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कक्षा 10 वी और 12 वी की बोर्ड परीक्षाओं की कापियां घर से जांचने के सम्बंध में दिशा निःर्देश जारी किये मंडल ने

कक्षा 10 वी और 12 वी की बोर्ड परीक्षाओं की कापियां घर से जांचने के सम्बंध में दिशा निःर्देश जारी किये मंडल ने

सागर । मण्डल द्वारा आयोजित हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी परीक्षा एवं अन्य मुख्य परीक्षायें वर्ष 2020 की अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं का गृृह मूल्यांकन कराये जाने संबंधी माध्यमिक शिक्षा मण्डल मध्यप्रदेष सचिव द्वारा आदेश प्रसारित किये गये है। देश में नोवेल कोरोना के संक्रमण से बचाव हेतु केन्द्र सरकार द्वारा दिनांक 03 मई 2020 तक पूर्ण रुप से लॉकडाउन घोषित किया गया है। प्रतिवर्ष मण्डल की परीक्षाओं से संबंधित अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य प्रत्येक जिले में निर्धारित मूल्यांकन केन्द्र पर मूल्यांकनकर्ताओं को आमंत्रित कर संपादित किया जाता रहा है। वर्तमान परिस्थितियों में कोरोना वाइरस के संकमण के कारण देशव्यापी लॉक डाउन एवं सोशल डिस्टेन्सिंग नियमों का पालन करते हुये केन्द्रीकृत मूल्यांकन कराया जाना संभव प्रतीत नहीं होता है। नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु वर्तमान में परिस्थितियों की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुये मण्डल के प्रस्ताव पर मध्यप्रदेश शासन, स्कूल शिक्षा विभाग, मंत्रालय, वल्लभ भवन, भोपाल की सहमति के उपरान्त माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित परीक्षायें वर्ष 2020 की अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं का 20 अप्रैल  के पश्चात् गृह मूल्यांकन कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
गृह मूल्यांकन व्यवस्था से लॉक डाउन में मूल्यांकनकर्ता शिक्षकों के समय का सदुपयोग किया जा सकेगा , ताकि लॉक डाउन समाप्ति उपरान्त न्यूनतम समय में शेष परीक्षायें एवं मूल्यांकन कार्य संपादित करते हुये यथाशीघ्र परीक्षा परिणाम घोषित किया जा सकेगा । गृह मूल्यांकन हेतु जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन, पर्यवेक्षण में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा पंजीकृत मूल्यांकनकर्ताओं को दिनांक 02 से 17 मार्च 2020 तक संपादित परीक्षाओं के प्रथम चरण की अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकायें जिलें के समन्वयक संस्था प्राचार्य, मूल्यांकन अधिकारी के माध्यम से दिनांक 22 से 25 अप्रैल 2020 के मध्य वितरित कराई जावेंगी ।

सागर के कन्टेनमेट क्षेत्र की पुलिस द्वारा ड्रोन कैमरे से निगरानी, बाहर घूमते मिला तो कार्यवाही

 जिला कलेक्टर द्वारा संपूर्ण व्यवस्था के पर्यवेक्षण हेतु एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जावेगा । जिले में कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुये प्राचार्य, मूल्यांकन केन्द्राधिकारी द्वारा अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाय , आदर्श उत्तर , प्रश्न - पत्र एवं मूल्यांकन हेतु जारी संशोधन पत्रक (प्रश्न-पत्र, आदर्श उत्तर में त्रुटि सुधार के आदेश) मूल्यांकनकर्ताओं को निम्न मार्गदर्शी सिद्धांतो की प्राथमिकता के क्रम में सोशल डिस्टेन्सिग के नियमों का पालन सुनिश्चित करते हुये वितरित किया जावे (अ) निश्चित तिथि व समय पर मूल्यांकनकर्ताओं को मूल्यांकन केन्द्र अथवा विकाखण्ड मुख्यालय पर आमंत्रित करते हुये । अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं को जिले में स्थित संकुल केन्द्रों पर बंद वाहन के माध्यम से पंहुचा कर निश्चित तिथि व समय पर मूल्यांकनकर्ताओं को संकुल पर आमंत्रित करते हुये । अपरिहार्य परिस्थितियों में मूल्याकनकर्ता के निवास स्थान पर बद वाहन एवं जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा नियुक्त ध् मूल्यांकन केन्द्र के अमले के माध्यम से उपलब्ध कराते हुये । ( द ) जिले में नोवेल कोरोना वाइरस के के संकमण की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुये उपरोक्त तीनों विकल्प में से जिला कलेक्टर उचित विकल्प का चयन करेंगे । तीनों विकल्प में से किसी भी विकल्प के माध्यम से मूल्यांकनकर्ताओं को उत्तरपुस्तिकायें वितरण ध् प्राप्त करने के लिये तिथि व समय का चयन इस प्रकार किया जाये की सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का कड़ाई से पालन हो सके । दिनांक 20 अप्रैल 2020 के पश्चात ग्रीन जोन में वर्गीकृत जिलें जिसमें एक भी कोरोना पॉजीटीव प्रकरण नहीं पाये गये है , ऐसे जिलों में जिला कलेक्टर कोरोना संकमण की अद्यतन स्थिति की समग्र रुप से समीक्षा उपरान्त यदि केन्द्रीकृत मूल्यांकन कराये जाने हेतु अनुकूल परिस्थितियां पाते है तो भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा जारी किये गये दिशा - निर्देशों का पालन ( मूल्यांकन केन्द्र पर धर्मल स्कीनिंग , सेनेटाईजेशन एवं सोशल डिस्टेसिंग संबंधी निर्देशों का पालन करते हुये ) मण्डल प्रशासन से विचार - विमर्श उपरान्त केन्द्रीकत मूल्यांकन संबंधी अंतिम निर्णय ले सकेंगे ।  

