राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने किया सागर का दौरा: पुलिस तथा प्रशासन कि अधिकारी नहीं दे पाए जबाब
▪️कानूनगों ने दिए सख्त निर्देश, मानव अधिकारों का हुआ उल्लंघन तो नहीं बख्शे जाएंगे अधिकारी
तीनबत्ती न्यूज: 05 अक्टूबर,2025
सागर। शहर में पुलिस तथा जिला प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली के चलते शुक्रवारी व शनीचरी वार्ड में हो रहे पलायन व मानव अधिकारों के उल्लंघन सहित अन्य गंभीर मामलो को लेकर रविवार को राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने सागर पहुंचकर संबंधित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान श्री कानूनगों ने वार्ड वासियों से संवाद कर उनकी समस्याओं को सुना। प्राप्त शिकायतों में यहां पर बिना परमिशन के चल रही मांस की दुकानों, रेस्टोरेंटों, युवतियों और महिलाओं पर छींटाकशी, जानबूझकर हिंदु परिवारों को टारगेट करने सहित अन्य गंभीर शिकायतों को सुनने के बाद उन्होंने अपने चिर परिचित तीखे अंदाज में मौके पर उपस्थित जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। आलम यह था कि अधिकारी जबाब न दे सके और बगले झांकते हुए नजर आए। इस दौरान श्री कानूनगो सहित राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य ओंकार सिंह भी उपस्थित रहे।
सागर अल्पसंख्यक लोगों का गढ़ है
सागर दौरे पर आए प्रियंक कानूनगों ने कहा कि भारत के संविधान में सभी नागरिक समान हैं, मानव अधिकारों के संरक्षण के लिए आयोग काम कर रहा है। हमें यहां पता चला कि सागर ऐसे अल्पसंख्यक वर्ग को मानने वालों का गढ़ हैं जो अहिंसा परमों धर्म की धारणा में यकीन करते हैं, जैन समुदाय की एक बड़ी आबादी यहां पर रहती है, जैन समुदाय के लोगों की जो धार्मिक बाध्यताएं और परंपराएं है उनके आवागमन के रास्ते पर मांस के टुकड़े, मछली, मीट, मटन के टुकड़े फेंके जाएं, अंडे के छिलके फेंके जाए, स्लाटर के बाद के अवशेष फेंके जाए तो वह अपनी धार्मिक मान्यताओं का पालन नहीं कर पाते हैं।
सारी मांस की दुकानें अवैध
मुझे पता चला कि इस पूरे इलाके मे मुस्लिम समुदाय के कतिपय लोगों के द्वारा अवैध रूप से मटन की दुकानें खोलने का और पशुओं को हलाल करने का काम किया जा रहा है। हमने मौके पर नगर निगम के अधिकारी से जानकारी चाही यहां पर नगर निगम के अधिकारी से यह जानकारी मांगी तो नगर निगम के अधिकारी ने बताया कि जानकारी उपलब्ध नहीं है, उन्होंने जानकारी पता करके बताई तो यह पता चला कि शुक्रवारी और शनीचरी इलाके में एक भी मांस की दुकान का लायसेंस नहीं है, बिना लायसेंस के मांस की दुकान चलाना लोगों के जीवन के साथ स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। यह मानव अधिकार का उल्लंघन है। हमने हटाने के निर्देश दिए है। साथ ही रहवासी इलाके में व्यवसायिक गतिविधियों के तहत संचालित होने वाले रेस्टोरेंट और होटलों की सूची उपलब्ध कराने के साथ ही इनकों बंद कराने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
मानव अधिकारों का हो रहा उल्लंघन
पलायन होना सांस्कृतिक सभ्यतागत समस्या है। पलायन ऐसे नहीं होता कि चाकू की नोक पर किसी को घर से निकाला जाए। जब आपके रहने के लिए परिस्थिति ही न बचे, अब आप सोचिए जरा कि कोई हिंदु धर्माबलंवी या जैन है वह मंदिर जाने के लिए घर से निकला है।उसकी धार्मिक आस्था है कि वह मांस का टुकड़ा छूने से अशुद्ध होता है ऐसे मे वह मंदिर नहीं जा पाएगा, जान बूझकर टारगेट करके उसके रास्ते मे उसके घर में मांस के टुकड़े फेंकना, कटे हुए जानवरों के अवशेष फेंकना यह अपराध की श्रेणी में आता है। यह जीवन जीने के अधिकार का उल्ल्ंाघन है मानव अधिकार के गंभीर उल्लंघन की श्रेणी में आता है।
अवैध मदरसों की जांच करें
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग सदस्य श्री कानूनगों ने कहा कि यहां की मस्जिदों में बाहर से आने वाले व्यक्तियों की जांच करने के साथ ही अवैध मदरसों की जांच कराने के निर्देश दिए हैं। मस्जिदों में नियत सीमा से ज्यादा जो लाऊड स्पीकर लगे हुए हैं उनको उतारने के साथ ही, यहां पर चल रही अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के निर्देश मौजूद पुलिस अधिकारियों को दिए है।
वार्ड वासियो ंकी शिकायत के बाद श्री कानूनगों ने मौजूद पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि रात में आवारागर्दी करने वाले युवकों, पटाखा फोडऩे वाले युवकों पर कार्यवाही करने और वाहन खड़े कर उसमें बैठकर छींटाकशी करने वालों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करते हुए वाहन के परमिट निरस्त कराने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। वहीं राज्य बाल संरक्षण आयोग सदस्य ओंकार सिंह ने कहा कि अपनी समस्याओ के निराकरण के लिए क्षेत्रवासी लिखित में शिकायत करें, पलायन किसी समस्या का हल नहीं है।
ये रहे मोजूद
इस दौरा कार्यवाही के दौरान अभिषेक रजक, प्रशांत जैन, विकास सेन, मदन घोषी, सचिन यादव, एड. राजेन्द्र नामदेव एड. जितेन्द्र साहू, अशोक जैन, प्रदीप यादव, जितेन्द्र यादव, अर्पित पांडे, नीरज तिवारी, कपिल स्वामी, कौशल यादव, बबीता राजपूत, शिवम पांडे, शुभम शुक्ला, योगेन्द्र स्वामी, सहित किशोर न्याय बोर्ड सदस्य वंदना तोमर, चंद्रप्रकाश शुक्ला, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष किरण शर्मा, सदस्य अनीता राजपूत, सुरेन्द्र सेन, अनिल रैकवार, भगवत शरण बनवारिया सहित जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।

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