बंसल क्लासेस,सागर +916232102606. +919340574756

RAHLi : 60 ग्रामों में नल जल योजना में नही हुआ काम शुरू, ठेकेदार और एजेंसी टर्मिनेट▪️मंत्री गोपाल भार्गव ने की नल जल योजना की समीक्षा


RAHLi : 60 ग्रामों में नल जल योजना में नही हुआ काम शुरू, ठेकेदार और एजेंसी टर्मिनेट
▪️मंत्री गोपाल भार्गव ने की नल जल योजना की समीक्षा

सागर : 16 दिसम्बर 2022।  मजरे, टोलों को भी नल जल योजना का लाभ दिया जाएगा। ग्राम सरपंच, सचिव ईमानदारी व निष्पक्षता के साथ जांच कर नल जल योजना प्रारंभ  करे ।उक्त निर्देश लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने रहली में आयोजित नल जल योजना की समीक्षा बैठक में संबंधित जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से वन टू वन चर्चा करते हुए दिए।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री दीपक आर्य, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री क्षितिज सिंघल, अनुविभागीय अधिकारी श्री गोविंद दुबे  सीईओ श्री राजेश पटेरिया ,ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, नल जल योजना का काम करने वाली एजेंसी के पदाधिकारी सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद थे।
मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि नल जल योजना की सरपंच और साचिव लगातार मॉनिटरिंग करे। जिससे सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण एवं समय-सीमा में पूरे हो सकें। उन्होंने कहा कि जहां पानी के स्रोत नहीं है, वहां निर्मल नील योजना के माध्यम से कुएं तैयार किए जाएं। उन्होंने कहा कि पाइप लाइन डालने के बाद सड़क का रेस्टोरेशन गुणवत्तापूर्ण किया जावे। उन्होंने कहा कि यह योजना प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके माध्यम से हर घर में नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि यदि किसी ग्राम में कोई समस्या है तो उसे तत्काल मेरे एवं कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करें, जिससे उनका निराकरण किया जा सके।


 समीक्षा बैठक में आए 60 ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, सहायक सचिव, नल जल योजना के माध्यम से कार्य कर रहे कांट्रेक्टर से एक-एक करके कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई एवं उनके निराकरण हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने कहा  कि नल जल योजना के कार्य में लगे सभी संबंधित अधिकारी कार्यों की वास्तविक स्थिति का मौका पर मुआयना करें एवं प्रगति की जानकारी प्रस्तुत करें ।
कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि नल जल योजना में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि नल जल योजना का समय पर काम नहीं करने वाली एजेंसी को टर्मिनेट किया जाएगा। उन्होंने आज समीक्षा बैठक में ही अनेक एजेंसियों को तत्काल टर्मिनेट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नल जल योजना के माध्यम से प्रत्येक घर में पाइप लाइन, नल, टोटी के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी अधिकारी जनप्रतिनिधियों से समन्वय कर कार्य की प्रगति की समीक्षा करें एवं साथ में निरीक्षण कर समस्याओं का निराकरण जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ही करें। आवश्यकता होती है तो तत्काल समस्याओं की सूची बनाकर प्रस्तुत करें, जिससे उनका निराकरण किया जा सके।
  कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि एवं ग्रामवासी कार्यों में प्रमुख रूप से टंकी, पाइप लाइन, टोटी एवं सड़क का पुनर्निर्माण की क्वालिटी प्रमुख रूप से चेक करें। उन्होंने कहा कि नल जल योजना का कार्य आपका अपना कार्य है। इसे पूरी जिम्मेदारी के साथ पूर्ण कराएं। कलेक्टर श्री आर्य द्वारा  60 ग्रामों में एकल समूह नल योजना में कोई भी कार्य प्रारंभ नहीं होने के कारण संबंधित कांट्रेक्टर, एजेंसी को तत्काल टर्मिनेट करने के निर्देश कार्यपालन यंत्री, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी सागर को दिए गए।
कलेक्टर श्री आर्य ने निर्देश दिए कि जहां भी कार्यों में पुनरीक्षण की आवश्यकता है, उसे सात दिवस में बनाकर प्रस्तुत करें, जिससे पुनरीक्षण की रिपोर्ट वरिष्ठ कार्यालय में प्रस्तुत की जा सके और अनुमति प्राप्त हो सके। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती ज्योति पटेल, संतोष पटेल, सुश्री रानी पटेल ,श्रीमती अनीता पटेल, श्रीमती रश्मि सुरेश कपासिया, श्री श्वेतांक चौरसिया, श्री संदीप तिवारी, विद्युत कंपनी के अधिकारी सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी मौजूद थे।



_____________________________

एडिटर: विनोद आर्य
________
+91 94244 37885

तीनबत्ती न्यूज़. कॉम की खबरे पढ़ने
  NEW फेसबुक पेज  और ट्वीटर से जुड़ने  लाईक / फॉलो करे





ट्वीटर  फॉलो करें

वेबसाईट



______________________________

Share:

फायर सेफ्टी प्रमाण-पत्र जारी करने के संबंध में नए दिशा-निर्देश जारी :मंत्री भूपेंद्र सिंह

फायर सेफ्टी प्रमाण-पत्र जारी करने के संबंध में  नए दिशा-निर्देश जारी :मंत्री भूपेंद्र सिंह