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अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकायें मूल्यांकनकर्ताओं को विकासखण्ड मुख्यालय, संकुल केन्द्र, निवास तक रुट चार्ट बनाकर चार पहिये वाहन से उपलब्ध, वापस प्राप्त की जावे । अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकायें वितरण एवं मूल्यांकन उपरांत प्राप्त करने हेतु जिले के प्राचार्य,  मूल्यांकन अधिकारी को एम . पी . टूरिजम अथवा कलेक्टर की निर्धारित दरों पर ( जो भी कम हो ) टाटा सूमो ध् बोलेरो आदि बंद वाहन ( जिसमें उत्तरपुस्तिकाओं की संपूर्ण सुरक्षा एवं गोपनीयता बनी रहे ) किराये पर लेने की अनुमति होगी । शासकीय वाहन की उपलब्धता होने की दशा में उनका भी उपयोग किया जा सकेगा । प्रत्येक प्राचार्य ध् मूल्यांकन केन्द्राधिकारी को वाहन व्यवस्था हेतु राशि रुपये 50000 ध् - अग्रिम के रुप में प्रदाय की जा रही है, जिसका समायोजन देयक प्रस्तुत किये जाने पर किया जावेगा । अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकायें वितरण एवं मूल्यांकन उपरांत प्राप्त करने हेतु प्रत्येक वाहन में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा नियुक्त अथवा मूल्यांकन केन्द्र का एक अधिकारी, कर्मचारी, उप मुख्य परीक्षक एवं एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को भेजा जाना सुनिश्चित किया जाये । मूल्यांकनकर्ताओं को अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाये वितरण एवं मूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं का सील्ड इण्डल प्राप्त करने का कार्य सहायक मूल्यांकन अधिकारी एवं स्ट्रांग रुम में नियुक्त कर्मचारी द्वारा मूल्यांकन केन्द्र पर किया जावेगा । प्रत्येक मूल्यांकनकर्ता को मूल्यांकन हेतु एक बार में हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी की न्यूनतम 450 अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं के सील्ड बण्डल प्रदाय किये जाये । मूल्यांकनकर्ता द्वारा उक्त उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य यथा संभव 10 दिवस में पूर्ण किया जाकर मूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं का अण्डल मूल्यांकन केन्द्र की टीम या मूल्यांकन केन्द्र पर जमा किया जावे । मूल्याकनकर्ताओं को प्रदाय की गई ।

अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं का बिना होलो कापट स्टीकर हटाते हुये गृह मूल्यांकन कार्य किया जाना है । मूल्यांकन उपरान्त मूल्यांकन केन्द्र पर उपमुख्य परीक्षक के समक्ष संबंधित मूल्यांकनकर्ता द्वारा ओ . एम . आर . शीट में अंको की प्रविष्टि की जावेगी । किसी भी उत्तरपुस्तिका का होलोकापट स्टीकर क्षतिग्रस्त पाये जाने पर मूल्यांकनकर्ता के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी ।  मूल्यांकन केन्द्राधिकारी द्वारा अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकायें प्रदाय करते समय किसी भी स्थिति में किसी भी केन्द्र के बण्डल को खोलकर अलग - अलग वितरित नहीं किया जावे । विशेष स्थिति में 450 से अधिक उत्तरपुस्तिका का बण्डल होने पर अतिरिक्त उत्तरपुस्तिकाओं के मान से अतिरिक्त समय भी दिया जाये ।

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एक केन्द्र की एक विषय की उत्तरपुस्तिका एक ही मूल्यांकनकर्ता को दी जावे । यदि किसी केन्द्र की एक विषय की उत्तरपुस्तिका का बण्डल निर्धारित संख्या 450 से कम होने पर उक्त संख्या के मान से अन्य केन्द्रों की अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिका के बण्डल दिये जावे । मूल्यांकनकर्ताओं के पर्यवेक्षण के लिये केवल उपमुख्य परीक्षक, सुपरवाईजर की नियुक्ति की जाना है । उपमुख्य परीक्षक, सुपरवाईजर द्वारा निम्न कार्यवाही सुनिश्चित की जावेगी ( ) मूल्यांकन केन्द्र के स्ट्रांग रूम से अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकायें प्राप्त कर मूल्यांकनकर्ताओं को निर्धारित प्रकिया के तहत् वितरित करना एवं मूल्यांकन उपरान्त प्राप्त उत्तरपुस्तिकाओं के अनुसार मूल्यांकन केन्द्र पर संबंधित मूलयांकनकर्ता से ओ . एम . आर शीट में अंक प्रविष्टि कराना व अन्य आवश्यक कार्यवाही उपरान्त स्ट्रांग रूम में जमा करना । मूल्यांकन उपरान्त ओ . एम . आर . शीट में अंक प्रविष्टि कराते समय यह सुनिश्चित करना की किसी भी उत्तरपुस्तिका होलोकापट स्टीकर क्षतिग्रस्त या फटा हुआ न हो । प्रत्येक केन्द्र की 10 प्रतिशत उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य । ( स ) कोई भी प्रश्न उत्तरपुस्तिका में अमूल्यांकित नहीं रह गया है । ( द ) मूल्यांकनकर्ता द्वारा ओवर राईटिंग पर हस्ताक्षर किये है । ( इ ) जिन छात्रों की फाईल काउन्टर फाईल में 00 या 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त उत्तरपुस्तिकाओं का पुनः परीक्षण करना । ( ई ) उत्तरपुस्तिका के अनुक्रमांकों में कांट - छांट होने की स्थिति में ओ . एम . आर , शीट्स में अंक तो नहीं भरे गये एवं ऐसी मूल उत्तरपुस्तिकायें पृथक से मूल्यांकन अधिकारी को जमा करना । उत्तरपुस्तिकायें वितरण, प्राप्त करने संबंधी कार्य में संलग्न समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मॉस्क पहनना एवं सोशल डिस्टेन्सिग के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा । मूल्यांकन उपरान्त ओ . एम . आर शीट्स मण्डल मुख्यालय में जमा करने संबंधी निर्देश मूल्यांकन अधिकारी को पृथक से प्रदाय किये जावेगा । राज्य में लोक स्वास्थ एवं लोकहित में नोवेल कोरोना वाइरस के संक्रमण से बचाव एवं वर्तमान में देशव्यापी लॉक डाउन को दृष्टिगत रखते हुये गण्डल के आदेश कमांक ध् 36 ध् गोपनीय - समन्वय ध् 2020 भोपाल , दिनांक 17 . 03 . 2020 द्वारा मण्डल परीक्षायें 2020 के ऑनलाईन अंक मंगाये जाने संबंधी व्यवस्थायें अन्य आदेश तक स्थगित रहेगी ।

