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संस्कार पत्रिका का ऑनलाइन विमोचन हुआ, जैन गोलापूर्व महासभा की

संस्कार पत्रिका का ऑनलाइन विमोचन हुआ, जैन गोलापूर्व महासभा की

सागर 7 नवम्बर। आखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन गोलापूर्व महासभा द्वारा विवाह योग्य जैन युवक-युवतियों की जानकारी पर केंद्रित पत्रिका संस्कार का ऑनलाईन विमोचन किया गया. 
   कटरा नमक मंडी स्थित महासभा के राष्ट्रीय कार्यालय में आयोजित समारोह में राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष जैन घड़ी द्वारा विमोचन किया गया. इस अवसर पर चौधरी सुभाष जैन, देवेंद्र जैन लुहारी, जिनेश जैन बहरोल, डॉ अरविंद जैन, दिलीप जैन, महेंद्र जैन, अशोक जैन पिड़रूआ, राकेश जैन चच्चा जी, प्रेमचंद जैन, विनोद जैन, सुबोध जैन, अमित चौधरी, श्रीमती गुणमाला जैन, रेणु जैन, अंगुरी जैन, सुशीला जैन आदि उपस्थित रहे. महेंद्र जैन ने पत्रिका के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष पत्रिका में कुल 1472 प्रविष्टियां शामिल की गई हैं. जिनमें सभी शत प्रतिशत साक्षर है. एक प्रविष्ट यूएसए से भी शामिल हुई है.ऑनलाईन कार्यकम संकेत जैन द्वारा संचालित किया गया. पत्रिका में बुंदेलखंड के साथ-साथ मप्र और देश के अन्य राज्यों से प्रविष्टियां शामिल की गईं.
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प्रेम को व्याख्यायित करते बेजोड़ साॅनेट्स - डॉ.शरद सिंह ★ अनुवाद भाषाई सीमाओं का अतिक्रमण करने में एक महत्त्वपूर्ण हस्तक्षेप होता है - डॉ.नवीन कानगो ★ वनमाली सृजन पीठ के आयोजन में हुआ "ओ प्रिया!!!" का‌ लोकार्पण

प्रेम को व्याख्यायित करते बेजोड़ साॅनेट्स - डॉ.शरद सिंह
★ अनुवाद भाषाई सीमाओं का अतिक्रमण करने में एक महत्त्वपूर्ण हस्तक्षेप होता है - डॉ.नवीन कानगो
★ वनमाली सृजन पीठ के आयोजन में हुआ "ओ प्रिया!!!" का‌ लोकार्पण 

