बीएमसी: मौत की कगार पर पहुंची गर्भवती महिला की बचाई जान ▪️पहली बार वेंटीलेटर पर पड़े मरीज का किया गया ऑपरेशन। ▪️पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने की सराहना: मेडिकल टीम का करेंगे सम्मान

बीएमसी:  मौत की कगार पर पहुंची गर्भवती महिला की बचाई जान

▪️पहली बार वेंटीलेटर पर पड़े मरीज का किया गया ऑपरेशन
▪️पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने की सराहना: मेडिकल टीम का करेंगे 08 अगस्त को सम्मान


तीनबत्ती न्यूज: 07 अगस्त ,2025
सागर :  कहते हैं डॉक्टर इस पृथ्वी पर भगवान का रूप होते हैं, इस काहवत को बुंदेलखंड मेडीकल कॉलेज के गायनी विभाग के डॉक्टरों ने सही साबित कर दिया। यहां के डॉक्टरों ने अंतिम क्षण तक हार न मानने के अपने जज्बे से मरणाशन हो चुकी एक महिला मरीज को नवजीवन प्रदान किया। दरअसल, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के गायनी विभाग में 28 जुलाई को एक गर्भवती महिला को लाया गया जिसके पेट में बच्चा मर चुका था। महिला की सांसें थम गईं थीं। नब्ज मिल नहीं रही थी। ब्लड प्रेशर मशीन में दिख नहीं रहा था। तभी डॉक्टर ने एक अंतिम प्रयास सीपीआर (कृत्रिम सांस) दिया, महिला का ब्लड प्रेशर बढ़ाने की दवा दी गई। महिला को तत्काल वेंटीलेटर पर रखा गया। फिर चमत्कार हुआ महिला के ब्लड प्रेशर के साथ नब्ज में हरकत दिखी तो डॉक्टरों की उम्मीद जाग गई। महिला की निगरानी बढ़ाई तो सांस चलना शुरू हुईं लेकिन अभी भी महिला होश में नहीं आई थी। पेट में मरा हुआ बच्चा गंभीर इंफेक्शन पैदा कर सकता था

पेट से मृत बच्चा निकालना अहम

डॉक्टरों की चिंता उसे पेट से बाहर निकालने की थी लेकिन वेंटीलेटर पर रखी महिला के ऑपरेशन कैसे किया जाए, क्योंकि बीएमसी में. इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था। मरणाशन से वापस आई महिला के मौत के चांस 90 प्रतिशत थे। स्त्री रोग विशेषज्ञ, एनेस्थीसिया डॉक्टर्स की टीम ने अभिभावकों को स्थिति से. अवगत कराया। वेंटीलेटर सहित महिला को ऑपरेशन थियेटर ले गए। बीएमसी में पहली बार वेंटीलेटर पर पड़े मरीज का ऑपरेशन किया गया और महिला के पेट से मृत बच्चा निकाला गया। चार दिन की गहन निगरानी के बाद डॉक्टर्स की मेहनत रंग लाई और बुधवार को महिला होश में आ गई। परिजनों ने राहत की सांस ली कि आखिर महिला की जान बच गई। अब परिजन बीएमसी के डॉक्टर्स का आभार मानते हुए नहीं थक रहे हैं।


