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गौवंश से भरा ट्रक पकड़ाया, 50 से अधिक की जान बची, गौ रक्षा कमांडो फोर्स ने

गौवंश से भरा ट्रक पकड़ाया, 50 से अधिक की जान बची, गौ रक्षा कमांडो फोर्स ने
सागर। सागर जिले में गौ तस्करी चरम पर है। बड़े पैमाने पर सागर के आसपास के जंगलों से बड़ी मात्रा में गोवंश के उद्देश्य से रातो रात गायों को इकठ्ठा कर शहरों से बाहर दूसरे राज्यों में भेजा जाता है। देर रात धर्म रक्षा संगठन को मुखबिर से सूचना मिली कि एक कंटेनर में गोवंश से भरा ट्रक कटने की लिए महाराष्ट्र की ओर जा रहा है, जिस पर धर्म रक्षा संगठन ने ट्रक का पीछा किया। चितौरा टोल नाका के पहले ट्रक को रोकने की कोशिश की गई। ट्रक ड्राइवर रहे आरोपी ने तेज ट्रक चलाकर गाड़ी एक जगह खड़ी कर दी और वह मौके से भाग खड़ा हुआ। जैसे ही धर्म रक्षा संगठन की टीम मौके पर पहुंचे तो देखने पर गाड़ी में कोई मौजूद नहीं था। गाड़ी के अंदर देखा तो उसमें बड़ी ही क्रूरता पूर्वक 50 से 55 गायों को एक के ऊपर एक दवा पाया। मामले की जानकारी सुरखी पुलिस थाना को दी गई। 
सुरखी थाना प्रभारी आनन्द राज ने बताया कि सूचना पर पलिस मौके पर पहुची। गायों को सुरक्षित दयोदय गोशाला में पहुचाया। पुलिस ने मामला  दर्ज कर लिया है । आरोपी चालक फरार हो गया। जिसमे दो गाय मृत पाई गई।
 गॉ रक्षा कमांडो फ़ोर्स के प्रदेशाध्यक्ष सूरज सोनी ने कहा कि   गौ भक्तों ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है ।साथ ही ट्रक को राजसात करने की मांग की है। धर्म रक्षा संगठन के बताए अनुसार सागर जिले में 1 महीने के अंदर यह चौथी घटना है जहाँ गौ वंश से भरा ट्रक पकड़ा गया है। जहां एक और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश में गौशाला बनवा रहे हैं वही कसाई पूरे प्रदेश से गायों का सफाया करने में लिए लगे हुए हैं। अगर गायों की ऐसे ही तस्करी होती रही तो तो फिर गौशाला किस काम की। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
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सागर की जेल, रहली में 112 रोटियां बाहर ले जाने वाला जेल प्रहरी निलंबित,सागर में पिटाई के विरोध में ज्ञापन

सागर की जेल, रहली में 112 रोटियां बाहर ले जाने वाला जेल प्रहरी निलंबित,सागर में पिटाई के  विरोध में ज्ञापन
सागर। सागर जिले में जेलों में सब कुछ ठीक नही चल रहा है। दो मामले ऐसे आये है जिनमे जेल प्रसाशन की भूमिका संदेह के घेरे में  है। सागर जिले की रहली जेल  में अवैध तरीके से बाहर रोटियां पहुचाने वाएल जेल प्रहरी निलंबित हो गया। प्रहरी ने  प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया है। वही सागर जेल में दो कैदियों की पिटाई का मामला सामने आया है । जिसके विरोध और जांच को लेकर ज्ञापन दिया गया।
112 रोटियों की कहानी रहली जेल की
