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नाबालिग बच्चे की पिटाई,दमोह एसपी ने किये दो पुलिसकर्मी लाइन अटैच ,सीएम ने जांच के दिये थे निःर्देश

नाबालिग बच्चे की पिटाई,दमोह एसपी ने किये दो पुलिसकर्मी लाइन अटैच ,सीएम ने जांच के दिये थे निःर्देश
दमोह।दमोह जिले में कोतवाली थाना के एक वीडियो सामने आया था।  जिसमें पुलिस वाले एक नाबालिग की  पिटाई करते दिखाई दे रहे थे। इस  मामले में  एसपी दमोह ने दोनों पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर चिंता जताते हुए घटना की जांच के आदेश दिए थे ।
सीएम कमलनाथ का ट्वीट
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है, " दमोह में एक मासूम बालक की पिटाई का एक वीडियो मेरे संज्ञान में आया है। इस पूरे मामले की जांच के आदेश पुलिस प्रशासन को दे दिए हैं।जांच में जो भी दोषी सामने आए, उस पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए है। इस तरह की हैवानियत से भरी घटनाएं, मानवता को तार-तार करती हैं। बर्दाश्त नहीं की जा सकती है और ना ही इसके दोषियों को बख्शा जा सकता है।"
पिटाई करने वाले दो पुलिस कर्मी लाईन अटैच
वायरल वीडियो दमोह पुलिस कोतवाली परिसर का है। जहां कुछ पुलिस वाले एक टेंट के नीचे बैठे हैं और दो पुलिस कर्मी सिविल ड्रेस में एक बच्चे को पीट रहे हैं। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि बगैर कपड़ों के एक लड़के को दो पुलिस कर्मी लाठी-डंडों से पीट रहे हैं। बाकी के पुलिस वाले इस लड़के के पीटने का आनंद ले रहे हैं। इतना ही नहीं बेरहमी से पिटाई करने के बाद दोनों पुलिस वाले जोर-जोर से हंस भी रहे है। अमानवीयता से भरे इस वीडियो के वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है।
दमोह के एसपी विवेक सिंह ने वीडियो सामने आने पर इस बात की पुष्टि की है कि पिटाई कर रहे दोनों लोग सादे ड्रेस में पुलिस आरक्षक हैं। उनकी पहचान होने के बाद लाइन अटैच कर दिया गया है। एसपी विवेक सिंह के मुताबिक़, एसडीओपी तेंदूखेड़ा को इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं लेकिन ये वीडियो कब का है और इसे किसने बनाया। इसकी भी जांच करा रहे हैं
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रहस्यज्ञाता को संसार आनन्द स्वरूप है:आचार्य ब्रजपाल शुक्ल