डीन ने की डॉक्टर्स के कार्य की तारीफ

राहतगढ़ से आई थी महिला बीएमसी के मीडिया प्रभारी डॉ. विशाल भदकारिया ने बताया कि राहतगढ़ निवासी मरीज शिफा कुरैशी पत्नी हसीन कुरैशी को मिर्गी के झटके के साथ परिजन लेकर आए थे। डॉ. वर्षा और डॉ. अभय ने उसे अटेंड किया था। सीपीसीआर इन डॉक्टर्स ने दिया। जटिल ऑपरेशन डॉ. शीला जैन, डॉ. प्रियंका पटेल ने किया। एनेस्थीसिया विभाग से डॉ. सर्वेश जैन, डॉ. मोहम्मद इलियास और डॉ. अजय का योगदान रहा। बीएमसी डीन डॉ. पीएस ठाकुर, अधीक्षक डॉ. राजेश जैन ने कहा कि गायनी विभाग में हर दिन औसत 40 मरीज आ रहे हैं। स्टाफ की कमी तो है लेकिन निर्देश दिए गए हैं, कि प्रत्येक मरीज पर डॉक्टर्स व स्टाफ देखरेख व इलाज में मेहनत करे। अभी गायनी में 7 स्त्रीरोग विशेषज्ञ, 8 पीजी व नर्सिंग स्टाफ तैनात है, जो मरीजों की संख्या के हिसाब से कम है, जिसे पूरा करना के प्रयास किए जा रहे हैं। गर्भवती महिला की जान बचाने वाले डॉक्टर्स की टीम ने अच्छा कार्य किया।

बुंदेलखंड मेडिकल कालेज सागर के स्त्री रोग विभाग में राहतगढ़ निवासी गर्भवती महिला को मरणासन्न अवस्था में लाया गया जहां पर एनेस्थीसिया विभाग की डाक्टर वर्षा और डा अभय द्धारा सीपीसीआर कर रिवाइव किया और वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया, गर्भस्थ शिशु की मौत पहले ही हो चुकी थी ऐसे में वेंटिलेटर पर रखते हुए ही डा शीला जैन एसोसिएट प्रोफेसर स्त्री रोग विभाग और डा प्रियंका पटेल अस्सिटेंट प्रोफेसर स्त्री रोग विभाग सिजेरियन ऑपरेशन कर मृत बच्चे को बाहर निकाला, आपरेशन में और वेंटिलेटर पर देखभाल स्त्री रोग विभाग की डा शीला जैन, डा प्रियंका पटेल और उनकी टीम एवं एनेस्थीसिया विभाग के विभागाध्यक्ष डा सर्वेश जैन, डा मोहम्मद इलियास एसोसिएट प्रोफेसर, डा अजय सिंह अस्सिटेंट प्रोफेसर और उनकी टीम ने की।

बीएमसी में महिला की जान बचाने वाले डॉक्टरों की टीम को आज सम्मानित करेंगे पूर्व गृहमंत्री, खुरई विधायक  भूपेन्द्र सिं




बुंदेलखंड मेडीकल कॉलेज के प्रसूति विभाग में वेंटिलेटर पर रहते हुए सफल ऑपरेशन कर गर्भवती महिला की जान बचाने वाले सभी चिकित्सकों व मेडीकल स्टाफ की, टीम के प्रयास की पूर्व गृहमंत्री, खुरई विधायक  भूपेन्द्र सिंह ने सराहना करते हुए सम्मानित करने का निर्णय लिया है। पूर्व गृहमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा है कि महिला के जीवन बचाने का जो प्रयास किया वह सराहनीय है। बुंदेलखंड मेडीकल कॉलेज के डाक्टरों व टीम ने अपनी विशेषज्ञता, निर्णय लेने की क्षमता और सूझबूझ से बुंदेलखंड मेडीकल कालेज सागर के प्रति जनता का विश्वास बढ़ाया है।
उल्लेखनीय है कि पेट में मृत बच्चे और मिर्गी जैसे दौरों के साथ मरणासन्न स्थिति में बीएमसी के स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग में भर्ती कराई गई महिला की कठिन प्रयासों से वेंटीलेटर लगे होने की स्थिति में ही ऑपरेशन करके उसका जीवन बचा लेने का प्रयास सराहनीय है। गर्भवती महिला राहतगढ़ की शिफा कुरैशी पत्नी हसीन कुरैशी जब बीएमसी लाई गई थीं तब उनका शरीर लगभग मृत अवस्था में था। पल्स, ब्लडप्रेशर, श्वास जैसे जीवन के सभी चिकित्सकीय पैरामीटर उन्हें मृत बता रहे थे। बीएमसी के चिकित्सकों ने कृत्रिम श्वास (सीपीआर), ब्लड प्रेशर की दवाएं देकर वेंटीलेटर लगे होने की स्थिति में ही महिला के पेट में मृत हो चुके शिशु को निकाल कर महिला को जीवन दान दे दिया।
पूर्व गृहमंत्री, खुरई विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बुंदेलखंड मेडीकल कॉलेज के चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति के बावजूद जीवन बचाने का जो प्रयास किया वह सराहनीय है।

