संत रविदास मंदिर निर्माण स्थल की जमीन सरकारी : कलेक्टर : अब आदिवासी महिला बोली मेरा कब्जा नही▪️पीएम मोदी करेंगे 12 अगस्त को मंदिर का भूमिपूजन

संत रविदास मंदिर निर्माण स्थल की जमीन सरकारी : कलेक्टर : अब आदिवासी महिला बोली मेरा कब्जा नही

▪️पीएम मोदी करेंगे 12 अगस्त को मंदिर का भूमिपूजन


तीनबत्ती न्यूज : 03 अगस्त ,2023
सागर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 अगस्त को सागर जिले के नरयवाली विधानसभा क्षेत्र के बड़तूमा में संत रविदास जी के मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने पधार रहे है। इस जगह पर आदिवासी परिवार की जगह होने की खबरों को प्रशासन ने निराधार बताया है। कलेक्टर दीपक आर्य ने ट्वीट करके इसके बारे में जानकारी दी है। वही अब महिला ने भी प्रशासन के साथ सहमति जताई है और उसका बयान भी जारी किया गया है। 


ये है मामला

स्थानीय मीडिया में संत रविदास जी के मंदिर निर्माण के प्रस्तावित स्थल  बड़तूमा में कुछ जमीन पर  मकरोनिया के वार्ड क्रमांक 18 नंबर 18 की निवासी गुड्डी बाई आदिवासी का दावा की खबरे आई। इस संबंध में उसने पट्टा हेतु आवेदन करने और ज्ञापन आदि देने का मामला सामने आया। उसने 2 एकड़ जमीन भी मांगी । इस तरह की मिडिया में खबरे सामने आते ही प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया। 

कलेक्टर ने ट्वीट कर किया खंडन


खबरों को लेकर कलेक्टर दीपक आर्य ने  आफिशियल ट्वीटर अकाऊंट से ट्वीट किया। जिसमे लिखा कि दिनाँक 2/8/2023 में संत रविदास जी के मंदिर के निर्माण हेतु आवंटित भूमि  के संबंध में मीडिया में प्रकाशित उक्त खबर असत्य, तथ्यहीन एवं निराधार है।
एसडीएम सागर श्री विजय ने बताया कि, मंदिर निर्माण हेतु आवंटित भूमि खसरा नंबर 94 एवं 104  ग्राम बडतूमा आवंटन के पूर्व से ही रिक्त और शासन के आधिपत्य में है ,भूमि के संबंध में आवंटन से आज दिनांक तक किसी भी व्यक्ति द्वारा,आपत्ति कार्यालय में अथवा मौके पर प्रस्तुत नहीं की गई है।


आदिवासी महिला गुड्डी बाई बोली मेरा कब्जा नही

बड़तूमा में संत रविदास के मंदिर स्थल की जमीन में दावा करने वाली महिला गुड्डी बाई का आज एक नया बयान जारी हुआ। जिसके मुताबिक उसने कहा कि मेरा कब्जा नही। बड़तूमा निवासी गुड्डी बाई ने कहा मैं रविदास मंदिर निर्माण का स्वागत करती हूं मंदिर  निर्माण स्थल की जमीन पर मेरा किसी भी प्रकार का कब्जा नहीं है । मैं रविदास मंदिर का स्वागत करती हूं।


                   गुड्डी बाई



कर्रापुर में मंदिर बनाने की उठ चुकी है मांग

संत रविदास के मंदिर निर्माण को लेकर मतभेद सामने आ चुके है। अनुसूचित समाज के एक वर्ग ने चार दिन पहले प्रशासन को एक ज्ञापन दिया था। जिसमे सागर के कर्रापुर स्थित संत रविदास आश्रम क्षेत्र में बनाने की मांग की थी। वही इस 100 करोड़ की राशि से अस्पताल और कालेज बनाने का प्रस्ताव रखा था।  संत रविदास के अनुयाईयो का कहना था कि पूरे प्रदेश के संतो की आस्था कर्रापुर से ही जुडी हुई है।


 बड़तूमा में मंदिर बनाने से समाज में टूट हो जायेगी. आश्रम के संतोष दास बाबाजी के अनुसार अगर मंदिर यहीं पर बनता है तो फिर कर्रापुर आश्रम का जीर्णोद्धार किया जाना चाहिए, क्योंकि 600 साल पहले जगत गुरु रविदास स्वयं कर्रापुर आए थे. यहां पर उनके प्रतीक चिन्ह भी हैं. पिछले 45 सालों से यह आश्रम चल रहा है. 


____________________________

एडिटर: विनोद आर्य
________
+91 94244 37885

तीनबत्ती न्यूज़. कॉम की खबरे पढ़ने
  NEW फेसबुक पेज  और ट्वीटर से जुड़ने  लाईक / फॉलो करे





ट्वीटर  फॉलो करें

वेबसाईट



______________________________

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें