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हनी ट्रेप । नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव को लिखा पत्र ,रिटायर्ड IFS अधिकारी आज़ाद सिंह डबास ने, यदि हनीट्रैप के वीडियो है तो जांच एजेंसी को सौंपे

हनी ट्रेप । नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव को लिखा पत्र ,रिटायर्ड IFS अधिकारी आज़ाद सिंह डबास ने, यदि हनीट्रैप के वीडियो है तो जांच एजेंसी को सौंपे

भोपाल । हनीट्रैप मामले में एमपी में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव को  रिटायर्ड आईएफएस अधिकारी और काँग्रेस से जुड़े आजाद सिंह डबास  ने पत्र लिखा है  पत्र में  डबास ने गोपाल भार्गव के उस बयान के आधार पर   सामने आया जिसमे गोपाल भार्गव ने दावा किया था कि उन्हें ऐसे 8 अधिकारियों के वीडियो की जानकारी है जो हनीट्रैप में शामिल हैं। इनपर कार्यवाही होना चाहिए। 
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने  कहा था कि  कि उनके एक मित्र के पास ये वीडियो उन्होंने देखे थे ।इसके जरिए गोपाल भार्गव ने अधिकारियों पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि अधिकारी अवैध रूप से पैसा कमाते है और महिलाओं पर खर्च करते है। अधिकारी किसी एक पार्टी की सेवा नही करे।
डबास ने गोपाल भार्गव के नाम अपनी चिट्ठी में इसी को लेकर उनसे पांच सवाल पूछे हैं. डबास ने मांग की है कि अगर उनके पास इस संबंध में कोई वीडियो या जानकारी है तो उसे जांच एजेंसियों को सौंपना चाहिये।
ये रहे पांच सवाल
मैं इस प्रकरण में आपसे निम्नानुसार 5 सवाल करना चाहता हूँ:-
1. आपके द्वारा हनीट्रैप में लिप्त अधिकारियों को देवपुरूष बताते हुए उन्हें जनता की गाढ़ी कमाई का लुटेरा कहा गया

है। आपने ट्रैप में फंसे एक अधिकारी को अपने विडियों के बदले 1 करोड़ रुपये देने की बात कही है। आपने ऐसे
8 देवपुरूषों के विडियो अपने एक परिचित के पास बताये हैं। आपने इन विडियो को अभी तक हनीट्रैप मामले की
जांच कर रही एसआईटी को क्यो नही सौंपा? आपके द्वारा विडियो नही सौंपने का जो कारण बताया गया है, वह
मात्र एक बहाने के अलावा कुछ नही है। अगर आप वास्तव में इस मामले की जांच चाहते हैं तो इन विडियोज को