सागर।  देश भर में अपने विशिष्ट आयोजनों के लिए चर्चित साहित्य, संस्कृति और सृजन के लिए समर्पित वनमाली सृजन पीठ के नवस्थापित सागर केंद्र के कार्यक्रमों की शुरूआत रविवार को आदर्श संगीत महाविद्यालय में नोबल पुरस्कार विजेता कवि पाब्लो नेरुदा की पुस्तक हंड्रेड सॉनेट ऑफ लव की हिंदी में अनुदित पुस्तक "ओ प्रिया!!!" के लोकार्पण परिचर्चा से हुई। पुस्तक पर अपने समीक्षा वक्तव्य में प्रमुख वक्ता प्रोफेसर नवीन कानगो ने कहा "ओ प्रिया!!" मूलतः स्पैनिश में लिखी एक कालजयी कृति का हिंदी अनुवाद है। अनुवाद भाषाई सीमाओं का अतिक्रमण करने में एक महत्त्वपूर्ण हस्तक्षेप होता है।  एक सफल और सशक्त अनुवाद की पहचान है कि आपको मूल कृति की खुशबू गाहे-बगाहे आती रहे।उन्होंने अनुवादकर्ता विनीत मोहन जी के इस प्रयास को सफल बताते हुए कहा कि  उन्होंने  मूल पुस्तक के  भाषा के शिल्प, बिम्बों के प्रयोग एवं भौगोलिक एवं सांस्कृतिक चिन्हों को बेहतरीन ढंग से संजोया है।
उन्होंने संकलन के पहले सॉनेट 'माटिल्डा : नाम एक पौधे या एक चट्टान या एक मदिरा का' और जग प्रसिद्ध  सत्रहवें सॉनेट' आई डू नॉट लव यू एस इफ यू वेयर ए सॉल्ट रोज़ ऑर  टोपाज' की मूल कृति और अनुवाद का सुरुचिपूर्ण वाचन भी किया।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर निवेदिता मैत्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि पाब्लो नेरुदा बीसवीं सदी के सबसे लोकप्रिय कवियों मे से एक हैं।1904 ई में जन्मे नेरुदा ने काव्य और गद्य दोनों क्षेत्रों मे अपनी अलग छाप छोड़ी है। उनकी खासियत अपनी कविताओं से आशा उत्पन्न करना रहा है। उन्होनें सत्य को प्रस्तुत करने की बजाय, प्रकृति मे उपस्थित चिन्हों को प्रतुत किया, जिन्हें समझकर, आकलन कर फिर से नये चिन्ह बनाये जा सकते हैं। उन्होने प्रकृति का एक स्त्री के रूप मे मानव चेतना और संवेदना को प्रस्तुत करने के लिए उपयोग किया और इस प्रयास में उन्होनें स्त्री को अध्यात्मिक स्तर पर उठाया और उसे ब्रह्मांड की अन्तर चेतना के रूप मे स्थापित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही वनमाली सृजन पीठ केंद्र सागर की अध्यक्ष डॉ.सुश्री शरद सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ''ओ प्रिया'' अनूदित होते हुए भी पाब्लो के मौलिक साॅनेट्स का आनन्द दे पाने में सक्षम है। यूं भी अनुवाद कार्य दो भाषाओं, दो साहित्यों और दो भिन्न संस्कृतियों को जोड़ने का कार्य करता है। इतना श्रेष्ठ अनुवाद करके विनीत मोहन औदिच्य ने हिन्दी साहित्य और लैटिन अमरीकी साहित्य के बीच एक सृदृढ़ सेतु तैयार किया है। यह काव्य संग्रह न केवल पठनीय अपितु संग्रहणीय भी है। विशिष्ट अतिथि बुनियाद संस्था सागर की सचिव संस्कृतिविद् डॉ.कविता शुक्ला ने विनीत मोहन के द्वारा किए गए अनुवाद की सराहना करते हुए अपने विचार व्यक्त किए।
पुस्तक के अनुवादक विनीत मोहन औदिच्य ने अपने
सारगर्भित वक्तव्य में वनमाली का आभार व्यक्त करते हुए अनुवाद करने हेतु पाब्लो नेरुदा की पुस्तक का चयन करने ‌की प्रेरणा और इस प्रक्रिया में प्राप्त अनुभवों को जीवन का बेशकीमती उपहार रेखांकित किया।इस अवसर पर वनमाली सृजन पीठ, श्यामलम्, पाठक मंच, श्रीराम सेवा समिति, श्रुति मुद्रा, महिला लेखिका संघ,स्वर संगम सहित अनेक शुभेच्छुओं ने अनुवादक विनीत मोहन औदिच्य का शाल, श्रीफल, पुष्पमाला भेंटकर अभिनंदन किया। वनमाली सदस्य शुभम उपाध्याय रंगकर्मी ने अनुवादक विनीत मोहन के जीवन परिचय का वाचन किया।
कार्यक्रम का शानदार संचालन करते हुए वनमाली परिवार के वरिष्ठ सदस्य सहा.प्राध्यापक डॉ.आशुतोष‌
ने वनमाली सृजन पीठ की गतिविधियों और भविष्य में किए जाने वाले कार्यक्रमों पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती पूजन से हुआ। वनमाली संस्था के सदस्य कवि‌ डॉ.नलिन जैन ने मधुर स्वर में सरस्वती वंदना की। वनमाली सृजन पीठ सागर केन्द्र के संयोजक उमाकांत मिश्र ने स्वागत वक्तव्य दिया तथा सभी अतिथियों का पुष्पहार व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया । आभार प्रदर्शन संस्था के सदस्य कवि डॉ.नलिन जैन ने किया। 
इस अवसर पर शिवरतन यादव, डॉ.दिनेश अत्रि, आशीष ज्योतिषी,हरिसिंह ठाकुर,आर के तिवारी, डॉ.शशि कुमार सिंह,डॉ.आर आर पाण्डेय, डॉ.जी एल दुबे, डॉ.अमर जैन,डॉ. चंचला दवे, जयंती सिंह लोधी, सरला‌ मिश्रा,ममता भूरिया,अल्का सिद्धार्थ‌ शुक्ला, दिशा अत्रि, डॉ.मनोज श्रीवास्तव,उदय खेर, डॉ.अशोक कुमार तिवारी, पी आर मलैया,वीरेंद्र प्रधान, अशोक तिवारी अलख,हरी शुक्ला, रमाकांत शास्त्री, संतोष पाठक, मुकेश तिवारी,डॉ. विनोद तिवारी, रमेश दुबे, आदर्श दुबे, अखिलेश शर्मा, डॉ.अरुण पंडा, अमित मिश्रा, अविनाश देसाई, मुकेश निराला,ग्रिजेश कुमार मिश्रा, डॉ.ऋषभ भारद्वाज,विजय रंजन श्रीवास्तव, अमन औदिच्य सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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न्यायाधीश ने जेल पहुंचकर कैदियों को अपील अधिकार की जानकारी दी



