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पहली परीक्षा पास कर ली , भाजपा की : गोविंद राजपूत

पहली परीक्षा पास कर ली , भाजपा की :  गोविंद राजपूत

सागर। उपचुनाव जीतने के बाद पत्रकारों से दीपावली मिलन पर चर्चा करते हुए पूर्व मंत्री और विधायक गोविंद राजपूत ने कहा कि मैने भाजपा के टिकिट पर च्युनाव लड़कर जीतकर पहली परीक्षा पास कर ली है। कल तक हम भाजपा में गए थे। अब सिंबल से आये है। 
भाजपा कार्यकर्ता के रूप में काम करूंगा। मेरी पहली प्राथमिकता क्षेत्र और जिले के विकास की है। एक साल में देखना और समीक्षा करना कि कितना दिल बदला है। 



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उन्होंने कहा कि वरिष्ठ मंत्रियों और विधायकों के साथ मिलकर काम करूंगा। ताकि भाजपा की विकास वाली सोच साकार कर सकू। उन्होंने कहा कि जीत में सभी का योगदान रहा है। यदि मेरे से कोई गलती हुई हो इसके लिए क्षमा चाहता हूँ। पूर्व मंत्री ने कहा कि जिन लोगो ने मेरे लिए वोट नही दिए है या मेरा साथ नही दिया। मेरा आग्रह है कि क्षेत्र के विकास के लिए सारे मतभेद भुलाकर कदम से कदम मिलाकर साथ चले। उनका भी स्वागत है। उन्होंने सम्भागीय मुख्यालय  सागर पर पत्रकार भवन बनवाने के लिए मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्ताव रखूंगा। 
इस मौके पर भाजपा नेता ,पूर्व विधायक भानु राणा, डॉ वीरेंद्र पाठक, ओंकार सिंह,  लक्मन सिंह ,शेलेन्द्र ठाकुर, कमलेश बघेल, रामेश्वर नामदेव और प्रदीप राजोरिया भी मौजूद थे।



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अयोध्या दीपोत्सव-2020 राम के स्वागत में रोशनी से नहाई, पांच लाख 84 हजार से अधिक दीप प्रज्ज्वलन का नया रिकॉर्ड ★ अगले साल जलेंगे 7.51 लाख दीये @गिरीश पांडेय

अयोध्या दीपोत्सव-2020

राम के स्वागत में रोशनी से नहाई, पांच लाख 84 हजार से अधिक दीप प्रज्ज्वलन का नया रिकॉर्ड


★ अगले साल जलेंगे 7.51 लाख दीये


@गिरीश पांडेय


अयोध्या,13 नवम्बर: रौशनी से नहाई अयोध्या। रामनगरी (अयोध्या) के आंगन से बहती देश की पंच नदियों में से एक,पतित-पावनी सरयू।  इसमें झिलमिल करते दीपकों से रौशन घाट और आसमान के चांद-सितारों का सरयू में प्रतिबिम्ब । कुल मिला कर यही अहसास हो रहा था मानो अपने राम के स्वागत में सितारे भी जमी पर उतर आए हों। कुछ ऐसा ही अहसास था दीपोत्सव 2020 में राम की नगरी अयोध्या का।

सिर्फ अयोध्या ही क्यों पूरी दुनिया के करोड़ों रामभक्तों ने भी वर्चुअल रूप से खुद को इस दीपोत्सव से जोड़ कर त्रेता युग के उस आनंद का अहसास किया जो उस समय अवध के लोगों ने किया था, जब उनके अपने राम मय सीता और लक्ष्मण 12 साल के वनवास के बाद कौशलपुरी (अयोध्या) लौटे थे।



अयोध्या में दीपोत्सव का यह चौथा साल था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से निजी लगाव के नाते हर दीपोत्सव अपने में खास रहा, इस बार तो और भी। इसकी वजह भी रही। करीब पांच दशक बाद वह अवसर आया था जब पहली बार राम जन्मभूमि पर भी खुशियों के दीपक जले। इस शुभ घड़ी के लिए न जाने कितने साधु-संतों ने कुर्बानी दी। कितने लोग इस सपने को संजोए हुए ब्रह्मलीन हो गए। ऐसे में इस खास मौके के नाते सरकार ने इसे खास बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी। रही-सही कसर अपने आराध्य के स्वागत में लोगों की वर्चुअल सहभागिता ने पूरी कर दी।

*पूरा माहौल त्रेतायुग जैसा था*

इस दीपोत्सव में वह सब कुछ था जो राम के वनवास से लौटने पर त्रेता युग मे था। पुष्पक विमान (हेलीकॉप्टर) से राम का आगमन चौधरी चरण सिंह घाट पर होता है। राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  और अन्य गणमान्य लोगों की के साथ भाव विह्वल भरत भाई शत्रुघ्न और प्रजा के साथ राम का स्वागत करते हैं। दूसरे हेली हेलीकॉप्टर से लगातार पुष्प वर्षा होती है। 






वहाँ से श्रीराम सुसज्जित रथ से मुख्य कार्यक्रम स्थल पर आते हैं। वैदिक मंत्रोच्चार और मंगलाचरण के बीच उनका राज्याभिषेक होता है।

सरयू के रामघाट पर सरयू की आरती के बाद वैदिक मंत्रों के बीच 5.84 लाख 572 दीपों के जलाने का रिकॉर्ड बनता है। साथ ही अगले साल 7.51 लाख दीपों के जलाने की घोषणा भी। इस अवसर पर साकेत विश्वविद्यालय और पोस्ट ऑफिस विभाग की ओर से दिव्य दीपोत्सव का कवर भी जारी किया गया। भविष्य के अयोध्या को केंद्र में रखकर सूचना विभाग की ओर से एक लघु फिल्म भी दिखाई गई।




इसके पहले साकेत महाविद्यालय से रामकथा पार्क तक रामायण की थीम पर निकली झांकियों ने राम के पूरे चरित्र को जीवंत कर दिया। इस अवसर पर साधु-संतों के अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य,पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी और शासन एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।