आप तत्काल एसआईटी को सौंपे। आप इन्हें कब तक सौंपेगे?
2 विगत दिनों एसआईटी ने इस मामले की एक चार्जशीट न्यायालय में प्रस्तुत की है जिसमें एसआईटी द्वारा 1करोड़ रुपये देने वाले अधिकारी का नाम नही बताया है। संभवतः यह एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं जो किसानोंसे संबंधित एक महकमे से बरसों तक जुड़े रहे हैं। आप ने अभी तक इस अधिकारी का नाम जाहिर करवाने केलिए कोई कार्रवाई नहीं की है। आप इस संबंध में कोई कार्रवाई करेंगे अथवा नहीं? अगर करेंगे तो कब तक?
3. राज्य सरकार ने अभी तक इस मामले में गठित एसआइटी के 3 मुखिया बदले हैं। आपने अभी तक इस संबंध में भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। आपने सरकार से इसका कारण भी नही पूछा है। क्या आप इस संबंध में कोईकार्रवाई करेंगे? अगर हाँ तो कब तक?
4। आपने ईडी, आईबी और सीबीआई जैसी संस्थाओं से इस मामले की जांच नहीं कराने के बात कही है। आपनेइसका जो कारण दर्शाया है. वह निराधार है। ये तीनों संस्थाएं केन्द्र सरकार के अधीन हैं। केन्द्र में आपकी हीपार्टी की सरकार है। अगर आप इस मामले की जांच के प्रति वास्तव में गंभीर होते तो अभी तक इन संस्थाओं
से कभी की जांच प्रारंभ करा सकते थे? क्या आप इस मामले की केन्द्रीय संस्थाओं से जांच करायेंगे? अगर हाँतो कब तक?
5। आपने हनीट्रैप मामले में एसआईटी द्वारा अभी तक जप्त सभी साक्ष्य एवं दस्तावेजों को आयकर विभाग के हवाले
कराने के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की है। आयकर की इंवेस्टीगेशन द्वारा इस मामले में रसूखदारों की संलिप्तता,
लाखों-करोड़ों के लेन-देन, कांट्रेक्ट, कालेधन और बेनामी संपत्ति की जांच की जा सकती है। क्या आप इस संबंधमें कोई कार्रवाई करेंगे? अगर हाँ तो कब तक?
आपसे अनुरोध है कि कृपया मेरे उपरोक्त सवालों का एक सप्ताह के अंदर जवाब देने का कष्ट करें। अगरआपके द्वारा मेरे सवालों का जवाब नहीं दिया जाता है तो यह माना ही नही जावेगा अपितु यह सिद्ध हो जावेगा कि आपइस मामले की जांच में कोई रुचि नहीं रखते हैं।
ये लिखा था गोपाल भार्गव ने अपनी फेसबुक पेज पर 25 जनवरी को
ब्यावरा राजगढ़ की घटना को लेकर आजकल प्रदेश के कुछ आईएएस अफसरों के मन में , कथन में और लेखन में भारी अकुलाहट है। पिछड़ा वर्ग के एक पूर्व मंत्री श्री बद्रीलाल यादव द्वारा कहे गए कथन या भाषण से "एलीट वर्ग" घायल है। इस वर्ग को देवताओं ने भारतवर्ष की जनता के लिए विशेष प्रसाद के रूप में दिया है, इसलिए वह ऐसे कवच कुंडल धारण किए हैं जिन पर डॉक्टर भीमराव जी अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान और आईपीसी, सीआरपीसी के विधानों का कोई असर नहीं होता । उनकी नजर में सभी राजनीतिक व्यक्ति डाकू है और वह स्वयं में "देव पुरुष" हैं । रेत खदानों,शराब दुकानों, परिवहन नाकों जैसे अनेक ईश्वर प्रदत्त कमाई के जरियों से इसी राज्य में इसी वर्ग के दंपत्ति के पास अरबों रुपयों की संपत्ति बरामद हुई थी। वह तो एक छोटा सा उदाहरण मात्र है, लेकिन नेता तो डाकू है और आप "देवपुरुष" हैं। जिस अधिकारी के पास गोली चलवाने, टीयर गैस छुड़वाने, वाटर कैनन चलवाने, लाठीचार्ज करवाने का अधिकार हो, भारत की सीआरपीसी जिसकी दास हो वह अधिकारी भीड़ में घुसकर थप्पड़बाजी करें। 61 साल के बुजुर्ग एएसआई और अपने अधीनस्थ छोटे से पटवारी को तमाचे लगाए या किसी पूर्व विधायक का सिर फोड़े यह कहाँ तक उचित है ? मैंने अपने 40 वर्षं के राजनीतिक जीवन में देखा है कि सरकार किसी की भी रही हो यही अधिकारी मुख्यमंत्री और रसूखदार मंत्रियों के यहां उनके दरवाजे और दरबार में मनचाही पदस्थापना पाने के लिए दरबारी बनकर बैठे रहते हैं। यही "देवपुरुष" *जनता की गाढ़ी कमाई को लूट कर अप्सराओं के साथ *मधुपान* करते हैं और फिर *ट्रैप* में फंसते हैं तब जाकर एक वीडियो के बदले एक करोड़ रुपए तक देते हैं। यह पैसा कहाँ से आता है ? ऐसे लगभग ऐसे 8 देवपुरुषों के वीडियो मेरे एक परिचित के पास हैं। मैं चाहता तो सब खुलासा करता लेकिन मैं यह नहीं चाहता कि यह गंदगी फैले और मेरा मध्यप्रदेश पूरे देश और दुनियां में कुकर्मी प्रदेश के रूप में जाना जाए। इस कारण मैं अभी तक चुप रहा। लेकिन ब्यावरा की घटना एवं 'देवपुरुषों' के अवांछित वक्तव्यों से अब पानी सिर से ऊपर निकल चुका है। मैं यह भी नहीं चाहता था कि ईडी, आईडी और सीबीआई जैसी संस्थाएं राज्य में आकर कार्यवाही करें और मेरे ही राज्य की फजीहत हो लेकिन जो 'देवपुत्र' गटकने की अति कर रहे हैं, उनके बारे में मुझे पार्टी की मंशा अनुसार तय करना है । विशेषकर उन देव पुत्रों के बारे में जिनको अंग्रेजी भाषा में "घुटना टेक" होने का हुक्म दिया जाता है तो वह रेंगने लगते हैं, फिर कहाँ जाता है उनका स्वाभिमान ? अरे जो असली स्वाभिमानी तो वो हैं जो वीआरएस लेकर प्रदेश छोड़ रहे हैं, जनाब फिर आप लोग किस इंतजार में हैं ? हे देव पुरुषों आपके पास तो गोली चलवाने, लाठी चलवाने से लेकर असीमित अधिकार हैं, सीआरपीसी आपकी दास है । परंतु जिस जनता के पास सिर्फ लोकतांत्रिक तरीके से सभा करके और जुलूस निकालकर अपनी बात कहने का अधिकार है, उस जनता के इन्हीं थोड़े से अधिकारों से आपको घोर आपत्ति और नफरत क्यों है? आखिर जनता क्या करें ? हे देवपुरुषो याद रखिये आपका यही व्यवहार और उससे निर्मित परिस्थितियां ही भारत में नक्सलवाद को जन्म देती हैं । मेरी आप सभी देवपुरुषों को एक सलाह है कि आप कमलनाथ जी और उनकी सरकार की शान में 1-1 चालीसा लिखें। जिस देवपुरुष का चालीसा प्रदेश के बुद्धिजीवियों और साहित्यकारों को पसंद आएगा मैं उस देवपुरुष का अपनी ओर से नागरिक अभिनंदन करूंगा ।
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नगरीय प्रशासन के प्रमुख सचिव ने किया निरीक्षण, निर्माण कार्यों में लापरवाही पर सब इंजीनियर को किया निलंबित,ईई को शो-काज नोटिस,कन्सलटेंट कंपनी को किया ब्लैकलिस्टेड