रहस्यज्ञाता को संसार आनन्द स्वरूप है:आचार्य ब्रजपाल शुक्ल
सागर। ढाना (सागर) में दीपक तिवारी के निवास पर चल रही राम कथा में व्यास पीठ से आचार्य ब्रजपाल शुक्ल ने बताया कि रहस्य को जानने वाले के लिए तो संसार आनन्द स्वरूप है।उन्होंने प्रवचन में बताया किएक ही समय मे अनेक रूप भगवान की विशेषता है। जीव अपने कर्म के अधीन होकर जिस रूप स्वभाव को प्राप्त करता है मृत्युपर्यंत उसी रूप और उसी स्वभाव में जीता है।वह अपने रूप को बदल ही नही सकता। इस संसार को उतपन्न करने वाले भगवान में ऐसा सामर्थ्य है कि एक ही स्वरूप में अनेक रूपो का दर्शन करा सकते हैं। एक ही क्षण में किसी भी शरीर को धारण कर सकते हैं।
महाराज जनकजी के मंच मे धनुष यज्ञ के समय श्रीराम ने अनेक रूपो में अनेक लोगो को अनेक प्रकार से दर्शन दिए।तुलसीदास जी ने कहा- 
जिनके रही भावना जैसी।
प्रभु मूरति तिन्ह देखी तैसी।
मनुष्यो के मध्य में खड़े हुए रघुनन्दन एक रूप में होते हुए भी मनुष्यो को अवतार के अनुसार एक ही क्षण में अनेक रूपो में दिखाई दे रहे थे।
पन्द्रह वर्ष की आयु के सुकोमल स्वरूप में बड़े-बड़े योद्धाओ को ऐसे दिख रहे थे जैसे साक्षात वीर रस शरीर धारण करके खड़ा है।राजा लोग उनके इस  विलक्षण शरीर को देखकर इतने भयभीत हो गए जैसे कोई भयानक मूर्ती खड़ी हो वह मधुर मनोहर मूर्ति दुष्टो को इतनी भयानक दिख रही थी। 
उन्होंने बताया कि कुछ असुर राजाओ के वेष में बैठे हुए थे उनको वही श्री राम साक्षात मृत्यु के समान दिख रहे थे।दशरथ नन्दन विश्वामित्र जी के बगल में बैठे हुए विद्वानों को विराट पुरुष के रूप में दिख रहे थे। विद्वानों को श्रीराम के हजारों मुख, हजारो चरण और हजारो नेत्र दिख रहे थे। वह विराट रूप विद्वानों को उसी शरीर मे दिख रहा था।धनुष टूटने के पहले ही महाराज जनक को श्रीराम अपने सगे सम्बन्धी के समान दिख रहे थे। भगवान के भक्तों को श्रीराम में अपने इष्टदेव दिखाई दे रहे थे।संसार के जीव भगवान को अनेक रूपो में मानते हैं लेकिन अपने भगवान को अनेक रूपो में नही जानते हैं जबकि भगवान का ही एक स्वरूप संसार है।
इस  विलक्षण संसार मे अनेक शरीर हैं। सभी शरीरो में वही एक ही भगवान रहते हैं किंतु यह जीव शारीरिक सुख के कारण तन, धन, भोजन इन तीन में ही सुख देखता है। जब इनसे सुख नही मिलता तो आजीवन दुःख में ही समय व्यतीत करता है, दुखी होकर ही मरता है।
जिन मनुष्यो को भगवान का रहस्य ज्ञात है वे ही संसार मेआनन्द से निवास करते हुए आनन्दरूप भगवान में प्रवेश करते हैं और मुक्त हो जाते हैं।
कथा को सुनने पहुचे अनेक मीडिया कर्मी
आज की कथा में पूर्व सांसद लष्मीनारायन यादव,वरिष्ट पत्रकार राजेश सिरोठिया,मंगला मिश्र , सुदेश तिवारी,अजय दुबे,लक्मन  सिंह,विनोद आर्य,भारत तिवारी, मुकेश जैन,  संदीप तिवारी, सुनील भाई पटेल,विवेक तिवारी,नरेंद्र दुबे,विज्ञान मिश्रा, महेश बिदुआ, कोमल यादव,राजकुमार पचौरी,अनुपम पटेरिया,मनुज नामदेव, समर्थ दीक्षित ,नीलेश राय, मनीष दुबे आदि ने कथा श्रवण किया व आचार्य जी का आशीर्वाद ग्रहण किया
