गरीबों को बनी आवासीय कालोनी में निकले निगमकर्मियों के आवास : दो कर्मचारी सस्पेंड ▪️राजीव गांधी आवास योजना के तहत बने छत्रसाल नगर का नगर निगम प्रशासन ने किया निरीक्षण ▪️एक निगमकर्मचारी के निकले 5 मकान : किराए पर मिले सभी आवंटन रद्द करने के निर्देश

गरीबों को बनी आवासीय कालोनी में निकले निगमकर्मियों के आवास : दो कर्मचारी सस्पेंड 

▪️राजीव गांधी आवास योजना के तहत बने छत्रसाल नगर का नगर निगम प्रशासन ने किया निरीक्षण

▪️एक निगमकर्मचारी के निकले 5 मकान :  किराए पर मिले सभी आवंटन रद्द करने के निर्देश


तीनबत्ती न्यूज: 13 अक्टूबर, 2025
सागर: सागर शहर की सबसे बड़ी सरकारी राजीव गांधी आवास योजना के तहत बने आवासों में अवैध रूप से अनेक किरायेदार रह रहे है। इसमें नगर निगम के कर्मचारियो ने आवास लेकर किराए पर दे दिए। नगर निगम प्रशासन ने आज इनका निरीक्षण किया तो यह खुलासा हुआ। कमिश्नर राजकुमार खत्री ने दो कर्मचारियों को सस्पेंड करने के आदेश दिए है। इस कालोनी में अवैध किरायेदारों को लेकर लंबे समय से जांच पड़ताल चल रही है। कई सम्पन्न लोगों को मकान अलाट है। जिन्हें किराए पर दिए है। 
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कालोनी में 1248 आवास

सागर शहर के बाघराज वार्ड स्थित छत्रसाल नगर कॉलोनी में गरीब परिवारों को पक्का आवास देने के लिए बनाए गए 1248 आवासों में अवैध रूप से कब्जा करने, आवासों को किराए पर देने व आवासों को अनाधिकृत रूप से विकय करने की शिकायते पिछले कई सालों सकी जा रही है। इनकी जांच के लिए कमेटियां भी बनाई गई । सोमवार को नगर निगम आयुक्त  राजकुमार खत्री ने नगर निगम के अधिकारियों एवं  पुलिस बल के साथ औचक निरीक्षण कर बड़ी कार्रवाई की । 


कर्मचारियों के निकले आवास

निगम प्रशासन ने सभी ब्लाकों की जांच कर रहवासियों से चर्चा की तथा उनके आधिपत्य संबंधी दस्तावेजों का अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान नगर निगम के टैक्स कलेक्टर शिवकुमार प्यासी के ए-3 ब्लाक में 4 एवं बी-3 ब्लॉक में एक आवास कुल 5 आवास एवं सफाई दरोगा गोपाल रैकवार का एच- 23 ब्लाक में एक आवास पाया गया । उक्त आवासों को किराए पर दिये गए हैं। निगमायुक्त द्वारा दोनों कर्मचारियों को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए । 

भारी संख्या में किरायेदार : आवास किए सील,  लाल रंग से लिखा अपात्र

जांच के दौरान पाया गया कि सभी ब्लाकों में बड़ी संख्या में आवासों को किराए पर दिया गया है।  निगमायुक्त द्वारा ऐसे सभी आवासों को सीलकर  निगम का ताला लगवाकर दरवाजे पर लाल स्याही से अपात्र लिखवाकर उसे निगम के आधिपत्य में लेने की कार्रवाई करते हुए संबंधित व्यक्ति का आवंटन निरस्त करने के निर्देश दिए। 
निरीक्षण के दौरान दौरान निगमायुक्त ने कहा कि शासन द्वारा गरीब परिवारों को स्वयं का पक्का आवास उपलब्ध कराने के लिए बाघराज वार्ड में छत्रसाल नगर कालोनी बनाई गई थी, जिसमें अनाधिकृत व्यक्तियों ने कब्जा कर लिया है,कई व्यक्तियों ने आवास लेकर किराए पर दे दिये हैं तथा गलत तरीके से आवासों को बेच दिया है। ऐसे आवासों की जांच  सतत् जारी रहेगी तथा आवंटन निरस्त कर उनके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी तथा आवासों में रहने वाले  पात्रता रखने वाले किराएदारों को निर्धारित राशि जमा करने पर आवास आवंटन की कार्रवाई की जाएगी। 

कमिश्नर ने किया अनाउंसमेंट: किराया नहीं दे,यह नगर निगम की संपत्ति

उन्होंने एनाउंसमेंट कर सभी किराएदारों से कहा कि अब किसी भी व्यक्ति को किराए की राशि न दें, क्योंकि यह नगर निगम की संपत्ति है अगर किसी ने अवैध रूप से कब्जा किया है तो उसकी सूचना भी दें तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी । उन्होंने कहा कि शीघ्र ही नगर निगम द्वारा शिविर आयोजित किया जाएगा जिसमें संबंधित पात्रता रखने वाले किराएदार द्वारा राशि जमा करने पर आवास उपलब्ध कराया जाएगा। निगमायुक्त ने कहा कि शिविर में सभी रहवासियों द्वारा राशि जमा करने पर विद्युत कनेक्शन देने की कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो लोग यहां पर निवास कर रहे हैं वे संबंधित पुलिस थाना में भी सूचना दें।

निरीक्षण के दौरान उपायुक्त एस एस बघेल, प्रभारी कार्यपालन यंत्री संजय तिवारी, उपमंत्री दिनकर शर्मा, महादेव सोनी,कृष्ण कुमार चौरसिया, आयुष शुक्ला, राजू रैकवार सहित बड़ी संख्या में नगर निगम एवं पुलिस बल उपलब्ध था।


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