सागर 16 दिसम्बर, 2022।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि अग्निशमन प्राधिकारियों द्वारा फायर सेफ्टी के संबंध में जारी किये जाने वाले प्रोविजनल अनापत्ति प्रमाण-पत्र के संबंध में पूर्व के सभी दिशा-निर्देशों को अधिक्रमित करते हुए नये निर्देश जारी कर दिये गये हैं। नगर निगमों के लिये आयुक्त नगर पालिक निगम, नगर पालिका एवं नगर परिषद के लिये संभागीय संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास, ग्रामीण क्षेत्रों के लिये कलेक्टर और छावनी परिसर क्षेत्र जबलपुर, महू, मुरार, पचमढ़ी एवं सागर के लिये अधिशासीय अधिकारी को अग्निशमन प्राधिकारी घोषित किया गया है। साथ ही एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत संबंधी शहरी क्षेत्र के प्रकरणों के लिये कलेक्टर को सक्षम प्राधिकारी घोषित किया गया है।
भवनों में अग्नि सुरक्षा संबंधी प्रावधानों की अनिवार्यता
राष्ट्रीय भवन संहिता के तहत 15 मीटर से ऊँचे सभी भवन, एक तल पर 500 स्क्वायर-मीटर से अधिक निर्मित क्षेत्रफल वाले समस्त भवन (आवासीय एवं धार्मिक तथा सामुदायिक भवनों को छोड़कर) कोई भी होटल/अस्पताल, जिसमें 50 से अधिक पलंग हो, को अग्नि सुरक्षा प्रमाण-पत्र प्राप्त करना अनिवार्य होगा। पचास से कम पलंग वाले अस्पताल/होटल स्वयं नियमानुसार पंजीकृत फायर इंजीनियर का प्रमाणीकरण करेंगे तथा संचालन के लायसेंस के समय सक्षम अधिकारी को प्रस्तुत करेंगे। अनुमोदित सेफ्टी प्लान के अनुरूप व्यवस्था सुनिश्चित करने के बाद ऊर्जा विभाग के नियमों के तहत जारी विद्युत सुरक्षा प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के बाद भवन के लिये फायर सर्टिफिकेट जारी किया जायेगा, जिसकी अवधि 3 वर्ष रहेगी। पूर्व से निर्मित भवनों के लिये अग्नि शमन अधिकारी द्वारा आवेदन प्राप्ति के एक माह के भीतर फायर प्लान का अनुमोदन किया जाएगा। निर्धारित 2 माह के समयावधि में यदि भवन स्वामी/भवन संचालक द्वारा फायर प्लान तैयार कर अग्नि शमन प्राधिकारी के समक्ष प्रस्तुत नहीं किया जाता है, तो विलंबित समय के लिये प्रति दिन 500 रूपये की दर से तथा जो कि एक वर्ष के बाद एक हजार रूपये प्रति दिन की दर से दंड देय होगा।

शुल्क हुआ निर्धारित

फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट देने के लिये शुल्क निर्धारण कर दिया गया है। आवासीय तथा शैक्षणिक भवन के लिये 2 हजार रूपये प्रथम 500 वर्ग मीटर के निर्मित क्षेत्र के लिये तथा 500 वर्ग मीटर से अधिक निर्मित क्षेत्रफल के लिये 2 रूपये प्रति वर्ग मीटर की दर से शुल्क लगेगा। अन्य भवनों के लिये 5 हजार रूपये प्रथम 500 वर्ग मीटर के निर्मित क्षेत्र के लिये तथा 500 वर्ग मीटर से अधिक निर्मित क्षेत्रफल के लिये 5 रूपये प्रति वर्ग मीटर की दर से शुल्क देना होगा। प्रत्येक वित्तीय वर्ष में 30 जून तक निर्धारित प्रपत्र में अग्नि शमन ऑडिट रिपोर्ट, अग्नि शमन प्राधिकारी को प्रस्तुत करनी होगी।
फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट का नवीनीकरण
फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट की 3 वर्ष की अवधि समाप्त होने के 2 माह पहले सर्टिफिकेट के नवीनीकरण के लिये आवेदन करना होगा। नवीनीकरण आगामी 3 वर्ष के लिये किया जा सकेगा। समस्त अग्नि शमन प्राधिकारी अपने क्षेत्रांन्तर्गत, जहाँ फायर ऑफिसर पदस्थ नहीं है, वहाँ निकाय के ही किसी तकनीकी अधिकारी को अस्थायी रूप से फायर ऑफिसर का प्रभार देंगे, जो भवन/स्थल का निरीक्षण कर सकेगा। इसी प्रकार समस्त अग्नि शमन प्राधिकारी फायर संबंधी व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण करने एवं प्रमाण-पत्रों के संबंध में तकनीकी मार्गदर्शन देने के लिये योग्यताधारी/अनुज्ञप्तिधारी अग्नि शमन इंजीनियर की सेवाएँ ले सकेंगे। आवश्यक होने पर संविदा नियुक्ति भी दी जा सकती है। फायर ऑफिसर द्वारा ऐसे भवन, जिनकी फायर ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है, उनकी मासिक समीक्षा की जाए। न्यूनतम 10 प्रतिशत रेन्डम प्रकरणों का औचक निरीक्षण भी किया जाए।


_____________________________

एडिटर: विनोद आर्य
________
+91 94244 37885

तीनबत्ती न्यूज़. कॉम की खबरे पढ़ने
  NEW फेसबुक पेज  और ट्वीटर से जुड़ने  लाईक / फॉलो करे





