बंसल क्लासेस,सागर +916232102606. +919340574756

मध्यांचल ग्रामीण बैंक के सेवानिवृत्त कर्मचारियों का प्रदर्शन 21 अक्टूबर को सागर में ,13 जिलों से आएंगे

मध्यांचल ग्रामीण बैंक के  सेवानिवृत्त कर्मचारियों का प्रदर्शन 21 अक्टूबर को सागर में,13 जिलों से आएंगे 
सागर । मध्यांचल ग्रामीण बैंक के  सेवानिवृत्त कर्मचारियों द्वारा अपनी 20 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन 21 अक्टूबर को प्रधान कार्यालय मध्यांचल ग्रामीण बैंक सागर के सामने किया जाएगा। इसमे 13 जिलों के अलावा देश/ प्रदेश के बैंक कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी भी शामिल होंगे।मध्यांचल ग्रामीण बैंक सेवानिवृत्त समन्वय समिति ने आज मीडिया को यह जानकारी दी। संयोजक एस के चोरिसिया,एस एन द्विवेदी सतना, आर एस नायक,एस के टंडन,,ऋषभ जैन,एल के दुबे,के के पाठक, एल एन साहू ने यह जानकारी दी।
        रिटायर्ड कर्मचारियों के अनुसारमध्यांचल ग्रामीण बैंक, 1 नवंबर 2012 को स्टेट बैंक द्वारा प्रायोजित मध्य भारत ग्रामीण बैंक,इलाहाबाद बैंक द्वारा प्रायोजित शारदा ग्रामीण बैंक एवं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा प्रायोजित
रीवा सीधी ग्रामीण बैंक के समामेलन के उपरांत अस्तित्व में आया । समामेलन के तुरंत बाद से
प्रवर्तक बैंक भारतीय स्टेट बैंक द्वारा समामेलित बैंक के अधिकारियों कर्मचारियों के साथ
दुर्भावनापूर्ण कार्यवाही की जाती रही हैं इनमें चाहे वेतन या भत्ता हो, या अन्य देय सुविधाएं सभीमें काट छांट कर आधा अधूरा भुगतान करना स्टेट बैंक प्रबंधन की आदत में शुमार है इसी कड़ीमें 25 अप्रैल 2018 को दशकों की लड़ाई के बाद माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के उपरांतग्रामीण बैंकों में लागू पेंशन योजना के अंतर्गत मध्यांचल ग्रामीण बैंक पेंशन नियम 2018 बनायागया । किंतु मध्यांचल ग्रामीण बैंक प्रबंधन दद्वारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों तथाभारत सरकार एवं नाबार्ड के परिपत्रों व दिशा निर्देशों के साथ साथ समय-समय पर वीडियोकॉन्फ्रेंस के जरिए दिए गए मार्गदर्शन एवं निर्देशों को बलाए ताक रखकर पेंशन निर्धारण में विलंबपर विलंब करते हुए जून 2019 से पेंशन भुगतान प्रारम्भ किया गया, इस तरह आर्थिक क्षतिपहुंचाने का हर समय प्रयास किया गया है । इसी कड़ी में नीचे दिए गए विवरण विवरण केअनुसार माननीय सुप्रीम कोर्ट की मंशा को दरकिनार करते हुए अनावश्यक गतिरोध पैदा करते हुएसमस्याओं का सृजन किया गया है हमारी प्रमुख ज्वलंत समस्याएं जो आनी ही नहीं चाहिए थींबैंक द्वारा जानबूझकर निर्मित की गई है और बैंक प्रबंधन न तो कभी वार्ता के लिए तत्पर होता
है और ना हमारे मांग पत्रों ज्ञापनों पर कोई संज्ञान लेता है । परिणाम स्वरूप हमें आंदोलन कीराह पकड़ना हमारी मजबूरी बन गई है वरना 60 साल से 75 साल तक की उम्र के लोगों को
आंदोलन जैसे मार्ग नहीं भाते हैं ।
ये है मांगें 
1. माह अप्रेल 2018 से माह अप्रेल 2019 की बकाया पेंशन का भुगतान । इसे आज ही
समस्त सेवानिवृत्त साथियों के खातों में अंतरित किया जाये साथ ही विलंबित अवधि हेतु
18% की दर से ब्याज भुगतान किया जाये जैसा कि से. नि. साथियों के ब्रिज लोन पर
बैंक ने बसूल किया है ।
2. पेंशन सारांशीकरण से संबन्धित विस्तृत दिशा निर्देश शीघ्र जारी किये जायें जिसमें अधिकृतचिकित्सकों की सूची, आवेदन पत्र संलग्न हो ।
 3. जिन सेवायुक्तों की पेंशन का निर्धारण हड़ताल या अन्य कारण से की गई वेतन कटौती
के कारण कम किया गया है उसे पेंशन रेगुलेशन 2018 की धारा 36(4) के अनुसार
अद्यतन किया जाये ।
4. माह अप्रेल 2018 एवं इसके बाद सेवानिवृत्त साथियों से 58 से 60 वर्ष के दौरान की EPGo
से प्राप्त पेंशन की बसूली बंद की जाये एवं बसूल की गई राशि वापिस की जाये अन्यथा
इस कटौती के संबंध मे वित मंत्रालय भारत सरकार, नाबार्ड एवं EPFO के निर्देश यदि
कोई हैं तो उनकी की प्रति दी जाये ।
5. पेंशन भुगतान आदेश (PPO) समस्त आवश्यक जानकारी सहित जैसे कि अन्य बैंकों द्वाराजारी किये गये हैं, पुनः जारी किये जायें ।
6. इस्तीफा देने के कारण दिनांक 01-04-2018 को या उसके पश्चात सेवानिवृत्त हुये सेवायुक्तोंको पेंशन विनियम 2018 के नियम 27 के अनुसार पेंशन भुगतान की जाये ।
7. जिन सेवानिवृत्त साथियों से पीएफ़ बैंक अंशदान की राशि EPFO के अभिलेख में दर्शित
राशि से अधिक बसूली गई है उसे वापिस किया जाये ।
8. पेंशन विनियम 2018 के नियम 29 के अनुसार सेवा से पदच्युत, निष्काषित सेवायुक्तों को अनुकंपा पेंशन दी जाये ।
9. पेंशन से की जाने वाली आयकर की कटौती के पूर्व विनियोजन संबंधी जानकारी प्राप्त की
जाये इस हेतु प्रक्रिया तैयार की जाये ।
10. पेंशन गणना में हुई त्रुटियों के संबंध में प्राप्त अभ्यावेदनों का शीघ्र निबटारा किया जाये ।
11. पेंशन विनियम 2018 के नियम 39(1) के अनुसार एसे सेवानिवृत्त साथी जिनकी मृत्यु
प्रभावी दिनांक 01-04-2018 को या उसके पश्चात हुई है, उन्हें भी निर्धारित पेंशन
सारांशीकरण राशि का लाभ दिया जाये ।
12. रिजर्व बैंक एवं नाबार्ड के दिशा निर्देशों का उल्लंघन कर ब्रिज लोन पर 18% ब्याज बसूल
__किया गया है जबकि अन्य बैंकों में 9% से 12% के बीच ब्याजदर रखी गई थी।
13. पेंशन राशि में यदि कोई कटौती की जाती है तो समुचित कारण सहित सूचित किया जाये
14. पेंशन विनियम 2018 के नियम 24(ब) के अनुसार सीधी भर्ती में यदि किसी सेवायुक्त को
उच्चतर आयु सीमा में छूट दी गई है तो उनकी कुल सेवा अवधि की गणना में उक्तनियम के प्रावधानों के अनुसार छूट दी गई आयु के वर्षों को भी जोड़ा जाये ।

