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इस साल के आख़िर में पाँच पत्रकारों की पाँच किताबें @ ब्रजेश राजपूत/ ग्राउंड रिपोर्ट

इस साल के आख़िर में पाँच पत्रकारों की पाँच किताबें 

@ ब्रजेश राजपूत/ ग्राउंड रिपोर्ट 

इसे सन 2020 की आखिरी ग्राउंड रिपोर्ट मान कर लिख रहा हूं क्योंकि जब अगली ग्राउंड रिपोर्ट लिखूंगा तो सन 2021 आ जायेगा. कोरोना की महामारी के चलते ये यादगार साल रहा है, पूरी दुनिया के लिये. कोरोना पेंडेमिक, लॉकडाउन और क्वॉरन्टीन सरीखे तकरीबन भुला दिए गए शब्दों से हम सबका एक बार फिर सामना हुआ. देश-दुनिया में कामकाज ठप रहा. मगर कुछ लोग ऐसे थे जिन्होंने इस दौरान लगातार काम किया. कोरोना वॉरियर्स नहीं, मैं उन पत्रकार लेखकों की बात कर रहा हूं जिन्होंने इस महामारी में भी लिखा. सच कहूं तो साल के आखिर में एक से एक बेहतरीन किताबें बाजार में आयीं. कोरोना का रोना धोना तो हमने साल भर किया है इसलिये उसे छोड़ इस वक्त उन किताबों को याद करने का मन कर रहा है जिन्होंने पढ़ने वालों के मन पर छाप छोड़ी.

बात शुरू करते हैं राजनीति से, जिस पर अच्छा पढ़ना और लिखना मेरा पसंदीदा काम है. 2019 के आम चुनावों पर जाने माने पत्रकार राजदीप सरदेसाई की किताब '2019 मोदी की जीत' इस साल हिंदी और अंग्रेजी में आयी. इस किताब को पढ़े बिना आप अंदाजा नहीं लगा सकते कि 2019 के चुनावों में मोदी की ऐतिहासिक जीत के पीछे कितनी योजना और रणनीति और हाड़तोड़ मेहनत हुयी है. करीब चार सौ पन्नों और आठ खंडों में बंटी इस किताब में नरेन्द्र मोदी और अमित शाह पर विस्तार से लिखा गया है. गुजरात से लेकर दिल्ली तक की उनकी राजनीतिक यात्रा के दिलचस्प किस्से तो इसमें हैं ही, साथ ही मोदी की योजना काम करने के तरीके और अमित शाह की लगातार यात्राएं उनके साहसिक फैसले और रात दिन बिना थके काम करने के छोटे छोटे क्षेपकों को पढ़कर आप हैरान रह जायेंगे कि जब अमित शाह कहते हैं कि आने वाले तीस सालों तक बीजेपी राज करेगी तो वो यूं ही नहीं कहते. मोदी-शाह ने दिल्ली की राजनीति का व्याकरण और भाषा बदल दी है. साथ ही देश की स्वतंत्र संस्थाएं कैसे उनकी मर्जी से चलने लगी हैं, इस पर भी राजदीप ने बड़े साहस से लिखा है.

राजदीप के बाद अब बात बिहार के एक नये युवा पत्रकार पुष्यमित्र की किताब 'रुकतापुर' की जो बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले आयी. पुष्यमित्र अपने को घुमंतू पत्रकार मानते हैं और इस किताब में उनका घुमंतू साफ दिखता है और लगता है कि एक अच्छे पत्रकार को घुमंतू होना कितना जरूरी है. बिना शहर से बाहर घूमे और गांव में निकले अच्छी कहानियां जिसे हम पत्रकारिता की भाषा में कहते हैं नहीं मिल सकतीं. हालांकि ये अच्छी कहानियां समाज की बुरी कहानियां हैं जो हम पत्रकार सामने लाते हैं. बेहद प्रतिभाशाली लोगों और प्रकृति की मेहरबानियों वाला बिहार जिसमें झारखंड को भी शामिल किया जाये का विकास क्यों रूका हुआ और क्यों ठहरा हुआ है, ये इस किताब के किस्से या कहें रिपोर्ट पढ़कर समझ आ जायेगा. दिल्ली से लेकर मुंबई तक के लोग समझ ही नहीं सकते कि क्यों कोरोना काल में सबसे ज्यादा मजदूर बिहार ही लौटे. क्या हालत है बिहार के गांवों की जहां चमकी बुखार से हर साल हजारों बच्चे दम तोड़ देते हैं तो कोसी की बाढ़ कैसे हर साल हजारों हैक्टेयर की खेती तबाह कर देती है. उसके बाद भी 'सुशासन बाबू' नीतीश कुमार को प्रचारित किया जाता है. हर प्रदेश की कमियों पर ऐसी किताबें आनी चाहिये.