ट्वीटर  फॉलो करें

वेबसाईट



______________________________

Share:

दंडित आरोपियों की रिकॉर्ड स्लिप तैयार करने में सागर मध्य प्रदेश में अव्वल▪️फिंगर प्रिंट्स निरीक्षक शिवलाल चौधरीभोपाल में सम्मानित

दंडित आरोपियों  की रिकॉर्ड स्लिप तैयार करने में सागर मध्य प्रदेश में अव्वल

▪️फिंगर प्रिंट्स निरीक्षक शिवलाल चौधरीभोपाल में  सम्मानित



मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा लगातार वैज्ञानिक साक्ष्य जुटा कर आरोपियों तक पहुंचने एवं उनको सजा दिलवाने में नवीन प्रयोग किए जा रहे हैं इसी तारतम्य में मई 2022 से दंड प्रक्रिया शिनाख्त अधिनियम 2022 लागू किया गया इसके तहत सभी आरोपियों की रिकॉर्ड स्लिप तैयार कि जाना थी उपरोक्त स्लिप तैयार करने हेतु पुलिस अधीक्षक सागर श्री तरुण नायक द्वारा सागर जिले में पदस्थ उप अधीक्षक श्री विजय भूमरकर अंगुल चिन्ह निरीक्षक श्री शिवलाल को सभी आरोपियों की रिकॉर्ड स्लिप तैयार करने हेतु निर्देशित किया जाकर स्वयं के निर्देशन में जिले मैं दंडित कुल आरोपी 2446 में से 2386 की रिकॉर्ड स्लिप तैयार करवाई गई जो मध्यप्रदेश में किसी भी जिले की सर्वाधिक संख्या है उपरोक्त कार्य हेतु  प्रदेश के पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर सक्सेना द्वारा प्रदेश में सर्वाधिक रिकार्ड स्लिप तैयार करने के परिणाम स्वरूप निरीक्षक अंगुल चिन्ह श्री शिवलाल चौधरी को भोपाल में सम्मानित किया गया  ।


 जिले में उक्त कार्य करने हेतु उप अधीक्षक फिंगर प्रिंट श्री विजय भूमरकर , निरीक्षक श्री शिवलाल चौधरी को पुलिस महानिरीक्षक सागर श्री अनुराग, पुलिस अधीक्षक सागर श्री तरुण नायक द्वारा बधाई दी गई एवं भविष्य में भी इसी प्रकार लगन मेहनत से कार्य करने हेतु निर्देश दिए जिले के अन्य अधिकारियों द्वारा भी श्री शिव लाल को बधाई दी गई है।



_____________________________

एडिटर: विनोद आर्य
________
+91 94244 37885

तीनबत्ती न्यूज़. कॉम की खबरे पढ़ने
  NEW फेसबुक पेज  और ट्वीटर से जुड़ने  लाईक / फॉलो करे





ट्वीटर  फॉलो करें

वेबसाईट



______________________________

Share:

सहायक समिति प्रबंधक 4 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार, लोकायुक्त पुलिस सागर ने पकड़ा

सहायक समिति प्रबंधक 4 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार, लोकायुक्त पुलिस सागर ने पकड़ा


सागर।  सागर जिले में किसान से रिश्वत लेना सहायक समिति प्रबंधक को भारी पड़ गया। लोकायुक्त ने किसान की शिकायत पर गौरझामर प्रथामिक समिति के सहायक समिति प्रबंधक विनोद जैन 4 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।

दरअसल, आरोपी सहायक प्रबंधक ने धान तुलवाई के एवज में फरियादी वीरेंद्र साहू से 4 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी। लेकिन फरियादी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस में कर दी। जिसके बाद लोकायुक्त ने शिकायत की जांच करवाई और सही पाए जाने पर आज जैसे ही चरगुवा के पास रास्ते में आरोपी प्रबंधक विनोद जैन रिश्वत ले रहा था वैसे ही टीम ने उसे दबोट लिया। अचनाक हुई कार्रवाई से आरोपी हड़बड़ा गया। उसे इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि वह पकड़ा जाएगा।

लोकायुक्त निरिक्षक मंजू सिंह ने बताया कि फरियादी वीरेंद्र सिंह की शिकायत पर गौरझामर प्रथामिक समिति के सहायक समिति प्रबंधक विनोद जैन 4 हजार रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया गया है। आरोपी ने धान तौलाई के बदले पैसे मांगे थे। फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है।


_____________________________

एडिटर: विनोद आर्य
________
+91 94244 37885

तीनबत्ती न्यूज़. कॉम की खबरे पढ़ने
  NEW फेसबुक पेज  और ट्वीटर से जुड़ने  लाईक / फॉलो करे





ट्वीटर  फॉलो करें

वेबसाईट



______________________________


Share:

Sagar: निर्मल/स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण में आपराधिक षड़यंत्र करने वाले आरोपी को 03 साल की सजा एवं चार लाख रूपये अर्थदण्ड

Sagar:  निर्मल/स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण में आपराधिक षड़यंत्र करने वाले आरोपी को 03 साल की सजा एवं चार लाख रूपये अर्थदण्ड 