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मूल्यांकन अधिकारी द्वारा अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं के वितरण एवं मूल्यांकन उपरांत प्राप्ति का प्रतिवेदन निर्धारित प्रपत्र में प्रतिदिन ईमेल पर अनिवार्यतः उपलब्ध कराया जाये ।  मूल्यांकनकर्ताओं को अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकायें प्राप्त करने से लेकर मूल्यांकन उपरान्त मूल्यांकन केन्द्र, प्रतिनिधि को जमा करने तक निम्न दायित्व होगा ( अ ) उत्तरपुस्तिकाओं की सुरक्षा एवं गोपनीयता बनाये रखना । इस हेतु अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिका प्राप्त करते समय संलग्न निर्धारित प्रपत्र में घोषणा - पत्र भरकर प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा । ( ब ) प्रत्येक मूल्यांकनकर्ता द्वारा अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिका प्राप्त करने से लेकर मूल्यांकन उपरान्त जमा करने तक उत्तरपुस्तिकाओं में लगे होलोकाफ्ट स्टीकर को नहीं खोलेंगे अर्थात बिना होलोकापट स्टीकर हटाये मात्र उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन कार्य किया जायेगा । उत्तरपुस्तिकाओं को घर में अलमारी, बॉक्स में ताला लगाकर सुरक्षित स्थान पर रखना । उत्तरपुस्तिकाओं पर किसी भी प्रकार के दाग - धब्बे, विरुपण आदि से बचाना । उत्तरपुस्तिकाओं की फोटाकॉपी वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी पूर्णतः वर्जित है । कोई भी प्रकरण संज्ञान में आने पर संबंधित मूल्यांकनकर्ता पर वैद्यानिक कार्यवाही की जावेगी । ( ई ) जितनी संख्या में उत्तरपुस्तिकायें मूल्यांकनकर्ता द्वारा प्राप्त की गई है उतनी ही संख्या में वापस किये जाने का दायित्व संबंधित मूल्यांकनकर्ता का होगा । ( फ ) उत्तरपुस्तिकाओं के बण्डल में कम उत्तरपुस्तिका प्राप्त होने की स्थिति में उत्तरपुस्तिका प्राप्ती तिथि को ही मूल्यांकन केन्द्राधिकारी एवं उपमुख्य परीक्षक को अवगत कराना । मूल्यांकन कार्य की सुथिता एवं गोपनीयता बनाये रखने का संपूर्ण दायित्व मूल्यांकन केन्द्राधिकारी एवं संलग्न अमले तथा संबंधित मूल्यांकनकर्ता का होगा । मूल्यांकनकर्ता अथवा अन्य संलग्न अमले द्वारा मूल्यांकन कार्य को प्रभावित किये जाने संबंधी किसी प्रयास को अत्यंत गंभीरता से लिया जायेगा तथा आवश्यकता पड़ने पर संबंधित के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जावेगी ।  मूल्यांकन से संबंधित शेष निर्देश एवं वित्तीय योजना पूर्व अनुसार ही रहेगी ।          
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सागर के कन्टेनमेट क्षेत्र की पुलिस द्वारा ड्रोन कैमरे से निगरानी, बाहर घूमते मिला तो कार्यवाही

सागर के कन्टेनमेट क्षेत्र की पुलिस द्वारा ड्रोन कैमरे से निगरानी, बाहर घूमते मिला तो कार्यवाही
#COVID19_SAGAR

सागर। सागर शहर  में दो  कोरोना मरीज मिलने के  बाद शनिचरी  कृष्णगंज, एवं तिलक गंज वार्ड को कंटोन्मेंट क्षेत्र घोषित किया किया गया  था ।  ऐसा देखा जा  रहा कंटोन्मेंट क्षेत्र  के  कुछ  लोग  बार-बार समझाने के  बाद  भी घर  से  बाहर निकल रहे  हैं ।  ऐसे  लोगों पर  नजर  रखने के लिए  एवं आवश्यक वैधानिक कार्यवाही करने के  लिए पुलिस ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल कर रही है। 

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ड्रोन कैमरे को स्मार्ट सिटी के  कंट्रोल कमांड सेंटर से जोड़ा गया  है और  कमांड सेंटर के  बड़े स्क्रीन पर बहुत ही  स्पष्ट तस्वीर दिखती है । ड्रोन के जरिए कंटोन्मेंट क्षेत्र  के हर  हिस्से पर नजर रखी जा रही है और कहीं भी अगर कोई बाहर निकला हुआ नजर आया तो  उस  पर  कार्यवाही होने की  सम्भावना रहेगी । 

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सागर जिले में  इस  क्षेत्र से मिले कोरोना पॉजिटिव मामले की चेन को तोड़ने के लिए प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे है। अगर कोई बाहर निकल कर घूमता या बातचीत करता नजर आया तो तुरंत पुलिस की टीम मौके पर पहुंच कर सख्त कार्रवाई करेगी ।

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देवेंद्र नगर में कोरोना वारियर्स सफाई कर्मियों का प्रसस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित

देवेंद्र नगर  में  कोरोना वारियर्स सफाई कर्मियों का प्रसस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित

★<वर्धमान पब्लिक स्कूल,sbi,और युबा पत्रकारो ने किया सम्मान
@सुरेंद्र सिंह बघेल, पन्ना

