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विकास के समग्र दृष्टिकोण से कार्य हुआ मध्यप्रदेश में : अमित शाह▪️केन्द्रीय गृह मंत्री ने जारी किया मध्यप्रदेश का रिपोर्ट कार्ड

विकास के समग्र दृष्टिकोण से कार्य हुआ मध्यप्रदेश में : अमित शाह

▪️केन्द्रीय गृह मंत्री ने जारी किया मध्यप्रदेश का रिपोर्ट कार्ड

तीनबत्ती न्यूज : 20 अगस्त ,2023
भोपाल : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि मध्य प्रदेश प्रगति के सभी क्षेत्रों में आगे है। भोपाल से लेकर हर चौपाल तक विकास हुआ है। मध्यप्रदेश में हॉलिस्टिक एप्रोच (समग्र दृष्टिकोण) से कार्य हुआ है। मध्यप्रदेश को देश के विकसित राज्यों  में पहुँचाने का प्रयास किया गया। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश को प्रगति की ओर उन्मुख राज्य बनाया है। श्री शाह आज भोपाल के कुशाभाऊ कन्वेंशन सेंटर में गरीब कल्याण महाअभियान में मध्यप्रदेश के रिपोर्ट कार्ड (2003-2023) को जारी कर संबोधित कर रहे थे।

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मध्यप्रदेश कभी बीमारू कहा जाता था, आज बेमिसाल विकास का राज्य कहा जाता है। जो कभी बंटाढार माना जाता था, आज वह हर क्षेत्र में बुलंदियों पर खड़ा है। आज विकास की दृष्टि से हर पैरामीटर में मध्यप्रदेश आगे दिखाई देता है, जिसे कभी बर्बाद कर राइट ऑफ किया गया था।
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केन्द्रीय मंत्री श्री शाह ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में सतत् विकास की ओर अग्रसर होना है। वर्ष 2014 से प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने मध्यप्रदेश को निरंतर और मन से आवश्यक सहयोग दिया है। बीमारू राज्य से बेमिसाल राज्य बनने वाले मध्यप्रदेश ने अनेक क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है। मध्यप्रदेश का गठन वर्ष 1956 में हुआ।
वर्ष 1980 में आर्थिक क्षेत्र के विशेषज्ञ श्री आशीष बोस ने तत्कालीन प्रधानमंत्री को एक प्रतिवेदन दिया था जिसमें अविभाजित मध्यप्रदेश सहित, उत्तरप्रदेश, बिहार और राजस्थान को बीमारु राज्य कहा गया था। तब इन राज्यों को देश की ग्रोथ में बाधा मानते हुए कहा गया था कि इन राज्यों में सुधार आसान नहीं है। लेकिन मध्यप्रदेश ने इस टैग को खत्म किया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश को बीमारु राज्य से मुक्ति मिली है।  प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने में सफलता मिली है। चाहे कृषि का क्षेत्र हो, युवाओं को स्वभाषा में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई की सुविधा देने का प्रश्न हो, महिलाओं का कल्याण हो, सड़क, पानी, बिजली का क्षेत्र हो, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र हो, गरीबों को योजनाओं का लाभ दिलवाने का कार्य हो, सभी में मध्यप्रदेश ने बीस वर्ष में उल्लेखनीय कार्य किया है। आम जनता के हित में कार्य कर मध्यप्रदेश में बेमिसाल राज्य बना। बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य और सुशासन के साथ मजबूत कानून व्यवस्था से प्रदेश में आमूलचूल परिवर्तन देखने को मिला है।

केन्द्रीय मंत्री श्री शाह ने कहा कि स्टेट को विकास में बाधा मानते हुए राइट ऑफ स्थिति वाला माना गया था, वो आज सबसे आगे है। मध्यप्रदेश में प्रत्येक योजना के निचले स्तर तक क्रियान्वयन की मजबूत नींव पर विकास और जन-कल्याण की इमारत खड़ी की गई है।

 

सभी क्षेत्रों में निरंतर आगे मध्यप्रदेश

केन्द्रीय मंत्री श्री शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश गरीबी से लोगों को मुक्ति दिलवाने में सबसे आगे है। पिछले 20 वर्ष में शिक्षा, सड़क, कृषि विकास दर, गेहूँ खरीदी, धान खरीदी, राशन के वितरण, विद्यालयों के उन्नयन, पर्यटन क्षेत्र परियोजनाओं के क्रियान्वयन, योजनाओं के संचालन, नयी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाएँ खोलने, राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण, हवाई अड्डों के विकास, ऊर्जा उत्पादन, ओंकारेश्वर में शंकराचार्य जी की प्रतिमा और अद्वैत संस्थान प्रारंभ करने की पहल, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण की पहल, सिंचाई क्षेत्र, महाकाल लोक के निर्माण, भोपाल और इन्दौर में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट, पेसा नियम लागू करने और निवेश के लिए मध्यप्रदेश को अनुकूल राज्य के रूप में उभारने के कार्य हुए हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी के भारत को विश्व की तीसरी बड़ी अर्थ-व्यवस्था बनाने और नए भारत के निर्माण करने के संकल्प में मध्यप्रदेश जैसे राज्य सहयोगी हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने अपने संबोधन में मध्यप्रदेश के वरिष्ठ नेता स्व. कुशाभाऊ ठाकरे का स्मरण भी किया।
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पहले म.प्र. में जो सड़क निर्मित हुई थी तो सड़क में गड्ढा था या गड्ढे में सड़क थी मालूम नहीं पड़ता था। मैं कई बार दाहोद के रास्ते से महाकाल के दर्शन करने आया था। गहरी नींद में दाहोद तक सोते थे जैसे ही एमपी शुरू होता था गाड़ी गड्ढे में गिरते ही नींद खुल जाती थी। ऐसी 60,000 किलोमीटर सड़कें यहाँ थीं, अब 5,10,000 किलोमीटर सड़कें ग्रामीण सड़कों को मिलाकर बना दी गई है। राष्ट्रीय राज्य मार्ग 4800 किलोमीटर से बढ़कर 13000 किलोमीटर हुआ है।
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मध्यप्रदेश को देश का सबसे अग्रणी राज्य बनायेंगें :सीएम शिवराज सिंह

