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अध्यापक को मरणोपरांत अनुग्रह राशि न देने पर दो लेखापाल निलंबित, लोक शिक्षण सागर सम्भाग की कार्यवाही

अध्यापक को मरणोपरांत अनुग्रह राशि न देने पर दो लेखापाल निलंबित, लोक शिक्षण सागर सम्भाग की कार्यवाही

 सागर । लोक शिक्षण सागर संभाग सागर संयुक्त संचालक श्री मनीष वर्मा ने श्रीमती सरिता  अहिरवार सहायक अध्यापक शासकीय प्राथमिक शाला झमरुपुरवा की मृत्यु की सूचना प्राप्त होते ही उनके परिवार को अनुग्रह राशि भुगतान हेतु देयक तैयार कर प्रस्तुत नहीं करने पर शासकीय महारानी लक्ष्मी बाई उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय कन्या छतरपुर,  लेखापाल श्री कमलेश कुमार खरे  एवं विकास खंड शिक्षा अधिकारी ईशानगर में पदस्थ लेखापाल नारायण प्रसाद खरे  को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। दोनों लेखापाल श्री नारायण प्रसाद खरे   एवं कमलेश कुमार खरे को मध्य प्रदेश सिविल सेवा नियम के तहत निलंबित किया गया है।
निलंबन अवधि में श्री कमलेश कुमार खरे लेखापाल का मुख्यालय कार्यालय विकास खंड शिक्षा अधिकारी बक्सवाहा जिला छतरपुर एवं श्री नारायण प्रसाद खरे का मुख्यालय  विकास खंड शिक्षा अधिकारी लवकुशनगर जिला छतरपुर नियत किया गया है। निलंबन अवधि में श्री खरे को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता रहेगी। 

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कांग्रेस उपाध्यक्ष बुन्देल सिंह बुन्देला को कारण बताओ नोटिस, पूर्व मंत्री गोविंद राजपूत के साथ चर्चा का ऑडियो हुआ था वायरल

कांग्रेस उपाध्यक्ष बुन्देल सिंह बुन्देला को कारण बताओ नोटिस, पूर्व मंत्री गोविंद राजपूत के साथ चर्चा का ऑडियो हुआ था वायरल

★ जबाब से संतुष्ट नहीं होने पर कांग्रेस दिखा सकती है बाहर का रास्ता


सागर ।  सुरखी उपचुनाव के बाद अब भाजपा विधायक गोविंद राजपूत के साथ मिलकर कांग्रेस से भीतरघात करने वालो के आडियो वायरल हो रहे है। तीन दिन पहले पूर्व सीएम कमलनाथ प्रदेश उपाध्यक्ष बुन्देल सिंह बुंदेला के घर गए। उसी दिन उनका और गोविंद राजपूत केबीच चर्चा का ऑडियो वायरल हुआ। जिसमें उनकी पार्टी के प्रति विश्वसनीयता सन्देह के घेरे में आई । इसको लेकर पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके पहले जैसीनगर ब्लाक अध्यक्ष दिलीप पटेल का भी इसी तरह आडियो आया था। जिसमे काँग्रेसने दिलीप को निष्कासित कर दिया। 

कांग्रेस के जारी प्रेस नोट के अनुसार मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष  बुंदेल सिंह बुंदेला एवं सुरखी विधानसभा क्षेत्र के  विजयी भाजपा प्रत्याशी गोविन्द सिंह राजपूत का आडियो सोशल मीडिया एवं स्थानीय अखबारों में आने के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के आदेशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के प्रभारी अध्यक्ष सुरेन्द्र सुहाने ने कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जिला पंचायत सदस्य को कारण बताओ नोटिस जारी कर कहा है कि एक सप्ताह में सोशल मीडिया में चल रहे आडियो के संबंध में अपना स्पष्टीकरण दें अन्यथा जबाब से संतुष्ट नहीं होने पर 6 वर्ष के लिए कांग्रेस से निष्कासित करने की चेतावनी दी गई है । स्मरण रहे कि बुन्देला सुरखी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रबल दावेदार होने के साथ ही चुनाव संचालक एवं चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए थे । मगर बुन्देला के आडियो जारी होने से स्पष्ट होता है कि उनके कथित आडियो में उन्होंने भाजपा प्रत्याशी गोविन्द राजपूत से कहा है कि बैठक में वचन हो गया था और आत्मा राजपूत के साथ में मगर शरीर कहीं और था ।

