जीवन मे सत्य के मार्ग पर चलने से भगबान शिव प्रसन्न हो जाते हैं : पं. लक्ष्मीनारायण शास्त्री

जीवन मे सत्य के मार्ग पर चलने से भगबान शिव प्रसन्न हो जाते हैं : पं. लक्ष्मीनारायण शास्त्री

रजवांस। मालथौन तहसील के  पदमरी गांव मे 12  से 18 फरवरी महाशिवरात्रि तक नवनिर्मित शिव मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा मूर्ति स्थापना एवं सप्त दिवसीय शिव पुराण कथा चल रही है। कार्यक्रम में 25 ग्रामों के नागरिकों की आयोजन समिति का गठन किया गया है। वही सप्त दिवसीय शिव महा पुराण कथा एवं शिव प्राण प्रतिष्ठा के पांचवें दिन कथा व्यास पंडित लक्ष्मीनारायण शास्त्री ने कहा भगवान शिव विश्वास हैं। भगवान शिव को एक विल्वपत्र चढ़ाने से कोटि कन्या दान का फल प्राप्त होता है जीवन मे सत्य के मार्ग पर चलने से भगबान शिव प्रसन्न हो जाते हैं शास्त्री ने शिव  के अग्नि स्थम्भ की कथा सुनाई शास्त्री ने कहा की जब  ब्रम्हा और विष्णु ने भगवान के आदि और अंत का पता लगाया तो भगबान श्री हरी ने सत्य बोला और कहा प्रभु आपके आदि और अंत का पता हम नहीं कर सकते सत्य बोलने पर भगबान का नाम सत्य नारायण हो गया और ब्रम्हा ने असत्य कहा तो उनके कही भी मंदिर नहीं बन सके पुष्कर के आलावा। कथा व्यास ने कहा शिव का अर्थ है, कल्याण जो सभी का कल्याण करे वह शिव है, भगवान का एक नाम आशुतोष है जो जल्दी प्रसन्न हो वह आसुतोष है भगवान तो ऐसी कृपा करने वाले है। एक दीपक मंदिर मे जालाने पर भगवान ने कुवेर बना दिया भगवान को जल धारा  चढ़ाने पर भगवान शिव मनोकामना पूर्ण कर देते है क्योंकि जल भगवान नारायण का रूप है जब हम जल चढ़ाने जाते है, तो भगवान नारायण उनसे मिलने आये इस लिए वह प्रसन्न हो जाते है और अपने भक्तों को मनो बांछीत फल देते है। 


कथा के मुख्य यजमान प्रतिष्ठाचार्य पंडित रामनारायण तिवारी आचार्य, पंडित अरुण कुमार मिश्रा बरोदिया कलां, काशीराम रैकवार, विनोद तिवारी, राजेश तिवारी, दीपक तिवारी विदिशा, ललित तिवारी, संदीप तिवारी, रामकुमार रैकवार, प्रिंस रैकवार, लोटन सिंह बिसराहा, रामप्रसाद रैकवार, गज्जू रैकवार बांदरी, रामसेवक रैकवार सागर, शेर सिंह, रगवीर सिंह गम्भीरिया, सनत कुमार जैन बिसराहा, शेर सिंह चंदेल, इन्द्र सिंह रजवांस, सनमान सिंह रतनपुर एवं समस्त ग्रामवासी क्षेत्रवासी  भक्तगण शामिल हुये।

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