जयसिंह नगर का नाम बदलने की घोषणा पर दांगी क्षत्रिय समाज आक्रोशित : रैली निकाल कर ज्ञापन सौंपा
▪️क्षत्रिय महासभा ने घोषणा निरस्त करने की मांग की : 5 अक्तूबर के बाद प्रदेश व्यापी आंदोलन की चेतावनी
▪️सीएम डा मोहन यादव ने की थी घोषणा नाम बदलने की
तीनबत्ती न्यूज : 29 सितंबर, 2025
सागर। क्षत्रिय महासभा जिला सागर के तत्वावधान में जिले भर से आए क्षत्रिय समाज के लोगों ने खेल परिसर से रैली निकाल कर जिला कलेक्ट्रेट पहुंच कर दो ज्ञापन सौंपे। एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम था जिसमें विगत 25 सितंबर को जैसीनगर की आमसभा में मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत द्वारा मुख्यमंत्री डा मोहन यादव से कराई गई जैसीनगर का नाम बदलने की घोषणा निरस्त करने की मांग की गई , दूसरे ज्ञापन में सागर में स्वीकृत वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापना डेढ़ माह के भीतर कराने की मांग की गई।
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जैसीनगर का नाम बदलने की घोषणा पर दांगी क्षत्रिय समाज नाराज: निकाली विशाल रेली
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नारे लगाते पहुंचे ज्ञापन देने
खेल परिसर के प्रांगण में दोपहर से ही क्षत्रिय समाज के सदस्यों ने जिले की सभी तहसीलों से जुटना आरंभ किया था। रैली के रूप में नारे लगाते हुए सभी ने कलेक्ट्रेट के गेट पर पहुंच कर क्षत्रिय एकता जिंदाबाद, महाराणा प्रताप अमर रहें के नारे लगाए। बड़ी देर की नारेबाजी के बाद सिटी मजिस्ट्रेट अमन मिश्रा ज्ञापन लेने आए जिन्हें क्षत्रिय महासभा जिला सागर के अध्यक्ष ने दोनों ज्ञापन पढ़ कर सुनाए।
जयसिंह नगर का नाम बदलने की घोषणा पर दांगी क्षत्रिय समाज आक्रोशित : रैली निकाल कर ज्ञापन सौंपा
▪️क्षत्रिय महासभा ने घोषणा निरस्त करने की मांग की : 5 अक्तूबर के बाद प्रदेश व्यापी आंदोलन की चेतावनी
▪️सीएम डा मोहन यादव ने की थी घोषणा नाम बदलने कीपहले ज्ञापन में कहा कि मान मुख्यमंत्री द्वारा जयसिंह नगर का नाम बदलने की घोषणा से दांगी क्षत्रिय समाज को गहरा आघात पहुंचा है क्योंकि इस नगर की स्थापना 1679 में गढ़पहरा के दांगी राजपूत शासक जय सिंह देव ने की थी और स्थापना के समय से ही यह नगर उनके नाम पर ही जयसिंह नगर के रूप में जाना जाता है। ज्ञापन में कहा गया कि सागर जिले का एक परिवार दांगी राजपूत क्षत्रिय समाज के इतिहास को मिटाने के षडयंत्र कर रहा है और जिला प्रशासन, मध्यप्रदेश शासन यहां तक कि मुख्यमंत्री को भी गुमराह करके अपने इस षड्यंत्र में शामिल करने की कोशिश कर रहा है। ज्ञापन में प्रामाणिक एतिहासिक साक्ष्यों का हवाला भी दिया गया जिससे यह तथ्य स्थापित हुआ कि जयसिंह नगर का नाम उसके संस्थापक दांगी क्षत्रिय शासक के नाम पर ही है।
ज्ञापन में कहा कि कि सुरखी विधानसभा क्षेत्र में ही ऐसे अनेक गांव कस्बे हैं जिनके नाम मुगलिया सल्तनत की गुलामी का प्रतीक हैं जिनके नाम बदलने की बजाए भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों से जुड़े नगरों के नाम बदलने की मानसिकता से काम किया जा रहा है। ज्ञापन में सागर राहतगढ़ मार्ग पर स्थित जौहरिया शेख टोल नाके के नाम का उदाहरण भी दिया गया जिसे बदलने की आवश्यकता है। क्षत्रिय महासभा ने ज्ञापन में अल्टीमेटम दिया है कि 5 अक्तूबर तक मुख्यमंत्री जी द्वारा जयसिंह नगर कानाम बदले जाने की घोषणा शासन स्तर से निरस्त नहीं की गई तो 5 अक्तूबर से जिले के सभी ब्लाकों पर इसके विरोध में ज्ञापन दिया जाएगा। इसके बाद भी अगर मांग नहीं मानी गई तो संपूर्ण प्रदेश की दांगी राजपूत क्षत्रिय समाज भोपाल में प्रदर्शन करेगी। उल्लेखनीय है कि जयसिंह नगर का नाम बदले जाने की घोषणा से आक्रोशित दांगी क्षत्रिय समाज ने प्रदेश के अन्य जिलों में भी विरोध में ज्ञापन दिया है।