दिल्ली और पटना के बाद बात अब मुंबई के पत्रकार जितेंद्र दीक्षित की किताब 'थर्टी फाईव डेज' की जिसे अंग्रेजी में लिखा है. हम पत्रकार बदलती राजनीति को करीब से देखते हैं. रिपोर्टिंग के दौरान बहुत कुछ ऐसा भी होता है जिसे हम अपनी रिपोर्ट में बता या दिखा नहीं पाते. ऐसे में सबसे बेहतर है कि उस घटनाक्रम पर किताब लिख दें. महाराष्ट्र में 2019 के आखिर में कुछ ऐसा ही हुआ जो लंबे समय तक याद रखा जायेगा. विधानसभा चुनावों के परिणाम आने पर राजनीति ने ऐसी करवट ली कि साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले साथी अलग-अलग हो गये और एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले एक साथ जुड़कर सरकार बना बैठे. महाराष्ट्र में चुनाव परिणाम के बाद पहले बीजेपी और शिवसेना में अलगाव हुआ और फिर एनसीपी में बंटवारा हुआ. बीजेपी ने एनसीपी के साथ सरकार बनानी चाही. नये मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने शपथ भी ले ली. मगर बात नहीं बनी और तीन दिन में ही ये सरकार गिरी. एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना ने ऐसा गठबंधन बनाया जिसे चुनाव के पहले कोई सोच भी नहीं सकता था. राजनीति संभावनाओं के खेल राजनीति को जितेंद्र दीक्षित ने लगातार कवर किया. बहुत करीब से सारे घटनाक्रम को देखा और यादगार किताब लिख दी.

टीवी पत्रकार पर्दे के पीछे की कहानी ही नहीं लिखते बल्कि न्यूज रूम में टीवी के पर्दे के पीछे जो घट रहा होता है उस पर भी शानदार फिक्सन वाला उपन्यास लिख देते हैं. जी हां, मैं बात कर रहा हूं साल के चर्चित उपन्यास 'नैना' की. जिसे टीवी के वरिष्ट पत्रकार संजीव पालीवाल ने लिखा है. एक बड़े चैनल के न्यूज एंकर की हत्या हो जाती है और उसके बाद शुरू होती है एक किताब, न छोड़ने वाली तफ्तीश जिसमें उस एंकर के संबंधों का दायरा खुलता है, तो कौन है गुनहगार समझना आखिरी पन्ने तक बूझना मुश्किल होता है. टीवी की चमकदार दुनिया के खोखलेपन की रोमांचक कहानी है उपन्यास 'नैना'.

और अब आखिर में मेरी साल की पसंदीदा किताब नाम है जिसका 'बात पैसे की'. आउटलुक मनी की संपादक रह चुकीं मोनिका हालन ने बहुत आसान भाषा में उस दुनिया से पर्दा उठाया है जिससे आम मध्यम वर्गीय पाठक अंजान रहता है. मेहनत से कमाये आपके पैसों से कैसे मेहनत करायें और उसे किन जगहों पर लगाये जिससे आपकी बचत बढ़ती जाये, ये मोनिका की इस किताब का विषय है. शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, जीवन बीमा, गोल्ड, प्रापर्टी से लेकर क्रिप्टोकरेंसी पर ऐसी जानकारी जिसे पढ़कर आप कहेंगे कि काश ये किताब एक दो साल पहले मिल गयी होती तो मेरा बचत ज्यादा बढ़ चुकी होती. कुछ और पत्रकार मित्रों ने इस साल अच्छी किताबें लिखी है, जिनकी जानकारी फिर कभी.