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक दौर था जब मध्यप्रदेश बीमारु राज्य था, पानी, बिजली, सड़क, डकैतों का आतंक जैसी कई समस्याओं से ग्रस्त था। आज हम इस छवि को बदलने में सफल रहे हैं। मध्यप्रदेश की अर्थ-व्यवस्था का आकार 2003 के 71 हज़ार करोड़ से  विगत वर्ष 13 लाख 50 हज़ार करोड़ तक ला दिया गया है। विशेषकर 2014 से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सहयोग से डबल इंजन की मध्यप्रदेश सरकार ने विकास के नये कीर्तिमान रचे हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश के विकास को गति प्रदान करने में कोई कसर बाक़ी नहीं छोड़ी। मध्यप्रदेश के विकास को नई गति, नई दिशा प्राप्त हुई और दोगुनी गति से मध्यप्रदेश ने विकास किया। मध्यप्रदेश राष्ट्रीय विकास दर से तेज गति से प्रगति कर रहा है। राष्ट्रीय जीएसडीपी में योगदान का प्रतिशत भी इस अवधि में 3.6 प्रतिशत से बढ़कर आज 4.8 प्रतिशत हो गया है। वर्ष 2003 में 23 हज़ार करोड़ से बढ़कर आज मध्यप्रदेश का बजट 3 लाख 14 हज़ार करोड़ रुपये हो गया है। देश की 5 ट्रिलियन डॉलर  अर्थ-व्यवस्था के संकल्प में मध्यप्रदेश 550 बिलियन डॉलर का योगदान देने के लिए तेज़ी से कार्य कर रहा है। आज मध्यप्रदेश की विकास दर विगत वर्ष 19 प्रतिशत, वर्तमान वर्ष में 16 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारी सरकार इस प्रगति से संतुष्ट नहीं है। प्रधानमंत्री जी द्वारा अमृतकाल में वर्ष 2047 तक भारत को दुनिया का सबसे समृद्ध, वैभवशाली और गौरवशाली राष्ट्र बनाने के संकल्प में मध्यप्रदेश अपनी भूमिका का निर्वहन करेगा। हम मिलकर मध्यप्रदेश को देश का सबसे अग्रणी राज्य बनायेंगें।


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पहले टुकड़ों-टुकड़ों में विकास होता था, 25 हजार शौचालय बनाना है। अब आता है घर-घर शौचालय बनाना है, पहले आता था 10 हजार घरों में बिजली पहुँचाना है अब मोदी जी कहते हैं हर घर में बिजली होनी चाहिए, हर गरीब को घर मिलना चाहिए, हर गरीब को पीने का पानी मिलना चाहिए, हर गरीब के घर में गैस सिलेंडर पहुँचना चाहिए। संपूर्ण सैचुरेशन की दिशा में गरीब कल्याण का कॉन्सेप्ट स्वतंत्र भारत में अगर किसी ने लागू किया है तो हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है।
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अंतिम छोर के हर व्यक्ति तक विकास पहुँचायेंगे :विष्णु दत्त शर्मा

सांसद  वी.डी. शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में हम स्वर्णिम मध्यप्रदेश बनाने की ओर अग्रसर हो रहे हैं। अंतिम छोर के हर व्यक्ति तक विकास पहुँचायेंगे। कार्यक्रम में मंच पर गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा भी उपस्थित थे।


विकास पर केंद्रित फिल्म

कार्यक्रम में गरीब कल्याण महा अभियान के अंतर्गत मध्यप्रदेश के दो दशक (2003-2023) में हुए विकास कार्यों का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किए जाने के अवसर पर मध्यप्रदेश में विकास आयामों पर केन्द्रित फिल्म प्रदर्शित की गई। केन्द्र सरकार के गत 9 वर्ष के कार्यकाल में हुए उल्लेखनीय कार्यों एवं उपलब्धियों पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई। साथ ही गरीब कल्याण योजनाओं पर आधारित गीत लांच किया गया।

केन्द्रीय मंत्री शाह द्वारा मध्यप्रदेश की उपलब्धियों का विषय वार उल्लेख

 देश में यदि गत दस वर्ष में 10 प्रतिशत आबादी गरीबी के चक्र से बाहर निकली है तो उसमें मध्यप्रदेश का सर्वाधिक योगदान है।

 मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने हर क्षेत्र में ढेर सारे परिवर्तन किए हैं। जहां तक प्रदेश के बजट के आकार की बात हो, यह वर्ष 2002 में 23 हजार 100 करोड़ था। अब यह 3 लाख 14 हजार करोड़ से अधिक है।

मध्यप्रदेश में शिक्षा का बजट 2556 करोड़ से बढ़कर 38 हजार करोड़ हुआ है। कोई भी समाज शिक्षा के विकास के बिना खड़ा नहीं हो सकता।

मध्यप्रदेश में पूर्व सरकार के समय स्वास्थ्य का बजट सिर्फ 580 करोड़ रुपये था जो अब 16 हजार करोड़ है। इसमें आयुष्मान भारत योजना शामिल नहीं है।

सर्व शिक्षा अभियान में सिर्फ 844 रुपये की राशि खर्च होती थी अब लगभग 7 हजार करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।

अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण पर में भी बजट में वृद्धि हुई है। पहले जहां 1056 करोड़ रुपये की राशि खर्च होती थी अब 64 हजार 390 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।

सर्व शिक्षा अभियान में सिर्फ 844 रुपये की राशि खर्च होती थी अब लगभग 7 हजार करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।

अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण पर में भी बजट में वृद्धि हुई है। पहले जहां 1056 करोड़ रुपये की राशि खर्च होती थी अब 64 हजार 390 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।


मध्यप्रदेश प्रति व्यक्ति आय पहले 11 हजार 700 रुपए थी जो अब बढ़कर एक लाख 40 हजार रुपए हो गई है।

मोदी जी ने एक आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का, संपूर्ण विकसित भारत के निर्माण का बीड़ा उठाया है। देश भर में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। देश की अर्थ-व्यवस्था 11वें नंबर पर थी अब पाँचवें नंबर पर पहुँच चुकी है। लगभग 14 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठ कर आ गए हैं।

