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डा गौर विश्वविद्यालय: दो दिवसीय मेगा एलुमनी मीट संपन्न

डा गौर विश्वविद्यालय: दो दिवसीय मेगा एलुमनी मीट संपन्न

सागर। डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर की दो दिवसीय अलुमिनी मीट संपन्न हुई. समापन कार्यक्रम के  मुख्य अतिथि सागर पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण यादव ने अपने उद्बोधन में इस कार्यक्रम के निरंतरता की आवश्यकता बतलाई। उन्होंने विश्वविद्यालय की गरिमा एवं बौद्धिक चेतना की यादों को साझा किया. पूर्व सांसद ने कहा कि डॉ गौर ने इस विवि की स्थापना कर दान की एक अद्वितीय मिशाल कायम की है. इस विश्वविद्यालय ने देश और दुनिया को बहुत कुछ दिया है. यदि में इस विवि से ना जुड़ता तो शायद मैं सांसद और मंत्री न होता। अपने उद्बोधन में श्री यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय की गरिमा वहां के अध्यापन और शोध कार्य पर निर्भर करती है. इस अवसर पर पूर्व छात्र पी एस परिहार ने अपने संस्मरण साझा किये. उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मैं इस विश्वविद्यालय का छात्र रहा हूँ. मुझे जो कुछ भी मिला है यहाँ के गुरुओं के आशीर्वाद से मिला है. उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में इस तरह के आयोजन निरंतर होते रहेंगे. 

कार्यक्रम की अध्यक्षा प्रो नीलिमा गुप्ता ने कहा कि यहाँ आते ही मैंने यह सोचा कि इतने ख्यातिप्राप्त और पुराने विश्वविद्यालय में शीघ्र ही एक बड़ी अलुमिनी मीट आयोजित होना चाहिए। इसका दायित्व मैंने इस मीट के सचिव प्रो जी एल पुणताम्बेकर को दिया। इस आयोजन की सफलता का श्रेय प्रो पुणताम्बेकर, विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के समन्वयक, प्रो के. एस पित्रे, प्रो ओ. पी अग्रवाल, प्रो. आर. के तिवारी एवं एलुमिनी मीट की कार्यकारिणी एवं सामान्य सदस्यों को जाता है. इस दो दिवसीय मेगा अलुमिनी मीट की सफलता का श्रेय विशेष रूप से आप सभी दूर दराज से इस मीट में सहभागी बने पूर्व छात्रों को जाता है. 


इस पहली एलुमिनी मीट में जो पूर्व छात्र शामिल हुए हैं वे विश्वविद्यालय के अनमोल रत्न है. आपका यहाँ उपस्थित होना गौर साहब से आपका लगाव कितना गहरा है यह बताता है. मुझे उम्मीद है आप लोग आने वाले समय में इसे वृहद् रूप देंगे. यह एलुमिनी मीट प्रतिवर्ष 25 नवंबर को आयोजित हुआ करेगी. इस दौरान आप सभी विश्वविद्यालय के गौर जयंती के कार्यक्रम में भी शामिल रहेंगे. समापन समोरह के दौरान अतिथियों का सम्मान किया गया. कार्यक्रम का संचालन डॉ शालिनी ने किया एवं आभार प्रो. संजय जैन ने व्यक्त किया।

पत्रकारिता विभाग के पूर्व छात्रों ने वर्तमान छात्रों से किया संवाद

डॉ हरिसिंह गौर विवि की मेगा एलुमिनी मीट के दूसरे दिन पूर्व छात्रों का विभिन्न विभागों में दौरा हुआ. विवि के संचार एवं पत्रकरिता विभाग के पूर्व छात्र अधिवक्ता वीनू राणा, डॉ संजीव सराफ, पंकज सोनी, आशीष द्विवेदी, मनीष दुबे , आशीष ज्योतिषी  पुष्पेंद्र गोंड एवं प्रशांत प्रजापति ने विभाग में वर्तमान अध्यनरत छात्रों से संवाद किया। एडवोकेट वीनू राणा ने छात्रों के साथ संवाद में कहा कि पत्रकारिता में सदैव उतार चढ़ाव आते रहते हैं, परिस्थितियां सदैव बदलती रहती हैं. अतः एक पत्रकार को सदैव अपने आप को हर परिस्थिति के अनुकूल सामजंस्य बिठा कर पेशे की गरिमा के अनुरूप काम करते रहना चाहिए। 
. डॉ संजीव सराफ ने छात्रों के समक्ष अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए कहा कि पत्रकारिता में एक सफल पत्रकार के लिए गहन और विस्तृत अध्ययन नितांत आवश्यक है. व्यापक दृष्टिकोण के बिना सफल पत्रकार नहीं बन सकते। पूर्व छात्र आशीष ज्योतिषी ने मूल्य आधारित पत्रकारिता के लिए समर्पण एवं सेवाभाव की आवश्यकता बताई। उन्होंने अपने दादाजी स्व ज्वाला प्रसाद ज्योतिषी जी की राष्ट्र प्रेम के पत्रकारिता के स्वरुप एवं दृष्टिकोण की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता पूर्व पत्रकार बिना किसी भय के ब्रिटिश सरकार के खिलाफ बेख़ौफ़ अपनी पत्रकारिता किया करते थे. आज भी बेख़ौफ़ और निष्पक्षता की उतनी ज़रूरत थी जितनी पहले थी.

पूर्व छात्र पंकज सोनी ने छात्रों से संवाद के दौरान कहा कि पत्रकारिता एक ताकत है. अर्थात इस ताकत को कमज़ोर लोगो को उनके हक़ दिलवाने के लिए इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता को  प्रलोभन एवं भय से दूर होना चाहिए. जिस दिन पत्रकार बिक जाता है उस दिन वह ख़त्म हो जाता है. विश्वसनीयता समाप्त होने के साथ पत्रकारिता समाप्त हो जाती है. पूर्व छात्र आशीष दिवेदी ने अपने संवाद में कहा कि पत्रकारिता में स्रोतों की उपलब्धता बहुत मायने रखती है अर्थात आप के समाचार स्रोत कितने व्यापक हैं यह बात मायने रखती है. स्रोत की गोपनीयता कभी भी सार्वजनिक न करें। यह प्रतिबद्धता एक पत्रकार को हमेशा निभाना चाहिए। पत्रकारिता में उत्कृष्ट करने हेतु निरंतर अध्य्यन की प्रवृत्ति अत्यंत आवश्यक है. पूर्व छात्र मनीष दुबे ने छात्रों के साथ चर्चा के दौरान बताया कि सही पत्रकारिता वही है जो समाजिक सरोकार से जुड़ी हो.  सामाजिक सरोकार से जुड़े पत्रकार पाठकों के दिलों में राज करते हैं. निष्पक्ष और निर्भीक रूप से यदि आप कार्य करते हैं तो आपकी साख सदैव कायम रहती है. पूर्व छात्र पुष्पेंद्र गोंड ने उनके द्वारा गोंड आदिवासियों के हित में की जा रही पत्रकारिता के सन्दर्भों को वर्तमान अध्ययनरत छात्र छात्राओं से साझा किया. प्रशांत प्रजापति ने पत्रकारिता उपरान्त शैक्षणिक पत्रकारिता में किये जाने वाले अपने कार्य को छात्रों के साथ साझा किया. विभाग के इस संवाद को डॉ अलीम अहमद खान एवं डॉ विवेक जायसवाल ने मूर्त रूप दिया. इस अवसर पर विभाग के शोध छात्र एवं अध्ययनरत छात्र उपस्थित रहे.



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एडिटर: विनोद आर्य
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+91 94244 37885

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