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धनतेरस पर शहर में 21.24 मेगावाट बिजली की अधिकतम मांग ,दीपावली पर बढ़कर 23 मेगावाट होने की संभावना : बिजली कम्पनी,शहर सम्भाग अलर्ट मोड पर


                                                                                                   

धनतेरस पर शहर में 21.24 मेगावाट बिजली की अधिकतम मांग ,दीपावली पर बढ़कर 23 मेगावाट होने की संभावना : बिजली कम्पनी,शहर सम्भाग अलर्ट मोड पर




सागर । बिजली कम्पनी, सागर के शहरी क्षेत्र में धनतेरस पर  बिजली की अधिकतम मांग 21.24  मेगावाट दर्ज हुई । विगत वर्ष दीपावली पर शहर में बिजली की अधिकतम माँग 21.49 मेगावाट रही थी, वही इस दीपावली में बढ़कर 23.00 मेगावाट रहने का अनुमान है । 
बिजली कंपनी शहर सम्भाग ने  इस दीवाली में शहर को  बिजली से रौशन रखने के लिए चाक-चौबंद इंतज़ाम कर रखे  हैं । बिजली कम्पनी शहर सम्भाग के सुधार प्रभाग प्रभारी इंजीनियर सी.एस.पटेल ने बताया है कि शहर में अबाध विद्युत प्रदाय बनाये के लिए 67 कर्मचारियों की विशेष ड्यूटियां लगाई गई हैं । शहर की विद्युत व्यवस्था के लिये जहाँ सामान्य दिनों में  13 टीमें  रहा करती थीं । दीपावली की रात्रिकालीन शिफ्ट में यही व्यवस्था सम्हालने के लिए कर्मचारियों की 21 विशेष टीमों का गठन किया गया है । श्री पटेल ने शहर वासियों से विद्युत संकर्मों और लाइनों से सुरक्षित दूरियाँ रखते हुए ही आतिशबाजी आदि चलाने की अपील की है ।

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बिजली कंपनी शहर सम्भाग के कार्यपालन अभियंता एस.के. सिन्हा ने शहर के बिजली उपभोक्ताओं को प्रकाश पर्व दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए, निर्बाध बिजली सप्लाई और समर्पित सेवाओं के लिए बिजली बिलों के समय पर भुगतान करने का अनुरोध किया है ।



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बिहार में नीतीश कब तक मुख्यमंत्री रहेंगे? @ज्योतिषाचार्य पं अनिल पांडेय

बिहार में नीतीश कब तक मुख्यमंत्री रहेंगे?

@ज्योतिषाचार्य पं अनिल पांडेय

आज समाज में एक बड़ा प्रश्न है। बिहार में एनडीए का बहुमत हो गया है परंतु जनता दल यूनाइटेड के विधायकों की भारतीय जनता पार्टी के विधायकों से कम है। अतः यह प्रश्न उठता है कि नीतीश कुमार  मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं और अगर बनेंगे तो कब तक मुख्यमंत्री रहेंगे।
इस बात की गणना करने के लिए नीतीश कुमार की कुंडली का होना आवश्यक है परंतु यह कुंडली मेरे पास उपलब्ध नहीं है नेट की जो कुंडली उपलब्ध है वह मेरे विचार से सही नहीं है।
अतः इसकी प्रश्न कुंडली बनाई गई जो कुंभ लग्न की है । जनता के भाव में वृषभ राशि तथा राहु ग्रह हैं। राहु उच्च के हैं जिनकी दृष्टि अष्टम  घर पर और ,दशम घर पर है । इन तीनों पर राहु की दृष्टि शुभ मानी जाएगी । राहु उच्च के हैं । यह बताता है कि जनता अर्थात विधायकों में इनका समर्थन कम रहेगा ।परंतु दबंगई के कारण कोई कुछ बोल नहीं सकेगा।
शत्रु भाव अर्थात छठे भाव में कर्क राशि है । तथा कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा नीच के शुक्र के साथ अष्टम भाव में बैठे हैं । जो किसी भी तरह से अच्छा नहीं कहा जा सकता है ।परंतु इसका विश्लेषण यह किया जा सकता है की विरोध बहुत मजबूत नहीं होगा। उच्च के केतु की दृष्टि भी छठे भाव पर है । जिसके कारण बहुत सारे कंफ्यूजन पैदा होंगे।
 सप्तम भाव में अर्थात पार्टनर के भाव में सिंह राशि है  तथा इस पर गुरु की दृष्टि है । सिंह राशि का स्वामी सूर्य  नीच का होकर सप्तम भाव में है ।अतः यह कहा जा सकता है कि उनका पार्टनर बुद्धिमान तो है परंतु राजा बनने का इच्छुक नहीं है । भाग्य के भाव में अर्थात नवम भाव में तुला राशि है ।जिसका स्वामी शुक्र है। नवम भाव में नीच का सूर्य है जो भाग्य की खराबी बताता है। परंतु इस पर मंगल की दृष्टि है ।मंगल वक्री है ।अतः यह भी कमजोर है ।इस पर शनि की दृष्टि भी है । शनि अपने ही घर में है तथा उच्च दृष्टि से भाग्य भाव को देख रहा है । इसका अर्थ है की इनको भाग्य से  एकाएक  फल की प्राप्ति होगी ।नवम भाव में मित्र राशि में बुद्ध बैठा हुआ है । यह भी भाग्य को मजबूत बनाएगा । भाग्य के हिसाब से नितीश कुमार काफी मजबूत हैं।
प्रश्न कुंडली के अनुसार वर्तमान में सूर्य में सूर्य की महादशा में गुरु की अंतर्दशा में गुरु की प्रत्यंतर दशा है यह दशा अत्यंत अच्छी है और इसमें नीतीश कुमार निश्चित रूप से मुख्यमंत्री निर्वाचित होंगे । इनका शपथ ग्रहण  15 नवंबर तक या 21 नवंबर तक हो जाएगा । 21 नवंबर से 19 दिसंबर तक मंत्रिमंडल बनाने की कार्यवाही होगी और 19 दिसंबर के पहले मंत्रिमंडल पूर्णतया बन जाएगा । एक अजीब सी बात यह भी आ रही है कि इसमें  हरिजन एवं किसी मुस्लिम कायस्थ या ईसाई व्यक्ति का विशेष सहयोग होगा। 
श्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल को पहला झटका 2 अप्रैल 2021 से लेकर 5 जून 2021 के बीच लगेगा । मंत्रिमंडल में  पहली उथल-पुथल 29 अगस्त 2021 के बाद होगी । अर्थात 29 अगस्त तक नितीश मंत्री मंडल को कोई डर नहीं है।
विशोन्तरी दिशा के अनुसार 15 जुलाई 20 20 से नितीश कुमार की स्थिति खराब थी । जोकि 9 नवंबर 2020 तक थी। क्योंकि इस समय सूर्य की महादशा में राहु की अंतर्दशा में शुक्र सूर्य चंद्रमा एवं मंगल का प्रत्यंतर चल रहा था । सूर्य में बृहस्पति के अंतर में बृहस्पति का प्रत्यंतर 10 नवंबर से प्रारंभ हुआ है और यह दशा आते ही नीतीश कुमार मजबूत हुए हैं। अतः वर्तमान में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनने से कोई रोक नहीं सकता है तथा इसमें सभी का इनको सहयोग मिलेगा।
जय मां शारदा