पन्ना। कोरोना आपदा में पन्ना जिले के देवेंद्र नगर के कुछ युवा पत्रकारो द्वारा कोरोना वारियर्स को सम्मान करने की सराहनीय पहल की जा रही है। सम्मान की कड़ी में नगरपरिषद में पदस्थ फ्रंट लाइन के 54  सफाई कर्मचारियों को वर्धमान पब्लिक स्कूल और भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से सम्मानित किया गया
सम्मान की इस घड़ी में युवा पत्रकार रविकांत चौबे ,शैलेश अग्रवाल,अशोक विष्वकर्मा,प्रशांत जैन और सुरेन्द्र प्रताप सिंह के द्वारा प्रसस्ति पत्र प्रदान किया गया। वही देवेंद्र नगर स्थित वर्धमान पब्लिक स्कूल के संचालक एस पी सिंह द्वारा भी प्रसस्ति पत्र देकर उत्साह वर्धन किया गया।

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नगर के नायब तहसीलदार राकेश प्रजापति ,बी एम ओ डॉ अभिषेक जैन , सी एम ओ महमूद हसन  की मौजूदगी में sbi बैंककर्मी अंकुश कुमार और संदीप रावत द्वारा स्मृति चिन्ह सभी सफाई कर्मियों को सम्मानस्वरूप प्रदान किया।
सफाई कर्मियों ने युवा पत्रकारो की इस पहल की खूब सराहना करते हुए कहा कि सभी अधिकारियों के सामने इस तरह से सम्मानित होने अद्भुत है हम कोरोना से जीतने तक जंग जारी रखेंगे । 
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सी एम ओ महमूद हशन का कहना है कि 
सबसे ज्यादा काम करने के बाद भी हमेशा हासिये पर रहने वाले इन कर्मचारियों का उत्साह वर्धन युवा प्रकारो द्वारा किया गया है वह प्रसंसनीय है।
नायब तहसीलदार राकेश प्रजापति के अनुसार
देवेंद्र नगर को कोरोना मुक्त रखने में जितनी भूमिका हमारी है उससे कही ज्यादा सफाई कर्मियों की है इनका सम्मान ही हम सब का सम्मान है।
बी एम ओ डॉ अभिषेक जैन बताते है कि 
सफाई कर्मी स्वयं अपने आप मे एक योद्धा है जो कोरोना की महामारी में फ्रंट लाइन पर आकर लड़ाई लड़ रहे है इनका उत्साहवर्द्धन करके युवा पत्रकारो ने नई मिशाल कायम की है।
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सागर में कोरोना पाजिटिव की टिकटाक कहानी, वीडियो से पहचाने गए छह लड़के ,पुलिस की सलाह लॉक डाऊन में ऐसी हरकतें नही करें, होंगी कार्यवाई

सागर में कोरोना पाजिटिव की टिकटाक कहानी, वीडियो से पहचाने गए  छह लड़के ,पुलिस की सलाह लॉक डाऊन में ऐसी हरकतें नही  करें, होंगी कार्यवाई

★ सागर के दोनो पाजिटिव मरीज टिकटाक शौकीन, एक दूसरे के दोस्त साथ मे बनाये  थे टिकटाक वीडियो,
★ टिकटाक के जरिये कर रही ट्रेवल हिस्ट्री पता,लॉक डाऊन में बने वीडियो पर होंगी कार्यवाई

#COVID19_SAGAR

सागर। सागर में दूसरा कोरोना पाजिटिव मरीज मिलने के बाद हड़कम्प मंच गया है। दरअसल टिकटाक वीडियो  फेम पहले मरीज की कांटेक्ट और  ट्रेवल हिस्ट्री का पता नही चला है। इसके टिकटाक से भी प्रशासन परेशान हुआ। अब दूसरा मरीज मिलने से भी टिकटाक मुसीबत बन गया।दूसरे कोरोना पाजिटिव मरीज भी टिकटाक पर एक्टिव था। पहले और दूसरे दोनो आपस मे  दोस्त है। दोनो ने साथ मे भी  वीडियो बनाये है। ये टिकटाक लॉक डाऊन के दौरान  बने है। 

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प्रशासन  ने सैकड़ो टिकटाक वीडियो को खागलने के बाद छह लोगों को परीक्षण कर प्री आईसोलेट कर दिया गया है।। इसके साथ ही पुलिस ने अपील की है कि लॉक डाऊन में घर पर ही रहे ऐसी गतिविधियों में  घर से बाहर न निकले। सागर के कलेक्टर प्रीति मैथिल और एसपी अमित सांघी सहित स्वास्थ्य अमला कण्टेन्मेंट क्षेत्र में सतत निगरानी और स्क्रीनिग का काम कर रहा है। प्रशसन ने  19 अप्रैल से 21 अप्रैल तक के लिए टोटल लॉक डाऊन दूसरे मरीज के मिलने के बाद घोषित कर दिया है।