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 प्रभारी अध्यक्ष सुरेन्द्र सुहाने ने कहा है कि  कांग्रेस पार्टी में अनुशासनहीनता एवं भितरघात कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा एवं नगरी निकाय चुनाव को लेकर पार्टी स्पष्ट रूप से संदेश देना चाहती है कि पार्टी में कितना भी बड़ा और कितना भी मजबूत नेता क्यों ना हो उसे पार्टी प्रत्याशी के साथ ईमानदारी से कर्तव्य निष्ठा के साथ साथ देना होगा अन्यथा  पार्टी को संदिग्ध नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा ।
         
 

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साईन बोर्ड हेतु खुदा बड़ा गड्ढा, निगम आयुक्त बता रहे सीवर लाईन


साईन बोर्ड हेतु खुदा बड़ा गड्ढा, निगम आयुक्त बता रहे सीवर लाईन 

★ स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे कार्यों की ही उच्चाधिकारियों को नहीं जानकारी, यातायात थाने के सामने सहित शहर में 6 जगहों पर लगेगें व्हीएमएस



सागर । स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड के तहत शहर में चल रहे करोड़ों रूपए के विकास कार्यों पर प्रारंभिक दौर से ही सवालिया निशान खड़े होते रहे है. लेकिन अब हद तब हो गई जबकि एसएससीएल मुख्य कटरा बाजार में साईन बोर्ड लगाने का कार्य कर रहा है.  जिसके लिए बड़ा गड्ढा भी कर दिया गया लेकिन जानकारी लेने पर आयुक्त एवं सह निदेशक एसएससीएल इसे सीवर लाईन का कार्य बता रहे हैं. 
  एसएससीएल द्वारा शहर में करोड़ों रूपए के कार्य किए जा रहे हैं. इनमें से कई कार्यों के औचित्य पर ही पहले भी सवालिया निशान लग चुके है, मसलन कुछ ऐसे चौराहों पर सिग्नल लगाना जहाँ उनकी जरूरत ही नहीं. साथ ही शहर में एवं सीमाओं पर लगाए गए साईन बोर्डों को लेकर तो बीच में नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी एसएससीएल द्वारा शहर में अनावश्यक लगाए गए साईन बोर्डों को लेकर अधिकारियों की क्लास ली थी. 
  मिली जानकारी के अनुसार एसएससीएल द्वारा अब शहर के कटरा बाजार में यातायात थाने के सामने सडक़ के बीचों बीच एक गड्ढा किया गया है. इस गड्ढे के संबंध में जब निगम आयुक्त एवं सह निदेशक एसएससीएल आरपी अहिरवार से जानकारी ली की यहाँ क्या कार्य होना है तो वॉटसएप के जरिए उनका जबाव था कि सीवर लाईन का काम है जबकि उक्त गड्ढा यहाँ लगाए जा रहे साईन बोर्ड के लिए किया गया है. 

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यह साईन बोर्ड दरअसल व्हीएमएस कहलाते है और यह कटरा सहित शहर के छह स्थानों पर लगाए जाने है, यह कार्य भोपाल की यूनिकार्प सोल्यूशन प्राईवेट कंपनी को दिया गया है. संबंधित कंपनी के लोगों का कहना है कि अत्याधुनिक साईन बोर्ड के साथ ही इसमें एक कलर मॉनीटर स्क्रीन भी लगायी जायेगी जिस पर विज्ञापन के साथ ही सडक़ सुरक्षा सहित अन्य संदेशों का प्रसारण किया जायेगा. स्मार्ट सिटी द्वारा कंपनी को दिए गए पत्र के अनुसार मेडीकल कॉलेज रोड पर स्थित अमृत पार्क, सिविल लाईन चौराहा, मोतीनगर चौराहा, यूटर्न खुरई रोड व्हीएमएस लगाए जाने हैं. एसएससीलए द्वारा करोड़ों रूपए के ऐसे कार्यों को लेकर अब फिर सवालियां निशान तो लगेगें ही महत्वपूर्ण यह कि शहर में चल रहे ऐसे कार्यों के बारे में एसएससीएल के ही वरिष्ठ अधिकारियों को भी जानकारी नहीं हैं. 