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आबकारी उपनिरीक्षको के प्रशिक्षण सत्र का समापन ,दो माह चला प्रशिक्षण

आबकारी उपनिरीक्षको  के प्रशिक्षण सत्र का समापन ,दो माह चला प्रशिक्षण
सागर। जवाहर लाल नेहरू पुलिस अकादमी सागर में आबकारी उपनिरिक्षको का 10 वा प्रशिक्षण सत्र का समापन हुआ।  प्रशिक्षण में मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में पदस्थ कुल 58 उपनिरीक्षक (आबकारी) सम्मिलित हुए ।
 प्रशिक्षण सत्र के समापन समारोह में मुख्य अतिथि आई0सी0पी0 केशरी, भाप्रसे, अतिरिक्त मुख्य सचिव, (आबकारी) म0प्र0 शासन रहे। उन्होंने  प्रशिक्षु अधिकारियों को प्रशिक्षण के महत्व एवं मैदानी सेवाओं में प्रशिक्षण की उपयोगिता परप्रकाश डालते हुए व्यक्तित्व विकास के बारे में बताया साथ अपनी दैनिक दिनचर्या में फिजिकलफिटनेस का महत्व बताया।
 अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक/निदेशक,
जवाहरलाल नेहरू पुलिस अकादमी,सागर  जी जनार्दन द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित किया गया एवं राजेश बहुगुणा, कमिश्नर (आबकारी), श्री के0के0 डोहर, उपायुक्त (आबकारी) सागरद्वारा भी प्रशिक्षुओं संबोधित किया गया एवं प्रमाण पत्र प्रदान किये गये ।
इस अवसर पर  आनन्द शर्मा, कमिश्नर, सागर,  सतीश कुमार सक्सेना, पुलिस महानिरीक्षक, सागर एवं दीपक वर्मा, पुलिस उप महानिरीक्षक, सागर द्वाराकार्यक्रम में उपस्थित होकर मुख्य अतिथि एवं प्रशिक्षु उपनिरीक्षक (आबकारी) से सप्रेम भेंट की।
ये प्रशिक्षण दिया गया
 प्रशिक्षण के दौरान जवाहरलाल नेहरू पुलिस
अकादमी,सागर द्वारा इन प्रशिक्षु अधिकारियों को कानून, एन0पी0एस0 एक्ट, मानइर एक्ट, आबकारी अधिनियम, साक्ष्य अधिनियम, अपराध विवेचना, साक्ष्य संकलन, आदि विषयों का प्रशिक्षण दिया गयासाथ ही अनुशासन एवं फिजिकल फिटनेस को दृष्टिगत रखते हुए पीटी, परेड, योगा, यु०ए०सी० काभी प्रशिक्षण प्रदान किया एवं परीक्षा भी आयोजित की गई।
प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं तनाव मुक्त रखने एवं प्रशिक्षण को और अधिक रोचकबनाने की दृष्टि से विभिन्न खेलों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया । खेल मेंउत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षुओं के उत्साहवर्धन हेतु उन्हें पुरस्कृत भी किया गया एवं सभीप्रशिक्षुओं को उनके द्वारा प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर प्रमाण पत्र प्रदान किया।समापन समारोह के अवसर पर अकादमी में पदस्थ अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहें।
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आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का विहार इंदौर की ओर,नये वर्ष में प्रवेश

आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का विहार इंदौर की ओर,नये वर्ष में प्रवेश
सागर। संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का ससंघ मंगल विहार बड़वाह से इंदौर की ओर हुआ 29 दिसंबर की आहारचर्या इंदौर रोड पर स्थित उमरिया  में होगी।
मुनि सेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया कि आचार्य  संघ की अगवानी 1 या 2 जनवरी को इंदौर में होगी। इंदौर में 1999 के बाद आचार्य श्री जी का आगमन हो रहा है इंदौर समाज में गुरुदेव के आगमन की जोरदार तैयारियां की जा रही है। उल्लेखनीय इंदौर में आचार्य श्री के आशीर्वाद से लड़कियों को संस्कारित शिक्षा देने के लिए पांचवी प्रतिभास्थली खोली गई है।  जिसकी  नई बिल्डिंग निर्माणाधीन है  इसके पूर्व जबलपुर रामटेक डोंगरगढ़ और पपौरा जी टीकमगढ़ में प्रतिभास्थली खोली जा चुकी हैं।
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बुन्देलखण्ड मेडिकल कालेज की सीट्स बढ़ी, इसके लिए अस्पताल परिसर में जगह के लिए निरीक्षण किया ,कमिश्नर - कलेक्टर ने


बुन्देलखण्ड मेडिकल कालेज की सीट्स बढ़ी, इसके लिए अस्पताल परिसर में जगह के लिए निरीक्षण किया ,कमिश्नर - कलेक्टर ने  
सागर ।बुन्देलखण्ड चिकित्सा महाविद्यलाय सागर में पीजी सीट्स की संख्या में वृद्वि एवं जिला चिकित्सालय के लिये वैकल्पिक भूमि की व्यवस्था के संबंध में बैठक शनिवार को कमिष्नर  आनंद कुमार शर्मा की अध्यक्षता में कमिष्नर कार्यालय के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि जिला चिकित्सालय परिसर में विभिन्न विभागों के भवनों, चिकित्सालय, स्टॉफ के भवन एवं अन्य खाली पड़ी भूमि को चिन्हांकित कर आर्किटेक्ट के द्वारा डिजाइन तैयार कराई जाये। जिससे मेडीकल कॉलेज हेतु 400 विस्तर के लिये आवष्यक जमीन प्राप्त हो सके और जिला चिकित्सालय का अस्तिव भी बना रहे है।
बैठक में कमिष्नर आनंद शर्मा ने कहा कि मेडीकल कॉलेज की सीट्स वृद्वि एवं अनेक विषयों में पीजी पाठ्यक्रम स्वीकृत हुये है जिसके कारण मेडीकल कॉलेज की वर्तमान क्षमता 750 से बढ़ाकर 1100 करनी है जिसके लिये मेडीकल कॉलेज के लिये भूमि खोजी जाये जिससे जिला चिकित्सालय परिसर में ही मेडीकल कॉलेज को 400 विस्तर बढ़ाने हेतु नवीन भवन हेतु भूमि उपलब्ध कराई जा सके।
इस सबंध में कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने सुझाव दिया कि जिला चिकित्सालय सागर शहर से अन्यत्र कहीं नये भवन स्थान्तरण होगी तब वहां सागरवासियों के लिये आने-जाने में असुविधा होगी। जिसके लिये उन्होंने जिला चिकित्सालय परिसर में खाली पड़ी भूमि एवं क्षतिग्रस्त आवासों को समतल कराकर मेडीकल कॉलेज के लिये उपलब्ध कराई जा सकती है एवं जिला चिकित्सालय के आवासीय परिसर हेतु शहर में ही अन्यत्र भूमि पर आवासीय परिसर बनाया जा सकेगा।
कमिष्नर  आनंद शर्मा ने बैठक में ही डीन मेडीकल कॉलेज, सीएमएचओ जिला चिकित्सालय, कार्यपालन यंत्री पीआईयू लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को तहसीलदार द्वारा भूमि नक्शा  के द्वारा जगह को बताया गया । अवसर पर कमिष्नर नगर निगम, अधिवष्ठाता बुन्देलखण्ड चिकित्सा एवं महाविद्यालय, अधीक्षक बुन्देलखण्ड चिकित्सा एवं महाविद्यालय, क्षेत्रीय संयुक्त सर्जन जिला चिकित्सालय, मुख्य चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय, तहसीलदार एवं कार्यपालन यंत्री पीआईयू लोक निर्माण विभाग सागर आदि मौजूद थेे।
 कमिष्नर, कलेक्टर ने किया चिकित्सालय परिसर का मुआयना
 बुन्देलखण्ड चिकित्सा महाविद्यलाय सागर में पीजी सीट्स की संख्या में वृद्वि एवं जिला चिकित्सालय के लिये वैकल्पिक भूमि की व्यवस्था के संबंध में कमिष्नर आनंद कुमार शर्मा कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ जिला चिकित्सालय पहुंचकर खाली पड़ी भूमि एवं क्षतिग्रस्त मकानों व निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण किया एवं तहसीलदार द्वारा मौके पर ही राजस्व नक्शा के द्वारा चिकित्सालय परिसर की भूमि को चिन्हाकित कर खाली भूमि को बताया गया। अधिकारी द्वय द्वारा परिसर के मुख्य द्वार से लेकर परिसर के अंतिम छोर तक पैदल मार्च करते हुये सूक्षमता से अवलोकन किया। अवलोकन के उपरांत कमिष्नर श्री शर्मा ने डीन मेडीकल कॉलेज,सीएमएचओ जिला चिकित्सालय, कार्यपालन यंत्री पीआईयू लोक निर्माण विभाग को निर्देष दिये कि राजस्व विभाग से उपलब्ध नक्षे को प्राप्त कर आर्किटेक्ट के द्वारा नई डिजाइन तैयार करायें।
इस अवसर पर कमिष्नर नगर निगम, अधिवष्ठाता बुन्देलखण्ड चिकित्सा एवं महाविद्यालय, अधीक्षक बुन्देलखण्ड चिकित्सा एवं महाविद्यालय, क्षेत्रीय संयुक्त सर्जन जिला चिकित्सालय, मुख्य चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय, तहसीलदार एवं कार्यपालन यंत्री पीआईयू लोक निर्माण विभाग सागर आदि मौजूद थेे।
          

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एमपी में जिला पंचायत सागर को सीएम हेल्पलाईन में ए-ग्रेड मिला

एमपी में  जिला पंचायत सागर को सीएम हेल्पलाईन में ए-ग्रेड मिला
सागर । मध्यप्रदेष पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत सीएम हेल्पलाईन (181) में दर्ज षिकायतों का व्यक्तिगत रूचि लेते हुए निराकरण कराये जाने पर जिला पंचायत सागर को सीएम हेल्पलाईन में जिला पंचायत वार ग्रेडिंग में प्रथम समूह अंतर्गत षिकायतों के निराकरण में लगातर उत्कृष्ट प्रदर्षन करते हुए माह नवम्बर में भी ए-ग्रेड प्राप्त किया है। मध्यप्रदेष शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श उमाकांत उमराव ने जिला पंचायत सीईओ सागर  चन्द्रषेखर शुक्ला को बधाई देते हुए भविष्य में भी इसी निष्ठा एवं समर्पण भावना से आम जन के सेवा निष्पादन में प्राप्त षिकायतों का संतुष्टिपूर्ण कराते रहेंगे।
इसी प्रकार विभाग ने मुख्य कार्यपालन जनपद पंचायत बण्डा, श्सुरेन्द्र खरे को सीएम हेल्पलाईन की षिकायतों के निराकरण में उत्कृष्ट प्रदर्षन पर प्रदेष में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर बधाई दी है।
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