 

एमएसएमई सेक्टर में साल भर में 4 हजार 299 उद्योगों के पंजीयन होते थे। अब इनकी संख्या 3 लाख 61 हजार है।

सड़क निर्माण में महत्वपूर्ण कार्य हुआ है। पहले सिर्फ 60हजार किलोमीटर सड़कें थीं। अब मध्यप्रदेश में 5 लाख 10 हजार किलोमीटर लम्बाई से अधिक की सड़कें हैं जो आठ गुना से भी ज्यादा हैं। एनएच सड़कों की लम्बाई 4800 से बढ़कर 13 हजार किलोमीटर हो गई।

कृषि क्षेत्र में कृषि विकास दर साढ़े छह गुना बढ़ गई है। गेंहूँ खरीदी 4 लाख 38 हजार मीट्रिक टन से 70 लाख 96 हजार मीट्रिक टन हो गई है। धान खरीदी 0.95 हजार मीट्रिक टन से बढ़कर 46 लाख 30 हजार मीट्रिक टन हो गई है। प्रदेश में 90 लाख से अधिक किसानों को 19 हजार करोड़ रुपए से अधिक लाभ दिए गए हैं।

मध्यप्रदेश में नि:शुल्क राशन वितरण का लाभ सिर्फ 52 लाख परिवारों को मिलता था जो करीब सवा करोड़ लोगों को मिल रहा है।

मेडिकल सीटें 620 थीं जो अब 4 हजार से ज्यादा हैं।

एकलव्य आवासी आदर्श विद्यालय बिलकुल नहीं थे इनकी संख्या अब 63 है।

आईटीआई की सख्या 159 से बढ़कर 1514 हो गई है।

पर्यटन क्षेत्र में सड़कों के बनने से पर्यटक संख्या बढ़ी है। एक समय सिर्फ 64 लाख पर्यटक प्रतिवर्ष आते थे, इनकी संख्या बढ़कर 9 करोड़ हो गई है।

 हम सब के लिए गर्व की बात है कि नरेन्द्र मोदी जी को 14 देशों ने अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया है। यह 14 देशों ने जो सम्मान किया है वह नरेन्द्र मोदी जी या भारतीय जनता पार्टी का सम्मान नहीं है, यह व्यक्ति नरेन्द्र मोदी जी का सम्मान नहीं है। यह जो 14 देशों ने सर्वोच्च सम्मान दिया है वह भारत की विकास की गाथा को दिया है, भारत की 140 करोड़ जनता का सम्मान किया है।

 

प्रदेश में तीन शहरों रीवा, ग्वालियर और जबलपुर में एयर पोर्ट विकास और टर्मिनल निर्माण के कार्य हो रहे हैं। इंदौर को दिल्ली- मुम्बई कॉरीडोर में शामिल किया गया ।

प्रदेश की ऊर्जा क्षमता 29 हजार मेगावाट से भी अधिक है।

सिंचाई साधनों के विस्तार से 47 लाख हेक्टर से अधिक क्षेत्र सिंचित हो रहा है।

प्रदेश में 46 लाख से अधिक बालिकाओं को लाड़ली लक्ष्मी योजना और 53 लाख से अधिक बहनों को स्वसहायता समूहों से जोड़कर लाभान्वित किया गया है।

इंदौर और भोपाल में मेट्रो रेल परियोजनाएं क्रियान्वित हो रही हैं।

प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की संख्या 4 से बढ़कर 24 तक हो गई है।

प्रदेश में जनजातीय समाज के हित में पेसा कानून लागू करने और जनजातीय संस्कृति दिखाने वाले संग्रहालय की स्थापना की जा रही है।

मध्यप्रदेश औद्योगिक निवेश के लिए फेवरेट डेस्टिनेशन बना है।

खण्डवा जिले में ओंकारेश्वर में 2400 करोड़ रुपए लागत से विद्युत उत्पादन इकाई प्रारंभ की जा रही है।

प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण की पहल हुई है।

प्रदेश की आर्थिक विकास दर 16 प्रतिशत से अधिक है।



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एडिटर: विनोद आर्य
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+91 94244 37885

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नरयावली में आयोजित चिकित्सा शिविर में 500 अधिक लोग हुए लाभान्वित▪️ग्राम लुहारी में पाँचवाँ निःशुल्क चिकित्सा शिविर

नरयावली में आयोजित चिकित्सा शिविर में 500 अधिक लोग हुए लाभान्वित

▪️ग्राम लुहारी में पाँचवाँ निःशुल्क चिकित्सा शिविर

तीनबत्ती न्यूज :20 अगस्त ,203
सागर। सागर जिले के नरयवली के  ग्राम लुहारी में ग्राम पूजन पुण्य दल के सहयोग से एक विशाल चिकित्सा शिविर आयोजित हुआ।  जिसमे लुहारी के अलावा, हवला, मुड़िया, जेरवारा, बहेरिया, आदि ग्रामों में ग्रामीण की निःशुल्क चिकित्सकीय सहायता दी गयी। 



शिविर में हृदय रोग विशेषज्ञ, सर्जन, न्यूरो सर्जन, डेंटिस्ट, नाक कान गला विशेषज्ञ के साथ महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने खून, ब्लड प्रेशर के साथ ईसीजी आदि जाँचे और दवायें मुफ़्त में प्रदान की।

सुबह ०९ बीजी से ही बड़ी संख्या में ग्रामवासी जैन मंदिर प्रांगण ने उपस्थित हो गये थे। भाग्योदय के डॉक्टर्स की टीम ग्राम पूजन पुण्य दल के आमंत्रण पर लुहारी गई थी। भोपाल से एडिशनल कमिश्नर अनूप जैन भी इस दौरान ग्राम में उपस्थित रहे। 


ग्राम में सभी लोगों के ख़ाना  आदि की व्यवस्था भी रखी गयी थी। व्यवथाओ को समहालने में अनिल लुहारी, मुकेश, सोनू, निक्की और गौरव जैन के साथ कमलेश माँ आर की विशेष भूमिका रही
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SAGAR: सावन का महीना : श्री राधा-कृष्ण के झूले बांटे निशुल्क