सागर । निर्मल/स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण में आपराधिक षड़यंत्र करने वाले आरोपी भरत जाट एवं अनीता पटैल थाना-गढ़ाकोटा को विशेष न्यायाधीश, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, आलोक मिश्रा जिला-सागर की अदालत ने दोषी करार देते हुये आरोपी-भरत जाट को भा.द.वि. की घारा-120-बी के तहत 03 वर्ष का सश्रम कारावास व 4,00,000-/रुपये (अंकन-चार लाख रूपये)अर्थदण्ड  एवं आरोपी-अनीता पटैल को घारा-120-बी के तहत 01 वर्ष का सश्रम कारावास व 5000-/रूपये(अंकन-पॉच हजार रूपये) अर्थदण्ड की सजा से दंडित किया है मामले की पैरवी अति. जिला अभियोजन अधिकारी श्री शिवसंजय ने की ।
घटना संक्षेप में इस प्रकार है कि निर्मल/स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्राम पंचायत जिरिया खिरिया में कुल 170 शौचालयों कुल 170 शौचालयों का निर्माण होना था, जिसकी कार्य एजेंसी ग्राम पंचायत थी, प्रति शौचालय 4,600/-रूपये इस प्रकार कुल राशि 7,82,000/- रू. (सात लाख बयासी हजार रूपये) ग्राम पंचायत जिरिया खिरिया, को आवंटित की गई। ग्राम पंचायत जिरिया खिरिया के तत्कालीन सरपंच अभियुक्त पुरूषोत्तम व सचिव अभियुक्त संतोष ने समस्त शौचालय का निर्माण पूर्ण कराये बिना राशि आहरित कर ली, उक्त तथ्य संज्ञान में आने पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत रहली ने दिनंाक 27.09.13 को सरपंच-सचिव व रोजगार सहायक को 7 दिवस में कार्य पूर्ण कराने या आहरित राशि जमा करने का सूचनापत्र दिया, दिनांक 21.10.13 को अंकेक्षण हेतु ग्राम पंचायत का अभिलेख प्रस्तुत करने बावत् भी सूचनापत्र सरपंच-सचिव को दिया गया, इस पर अभियुक्त पुरूषोत्तम व संतोष ने संयुक्त शपथपत्र देकर दिनंाक 28.02.14 तक कार्य पूर्ण कराना लेख किया, किन्तु कार्य पूर्ण नहीं कराया, इस पर जनपद पंचायत रहली के ब्लाक समन्वयक अनुपम सराफ से जांच प्रतिवेदन आहूत किया गया। अनुपम सराफ ने मौके से जांच प्रतिवेदन आहूत किया गया। अनुपम सराफ ने मौके पर जांच में कुल 20 हितग्राहियों के शौचालय पूर्ण जबकि 29 शौचालय अपूर्ण होना पाया। मौके पर पंचनामा तैयार किया गया, हितग्राहियों जिनके शौचालय पूर्ण पाये । मौके पर पंचनामा तैयार किया गया, हितग्राहियों जिनके शौचालय पूर्ण पाये गये, अपूर्ण पाये गये व बने नहीं पाये गये, कि सूचियां तैयार की गयीं। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा रहली में उपयंत्री अनिल कुमार पाठक ने पूर्ण व अपूर्ण शौचालयों के यांत्रिकी सेवा रहली में उपयंत्री अनिल कुमार पाठक ने पूर्ण व अपूर्ण शौचालयों के कार्य का मूल्यांकन किया, जिसके अनुसार पूर्ण 20 शौचालयो में 92,000/- रू. व 29 अपूर्ण शौचालयों में 66,700/- रू. कुल 1,58,700/- रू. का कार्य होना पाया गया और शेष राशि 6,23,300/-रू. का दुरूपयोग किया जाना पाया गया। सरपंच सचिव ने सामग्री के बिल व वाउचर भी उपलब्ध नहीं कराये। अनुपम सराफ ने अपना जांच प्रतिवेदन दिनंाक 25.12.14 को प्रस्तुत किया, इसके साथ संलग्न आवरण पत्र में प्रतिवेदन दिनंाक 25.12.14 को प्रस्तुत किया, इसके साथ संलग्न आवरण पत्र में सरपंच सचिव के विरूद्ध पुलिस में प्रकरण दर्ज कराने की अनुशंसा भी की गई, इस पर से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सागर ने दिनंाक 27.12.14 को पर से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सागर ने दिनंाक 27.12.14 को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को सरपंच व सचिव के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को सरपंच व सचिव के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट लेखबद्ध कराने हेतु अनुरोध किया व इसकी प्रति ब्लाक समन्वयक अनुपम सराफ को लेखबद्ध कराने हेतु अनुरोध किया व इसकी प्रति ब्लाक समन्वयक अनुपम सराफ को पुलिस रिपोर्ट करने हेतु दी गई, जिस पर से अनुपम सराफ ने दिनंाक 02.01.15 को पुलिस रिपोर्ट करने हेतु दी गई, उक्त रिपोर्ट के आधार पर थाना-गढ़ाकोटा मे प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विचारण के दौरान अभियोजन द्वारा अभियोजन साक्षियों एवं संबंधित दस्तावेजों को प्रमाणित किया गया, अभियोजन ने अपना मामला संदेह से परे प्रमाणित किया । जहॉ विचारण उपरांत न्यायालय विशेष न्यायाधीश, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, आलोक मिश्रा जिला- सागर की अदालत ने दोषी करार देते हुये आरोपी-भरत जाट को भा.द.वि. की घारा-120-बी के तहत 03 वर्ष का सश्रम कारावास व 4,00,000-/रुपये (अंकन-चार लाख रूपये) अर्थदण्ड एवं आरोपी-अनीता पटैल को भादवि की घारा-120-बी के तहत 01 वर्ष का सश्रम कारावास व 5000-/रूपये(अंकन-पॉच हजार रूपये) अर्थदण्ड की सजा से दंडित किया है।