 सागर जिले की उप जेल में पदस्थ एक प्रहरी को अजीबोगरीब आदेश को लेकर  किया गया निलंबन चर्चाओं में है आदेश ऐसा जिसे सुनकर लोग अचंभित भी हो सकते हैं इसमें एक जेल अधीक्षक के द्वारा प्रभारी पर जेल की रोटियां ले जाने का प्रतिवेदन एसडीएम को दिया ।जिसके बाद जेल पहरी को निलंबित कर दिया गया इस तरह का शायद यह पहला मामला होगा कि जब किसी जेल पहरी को जेल की रोटियां बाहर ले जाने के मामले में निलंबित किया गया है ।इसको लेकर केंद्रीय जेल सागर के अधीक्षक संतोष सोलंकी का कहना है कि इसको लेकर जेल अधीक्षक संतोष सोलंकी का कहना है कि सब जेल अधीक्षक द्वारा रिपोर्ट दर्ज की गई थी कि वहां के एक जेल पहरी द्वारा रोटी सहित कुछ अन्य सामग्री सप्लाई की जा रही है जिस पर एसडीएम ने जांच करते हुए जेल पहरी को प्रथम दृष्टया दोषी पाया और निलंबित कर दिया ।इसको लेकर निलंबित हुए राजभान का आरोप है कि रहली उप जेल मैं चल रही अव्यवस्था  को लेकर उन्होंने एसडीएम से शिकायत की थी ।जिसके बाद उन्हें टारगेट किया गया और 112 रोटी बाहर ले जाने का आरोप लगाया और जांच के बाद एसडीएम ने एक  पक्षिय कार्यवाही करते हुए निलंबित कर दिया । इसको लेकर मेरी पत्नी कोर्ट में जा रही है। इसके साथ एक वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमे रहली जेल में जेलर के कहने पर पिटाई करने की बात सामने आई है।
सागर जेल में पिटाई ,विरोध में ज्ञापन

केंद्रीय जेल सागर में पिछले दिनों दो बंदियों आकाश खटीक और आकाश रैकवार के साथ जेलर नागेंद्र चोधरी पर मारपीट करने का आरोप है। पीड़ितों ने cjm कोर्ट में आवेदन दिया था। जिस पर गोपालगंज थाना पुलिस ने मुलाहजा कराया है । इसमे जेल अधीक्षक संतोष सोलंकी के अनुसार कोर्ट ने प्रतिवेदन मांगा है। इसमे एक पर पेरोल के दौरान बंदियों से मारपीट के आरोप भी है।
उधर पिटाई को लेकर हिन्दू महाकाल संगठन ने आज कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन दिया । जिसमें पिटाई की घटना की  जांच कराने की मांग की गई। ज्ञापन में जेलर नागेंद्र चोधरी और कैदियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग की गई है। ज्ञापन देने वालो में भाजपा युवा मोर्चा के अर्पित पांडे,मोनू जैन और शालीन सिंह आदि शामिल है।


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आंदोलन:डॉ गौर विवि में भ्रष्टाचार मिटाना है,गौर साहब की धरोहर बचाना है

आंदोलन:डॉ गौर विवि में भ्रष्टाचार मिटाना है,गौर साहब की धरोहर बचाना है
सागर । डॉ हरीसिंह गौर केंद्रीय विवि सागर में  भ्रष्टाचार और अनियमितताओ को लेकर  एक  बैठक हुई  समाजवादी व गांधीवादी विचारक रघु ठाकुर सहित शहर के कई सामाजिक व सांगठनिक कार्यकर्ता तथा बुद्धिजीवी शामिल हुए। परिचर्चा को संबोधित करते हुए रघु भाई ने कहा कि केन्द्रीय विवि बनवाने के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी गई और लंबे प्रयासों के बाद गौर साहब की विरासत को केन्द्रीय विवि का दर्जा मिला। यह इसलिए नहीं किया गया था कि यहां भ्रष्टाचार का खेल हो और मनमाने निर्णय लिये जायें व कर्मचारियों को परेशान किया जाय। हम सब यही चाहते रहे हैं कि सागर विवि का नाम दुनिया भर में हो, लेकिन आज आप लोगों से कुछ और ही सुनने को मिल रहा है। हमारा सहयोग आप लोगों के साथ है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की लड़ाई व आप सब के संघर्ष में सदैव साथ खड़ा रहूंगा।  