐसे समाज के ताने-बाने को जोड़े रखने के लिए महात्मा गांधी की अहिंसा की शिक्षा बुनियादी जरूरत के रूप में सामने आती है। यही एक ऐसा हथियार है जिसने इस देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद कराने के बाद शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में भारत को स्थापित किया है। 
 इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक के शिक्षा शास्त्री डॉ डीपी सिंह ने कहा कि शिक्षा समाज की मूलभूत आवश्यकता है जिसके बिना समाज के ढांचे को मजबूत नहीं किया जा सकता और यही मजबूत राष्ट्र की भी बुनियाद है। उन्होंने कहा कि शिक्षा को रोजगार से जोड़ने की वकालत भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने की थी और स्वदेशी आंदोलन के द्वारा जनता को स्वावलंबन और स्वयं के रोजगार से जोड़ने का काम किया था।
अध्यक्षीय उद्बोधन में बायो टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर डॉ सुबोध जैन ने कहा कि गांधी एक ऐसा विचार और दर्शन है जिसमें भारत की आत्मा बसती है। उन्होंने कहा कि खादी के माध्यम से स्वदेशी और स्वावलंबन का आंदोलन आज लोगों का फैशन बन रहा है और लोग इस स्वदेशी भावना के साथ एक बार फिर खादी को अपनाने लगे है।
 कार्यक्रम में महाविद्यालय शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति बड़ी संख्या में रही जिनमें प्रमुख रूप से साबिर आजाद अंजली कुमारी रेखा केशरवानी हितेश पटेल डॉ सुरेश  कोरी अलका असाटी मधु सिंह आकाश  राकेश सेन ज्योति सिंह रिचा ठाकुर भूपेंद्र पांडे अपर्णा पांडे रितु दवे सुमन चौरसिया प्रीति पटेल रामकरण रजक  केके तिवारी मनोज जैन शामिल रहे।        
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