Share:

SAGAR : पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति राज्य स्तरीय फुटबाल प्रतियोगिता 8 से 15 जनवरी तक

SAGAR : पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति राज्य स्तरीय फुटबाल  प्रतियोगिता 8 से 15 जनवरी तक

सागर।  सदर उत्कटा मंदिर में स्वः पं. दीनदयाल उपाध्याय जी प्रतियोगिता की बैठक मुख्य अतिथि प्रदीप लारिया विधायक नरयावली, विशेष अतिथि प्रभुदयाल पटेल प्रदेश मंत्री भाजपा आमंत्रित सौरभ केशरवानी मंडल अध्यक्ष ऑफिसर यादव ग्रामीण मंडल अध्यक्षता आयोजन समिति के अध्यक्ष पकंज मुखारया आतित्थ संपंन हुई। बैठक का संचालन करते हुए समिति सचिव बलवंत सिंह राठौर ने बताया कि विगत 24 वर्षो से जिला स्तरिये फुटवाल का आयोजन किया जाता रहा है। इस वर्ष शानदार 25 वॉ स्व. पं. दीनदयाल उपाध्याय का सिल्वर जुबली 25 वर्ष को राज्य स्तरीय कराने का प्रस्ताव रखा ।जिसका सभी ने एक मत होकर संमर्थन किया।
 प्रदेश मंत्री भाजपा प्रभुदयाल पटेल जी ने कहा कि यह आयोजन 24 वर्षो से आयोजित हो रहा है ।अगर विगत 24 वर्षो कि खेल से जुडी गतिविधियां एवं खिलाड़ियों एवं खेल प्रेमिओं की भावनाओं को देखते हुए पुस्तिका का विमोचन करने का विचार रखा ।अन्य अतिथिओं ने भी अपने विचार रखें, वैठक के मुख्य अतिथि क्षेत्रिय विधायक प्रदीप लारिया ने कहां की विगत 24 वर्षो से आयोजन समिति द्वारा यह प्रतियोगिता निरंतर जारी है। यह एक बहुत ही सराहनीय कार्य समिति द्वारा हो रहा है यकिनन बधाई की पात्र है और मैं आयोजन समिति के सचिव बलवंत राठौर एवं सभी सदस्यों को बधाई देता हूँ, और उन्होंने पूर्ण समर्थन करते हुए इस वर्ष राज्य स्तरीय प्रतियोगिता करने का सहस्वीकार किया और आयोजन करने की स्वीकृति दी एवं उन्होंने आयोजन समिति से इस आयोजन करने के लिए विजेता टीम को ट्राफी पर्सनल प्रराईज 51000 रूपये नगद एवं उपविजेता टीम को ट्राफी पर्सनल प्राईज एवं 31000 रूपये नगद एवं टीमों को मैन ऑफ द मैच एवं प्रमाण पत्र भी विधायक प्रदीप लारिया द्वारा  दिया जाएगें एवं आयोजन को सफल करने के लिए पूर्ण सहयोग दिया एवं आयोजन सफल हो इसके लिए समिति से सभी व्यवस्थाएं सौपने का दायत्व सौपा। यह प्रतियोगिता 25 वर्ष की शानदार सिल्वर जुवली राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता 8 जनवरी से 15 जनवरी तक कजलीवन मैदान सदर नरयावली विधानसभा में आयोजित होगी। जिसका उदघाटन मैंच 8 जनवरी को दोपहर 2 बजे से खेला जाएगा। बैठक का संचालन बलवंत सिंह राठौर आभार ऑफिसर यादव ग्रामीण मंडल अध्यक्ष भाजपा ने माना बैठक मुख्य रूप से ओ. पी. शर्मा , गंगाराम चौरसिया सीनियर खिलाड़ी, एम.डी.त्रिपाठी , श्याम सुंदर जी मिश्रा, हरिओम केशरवानी, रामप्रसाद जी विश्वकर्मा, शेखर चौधरी, मोहम्मद हमीद मकरानी, शेख कय्यूम, मोहम्मद नासिर मकरानी, राजेश खटीक, राजेश राठौर, मोहम्मद यूसुफ, मोहम्मद हैदर, दविन्दर भाटिया, गुडडा श्रीवास्तव जी, चौहान सिंह राठौर, राजू भाई आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थें। 


Share:

जब भी देश और धर्म की बात आये तो संगठित हो जाओः संत नागर जी


जब भी देश और धर्म की बात आये तो संगठित हो जाओः संत नागर जी


खुरई। सातवें सोपान में आप सभी यह महत्वपूर्ण संदेश लेकर विदा होंगे कि एक दो या चार में टूट कर मत रहो, संगठित होकर रहो। भारत भूमि और हमारे पूर्वजों ने असंगठित होने के बहुत बुरे परिणाम अतीत में होंगे हैं। खुरई, सागर व संपूर्ण देश यदि एक नहीं रहे तो विधर्मी दुश्मन हमें कुचल देंगे। जब भी देश और धर्म की बात आए तो संगठित हो जाओ। यह आह्वान खुरई में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा आयोजन के समापन दिवस पर संत श्री नागर जी ने लाखों श्रद्धालुओं से किया। 