इस सम्मेलन के संयोजक विवि कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संदीप बाल्मीकि ने शहरवासियों से अपील की थी कि विवि में भ्रष्टाचार और अनियमितता का बोलबाला है । सबको जुटकर विमर्श के द्वारा हल निकालने की जरूरत है। इस दौरान कई वक्ताओं ने अपनी बात रखी। वर्तमान विवि प्रशासन को भ्रष्टाचारी व अराजक ठहराते हुए गौर साहब की विरासत पर धब्बा बताया गया। 
मोर्चा का गठन
इस आयोजन में 'विवि बचााओ मोर्चा' का गठन किया गया। 11 सदस्यीय मोर्चे में अखिलेश केशरवानी को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। आरोप पत्र तैयार करने हेतु दो कमेटियों का गठन किया गया है। तैयार आरोप पत्र को विवि प्रशासन से लेकर राज्य व केन्द्र सरकार को भेजकर आरोपों की जांच करने व कार्यवाही करने की मांग की जायेगी। 
   इस आयोजन में सीसीआई के रामावतार शर्मा, सुरेन्द्र सुहाने, बद्री प्रसाद,पप्पू गुप्ता अकलेश केशरवानी , सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे,प्रकाश चौवे ,केवलचंद जैन  रफीक गनी अरविन्द भट्ट,कपिल पचौरी गौरव राजपूत अशोक मिश्रा जयंत जैन ,डॉ विंनोद तिवारी,सहित बड़ी संख्या में शहर के नागरिक व विवि के कर्मचारी शामिल हुए। कार्यक्रम के अंत में गौर अध्ययन केन्द्र से तीन बत्ती स्थित गौर मूर्ति तक पैदल मार्च निकालते हुए भ्रष्टाचार मिटाना है-गौर साहब की धरोहर बचाना है, गौर साहब जिंदाबाद आदि शब्दों के सा नारेबाजी की गई व गौर साहब की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की गई
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डॉ गौर विवि में भ्रष्टाचार मिटाना है,गौर साहब की धरोहर बचाना है

डॉ गौर विवि में भ्रष्टाचार मिटाना है,गौर साहब की धरोहर बचाना है
सागर । डॉ हरीसिंह गौर केंद्रीय विवि सागर में  भ्रष्टाचार और अनियमितताओ को लेकर  एक  बैठक हुई  समाजवादी व गांधीवादी विचारक रघु ठाकुर सहित शहर के कई सामाजिक व सांगठनिक कार्यकर्ता तथा बुद्धिजीवी शामिल हुए। परिचर्चा को संबोधित करते हुए रघु भाई ने कहा कि केन्द्रीय विवि बनवाने के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी गई और लंबे प्रयासों के बाद गौर साहब की विरासत को केन्द्रीय विवि का दर्जा मिला। यह इसलिए नहीं किया गया था कि यहां भ्रष्टाचार का खेल हो और मनमाने निर्णय लिये जायें व कर्मचारियों को परेशान किया जाय। हम सब यही चाहते रहे हैं कि सागर विवि का नाम दुनिया भर में हो, लेकिन आज आप लोगों से कुछ और ही सुनने को मिल रहा है। हमारा सहयोग आप लोगों के साथ है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की लड़ाई व आप सब के संघर्ष में सदैव साथ खड़ा रहूंगा।  इस सम्मेलन के संयोजक विवि कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संदीप बाल्मीकि ने शहरवासियों से अपील की थी कि विवि में भ्रष्टाचार और अनियमितता का बोलबाला है । सबको जुटकर विमर्श के द्वारा हल निकालने की जरूरत है। इस दौरान कई वक्ताओं ने अपनी बात रखी। वर्तमान विवि प्रशासन को भ्रष्टाचारी व अराजक ठहराते हुए गौर साहब की विरासत पर धब्बा बताया गया। 
