लखीमपुर की घटना दुखद निंदनीय व शर्मनाक : रघु ठाकुर ★ राजकीय विवि के लिए चलाया जाएगा आंदोलन ★ डॉ गौर विवि में बने जेपी व लोहिया जी आदि महापुरुषों की पीठ


लखीमपुर की घटना दुखद निंदनीय व शर्मनाक : रघु ठाकुर
★ राजकीय विवि के लिए चलाया जाएगा आंदोलन
★ डॉ गौर विवि में बने जेपी व लोहिया जी आदि महापुरुषों  की पीठ


सागर ।  लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के संरक्षक रघु ठाकुर ने कहा कि उप्र के लखीमपुर खीरी की घटना दुखद निंदनीय और राष्ट्र के लिए शर्मनाक हैं. सत्ताधारियों में सत्ता का मद इतना व्याप्त हो गया है कि वे इंसान को जानवर मानने को भी तैयार नहीं हैं. 
  श्री ठाकुर आज सागर प्रवास के दौरान पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे. उन्होने कहा कि यह योजनाबद्ध तरीके से घटना सुनियोजित प्रतीत होती है कि राज्य के उप मुख्यमंत्री को यह सूचना ना हो कि रास्ते में किसान आंदोलन चलना रहा है जो कि संभव नहीं है. लोसपा की सरकार से मांग है कि मंत्री पुत्र को तो गिरफ्तार किया जाए और प्रधानमंत्री पिता मंत्री को मंत्रीमंडल से बर्खास्त करें. उन्होने कहा कि आजाद हिंदुस्तान में किसानों की बर्बरता पूर्वक हत्या यह एक प्रकार से शासन के द्वारा की गई हत्या है. प्रधानमंत्री को चाहिए कि किसानों की मांग पूरी करें और चर्चा निर्णय भले ही बाद में हो फिलहाल तीनों कानूनों को निलंबित करें वरना उप्र के आगामी चुनाव हिंसा की आग के चुनाव बन जायेगें. उन्होने कहा कि मप्र में बिजली का संकट गहराता जा रहा है. बिजली कटौती अघोषित रूप से बढ़ रही है. ग्रामीण इलाकों में जब बिजली की आवश्यकता है या तो मिल नहीं रही है या फिर ट्रांसफार्मर जले है. सरकार को चाहिए कि अभियान चलाकर दस दिन के अंदर जले हुए ट्रांसफार्मरों को बदला जाए और विद्युत आपूर्ति पूरे समय कराई जाए. 

राजकीय विवि को लेकर मोर्चा कार्यक्रम बनायेगा

राजकीय विवि की स्थापना को लेकर श्री ठाकुर ने कहा कि एक पखवाड़े के बाद सर्वदलीय नागरिक संघर्ष मोर्चा के माध्यम से ज्ञापन और उच्च शिक्षा मंत्री से मुलाकात का कार्यक्रम तय होगा. मोर्चा के संरक्षक श्री ठाकुर ने विवि की नवागत कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता द्वारा डॉ गौर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पीठ की स्थापना के लिए साधुवाद देते हुए कहा कि विवि में चूंकि यह वर्ष आजादी का 75 वां और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती का 152 वां तथा विवि की स्थापना का 75 वां वर्ष चल रहा है. जिसको देखते हुए गांधी, अंबेडकर, जयप्रकाश नारायण, राममनोहर लोहिया, कपूरी ठाकुर की पीठ भी स्थापित की जावे. जिससे राष्ट्रीय दायित्व भी पूरा होगा और राजनैतिक पक्षपात के आरोपों से भी बचा जा सकेगा.

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