     संत नागर जी ने उदाहरण देते हुए कहा कि घर, चैंका या खेत खलिहान में दो चार चींटियों के निकलने पर कोई ध्यान नहीं देता और कुचलता चला जाता है। लेकिन कहीं चींटियों का पूरा नगरा या झुंड निकल आता है तो सभी उससे बच कर निकलते हैं। इसी तरह हमारे देश,धर्म और आस्थाओं पर आंच आए तो चींटियों के समूह की तरह संगठित होकर निकल पड़ो।  हम दो चार में बट कर रहे तो विधर्मी हमें कूट जाते हैं यह अनुभव हमारे पूर्वजों ने कष्ट भोग कर लिया है। अतः सभी एक रहने की प्रतिज्ञा कर लो। अपने घरों में भी सभी सरल भाव से रहें भेद न पैदा होने दें यही शास्त्रों की शिक्षा है। नागर जी ने कहा कि खून बहाने वाले लोग आंसुओं की कीमत नहीं समझते। जिन्होंने खून ही बहाया है उनका अनुसरण मत करना। 

     संत नागर जी ने कहा कि हमारे शास्त्र गूढ़ार्थ में लिखे गए हैं। शास्त्रों को उनके शाब्दिक अर्थों से सतही निष्कर्ष निकाल कर कथा कहने वाले कथा वाचक भक्तों को उचित मार्ग पर नहीं ले जा रहे। शास्त्रों के गूढ़ अर्थों को समझ कर उनके प्रेरणादायी संदेश ही कथा में सुनाना उचित है और यह भारत भूमि में ही संभव है। उन्होंने कहा कि हमारा देश ज्ञान और शास्त्रों  का भंडार था। विधर्मियों को शास्त्रों के गूढ़ अर्थ समझ नहीं आए और उन्होंने नालंदा, तक्षशिला जैसे हमारे ज्ञान और शास्त्रों के केंद्रों को जला कर नष्ट कर दिया। नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालयों के शास्त्र भंडारों में लगाई गई आग तीन दिनों तक बुझाई नहीं जा सकी इतने ज्ञान भंडार वहां के पुस्तकालयों में था।

     नागर जी ने कहा कि जिन कुछ विदेशियों में हमारे शास्त्रों को समझने की क्षमता थी वे आज मथुरा, वृंदावन के मंदिरों और वीथिकाओं में गौमुखी, माला लेकर भक्ति, जप और भजन कर रहे हैं। इन विदेशियों ने मोबाइल और टीवी छोड़ कर गौमुखी और माला लेकर हरे राम हरे कृष्ण जप करना आरंभ कर दिया और हमारे देश में बहुतों ने उनकी टाई, पेंट, मोबाइल, टीवी लेकर कुसंस्कारों को ओढ़ लिया। उन्होंने युवाओं से कहा कि मोबाइल से दूर रहो ये वासना और अधर्म की ओर समाज को ले जा रहे हैं। हमारे समाज में अपसंस्कृति इस सीमा तक आ गई है कि यदि हमारे घर परिवार में कोई गौमुखी धारण कर भक्ति, भजन में लग जाए तो उसे ढोंगी कहने लगते हैं,उसका मजाक उड़ाते हैं यहां तक कि धर्म, भक्ति में लगे युवाओं के विवाह संबंधों में अड़चनें आती हैं। नागर जी ने कहा कि हर घर में कम से कम एक सदस्य तो ऐसा होना चाहिए जो धन की कमाई से बड़ी प्रभुनाम की कमाई में लगा हो। दुर्भाग्य है कि हमारे युवा मथुरा वृंदावन में हर सुबह निकलने वाली तीन हजार लोगों की प्रभात फेरी हरे राम हरे कृष्ण कीर्तन के लिए निकलती है उससे प्रेरणा नहीं लेते पर विदेशियों के सूटबूट, टाई से प्रेरणा ले लेते हैं।

     श्री नागर जी ने कहा कि व्यास गादी और धर्मग्रंथों में अब भी इतनी शक्ति हैकि यहां बैठकर अधोगति में पड़ी हुई आत्माओं को भी हम आमंत्रित करके मुक्ति देते हैं। उन्होंने बताया कि कलश यात्रा निकालने का उद्देश्य यह होता है कि फूल, फल और जल में निवास करने वाली आत्माएं भी कथा में बैठकर  ज्ञान कथाएं शांति से सुनें और मुक्ति को प्राप्त हों। खुरई के कथा मंच पर कलश के नारियल के कई जगह से फट जाने की घटना का रहस्य बताते हुए उन्होंने कहा कि कोविड काल में हजारों लोग बिना सद्गति नहीं पा सके,उनकी क्रिया ,पिंड कुछ नहीं हो सका। ऐसी मृतात्माओं को भी इस कथा के माध्यम से सद्गति मिले यह मेरा प्रयास होता है। नारियल फटना, माला या फूल गिरना यह सभी इसी के संकेत होते हैं। 