सागर में महाराणा प्रताप की शीघ्र प्रतिमा स्थापना को लेकर फिर ज्ञापन
क्षत्रय महासभा जिला सागर ने कलेक्टर सागर के नाम दिए एक अन्य ज्ञापन में सागर में स्वीकृत हो चुकी वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा की स्थापना में दो साल से हो रहे विलंब को लेकर फिर ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में बताया गया है कि दो वर्ष पूर्व गृहमंत्री, खुरई विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह द्वारा 1 करोड़ रुपए सागर में महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापित करने हेतु स्वीकृत किए थे। यह राशि नगर निगम सागर के कोष में है, टेंडर, स्थल चयन, प्रतिमा निर्माण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है लेकिन कतिपय लोगों के विघ्न के कारण प्रतिमा स्थापना का कार्य अभी तक नहीं हुआ है। उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व ही नगरनिगम परिषद की साधारण सभा की बैठक में एकमत से सिटी स्टेडियम का नाम वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के नाम पर करते हुए उनकी प्रतिमा को सिटी स्टेडियम के सामने लगाने का प्रस्ताव पारित किया है। क्षत्रिय महासभा जिला सागर के अध्यक्ष श्री लखन सिंह ने कलेक्ट्रेट में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रतिमा स्थापना का कार्य डेढ़ माह में पूरा किया जाए।
ये हुए शामिल
रैली व ज्ञापन देने आए क्षत्रिय महासभा के सदस्यों में पूर्व सांसद राजबहादुर सिंह, कुंवर सिंह किर्रावदा बीना, राजेंद्र सिंह बुंदेला दरी, एड वीनू शमशेर जंग बहादुर राणा, शेरसिंह सिमरघान खुरई, एड जितेंद्र सिंह ठाकुर गंभीरिया, डा पीएस ठाकुर, जगदीश सिंह सोलंकी पाटई, राम सिंह क्षीर, मंगल सिंह दादा बंडा, इंद्राज सिंह खिरिया कर्रापुर, शिवराज सिंह सरगौली, राजकुमार सिंह धनौरा, इंदरसिंह धनौरा बीना, मूरत सिंह पिपरिया खुरई, दिलीप सिंह राजपूत गढ़ौला जागीर, जयंत सिंह बुंदेला, विजय सिंह नयाखेड़ा आबचंद, बुंदेल सिंह जनपद अध्यक्ष मालथौन, मंगल सिंह सागौनी, लखन सिंह कुसमगढ़, नरेश सिंह धनौरा, चित्तर सिंह राजपूत बसाहरी, लोकेंद्र सिंह देहरी, सुरेंद्र सिंह राजपूत राहतगढ़, अशोक भैया बामोरा, धर्मेंद्र सिंह निर्तला, रामकुमार बघेल, भूपेंद्र सिंह सिगदौनी, कल्याण सिंह कर्रापुर, कलेक्टर सिंह केरबना, डा कैलाश सिंह देवरी, नत्थू सिंह सिमरिया, प्रीतम सिंह देवरी, विक्रम सिंह राजपूत सागौनी पुरैना, गोल्डी सिंह उदयपुरा, राहुल सिंह चौरहा, अभिषेक गौर, शिवराज सिंह, रविन्द्र सिंह जैसी नगर सहित सैकड़ों गणमान्य क्षत्रिय सदस्य शामिल रहे।
नारीशक्ति हुई शामिल
क्षत्रिय नारीशक्ति ने भी बड़ी संख्या में रैली व ज्ञापन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। महिला विंग अध्यक्ष श्रीमती प्रीति सिंह राजपूत, श्रीमती रानी राजा बुंदेला, श्रीमती प्रमिला सिंह राजपूत, श्रीमती रितुल ठाकुर, श्रीमती हर्षवर्धन ठाकुर, श्रीमती रितु राहुल राजपूत, पारुल चौहान, ज्योति चौहान, अर्चना सिंह, राजबाला ठाकुर, बिंदेश ठाकुर, बेबी ठाकुर, लवली सिंह, सुमन सिंह, सीमा ठाकुर, ऐश्वर्या सिंह सहित अनेक क्षत्रिय समाज की महिलाएं उपस्थित रहीं।



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