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साईन बोर्ड हेतु गड्ढा, निगम आयुक्त बता रहे सीवर लाईन

साईन बोर्ड हेतु गड्ढा, निगम आयुक्त बता रहे सीवर लाईन 

★ स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे कार्यों की ही उच्चाधिकारियों को नहीं जानकारी, यातायात थाने के सामने सहित शहर में 6 जगहों पर लगेगें व्हीएमएस


सागर । स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड के तहत शहर में चल रहे करोड़ों रूपए के विकास कार्यों पर प्रारंभिक दौर से ही सवालिया निशान खड़े होते रहे है. लेकिन अब हद तब हो गई जबकि एसएससीएल मुख्य कटरा बाजार में साईन बोर्ड लगाने का कार्य कर रहा है.  जिसके लिए बड़ा गड्ढा भी कर दिया गया लेकिन जानकारी लेने पर आयुक्त एवं सह निदेशक एसएससीएल इसे सीवर लाईन का कार्य बता रहे हैं. 
  एसएससीएल द्वारा शहर में करोड़ों रूपए के कार्य किए जा रहे हैं. इनमें से कई कार्यों के औचित्य पर ही पहले भी सवालिया निशान लग चुके है, मसलन कुछ ऐसे चौराहों पर सिग्नल लगाना जहाँ उनकी जरूरत ही नहीं. साथ ही शहर में एवं सीमाओं पर लगाए गए साईन बोर्डों को लेकर तो बीच में नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी एसएससीएल द्वारा शहर में अनावश्यक लगाए गए साईन बोर्डों को लेकर अधिकारियों की क्लास ली थी. 
  मिली जानकारी के अनुसार एसएससीएल द्वारा अब शहर के कटरा बाजार में यातायात थाने के सामने सडक़ के बीचों बीच एक गड्ढा किया गया है. इस गड्ढे के संबंध में जब निगम आयुक्त एवं सह निदेशक एसएससीएल आरपी अहिरवार से जानकारी ली की यहाँ क्या कार्य होना है तो वॉटसएप के जरिए उनका जबाव था कि सीवर लाईन का काम है जबकि उक्त गड्ढा यहाँ लगाए जा रहे साईन बोर्ड के लिए किया गया है. 

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यह साईन बोर्ड दरअसल व्हीएमएस कहलाते है और यह कटरा सहित शहर के छह स्थानों पर लगाए जाने है, यह कार्य भोपाल की यूनिकार्प सोल्यूशन प्राईवेट कंपनी को दिया गया है. संबंधित कंपनी के लोगों का कहना है कि अत्याधुनिक साईन बोर्ड के साथ ही इसमें एक कलर मॉनीटर स्क्रीन भी लगायी जायेगी जिस पर विज्ञापन के साथ ही सडक़ सुरक्षा सहित अन्य संदेशों का प्रसारण किया जायेगा. स्मार्ट सिटी द्वारा कंपनी को दिए गए पत्र के अनुसार मेडीकल कॉलेज रोड पर स्थित अमृत पार्क, सिविल लाईन चौराहा, मोतीनगर चौराहा, यूटर्न खुरई रोड व्हीएमएस लगाए जाने हैं. एसएससीलए द्वारा करोड़ों रूपए के ऐसे कार्यों को लेकर अब फिर सवालियां निशान तो लगेगें ही महत्वपूर्ण यह कि शहर में चल रहे ऐसे कार्यों के बारे में एसएससीएल के ही वरिष्ठ अधिकारियों को भी जानकारी नहीं हैं. 




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साप्ताहिक राशिफल: 14 दिसंबर से 20 दिसंबर तक @पंडित अनिल पाण्डेय




साप्ताहिक  राशिफल: 14 दिसंबर  से 20 दिसंबर तक  

@पंडित अनिल पाण्डेय



शक संवत 1942 विक्रम संवत 2077 मार्गशीर्ष अर्थात अगहन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या से शुक्ल पक्ष की  षष्ठी तक का यह  सप्ताहिक राशिफल है ।
जैसा कि मैं पूर्व के साप्ताहिक राशिफल में मै बता चुका हूं कि यह राशि फल लग्न कुंडली पर आधारित है। परंतु अगर लग्न बहुत कम डिग्री का हो या बहुत ज्यादा डिग्री का हो तो फिर चंद्र राशि से राशिफल देखना चाहिए। 
आज के साप्ताहिक राशिफल में सबसे पहले हम आपको इस  सप्ताह ग्रहों विचरण एवं राशियों पर प्रभाव के बारे में जानकारी दी जाएगी । सप्ताह के बारे में जानकारी पूर्ण होने के उपरांत, हम आपको राशि वार राशिफल बताएंगे। राशिफल बताने के उपरांत कमेंट बॉक्स या ई-मेल में आप लोगों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दिया जाएगा ।