     श्री नागर जी ने बताया कि खुरई के बाद उन्होंने सिखों के गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज के शहीदी दिवस को ध्यान में रखते हुए 20 से 26 दिसंबर तक आश्रम में कथा आयोजन किया है। इतिहास में विधर्मियों से त्रास और यातनाएं जैसी उन्होंने सहीं उनके निमित्त यह कथा रखी है। उन्होंने कहा कि इस देश की मिट्टी मां है। माता सीता अपने हरम के समय एक मुट्ठी में मिट्टी भर कर ले गई थीं और अशोक वाटिका में इसी मिट्टी को मां कह कर उस पर बैठ गई। रावण जब भी उनके पास आता था तो सीता जी के साथ मिट्टी ही मां स्वरूप में उसे दिखाई देतीं और हर बार उसे लौट जाना पड़ता था।

     संत श्री नागर जी मुख्य यजमान मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह के वैराग्य भाव को सुन कर स्वयं भावविभोर हो गये। उन्होंने कहा कि मैंने यजमान जी के भाषण में एक शब्द पर ध्यान दिया जब वे कह रहे थे कि मैं सांसारिकता से जुड़ा हूं और कभी-कभी लगता है कि सब झंझट छोड़कर ईश्वर भक्ति की ओर चला जाऊं। आपके भी अंतर में आता है ऐसा भाव कि यह सब झूठा संसार है सब धरा का धरा रह जाना है बहुत धन है पर एक सुबह अखबार में इस धन के साथ नि लगकर निधन की खबर आ जाती है। तब सिर्फ कीर्ति रह जाती है और श्राद्ध हो जाता है। ऐसे यजमान दुर्लभ मिलते हैं। उन्होंने निर्विघ्न सिंहस्थ संपन्न करा कर पुण्य अर्जित किया है। पूरे यजमान परिवार और क्षेत्र वासियों ने जिस ने निष्ठापूर्वक, एकासन और प्रभु के दास्य भाव से कथा श्रवण किया है। यजमान के परिवार और सागर जिले की जनता का सागर जैसा ही विशाल प्रेम और श्रद्धा देख कर मैं अभिभूत हूं और इस आकुलता और भक्ति को नमन करता हूं।

नागर जी ने कथा के लिए मात्र एक तुलसी पत्र की भेंट स्वीकार की: मंत्री भूपेन्द्र सिंह


मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने अपने समापन उद्बोधन में कहा कि  आप सभी को यह जानकारी देना चाहता हूं कि खुरई में श्रीमद् भागवत कथा के लिए संत श्री नागर जी ने मात्र एक तुलसी पत्र भेंट में स्वीकार किया है। मालथौन में भी उन्होंने एक तुलसी का पत्ता ही स्वीकार किया था। लाखों श्रद्धालुओं की इतनी बड़ी व्यवस्था भी ईश्वर और गुरु देव की कृपा से होती गईं मैं सिर्फ निमित्त मात्र बना हूं। गुरु देव का यह आशीष हमें इस आश्वासन के रूप में मिला है कि खुरई में कथा का विश्राम हुआ है, आने वाले समय में वे फिर यहां कथा के लिए आएंगे। उनकी अमृतवाणी हम सभी को फिर धन्य करेगी।

     मंत्री श्री सिंह ने कहा कि व्यवस्था में लगे हजारों स्वयं सेवक, प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारियों को सिर्फ धन्यवाद देकर मैं उनके योगदान को सीमित करना नहीं चाहता। आप सब भी इस पुण्य कार्य के लिए ईश्वर की ओर से निमित्त रुप में सम्मिलित थे। सिंहस्थ के प्रभारी के रूप में भी मैंने पहली बैठक में भी यही कहा था कि सरकार में मंत्री और अधिकारी बहुत हैं पर भगवान महाकाल ने हमें सेवा के लिए चुन कर निमित्त बनाया है। मंत्री श्री सिंह ने पत्रकारों और मीडिया कर्मियों का हृदय से आभार व्यक्त किया। 

     पत्रकारों और मीडिया को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए संत श्री नागर जी ने कहा कि आप सभी ने कथा के अपने समाचारों में जिस तरह के श्रेष्ठ शब्द चयन करके लाखों लोगों तक पहुंचाया वह इसके पहले के कथा आयोजनों में देखने नहीं मिला। आप सभी ने महाभारत के संजय की तरह शब्द चित्रों से कथा को लाखों ऐसे भक्तों तक पहुंचाया जो किन्हीं कारणों से कथा में नहीं आ सके होंगे।

व्यासपीठ की ओर से मुख्य यजमान नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह का धर्मयुक्त पीतपट्टिका ओढ़ा कर सम्मान किया गया। मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कथा समापन के दिवस पर मंच से भावपूर्ण भाषण किया। उन्होंने कहा कि पूज्य व्यासपीठ जिन पर साक्षात मां सरस्वती की कृपा है ऐसे पूज्य संत का समस्त कथा पंडाल हर्षध्वनि से अभिनंदन वंदन करें, प्रणाम करें। उनकी अमृतमयी वाणी सात दिवस हम पर बरसी है। हम सभी जानते हैं कि उनके श्रीमुख से उतरी श्रीमद भागवत कथा नकारात्मक शक्तियों को समाप्त कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है। पूज्य गुरुदेव की अमृतवाणी से समस्त बुंदेलखंड और खुरई की धरा की समस्त नकारात्मक शक्तियां समाप्त हो गई हैं और अमृत वर्षा हो रही है। उन्होंने कहा कि यह संयोग है कि हमें पूज्य गुरुदेव से श्रीमद् भागवत कथा, भक्ति और भजन तीनों सुनने मिले हैं। लीलाएं भी सुनने मिलीं। जब भी जीवन में संतों की वाणी सुनने मिले तब हमें ऐसे अवसर छोड़ना नहीं चाहिए। जाने उनका कौन सा संदेश हमारा जीवन बदल दे।