नगरीय प्रशासन के प्रमुख सचिव ने किया निरीक्षण, निर्माण कार्यों में लापरवाही पर सब इंजीनियर को किया निलंबित,ईई को शो-काज नोटिस,कन्सलटेंट कंपनी को किया ब्लैकलिस्टेड
सागर । नगरीय प्रशासन विभाग प्रमुख सचिव श्री संजय दुबे एवं उप सचिव मनीष सिंह ने बुधवार को कमिष्नर सभाकक्ष में नगरीय प्रषासन एवं नगर निगम के अधिकारियों की निरीक्षण उपरांत बैठक ली। बैठक में कमिश्नर श्री आनंद कुमार शर्मा, कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक, उपायुक्त डॉ प्रणय कमल खरे, श्री डीएस परिहार, स्मार्ट सिटी सीईओ राहुल सिंह राजपूत,  एलके तिवारी,  विजय दुबे, रामाधार तिवारी, श्री रजत गुप्ता, श्री  डीएस सलूजा, अधीक्षण यंत्री श्री आनंद सिंह, श्री एल एल तिवारी मौजूद थे।
नगरीय प्रशासन विभाग प्रमुख सचिव श्री संजय दुबे ने निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देष दिए कि समस्त कार्यों को पूर्ण करने के लिए समय सारणी एक सप्ताह के अंदर प्रस्तुत करें एवं कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण करें। पीएम आवास के निरीक्षण के उपरांत मिली कमियों पर कन्सलटेंट कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने के निर्देष दिए । साथ ही कनेरादेव साईड पर साईड इंजीनियर श्री राजकुमार साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है एवं ईई श्री विजय दुबे को कारण बताओ नोटिस देते हुए निर्देष दिए कि 15 दिवस में कार्यों को ठीक कराएं अन्यथा वेतन की राषि से वसूली की जाएगी। उन्होंने सीवरेज प्लांट की समीक्षा करते हुए लक्ष्मी कंपनी को निर्देषित करते हुए कहा कि प्रतिमाह 20 किलोमीटर सीवर लाईन डालें। साथ ही लाईन के नीचे बेसमेंट भी पक्का बनाएं। टाटा कंपनी द्वारा 24 घंटे 7 दिन पेयजल सप्लाई की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देष दिए कि 10 दिवस में इनका कार्य प्रगति में नहीं दिखता है तो इनको तत्काल हटाते हुए दूसरा टेण्डर लगाएं। जिससे कार्य समय सीमा में होकर नगर वासियों को पेयजल उपलब्ध हो सके। पीएम आवास की समीक्षा करते हुए उन्होंने आवासों में जो कमियां रह गई है उनको तत्काल दूर कर हितग्राहियों को प्रदान करें। उन्होंने निगम में पदस्थ समस्त सहायक आयुक्तों के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देष दिए कि इनको कार्यालय में न बैठाकर फील्ड में कार्य कराएं। जिससे निर्माण कार्यों की प्रगति दिख सके। उन्होंने कचरा ट्रीटमेंट प्लांट की समीक्षा करते हुए निर्देष दिए कि कचरा गाड़ियों में गीला एवं सूखा कचरा प्रथक-प्रथक रखा जाए एवं इनके उपर ढक्कन लगाए जाएं। कचरा प्लांट की प्रषंसा की।  

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जय किसान फसल ऋण माफी योजना के द्वितीय चरण का शुभारंभ 1840 किसानों के सवा 13 करोड़ रूपये के ऋण माफ