मोर्चा का गठन
इस आयोजन में 'विवि बचााओ मोर्चा' का गठन किया गया। 11 सदस्यीय मोर्चे में अखिलेश केशरवानी को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। आरोप पत्र तैयार करने हेतु दो कमेटियों का गठन किया गया है। तैयार आरोप पत्र को विवि प्रशासन से लेकर राज्य व केन्द्र सरकार को भेजकर आरोपों की जांच करने व कार्यवाही करने की मांग की जायेगी। 
   इस आयोजन में सीसीआई के रामावतार शर्मा, सुरेन्द्र सुहाने, बद्री प्रसाद,पप्पू गुप्ता अकलेश केशरवानी अओमप्रकाश चौवे केवलचंद जैन  रफीक गनी अरविन्द भट्ट,कपिल पचौरी गौरव राजपूत अशोक मिश्रा जयंत जैन सहित बड़ी संख्या में शहर के नागरिक व विवि के कर्मचारी शामिल हुए। कार्यक्रम के अंत में गौर अध्ययन केन्द्र से तीन बत्ती स्थित गौर मूर्ति तक पैदल मार्च निकालते हुए भ्रष्टाचार मिटाना है-गौर साहब की धरोहर बचाना है, गौर साहब जिंदाबाद आदि शब्दों के सा नारेबाजी की गई व गौर साहब की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की गई
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डॉ गौर विवि में भ्रष्टाचार मिटाना है,गौर साहब की धरोहर बचाना है

डॉ गौर विवि में भ्रष्टाचार मिटाना है,गौर साहब की धरोहर बचाना है
सागर । डॉ हरीसिंह गौर केंद्रीय विवि सागर में  भ्रष्टाचार और अनियमितताओ को लेकर  एक  बैठक हुई  समाजवादी व गांधीवादी विचारक रघु ठाकुर सहित शहर के कई सामाजिक व सांगठनिक कार्यकर्ता तथा बुद्धिजीवी शामिल हुए। परिचर्चा को संबोधित करते हुए रघु भाई ने कहा कि केन्द्रीय विवि बनवाने के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी गई और लंबे प्रयासों के बाद गौर साहब की विरासत को केन्द्रीय विवि का दर्जा मिला। यह इसलिए नहीं किया गया था कि यहां भ्रष्टाचार का खेल हो और मनमाने निर्णय लिये जायें व कर्मचारियों को परेशान किया जाय। हम सब यही चाहते रहे हैं कि सागर विवि का नाम दुनिया भर में हो, लेकिन आज आप लोगों से कुछ और ही सुनने को मिल रहा है। हमारा सहयोग आप लोगों के साथ है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की लड़ाई व आप सब के संघर्ष में सदैव साथ खड़ा रहूंगा।  इस सम्मेलन के संयोजक विवि कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संदीप बाल्मीकि ने शहरवासियों से अपील की थी कि विवि में भ्रष्टाचार और अनियमितता का बोलबाला है । सबको जुटकर विमर्श के द्वारा हल निकालने की जरूरत है। इस दौरान कई वक्ताओं ने अपनी बात रखी। वर्तमान विवि प्रशासन को भ्रष्टाचारी व अराजक ठहराते हुए गौर साहब की विरासत पर धब्बा बताया गया। 
मोर्चा का गठन
इस आयोजन में 'विवि बचााओ मोर्चा' का गठन किया गया। 11 सदस्यीय मोर्चे में अखिलेश केशरवानी को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। आरोप पत्र तैयार करने हेतु दो कमेटियों का गठन किया गया है। तैयार आरोप पत्र को विवि प्रशासन से लेकर राज्य व केन्द्र सरकार को भेजकर आरोपों की जांच करने व कार्यवाही करने की मांग की जायेगी। 