इस सप्ताह चंद्रमा 14 दिसंबर को दिन में वृश्चिक राशि का रहेगा तथा रात 12:14 से धनु राशि का हो जाएगा । चंद्रमा 16 दिसंबर को 4:20 रात अंत से मकर का और 19 दिसंबर को 10:31 दिन से कुंभ का होगा।  सूर्य दिनांक 14 को वृश्चिक राशि के तथा दिनांक 15  को  6:42 रात अंत से धनु राशि के हो जाएंगे । बुद्ध 14 ,15 और 16 दिसंबर को वृश्चिक राशि में तथा दिनांक 17 के 11:14 दिन से धनु राशि में गमन करेंगे। पूरे सप्ताह मंगल मीन  में ,गुरु और शनि मकर राशि में ,और राहु वृष राशि  में रहेंगे । 
 हम सभी को बताना चाहेंगे कि 14 दिसंबर से भारतवर्ष के गोचर में कालसर्प योग बन रहा है । जिसके कारण बहुत सारी समस्याएं आएंगी।
अब हम आते हैं अपने मुख्य विषय की तरफ और आपको विभिन्न राशियों राशिफल से अवगत कराते हैं।

मेष राशि के जातकों का साप्ताहिक राशिफल ।

मेष राशि के जातकों के लिए 14 दिसंबर ठीक नहीं है । 15 एवं 16 दिसंबर ठीक है । तथा  17 एवं 18 दिसंबर बहुत अच्छी है । 19 दिसंबर भी ठीक है।
 अतः स्पष्ट है कि मेष राशि के जातकों को महत्वपूर्ण निर्णय 14 दिसंबर को नहीं लेना चाहिए और जहां तक संभव हो महत्वपूर्ण निर्णय 17 एवं 18 दिसंबर को लेना उचित रहेगा।

मेष राशि के जातक जिनको शासकीय कार्य करने पड़ते हैं उनके लिए सप्ताह बहुत अच्छा है । परंतु आपको भाग्य बहुत साथ नहीं देगा ।आपको स्वयं मेहनत करके ही अपने कार्य निपटाने पड़ेंगे । 16 दिसंबर के बाद भाग्य आपके लिए थोड़ा मददगार साबित हो सकता है । आपको चाहिए कि आप पूरे सप्ताह गाय को रोटी खिलाएं।
वृष राशि के जातकों के लिए साप्ताहिक राशिफल।
वृष राशि के जातकों के लिए 14 तारीख बहुत अच्छी है ।15 एवं 16 तारीख खराब है । 17 और 18 तारीख ठीक है ।19 और 20 तारीख बहुत अच्छी है ।
अतः स्पष्ट है कि वृष राशि के जातकों को महत्वपूर्ण निर्णय 15 एवं 16 दिसंबर को नहीं लेना चाहिए । जहां तक संभव हो महत्वपूर्ण निर्णय 14, 19 एवं 20 दिसंबर को लेना उचित रहेगा।
वृष राशि के जातकों के पति या पत्नी को कुछ कष्ट हो सकता है ।पति - पत्नी से प्यार बहुत बढ़ेगा । 16 दिसंबर के बाद वाहन चलाने में सावधानी बरतें ।आपके बच्चों को कष्ट हो सकता है ।कृपया ध्यान रखें । आपको चाहिए कि आप सूर्य देव को प्रातः काल तांबे के पात्र  से जल अर्पण करें।

मिथुन राशि के जातकों का साप्ताहिक राशिफल।
मिथुन राशि के जातकों के लिए 14 तारीख ठीक नहीं है ।15 एवं 16 तारीख बहुत अच्छी है ।17 और 18 तारीख  खराब है । तथा  19 या 20 तारीख ठीक है । आपको चाहिए कि आप अपने महत्वपूर्ण हैं 15 और 16 तारीख को करें।
आपके पति या पत्नी को 16 तारीख के उपरांत शारीरिक कष्ट हो सकता है । कृपया ध्यान रखें । 14 तारीख को विशेष सावधानी बरतें । इस समय शत्रु आप पर हावी होने का प्रयास करेंगे । प्रशासन में आपकी अच्छी पकड़ रहेगी । आपको इस पकड़ का पूरा फायदा उठाना चाहिए ।आपको इस सप्ताह गर्दन या कमर में दर्द हो सकता है ।  इस संबंध में सावधान रहें ।  कुल मिलाकर आपको इस सप्ताह अपने शरीर के प्रति सावधान रहना चाहिए । आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन अपने माता-पिता का आशीर्वाद प्राप्त करें।