न्यायाधीश ने जेल पहुंचकर कैदियों को अपील अधिकार की जानकारी दी

सागर । मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत जिला एवं सत्र न्यायाधीश डीएन मिश्र अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में तहसील विधिक सेवा समिति बंडा के अध्यक्ष जिला न्यायाधीश ने जेल जागरूकता के संबंध में विशेष शिविर का आयोजन सब जेल बण्डा में आयोजित किया गया। जिसमें तहसील विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष आरपी मिश्र ने कैदियों के अपील अधिकार बंदियों के मूलभूत मानव अधिकार एवं निशुल्क विधिक सहायता के बारे में बताया एवं सुश्री रेनू खान न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी प्ली - बारगिंनिग डिफाल्ट बेल के सबंध में कैदियों को जानकारी दी। स्पेशल प्रोग्राम जेल अवेयरनेस शिविर में समस्त जेल प्रहरी समस्त कैदी एवं विचारधीन बंदी जेल स्टाफ उपस्थित था शिविर का आभार सहायक जेल अधीक्षक राजेंद्र यादव ने व्यक्त किया। 
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डाकघर की योजनाओं का लगा महामेला, बेहतर कार्य करने वाले हुए पुरस्कृत

डाकघर की योजनाओं का लगा महामेला, बेहतर कार्य करने वाले हुए पुरस्कृत

सागर।  मुख्य पोस्टमास्टर जनरल म.प्र. परिमण्डल भोपाल जितेन्द्र गुप्ता के मुख्य आथित्य में सागरकेण्ट प्रधान डाकघर में डाक जीवन बीमा, सुकन्या समृद्धि योजना, इंडिया पोस्ट पेंमेंट बैंक एवं अन्य व्यवसाय विकास योजनाओं का महामेला संपन्न हुआ हैं। 
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में  अभिषेक चैबे उप-मंडलीय प्रबंधक डाक जीवन बीमा कार्यालय मुख्य पोस्टमास्टर जनरल परिमण्डल कार्यालय भोपाल उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता  ए.के. जैन प्रवर अधीक्षक डाकघर सागर-संभाग सागर द्वारा की गई । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री जितेन्द्र गुप्ता जी ने डाकघर के कार्य विस्तार पर चर्चा की दिये गये लक्ष्यों को पूर्ण करने हेतु कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया एवं मेले में अच्छे कार्य करने वाले कर्मचारियों सम्मानित किया गया। इस महामेले में पीएलआई हितग्राहियों को चैक वितरण एवं सुकन्याओं को सुकन्या समृद्धि योजना के खातों की पासबुक का वितरण मुख्य अतिथि के कर-कमलों द्वारा किया गया।
अक्टूबर माह 2021 में सुमंगल जीवन अभियान के तहत 603 पीएलआई पाॅलिसी एवं 845 आरपीएलआई पाॅलिसियाॅ प्राप्त की गई।
कार्यक्रम में सहायक अधीक्षक दमोह श्री हरीश राय, उपसंभागीय निरीक्षक - श्री नीरज खरे एवं श्रीअमित नामदेव, प्रधान डाकघर के पोस्टमास्टर श्री गया प्रसाद अहिरवार जी एवं दमोह प्रधान डाकघर के पोस्टमास्टर धमेन्द्र सिंह ठाकुर एवं श्री जागेश्वर प्रसाद यादव डिप्टी पोस्टमास्टर , नवीन बरूआ, सुदेश जैन, जावेद मिर्जा डी.डी.रजक एवं समस्त डाक कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री आर.के.चैबे द्वारा किया गया।