★ ब्रजेश राजपूत, एबीपी नेटवर्क, भोपाल
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रीवा में मंदिर तोड़े जाने के विरोध में हिन्दू संगठनो ने दिया ज्ञापन

रीवा में मंदिर तोड़े जाने के विरोध में  हिन्दू संगठनो ने दिया ज्ञापन 

सागर। रीवा के इटावा बाईपास स्थित परशुराम आश्रम को ढहाए जाने के विरोध में सागर कलेक्ट्रेड  में शनिवार को हिन्दू संगठनों ने प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेड को सौपा।हिन्दू संगठनों का नेतृत्व कर रहे ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पं.भरत तिवारी ने कहा कि इस प्रकार की धर्म विरोधी कार्यशैली बर्दास्त नही की जायेगी चाहे वो सरकार हो या प्रशासन हम पुरजोर विरोध करेंगे आज ज्ञापन दिया है यदि सरकार ने दोषियों पर कार्यवाही नही की तो पूरे प्रदेश में सड़कों पर विरोध करेंगे।
शिवसेना नेता पप्पू तिवारी ने कहा कि एक तरफ भाजपा हिंदुत्व का राग अलापती है वही दूसरी ओर हिंदुओं के धर्म स्थलों को निशाना बना रही है रीवा की करतूत से शिवराज सरकार का धर्म विरोधी एजेंडा उजागर हो गया।धर्माधिकारी पं.विपिनबिहारी  महाराज ने कहा कि जिस समय प्रशासन उस आश्रम पर बुलडोजर चला रहा था उस समय  वहाँ साधु-संत भजन-कीर्तन कर रहे थे इतना निर्दय जिसका भी था उस पर शीघ्र कार्यवाही होनी चाहिये।संत पुजारी संघ के अध्यक्ष पं.शिवप्रसाद तिवारी ने कहा कि आश्रम गहरी आस्था का केंद्र था परिसर में हनुमान मंदिर,परशुराम मंदिर और शनि मंदिर थे प्राणप्रतिष्ठा द्वारा स्थापित मूर्तियों तक को विस्थापित नही किया गया स्थानीय प्रशासन की जल्लाद जैसी भूमिका नजर आती है।परशुराम सेना के अध्यक्ष पं.योगेश दीक्षित ने कहा कि सरकार और प्रशासन गंभीरता दिखाते हुये पुनः मंदिर निर्माण और मूर्तियों की स्थापना कराए साथ ही दोषियों पर एफआईआर हो अन्यथा हिन्दू संगठन चुप नही रहेंगे।कलेक्ट्रेड पर प्रदर्शन करने और ज्ञापन सौपने वालों में बजरंग सेना अध्यक्ष अभिषेक जैन,आदर्श केशरवानी,राजेश साहू,संत पुजारी संघ से डॉ पं.प्रमोद शास्त्री,पं.रामचरण शास्त्री,पं.संजय बाजपेयी,पं.रघु शास्त्री,पं.राजेश तिवारी,पं.शिवनारायण शास्त्री,पं.गोलू तिवारी,पं.आशीष चौबे,पं.गौरव दीक्षित,युबक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल चौबे,डॉ रामचंद शर्मा, सुशील तिवारी,राजेन्द्र देवलिया, वारिज तिवारी,पं.रामेश्वर दुबे,अनुराग पारासर,कपिल स्वामी,प्रज्वल भारद्वाज,राहुल रैकवार,आकाश सेन,हजारी प्रजापति सहित कई हिन्दू संगठनों के लोग मौजूद थे।


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पीएम आवास योजना , बीएलसी और डीपीआर घोटाले की हो न्यायिक जांच, आम आदमी पार्टी ने किया नगर निगम का घेराव

पीएम आवास योजना , बीएलसी और डीपीआर घोटाले की हो न्यायिक जांच, आम आदमी पार्टी ने किया नगर निगम का घेराव 