कर्क राशि के जातकों का साप्ताहिक राशिफल।
कर्क राशि के जातकों के लिए 14 तारीख ठीक है । 15 एवं 16 तारीख खराब है ।17 और 18 तारीख अच्छी है ।तथा 19 और 20 तारीख पुनः खराब है। आपको चाहिए कि आप 15 और 16 तारीख को तथा 19 और 20 तारीख को कोई महत्वपूर्ण निर्णय ना लें। शासकीय कार्यालय में कार्य करवाने के लिए आपको 17 और 18 तारीख का सहारा लेना चाहिए।
इस सप्ताह आपके बच्चों को काफी क्रोध आ सकता है । उनके क्रोध में नियंत्रण होना चाहिए । आपको अपने अधिकारियों से इस सप्ताह लड़ाई नहीं करना चाहिए । आपके शत्रु इस सप्ताह काफी बढ़ेंगे ।  आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।

सिंह राशि के जातकों का साप्ताहिक राशिफल।
सिंह राशि के जातकों के लिए 14 तारीख  अच्छी है । 15 और 16 तारीख ठीक है । 17 और 18 तारीख खराब है ।तथा 19 और 20 तारीख बहुत अच्छी है । आपको चाहिए कि आप अपने महत्वपूर्ण कार्य 19 और 20 तारीख को किए जाने का प्रयास करें।
कार्यालय में आपका  रोब दाब रहेगा । माता जी से आपका विशेष प्यार रहेगा । वाहन या कोई और बड़ी चीज खरीदने का योग है । आपके शत्रु बढ़ेंगे । वाहन का एक्सीडेंट हो सकता है परंतु आपको कोई चोट नहीं आएगी ।आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान जी की पूजा करें।

कन्या राशि के जातकों का साप्ताहिक राशिफल।
कन्या राशि के जातकों के लिए 14 तारीख अच्छी है ।15 एवं 16 तारीख बहुत अच्छी है ।17 एवं 18 तारीख भी ठीक है ।परंतु 19 और 20 तारीख खराब है। 19 और 20 को आप जिन कार्यों को करने का प्रयास करेंगे उनमें सफलता की उम्मीद 40% के आसपास है।  अर्थात आपको सफलता पाने के लिए बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ेगी।
 इस सप्ताह भाग्य आपका साथ कम देगा । पति या पत्नी को कष्ट होगा । बच्चों को इस सप्ताह सफलताएं मिलेंगी । जनता में आपका मान सम्मान बढ़ेगा  आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह भगवान गणेश के मंदिर में जाकर प्रतिदिन पूजा करें ।

तुला राशि के जातकों का साप्ताहिक राशिफल।
तुला राशि के जातकों के लिए 14 ,15 एवं 16 तारीख ठीक है । 17 एवं 18 तारीख बहुत अच्छी है 19 ,और 20 तारीख भी ठीक है । इस प्रकार तुला राशि वालों के लिए पूरा सप्ताह ही ठीक है ।परंतु  उनको दुर्घटनाओं से सतर्क रहना चाहिए। तुला राशि वालों का भाग्य सामान्य है। इस सप्ताह इनके कई शत्रु  समाप्त हो जाएंगे । जनता में इनको अच्छा सम्मान मिलेगा । मां से प्यार मिलेगा ।राज्य शासन में भी बहुत सम्मान मिलेगा ।  धन प्राप्ति का योग है । कोई बड़ी चीज खरीद भी सकते हैं ।इनको चाहिए कि यह प्रतिदिन घर से निकलने के पहले अपने माता-पिता का आशीर्वाद प्राप्त करें।

वृश्चिक राशि के जातकों का साप्ताहिक राशिफल।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए  14 ,15, 16 ,17, और 18 तारीख  ठीक हैं । 19 और 20 तारीख बहुत अच्छी है । आपको चाहिए कि आप अपने महत्वपूर्ण कार्य 19 और 20 तारीख को आवश्यक रूप से कर लें। 19 और 20 तारीख को शासकीय अवकाश  है ।अतः आपको अपने महत्वपूर्ण शासकीय कार्य 15 और 16 तारीख को कर लेना चाहिए। पति और पत्नी में से किसी एक का स्वास्थ्य खराब हो सकता है ।16 तारीख से आपके पास धन आने का योग है । व्यापार में इस सप्ताह  आपको फायदा होगा । भाग्य आपका इस सप्ताह साथ देगा । बच्चों से आपको लाभ प्राप्त होगा। आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह गुरुवार को व्रत रखें एवं बृहस्पति देव की पूजा करें।