   इस आयोजन में सीसीआई के रामावतार शर्मा, सुरेन्द्र सुहाने, बद्री प्रसाद,पप्पू गुप्ता अकलेश केशरवानी अओमप्रकाश चौवे केवलचंद जैन  रफीक गनी अरविन्द भट्ट,कपिल पचौरी गौरव राजपूत अशोक मिश्रा जयंत जैन सहित बड़ी संख्या में शहर के नागरिक व विवि के कर्मचारी शामिल हुए। कार्यक्रम के अंत में गौर अध्ययन केन्द्र से तीन बत्ती स्थित गौर मूर्ति तक पैदल मार्च निकालते हुए भ्रष्टाचार मिटाना है-गौर साहब की धरोहर बचाना है, गौर साहब जिंदाबाद आदि शब्दों के सा नारेबाजी की गई व गौर साहब की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
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पिछड़ावर्ग अनुसूचित जाति व जनजाति मंच फोरम की केंद्रीय संचालक मंडल घोषित

पिछड़ावर्ग अनुसूचित जाति व जनजाति मंच फोरम की केंद्रीय संचालक मंडल घोषित

सागर ।गैर राजनैतिक संगठन " पिछड़ावर्ग अनुसूचित जाति व जनजाति मंच फोरम की कार्यसमिति ने अपने प्रथम चरण में आज चालीस सदस्यीय " केंद्रीय संचालक मण्डल " की घोषणा की है।
 मंच के संयोजक एडवोकेट बृज बिहारी चौरसिया ने बताया है कि संचालक मंडल में मुख्यालय सागर से तीन सौ एवं सभी दो सौ तीस विधानसभा क्षेत्र से दस-दस संचालकों को शामिल किया जाएगा जो लोकसभा, विधानसभा, ग्रामपंचायत और नगरीय क्षेत्र में वार्ड स्तरीय संगठन गठित कर ओबीसी, एससी व एसटी वर्गों के बीच अपना "वैचारिक-आंदोलन " गतिशील करेगा।
उन्होंने कहा कि मंच अपने पारित प्रस्ताव के परिपालन में इन वर्गों को राष्ट्रहित में राजनैतिक पार्टी कांग्रेस की विचारधारा से जोड़ेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि मंच पूरी तरह गैर राजनैतिक है व इसके कांग्रेस अथवा किसी भी राजनैतिक पार्टी से कोई सम्बन्ध नहीं है।
कार्यसमिति के द्वारा आज नियुक्त किये गए केंद्रीय संचाल मण्डल में बृज बिहारी चौरसिया, एडवोकेट(प्रभारी ) शिवराजसिंह ठाकुर, सीताराम चौरसिया " लम्बरदार " रमेश कुमार बौद्ध, गोपालसिंह पटेल, इंजीनियर सुरेंद्रसिंह लोधी* *इंजीनियर संदीप कोरी, अब्दुल गनी खत्री, अनूप चौकसे, डॉ हीरालाल कोष्ठी, डॉ छतर सिंह लोधी, एडवोकेट जे पी सोनीएडवोकेट विजय सोनी, एडवोकेट पी सी चौधरी, एडवोकेट परुषोत्तम लाल सेन, संजय चौरसिया सहारा, एडवोकेट एस एल यादव, एडवोकेट महिपाल सिंह, एडवोकेट वी सी साहू, कांट्रेक्टर संजय चौरसिया, मोहनलाल साहू ओमप्रकाश नामदेव, राजेन्द्र कुमार सोनी, कृष्ण कुमार अहिरवार, कुँवर लाल कोष्ठी, एडवोकेट बी के अहिरवार, रविन्द्र यादव, मुकेश कुमार कोरी, श्रीमती कीर्ति चौकसे, श्रीमती अनिता शाक्य, मोतीलाल अहिरवार,अंसार खान, मूलचंद बौद्ध, हरभजन परोसी, एडवोकेट हेमराजसिंह राठौर, नीरज कुशवाहा, डालचंद पटेल, शिव प्रसाद पटेल, रमेश कुमार पटेल और मनु कुशवाहा शामिल है।
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राजस्व मन्त्री के गृहजिले में राजस्व लोक अदालतों मे निपटे 8 हजार मामले

राजस्व मन्त्री के गृहजिले में  राजस्व लोक अदालतों मे निपटे  8 हजार मामले 