एक हफ्ते में मिले दो पाजिटिव मरीज

सम्भागीय मुख्यालय सागर में 10 अप्रैल को पहला कोरोना पाजिटिव मरीज सागर के कृष्ण गंज वार्ड में  निकला था। जिसको टिकटाक वीडियो बनाने का शौकीन था। जिसने पहले मास्क का मजाक उड़ाया था उसे ही पाजिटिव निकला था। उसके वीडियो भी जमकर वायरल हुई। प्रशासन भी इनके जरिए ट्रेवल हिस्ट्री पता कर रही है। कल 18 अप्रैल को इसी के  दोस्त को पाजिटिव निकला। इसे 17 अप्रैल को  बुन्देलखण्ड मेडिकल कालेज में भर्ती  कराया गया था। इसके भी टिकटाक वीडियो मिले। जिसमे वह पहले मरीज और कुछ दोस्तों के साथ दिखा। कन्टेनमनेट क्षेत्र में नए सिरे से अब कवायद हो रही है। पहले मरीज के चलते बने कन्टेनमेट क्षेत्र में मील दूसरे मरीज के मिलने से प्रसाशन ने अपनी गतिविधियां और अधिक बढ़ा दी है

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लॉक डाऊन में ऐसी हरकतें खतरनाक : एसपी अमित सांघी

पुलिस अधीक्षक अमित सांघि ने बताया तीनबत्ती न्यूज़ को बताया  कि  पाजिटिव  मिले दोनों  मरीज दोस्त है । साथ मे भी टिकटाक वीडियो बनाये है। इनके आधार पर ऐसे छह लड़के टिकटाक के आधार पर चिन्हित कर उनको प्री  आयसोलेट और गाईड लाइन के मुताबिक वैधानिक कार्यवाहि की गई है।  
उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे भी वीडियो  मिले जो लॉक डाऊन के दौरान बने है।  इनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।  मेरी यह सलाह है कि लॉक डाऊन के दौरान घर पर ही रहे ऐसे कोई हरकत न करे जिससे  खुद को और दूसरों को परेशानी का सामना करना पड़े। चूंकि इनमे ऐसी हरकतें हुई है। 
उधर बुन्देलखण्ड मेडिकल कालेक्ज के डीन के अनुसार  17 अप्रैल को भर्ती युवक की रिपोर्ट पाजिटिव मिली है। उसका इलाज किया जा रहा है। उसकी हालत सामान्य है।

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सागर में नगर निगम,केंट क्षेत्र और मकरोनिया में 21 अप्रैल तक टोटल लॉक डाऊन

सागर  में नगर निगम,केंट क्षेत्र और मकरोनिया में 21 अप्रैल तक टोटल लॉक डाऊन
#COVID19_SAGAR

सागर। सागर में दूसरा कोरोना पाजिटिव मरीज मिलने के बाद कलेक्टर प्रीति मैथिल ने सागर,केंट और मकरोनिया क्षेत्र ओ टोटल लॉक डाऊन घोषित  कर दिया है। यह आदेश आज रविवार से 21 अप्रैल तक प्रभावी रहेगा। 

सागर में मिला दूसरा कोरोना पाजिटिव मरीज, कन्टेनमेट झोन में

कलेक्टर के आदेश के मुताबिक मेडीकल कॉलेज सागर से प्राप्त जानकारी के अनुसार सागर जिले मे नोवेल कोरोना वायरस केसंक्रमण के पॉजिटिव प्रकरण प्राप्त हुए है, अतः उक्त संक्रमण के सामुदायिक प्रसार की आशंका को निर्मूल करने की दृष्टि से मैं, प्रीति मैथिल नायक, कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट जिला सागर एतदद्वारा द0प्र0सं0 1973 की धारा 144 में प्रदत्त शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए निम्न क्षेत्रों 1-नगर निगम सागर, 2-छाबनी परिषद केन्ट क्षेत्र सागर 3-नगर पालिका क्षेत्र मकरोनिया में दिनांक 19-04-2020 को दोपहर 2.00 बजे से दिनांक 21-04-2020 को रात्रि 12.00 बजे तक टोटल लॉकडाउन घोषित करते हुए पूर्ववर्ती आदेश में उल्लेखित लॉक डाउन  के अपवादो तथा प्रतिबंधों में शिथिलता को तत्काल प्रभाव से समाप्त करती हूँ। 