जय किसान फसल ऋण माफी योजना के
द्वितीय चरण का शुभारंभ 1840 किसानों के सवा 13 करोड़ रूपये के ऋण माफ
#कृषि मंत्री श्री सचिन यादव के मुख्य आतिथ्य और राजस्व मंत्री श्री राजपूत की अध्यक्षता में संपन्न हुआ कार्यक्रम
सागर । प्रदेष के किसान कल्याण तथा कृषि विकास व उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण मंत्री  सचिन यादव के मुख्य आतिथ्य और राजस्व एवं परिवहन मंत्री  गोविन्द सिंह राजपूत की अध्यक्षता में राहतगढ़ कृषि उपज मण्डी में आयोजित कार्यक्रम में सागर जिले में जय किसान फसल ऋण माफी योजना, किसान सम्मान समारोह के द्वितीय चरण का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम में मंच से अतिथियों द्वारा 12 किसानों को किसान सम्मान पत्र दिए गए और उनका कर्ज माफ किया गया। द्वितीय चरण में राहतगढ़ तहसील के 1840 किसानों के 13 करोड़ 27 लाख रूपये के ऋण माफ किए गए। द्वितीय चरण में सागर जिले के कुल 22 हजार किसानों के 158 करोड़ 60 लाख रूपये के कर्ज माफ किए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि फसल ऋण माफी के प्रथम चरण में जिले के 50 हजार 886 किसानों के 156 करोड़ 21 लाख रूपये के ऋण माफ किए गए थे। इनमें राहतगढ़ तहसील के 4332 किसानों के 11 करोड़ 72 लाख रूपये फसल ऋण शामिल थे।
कृषि मंत्री श्री सचिन यादव ने अपना उदबोधन जय जवान जय किसान के नारे के साथ शुरू किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक साल की अवधि में जनता से जो वादे किए थे उनमें से 365 वचनों को पूर्ण किया है। जबकि सरकार को साढ़े नौ माह का समय कार्य करने को मिला है। आगामी 4 सालों में किसानों और लोगों की उम्मीदों एवं आकांक्षाओं को पूरा किया जाएगा। किसानों के बिजली बिल को आधा किया गया है। प्रदेष में जय किसान फसल ऋण माफी योजना के प्रथम चरण में 20 लाख 22 हजार किसानां के 7154 करोड़ रूपये के ऋण माफ किए गए थे। द्वितीय चरण में 50 हजार से 1 लाख तक के फसल ऋण माफ किए जा रहे है।
मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार अपने वादे पर खरी उतरी है। उन्होंने कहा कि किसान भाई गौ-आधारित कृषि को अपनाएं। इससे कृषि की लागत में कमी आएगी और किसान को फायदा होगा। 
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि सरकार ने जनता से जो वादे किए थे उन वचनों को पूरा कर रही है। सागर जिले में जय किसान फसल ऋण माफी योजना के द्वितीय चरण की शुरूआज आज राहतगढ़ से हो रही है। यहां के किसानों के लिए खुषी का दिन है कि उनके 50 हजार से लेकर 1 लाख तक चालू खातों के फसल ऋण माफ किए जा रहे है। राहतगढ़ तहसील के द्वितीय चरण में 1840 किसानों के 13 करोड़ 27 लाख रूपये के फसल ऋण माफ कर दिए गए है। इन खातों में राषि डाल दी गई है। जबकि प्रथम चरण में राहतगढ़ के 4332 किसानों के 11 करोड़ 72 ऋण माफ किए गए थे। इसी प्रकार 6 हजार 172 किसानों को 24 करोड़ 99 लाख रूपये के ऋण माफ किए गए है। उन्होंने कहा कि जिन किसानों के फसल ऋण माफ किए है उनकी सूची पंचायत भवन में चस्पा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा किसानों को उपयोगी कृषि यंत्र सब्सिडी पर दिए जा रहे इस योजना का लाभ उठायें। प्रत्येक पंचायत भवन में मंगल भवन बनाए जाएंगे। जिससे लोगों को शादी विवाह, मांगलिक कार्यों के लिए दिक्कत न हो।
राहतगढ़ वाटरफॉल को विकसित करने के लिए सभी जरूरी विकास कार्य कराएं जाएंगे और इसमें धनराषि की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना में केन्द्र सरकार का अंषदान 60 प्रतिषत और राज्य सरकार का अंषदान 40 प्रतिषत बैठता है। परंतु भूमि आदि की कीमत जोड़ी जाए तो राज्य सरकार का अंषदान अधिक होगा। बारी-बारी से सभी को आवास मिलेंगे।
मंच से 12 किसानों को किसान सम्मान पत्र दिए
कार्यक्रम में अतिथियों ने 12 किसानों को मंच से किसान सम्मान पत्र दिए उमलेष यादव फसल ऋण माफी राषि 89198, श्री पुष्पेन्द्र राजपूत फसल ऋण माफी राषि 95626, अतर सिंह फसल ऋण माफी राषि 93939, कुदक अहिरवार फसल ऋण माफी राषि 52830, हल्कइ साहू फसल ऋण माफी राषि 99539, हरनाम साहू फसल ऋण माफी राषि 91841, लक्ष्मन फसल ऋण माफी राषि 95480, रहीम खान   फसल ऋण माफी राषि 98773, कृष्णा बाई फसल ऋण माफी राषि 61890, महताब फसल ऋण माफी राषि 99359, हरी राम फसल ऋण माफी राषि 53030 और मुन्ना लाल साहू फसल ऋण माफी राषि 60730 रूपये शामिल है। कार्यक्रम के प्रारंभ में कृषि उप संचालक श्री एके नेमा ने बताया कि जय किसान फसल ऋण माफी द्वितीय चरण के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर श्री हीरासिंह राजपूत, कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक, जिला पंचायत सीईओ श्री सीएस शुक्ला, श्री शैलेन्द्र श्रीवास्तव, श्री प्रहलाद पटैल, श्री गोविन्द सिंह, श्री रामकुमार, श्री गुलाब सिंह सहित बड़ी संख्या में किसान भाई और ग्रामीणजन मौजूद थे।