15. मध्यांचल ग्रामीण बैंक के पूर्व घटक बैंक शारदा ग्रामीण बैंक, रीवा सीधी ग्रामीण बैंक एवं अन्य ग्रामीण बैंकों के
सेवायुक्तों के समान FPP का भुगतान समस्त सेवायुक्तों को किया जाये चंकि ग्रामीण बैंको में वेतन संरचना एकजैसी ही है।
16. माननीय उच्च न्यायालय एवं माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्णय अनसार उपदान संबंधी स्पष्ट निर्देश का विधिवतपालन अभी तक नहीं किया गया है। प्रत्येक प्रभावित सेवायुक्त को 10 वें वेतनमान के अनुसार गणना कर उपदानराशि न्यायालय के निर्देशानुसार भुगतान की जाये।
17. बैंक के पेंशन फंड ट्रस्ट में कम से कम दो सेवानिवृत्त साथियों को सदस्य बनाया जाये।
18. समस्त रिटायर्ड स्टॉफ एवं उनके परिवार के लिये बैंक बैंक द्वारा ग्रुप मेडिक्लेम पॉलिसी यथाशीघ्र प्रारम्भ कराई जाये
19. I नियम 16 में परिभाषित खंडित सेवा अवधि यदि 6 माह से कम है तो उसे छोड़ दिया जाना है जबकि 6 माह याअधिक की अवधि को 1 वर्ष के पूर्णांक में पेंशन अवधि में गणना में शामिल किए जाने के निर्देश को नजरअंदाज कर6
माह या अधिक अवधि की खंडित सेवाकाल को पेंशन पात्रता गणना में नहीं लिया गया है इसमें सुधार कर सभी
पेंशनरों के 6 माह या अधिक 1 वर्ष से कम खंडित सेवाकाल को 1 वर्ष में पूर्ण अंकित कर बड़े हुए सेवाकाल केअनुसार पेंशन की गणना सुनिश्चित की जाए परिवार पेंशन गणना में स्टेग्नेशन इंक्रीमेंट को मूल वेतन से पृथक करपेंशन का निर्धारण किया गया है जबकि स्टैग्नेशन इंक्रीमेंट मूल वेतन ही है और अर्हक वेतन का भाग है इसमें सुधारकर पेंशन की गणना सुनिश्चित की जाए।
20. नियम 27,28,29, 30 व 31 के अनुसार सेवा पदच्युत, terminated, removed, dismissed सेवायुक्तों को भी
पेंशन/निर्वाह भत्ता का भुगतान प्रारम्भ किया जाय।
Share:

