सागर : नाबालिग से दुष्कृत्य करने वाले आरोपी को 20 साल की सजा



सागर : नाबालिग से दुष्कृत्य करने वाले आरोपी को 20 साल की सजा 

 

सागर। न्यायालय- श्रीमती नीलू संजीव श्रृंगीऋषि विशेष न्यायाधीश /नवम् अपर सत्र न्यायाधीश पाॅक्सो एक्ट सागर के न्यायालय ने आप्रकृतिक दुत्कृत्य करने वाले आरोपी राजा गौड़ पिता लखन उम्र 20 साल निवासी अंतर्गत थाना जैसीनगर जिला सागर को धारा 377 भादवि में दोषी पाते हुए 10 साल का सश्रम कारावास एवं 2000 रूप्ये का अर्थदंड और धारा 5/6 पाॅक्सो एक्ट में दोषी पाते हुए 20 साल का सश्रम कारावास एवं 2000 रूप्ये का अर्थदंड से दंडित किया गया। राज्य शासन की ओर से पैरवी वरिष्ठ सहा0 जिला अभियोजन अधिकारी श्रीमती रिपा जैन, सागर ने की।
घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 01.11.2018 को दोपहर 12ः00 बजे फरियादी खेत में बोनी  कराने के लिए गया था। शांम करीब 06 बजे जब वह घर पर वापिस आया तो उसकी पत्नि ने बताया कि पीडित ने उसे बताया है कि आरोपी राजा पीडित को कुऐं की टपरियां मे ले गया था और वहां पर उसके साथ आप्रकृतिक दुत्कृत्य किया। पीडित के पिता पीडित को तिलि अस्पताल सागर इलाज के लिए लाये थे जहां पीडित के पिता की नाल्सी के आधार पर थाना जैसीनगर में धारा 377 भादवि एवं पाॅक्सो एक्ट का प्रकरण दर्ज किया गया। विवेचना के दौरान विवेचक द्वारा घटना स्थल का नक्सा मौका बनाया गया एवं साक्षियों के कथन लेखबद्ध किया गये। पीडित एवं उसके परिजनों के धारा 164 के कथन कराये गये। बालक की आयु के संबंध में दस्तावेज प्राप्त किये गये तथा पीडित एवं आरोपी का चिकित्सीय परीक्षण कराया गया। जप्ती की कार्यवाही कर जप्ती पत्रक तैयार किये गये। जप्तष्ुादा सामग्री को जांच हेतु एफ.एस.एल सागर भेजा गया। अनुसंधान पूर्ण कर अभियोग पत्र न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। न्यायालय में अभियोजन ने महत्वपूर्ण साक्ष्य प्रस्तुत किये और पीडित बालक द्वारा दी गयी घटना की जानकारी की सुसंगतता को डी.एन.ए. रिपोर्ट से प्रमाणित कराया गया। जिसके आधार पर न्यायालय द्वारा आरोपी राजा गौड़ पिता लखन उम्र 20 साल निवासी अंतर्गत थाना जैसीनगर जिला सागर को धारा 377 भादवि में दोषी पाते हुए 10 सश्रम कारावास एवं 2000 रूप्ये का अर्थदंड और धारा 5/6 पाॅक्सो एक्ट में दोषी पाते हुए 20 साल का सश्रम कारावास एवं 2000 रूप्ये का अर्थदंड से दंडित किया गया।





लोहे की छड से मारपीट करने वाले आरोपीगण को 06-06 माह का सश्रम कारावास

 

सागर। न्यायालय-श्रीमान रोहित कुमार न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी, श्रृंख्ला न्यायालय मालथौन के न्यायालय ने आरोपी मोहन धानक उम्र 53 साल एवं हनुमत पिता मोहन धानक उम्र 28 साल दोनों निवासी मडैया माफी थाना मालथौन जिला सागर को धारा 324 सहपठित धारा 34 भादवि मे ंदोषी पाते हुए दोनो आरोपीगण को 06-06 माह का सश्रम कारावास एवं 500-500 रूपए के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया। राज्य शासन की ओर से पैरवी सहा0 जिला अभियोजन अधिकारी श्री अनिल अहिरवार ने की।

घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 01.09.2013 को करीब 03ः30 बजे फरियादी तथा कुछ लोग दुकान पर बैठे थे तभी आरोपीगण मोहन धानक एवं हनुमत धानक वहां से निकले जोकि हाथ में लोहे की छड (सांग) लिये थे। उक्त आरोपी हनुमत दुकानदारी के लेनदेन पर से एवं शराब के नषे में उक्त फरियादी को गंदी-गंदी गालिया देने लगा। फरियादी ने गाली देने से मना किया तो आरोपीगण ने लोहे की छड मारी जिससे फरियादी को गंभीर चोट कारित हुई। फरियादी को बचाने अन्य व्यक्ति आये तो आरोपीगण ने उनके साथ भी मारपीट कर दी। फरियादी ने उक्त घटना की रिपोर्ट थाना मालथौन में दर्ज करायी। उक्त रिपोर्ट पर से प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना मंे लिया गया, आरोपीगण को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया। विवेचना पूर्ण कर अभियोग पत्र माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जहां अभियोजन अधिकारी ने मामले को घटना से परे सावित किया एवं  महत्वपूर्ण तर्क प्रस्तुत कियें। माननीय न्यायालय द्वारा उभय पक्ष को सुना गया। न्यायालय द्वारा प्रकरण के तथ्य परिस्थितियों एवं अपराध की गंभीरता को देखते हुए एवं अभियोजन के तर्कों से सहमत होकर आरोपीगण को धारा 324 सहपठित धारा 34 भादवि मे ंदोषी पाते हुए  06-06 माह का सश्रम कारावास एवं 500-500 रूपए के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया।                                          


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