सागर। आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री आवास योजना और उसके घटक बीएलसी एवं डीपीआर घोटाले सहित नगर निगम में व्याप्त अनियमितताओं और भृष्टाचार के विरोध में तथा घोटालों की न्यायिक जांच की मांग को लेकर सागर नगर निगम कार्यालय का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता  डी ई ओ कार्यालय के पास एकत्रित हुए और रैली के रूप में नगर निगम कार्यालय पहुंचे । इस दौरान आप कार्यकर्ताओं ने नगर निगम कमिश्नर के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की । आप कार्यकर्ता जब निगम कार्यालय में आयुक्त से मिलने जाने लगे तो पुलिस प्रशासन द्वारा आप कार्यकर्ताओं को नगर निगम के मुख्य द्वार पर ही रोक लिया गया।
 जिससे आप कार्यकर्ता भड़क गए और पुलिस  तथा आप प्रदेश प्रवक्ता के बीच तीखी बहस हुई साथ ही आप कार्यकर्ताओ और पुलिस अधिकारियों के बीच झड़प भी हुई । सभी आप कार्यकर्ता निगम कमिश्नर आर पी अहिरवार से मिलकर घोटालों पर उनका जबाब चाहते थे पर आयुक्त  सूचना होने के बाद भी निकल गए जबकि कार्यकर्ता उन्हें बुलाने पर अड़े रहे। काफी देर तक जब निगम कमिश्नर आप कार्यकर्ताओं के समक्ष नहीं आये तो आप कार्यकर्ता नगर निगम के मुख्य द्वार पर ही धरने पर बैठ गए । इसी दौरान सिटी मजिस्ट्रेट सहित तमाम पुलिस अधिकारी और उपायुक्त आप कार्यकर्ताओं को मनाते रहे लेकिन कार्यकर्ता ठोस जबाव चाहते थे। 
कुछ समय उपरांत मध्यस्थता करने तहसीलदार प्रजापति और वैभव पहुंचे और उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच में स्वयं करूँगा तथा यदि कोई दोषी होगा तो उस पर कार्यवाही करूँगा । साथ ही आयुक्त अहिरवार जी से फोन पर चर्चा हुई इसके उपरांत सिटी मजिस्ट्रेट ने मौके पर है ज्ञापन पत्र जांच हेतु तहसीलदार प्रजापति को अग्रेषित करने को कहा । 
लगभग 2 घंटे बाद आप कार्यकर्ताओं द्वारा 6 सूत्रीय ज्ञापन नगर दंडाधिकारी को कलेक्टर के नाम और एक ज्ञापन आयुक्त के नाम से उपायुक्त को सौंपा गया।मामलों की जांच धरना स्थल पर ही तहसीलदार को सौंप दी गई तब जाकर घेराव एवं धरना समाप्त हुआ। 


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ज्ञापन की प्रमुख मांगे निम्न हैं - R

1 - पिछले 10 वर्षों में आपके कार्यालय द्वारा विभिन्न कार्यों के लिए जो डीपीआर बनवाई गई थी उनमें अपनाई गई प्रक्रिया औचित्य व्यय के उचित भुगतान संबंधी प्रक्रिया की न्यायिक जांच करा कर दोषियों पर अपराधिक कार्यवाही की जाए । 

2 - प्रधानमंत्री आवास योजना एवं उसके घटक बीएलसी योजना के अंतर्गत मकान राशि आवंटन में हुए भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं की जांच करा कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए साथ ही पूर्व में की गई जांच में कुछ लोगों पर एफ आई आर का प्रस्ताव था ,  उक्त लोगों/संस्था के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई जाए । 

3 - शहर में आवास योजना के अंतर्गत मकानों में अधिकांश जगह मकान किराए पर दिए गए हैं जिस कारण वहां के वास्तविक निवासियों को परेशानी हो रही है तत्काल ऐसे मकानों के आवंटन रद्द कराकर योग्य एवं जरूरत वाले व्यक्तियों को मकान जाएं । 

4- आपकी संस्था भ्रष्टाचार पर प्रभावी लगाम हेतु प्रभावी कदम उठाए । 

5- सागर तालाब के चारों ओर अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए एवं तालाब सौंदर्यीकरण तथा गहरीकरण सफाई के व्यय की औचित्य की जांच की जाए । 

6- शहर की सड़कें , लाइट , नालियां ठीक की जाएं । 

प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर धरणेन्द्र जैन ने चेतावनी देते हुए कहा कि 8 दिन के अंदर उक्त मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो आम आदमी पार्टी पुनः आंदोलन एवं घेराव हेतु बाध्य होगी जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और निगम प्रशासन की होगी साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में भृष्टाचार, अन्याय, अनियमितता बर्दास्त नहीं कि जावेगी।
       घेराव और धरना के दौरान मुख्य रूप से प्रदेश प्रवक्ता डॉ धरणेन्द्र जैन ,  शहरी जिला अध्यक्ष अभिषेक अहिरवार , ग्रामीण जिला अध्यक्ष के के प्रजापति , जिला संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह राजपूत , जिला उपाध्यक्ष भगवानदास रैकवार , जिला उपाध्यक्ष माधव प्रसाद अहिरवार , जिला उपाध्यक्ष डीके सिंह , जिला संगठन सह सचिव सुरेश गुप्ता , जिला कार्यकारिणी सदस्य प्रमेन्द्र साहू , जिला कार्यकारिणी सदस्य मोहन गौर , जिला कार्यालय सह प्रभारी  आदेश जैन , विनोद कुर्मी , अमित जैन मोदी , मनोज पटेल , लक्ष्मीकांत राज , तौफीक मिर्जा , अजमेरी अली , मोहम्मद इमरान , जुबेर , सुरेंद्र चौधरी , संतोष अहिरवार , अरुण सिंह राजपूत सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे। 

