पुस्तकालय व्यवस्थापन के लिए वर्गीकरण और सूचीकरण जरूरी

पुस्तकालय व्यवस्थापन के लिए वर्गीकरण और सूचीकरण जरूरी
सागर। वर्गीकरण और सूचीकरण पुस्तकालय के आवश्यक उपकरण है, इनके बिना पुस्तकालयो को व्यवस्थित नहीं किया जा सकता है। भारतीय पुस्तकालय के पिता डॉ रंगनाथन ने द्विविन्दु वर्गीकरण पद्धति और वर्गीकृत सूचीकरण कोड के माध्यम से वर्गीकरण और सूचीकरण को नई दिशा दी थी। इसके अलावा मेलविल द्विबी की डी डी सी और  ए ए सी आर 2 का प्रायोगिक ज्ञान भी जरूरी है क्योंकि यह उपयोगी उपकरण है जो पाठको को सेवा प्रदान में मददगार है। उक्त विचार काशी हिन्दू विश्विद्यालय के डिप्टी लाइब्रेरियन डॉ संजीव सराफ और डॉ रामकुमार दांगी ने शासकीय कन्या स्नातकोत्तर उत्कृष्टता महाविद्यालय में विशेष व्याख्यान में बी लिब और एम लिब की छात्राओं के लिए आयोजित कार्यक्रम में  रखे और इनका प्रयोग भी सिखाया। प्राचार्या डॉ इला तिवारी के संरक्षण और लाइब्रेरियन डॉ शैलेष आचार्य के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यक्रम का लाभ छात्राओं को प्राप्त हुआ।

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