सागर ।प्रदेश के सभी राजस्व न्यायालयों में राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण के लिये बुधवार को लोक अदालत आयोजित की गई। सागर जिले में आयोजित राजस्व लोक अदालनतों में कुल 8 हजार 24 प्रकरणों का निराकरण किया गया। राजस्व लोक अदालतों में अविवादित नामांतरण, अविवादित बँटवारा, नक्शा बटांकन, सीमांकन, व्यपवर्तन, आर.आर.सी. वसूली, ऋण-पुस्तिकाओं का प्रदाय, भूमि बंधक दर्ज करना, भूमि बंधन निर्मुक्ति, शोध क्षमता प्रमाण-पत्र, नजूल प्रकरण, दंड प्रक्रिया के तहत कार्यवाही की गई। इस संदर्भ में न्यायालय, कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी, सागर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक द्वारा राजस्व लोक अदालत में आए प्रकरणों का निराकरण किया। न्यायालय कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा 133 प्रकरणों का निराकरण किया गया।
इसी प्रकार अपर कलेक्टर श्री मूलचंद वर्मा द्वारा राजस्व लोक अदालत में 231 प्रकरणों का निराकरण किया गया।
         राजस्व लोक अदालत में निराकृत प्रकरणों के अंतर्गत तहसीलदार खुरई राजस्व मद 193, दांडिक मद 880 कुल 1073, उपखण्ड अधिकारी बीना राजस्व मद 145, दांडिक मद 281 कुल 426, उपखण्ड अधिकारी सागर राजस्व मद 298, दांडिक मद 101 कुल 399, तहसीलदार देवरी राजस्व मद 435, दांडिक मद 8 कुल 443, तहसीलदार बण्डा राजस्व मद 345, दांडिक मद 44 कुल 389, तहसीलदार बीना राजस्व मद 339, दांडिक मद 0 कुल 339, तहसीलदार रहली राजस्व मद 303, दांडिक मद 28 कुल 331, तहसीलदार सागरी राजस्व मद 327, दांडिक मद 0 कुल 327, तहसीलदार शाहगढ़ राजस्व मद 250, दांडिक मद 75 कुल 325, नायब तहसीलदार गौरझामर राजस्व मद 285, दांडिक मद 0 कुल 285, तहसीलदार जैसीनगर राजस्व मद 267, दांडिक मद 0 कुल 267, तहसीलदार राहतगढ राजस्व मद 199, दांडिक मद 63 कुल 262, नायब तहसीलदार सैमाढ़ाना राजस्व मद 237, दांडिक मद 0 कुल 237, तहसीलदार केसली राजस्व मद 210, दांडिक मद 13 कुल 223, नायब तहसीलदार बहरोल राजस्व मद 207, दांडिक मद 0 कुल 207, नायब तहसीलदार परसोरिया राजस्व मद 155, दांडिक मद 40 कुल 195, तहसीलदार मालथौन राजस्व मद 173, दांडिक मद 0 कुल 173, नायब तहसीलदार महाराजपुर राजस्व मद 124, दांडिक मद 30 कुल 154, उपखण्ड अधिकारी बण्डा राजस्व मद 115, दांडिक मद 36 कुल 151, नायब तहसीलदार सागर-2 राजस्व मद 148, दांडिक मद 0 कुल 148, नायब तहसीलदार बादंरी राजस्व मद 147, दांडिक मद 0 कुल 147, नायब तहसीलदार सुरखी राजस्व मद 110, दांडिक मद 0 कुल 110, नायब तहसीलदार बिलेहरा राजस्व मद 108, दांडिक मद 0 कुल 108, उपखण्ड अधिकारी देवरी राजस्व मद 66, दांडिक मद 34 कुल 100, नायब तहसीलदार शहजपुर राजस्व मद 92, दांडिक मद 0 कुल 92, उपखण्ड अधिकारी खुरई राजस्व मद 64, दांडिक मद 10 कुल 74,नायब तहसीलदार बामोरा राजस्व मद 74, दांडिक मद 0 कुल 74, नायब तहसीलदार सीहोरा राजस्व मद 69, दांडिक मद 0 कुल 67, नायब तहसीलदार गढ़ौला राजस्व मद 50, दांडिक मद 0 कुल 50, नायब तहसीलदार रजवांस राजस्व मद 36, दांडिक मद 0 कुल 36, उपखण्ड अधिकारी राहतगढ राजस्व मद 25, दांडिक मद 0 कुल 25, अपर