बदला बदला सा इन्वेस्टर समिट

बदला बदला सा इन्वेस्टर समिट 

ब्रजेश राजपूत/सुबह सवेरे में ग्राउंड रिपोर्ट 

तीन साल पहले वो भी अक्टूबर के ही दिन थे जब इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के हाल में सामने बैठे पत्रकारों के सामने उस समय के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दो दिन के इन्वेटस्टर समिट की समाप्ति पर समिट में आये निवेश प्रस्तावों का ब्यौरा दे रहे थे। वो बहुत खुश थे और उससे ज्यादा खुश उनके बगल में बैठे उस वक्त के मुख्य सचिव आर परशुराम थे। अपनी बात खत्म करते करते शिवरात सिंह ने कहा कि निवेशकों को प्रदेश में उदयोग लगाने के लिये बुलाना सतत प्रक्रिया है और अगला इन्वेस्टर समिट इंदौर में ही तीन साल बाद अक्टूबर में होगा। इस बयान पर सामने बैठै हम पत्रकारों का चौंकना स्वाभाविक था क्योंकि तीसरे और चौथे समिट के बीच में था विधानसभा 2018 का चुनाव। जिसमें पंद्रह साल से सरकार संभाल कर बैठी बीजेपी को चुनौती मिलना तय थी मगर लंबे समय से प्रदेश की पहचान बन चुके मुख्यमंत्री शिवराज सिहं ये मानने को तैयार नहीं थे और ये उनका आत्मविश्वास बोल रहा था कि अगला समिट वही करवायेंगे। जब हममें से किसी पत्रकार ने पूछा भी कि अगली समिट के मेजबानी भी वही करेंगेे तो उनका जबाव था कि जरूर मैं ही रहूंगा और आपको भरोसा क्यों नहीं हो रहा। हम सब शिवराज सिंह के इस आत्मविश्वास पर दंग रह गये और मानकर ही इंदौर से लौैटे थे कि अगले तीन साल बाद हम जब फिर यहंा आयेंगे तो इन्वेस्टर समिट इससे भी भव्य होगा ओर उसे शिवराज सिंह ही करायेंगे। 
मगर सब कुछ वैसा नहीं होता जैसा हम चाहते हैं इसी का नाम वक्त है। इन तीन सालों में सब कुछ बदल गया था। हम सारे पत्रकार अक्टूबर 2019 में इंदौर के बिलियंट कनवेंशन हाल के उसी कमरे में बैठे थे। जहंा तीन साल पहले शिवराज सिंह पत्रकार वार्ता कर रहे थे। अब एक दिन के इन्वेस्टर समिट के बाद पत्रकार वार्ता हो रही थी, हम सवाल पूछने वाले वही थे मगर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने वाले बदल गये थे। वहंा अपने विशेप अंदाज यानिकि एक पैर पर दूसरे पैर को आडा रख कर बैठे हुये थे मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनकी बगल में थे मुख्य सचिव सुधीरंजन मोहंती। बातें वहीं निवेश की हो रही थी सवाल वही पूछे जा रहे थे हां जबाव थोडे बदले हुये थे जिनमें उम्मीदें कम सच्चाई ज्यादा दिख रही थी। 
इस बार की समिट बदली बदली दिखी। पिछले आयोजनों में जो भव्यता और भीड दिखती थी वो इस बार गायब थी। कम लोगों को बुलाया गया था जो काम के थे। जनसभा आमसभा और मेला जैसी अनुभूति सम्मेलन स्थल के बाहर से लेकर अंदर मुख्य हाल में भी नहीं दिख रही थी। हंा  दो तीन पंडालों में कुछ प्रदर्शनियां जरूर लगायीं गयी थी जिसमें प्रर्दशनी लगाने वाले ज्यादा और देखने वाले कम थे। मीडिया सेंटर में भी पिछले आयोजनों जैसी भीड नहीं उमडी थी मीडिया का ख्याल रखने वाले अफसर भी बेफ्रिकी में ही दिखे उनका मकसद पत्रकारोें तक वहंा पहचाना ही था बाद की वो ही जानें। किसी प्रकार की जानकारी