धनु राशि के जातकों का साप्ताहिक राशिफल
धनु राशि के जातकों के लिए 14 तारीख ठीक नहीं है । 15 एवं 16 तारीख बहुत अच्छी है । 17 ,18, 19 एवं 20 तारीख भी ठीक है । आपको चाहिए कि आप अपने महत्वपूर्ण कार्य 15 और 16 तारीख को कर लें । 14 तारीख को आपको कोई महत्वपूर्ण निर्णय नहीं लेना चाहिए। शासन मैं अधिकारियों से आपको इस सप्ताह परेशानी हो सकती है । जनता में आपका बड़ा मान सम्मान होगा । कुछ विशेष प्रकार के कार्यों से आपके पास धन आने का योग है । आपके शत्रु आपसे डरेंगे परंतु पूर्णतया समाप्त नहीं होंगे। आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर सात बार हनुमान चालीसा का जाप करें।
 जिन  जातकों की चंद्र राशि धनु है उनके ऊपर साढ़ेसाती चल रही है ।अगर परेशानी बढ़ रही हो ,दिक्कतें बहुत आ रही हो तो आपको चाहिए कि आप किसी योग्य ब्राह्मण से साढ़ेसाती की शांति का उपाय करवाएं।

मकर राशि के जातकों का साप्ताहिक राशिफल
मकर राशि के जातकों को के लिए 14 तारीख ठीक है ।15 एवं 16 तारीख खराब है । 17 और 18 तारीख अच्छी है ।  19 और 20 तारीख भी ठीक है ।आपको अपने महत्वपूर्ण कार्य 17 एवं 18 तारीख को  करवाने का प्रयास करना चाहिए ।15 एवं 16 तारीख को आपको महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचना चाहिए । इस सप्ताह के प्रारंभिक दिनों में आपके पास धन आने का योग है ।17 और 18 तारीख आपकी नौकरी के हिसाब से अच्छी तारीख है । इस सप्ताह भाग्य आपके लिए सामान्य रूप से कार्य करेगा । बच्चों को कष्ट हो सकता है । आपको चाहिए कि आप घर की पहली रोटी गाय को पूरे सप्ताह खिलाएं।
जिन  जातकों की चंद्र राशि मकर है, उनके ऊपर साढ़ेसाती चल रही है ।अगर परेशानी बढ़ रही हो ,दिक्कतें बहुत आ रही हो तो आपको चाहिए कि आप किसी योग्य ब्राह्मण से साढ़ेसाती की शांति का उपाय करवाएं।

कुंभ राशि के जातकों का साप्ताहिक राशिफल ।
 कुंभ राशि के जातकों के लिए 14 , 15 एवं 16 तारीख ठीक है । 17 और 18 तारीख ठीक नहीं है ।19 और 20 तारीख बहुत अच्छी है । 19 और 20 तारीख को शासकीय अवकाश है अतः आपको अपने शासकीय कार्य 15 और 16 तारीख को करवाने का प्रयास करना चाहिए। 17 और 18 तारीख को महत्वपूर्ण निर्णय लेने से अपको को बचना चाहिए । इस सप्ताह शासन से आपको फायदा हो सकता है परंतु उस फायदे को प्राप्त करने के लिए आपको प्रयास करने होंगे ।   इस सप्ताह भाग्य आपका साथ देगा । मेहनत करने के उपरांत धन प्राप्ति का योग है ।आपको चाहिए कि आप चिड़ियों को दाना चुगायें।
जिन  जातकों की चंद्र राशि धनु है उनके ऊपर साढ़ेसाती चल रही है ।अगर परेशानी बढ़ रही हो ,दिक्कतें बहुत आ रही हो तो आपको चाहिए कि आप किसी योग्य ब्राह्मण से साढ़ेसाती की शांति का उपाय करवाएं।