SAGAR: सावन का महीना : श्री राधा-कृष्ण के झूले बांटे निशुल्क

तीनवती न्यूज : 20 अगस्त, 2023
सागर । धर्म सेवा केवल धार्मिक स्थलों पर जाकर ही नहीं होती बल्कि इसके लिए मन में अगाध श्रद्धा और दूसरों को देने का भाव होनी चाहिए। शहर के मुकेश प्रजापति पिछले चौदह वर्षों से राधा.कृष्ण के झूले निशुल्क बांटकर ऐसा ही पुनीत काम बेहद खामोशी से कर रहे हैं। उनकी कलाकारी इतनी शानदार कि झूलों की डिमांड अब प्रदेश के कई शहरों से होने लगी है। मुकेश प्रजापति पेशे से मैकेनिक हैं और शहर में ही वर्कशॉप संचालित करते हैं। हर पुनीत कार्य की प्रेरणा के पीछे कोई न कोई वजह जरूर होती है और मुकेश को सेवाभाव की प्रेरणा अपने परिजनों से ही मिली।


दो साइज के झूले

श्री प्रजापति द्वारा दो प्रकार के झूले दो साइज में बनाये गये थे पहली मंदिर साईज और दूसरी घर में पूजास्थल के हिसाब से छोटी साइज। कार्यक्रम में छोटी साइज के झूले ही ज्यादा वितरित किये गये इनकी मांग भी ज्यादा होती है। उन्होंने बताया कि इस बार भी लोगों की डिमांड के अनुसार मंदिर साइज और छोटे झूले बनाये गये हैं जिनमें बड़े झूलों की लागत एक से डेढ़ हजार रुपए के बीच आती है और इसे बनाने में भी करीब एक सप्ताह लग जाता है। झूले में लड्डू गोपाल की मूर्ति के साथ ही झूले वितरित किये गये। 


बेटियों के सम्मान में हुआ निःशुल्क झूला वितरण

रविवार को सवान के महिने में अनोखा प्रजापति परिवार भगवान कृष्ण और राधाजी की मूर्तियों के साथ झूलों का निरूशुल्क वितरण किया गया। ये झूले प्रजापति परिवार पूरे एक साल तक बनता है। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की पहल के साथ झूले वितरित किये गये। इस बार बेटी बचाओए बेटी पढ़ाओं की तर्ज पर शासन की योजनाओं को कार्यक्रम में शामिल कर प्रजापित परिवार ने एक अनूठी पहल की। उन्होंने बताया कि अगले वर्ष से केवल बेटियों को ही झूलों का वितरण किया जायेगा।


कार्यक्रम का आयोजन 20 अगस्त को भूतेश्वर मंदिर के पास दोपहर 12 बजे से शुरू हुआ जिसमें महिलाओं, पुरूषों सहित बच्चों की भीड़ रही। बच्चों ने मनमोहक झांकी सजाते हुये राधा.कृष्ण की वेशभूषा में आयोजन को चार चॉद लगाया।
मकर संक्रांति से शुरू होता है पंजीयन
मुकेश प्रजापति बताते हैं कि चूंकि झूले बनाने में समय और पैसा लगता है इसलिए वे प्रतिवर्ष करीब 100 से 150 झूले ही बना पाते हैं। झूले प्राप्त करने के लिए मकर संक्रांति के पर्व पर केवल एक दिन के लिए ही पंजीयन किया जाता है। इसके बाद सावन माह में राधा.कृष्ण के झूले पंजीयन कराने वाले लोगों तक पहुंचा दिए जाते हैं। सबसे बड़ी बात यह है श्री प्रजापति और उनकी पत्नी माया झूले निर्माण से जुड़ी सारी व्यवस्था करती हैं। मुकेश बताते हैं कि वे झूले के लिए अपने वर्कशॉप को ही निर्माण स्थल बना लेते हैं। इस दौरान उन्हें अपना काम रोकना पड़ता है लेकिन झूले बनाकर लोगों में बांटने का आनंद अलग ही है।
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खुरई में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं धीरेन्द्रकृष्ण शास्त्री की तीन दिवसीय कथा 6 सितंबर से

खुरई में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं  धीरेन्द्रकृष्ण शास्त्री की तीन दिवसीय कथा 6 सितंबर से


तीनबत्ती न्यूज : 20 अगस्त ,2023
खुरई
। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर परम पूज्य संत पं धीरेन्द्रकृष्ण शास्त्री जी का खुरई में तीन दिवसीय श्री हनुमंत कथा का विराट आयोजन 6 से 8 सितंबर 2023 को किया जा रहा है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह द्वारा भव्य कार्यक्रम के लिए खुरई के बायपास रोड स्थित नवीन कृषि मंडी के पास कथा स्थल पर अपरान्ह 4 बजे से संत पं श्री धीरेन्द्रकृष्ण शास्त्री जी की अमृतवाणी सुनने का अवसर सभी श्रद्धालुओं को उपलब्ध होगा।

मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि श्री बागेश्वर धाम सरकार के इस कथा आयोजन के हेतु 5 सितंबर को आयोजित एतिहासिक भव्य कलशयात्रा निकाली जाएगी। मंत्री श्री सिंह ने इस कलशयात्रा व तीन दिवसीय दिव्य कथा आयोजन में सभी भक्तजनों को सपरिवार आमंत्रित किया है।



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Video: बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक : मंत्री गोपाल भार्गव को रोका सुरक्षा कर्मियों ने: नाराज मंत्री ने पुलिस वालों को लगाई जमकर फटकार :बोले : किन नालायको को लगा दिया...

Video: बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक : मंत्री गोपाल भार्गव  को रोका सुरक्षा कर्मियों ने: नाराज मंत्री ने पुलिस वालों को लगाई जमकर फटकार :बोले : किन नालायको को लगा दिया...