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कांग्रेसजनों ने नगरीय विकास एवं आवास उपसचिव को सौंपा ज्ञापन ,नगर निगम की आवास योजनाओं के आवंटन में हुए भ्रष्टाचार, अनियमितताओं को लेकर

कांग्रेसजनों ने नगरीय विकास एवं आवास उपसचिव  को सौंपा ज्ञापन ,नगर निगम की आवास योजनाओं के आवंटन में हुए भ्रष्टाचार, अनियमितताओं को लेकर
सागर।नगर पालिक निगम सागर में संचालित आवास योजनायें-आई.एच.एस.डी.पी. आवास, राजीव आवास, प्रधानमंत्री आवास (बीएलसी घटक) आदि अन्य योजनाओं के आवंटन में बरती गई अनियमितताओं की जांच कर दोषियों पर कठोर कार्यवाही की मांग को लेकर कांग्रेसजनों ने सागर प्रवास पर आए श्री मनीष सिंह उपसचिव नगरीय विकास एवं आवास विभाग म.प्र. को स्थानीय संभाग कमिश्नर कार्यालय परिसर में युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अशरफ खान की अगुवाई में ज्ञापन सौंपा। सौंपे ज्ञापन में युवा कांग्रेस अध्यक्ष अशरफ खान ने कहा कि नगर निगम सागर में सांठगांठ एवं मिलीभगत के चलते शासन के नियम निर्देशों को बलाए ताक रखकर आवासों का आवंटन का गोरखधंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। नगर निगम में संचालित आवास योजनायें-आई.एच.एस.डी.पी. आवास, राजीव आवास, प्रधानमंत्री आवास (बीएलसी घटक) आदि अन्य योजनाओं के आवंटन में गंभीर अनियमिततायें बरती जाकर अपात्रों को आवास योजना का लाभ दिया जा रहा है। श्री खान ने कहा कि नगर निगम में भ्रष्टाचार के बोलबाला के चलते एक ओर जहां पात्र हितग्राहियों को आवास योजना के लाभ देने के नाम पर सिर्फ और सिर्फ नगर निगम के चक्कर लगवाए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर अपात्र आवास योजना का लाभ सांठगांठ से लेने में सफल हो रहे हैं जिसे किसी भी सूरत में युवा कांग्रेस बरदास्त नहीं करेगी। सौंपे ज्ञापन में मांग की गई कि नगर निगम में संचालित आई.एच.एस.डी.पी. आवास, राजीव आवास, प्रधानमंत्री आवास (बीएलसी घटक) आदि आवास योजनाओं के आवंटन में हुए भ्रष्टाचार/अनियमितताओं की यथाशीघ्र जांच निष्पक्ष एजेन्सी से कराकर दोषियों पर कठोर कार्यवाही की जावे जिस पर श्री मनीष सिंह उपसचिव नगरीय विकास एवं आवास विभाग म.प्र. शासन ने जांच कराकर कार्यवाही करने की बात कही। ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से युवा कांग्रेस अध्यक्ष अशरफ खान के साथ देवेन्द्र कुर्मी, एड. कमलेश ठाकुर, अबरार सौदागर, वीरेन्द्र चौधरी, जयदीप तिवारी, सुरेन्द्र करोसिया, रोहित वर्मा, एड. अंबुज चौहान, एड. अनिरुद्ध सिंह, संदीप चौधरी, संजय रोहिदास, निशांत आठिया, अभिषेक पाण्डेय, अफजल खान, सुनील कुमार, ब्रजलाल अहिरवार आदि कांग्रेसजन मौजूद थे।
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मध्यांचल बैंक और कियोस्क बैंक आदि में चोरी करने वाला चोर गैंग पकड़ाया,करीब पाँच लाख की बरामदगी

