एकाग्रता और प्रतियोगी वातावरण से छात्रावासीय विद्यार्थी शिक्षा में आगे : पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह
▪️खुरई के सौ सीटर मॉडल स्कूल छात्रावास का शुभारंभ
तीनबत्ती न्यूज: 08 जुलाई ,2025
खुरई। असफलता निराशा का नहीं सीख कर आगे बढ़ने का माध्यम है। हार से ही जीत और सफलता का रास्ता निकलता है। छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थी ज्यादा सफलता अर्जित करतें हैं क्योंकि यहां एकाग्रता,है, उद्देश्य है और व्यवस्थित दिनचर्या का शेड्यूल है। यह विचार पूर्व गृहमंत्री, खुरई विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह ने खुरई के माडल हायर सेकंडरी स्कूल के पास 3.87 करोड़ लागत से निर्मित 100 सीटर बालक/बालिका छात्रावास के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रखे।
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पूर्व गृहमंत्री, खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह ने सैकड़ों स्कूली बच्चों को प्रेरक भाषण के माध्यम से सफलता के अनेक सूत्र दिए और भविष्य की संभावनाओं को समझाया। उन्होंने कहा कि छात्रावास का जीवन परिवार से तो दूर करता है लेकिन जीवन की सफलता की गारंटी की तरह होता है। यहां की तरह ध्यान, एकाग्रता और शिक्षा का वातावरण घरों में नहीं मिलता। इसीलिए हास्टलों में रहने वाले विद्यार्थी जीवन में तुलनात्मक रूप से ज्यादा सफलता अर्जित करते हैं। यहां शेड्यूल, संकल्प और लक्ष्य साधना के साथ अध्ययन करने से भविष्य के द्वार खुलते चले जाते हैं। उन्होंने छात्र छात्राओं से कहा कि जीवन में असफलताएं ही सफलता की सीढ़ी हैं। पूर्व गृहमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने इंग्लैंड के बर्मिंघम में चल रही क्रिकेट टेस्ट श्रृंखला में भारतीय युवा कप्तान शुभमन गिल का उदाहरण देकर कहा कि पहले टेस्ट में शुभमन की सेंचुरी के बाद भी भारत हार गया। लेकिन शुभमन से इस हार से मिले सबक सीखे। बेहतर प्लानिंग मेहनत और एकाग्रता से अगले टेस्ट में डबल सेंचुरी लगाई, इंग्लैंड को हराया और वहां जीत को एतिहासिक बना दिया।
पूर्व गृहमंत्री श्री सिंह ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति एपीजे कलाम बाल्यकाल में अखबार बांटते थे लेकिन अपने संघर्षमयी जीवन को शिक्षा के सहारे बदल दिया। उन्होंने देश का मिसाइल कार्यक्रम बनाया, उनके नेतृत्व में भारत ने परमाणु बम परीक्षण कर परमाणु शक्ति राष्ट्र होने का गौरव हासिल किया और वे देश के राष्ट्रपति बने। श्री सिंह ने विद्यार्थियों को महेंद्र सिंह धोनी के संघर्ष का उल्लेख करते हुए कहा कि धोनी जिस मैदान में खेलते थे उनके पिता उसी खेल मैदान के वाटरमैन थे, मैदान को सींचा करते थे। धोनी ने एकाग्रता और परिश्रम से अपने जीवन को सफल बनाया और देश के लिए विश्वकप लाकर दिया। उन्होंने कहा कि त्रेता और द्वापर युग में भी शिक्षा की गुरुकुल व्यवस्था छात्रावासीय व्यवस्था थी जिसमें घर छोड़ कर गुरु के आश्रम में रह कर पढ़ना और सीखना होता था। भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण दोनों गुरुकुलों के विद्यार्थी थे, भगवान श्री कृष्ण का गुरुकुल सांदीपनि आश्रम उज्जैन में आज भी है। पूर्व गृहमंत्री ने डा हरी सिंह गौर का उदाहरण देते हुए कहा कि वे गरीबी व अभावों में पढ़े और हमेशा मेरिट का लक्ष्य रख कर पढ़ते थे ताकि मेरिट के कारण स्कालरशिप मिले और उनकी आगे की पढ़ाई जारी रख सकें।