तीनबत्ती न्यूज : 20 अगस्त ,2023
ग्वालियर : भाजपा प्रदेश कार्य समिति की बैठक में शामिल होने ग्वालियर पहुंचे लोक निर्माण मंत्री  मंत्री गोपाल भार्गव को सुरक्षाकर्मियों ने गेट पर ही रोक लिया। इससे मंत्री आग बबूला हो गए। गुस्से में वे बाहर की तरफ निकले। इसके बाद पुलिस अफसरों ने मंत्री के सामने हाथ जोड़े मौके कुछ पर नेता भी आ गए। तब जाकर मामला शांत हुआ। इस दौरान मंत्री ने खो खरी खोटी सुनाई।
ग्वालियर में आज भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक आयोजित हुई। इसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, सीएम शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत सभी बड़े नेता शामिल होने पहुंचे।

देखे वीडियो: ये क्या मजाक बना रखा है..



मंत्री गोपाल भार्गव ने  ने कहा कि ये क्या मजाक बना रखा है। ये क्या तमाशा है। पहचान नहीं पाए। क्या सिखा-पढ़ा दिया है आपने। इन नालायकों को लगा दिया। पहले तलाशी लेंगे। क्या है ये? किसी तरह वरिष्ठ नेताओं ने उनको समझाकर अंदर पहुंचाया। शोर सुनकर अन्य वरिष्ठ नेता बाहर आए। उन्होंने मामले को संभाला। मंत्री को अंदर बैठक में ले गए।


जीवाजी विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित बैठक में  पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव भी पहुंचे। वे गेट नंबर दो से प्रवेश कर रहे थे। इसी दौरान वहां खड़े सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें स्थानीय नता समझकर रोक लिया।


 गोपाल भार्गव ने अंदर जाने का कारण पूछा, तो सुरक्षाकर्मियों ने जवाब दिया कि आपको एंट्री नहीं है। इतना कहते ही मंत्री गोपाल भार्गव भड़क गए। मंत्री गोपाल भार्गव जब बाहर जाने लगे, तो पुलिस अफसर उन्हें मनाने के लिए पीछे-पीछे भागे। हालांकि मंत्री ने 



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साप्ताहिक राशिफल : 21 अगस्त से 27 अगस्त 2023 तक ▪️पंडित अनिल पांडेय

साप्ताहिक राशिफल : 21 अगस्त से 27 अगस्त 2023 तक 

▪️पंडित अनिल पांडेय


जय श्री राम
इस सप्ताह की हनुमान चालीसा की चौपाई है :-
राम रसायन तुम्हरे पासा, सदा रहो रघुपति के दासा॥

भावार्थ:-
यहां पर रसायन शब्द का अर्थ दवा है । गोस्वामी तुलसीदास जी कहते हैं कि हनुमान जी के पास में राम नाम का रसायन है । इसका अर्थ हुआ हनुमान जी के पास राम नाम रूपी दवा है ।  आप श्री रामचंद्र जी के सेवक हैं इसलिए आपके पास नामरूपी  दवा है । इस दवा का उपयोग हर प्रकार के रोग में किया जा सकता है । सभी रोग इस दवा से ठीक हो जाते हैं ।

हनुमान चालीसा की इस चौपाई के बार बार पाठ करने से होने वाले लाभ:-
 इस चौपाई का बार बार पाठ करने से  रहस्यों की प्राप्ति होती है ।
 पंडित अनिल पाण्डेय का आप सभी को नमस्कार । आज हम आपसे 21 अगस्त से 27 अगस्त 2023 अर्थात विक्रम संवत 2080 शक संवत 1945 के श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी से  श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तक के सप्ताह के साप्ताहिक राशिफल की चर्चा करूंगा ।
 इस सप्ताह चंद्रमा प्रारम्भ में कन्या राशि का रहेगा  ।  इसके उपरांत 21 तारीख को 2:09 दिन से तुला राशि में प्रवेश करेगा  ।  23 तारीख को चंद्रमा 10:58 पर रात से वृश्चिक राशि में और 25 तारीख को 4:21 रात अंत  से धनु राशि में गोचर करेगा ।
  इस पूरे सप्ताह सूर्य सिंह राशि में ,मंगल कन्या राशि में ,गुरु मेष राशि में , शनि वक्री होकर कुंभ राशि में , शुक्र वक्री होकर कर्क राशि में ,और राहु वक्री होकर मेष राशि में गोचर करेंगे  ।   बुध प्रारंभ में सिंह राशि में रहेगा तथा 24 तारीख को 3:30 दिन से सिंह राशि में ही वक्री हो जाएगा ।
  आइए अब हम राशिफल राशिफल की चर्चा करते हैं। 


मेष राशि
यह सप्ताह आपके लिए शत्रु पर विजय पाने का शुभ अवसर है  ।   आप अगर प्रयास करें तो आप अपने सभी शत्रुओं को परास्त कर सकते हैं  ।आपको अपने संतान से सुख प्राप्त होगा  ।  आपके स्वयं के सुख में कमी आएगी  ।  माताजी के स्वास्थ्य में कमी आएगी  ।  पिताजी का स्वास्थ्य भी थोड़ा ढीला हो सकता है  ।  इस सप्ताह आपके लिए 21 तारीख के दोपहर के बाद से 22 और 23 तारीख उत्तम और लाभदायक है  ।  इस तारीख में आप जो भी कार्य करेंगे अधिकांश कार्य में आपको सफलता प्राप्त होगी  ।  सप्ताह के बाकी सभी दिनों में आपको सचेत रहने की आवश्यकता है  ।  आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाएं  ।  सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है ।



वृष राशि
अगर आप जनप्रतिनिधि हैं तो आपके लिए यह सप्ताह उत्तम है  ।  आपको जनता से उत्तम सहयोग प्राप्त होगा  ।  सप्ताह के प्रारंभिक दिनों में आपका व्यापार भी अच्छा चलेगा  ।  भाई बहनों से आपको कोई विशेष सहयोग प्राप्त नहीं होगा  ।  आपके खर्चे में वृद्धि होगी  ।  कार्यालय में आपको अपने वरिष्ठ और कनिष्ठ किसी से भी सहयोग प्राप्त नहीं हो पाएगा  ।  कचहरी के कार्यों में हानि हो सकती है  ।  इस सप्ताह आपके  जीवनसाथी को 24 और 25 तारीख को मानसिक कष्ट हो सकता है  ।   सप्ताह के बाकी दिनों में आपको सतर्क रहकर कार्य करने की आवश्यकता है  ।  आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह प्रतिदिन गरीबों के बीच में चावल का दान दें  ।  सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है ।