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उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों के नाम एवं कार्य

1 श्री हरीश राय ओवरआॅल बेस्ट सबडिवजीन अवार्ड 
2 कु. आशी पाठक एवं कु. राजुल दुबे पोस्ट आॅफिस आधार सेवा केन्द्र में बेस्ट कार्य हेतु
3 श्री नीलेश नेमा एवं युवराज विश्वकर्मा ,सुकन्या समृद्धि योजना के खाते खोलने विभागीय कर्मचारी कैटेगरी
4 श्री चक्रेश जैन एवं श्रीमति कृष्णा बाई सुकन्या समृद्धि योजना के खाते खोलने ग्रामीण डाक सेवक कैटेगरी
5 श्री शीतल प्रसाद जैन इंडिया पोस्ट पेंमेट बैंक में बेस्ट कार्य करने हेतु
6 श्री दिनेश कुमार सोनी
श्री रामकुमार अहिरवार
श्री व्ही.के.जैन सीनियर पीएलआई की पाॅलिसियाॅ खोलने विभागीय कर्मचारी कैटेगरी
7 श्री अमित खेर पीएलआई की पाॅलिसियाॅ खोलने ग्रामीण डाक सेवक कैटेगरी
8 कु. दीक्षा मिश्रा, श्री आर.के.मिश्रा, श्री भरत प्रजापति एवं श्री बारेलाल पिप्पल पीएलआई की पाॅलिसियाॅ खोलने डायरेक्ट एजेण्ट एवं एफओ कैटेगरी
9 श्री जाहर सिंह दांगी, श्री प्रशांत मुडा, श्री अशोक सेन आरपीएलआई की पाॅलिसियाॅ खोलने ग्रामीण डाक सेवक कैटेगरी

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महिलाओं को भी दिलाएंगे रोजगार : मंत्री भूपेंद्र सिंह ★ प्रजापित समाज ने किया सम्मान


महिलाओं को भी दिलाएंगे रोजगार  : मंत्री भूपेंद्र सिंह

★ प्रजापित समाज ने किया  सम्मान

खुरई।  नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने 80 लाख रूपए लागत के जनपद भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आजीविका मिशन के माध्यम से रोजगार की जो योजनाएं चल रही हैं, उनका लाभ महिलाओं को भी मिले, यह मेरा प्रयास है। रविवार को खुरई में मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने अपने निवास पर क्षेत्र के नागरिकों के साथ दीपावली मिलन समारोह धूमधाम से मनाया।
जनपद भवन के लोकार्पण समारोह में मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि अगर परिवार को सुखी रखना है तो महिलाओं को आगे आना होगा। सागर जिले में महिला स्व सहायता समूहों के लिए 9 करोड़ का बजट आया है। जिले में जो समूह लाभ में चल रहे हैं, उनका प्रजेंटेशन खुरई विधानसभा क्षेत्र की महिलाओं को कराया जाएगा। जरूरत पड़ी तो अच्छे समूहों का काम देखने बसों से भिजवायेंगे। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि राशन की दूकानें महिलाओं को दी जाएंगी। आगनबाड़ी, स्कूल और गौशाला में जो सामग्री लग रही है, उनका काम महिला समूहों को दिया जाएगा। समर्थन मूल्य के खरीदी केन्द्र भी महिला समूह संभालेंगे।
मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि पंचायतें ग्रामीण विकास का आधार हैं। अतः पंचायतों के प्रतिनिधि जनहित में अच्छा काम करें। सरकार जल जीवन मिशन के अंतर्गत गांव के घर घर में नल का कनेक्शन लगाने की योजना पर काम कर रही है। गांवों में आबादी के नक्शे तैयार हो रहे है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह ने निर्णय लिया है कि गांवों में प्रत्येक गरीब परिवार को आवास हेतु पट्टे मिलें। उन्होंने कहा कि खुरई के विकास हेतु वे लगातार प्रयास कर रहे हैं। अतः सबको मिलकर काम करना है।
प्रजापित समाज ने किया भूपेन्द्र सिंह का सम्मान
रविवार को खुरई में प्रजापित समाज ने मंत्री भूपेन्द्र सिंह का नागरिक अभिनंदन किया। इस अवसर पर मंत्री श्री सिंह ने कहा कि इस सम्मान के लिए उनका जीवन हमेशा समाज के प्रति समर्पित रहेगा। प्रजापति समाज के बच्चों को भी रोजगार मिले, यह मेरा प्रयास है। प्रजापित समाज ओबीसी में आता है और प्रदेश सरकार ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण दिलाने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि खुरई के विकास में सबसे बड़ा योगदान प्रजापित समाज का है। उन्होंने खुरई में प्रधानमंत्री योजना के 7 हजार मकान स्वीकृत कराये तो निर्माण के लिए ईटे आपने ही दी। विकास होता है तो इसका लाभ सबको मिलता है। उन्होंने काहा कि समाज का जो भवन बन रहा है, उसे सुंदर बनाये।