निवेदक -
पंडित अनिल पाण्डेय
स्टेट बैंक कालोनी, मकरोनिया सागर
मोबाइल नंबर 8959594400


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।। श्री लक्ष्मी दीपावली पूजन मुहूर्त और विधि।। 14 नवंबर 2020

।। श्री लक्ष्मी दीपावली पूजन मुहूर्त और विधि।।
 14 नवंबर 2020       
     

ध्यानम् - यस्य स्मरेणमात्रेण    
  ₹जन्मसंसार बन्धनात्। विमुच्यते नमस्तस्मै  विष्णवे प्रभविष्णवे।। (शास्त्रोक्त विधि से  षोडशोपचार महालक्ष्मी पूजन विधि)     
   
पूजन के लिए किसी चौकी पर शुद्ध पीला या लाल वस्त्र बिछाकर गणेश जी के दाहिने भाग में माता महालक्ष्मी जी को स्थापित करना चाहिए साथ ही पुस्तक एवं लेखनी का भी पूजन करना चाहिए दीवारों पर ॐ श्री गणेशाय नम:, स्वास्तिक चिन्ह,शुभ लाभ आदि मांगलिक एवं कल्याणकारी शब्द सिंदूर से लिखने चाहिए और अपने घर की देहरी का भी ॐ देहली विनायकाय नमः। इस मंत्र से पूजन करना चाहिए।।।  
 इसके बाद पूजन सामग्री को यथा स्थान रख लें सर्वप्रथम पूर्व मुख या उत्तर मुख कर आचमन करें कुशा की पवित्री धारण करें या सोने की अंगूठी धारण करें, प्राणायाम करें अपने ऊपर तथा पूजन सामग्री पर निम्न मंत्र पढ़कर जल छिडकें-                  
ओम मंगलं भगवान् विष्णुः मंगलं गरुड़ध्वजः  मंगलं पुंडरीकाक्षः        मंगलाय तनोहरिः।।          
  ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां  गतो$पिवा  यः स्मरेत् पुंडरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तरः शुचिः।। 

इसके बाद संकल्प करें क्योंकि बिना संकल्प के पूजन पूर्ण नहीं होता।।     
 तीन बार विष्णवे नमः विष्णवे नमः विष्णवे नमः ऐसा बोलकर दाहिने हाथ में अक्षत जल, पुष्प, दूर्वा,दक्षिणा, सुपारी, पान, लेकर पूजन के दिन तिथि वार नक्षत्र अपना नाम गोत्र सपरिवार सहित बोलकर गणेश एवं गोरी जी के समीप हम यह महालक्ष्मी जी का पूजन कर रहे हैं ऐसी प्रतिज्ञा करें।
 महालक्ष्मी जी हमारे घर में स्थिर होकर विराजमान हों एवं हमारे सभी मनोरथ पूर्ण हों ऐसा मन में संकल्प करके वह संकल्प की सामग्री भगवान के समक्ष समर्पित करें। इसके बाद निम्न मंत्रों के द्वारा विधिवत पूजन करें।

 प्रतिष्ठा-
ॐ अस्यै प्राणाः प्रतिष्ठन्तु अस्यै प्राणाः क्षरन्तु च।अस्यै देवत्वमर्चायै मामहेति च कश्चन।

इस मंत्र से सभी देवी देवताओं की प्रतिष्ठा करें

 इसके बाद ध्यान-           

या सा पद्मासनस्था  विपुल कटि तटी पद्मपत्त्रायताक्षी गम्भीरावर्तनाभिः तनभरनमिता शुभ्रवस्त्रोत्तरीया या लक्ष्मीर्दिव्य रूपैःमणिगणखचितैः स्नापिता हेमकुम्भैः। सा नित्यं पद्महस्ता मम वसतु गृहे सर्वमाग्ल्ययुक्ता ।। 
 इसके बाद 
ओम महालक्ष्मै नमः  आवाहनं समर्पयामि।                             ओम महालक्ष्मै नमः आसनं समर्पयामि।ओम महालक्ष्मै नमःपाद्यं समर्पयामि।। ओम महालक्ष्मै नमः आसनं समर्पयामि ।ओम महालक्ष्मै नमः स्नानामं समर्पयामि।ओम महालक्ष्मै नमः दुग्धं  समर्पयामि। दधिम्  समर्पयामि घृतं समर्पयामी। शर्करां समर्पयामी।  मधुं समर्पयामि। ओम महालक्ष्मै नमः शुद्ध जलं समर्पयामि।            वस्त्रम् समर्पयामि।आभूषणं समर्पयामि। गंधं,चंदनं,सिंदूरं, कुंकुमं, अक्षतं,  पुष्पं,मालां,दूर्वां, धूपं, दीपं, नैवेद्यं, ऋतु- फलं तांबूलं, दक्षिणां समर्पयामि। 