फोल्डर किताबें पेन पेंसिल से उनका लेना देना नहीं था। इस बेफिक्री की वजह है सरकार के मुखिया कमलनाथ जो मीडिया को जरूरत के मुताबिक ही भाव देते हैं पिछली सरकार के वक्त जैसी दादागिरी मीडिया संस्थानों की होती आयी है वो इस बार गायब रही। अखबारों के बाहर के विज्ञापनों के जैकेट और पैकेट कम नजर आये। वरना पिछली समित के पंडालों में तो छोटे से छोटे अखबार भी विज्ञापनों के भरे रहते थे और पूरी समिट में यहंा वहां बिखरे पडे रहते थे। कभी उनको देखकर दुख भी होता था कि कैसी जनता की गाढी कमाई से विज्ञापनों की गंगा गोदावरी बहायी जा रही है। 
पिछले सम्मेनलों में दूर दराज से आये निवेशक तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह की सहज सरल छवि को देखकर मुग्ध हो जाते थे। उनके लंबे लंबे दिल को छू लेने वाले संबोधनों में जमकर तालियां बजती थीं। निवेशक मंच से ही बडे बडे निवेश घोपणाओं का ऐलान वैसे ही भावुक होकर करते थे जैसा शिवराज जी का भापण होता था और इधर हम सामने बैठे समझते थे कि अब तो मध्यप्रदेश स्वर्णिम होकर ही रहेगा रोजगार की नदियां बह जायेंगी और हमारे अपने बच्चों को नौकरी करने पुणे बेंगलूर जाने से मुक्ति मिलेगी मगर ये चौथा बडा समिट था जिसके बाद हम समझे कि वाायदे करने और निभाने में बडा फर्क होता है। उन सम्मेलनों में किये गये निवेश के वायदों  में से सिर्फ 25 फीसदी ही धरातल पर उतरे मगर किसान पुत्र शिवराज सिंह से अलग हैं कारोबारी कमलनाथ। कमलनाथ शिवराज के लच्छेदार भापणों के उलट कम बोलते हैं तार्किक बोलते हैं उनके बोलने से उनकी गहराई और दुनियावी समझ का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस सम्मेलन में आये निवेशक या उदयोगपतियों को वो बहुत पहले से जानते थे उनमें से कईयों से उनके व्यक्तिगत रिश्ते हैं अधिकतर निवेशक उनके कहने पर ही आये थे कुछ ने मंच से उनके काम करने की शैली पर भी टिप्पणी की इंडिया सीमेंट के श्रीनिवासन ने कहा कि कमलनाथ के पास समय कम होता है वो बहुत व्यस्त रहते हैं मगर अच्छे आइडिया और कामों के लिये वो हमेशा समय देते हैं। ये सरकार इस तेजी से हम उदयोगपतियों के लिये काम कर रही है कि हम दबाव में हैं हम बोलते हैं और वो तय कर देते हैं हम मांगते हैं वो दे देते हैं ऐसा कमलनाथ की लीडरशिप में ही हो सकता है। खैर इस समिट के बाद कमलनाथ ने कई बार पूछने पर भी नहीं बताया कि कितने लाख करोउ रूप्ये का निवेश प्रदेश में आयेगा। वो बार बार यही कहते रहे कि निवेशक सरकार पर भरोसा करें प्रदेश में पैसा लगाने की सोचंे हम ऐसा माहौल बनाना चाह रहे हैं क्योंकि विश्वास के माहौल में ही निवेश आयेगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा। इंदौर से भोपाल लौटने पर फिर उम्मीदें उफान पर हैं। उम्मीद कर रहे हैं कि अगले समिट को जब फिर इंदौर जायेगे तो इंदौर भोपाल के रासते के दोनों और गुजरात सरीखे कारोबार पनपें दिखें तो ही ये कमलनाथ और ऐसे समिटों की सफलता है वरना सिर्फ दावे और वायदे करने के लिये जनता के करोडों रूप्ये क्यों उडाये जा रहे हैं सालों से। 
ब्रजेश राजपूत,
भोपाल
Share:

