ट्रैफिक चालान/ई-चालान होने पर डेबिट / क्रेडिट कार्ड, यूपीआई एवं नेट बैंकिंग के माध्यम से कर सकेंगे चालानी राशि का भुगतान★ सागर झोंन के पुलिस अधिकारियों की हुई ट्रेनिग

ट्रैफिक चालान/ई-चालान होने पर डेबिट / क्रेडिट कार्ड, यूपीआई एवं नेट बैंकिंग के माध्यम से कर सकेंगे चालानी राशि का भुगतान

★ सागर झोंन के पुलिस अधिकारियों की हुई ट्रेनिग


सागर।कंट्रोल रूम सभागार मे एक दिवसीय जोन स्‍तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम अनुराग (भा.पु.से)  पुलिस महानिरीक्षक सागर जोन सागर के मुख्‍य आतिथ्‍य में एवं श्री तरूण नायक (भा.पु.से) पुलिस अधीक्षक सागर  की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। जिसमें जोन के पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों को पीओएस मशीन के संबंध में पीटीआरआई भोपाल से आये अधिकारियों के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें यातायात चालानी कार्यवाही में पारदर्शिता को बढाये जाने हेतु, पीओएस मशीन के माध्यम से कैश-लैस ट्रांजेक्शन के द्वारा समन राशि का भुगतान किये जाने के बारे में सभी को अवगत कराया गया । 



यातायात चालानी कार्यवाही में पारदर्शिता लाने के लिये ही ई-चालान की व्यवस्था की जा रही है,  ई – चालान की कार्यवाही के तहत यातायात चालानी कार्यवाही करने के लिये POS(POINT OF SALE) मशीन को मध्य प्रदेश के सभी जिलों में प्रारम्भ किया जा रहा है । इसी के तहत सागर ट्रैफिक पुलिस को 60 पीओएस मशीन स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया के द्वारा दी गई हैं।


 इस व्यवस्था के बाद ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन चालक का ट्रैफिक जवान मौके पर ही फोटो खींचेगा और गाड़ी का रजिस्टर्ड नंबर पीओएस मशीन में फीड करेगा, इसके बाद जुर्माने की राशि डिस्प्ले पर आ जाएगी, फिर पेमेंट के तीन ऑप्शन (डेबिट / क्रेडिट कार्ड, यूपीआई एवं नेट बैंकिंग) में से एक को सिलेक्ट कर जुर्माना भरा जा सकेगा इसके अलावा नगद राशि का भुगतान करके भी मशीन के माध्यम से रशीद प्राप्त कर सकेगा, यदि वह दोनों की स्थिति में जुर्माना नहीं भर रहा है तो उसके बैंक खातें में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक लिंक शेयर की जाएगी, इसके माध्यम से यदि 3 दिन में जुर्माना नहीं भरा तो उक्त चालान/ई चालान वर्चुअल कोर्ट में ट्रांसफर हो जाएंगा जहां से वाहन चालक को  SMS के माध्यम से समन भेजा जायेगा और साथ ही लिंक के माध्यम से पैसे जमा करने का एलर्ट भी जायेगा इसके बाद भी जमा नही करने की स्थिति में 15 दिन के बाद उक्त चालान एक्चुअल कोर्ट (संबंधित थाना क्षेत्र) में ट्रांसफर हो जायेंगा। 


सॉफ्टवेयर के माध्यम से किसी वाहन चालक के उसके पूर्व में मोटर व्हीकल एक्ट अंतर्गत काटे गये चालानों की जानकारी भी प्राप्त हो सकेगी, जिससें किसी व्यक्ति के आदतन यातायात नियमों का पालन नही किये जाने की हिस्ट्री की जानकारी भी प्राप्त हो जाती है । 
ऑनलाईन भरा जाने वाला जुर्माना सीधे शासन के मद में जमा हो जाता है और ऑफलाईन भरे जाने वाले जुर्माना को मेनुअली थाने के द्वारा वर्तमान में संचालित व्यवस्था के अनुसार ही भरा जावेगा ।  ई-चालान का डेटा ई-कोर्ट से लिंक होगा, चालान काटते ही डेटा शेयर होकर ई-कोर्ट पहुंचेगा। नई व्यवस्था सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हाईकोर्ट की मॉनिटरिंग वाली कमेटी की देखरेख में शुरू हो रही है। इसकी निगरानी हाईकोर्ट के न्यायाधीश करेंगे। 


उपरोक्‍त कार्यक्रम उपरांत वरिष्‍ठ अधिकारियों के समक्ष थाना यातायात मे पदस्‍थ सूबेदार सौरभ चौहान के द्वारा पीओएस मशीन से यातायात नियमों का उल्‍लंघन करने वाले 03 चालकों के ई चालान  किये गये।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में पीटीआरआई भोपाल से आये  प्रतिपाल सिंह महोबिया सहायक पुलिस महानिरीक्षक , श्रीमति ज्योति ठाकुर अति. पुलिस अधीक्षक बीना, श्री विक्रम सिंह अति. पुलिस अधीक्षक छतरपुर, श्रीमति आरती सिंह अति. पुलिस अधीक्षक पन्ना, श्री शिवकुमार सिंह अति. पुलिस अधीक्षक दमोह, श्री मयंक सिंह चौहान उप पुलिस अधीक्षक यातायात सागर, श्री सुनील दीक्षित रक्षित निरीक्षक सागर एवं जोन के अन्‍य जिलों के उप पुलिस अधीक्षक, निरीक्षक  एवं सूबेदार/उप निरीक्षक उपस्थित रहे।  कार्यक्रम के उपरांत श्रीमति ज्योति ठाकुर अति. पुलिस अधीक्षक बीना द्वारा सम्मिलित अधिकारियों का आभार व्‍य‍क्‍त किया गया ।

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