 मिथुन राशि
 मिथुन राशि के जातकों का स्वास्थ्य  पहले जैसा ही रहेगा  ।  भाई बहनों से संबंध बनते बिगड़ते रहेंगे  ।  एक भाई का उत्तम सहयोग आपको प्राप्त होगा  ।  भाग्य से आपको कोई विशेष सफलता प्राप्त नहीं हो पाएगी  ।   24 और 25 अगस्त को आपके स्वास्थ्य में सुधार होगा  ।  आपके सुख में कमी आएगी  ।  थोड़ा बहुत धन आ सकता है  ।  जीवनसाथी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा  ।  कार्यालय में आपको  लोगों से सहयोग प्राप्त होगा  ।  इस सप्ताह आपके लिए 21  , 26 और 27 तारीख लाभदायक है । अपने कार्यों को करने के लिए आपको इन तारीखों का  उपयोग करना चाहिए  ।   आपको चाहिए कि आप 24 और 25 तारीख को सावधान रहकर कार्य करें  ।  इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन पीपल के पेड़ के नीचे मिट्टी का दिया जला कर उसकी सात बार परिक्रमा करें  ।  सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।


कर्क राशि
 इस सप्ताह आपके पास धन आने का अच्छा योग है  ।  सप्ताह के अंत में व्यापार में थोड़ी कमी आ सकती है  ।  माताजी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा  ।  इस सप्ताह आपके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है ।  भाई बहनों से आपको सहयोग प्राप्त नहीं हो पाएगा  ।  भाइयों के साथ थोड़ा तनाव हो सकता है  ।  छोटी मोटी दुर्घटना हो सकती है  ।  दुर्घटनाओं से आपको सावधान रहना चाहिए  ।  इस सप्ताह आपके लिए 21 के दोपहर के बाद से 22 और 23 तारीख उत्तम है  ।  24 और 25 तारीख को आपके संतान  को मानसिक या शारीरिक क्लेश हो सकता है  ।  26 और 27 तारीख को आपको सतर्क रहकर कार्य करने की आवश्यकता है ।  इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप भगवान शिव का पूजन अभिषेक करें  ।  सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है ।

सिंह राशि
इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा  ।  जीवन साथी के स्वास्थ्य में थोड़ी समस्या आ सकती है  ।  सप्ताह के अंतिम दिनों में आपको थोड़ा मानसिक क्लेश हो सकता है  ।  भाग्य पहले जैसा ही है  ।    इस सप्ताह आपके कुछ  कार्य  भाग्य के भरोसे हो सकते हैं ।  दुर्घटनाओं से बचने का प्रयास करें  ।  भाई बहनों से कोई विशेष सहयोग प्राप्त नहीं हो पाएगा  ।  संतान से सामान्य सहयोग प्राप्त होगा  ।  इस सप्ताह आपके लिए  सप्ताह के पूरे दिन एक जैसे ही हैं । आपको चाहिए कि आप काले कुत्ते को रोटी खिलाएं ।  सप्ताह का शुभ दिन रविवार है   ।


कन्या राशि
इस सप्ताह आपके शत्रु कमजोर होंगे । दुर्घटनाओं से  बचने का प्रयास करें ।  इस सप्ताह आपके सुख में वृद्धि होगी ।  जनप्रतिनिधियों के लिए यह सप्ताह उत्तम है ।  माता जी और पिताजी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा ।  कचहरी के प्रकरणों में सफलता की उम्मीद की जा सकती है  ।  इस सप्ताह आपके लिए 21 तारीख 26 और 27 तारीख किसी भी कार्य को करने के लिए लाभदायक हैं  ।  आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह रुद्राष्टक का प्रथम पाठ करें  ।  सप्ताह का शुभ दिन रविवार है ।


तुला राशि
इस सप्ताह आपके पास धन प्राप्ति का अच्छा योग है  ।  व्यापार में कमी संभव है  ।  कार्यालय में आपको प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है । कचहरी के कार्यों में असफलता मिल सकती है  ।   भाई बहनों के साथ संबंध ठीक रहेगा  ।  पत्नी के स्वास्थ्य में बदलाव आएगा  ।  अगर आप प्रयास करेंगे तो आप अपने दुश्मनों को दबा सकते हैं  ।  इस सप्ताह आपके लिए 21 की दोपहर के बाद से 22 और 23 तारीख लाभदायक हैं  ।  24 और 25 को आपको धन प्राप्ति हो सकती है  ।  21 तारीख को आपको कोई भी कार्य सावधान होकर करना चाहिए  ।  इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप शुक्रवार के दिन किसी मंदिर में जाकर पुजारी जी को सफेद कपड़े का दान दें  ।  सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है ।


वृश्चिक राशि
इस सप्ताह आपको शासकीय कार्यों में सफलता प्राप्त होगी  ।  आपको अपने कार्यालय में प्रतिष्ठा प्राप्त होगी ।  धन की प्राप्ति में बाधाएं हैं  ।  भाग्य कोई विशेष साथ नहीं देगा  ।  आपको अपने परिश्रम पर ही ध्यान देना होगा  ।  माताजी के स्वास्थ्य में खराबी आ सकती है  ।  आपको अपने संतान से सहयोग प्राप्त होगा  ।  शत्रुहंता  योग बन रहा है  ।  शत्रुओं की संख्या में वृद्धि भी संभव है  ।  इस सप्ताह आपको 21, 22 और 23 तारीख को कोई भी कार्य करने के पहले पूरी योजना बना लेना चाहिए  और पूरी सतर्कता रखनी चाहिए  ।  24 और 25 तारीख को भी आपको सावधान रहना चाहिए  ।  इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप मोती की माला धारण करें  ।  सप्ताह का शुभ दिन रविवार है ।