प्रार्थनां समर्पयामि-             शास्त्राणां व्यवहाराणां विद्यानामाप्नुयाद्यतः अतस्वां पूजयिष्यामि।मम हस्ते स्थिरा भव।। 

इसी क्रम से आगे कलश का पूजन षोडश मातृका का पूजन सप्तघृतमातृका का पूजन एवं सभी प्रकार की पूजन इन्हीं मंत्रों के द्वारा किया जा सकते हैं केवल जिस देवता की पूजा हो रही हो उस देवता का नाम लेकर हमें पूजन करनी चाहिए ।_   

इस वर्ष की दीपावली के विशेष मुहूर्त-               
लाभ- दोपहर 2:00 बजे से 3:30 बजे तक । अमृत 3:30 से शाम 5:00 बजे तक ।                  लाभ- शाम 6:30 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक । शुभ रात्रि में 9:30 बजे से 11:00 बजे तक।।        अमृत 11:00 बजे से 12:30 बजे तक। स्थिर लग्न मुहूर्त-              वृष लग्न शाम  5:35 से 7:33 तक सिंह लग्न- रात्रि 12:05 से 2:15 तक ।

आचार्य पंडित शक्ति मिश्र ,
बिहारी जी मंदिर के पीछे मोहन नगर वार्ड सागर(म.प्र.)               
मोबा०9752 1483 82



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आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप - 2023 जारी ,जनसहभागिता और मॉनिटरिंग का नया ढाँचा बनाया जायेगा : मुख्यमंत्री

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप - 2023 जारी ,जनसहभागिता और मॉनिटरिंग का नया ढाँचा बनाया जायेगा : मुख्यमंत्री 

★ विकास का नया परिवेश गढ़ेगा आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश

★ नीति आयोग ने की मध्यप्रदेश की पहल की प्रशंसा

भोपाल । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मिंटो हॉल में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के विकास का रोडमैप-2023 जारी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस ऐतिहासिक अवसर पर कहा कि विकास में जनसहभागिता और मॉनिटरिंग की व्यवस्था का नया ढाँचा खड़ा किया जायेगा। ग्राम, जनपद और जिला स्तर पर दीनदयाल समितियाँ गठित कर जनसहभागिता और मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जायेगी। आधुनिक टेक्नालॉजी का हर क्षेत्र में व्यापक उपयोग कर विकास कार्यों में पारदर्शिता बढ़ायी जायेगी। खेती में आधुनिक ढंग से उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाकर खेती को लाभ का धंधा बनाया जायेगा। किसानों को पी.एम. सम्मान निधि और मुख्यमंत्री सम्मान निधि के रूप में हर साल कुल 10 हजार रूपये की सम्मान निधि दी जायेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की रणनीति पर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप जारी करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप में अधोसंरचना विकास, स्वास्थ्य एवं शिक्षा, अर्थव्यवस्था एवं रोजगार और सुशासन पर स्पष्ट रणनीति तैयार की गई है। इस रोडमैप के आधार पर मंत्री अपने विभागों की योजना तैयार कर क्रियान्वित करेंगे। मंत्री एवं प्रशासन के हर स्तर पर जिम्मेदारी तय की जायेगी और उसकी प्रत्येक स्तर पर सख्त मॉनिटरिंग होगी।

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश रोडमैप-2023 के विमोचन अवसर पर विशिष्ट अतिथि सांसद श्री वी.डी. शर्मा, मिंटो हॉल में एवं भारत सरकार के नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमिताभ कांत वी.सी. के माध्यम से शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रोडमैप का विमोचन कर उसके क्रियान्वयन के लिये रोडमैप की प्रति मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस को सौंपी। इस अवसर पर अनेक मंत्री, विधायक, सांसद और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत ने कहा कि कोरोना कॉल में सिर्फ मध्यप्रदेश ने वेबिनार आयोजन की यह महत्वपूर्ण पहल की। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप को लागू कर मध्यप्रदेश देश के अग्रणी प्रांत की पहचान बनाएगा।

प्रधानमंत्री श्री मोदी हमारे प्रेरक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी हमारे प्रेरक हैं। उनसे सदैव उत्साह और ऊर्जा प्राप्त होती है। उन्होंने कोरोना की चुनौती को अवसर में बदलने का आव्हान कर आत्मनिर्भर भारत के लिए सभी राज्यों से सहयोग की अपील की थी। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश आवश्यक है। इसके लिए किए गए प्रयास आज प्रदेश की जनता के सामने इस रोडमैप के रूप में रखे जा रहे हैं, क्योंकि मध्यप्रदेश की जनता मेरी आराध्य है। मध्यप्रदेश मेरा मंदिर है। यह जनता मेरे लिए भगवान है। इस मंदिर का पुजारी शिवराज सिंह चौहान है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना काल में आर्थिक संकट से लोगों को उबारना एक चुनौती थी। हमने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समाज के विभिन्न वर्गों तक राशि पहुंचाई। इन परिस्थितियों में मध्यप्रदेश का रोडमैप प्रस्तुत करना भी एक विशेष कार्य था, जिसे अपनी चाह से हमने पूरा किया। अब रोडमैप को लागू करने के लिए निरंतर कार्य होगा। धनराशि की व्यवस्था भी की जाएगी। निजी क्षेत्र की सहभागिता की सुनिश्चित की जायेगी।