मध्यांचल बैंक और कियोस्क बैंक आदि में चोरी करने वाला चोर गैंग पकड़ाया,करीब पाँच लाख की बरामदगी
सागर । सागर शहर में मध्यांचल बैंक और कियोस्क बैंक सहित मकानों में  चोरी करने वाला चोर गैंग को मोतीनगर थाना पुलिस ने पकड़ने सफलता पाई है । पकड़े गए चार चोरों से  करीब पाँच लाख  रुपये  के सोने चांदी के जेवर और नगद रुपये बरामद किए है। इनके पास से गैस कटर और सिलेंडर भी बरामद किया है । यह गिरोह  बैंक /एटीएम में चोरी करने की वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।
Asp राजेश व्यास ने बताया कि  चोरियों को लेकर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी के मार्गदर्शन में इनको पकड़ने अभियान चलाया जा रहा है । मोतीनगर थाना पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली । पुलिस  को सूचना मिली कि इस क्षेत्र के कुछ लड़कों की  जीवन शैली में बदलाव आया है ।  सुख सुविधा भोगने लगे । गाड़ी खरीदी और रुपये खर्च करने लगे । इस आधार पर जब छानबीन हुई तो चार चोरियों का खुलाशा हुआ। इनसे और भी अन्य वारदातों का पता चला है। इन्होंने बड़ा बाजार क्षेत्र के एक  कियोस्क बैंक और आईटीआई के सामने मध्यांचल ग्रामीण बैंक से चोरी की थी। दो अन्यक मकानों में चोरी करना स्वीकारा है। आसपास के जिलों में भी चोरी की वारदातों को लेकर इतला की गई है।
पुलिस प्रेस नोट के मुताबिक पुलिस अधीक्षक  अमित सांघी के मार्गदर्शन में, अति पुलिस अधीक्षकसागर रएजेश व्यास के दिशा निर्देश में नगर पुलिस अधीक्षक श्री आर.डी. भारद्वाज के निर्देशन मेंटीम गठित की गई थी। टीम में थाना प्रभारी मोतीनगर संगीता सिंह, उनि महेन्द्र भदौरिया उनि जितेंद्र सोनी सजनि अजय इक्का, ससनि भारद्वाज, राजनि बलराम कारी, आर० 78 देवीदीन,आरक्षक आर. 730 बजेश शर्मा, आर.265 अमित आर. 1005 रविन्द्र, आर. 774 मिथलेश की गठितकी गई। 
जो टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर संदेही आरोपीगणों को अभिरक्षा में लेकर थाना मोतीनगर में हुई चोरियों के संबंध में पूछताछ करने पर थाना मोतीनगर क्षेत्रकी बैंक चोरीब दो मकान चोरी की घटनाओं को करना स्वीकार किया। 
यह हुआ बरामद
थाना मोतीनगर की कुल4 चोरियों का खुलासा हुआ। जो उक्त आरोभियान के करने से नगद 188000रू करीब 150000रू केसोने चांदी के जेवरात एवं दो मोटर साइकिल कीमती करीबन 75CCORP एक सीपीयू कीमती 618455
का बरामद किया गया है। कुल मशरूका करीबन 5 लाख रूपये का जप्त किया गया है। 
आरोपियों के द्वारा बेगमगंज से चोरी किये गये दो गैस कटर, दो गैस सिलेण्डर भी बरामद किये गयेहैं। आरोपीगणों द्वारा पूछताछ पर उक्त गैस कटर व सिलेण्डर से एटीएम काटने जैसी बड़ी वारदातकरने का प्लान होना बताया है। आरोपीगणों से पूछताछ पर अन्य थाना क्षेत्रों की चोरियों के संबंध मेंभी पता होना चला है। आरोपीगणों से मंदिर चोरी के सम्बन्ध में भी पूछताछ  की जा रही है।
इनकी भूमिका रही महत्वपूर्ण
उक्त कार्यवाही में उनि महेन्द्र भदौरिया, उनि जितेन्द्र सोनी, सनि अजय इक्का, भारद्वाज, सउनि बलराम छारी, प्र०आर०  देवीदीन, आरक्षक आर,  बजेश शर्मा आर. अमित, आर  रविन्द, आर. मिथलेश का विशेष योगदान रहा है। उक्त टीम को पुलिस अधीक्षक  के द्वारा पुरूस्कृत किया जायेगा।
चोर गैंग के आरोपियों की सूची-
01 प्रकाश विश्वकर्मा पिता नेतराम विश्वकर्मा उम21 साल निवासी शीतला माता मंदिर के
पास संतकबीर वार्ड थाना मोतीनगर जिला सागर
2। दीपक ठाकुर पिता लल्लू ठाकुर उम 19 साल निवासी शीतला माता मंदिर के पास
सुवेदार वार्ड थाना मोतीनगर जिला सागर
3। प्रियांशु पिता लक्ष्मीनारायण कोष्ठी उम 19 साल निवासी महरयाईसंतकबीर वार्ड थाना
मोतीनगर जिला सागर
O4 कमलेश पिता हरीराम साहू उस 19 साल निवासी पंथनगर वार्ड सागर।
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बसन्त पंचमी: माँ सरस्वती देवी का एकमात्र एकल प्रतिमा वाले मंदिर में होंगे अनेक आयोजन

