पंचकल्याणक महा-महोत्सव : शांतिनाथ धाम में जन्मकल्याणक महोत्सव अत्यंत श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मना
▪️विधायक प्रदीप लारिया सहित अनेक श्रद्धालु हुए शामिल
तीनबत्ती न्यूज: 18 नवंबर, 2025
सागर: शांति, भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत पंचकल्याणक महा-महोत्सव के अंतर्गत आज BTIRT कैंपस, सिरोंजा में जन्मकल्याणक महोत्सव अत्यंत श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, श्रद्धालु एवं समाज बंधुओं की विशाल उपस्थिति रही। प्रातःकाल मंगल प्रभात गीत, शांतिधारा, अभिषेक एवं हवन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इसके पश्चात तीर्थंकर शांति नाथ भगवान के जन्म, जन्माभिषेक एवं सौधर्म इंद्र द्वारा अभिनंदन का भव्य दृश्य प्रस्तुत किया गया, जिसने उपस्थित जनसमूह को आध्यात्मिक भाव से अभिभूत कर दिया।
इस अवसर पर एरावत हाथी द्वारा भव्य आगवानी की गई, जिसने जन्मकल्याणक शोभायात्रा को दिव्यता प्रदान की। शोभायात्रा में बैंड-बाजे, कलात्मक झांकियाँ और समाज जनों की उत्साहपूर्ण सहभागिता आकर्षण का केंद्र रही।कार्यक्रम के मुख्य यजमान एवं BT ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमैन श्री संतोष जैन ‘घड़ी’ एवं श्रीमती गुमाला जैन जी ने पंचकल्याणक में अपनी आध्यात्मिक सेवा प्रदान की।साथ ही सौधर्म इंद्र अलंकृत डॉ. सत्येन्द्र जैन जी एवं इन्द्राणी श्रीमती ऋचा जैन जी ने दिव्य रूप में भगवान का जन्माभिषेक एवं श्रंगार की भावभरी आराधना की।कार्यक्रम में LSSM के निदेशक श्री संदीप जैन एवं श्रीमती सिल्की जैन की ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दोपहर में प्रतिमाओं का अलंकरण, विशेष नृत्य-नाटिकाएँ तथा धर्मसभा का आयोजन किया गया। सांयकाल आरती, भक्ति एवं बाल लीला ने सभी श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया।शांतिनाथ धाम परिसर में आयोजित यह *दिव्य जन्मकल्याणक उत्सव सागर शहर में आध्यात्मिक माहौल का अद्भुत अनुभव कराते हुए सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
BT ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स को किया संबोधित
BT ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के समस्त स्टाफ सदस्यों को संबोधित करते हुए दिव्य आशीर्वाद वचन प्रदान किए गए। अपने उद्बोधन में उन्होंने कर्म, सेवा और आचरण से जुड़े अनेक प्रेरणादायी संदेश साझा किए। उन्होंने कहा कि “यदि नल-नील न होते तो सेतु कैसे बनता? उसी प्रकार किसी भी संस्था की प्रगति में कर्मचारी ही सर्वोपरी होते हैं। सच्ची सेवा को किसी पद की आवश्यकता नहीं होती, उसे केवल परमात्मा की दो पग चाहिए।” रामचरितमानस के प्रसंगों, नाथ परंपरा और धार्मिक परिप्रेक्ष्यों के माध्यम से उन्होंने सेवा, विनम्रता और कर्तव्यपथ पर चलने का संदेश दिया।
आशीर्वचन में उन्होंने कहा कि“उत्तर भारत में महान विभूतियों ने जन्म लिया, दक्षिण में गए, दक्षिण के अनेक संत और महापुरुष उत्तर आए—मध्य भारत सदैव महान रहा है। आज मध्य प्रदेश पूरे देश में चारों ओर अपना प्रभाव फैला रहा है।”कर्म और पाप-पुण्य पर विचार रखते हुए उन्होंने कहा कि“जिस कार्य को करने से चित्त प्रसन्न और मन शांत रहे, वही पुण्य है। और जिसे करने के बाद चेहरा न दिखा पाओ—वह पाप है।”इस अवसर पर ग्रुप चेयरमैन संतोष कुमार जैन "घड़ी", ग्रुप एडवाइज़र डॉ. सुबोध कुमार जैन, सचिव सत्येंद्र जैन, रजिस्ट्रार डॉ. तरुण कुमार सिंह, BTIE प्राचार्य डॉ. राजू टंडन, BTIRT प्राचार्य डॉ. वीरेंद्र फुसकेले, एम. बी. ए. से डाॅ जयंत दुबे तथा लिटिल स्टार शैलेश मेमोरियल स्कूल के प्राचार्य डॉ. एस. बी. सिंह उपस्थित रहे और आचार्य श्री का आशीर्वचन प्राप्त किया। कार्यक्रम में स्टाफ सदस्यों ने बड़ी श्रद्धा, अनुशासन और उत्साह के साथ सहभागिता की। कार्यक्रम का समापन मंगलभावना और आशीर्वचनों के साथ हुआ।
विधायक प्रदीप लारिया ने पट्टाचार्य विशुद्ध सागर जी के ससंघ दर्शन कर आशीर्वाद लिया
नरयावली विधायक इंजी.प्रदीप लारिया पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव के दिव्य एवं भव्य आयोजन में श्रद्धाभाव लिए पट्टाचार्य विशुद्ध सागर जी के ससंघ दर्शन कर विनयावत होकर श्रीचरणों में प्रणाम किया और आचार्य जी का आशीर्वाद प्राप्त किया।
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