मध्यप्रदेश को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाएंगे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बने इसके लिए आर्थिक गतिविधियों को और बढ़ावा देंगे। सड़कों के निर्माण के साथ ही अधोसंरचना संबंधी सभी कार्य और नर्मदा जल सहित पानी की एक-एक बूंद का उपयोग करते हुए कृषि क्षेत्र को भी लाभकारी व्यवसाय बनाने पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। थर्मल पावर के साथ ही सौर ऊर्जा का अधिकतम उपयोग होगा। ओंकारेश्वर जलाशय में सोलर पेनल बिछाएंगे। शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालयों तक विद्यार्थियों को बसों से लाने की व्यवस्था होगी। पढ़ाई से कोई वंचित नहीं रहेगा। लघु जलसंरचनाओं का जाल बिछाया जाएगा। जहां पूर्व में 7 लाख हेक्टेयर से 31 लाख हेक्टेयर तक सिंचाई क्षेत्र बढ़ाया गया था, उसे 60 लाख तक पहुंचाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) एक आंदोलन के रूप में विस्तार प्राप्त करेंगे। संसाधनों के बंटवारे का ध्यान रखते हुए जितनी आबादी उतनी राशि के सिद्धांत पर कार्यों का क्रियान्वयन होगा।

 वोकल को लोकल बनाने का ध्येय

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश में रोजगार के माध्यम से अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना एक प्रमुख कार्य रहेगा। वोकल को लोकल बनाने का ध्येय है। स्थानीय उत्पाद को बिक्री से जोड़ा जाएगा। महिला सशक्तिकरण भी स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री को प्रोत्साहन देते हुए बढ़ेगा। ग्रामीण महिलाओं के कौशल को निखार कर उनके व्यवसाय को लाभकारी बनाया जाएगा। इसी तरह सांस्कृतिक गतिविधियों से रोजगार वृद्धि के प्रयास होंगे। छोटे व्यापारियों को तकलीफ न हो, बड़े व्यापारी यदि बेईमानी करते हों, वे सावधान हो जाएं क्योंकि आम लोगों को परेशानी में डालने वाले छोड़े नहीं जाएंगे। अपराधी तत्व कुचल दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश में प्रत्येक व्यक्ति का सहयोग प्राप्त किया जाएगा।

सहभागिता और सकारात्मक सोच आवश्यक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों से आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश गढ़ने में सहयोग की अपील करते हुए कहा कि विकास में प्रत्येक नागरिक की सहभागिता आवश्यक है। इसके साथ ही सकारात्मक सोच का भी महत्व है। हम सभी सकारात्मक होकर प्रदेश के विकास में भागीदारी करें। एक जिद, जूनून और जज़्बे के साथ सभी प्रदेश की प्रगति के लिए कार्य करें। हमारा मध्यप्रदेश गान भी इसी भाव का परिचायक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नीति आयोग ने प्रदेश के रोडमेप के निर्माण में सहयोग किया है। लोक सेवा प्रबंधन विभाग रोडमैप क्रियान्वयन में समवन्य करेगा। अन्य सभी विभाग सक्रिय भागीदारी करेंगे। दीनदयाल समितियों के माध्यम से भी समन्वय स्थापित किया जाएगा। कोरोना के संदर्भ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अभी यह समस्या पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है। मास्क ही वैक्सीन है। दीपावली भी सावधानी से सभी लोग मनाएं। कोरोना पूरी तरह समाप्त होगा। 'ये रैन अंधेरी बीतेगी, पतवार चलाते जाएंगे, मंजिल आएगी, जरूर आएगी'। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वामी विवेकानन्द जी के कथन का स्मरण करते हुए कहा कि आज यह जरूरी है कि सभी उठें, जागें और तब-तक कार्य करें, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए। क्योंकि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।

रोड मैप में है विकास का विजन

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सांसद श्री वी.डी. शर्मा ने कहा कि रोडमैप- 2023 के विमोचन अवसर का यह कार्यक्रम अभिनव है क्योंकि इसमें प्रदेश के विकास के विजन को सामने रखते हुए ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स को लाभान्वित करने का महत्वपूर्ण कल्याणकारी यज्ञ भी पूरा हो रहा है। इस रोडमैप में एक विजन के दर्शन होते हैं। ये विकास का विजन है। मुख्यमंत्री श्री चौहान विकास के प्रति अत्यंत गंभीर और निरंतर कार्य करने वाले मुख्यमंत्री हैं।

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मध्यप्रदेश ने कोरोना से निपटते हुए रोडमैप भी बना लिया - श्री अमिताभ कांत

नीति आयोग के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अभिताभ कांत ने नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विशिष्ट अतिथि के रूप में भागीदारी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की रणनीति के अनुरूप मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य है, जिसने विभिन्न विषय-विशेषज्ञों से परामर्श कर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप तैयार किया है। इस रोडमैप को प्रदेशवासियों के सामने रखा गया है। जब सभी राज्य सिर्फ कोरोना से ही लड़ रहे थे, तब मध्यप्रदेश ने कोरोना से लोगों के बचाव के लिए अच्छे प्रबंध करते हुए प्रदेश के आर्थिक विकास के लिए यह रोडमैप तैयार करने का महत्वपूर्ण कार्य किया जो निश्चित ही प्रशंसनीय है। उल्लेखनीय है कि 7 से 11 अगस्त की अवधि में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप को तैयार करने के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चार मुख्य विषयों भौतिक अधोसंरचना, सुशासन, स्वास्थ्य एवं शिक्षा और अर्थव्यवस्था एवं रोजगार पर राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित किये। इन वेबिनार्स में नीति आयोग के प्रतिनिधि, सुशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा और अर्थव्यवस्था से जुड़े विषय-विशेषज्ञों को आमंत्रित कर उनके सुझाव प्राप्त किये गये। वेबिनार्स में प्राप्त सुझाव के आधार पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारियों ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप की कार्ययोजना तैयार की।