पढ़े : कोविड का हौव्वा आइसोलेशन नहीं कोआपरेशन से मिटेगा.....@ब्रजेश राजपूत

टोटल लॉकडाउन में किसी भी व्यक्ति को अपने घर से पैदल अथवा दो पहिया/चार पहिया वाहन से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी।
इस टोटल लॉकडाउन आदेश में केवल निम्नानुसार छूट रहेगी :-
दूध की घर-घर जाकर आपूर्ति की जा सकेगी। दवाईयों की दुकानें तथा समस्त अस्पताल खुले रहेगें।रसोई गैस (LPG) की एजेंसियां खुली रहेगी तथा रसोई गैस सिलेंडरों की घर-घर जाकरआपूर्ति की जा सकेगी।समस्त पैट्रोल पंप खुले रहेंगे ।अत्यावश्यक सेवा वाले विभाग यथा राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस, विद्युत, दूरसंचार, नगरीयनिकाय, पंचायत, होमगार्ड, आपदा प्रबंधन, पेयजल, इंटरनेट, डाक तार विभाग, कार्यालयोंके लेखा शाखा भुगतान, वेतन, मानदेय आदि हेतु बैंक, एटीएम इत्यादि उससे मुक्त रहेंगे। प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया एवं न्यूज पेपर हॉकर इससे मुक्त रहेंगे।मास्क, सेनेटाईजर, दवाईयों, एटीएम कैश, एलपीजी गैस सिलेंडर, पैट्रोल-डीजल कापरिवहन करने वाहनों का प्रवेश एवं निकास जारी रहेगा।
इस आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध भा0द0सं0 कीधारा 188 के अंतर्गत कार्यवाही की जावेगी।
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कोविड का हौव्वा आइसोलेशन नहीं कोआपरेशन से मिटेगा.....

कोविड का हौव्वा आइसोलेशन नहीं कोआपरेशन से मिटेगा.....

@ब्रजेश राजपूत/  ग्राउंड रिपोर्ट

सूनी सडकें, सूने बाजार, सूने पार्क, बंद बस स्टेंड और रूकी हुयी रेल कभी ऐसे भी दिन देखने पडेंगे किसी ने सोचा ही नहीं था। हम कहां मिशन चंद्रयान दो पर हजार करोड रूप्ये खर्च कर अगले साल जाने वाले चंद्रयान तीन की तैयारी कर रहे थे और अब कहां सांसदों के वेतन भत्ते में तीस फीसदी की कटौती के साथ एपीलेडफंड में दो साल तक पैसा नहीं देने की बात कर पीएम राहत कोष के लिये धन जुटाने में लग गये है। वजह कोविड 19 नाम का वाइरस। अब यदि दुनिया है तो ये दुनिया में रहने वालों के दुश्मन भी कम नहीं है। ऐसा ही ये दुश्मन आया है चीन से और फैल गया है पूरी दुनिया पर।
 पिछले दो महीने में इसने दुनिया के बाइस लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर डेढ लाख लोगों की जान ली है।  वाइरस तो पहले भी आये हैं और हर सीजन में हमें होने वाला वाइरल फीवर भी ऐसे ही वाइरसों से आता है मगर ये वाइरस इतना मारक और भयावह क्यों है तो इसकी वजह यही है कि अभी इसकी दवा टीका नहीं बन पायी है। इलाज क्या होगा ये भी डाक्टर तय नहीं कर पा रहे हैं। इसलिये बैक टू बेसिक्स अपनाते हुये बचाव ही इलाज है के सिदघांत पर दुनिया चल पडी है। वाइरस से बचाव में ऐसे ऐसे शब्द सामने आ रहे हैं जो हमारी पीढी ने कभी सुने नहीं थे। लाकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग और क्वेंरेटाइन। 
हम सब भूल गये हैं कि हमारे देश के मुकुट मणि कश्मीर घाटी में पिछले आठ महीने यानिकी 253 दिनों से लाकडाउन चल रहा है, बाकी देश के लिये ये अब खबर नहीं है मगर ऐसे ही लाकडाउन की चपेट में अब जब हम सब आये हैं तो समझ रहे हैं कि लाकडाउन क्या होता है और उसकी तकलीफें क्या हैं। अपने आपको सीमित साधनों के दम पर घरों में बंद रखना ही लाकडाउन हैं। लाकडाउन करने का मकसद अलग अलग है मगर पीडा एक सी होती है। छुटटी है पर निकलना मना है। अपार वक्त है मगर बिताना घर पर ही है। घर में खाना नहीं है मगर बाहर जाना मना है। लाकडाउन किसी सजा से कम नहीं हैं मगर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के शब्दों में कहें तो इस चीनी वाइरस ने दुनिया के कई देशों के नागरिकों को लाकडाउन में डाल दिया है। ये वाइरस जानलेवा कम मगर आसानी से फैलने वाला बहुत है। वाइरस की लोंग़ों को मारने की क्षमता नये ब्रिटिश अध्ययन के मुताबिक दो प्रतिशत ही है यही वजह है कि शनिवार के आंकडों को देखें तो दुनिया भर में साढे बाइस लाख संक्रमितों में से डेढ लाख लोग मरे हैं तो छह लाख से ज्यादा ठीक होकर घर भी लौटे हैं। मगर ये वाइरस ऐसे फैलता है कि जाने अंजाने में लोग एक दूसरे को बीमारी बांटते रहते हैं और बीमारी भी ऐसी कि अधिकतर लोगों में इस बीमारी के संकेत नहीं आते। ना सर्दी ना खांसी और ना ही बुखार। ऐसे में बीमार व्यक्ति को तो अलग थलग रखा ही जाता है उसके घर परिवार पडोसी और जिससे मिला है उसको भी जिस अमानवीय तरीके से अलग थलग रखा जाता है या क्यूरेंटीन किया जाता है उससे ये फलू की बीमारी किसी आतंकी गतिविधी में लिप्त होने से कम नहीं लगती।
 जब भोपाल में बीस तारीख को हुयी पत्रकार वार्ता में शामिल होने पर शहर के पत्रकारों को जिनमें मैं भी शामिल था क्यूरेंटीन करने की कोशिश हुयी तो उनके घर स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम और कैमरे लेकर पुलिस टीम पहुंची। मोहल्ले के लोगों ने सोचा कोई अपराध कर बैठे हैं आज हमारे पत्रकार महोदय। 

एबीपी न्यूज़ 
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यही हाल इंदौर में हुआ शहर के जिन इलाकों से कोरोना संक्रमित लोग पाये गये उनको और उनके परिजनों को इस तरीके से ले जाने की कोशिश हुयी कि टकराव की नौबत आ गयी। मोहल्ले के लोगों ने विरोध किया और ऐसी खबरें बनीं कि एक शांतिप्रिय शहर को बदनामी मिली। बेहतर होता दलबल के साथ घरों से ले जाने से पहले उन सबकी काउंसलिंग की जाती उन सबको बीमारी के तेजी से फैलने के कारण समझाये जाते। वो तो छोटे इलाके के कम पढे लिखे लोग थे भला कैसे इस नयी बिना संकेतों वाली बीमारी और उसकी भयावहता को जानते जब भोपाल के सतपुडा से लेकर वल्लभ भवन में बैठने वाले स्वास्थ्य विभाग के बेहद पढे लिखे अफसर इस बीमारी की गंभीरता नहीं समझ सके। भोपाल में स्वास्थ्य विभाग के चार आईएएस अफसर सहित नब्बे से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुये मगर उनको उस तरीके से नहीं अस्पताल या क्यूरेंटीन किया गया जैसे इंदौर से लेकर दूसरी जगहों पर कार्रवाई हो रही है। पत्थरबाजी कर विरोध करने वालों पर रासुका लगाकर दूसरे जिलों में भेजा जा रहा है बिना ये समझे कि ये सब जहाँ जायेगे बीमारी फैलायेगे। जब ये बात एसपी कलेक्टर और मजिस्ट्रेट नहीं समझे तो टाटपटटी बाखल वालों से क्यों बडी उम्मीद करते हैं हम। कमजोरी हमारे प्रशासन की है जो हर मर्ज की दवा अपने डंडा में देखती है। इन दिनों बीमारी छिपाने पर भी पुलिस केस दर्ज उस व्यक्ति पर केस कर रही है जिसे खुद नहीं मालूम की उसे बीमारी है. 
एक और अजीब रवायत चल पडी है ।

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आइसोलेशन यानिकि अलग थलग रहने को कोरोना से बचाव बताया जा रहा है मगर यहां आइसोलेशन की नहीं कोआपरेशन की जरूरत है। हम आपस में सहयोग करें, टेस्टिंग करवाये और बीमार होने वाले को अस्पताल पहुंचवायें। बीमार व्यक्ति के परिजनों का ख्याल भी आसपास रहने वाले को रखना है। वरना वो कहां जायेगे। इस आइसोलेशन के मंत्र के कारण बीमार व्यक्ति के परिवार से अमानवीयता वाली छुआछुत बरती जा रही है घरों में दूध सब्जी तक नहीं जाने दी जा रही है। इस बीमारी से ऐसे नहीं जीतेगे। वाइरस जो आयेगा चला जायेगा मगर बीमारी के दौरान लगे ये जख्म जिंदगी भर नही भरेंगे। 
ब्रजेश राजपूत, एबीपी न्यूज, भोपाल
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