मीन राशि के जातकों का साप्ताहिक राशिफल
मीन राशि के जातकों के लिए 14 तारीख सामान्य है ।15 एवं 16 तारीख बहुत अच्छी है ।17 एवं 18 तारीख भी ठीक है । 19 और 20 तारीख खराब है। आपको अपने महत्वपूर्ण कार्य 15 एवं 16 तारीख को कर लेना चाहिए ।19 और 20 तारीख को कोई महत्वपूर्ण निर्णय नहीं लेना चाहिए । आपके पति या पत्नी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है ।भाग्य  इस सप्ताह आपका साथ देगा । इस सप्ताह जनता से आप कुछ विशेष समर्थन नहीं मिलेगा । आपको चाहिए कि आप किसी योग्य ब्राह्मण को पीले वस्त्र का  दान दें।
दर्शकों पूर्व में किए गए वादे के अनुसार मैंने कोरोनावायरस पर अपनी रिसर्च अधिकांश कार्य पूर्ण कर लिया है और उम्मीद है कि यह सप्ताह आपको इस विषय पर मेरा चौथा वीडियो प्राप्त होगा मेरे पुराने तीनों वीडियो को अगर आप देखें तो आप पाएंगे कि उसमें कही गई हर बात मां शारदा की कृपा से सही हो रही है । मां शारदा से मेरी प्रार्थना है कि आप सभी स्वस्थ रहें , संपन्न रहें ,और आपकी मनोकामनाएं पूर्ण हों ।

जय मां शारदा।

निवेदक:-
पंडित अनिल पाण्डेय
सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता 
सागर।

यूट्यूब लिंक- https://youtu.be/h2ncNX4aUPY

 
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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दो साल बाद की उलटबांसी .. @ब्रजेश राजपूत/ ग्राउंड रिपोर्ट

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दो साल बाद की उलटबांसी .. 

@ब्रजेश राजपूत/ ग्राउंड रिपोर्ट 

हम पत्रकारों को जितना आने वाले वक्त से प्यार होता है उतना ही गुजरे वक्त से भी स्नेह होता है. जैसे कल जब लिखने बैठा तो सामने के कैलेंडर पर 12 दिसंबर 2020 का पन्ना फड़फड़ा रहा है मगर मुझे दो साल पहले का 12 दिसंबर 2018 याद आ रहा है. उस दिन भोपाल में तब सत्ता परिवर्तन की आहट थी. सुबह के ग्यारह बजे थे और हम टीवी पत्रकार राजभवन के सामने खड़े होकर एक अदभुत दृश्य देख रहे थे, कि गवर्नर हाउस के प्रवेश द्वार से कमलनाथ का काफिला अंदर जा रहा था तो निकासी वाले द्वार से शिवराज सिंह चौहान का काफिला बाहर आ रहा था.
कमलनाथ सरकार बनाने का दावा करने जा रहे थे तो शिवराज इस्तीफा देकर निकल रहे थे. हमेशा की तरह शिवराज जी के चेहरे पर मुस्कुराहट थी उन्होंने हमारे कैमरों के सामने उंगलियों से वी यानि कि विक्ट्री का निशान बनाया, जब हम उनके पास पहुँचे तो कहा, "नाउ आई एम फ्री, इस्तीफा देकर आ गया हूं."

11 दिसंबर की देर रात तक चली मतों की गिनती के बाद जो परिणाम आये थे, उनमें बीजेपी 109 तो कांग्रेस 114 सीटें पा गयी थीं. बीजेपी चुनाव हारी नहीं थी तो कांग्रेस भी चुनाव जीती नहीं थी. कांग्रेस बहुमत पा नहीं सकी थी तो बीजेपी संख्या में पिछड़ी हुयी थी. मगर बीजेपी सत्ता से पंद्रह साल बाद हट रही थी तो कांग्रेस पंद्रह सालों में सत्ता पर काबिज होने जा रही थी. राजनीति के लिहाज से ये बड़ा बदलाव था.

दो साल बाद अब देख रहा हूं तो आज की तारीख में दो साल पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री भले ही कार्यकारी हों शिवराज सिंह चौहान ही थे तो वो आज भी मुख्यमंत्री हैं. वो जिस मुख्यमंत्री निवास में रह रहे थे, आज भी वहीं रह रहे हैं. कमलनाथ दो साल पहले जिस पद पर थे, आज भी वहीं हैं. यानि कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निवास आज भी उनका वही है जो पहले था यानि कि सिविल लाइंस का बड़ा बंगला. अब सवाल यही है कि इन दो साल में क्या कुछ बदला है. बदला भी है या नहीं. शायद जरा भी नहीं!