प्रारंभ में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के रोडमैप को तैयार करने का श्रेय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को है। मुख्यमंत्री श्री चौहान की उमंग, ऊर्जा और उत्साह के सामने सभी कठिनाईयां बौनी सिद्ध हुईं। जब देश-विदेश में कोविड-19 नियंत्रण से बाहर हो रहा था, तब मध्यप्रदेश में अच्छा प्रबंधन हुआ। प्रशासनिक व्यवस्था में एक आमूल-चूल परिवर्तन यह हुआ की वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से निर्णय लेने का महत्वपूर्ण कार्य संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान के निश्चय से वेबिनार में करीब 650 विषय-विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। ऑन लाइन सुझाव भी प्राप्त हुए। मुख्य सचिव श्री बैंस ने आशा व्यक्त की कि मध्यप्रदेश की विकास यात्रा विभिन्न पड़ावों से होकर मंजिल तक पहुंचेगी। निष्ठा, परिश्रम और जिम्मेदारी से इस रोड मैप को सभी अंजाम तक पहुंचाएंगे। मुख्य सचिव श्री बैंस ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का उनकी नेतृत्व क्षमता से मिले इस लाभ के लिए आभार भी व्यक्त किया।

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के विमोचन कार्यक्रम में मंत्री, सांसद, विधायक, मुख्य सचिव, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और विभागाध्यक्ष भी शामिल हुए। इसके अतिरिक्त संभाग एवं जिलों से सांसद, विधायक, संभागायुक्त, आईजी, कलेक्टर, एसपी भी कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से शामिल थे। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण मध्यप्रदेश दूरदर्शन, क्षेत्रीय न्यूज चैनल्स एवं सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर किया गया। कार्यक्रम का संचालन उप सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय श्री सुधीर कोचर ने किया।

आत्मनिर्भर रोडमैप की प्रमुख रणनीतियाँ
 
1.  भौतिक संरचना

🔹 रोड एसेट मैनेजमेंट सिस्टम की स्थापना।
🔹 24 प्रमुख सड़कों का नवीनीकरण।

🔹 200 राज्य सड़कों का वैज्ञानिक यातायात सर्वेक्षण।

🔹 बफर में सफर मुहिम के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा।

🔹पर्यटन स्थलों के आसपास रहने वाले सेवा प्रदाताओं का कौशल संवर्धन।

🔹घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देना।

🔹समावेशी शहरी विकास सुनिश्चित करना।

🔹पर्यावरण के अनुकूल सतत विकास सुनिश्चित करना।

🔹कानूनी और राजकोषीय सुधारों के माध्यम से नगरीय शासन में सुधार।

🔹नगरीय सेवाओं की डिलीवरी में सुधार।

🔹100 प्रतिशत घरेलू कार्यशील नल कनेक्शन।

🔹60 सिंचाई परियोजना के निर्माण की प्रक्रिया।

🔹ग्रीन एनर्जी कॉरीडोर का निर्माण।

🔹सामग्री एवं उपकरणों की खरीदी में लोकल निर्मित सामग्री को प्राथमिकता।

🔹रूफटॉप सौर ऊर्जा परियोजनाओं का कार्यान्वयन।

🔹मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना।

🔹इंदौर एयरपोर्ट पर पेरिशेबल गुड्स के लिये एयर-कार्गो हब की स्थापना।

2. सुशासन

🔹सेवा प्रदाय के लिये एकल पोर्टल।

🔹कनेक्टिविटी के बुनियादी ढाँचे का सुदृढ़ीकरण और आईटी कौशल का विकास।

🔹इमर्जिंग प्रौद्योगिकी के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिये उत्कृष्टता केन्द्र।

🔹पारदर्शिता के साथ जवाबदेह एवं जिम्मेदार प्रशासन।

🔹नागरिकों के लिये Ease of Living।

3. स्वास्थ्य एवं शिक्षा

🔹व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा के लिये 10 हजार SHCs और 1200 PHCs को हेल्थ वेलनेस केन्द्रों में परिवर्तित करना।

🔹1600 अत्याधुनिक प्रसव केन्द्रों की स्थापना और प्रत्येक CHC पर विशेष नवजात इकाई की स्थापना।

🔹आरसीएच पोर्टल के माध्यम से गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत कव्हरेज सुनिश्चित करना।

🔹5 वर्ष से कम उम्र के 55 लाख बच्चों को शत-प्रतिशत टीकाकरण।

🔹प्रत्येक जिला अस्पताल में कार्यात्मक आईसीयू वार्ड, एचडीयू वार्ड, आइसोलेशन वार्ड, डायग्नोस्टिक सुविधाएँ और विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध कराना।

🔹1200 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं 10 हजार उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर टेली मेडिसिन और अन्य आईसीटी उपकरणों का उपयोग करना।

🔹जिला अस्पतालों में इमेजिंग सुविधाएँ उपलब्ध कराना।

🔹सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं के नेटवर्क का सुदृढ़ीकरण।

🔹राज्य-स्तरीय अनुसंधान संगठन की स्थापना।

🔹उच्च शिक्षा संस्थानों तक पहुँच बढ़ाने के लिये 150 नये ओपन डिस्टेंस लर्निंग केन्द्र खोलना।

🔹चिन्हित किये गये 150 कॉलेजों को क्वालिटी लर्निंग सेन्टर में परिवर्तित करना।

🔹10 हजार संसाधन संपन्न स्कूलों की स्थापना।

🔹विज्ञान प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कला और गणित आधारित शिक्षा प्रणाली विकसित करना।

🔹ज्ञान के आदान-प्रदान के लिये प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी।

🔹हब और स्पोक मॉडल पर इंजीनियरिंग तथा जिला स्तर के आईटीआई में कैरियर तथा प्लेसमेंट सेल की स्थापना करना।

