पिछले साल से ज्यादा यूरिया बंटा सागर जिले में,कलेक्टर ने ली बैठक ,अफसर पहुचे वितरण केंद्रों पर,किया निरीक्षण


पिछले साल से ज्यादा यूरिया बंटा  सागर जिले में,कलेक्टर ने ली  बैठक ,अफसर पहुचे वितरण केंद्रों पर,किया निरीक्षण
 सागर । जिले में उर्वरक व्यवस्था के संबंध में कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक द्वारा समीक्षा की गई। बैठक में उपसंचालक कृषि, जिला विपणन अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला सहकारी बैंक एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में बताया गया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है। कृषकों को सुविधापूर्वक खाद उपलब्ध हो इसके लिए विपणन केन्द्रों का समय प्रातः 8 बजे से शाम 7 बजे तक करने के निर्देश दिये गये। जिला विपणन अधिकारी को निर्देशित किया गया कि आगामी आने वाली रैक 80ः20 के अनुपात में सहाकारिता एवं निजी क्षेत्र में वितरण सुनिश्चित किया जाये। कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल द्वारा कृषि विभाग एवं विपणन संघ के वरिष्ठ अधिकारियों से भी उर्वरक की उपलब्धता बढ़ाने एवं पी.ओ.एस. बढ़ाये जाने हेतु चर्चा की गई।
उपसंचालक कृषि द्वारा बताया गया कि जिले में विगत वर्ष नवम्बर माह तक लगभग 10,000 मीट्रिक टन यूरिया का वितरण हुआ था, जबकि इस वर्ष अभी तक लगभग 16,000 मीट्रिक टन का वितरण किया जा चुका है। यूरिया लगातार प्राप्त हो रहा है माह दिसम्बर में लगभग 4 रैक आना प्रस्तावित है ।कृषकों से अनुरोध है कि वे आवश्यकता से अधिक यूरिया न ले एवं धैर्य बनाये रखें। जिले में सभी कृषकों को यूरिया उनकी आवश्यकतानुसार प्रदाय कराया जावेगा।
उर्वरक विक्रेताओं के यहां निरीक्षण
 कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक के निर्देशानुसार में बुधवार को जिला स्तरीय दल द्वारा गुण नियंत्रण अंतर्गत केसली विकासखंड में आकस्मिक निरीक्षण किया गया। जिसमें समिति प्रबंधक श्री सचेन्द्र जैन के यहां निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण में पाया गया कि संबंधित समिति प्रबंधक द्वारा बमोरी की समिति बिना स्थान परिवर्तन किए उर्वरक विक्रय किया जा रहा था। जिसके सेंपलिंग बार निरीक्षण की कार्रवाई की गई। इसके साथ ही विकासखंड के विक्रेताओं के यहां भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण दल में श्री जितेन्द्र सिंह राजपूत सहायक संचालक, श्री अंबा मेढा अनुविभागीय कृषि अधिकारी रहली, श्री अनिल राय अनुविभागीय कृषि विकास अधिकारी सागर, श्री डीके श्रीवास्तव वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी केसली, श्री बीपी पटेल कृषि विकास अधिकारी केसली और श्री भूपेंद्र सिंह राजपूत तकनीकी सहायक मौजूद थे।

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