बीटीआईआरटी, सागर में "ऑपरेशन सिंदूर' पर सेमिनार : "ड्रोन तकनीक एवं साइबर सिक्युरिटी से प्रेरित हुए इंजीनियरिंग छात्र"
तीनबत्ती न्यूज: 05 अगस्त, 2025
सागर: बाबूलाल तराबाई इंस्टिट्यूट ऑफ रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी (बीटीआईआरटी), सागर के में "ऑपरेशन सिंदूर' विषय पर एक विशेष आउटरीच प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में मेजर जनरल के.टी.जी. कृष्णन, स्म, वीएसएम उपस्थित रहे, जिन्होंने राष्ट्रभक्ति, समर्पण, और सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए अपने अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संस्था चेयरमैन संतोष जैन 'घड़ी' एवं समूह सचिव डॉ. सत्येन्द्र कुमार जैन की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को विशेष महत्व प्रदान किया। सेमिनार की अध्यक्षता संस्थान के प्राचार्य डॉ. वीरेश फुस्केले ने की।
इस अवसर पर सभी विभागों के छात्र-छात्राओं, सभी विभागों के प्रमुखों (होड्स) तथा फैकल्ट्री स्टाफ सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में देशभक्ति, सैन्ध्र सेवा के प्रति जागरूकता, तथा "ऑपरेशन सिंदूर" जैसे सैन्य अभियानों की जानकारी को बढ़ावा देना था। सेमिनार के दौरान मेजर जनरल कृष्णन ने सैन्य जीवन के वास्सस्विक अनुभवों, ऑपरेशन की रणनीतियों तथा देश की सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं को प्रभावशाली ढंग से प्रस्सुत किया।
जागरूकता सेमिनार में देश की सुरक्षा, तकनीकी उन्नति और पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे फर्जी प्रचार के खिलाफ भारतीय समाज की भूमिका पर विस्तृत चर्चा हुई।सेमिनार में विशेषज्ञ वक्ताओं ने बताया कि "ऑपरेशन सिंदूर एक अत्यंत सटीक और योजनाबद्ध सैन्स कार्रवाई थी, जिसमें भारतीय सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें खत्म किया। इस ऑपरेशन की खास बात यह थी कि इसमें आधुनिक ड्रोन तकनीक का कुशलता से उपयोग किया गया, जिससे दुश्मन को सीमा पार घुसकर मारा गया। सेमिनार में उपस्थित इंजीनियरिंग छात्रों को बताया गया कि कैसे ड्रोन और अन्ध उन्नत तकनीकों ने आधुनिक युद्ध के स्वरूप को बदला है, और अब तकनीक सिर्फ प्रयोगशालाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा में भी निर्णायक भूमिका निभा रही है। छात्रों ने ड्रोन टेक्नोलॉजी एवं साइबर सिक्युरिटी में गहरी रुचि दिखाई और कई ने इसे अपने भविष्य के शोध विषय के रूप में अपनाने की इच्छा जताई। वक्ताओं ने इस बात पर ज़ोर दिया कि पाकिस्तान बार-बार झूठे प्रचार और फर्जी खबरों के जरिए भारत की छवि को धूमिल करने की कोशिश करता रहा है, लेकिन सच्चाई यह है कि भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए न केवल सीमाओं पर बल्कि सूचना के युद्ध में भी मजबूती से खड़ा है। सेमिनार में यह संदेश भी दिया गया कि सेना अकेली युद्ध नहीं लड़ रही देश के 140 करोड़ नागरिक भी इस लड़ाई का हिस्सा हैं, जो अपने-अपने स्तर पर देश की एकता, सुरक्षा और अखंडता की रक्षा कर रहे हैं।
"यह सिर्फ एक सैन्स कार्रवाई नहीं थी, यह भारत की सामूहिक चेतना और दृढ़ निश्चय का प्रतीक है। ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल आतंकवादियों को जवाब दिया, बल्कि यह भी दिखाया कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा हम घुसकर मारेंगे," सेमिनार के मुख्य वक्ता मेजर गोपाल कृष्णन ने कहा।
कार्यक्रम के अंत में छात्रों ने वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और तकनीकी क्षेत्र में राष्ट्र के लिए काम करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का समापन प्रेरणादायक संदेश के साथ हुआ, जिसमें छात्रों ने भविष्य में राष्ट्रसेवा हेतु प्रेरित होकर कार्यक्रम की सफलता को दर्शाया। मेजर जनरल के.टी. जी. कृष्णन एवं सैन्य अधिकारियों को संस्था प्रमुख चेयरमैन संतोष जैन घड़ी द्वारा मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम संचालन देवग य मुखर्जी ने किया ।
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