प्रदेश की राजनीतिक इतिहास में पंद्रह महीने का वक्त नगण्य ही होता है. इतिहास के पन्ने पलटते हुये जब देखा जायेगा तो 2018 में मध्य प्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा के लिये हुये चुनावों में बहुमत के करीब आकर कांग्रेस ने सरकार बनायी थी और बीजेपी को पंद्रह साल के शासन के बाद सत्ता छोड़नी पड़ी थी. शिवराज सिंह चौहान की मुख्यमंत्री पद से विदाई हुयी थी और कमलनाथ प्रदेश के नये मुख्यमंत्री बने थे. मगर पंद्रह महीने में ही फिर सब बदल गया और फिर वैसा ही हो गया जैसा पंद्रह महीने पहले था. यानि कि शिवराज सिंह फिर मुख्यमंत्री बने और कमलनाथ फिर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ही रह गये.
कांग्रेस के 'अच्छे दिन' पंद्रह महीने ही चल पाये और कांग्रेस विधायक मध्य प्रदेश में विधानसभा की सीटों पर अध्यक्ष की बाईं तरफ से फिर दाहिने तरफ की सीट पर आ गये. कांग्रेस का सत्ता सुख इतने कम दिन क्यों चला और इसके लिये कौन जिम्मेदार था, किस नेता ने क्या गलती की, शायद इसकी चर्चा आने वाले दिनों में कम ही की जायेगी. क्योंकि सफलता के सौ बाप होते हैं, हारने वाला अकेला ही होता है और हारने वाले के साथ कोई खड़ा नहीं होता, यहां तक कि इतिहास भी नहीं.
मगर हमारे लिये ज्यादा वक्त नहीं गुजरा है, सिर्फ दो साल ही हुये हैं. इसलिये कुछ नये सिरे से सोचा जा सकता है कि कांग्रेस ने 2018 में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में बेहतर तरीके से चुनाव प्रचार कर चुनावी रणनीति तैयार कर और किसान कर्जमाफी का पंजाब विधानसभा चुनावों में आजमाया हुआ नुस्खा सामने रखकर चुनाव लड़ा और बीजेपी को संख्या में पीछे छोड़ दिया था. तब के कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीनों चुनावी प्रदेशों में दो-दो नेताओं को आगे कर चुनाव लड़ा था. छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव तो राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट और मध्यप्रदेश  में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया. युवा और अनुभवी नेता का ये ब्लेंड काम आया और जनता ने बीजेपी को छोड़ कांग्रेस पर भरोसा किया मगर मुख्यमंत्री पद पर किसे चुनें इसमें राहुल गांधी ने अनुभव को आगे किया ओर युवा नेता से इंतजार करने को कहा.
राहुल ने सिंधिया और कमलनाथ के हाथों में हाथ डाल जो फोटो ट्वीट की उसमें रूसी महान लेखक लियो टॉलस्टॉय का चर्चित कोट लिखा, "द टू मोस्ट पावरफुल वॉरियर्स आर पेसेंस एंड टाइम", मतलब समय और धीरज से ज्यादा ताकतवर कोई नहीं. इशारा साफ था कि सिंधिया को धीरज तो कमलनाथ को वक्त के साथ चलने की नसीहत थी इस ट्वीट में. मगर गलती दोनों नेताओं से हो गयी.
कमलनाथ वक्त के साथ कदमताल कर चल नहीं पाये अपने को वक्त के मुताबिक बदल नहीं पाये और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी धीरज की सीख भुला दी. दल बदला और सरकार पलट दी. धीरज तो राजस्थान में सचिन पायलट ने भी छोड़ दिया था. वो तो कांग्रेस की किस्मत अच्छी थी वरना वहां भी आज राज वसुंधरा राजे सिंधिया का आ गया होता.
कल्पना करिये यदि राहुल ने धीरज का पाठ कमलनाथ को और समय का पाठ सिंधिया को पढ़ाकर यहां मध्य प्रदेश की कमान सौंपी होती तो फिर क्या बीजेपी की सत्ता में पंद्रह महीनों में वापसी होती?

कमलनाथ की वफादारी और अनुभव का फायदा कांग्रेस संगठन को आज दिल्ली में मिल रहा होता और पार्टी अहमद पटेल के इस तरह असमय जाने से सदमे में न होती. और इधर सिंधिया ऊर्जा ओर जोश से पंद्रह महीने बाद भी सरकार चला रहे होते. सोचिये, सोचने में भला क्या जाता है? 

ब्रजेश राजपूत, एबीपी नेटवर्क, भोपाल
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