मंत्री निवास पर मनाया दीपावली मिलन समारोह

मंत्री भूपेन्द्र सिंह के खुरई स्थित निवास पर क्षेत्र की जनता के साथ दीपावली मिलन समारोह धूमधाम से मनाया गया। मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने हजारों की संख्या में पधारे क्षेत्रवासियों के साथ सामूहिक भोज किया।
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पंडित श्री देव प्रभाकर शास्त्री "दद्दा जी" की स्मृति मै वृन्दावन धाम में होगा असंख्य पार्थिव शिवलिंग निर्माण ,19 नवम्बर से 21 नबम्बर तक

पंडित श्री देव प्रभाकर शास्त्री "दद्दा जी" की स्मृति मै वृन्दावन धाम  में होगा असंख्य पार्थिव शिवलिंग निर्माण ,19 नवम्बर से 21 नबम्बर तक

★ डॉ अनिल शास्त्री के सानिध्य में होगा तीन दिवसीय आयोजन 

सागर। श्री दददा शिष्य मंडल सागर की महत्वपूर्ण बैठक मकरोनिया स्थित श्रीराम दरवार दद्दा जी गुरूमां मंदिर मे रखी गई ।बैठक मे दद्दा शिष्य मंडल के सभी वरिष्ठ द्वारा यह निर्णय लिया गया दिनांक 19 से 21 नंवमबर तक होने वाले तीन दिवसीय असंख्य पार्थिव शिवलिंग निर्माण मे ददादा शिष्य मंडल के सभी सदस्यो को यज्ञ संबंधित व्यवस्था की जबाब दारी सौपी एव यज्ञ एव भोजनशाला हेतु अनुदान राशी एकत्रित की गई।  बैठक मे प्रमुख रूप से दददा शिष्य मंडल के वरिष्ठ सदस्य राजकुमार तिवारी जी गडर  सुखदेव मिश्रा ,अजीत सिंह भैसा उत्तम सिंह ठाकुर, अभिषेक गौर, पंडित केशव महाराज  रितेश तिवारी  शान्तिसरूप दुबे विधासगर उपाध्याय , मोहन कुशवाहा राजा रिक्षारिया  ,हेमंत रैकवार महेन्द्र गोस्वामी,  सीताराम सेन ,नरेन्द्र तिवारी नितिन रठौर ,अंजुल शुक्ला मुकेश वैश्य निश्चय सोनी,  रिन्कू सूयस ,अंकित ठाकुर  अमीत पाठक ,अनिरुद्ध गौर  आदि मौजूद थे। 
 
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सागर के व्यापारी ने गोली मारकर आत्महत्या की