धनु राशि
इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य पहले जैसा ही रहेगा  ।  कार्यालय में आपको परेशानी महसूस हो सकती है  ।  भाग्य आपका साथ देगा  ।  धन आने का योग है  ।  भाई बहनों के साथ संबंध में तनाव आ सकता है  ।  संतान का अल्प सहयोग प्राप्त होगा  ।  इस सप्ताह आपके लिए 21 तारीख की दोपहर तक का समय तथा 26 और 27 तारीख उत्तम और फलदायक हैं  ।  24 और 25 तारीख को भी आपको कुछ सफलताएं मिल सकती हैं  ।  परंतु आपको सतर्क रहकर कार्य करना चाहिए ।  इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप  राम रक्षा स्त्रोत का प्रतिदिन जाप करें । सप्ताह का शुभ दिन रविवार है ।

मकर राशि
अविवाहित जातकों के लिए इस सप्ताह विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं । आपको इस सप्ताह दुर्घटनाओं से सावधान रहना चाहिए  ।  आपका स्वास्थ्य ठीक रह सकता है  ।  जीवन साथी के स्वास्थ्य में खराबी आ सकती है  ।  इस सप्ताह भाग्य आपका साथ नहीं देगा  ।  आपको जो कुछ प्राप्त होगा उसके लिए आपको अत्यधिक परिश्रम करना पड़ेगा  ।  इस सप्ताह आपके लिए  21 ,22 और 23 तारीख उत्तम एवं लाभप्रद है  ।  24 और 25 तारीख को धन हानि संभव है  ।  26 और 27 तारीख को आपको सावधान रखकर कोई कार्य करना चाहिए  । आपको चाहिए कि आप इस  सप्ताह विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें  । सप्ताह का शुभ दिन  बुधवार है।

कुंभ राशि
इस सप्ताह आपके लिए लंबी यात्रा का योग बन रहा है ।  निकट भविष्य में आपको लंबी यात्रा पर जाना पड़ सकता है  ।  दुर्घटनाओं से बचने का प्रयास करें  ।  इस सप्ताह आपके साथ  दुर्घटना हो सकती है  ।  धन आने का सामान्य योग है  ।  भाई बहनों से सामान्य संबंध रहेंगे  ।  आपको नसों संबंधी कोई रोग हो सकता है ,या गर्दन और कमर में दर्द हो सकता है  ।  आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा  ।  इस सप्ताह आपको  21 तथा 24 और 25 तारीख को सावधान रहकर के ही कोई कार्य करना चाहिए ।  24 और 25 तारीख को  अपने अधिकारियों से   व्यर्थ का वार्तालाप ना करें ।  अधिकारियों से संबंध बनाए रखने का प्रयास करें  ।  इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गायत्री मंत्र की एक माला का जाप करें जिससे सभी प्रकार की दुर्घटनाओं से एवं संकटों से आप बच सकें ।  आपके लिए इस सप्ताह का शुभ दिन शनिवार है ।

मीन राशि
इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा  ।  कचहरी के कार्यों से बचने का प्रयास करें  ।  24 और 25 तारीख को भाग्य के सहारे आपके कुछ कार्य को सकते हैं  ।  इस सप्ताह आपको अपने शत्रुओं से डरने की कोई विशेष आवश्यकता नहीं है  ।  इस सप्ताह आपको अपने संतान से सहयोग प्राप्त नहीं होगा  ।  छात्रों की पढ़ाई में बाधा आएगी  ।  धन आने का कोई विशेष योग नहीं है  ।  इस सप्ताह आपके लिए 21 के दोपहर तक का समय तथा 26 और 27 तारीख सफलता दायक है   ।    21 तारीख को दोपहर के बाद तथा 22 और 23 तारीख को आपको सावधान रहकर कार्य करने की आवश्यकता है  ।  इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप घर की बनी पहली रोटी गौ माता को दें  ।  सप्ताह का शुभ दिन रविवार है ।

मां शारदा से प्रार्थना है कि आप सदैव स्वस्थ सुखी और संपन्न रहें।

जय मां शारदा।
 निवेदक:-
पण्डित अनिल कुमार पाण्डेय
सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता
प्रश्न कुंडली  और वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ
साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया
PIN code -470004
Mob :- 8959594400
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क्यों मनाई जाती है नाग पंचमी

 क्यों मनाई जाती है नाग पंचमी


जय श्री राम,
नाग पंचमी के बारे में भविष्य पुराण के ब्रह्मा पर्व  में नागपंचमी की कथा और उसके व्रत विधान का तथा फल के बारे में विस्तृत वर्णन दिया हुआ है  । इसके अलावा स्कंद पुराण के श्रावण महत्व पर्व में भी सनत कुमार को ईश्वर ने नाग पंचमी के बारे में बताया है  । 
पहले हम आपको भविष्य पुराण के ब्रह्मा पर्व में दिए गए नाग पंचमी की कथा के बारे में बताते हैं । इस पुराण के अनुसार सुमंतु मुनि ने शतानीक राजा को नाग पंचमी की कथा के बारे में बताया है
 श्रावण शुक्ल पक्ष के पंचमी के दिन नाग लोक में बहुत बड़ा उत्सव होता है । पंचमी तिथि को जो व्यक्ति नागों को गाय के दूध से स्नान कराता है उसके  कुल को  सभी नाग अभय दान देते हैं । उसके परिवार जनों को सर्प का भय नहीं रहता है  ।  
महाभारत में जन्मेजय के  के नाग यज्ञ की कहानी है ।  जिसके अनुसार जन्मेजय के नाग यज्ञ के दौरान बड़े-बड़े विकराल नाग अग्नि में आकर जलने लगे  ।  उस समय आस्तिक नामक ब्राह्मण सर्प यज्ञ रोककर नागों की रक्षा की थी यह पंचमी की तिथि थी अतः नागों को पंचमी की तिथि बहुत प्यारी है इस दिन मिट्टी के नाक बनाना चाहिए ऊंची पूजा करना चाहिए उनके ऊपर दुग्ध स्नान कराना चाहिए तदोपरांत उन्हें विश्व रचित कर ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए । पूजन करने का विस्तृत विवरण भविष्य पुराण और स्कंद पुराण में दिया हुआ है
इस प्रकार नियम अनुसार जो पंचमी को नागों का पूजन करता है उसे पर नागों की विशेष कृपा रहती है । 
भविष्य पुराण में सांपों के लक्षण स्वरूप और जातियों के बारे में भी वृहद वर्णन भी है । इससे पता लगता है कि हमारे पुराने ऋषि मनीषियों को सर्पों के बारे में कितना ज्ञान था।