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उन्होंने कहा कि खुरई में कस्तूरबा गांधी छात्रावास में सौ सीटें थीं लेकिन विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा थी। यही दे कर यह दूसरा सौ सीटर छात्रावास बना कर दिया है जिसमें मॉडल स्कूल के छात्र यहीं रह कर अपना अध्ययन कर सकें। ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को उच्च अध्ययन के लिए हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और मुख्यमंत्री डा मोहन यादव लगातार सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं। खुरई के गढ़ौला जागीर में 38 करोड़ की लागत से सीएम राईज स्कूल बन रहा है जिसे सांदीपनि स्कूल नाम हमारे मुख्यमंत्री ने दिया है। इसके दूसरे चरण में जितने भी सीएम राईज स्कूल स्वीकृत कराए गए हैं वे सभी ग्रामीण क्षेत्रों में ही खोले जा रहे हैं ताकि आसपास के दस पंद्रह किलोमीटर के ग्रामीण बच्चों को अध्ययन और शिक्षा के लिए मंहगे प्राइवेट स्कूलों से भी अच्छी उत्कृष्ट व्यवस्था निःशुल्क मिल सके। उन्होंने कहा कि खुरई में आईटीआई स्वीकृत कराई गई है, पालीटेक्निक कालेज को 7 करोड़ राशि दे कर नये रोजगार उन्मुख कोर्स शुरू कराए गए हैं। खुरई में कृषि महाविद्यालय खुलवाया गया है जिसका भवन बनना जारी है। यह सब इसलिए हो रहा है कि खुरई के बच्चे पढ़ें और शिक्षा से अपना, परिवार का और देश का भविष्य संवारें। उन्होंने कहा कि जैसी शिक्षा होगी देश भी वैसा ही बनेगा।
पूर्व गृहमंत्री, विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह ने छात्रावास का उद्घाटन कर उसका बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि मैं देख रहा हूं इतना बड़ा परिसर वृक्षों से खाली है। उन्होंने नपा सीएमओ को निर्देश दिए कि यहां व्यापक वृक्षारोपण की व्यवस्था कराएं और “खुरई में एक दिन दस हजार वृक्ष “वृक्षारोपण कार्यक्रम में इसे शामिल कर हरेक विद्यार्थी से उसका वृक्ष लगवाएं। कार्यक्रम को एडीशनल डीपीसी अभय श्रीवास्तव ने छात्रावास व शिक्षण व्यवस्था का विवरण रखा। मीनू चौरसिया व उनकी सहेलियों ने सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष राहुल चौधरी, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष राजपाल सिंह राजपूत, धनौरा मंडल अध्यक्ष रविन्द्र सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नन्हींबाई, एसडीएम मनोज चौरसिया, एसडीओपी सचिन परते, लक्ष्मण सिंह लोधी, सोमेश जड़िया, बादाम सिंह ठाकुर, कमलेश राय, राजू चंदेल, माधवी दांगी, रजनी रैकवार, जयराम अहिरवार, बंटी जैन, भुजवल सिंह ठाकुर, राजू पटैल, स्वपनिल अग्रवाल, गोलू भैया, केशव राजहंस, गुनगुन राजहंस, भूरे यादव, ललित चाधरी, संतोष, अरशद खां, विश्वनाथ यादव, केशव राजहंस, नर्वदा विश्वकर्मा, इरशाद ठेकेदार, शहजाद भैया, इक्खयार खां, शाहरूख खां, मुजब्बर खां, जफर भैया, राजा खां, कमलेश श्रीवास्तव, जितेन्द्र सिंह धनौरा, रघुराज सिंह, लक्ष्मण चंदेल, बीएमओ रामजी ठाकुर, बीईओ आर.एस शर्मा, प्राचार्य रविशंकर असाटी, प्राचार्य के.पी. यादव, विष्णु पाराशर, महेश विश्वकर्मा उपस्थित रहे।
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