सागर के व्यापारी ने गोली मारकर आत्महत्या की


सागर । सागर शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत लिंक रोड पर एक व्यवसायी ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली जिसके पास से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है । घटना के बाद मौके पर कोतवाली पुलिस और एफएसएल टीम पहुंची ।  सूत्रों की माने तो लिंक रोड निवासी 51 वर्षीय महेश साहू विगत करीब 5 वर्षो से गले के कैंसर से पीड़ित था।  जिसका इलाज भोपाल स्थित कैंसर हॉस्पिटल में चल रहा था इसी बात से परेशान होकर बीती देर रात मृतक महेश ने घटना को अंजाम दे दिया। वही कोतवाली थाना प्रभारी सतीश सिंह की माने तो कैंसर बीमारी से पीड़ित महेश साहू ने अपनी लाइसेंसी 12 बोर बंदूक से गोली मारकर आत्महत्या की है जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
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मैं कोविड का अनाथ बालक .... ★ ब्रजेश राजपूत /एबीपी न्यूज़

मैं कोविड का अनाथ बालक ....

★ ब्रजेश राजपूत /एबीपी न्यूज़


कैसे कहूं कि मेरा परिचय क्या है, बस ये समझिये कि साल के शुरुआती महीनों में जब कोरोना कहर बनकर पूरे देश पर छाया तो मेरे सर से भी पहले पिता फिर मां का साया उठ गया और मैं अनाथ हो गया तेरह साल की उम्र में ही। भरी दुनिया में अकेला होना क्या होता है ये मुझे उन दिनों पता चला मगर भला हो मेरे चाचा चाची का जो उन्होंने मुझे अपने साथ रख लिया, अब मैं उनके साथ रह रहा हूं विदिशा में। 
कुछ दिनों पहले मेरे घर सरकारी विभाग के लोग आये और मेरे चाचा से मुझे भोपाल ले जाने के लिये सहमति मांगी। मैं भी हैरान था कि मुझे भोपाल क्यों जाना है, वहां जाकर क्या करूंगा, फिर बाद में चाचा ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन बच्चों को रविवार को अपने घर बुलाया है जो मेरे जैसे हैं यानी कि जिनके मां बाप कोरोना में चल बसे। हम बदनसीब बच्चों को शिवराज क्यों बुलाना चाहते है ये सब मेरे छोटे दिमाग की समझ में नहीं आ रहा था। 
रविवार की सुबह हम भोपाल की श्यामला हिल्स में मुख्यमंत्री निवास के सामने थे। सजा हुआ बड़ा सा बंगला जिसमें अंदर घुसते ही दायां तरफ एक बडा पंडाल था। जिसमें आगे छोटा सा मंच फिर उसके सामने बैठने की कुर्सियां और उनके पीछे गोल टेबिल लगे थे। किनारे की ओर वैसे ही खाने पीने के स्टाल थे जैसे हम शादियों के रिसेप्शन में देखते हैं। मुझे आगे की कुर्सियों पर कुछ दूसरे बच्चों के साथ बिठा दिया गया। उस पंडाल में मुझे सब कुछ थोडा अजीब सा लग रहा था। मैं कभी इतने बडी जगह नहीं गया था। थोड़ी देर बैठने के बाद ही वहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आ गये।चश्मा लगाये दुबले पतले पेंट शर्ट पहने मुस्कुराते हुये वो मेरी ही तरफ आ गये। मेरे खडे होने से पहले ही वो पूछने लगे कैसे हो तुम, क्या नाम है तुम्हारा, मैं शिवराज हूं, तुम्हारा मामा। डरी सहमी आवाज़ में मेरे जवाबों को सुनकर वो आगे बढ गये। उनके साथ उनकी पत्नी भी थीं। वो भी हमारी तरफ प्यार भरी निगाहों से देख रहीं थीं। अब मुझे यहां थोडा अच्छा लगने लगा था क्योंकि मेरे आसपास भी जो बच्चे बैठे थे वो सारे भी मेरी ही तरह थे यानी कि बिना मां बाप वाले। उन सबको देख अब मेरा हौसला बढने लगा था कि कोरोना ने मेरे मम्मी पापा को ही नहीं छीना, ये बुरा वक्त इतने सारे बच्चों पर भी आया है और जब ये सारे यहाँ आकर प्रसन्न हैं तो मैं खुश क्यों नही हो सकता।