बसन्त पंचमी: माँ सरस्वती देवी का एकमात्र एकल प्रतिमा वाले मंदिर में होंगे अनेक आयोजन
सागर। बसंत पंचमी पर बुंदेलखंड अंचल के एक मात्र माँ सरस्वती जी की एकल प्रतिमा वाले उत्तरमुखी मंदिर में दर्शन करने श्रद्धालुओं की कल भीड़ उमड़ेगी। सागर शहर के इतवारा बाज़ार में सरस्वती जी का पुराना मंदिर बना हुआ है। करीब 50 साल पहले में मा सरस्वती की  संगमरमर की मूर्ति की स्थापना की गई थी । बसंतपंचमी महोत्सव पर दिनभर अनेक  आयोजन  किये जायेंगे। इस मौके पर आकर्षक सजावट मंदिर की गई है ।इस मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित  यशोवर्धन चोबे ने बताया कि सन 1962 में बरिया का पेड़ और चोरेश्वर महादेव की स्थापना हुई थी । फिर सन 1971 में बसन्त पंचमी पर सांसद मनिभाई पटेल के सहयोग से संगमरमर की प्रतिमा स्थापित की गई । मा सरस्वती ज्ञान की देवी है और उत्तर दिशा की अधिस्ठात्री है । इस कारण यहां मूर्ति की उत्तर मुखी स्थापना की गई ।एकल उत्तरमुखी की प्रतिमा का यह एकमात्र मंदिर है । इस मंदिर में नवरात्रि पर मा दुर्गा भी विराजमान होती है ।
 बसन्त पंचमी पर मा सरस्वती के जन्मोत्सव के साथ 14 संस्कारो को सम्पन्न  कराया जाएंगे।इसी दिन श्रद्धालु बहीखातों के साथ पुस्तको और कलम दवात की भी पूजा कराई जाएगी।हिन्दू परम्पराओं में इस दिन का बड़ा महत्व है ।  अनेक कार्यक्रम इस मोके पर आयोजित किये गए  है । सुबह 5 बजे अभिषेक पूजन के साथ कार्यकम शुरू होंगे।
उन्होंने कहा कि  विद्यार्थियों के लिए निशुल्क स्लेट पेंसिल अक्षर आरंभ के लिए दी जाती है और वर्ण विन्यास के लिए शहद के द्वारा जीभ  की  अग्रभाग पर ओम बनाया जाता है । जिन्होंने सरस्वती लेखनी के कार्य में आने वाली पीढ़ी और वर्तमान पीढ़ीब के लिए कुछ किया है उनको सरस्वती आशीर्वाद रूप सम्मान किया जाता है।
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एयर मार्शल शशिकर चौधरी को अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया

एयर मार्शल शशिकर चौधरी को अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया

एयर मार्शल शशिकर चौधरी विशिष्ट सेवा मेडल एयर अफसर कमांडिंग-इन-चीफअनुरक्षण कमान भारतीय वायु सेना को गणतंत्र दिवस पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा 35 वर्षोंकी असाधारण सेवा के लिए "अति विशिष्ट सेवा मेडल' से सम्मानित किया गया।एयर मार्शल शशिकर चौधरी ने अनुरक्षण कमान के एयर अफसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूपमें 01 जनवरी 2020 को पदभार ग्रहण किया है।


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वसंत साहित्य उत्सव लेखकों का समागम ,माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि में दो दिवसीय लिटरेचर फेस्टिवल