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सागर की अमूल्य धरोहरों को सहेजने के लिए कलेक्टर ने शुरू की मुहिम, ‘वॉकिंग दी हेरीटेज ऑफ सागर’ बुक हुई लाँच

सागर की अमूल्य धरोहरों को सहेजने के लिए कलेक्टर ने शुरू की मुहिम, 'वॉकिंग दी हेरीटेज ऑफ सागर' बुक हुई लाँच

सागर।  सागर की अमूल्य धरोहरों, ऐतिहासिक इमारतों,प्राकृतिक स्थानों और सांस्कृतिक महत्व की विरासत को सहेजने के लिए कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने मुहीम शुरू कर दी है। अब बच्च, युवा, पर्यटक सागर शहर की विरासत से रूबरू हो सकेंगे। शहर से पहचान कराती ऐसी ही एक किताब  'वॉकिंग दी हेरीटेज ऑफ सागर' को कलेक्टर  दीपक सिंह ने इंटेक् के चेयरमैन मेजर जनरल एलके गुप्ता, बुक की रचयिता सुश्री अंजली भरथरी, नगर निगम कमिशनर श्री आरपी अहिरवार, स्मार्ट सिटी सी ई ओ श्री राहुल सिंह राजपूत, इंटेक सागर चौप्टर के  रजनीश जैन, ताई श्रीमती मीना पिंपलापुरे , अनिरुद्ध पिंपलापुरे, अतुल जैन आदि की उपस्थिति में लॉन्च किया।
किताब की रचयिता सुश्री अंजली जो कि मूल रूप से देहरादून निवासी हैं ने बताया कि जब वे सागर में थी तो पूर्व कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक के संयोग से सागर हेरिटेज वॉक की शुरुआत हुई। धीरे-धीरे उनके समूह से लोग जुड़ते गये। एतिहासिक तथा पुरातत्व विशेषज्ञों के साथ ने इस सफर को और भी रोचक बना दिया। शहर की विभिन्न विरासतों से अनजान लोग अब इस किताब के माध्यम से सागर से जुड़े विभिन्न ऐतिहासिक, सांस्कृतिक पहलुओं को समझ पाएँगे।

कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने इस अवसर पर बताया कि सागर में ऐसे अनेक स्थान हैं जो सागर की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करते हैं। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा संरक्षित ऐरण के शिलालेख से गुप्त काल में सती प्रथा के साक्ष्य मिलते हैं। इस प्रकार ऐतिहासिक दृष्टि से ऐरण एक महत्वपूर्ण साइट है। उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य जिले के स्थानों, स्मारकों को संरक्षित करना है, साथ ही बच्चों, युवा पीढ़ी को इन धरोहरों से अवगत कराना है।

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कॉफी टेबल बुक करेंगे तैयार

उन्होंने बताया कि शीघ्र ही जिला प्रशासन द्वारा सागर की इन धरोहरों को संकलित करने के लिए एक कॉफी टेबल बुक तैयार की जाएगी। इसके पूर्व भी वे धार कलेक्टर रहते हुए माण्डू कॉफी टेबल बुक तथा बुरहानपुर कलेक्टर रहते हुए बुरहानपुर कॉफी टेबल बुक तैयार करवा चुके हैं।
कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने कहा कि इस प्रकार के कार्य करना इसलिए भी आवश्यक है जिससे की इन विरासतों का संरक्षण और विकास किया जा सके।जिले में कई ऐसे स्थान हैं जिन्हें संरक्षण की आवश्यकता है। जिला कलेक्टर का इस प्रकार जिले की धरोहर के प्रति रुचि लेने से निश्चित तौर पर इस क्षेत्र का भी संरक्षण एवं विकास होगा।

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नगरीय निकाय चुनाव 20 फरवरी और पंचायत चुनाव फरवरी-2021 के बाद होंगे
★राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा आदेश जारी -https://www.teenbattinews.com/2020/12/20-2021.html

कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने इंटेक के सदस्यों से भी वर्चुअल कॉन्फ्रेन्स के माध्यम से इस कार्य में सक्रिय रूप से सहयोग करने की अपील की। उन्होंने बताया कि सागर में स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत भी पुरानी बावड़ी, कुंए, छतरी, नदी किनारे के घाट आदि को संरक्षित किया जा रहा है।
वर्चुअल कार्यक्रम के अंत में शहर की जानी मानी समाज सेविका ताई श्रीमती मीना पिंपलापुरे ने समस्त प्रशासनिक अधिकारियों तथा इंटेक के सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
                             
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नगरीय निकाय निर्वाचन 20 फरवरी और पंचायत चुनाव फरवरी-2021 के बाद होंगे ★राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा आदेश जारी

नगरीय निकाय निर्वाचन 20 फरवरी और पंचायत चुनाव फरवरी-2021 के बाद होंगे

★राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा आदेश जारी

भोपाल। राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री बसंत प्रताप सिंह ने जानकारी दी है कि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा वर्तमान परिस्थितियों का आकलन करने के बाद यह पाया गया है कि कोविड-19 के संक्रमण में निरंतर वृद्धि तथा जन-स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टिगत स्वतंत्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन प्रक्रिया सम्पादित किये जाने की स्थिति वर्तमान में नहीं है। अत: भारत के संविधान के अनुच्छेद 243-K एवं 243-ZA में प्राप्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए नगरीय निकायों के माह दिसम्बर-2020 एवं जनवरी-2021 में प्रस्तावित आम निर्वाचन, नगर परिषद नरवर जिला शिवपुरी को छोड़कर (माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय अनुसार), 20 फरवरी 2021 के बाद कराये जायेंगे।

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इसी तरह इन्हीं परिस्थितियों के मद्देनजर त्रि-स्तरीय पंचायतों के माह दिसम्बर-2020 एवं जनवरी-2021 में प्रस्तावित आम निर्वाचन माह फरवरी-2021 के बाद कराये जायेंगे।



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RTE फीस भुगतान में विलंब पर सागर, दमोह, छत्तरपुर, पन्ना, टीकमगढ सहित 34 जिला परियोजना समन्वयकों को नोटिस जारी

RTE फीस भुगतान में विलंब पर  सागर, दमोह, छत्तरपुर, पन्ना, टीकमगढ सहित 34 जिला परियोजना समन्वयकों को नोटिस जारी
 
भोपाल। राज्य शिक्षा केंद्र ने आरटीई फीस प्रतिपूर्ति की कार्यवाही में विलम्ब और लापरवाही बरतने पर 34 जिलों के जिला परियोजना समन्वयकों को नोटिस जारी किया है। आयुक्त राज्य शिक्षा केंद्र श्री लोकेश कुमार जाटव ने उक्त कारण बताओ सूचना पत्र गैरअनुदान प्राप्त प्राइवेट स्कूलों को आरटीई फीस भुगतान में विलम्ब के लिए जारी किया है। इन सभी जिला परियोजना समन्वयकों को मध्यप्रदेश सिविल सेवा वर्गीकरण नियम 1966 के तहत नोटिस जारी कर सात दिवस में जवाब मांगा गया है।

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राज्य शिक्षा केंद्र ने सभी जिलों को समय-समय पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अंतर्गत फीस प्रतिपूर्ति की कार्यवाही शीघ्र सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे। बार-बार निर्देश दिए जाने के बावजूद भी इन जिलों के स्कूलों में वंचित समूह एवं कमजोर वर्ग के निःशुल्क अध्ययनरत बच्चों की सत्र 2016-17, 2017-18 और सत्र 2018-19 की फीस भुगतान के प्रस्ताव जिला परियोजना समन्वयक स्तर पर 3 माह से अधिक अवधि से लंबित थे। इन 34 जिलों में देवास, रीवा, सतना, खरगोन, मंदसौर, गुना, ग्वालियर, रायसेन, जबलपुर, भोपाल, अनूपपुर, आगर मालवा, सीधी, सागर, खंडवा, श्योपुर, हरदा, राजगढ़, भिंड, मुरैना, पन्ना, इंदौर, दमोह, नीमच, धार, अशोक नगर, छतरपुर, रतलाम, उमरिया, शाजापुर, दतिया, सीहोर और टीकमगढ़ ( निवाड़ी सहित ) शामिल हैं। 

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