तहसीलदार बीना राजस्व मद 24, दांडिक मद 0 कुल 24, उपखण्ड अधिकारी रहली राजस्व मद 23, दांडिक मद 0 कुल 23, उपखण्ड अधिकारी मालथौन राजस्व मद 16, दांडिक मद 0 कुल 16, नायब तहसीलदार गढ़ाकोटा राजस्व मद 15, दांडिक मद 0 कुल 15, नायब तहसीलदार नरयावली राजस्व मद 15, दांडिक मद 0 कुल 15, अपर तहसीलदार नजूल जांच राजस्व मद 15, दांडिक मद 0 कुल 15, नजून अधिकारी सागर राजस्व मद 03, दांडिक मद 0 कुल 03 शामिल है
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घटिया निर्माण देखकर नाराज हुए मंत्री हर्ष यादव,बोले अधिकारी से नौकरी खा जायेंगे, ठेकेदार को भी हड़काया

घटिया निर्माण देखकर नाराज हुए मंत्री हर्ष यादव,बोले अधिकारी से  नौकरी खा जायेंगे, ठेकेदार को भी हड़काया
#प्रधानमंत्री सड़क के पुल मरम्मत में हो रही लीपापोती
सागर। सागर  जिले की  देवरीकला तहसील अंतर्गत-प्रधानमंत्री सड़क की पुल मरम्मत कार्य में घटिया निर्माण देखकरप्रदेश सरकार के केबिनेट मंत्री हर्ष यादव का पारा इस कदर चढ़ गया  कि उन्होने निर्माण स्थल पर उपस्थित ठेकेदार को जमकर लताड़ लगाई एवंदूरभाष पर विभागीय अधिकारी को फटकारते हुए ठेकेदार पर कार्रवाई न होने परनौकरी खा जाने की बात कही।
वित्त की कमी से जूझ रही प्रदेश की कमलनाथ सरकार भले ही खर्चो में कटोती करधन के दुरूपयोग को लेकर सख्ती दिखा रही हो परंतु निर्माण ऐजेंसियोंके अधिकारी सरकार की इस मंशा से सरोकार नही रखते। भ्रष्टाचार को लेकर 
कटघरें में पहुची। पिछली सरकार से सबक लेकर वर्तमान सरकार भले की फूंक फूंक
कर कदम रख रही हो परंतु विभागीय अधिकारियों के रवैये में कोई बदलाव नही
दिख रहा है।  भ्रमण के दौरान केसली विकासखण्ड के ग्राम सहजपुरपहुंचे केबिनेट मंत्री हर्ष यादव ने प्रधानमंत्री सड़क योजना की ग्राम सहजपुर से तेंदुडाबर सड़क मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया। सड़क पर सहजपुर के समीप चल रहे 35 लाख लागत के पुल मरममत में पुल की अबेटमेंट बाल में नाले की काली मिट्टी भरी जा रही थी जिसमें मुरम भरकर न तो नियमानुसार वाटरिंग की जा रही थी न ही कॉपेक्शन व्यवस्थाकी गई थी। स्थल पर विभागीय यंत्री सहित अमला नदारद था जिसे देखकरमंत्री यादव आगबबूला हो गये। इस संबंध में उन्होने जब मौके पर उपस्थित पेटी
ठेकेदार से पूछताछ की तो उसने गुमराह करने का प्रयास किया जिससे नाराजमंत्री ने उसे जमकर लताड़ लगाई एवं पूछा की निर्माण का स्टीमेट एवं ड्राईंग कहाहै तुम्हे किसने ठेकेदार बना दिया। बाद में दुरभाष पर विभाग के जिम्मेदार अधिकारीको आड़े हाथों लेते हुए मंत्री यादव ने ठेकेदार पर कार्रवाई का निर्देशदिया और स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि इस घटिया निर्माण का पेमेंट किया गयातो तुम्हारी नौकरी खा जाउंगा। मंत्री फटकार के बाद हरकत में आये विभागके सहायक प्रबंधक ए.के.मिश्रा ने कार्य का आनन फानन में निरीक्षण किया एवं
निर्माण में सुधार की बात कही है। बचाव की मुद्रा में दिखे अधिकारी ठेकेदार पर कार्रवायी से कतरा रहे है।
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