🔹200 कॉलेजों में प्लेसमेंट और उद्यमिता सेल की स्थापना।

🔹आईटीआई में मौजूद लोकप्रिय ट्रेडों को उद्योग की मांग से जोड़ना।

🔹ग्लोबल स्किल पार्क और 10 मेगा आईटीआई के लिये उद्योगों के साथ भागीदारी।

4.अर्थव्यवस्था और रोजगार

🔹कृषि गारंटी ट्रस्ट के गठन के संबंध में टास्क फोर्स का गठन।

🔹संभागीय मुख्यालयों पर बीज परीक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना।

🔹मण्डी नियमों एवं एक्ट में संशोधन एवं प्रभावी कार्यान्वयन।

🔹एक जिला एक उत्पाद के तहत खेती क्षेत्र के करीब खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना।

🔹बाजार लिंकेज और कोल्ड स्टोरेज की सुविधा।

🔹कृत्रिम गर्भाधान 32 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक बढ़ाना और निजी भागीदारी को प्रोत्साहन।

🔹नॉलेज पोर्टल और युवा संवाद के माध्यम से पशुपालन क्षेत्र में युवाओं को आकर्षित करना।

🔹मिशन मोड में अनुत्पादक सांडों का बधियाकरण।

🔹किसानों को मधुमक्खी पालन से जोड़ना और शहद प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना करना।

🔹चंबल प्रोग्रेस-वे और नर्मदा एक्सप्रेस-वे के निकटता वाले क्षेत्रों में एमएसएमई के लिये विश्वस्तरीय कॉरीडोर के रूप में विकसित करना।

🔹निर्यात क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने के लिये 3 नये इनलेण्ड कंटेनर डिपो स्थापित करना।

🔹राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप श्रम कानूनों को निवेशकों के लिये अनुकूल बनाना।

🔹15 जिला मुख्यालयों में निजी क्षेत्र द्वारा संचालित प्लेसमेंट सुविधा केन्द्रों की स्थापना।

🔹वनोपज का मध्यप्रदेश उत्पाद के तौर पर जीआई टैगिंग करवाना।

🔹उत्पाद विकास में अनुसंधान एवं विकास संस्कृति को बढ़ावा देने के लिये व्यवसायिक संस्थानों के साथ भागीदारी।


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T20 सीनियर इंटर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट टूर्नामेंट: टीकमगढ़ और दमोह, सागर डिस्ट्रिक्ट और शेष सागर डिवीजन के बीच सेमीफाइनल शुक्रवार को


T20 सीनियर इंटर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट टूर्नामेंट:  टीकमगढ़ और दमोह,  सागर डिस्ट्रिक्ट और शेष सागर डिवीजन के बीच सेमीफाइनल शुक्रवार को


सागर। सागर डिविजन क्रिकेट एसोसिएशन के तत्वाधान में आज दिनांक 12 नवंबर से प्रारंभ हुई सीनियर इंटर डिस्ट्रिक्ट T20 क्रिकेट टूर्नामेंट के पहले मुकाबले मे  सागर में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 122 रन बनाए जिसमें सागर सोलंकी ने 39 रनों का योगदान दिया पन्ना के लिए निलेश जाधव ने तीन और आशीष खरे ने दो विकेट लिए इसके बाद 20 ओवरों में 123 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उत्तरी पन्ना की टीम 20 ओवर में 93 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और यह मैच सागर डिस्ट्रिक्ट में 29 रनों से जीत लिया पन्ना के लिए मौसम अली ने सर्वाधिक 20 रन बनाए। सागर डिस्ट्रिक्ट की ओर से विनीत रावत ने 4 ओवर में मात्र 14 रन देकर तीन खिलाड़ियों को आउट किया एवं फतेह खान ने   4 ओवर में 28 रन देकर तीन विकेट लिए ।सागर डिस्ट्रिक्ट के विनीत रावत को मैन ऑफ द मैच चुना गया ।इसके बाद खेले गए दूसरे मुकाबले में छतरपुर में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 125 रन बनाए टीकमगढ़ के लिए भूपेंद्र राजपूत और देवेश कारपेंटर ने दो-दो विकेट लिए। इसके बाद 20 ओवरों में 126 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीकमगढ़ की टीम 19.2 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 129 रन बनाकर यह मैच 5 विकेट से जीत लिया ।टीकमगढ़ के लिए भूपेंद्र राजपूत ने 2 विकेट लेने के अलावा 31 रनों की पारी खेली एवं आदिल खान ने नाबाद 24 रन  बनाए। छतरपुर की ओर से प्रहलाद रैकवार और गौरव सिंह ने दो-दो विकेट लिए। टीकमगढ़ के भूपेंद्र राजपूत को मैन ऑफ दी मैच चुना गया। 

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कोरोना महामारी के बाद प्रारंभ हुए इस सत्र में सागर डिवीजन के आजीवन सदस्य रहे पूर्व रणजी खिलाड़ी श्री असद उल्लाह खान को श्रद्धांजलि देते हुए सागर डिवीजन में इस सत्र की शुरुआत की श्री असद उल्लाह खान का 2 अप्रैल 2020 को दुखद निधन हो गया था अतः इस पत्र को शुरू करने से पहले उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी गई जिसमें दोनों टीमों के खिलाड़ी अंपायर स्कोरर और सभी स्टाफ मौजूद रहे कल सुबह 9:00 बजे से टीकमगढ़ और दमोह के मध्य पहला सेमीफाइनल मुकाबला खेला जाएगा जबकि दोपहर 1:00 बजे से सागर डिस्ट्रिक्ट और शेष सागर डिवीजन के मध्य दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला खेला जाएगा।

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सागर स्मार्ट सिटी की एडवाइजरी कमेटी की बैठक में हुए कई निर्णय