स्कंद पुराण में भी नाग पंचमी के व्रत के बारे में कहा गया है उसमें ब्रह्मा जी ने बताया है कि
चतुर्थी तिथि को एक बार भोजन करें और पंचमी को नक्त भोजन करें. स्वर्ण, चाँदी, काष्ठ अथवा मिटटी का पाँच फणों वाला सुन्दर नाग बनाकर पंचमी के दिन उस नाग की भक्तिपूर्वक पूजा करनी चाहिए. द्वार के दोनों ओर गोबर से बड़े-बड़े नाग बनाए और दधि, शुभ दुर्वांकुरों, कनेर-मालती-चमेली-चम्पा के फूलों, गंधों, अक्षतों, धूपों तथा मनोहर दीपों से उनकी विधिवत पूजा करें  ।  उसके बाद ब्राह्मणों को घृत, मोदक तथा खीर का भोजन कराएं  ।  इसके बाद अनंत, वासुकि, शेष, पद्मनाभ, कम्बल, कर्कोटक, अश्व, आठवाँ धृतराष्ट्र, शंखपाल, कालीय तथा तक्षक – इन सब नागकुल के अधिपतियों को तथा इनकी माता कद्रू को भी हल्दी और चन्दन से दीवार पर लिखकर फूलों आदि से इनकी पूजा करें   ।
उसके बाद  वामी में प्रत्यक्ष नागों का पूजन करें और उन्हें दूध स्नान करवाएं  ।  घृत तथा शर्करा मिश्रित पर्याप्त दुग्ध उन्हें अर्पित करें  ।   इस विधि से व्रत करने पर सर्प से कभी भी भय नहीं होता है  ।  
 प्रत्येक मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग देव का पूजन किया जा सकता है  ।   वर्ष के पूरा होने पर नागों के निमित्त ब्राह्मणों तथा सन्यासियों को भोजन कराएं  ।   
सनातन धर्म में नाग पंचमी के बहाने नागों की रक्षण का व्रत लिया जाता है  । नागों की रक्षा से पर्यावरण  संतुलित रहता है  ।  सांप सामान्यतया किसानों के लिए हितकारी हैं  ।  सांप फसलों को नष्ट करने वाले कीड़े पतंगों को खा जाते हैं जिससे की फसलें अच्छी होती हैं ।  सांप फसलों को खाने वाले चूहों को भी खा जाते हैं ।  इस प्रकार हमारे फसल चक्र के लिए सांप एक आवश्यक प्राणी है ।

वर्ष 2023 में नाग पंचमी कब मनाई जाएगी:-

हिंदू पंचांग के अनुसार, नाग पंचमी का त्योहार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है  ।  इस वर्ष पंचमी तिथि की शुरुआत 21 अगस्त को रात 12 बजकर 21 मिनट पर होगी और पंचमी तिथि का समापन 22 अगस्त को रात 2 बजे होगा  ।  उदया तिथि में पंचमी 21 अगस्त को पड़ रही है अतः 21 अगस्त को नाग पंचमी मनाई जाएगी ।

मां शारदा से प्रार्थना है कि आप सदैव स्वस्थ सुखी और संपन्न रहें।

जय मां शारदा।
 निवेदक:-
पण्डित अनिल कुमार पाण्डेय
सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता
प्रश्न कुंडली  और वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ
साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया
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MP: पति ने पत्नी और दो बच्चों की तलवार से की हत्या : उसके बाद की सुसाइड, दो बच्चे जान बचाकर भाग निकले : कुत्ते को मारने से रोकने पर किया हमला

MP: : पति ने पत्नी और दो बच्चों की तलवार से की हत्या : उसके बाद की सुसाइड, दो बच्चे जान बचाकर भाग निकले : कुत्ते को मारने से रोकने पर किया हमला



तीनबत्ती न्यूज : 20 अगस्त,2023
उज्जैन : मध्यप्रदेश के उज्जीन जिले के  बड़नगर तहसील में शनिवार की देर रात नशे में धुत होकर युवक ने अपनी पत्नी और दो बच्चों को तलवार से मौत के घाट उतार दिया। पत्नी और दोनों बच्चोंपा की हत्या के बाद युवक ने खुद को भी तलवार मार दी, जिससे उसकी भी मौत हो गई। युवक के हमले में दो बच्चे जान बचाकर भाग निकले। मकान से कूदकर जान बचाई। युवक कुत्ते को तलवार से मारने जा रहा था। पत्नी और बच्चो के रोकने पर उसने तलवार से  हमला किया।


कुत्ते को मारने से रोकने पर विवाद

पूरा मामला बड़नगर तहसील के ग्राम बालोदा आरसी का है। बताया जा रहा है कि नशे की हालत में युवक दिलीप पिता भेरुलाल तलवार से कुत्ते को मार रहा था, तभी पत्नी गंगाबाई बचाने पहुंची तो उसने पत्नी पर तलवार से ह उपमला कर दिया। वहीं, पत्नी को बचाने बच्चे नेहा व योगेश पहुंचे तो उन पर भी तलवार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। दो बच्चे एवेंद्र और बुलबुल जैसे तैसे अपनी जान बचाकर भागे जिनका उपचार बड़नगर के शासकीय अस्पताल में चल रहा है। फिलहाल बड़नगर पुलिस मामले की जांच कर रही है।


 बेटा बोला, सट्टा खेलते थे

जान बचाकर भागे बच्चों ने आसपास के लोगों को जानकारी दी। लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस दरवाजा तोड़कर मकान में घुसी। अंदर पति, पत्नी और उनके दोनों बच्चों के शव पड़े थे। हर तरफ खून फैला था। FSL टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की। आरोपी पेशे से किसान था। अस्पताल में भर्ती दिलीप के बेटे तपेंद्र ने बताया कि पिता शराब पीते थे और सट्टा भी खेलते थे। बेटी बुलबुल ने बताया कि पिता शराब के नशे में थे और हमें मारने के लिए तलवार लेकर दौड़े।



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