   मंत्री श्री सिंह ने कहा कि इस अवसर पर हमने पूज्य गुरु जी के अमृत वचनों को लिपिबद्ध कराया है। उनके वाक्य सूत्रों को हम आप सभी के सामने समय समय पर पहुंचाने का प्रयास करेंगे। उनके वाक्य सूत्रों को अपने घरों में योग्य स्थानों पर लगा कर रखें ताकि जब भी नजर पड़े तो आपका जीवन बदल जाए। मंत्री श्री सिंह ने भावुक होकर कहा कि हमें भी कई बार ऐसी भावना होती है कि सब छोड़ छाड़ कर गुरुदेव के चरणों में समर्पित हो जाएं लेकिन इसके लिए गुरुदेव की आज्ञा नहीं मिलती। उनका आदेश है कि आप सभी के बीच रहते हुए जन जन की सेवा करें। उन्होंने कहा कि मालथौन में भी गुरुदेव नागर जी की कथा हुई थी और जनता की कृपा ऐसी रही कि मुझे फिर से आप सभी की सेवा का अवसर मिला। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि गुरुदेव के चरणों की कृपा से खुरई को विकास में अग्रणी बनाने का मेरा संकल्प विनयीभाव रहते पूर्ण होगा।
श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर संत श्री नागर जी की ओर से मुख्य यजमान परिवार के मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, श्रीमती सरोज सिंह, श्री लखन सिंह, श्री अभिराज सिंह का अभिनंदन किया गया। 

विशाल भंडारे का आयोजन

      शुक्रवार 16 दिसम्बर को प्रातः 10 बजे से रात्रि 9 बजे तक भैरव बाबा मंदिर, गुलाबरा बगीचा खुरई में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। श्रीमदभागवत कथा के मुख्य यजमान श्री भूपेंद्र सिंह ने सभी को सपरिवार सादर आमंत्रित कर विशाल भंडारे में प्रसादी पाकर धर्मलाभ लेने का आग्रह किया है। मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मैं इसे भंडारा कहना उचित नहीं समझता, यह महाप्रसादी है जिसे ग्रहण करने के लिए सभी कथा श्रावक व श्रृद्धालुओं सहित समस्त आत्मीय बंधु-बांधव सपरिवार आमंत्रित हैं। 



_____________________________

एडिटर: विनोद आर्य
________
+91 94244 37885

तीनबत्ती न्यूज़. कॉम की खबरे पढ़ने
  NEW फेसबुक पेज  और ट्वीटर से जुड़ने  लाईक / फॉलो करे





ट्वीटर  फॉलो करें

वेबसाईट



______________________________

Share:

शिव मंदिर में भगवान को मांगपत्र पढ़कर सुनाया संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने

शिव मंदिर में भगवान को मांगपत्र पढ़कर सुनाया संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने

  

सागर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत प्रदेश के 32000 संविदा कर्मचारी समस्त 51  जिला मुख्यालयों में चरणबद्ध अनिश्चितकालीन हड़ताल पर आ गये हैं। हड़ताल के पहले दिन सागर के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा परकोटा स्थित शिव मंदिर में भगवान को नियमितीकरण व निष्कासित-आउटसोर्स कर्मचारियों की बहाली संबंधित मांगपत्र पढ़कर सुनाया व भगवान को मांगपत्र की कॉपी अर्पित की। 
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर मंदिर में भजन कीर्तन करते हुए  मांगपत्र की प्रतियां लगाकर प्रदेश सरकार की सद्बुद्धि की कामना करते हुए कहा कि संविदा कर्मचारियों के सुरक्षित भविष्य की सारी उम्मीदें अब भगवान से ही बची हुई हैं जब तक ईश्वर सद्बुद्धि नहीं देंगे तभी सरकार संविदा हितों पर कार्यवाही करेगी। 

 इस अवसर पर संघ के प्रांतीय संयोजक अमिताभ चौबे, शैलेश डेहरिया, राजेश श्रीवास्तव, सुरभि साहू, मनीष बोहरे, चन्द्रशेखर कोरी, नूर उल हसन,डॉ. अनूप साहू,डॉ हर्ष कोरी, संजीव पटैरिया, अनुराग मलैया, अखिलेश भट्ट, नरेश सैनी, डाॅ. राजेन्द्र तिवारी, रामकुमार श्रीवास्तव, सतीश वैद्य, संतोष पाठक, नीतेश पारोची, कविता चैरसिया, भूपेन्द्र सिंह लोधी, विजय अहिरवार, पवन विश्वकर्मा, डाॅ. मुकेश सेन, डाॅ. मोना गुप्ता सहित बड़ी संख्या में संविदा कर्मचारी उपस्थित थे।



_____________________________

एडिटर: विनोद आर्य
________
+91 94244 37885

तीनबत्ती न्यूज़. कॉम की खबरे पढ़ने
  NEW फेसबुक पेज  और ट्वीटर से जुड़ने  लाईक / फॉलो करे





ट्वीटर  फॉलो करें

वेबसाईट



______________________________

Share:

Archive