पूर्व गृहमंत्री खुरई विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि चिकित्सकों को हमारे समाज ने ईश्वर तुल्य माना है। भाजपा सरकार ने बीएमसी जैसे चिकित्सा संस्थान की स्थापना जिन उद्देश्यों से की थी उसकी सार्थकता ऐसी व्यवस्थाओं और सुविधाओं से सिद्ध हो रही है। माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं स्वास्थ्य मंत्री माननीय राजेन्द्र शुक्ल जी द्वारा सागर मेडीकल कॉलेज में जो चिकित्सकीय सुविधायें उपलब्ध कराई गई हैं, उससे आज गरीबों का विश्वास सारे प्रदेश व सागर के शासकीय अस्पतालों के प्रति बढ़ा है। अब गरीब शासकीय अस्पतालों में स्वस्थ हो रहे है, उन्हें अच्छा इलाज और सुविधायें मिल रही है। इन सबके बावजूद जब तक डॉक्टरों की टीम एवं मेडीकल स्टॉफ में मानवता नहीं होगी तब तक यह संभव नहीं है। मेडीकल कॉलेज के डॉक्टरों ने यह जो उदाहरण प्रस्तुत किया है। वह इस बात का प्रमाण है कि डॉक्टर एवं मेडीकल टीम अपनी क्षमता का पूरा उपयोग करें तो लोगों की जान बचाई जा सकती है। अधिकांश चिकित्सक अपने पाठ्यक्रम के पश्चात ली गई शपथ के अनुसार अपने सामने आए मरीज की जीवन रक्षा के लिए अंतिम क्षण तक संघर्ष करते हैं लेकिन उनके इस परिश्रम को समुचित प्रोत्साहन देना भी समाज और जनप्रतिनिधियों का दायित्व है। उन्होंने कहा कि उपलब्धि से भरे इस सुखद प्रसंग के लिए मैं उपचार प्रक्रिया से जुड़े सभी चिकित्सकों, मेडीकल स्टाफ और बीएमसी प्रबंधन को हार्दिक बधाई देता हूं। स्वयं 8 अगस्त, शुक्रवार को बीएमसी पहुंच कर चिकित्सकों की टीम का अभिनंदन करूंगा।

पूर्व गृहमंत्री, खुरई विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने हमेशा बुंदेलखंड मेडीकल कालेज को उन्नत और दक्ष संस्थान बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। ऐसे सुखद प्रसंग हमें बताते हैं कि शासकीय अस्पताल जितने अच्छे, सशक्त होंगे व सुविधाएं बढ़ेंगी उसका गरीबों को लाभ मिलेगा। मध्यप्रदेश सरकार का प्रयास है कि शासकीय अस्पतालों को अधिक से अधिक सुविधाएं दी जाएं जिसका सीधा लाभ गरीबों को मिले। यह स्पष्ट है कि सरकार के प्रयास सही दिशा में हैं। बीएमसी प्रबंधन, चिकित्सकीय व गैर चिकित्सकीय स्टाफ के साथ हम सभी मिलकर बुंदेलखंड मेडीकल कॉलेज को मानवीय भावनाओं से भरा एक सक्षम चिकित्सा संस्थान बनाएंगे।

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