सागर स्मार्ट सिटी  की एडवाइजरी कमेटी की बैठक में हुए कई निर्णय

सागर। सागर स्मार्ट सिटी द्वारा शहर विकास के अनेक मुद्दों को लेकर स्मार्ट सिटी कार्यालय में एडवाइजरी (परामर्शी) समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में विधायक  शैलेन्द्र जैन, जिला कलेक्टर सह अध्यक्ष  दीपक सिंह, नगर निगमायुक्त सह कार्यकारी निदेशक  आर पी अहिरवार, स्मार्ट सिटी सीईओ  राहुल सिंह राजपूत, वरिष्ठ समाजसेविका श्रीमति मीना पिंपलापुरे ताई(वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से), श्री देवेश गर्ग, इंजी. श्री प्रकाश चौबे, श्री राजू तिवारी, स्मार्ट सिटी कंपनी सचिव श्री रजत गुप्ता,पीएमसी टीम लीडर डॉ आलोक चौबे,  प्रोजेक्ट संबंधित इंजीनियर एवं एजेंसी के अधिकरी आदि शामिल हुए। अधिकारियों की उपस्थिति में वर्तमान एवं आगामी विकास कार्यों पर सुझाव दिये गए तथा
सर्वसम्मिति से निर्णय लिये गये।

स्मार्ट सिटी अंर्तगत प्रोजेक्ट्स में लेक साईड एलीवेटेड कॉरीडोर, रेस्टोरेशन एंड हेरिटेज कंजर्वेशन ऑफ आईडेंटीफाइड हेरिटेज साईट्स, मटेरियल रिकवरी फैसेलिटी सेंटर एवं सी एंड डी वेस्ट प्लांट, फायर फाइटिंग सिस्टम स्टेशन, सोलर एंड एनर्जी इफीसियेंट स्ट्रीट लाईटिंग, स्मार्ट रोड कॉरीडोर, ओल्ड आरटीओ परिसर में इन्क्यूबेशन सेंटर, कामकाजी महिला छात्रावास (वर्किंग वुमन हॉस्टल) लाखा बंजारा लेक रिजुवनेशन एंड डेवलपमेंट सहित कुल 8 विषयों के प्रस्तुत प्रजेंटेशन पर विस्तार से चर्चा कर परामर्शी समिति सदस्यों द्वारा सुझाव दिये गये।

विधायक श्री जैन ने लाखा बंजारा लेक रिजुवनेशन प्रोजेक्ट की ड्राईंग-डिजाइन पर चर्चा कर चल रहे कार्य की  सराहना करते हुए कहा की झील में डीसिल्टिंग का कार्य जल्दी प्रारंभ करें। प्रजेंटेशन में दिखाई गई नाला टेपिंग प्रक्रिया एवं मोंगा बधान के पास एसटीपी निर्माण अंतर्गत बताया गया की झील में मिलने वाले सभी नालों का गंदा पानी पाइपलाइन से ग्रेविटी द्वारा एसटीपी तक भेज कर ट्रीट किया जायेगा एवं इन पाइपलाइन की मदद से झील के किनारे वाले निचले क्षेत्रों की बारिश में जलभराव की समस्या को भी हल किया जा सकेगा।
जिला कलेक्टर ने सभी प्रोजेक्ट प्रजेंटेशनों की समीक्षा कर कहा की शहर में फायर फाइटिंग सिस्टम, कामकाजी महिला छात्रावास, मटेरियल रिकवरी फैसेलिटी सेंटर एवं सी एंड डी वेस्ट जैसे प्रोजेक्टों की बहुत आवश्यक्ता है। मटेरियल रिकवरी फैसेलिटी सेंटर एवं सी एंड डी वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट पर चर्चा करते हुए कहा की यह प्रधानमंत्री जी के 3आर फार्मूला(रिड्यूज, रिसाइकिल एवं रियूज) का उदाहरण बनेगा। इसके साथ ही इन्क्यूबेशन सेंटर को जल्द से जल्द तैयार कराने हेतु निर्देशित किया। जिससे शहर के युवाओं को स्टार्टअप हेतु सहयोग मिलेगा साथ ही शहर में प्रतिभावान युवाओं को अच्छे कंसल्टेंटो की मदद से अपने व्यवसाय शुरू करने में भी सहयोग मिलेगा।

इन बिन्दूओं पर सर्वसम्मिति से हुए निर्णय


- एलीवेटेड कॉरीडोर चकराघाट से तीन मढ़ीया तक बनाया जाये। जिसमे लगभग 900 मीटर सड़क के साथ 100-100 मीटर रेंप तैयार किया जायेगा, कॉरीडोर की चौड़ाई 11 मीटर होगी।

- इन्क्यूबेशन सेंटर प्रोजेक्ट जो अन्य स्मार्ट सिटीज में सफलता पूर्वक संचालित है उनके एक्सपर्ट से बात कर अच्छे कंसल्टेंटों की व्यवस्था करें। ऐसी व्यवस्थाएं करें की आगामी समय में इसे अटल इन्क्यूबेशन से जोड़ा जा सके।

- सागर के हैरिटेज साइटों के पुनर्विकास हेतु चिन्हित किये गए बावड़ियों, बड़े कुओं एवं जलस्रोतों आदि के साथ शहर की अन्य साईटों को भी चिन्हित किया जाये जिसमें किले की दीवार, पदमाकर स्कूल के पास गुंबद आदि के सुझाव दिये गए।

- स्मार्ट सिटी द्वारा तैयार की जाने वाली कामकाजी महिला छात्रावास, इन्क्यूबेशन सेंटर बिल्डिंगों में सुविधानुसार वेसमेंट तैयार कर या ग्राउंड फ्लोर में पार्किंग की व्यवस्था की जानी चाहिए।
- शहर के मास्टर प्लान अनुसार सड़कों किनारे हो रहे अतिक्रमण को रोकने हेतु एक समीति गठित की जाये। इसके अलावा डफरिन हैरिटेज स्थल के अतिक्रमण को चिन्हित कर हटाया जाये।
- हेरिटेज साइट अंर्तगत चिन्हित जलस्रोतों का उपयोग फायर फाइटिंग वाहनों द्वारा वाटर फिलिंग स्टेशन के रूप में किया जाये जिससे इनके पानी को स्वच्छ रखा जा सकेगा। 


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