वसंत साहित्य उत्सव  लेखकों का समागम ,माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि में दो दिवसीय लिटरेचर फेस्टिवल
भोपाल।माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय द्वारा पूर्वविद्यार्थियों एवं प्रतिष्ठित लेखकों की कृतियों पर केंद्रित 'वसंत साहित्य उत्सव' (एमसीयू लिटरेचर
फेस्टिवल) का आज 29 जनवरी को शुभारंभ होगा। दो दिवसीय इस साहित्य समागम में देश के वरिष्ठपत्रकार, प्रसिद्ध साहित्कार एवं विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी भाग लेंगे।कार्यक्रम में विभिन्न विषयोंपर केंद्रित 34 पुस्तकों, कविता संग्रह, उपन्यास आदि पर चार समानान्तर सत्रों में चर्चा होगी। इसअवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन, संदेशों पर केंद्रित पोस्टर प्रदर्शनी भी लगेगी।
विद्यार्थियों के सृजनात्मक उपलब्धियों से जुड़े इस कार्यक्रम का उद्घाटन सुबह 10:30 बजे
विश्वविद्यालय के राधेश्याम शर्मा विमर्श सदन में होगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि लेखक एवं वरिष्ठसाहित्यकार श्री मधुकर उपाध्याय होंगे। विशिष्ट अतिथि राज्य सूचना आयुक्त श्री विजय मनोहरतिवारी एवं इंडियन एक्सप्रेस के वरिष्ठ संपादक श्री श्यामलाल यादव होंगे। उद्धघाटन सत्र कीअध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति श्री दीपक तिवारी करेंगे।
वसंत साहित्य उत्सव में पहले दिन अलग-अलग सत्र आयोजित होंगे। दूसरे दिन समापन सत्र के
अतिरिक्त- तीन अलग-अलग सत्रों में पुस्तकों पर चर्चा होगी। इन सत्रों में लेखक पुस्तक के संबंध मेंविचार रखेंगे एवं इसके बाद पुस्तक पर चर्चा होगी एवं सत्र में प्रश्नोतर भी होंगे। इस आयोजन हेतुविश्वविद्यालय ने पूर्व विद्यार्थियों एवं लेखकों से ऑनलाइन इंट्री आमंत्रित की थी।
वसंत साहित्य उत्सव का समापन 30 जनवरी को दोपहर दो बजे होगा। द वायर के संपादक
और वरिष्ठ पत्रकार श्री सिद्धार्थ वरदराजन समापन सत्र के मुख्य अतिथि होंगे। जनसंपर्क विभाग केप्रमुख सचिव श्री संजय कुमार शुक्ला विशिष्ट अतिथि होंगे। विश्वविद्यालय अपने 30वें वर्ष को उत्कृष्टतावर्ष के रुप में मना रहा है, इसी क्रम में यह साहित्य उत्सव हो रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा पूर्वविद्यार्थियों की रचनात्मक उपलब्धियों को प्रोत्साहित करने के लिए पहली बार यह एकाग्र आयोजनकिया जा रहा है।
इनकी पुस्तकों पर होगी चर्चा :
 वरिष्ठ पत्रकार श्यामलाल यादव की पत्रकारिता परआधारित 'जर्नलिस्ट श्रू आरटीआई', सुश्री प्रियंका दुबे की पत्रकारिता पर 'नो नेशन फॉर वुमेन', श्रीमनोज द्विवेदी की जनसंपर्क विषय पर 'जनसंपर्क :बदलते आयाम', डॉ. संजीव गुप्ता की पर्यटन विषयपर पुस्तक 'पर्यटन लेखन', श्री सचिन कुमार जैन की संविधान पर 'भारतीय संविधान की विकासगाथा', श्री हेमेन्द्र शर्मा के उपन्यास 'सेहला मसूद : द मर्डर देट शॉक द नेशन', वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेशसिरोठिया की पत्रकारिता पर केंद्रित 'खबर नवीसी आपबीती आंखों-देखी', श्री विजय मनोहर तिवारी
के साहित्यिक उपन्यास 'भारत की खोज में मेरे पांच साल', डॉ.दीपक राय की 'सोशल मीडिया,
राजनीति और समाज', श्री अनुज खरे के व्यंग्य संग्रह 'बातें बेमतलब', श्री पीयूष बबेले के साहित्यिकउपन्यास 'नेहरु : मिथक और सत्य', श्री दयाशंकर मिश्र की 'जीवन संवाद: डिप्रेशन और आत्महत्या केविरुद्ध', श्री ब्रजेश राजपूत की राजनीतिक गतिविधियों पर केंद्रित पुस्तक 'चुनाव है बदलाव का', श्रीअखिलेश्वर पाण्डेय के काव्य संग्रह 'पानी उदास है', श्री कृष्णकांत शुक्ल की पुस्तक 'वचनबद्धमध्यप्रदेश', श्री हिमांशु द्विवेदी के आलेख संग्रह 'अलाव', श्री अनुराग ठेंगुला के यात्रा वृतांत 'सागर से
झील तक', श्री विनय त्रिपाठी के काव्य संग्रह 'आ जाएगा कोई साथ', श्री पुष्यमित्र के उपन्यास 'जबनल का दाग मिटा:चम्पारण 1917', वरिष्ठ पत्रकार श्री सतीश एलिया के व्यंग्य 'अन्नं ब्रम्हं', श्रीआशुतोष नाडकर के साहित्यिक उपन्यास 'शकुनि: पासों का महारथी', श्री बरुण सखाजी श्रीवास्तव की
'परलोक में सैटेलाइट', श्री सुदर्शन व्यास के काव्य संग्रह 'रिश्तों की बूंदें', सुश्री श्रुति कुशवाहा के काव्यसंग्रह 'कशमकश', श्री विवेक मृदुल के काव्य संग्रह 'सृजन पथ', श्री दीपक पगारे के काव्य संग्रह 'लौटेगीनदी एक दिन', श्री आदित्य श्रीवास्तव के काव्य संग्रह 'तुम ही मैं हूं', अंकुर जैन के प्रेरक साहित्य 'येहौंसला कैसे झुके', डॉ. विष्णु राजगढ़िया की 'सूचना का अधिकार : व्यावहारिक मार्गदर्शिका', श्रीअभिषेक खरे की 'कैरियर समाधान', श्री देवेश पाण्डे की 'आज के दौर की मीडिया',सुश्री प्रीति शर्माजैन की पुस्तक 'सशक्त अभिभावक, सफल बच्चे', श्री सोमिल जैन के उपन्यास 'उड़ान एक परिंदे की', श्री
कुंवर इंद्रजीत सिंह के उपन्यास 'ड्रीम गर्ल' पर समान्तर सत्रों में चर्चा होगी।
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