इस बीच में शिवराज जी ने माइक लेकर बात करनी शुरू कर दी। वो सच में मामा जैसी बातें कर रहे थे। बोले कि सुनो तुम्हारे मां बाप की कमी तो हम दूर नहीं कर सकते मगर तुम सबकी पढ़ाई लिखाई और रहने खाने में कोई परेशानी ना हो ये काम हम करेंगे। हर महीने पांच हजार रुपये तुम्हारे खाते में आयेंगे। घर पर राशन और स्कूल का खर्चा भी हम उठायेंगे। सच में ये तो अच्छी बात थी इससे हमारे चाचा चाची पर हम बोझ नहीं बन पायेंगे ये शिवराज समझा रहे थे। वो बोले तुम अच्छा पढोगे तो तुम्हारे मम्मी पापा जहां भी होंगे खुश होंगे इसलिए उनको खुश करने के लिये खूब पढो। 
इसके बाद वो हम बच्चों से दिवाली के दिये भी जलवाने लगे। हम सारे बच्चों ने लाइन में लगकर शिवराज जी के साथ दिये जलाये। वो ये भी देख रहे थे कि कोई बच्चा छूटे नहीं और बहुत सारे कैमरों की भीड में किसी को धक्का भी ना लगे। 
अब आयी खाने की बारी हम सबको सजी हुई गोल टेबल पर बैठा दिया। टेबल पर था गोल गप्पे, चाट, चाउमीन, पाव भाजी ओैर बडे बडे रसगुल्ले। बाप रे इतना कुछ मेरी पसंद का, ना कभी एक साथ मुझे मिला था, ना मैंने देखा था। मैं मजे में जुट गया चाउमिन खाने में  कि पीछे से आवाज़ आयी अरे तुम तो विदिशा वाले होकर गुलाब जामुन नहीं खा रहे। लो ये खाओ और मेरी कटोरी से गुलाब जामुन उठाकर मुझे चम्मच से खिला दिया। सच बताऊं मुझे अच्छा लगा। तभी मेरे सामने बैठे भैया ने एक कागज पर कुछ लिख कर उनको दिया। तो शिवराज जी ने हम सबसे कहा कि जो तुम सब कहना चाहते हो जो भी परेशानी हो उसे मुझे लिख कर दे दो। मैं कोशिश करूंगा कि तुम्हारी सारी छोटी बड़ी दुख तकलीफ दूर कर सकूं। फिर वो बोले अरे भाई मुझको भी तो खाना खिलाओ इन बच्चों के साथ साथ मुझे भी बहुत भूख लगी है। मुख्यमंत्री का इस तरह हम बच्चों की तरह खाना मांगने पर मुझे हंसी आ गयी फिर क्या था एक टेबल पर उनको और मामी को खाना परोसा। 


इस मनपसंद खाने के बाद अब हम सब बच्चे सामान्य हो गये थे। एक दूसरे से बात कर रहे थे नाम और पता पूछ रहे थे। अब यहां अच्छा लगने लगा था। खाने के बाद शिवराज जी और उनकी पत्नी घर परिवार की तरह हम सबको सीएम हाउस दिखाने ले गये। इतना बडा बंगला अंदर से मैंने तो पहली बार देखा था। बंगला के अंदर हरी घास का बडा सा लान, पार्क,  लंबी सड़क और खूब सारे कमरे सब कुछ तो था। शिवराज जी ने हमें अपने काम करने का कमरा टेबल कुर्सी सब दिखाई और कहा कि यहां बैठकर ही उन्होंने हम बच्चों के लिये मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना बनाई है। जिससे मेरे जैसे प्रदेश के 1365 बच्चों के रहने और पढ़ने लिखने का खर्चा भी सरकार उठायेगी। अरे वाह ये तो अच्छी बात है। लौटते में हमें गिफ़्ट भी मिले। मगर मेरे लिये सबसे बडा गिफ़्ट था ये अहसास कि अब मैं अकेला नहीं हूं, मेरे जैसे बहुत सारे बच्चे हैं जिनकी जिंदगी में अचानक दुख और अकेलापन आया है मगर हमारा दुख बांटने वालों में शिवराज मामा भी हैं जिनकी मदद से हम अच्छा पढेंगे लिखेंगे, जिससे हमारे मम्मी पापा जहां भी होंगे खूब खुश होंगे। 

● ब्रजेश राजपूत, एबीपी नेटवर्क,  भोपाल
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