ट्रक और आपे वाहन की भीषण टक्कर,चालक की मौत, जेसीबी की मदद से निकला वाहन

ट्रक और आपे वाहन की भीषण टक्कर,चालक की मौत, जेसीबी की मदद से निकला वाहन
 सागर । सागर -जबलपुर सड़क मार्ग पर परसोरिया - सानौधा थाना अर्न्तगंत पुराई की तलाई के  सागर से जबलपुर तरफ जा रहे ट्रक क्रमॉंक एम पी 09 जी एच जी 3185 के चालक ने सामने से आ रहे छोटा हाथी आपे क्रमाँक एम पी 09 जी एच 4579 जोरदार टक्कर मार दी। जिससे छोटा हाथी का चालक अपने ही वाहन में बुरी तरह फसं गया और मौके पर ही मौत हो गई।वही ट्रक चालक मौके पर ही ट्रक छोड़कर फरार हो गया।
         वही सूचना मिलते ही सानौधा पुलिस मौके पर पहुंच कर पंचनामा कार्यवाही कर शव को जेसीबी की मदद् से निकाल कर जिला अस्फताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।अौर वही मृतक की तलाशी के दौरान मिले दस्तावेज से मृतक की शिनास्त सदींप यादव पिता महेश यादव इन्दौर के रुप में हुई है।पुलिस द्वारा मृतक के परिजनों को मोबाईल पर सूचना दे दी है।वही पुलिस ने अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ धारा 304A मोटर व्हीकल एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी चालक की तलाश शुरु कर दी है।वही घटना स्थल से गुजर रहे नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के पुत्र अभिषेक भार्गव भी वहाँ रूक कर जेसीबी बुलाई।
Share:

भोपाल -सागर बस के बैटरी केबिन में लगी आग,हादसा टला

भोपाल -सागर बस के बैटरी केबिन में लगी आग,हादसा टला
सागर ।सागर से भोपाल जा रही एक यात्री बस के बैटरी केबिन में अचानक आग  लग गई ग्रामीणों ने बस के बैटरी केबिन के पास से धुआं निकलता देखा तो तत्काल बस को रुकवाया जिसके बाद ग्रामीणों ने तथा बस चालक ने तत्काल बस रोकी और आग को बुझाया। गुरुचरण ट्रेवल्स की बस सागर से भोपाल के लिए निकली थी तभी सिहोरा के पास लोगो ने बैटरी केबिन के पास से धुंआ निकल ता देखा  ग्रामीणों की सजगता के चलते इससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई जिस दौरान यह हादसा हुआ यात्रियों में हड़कंप मच गया बाद में बस को ठीक करके वहां से रवाना किया गया है।
Share:

सेवादल का वृहद प्रशिक्षण शिविर सागर में होगा: सेवादल अध्यक्ष डॉ सत्येंद्र यादव

सेवादल का वृहद प्रशिक्षण शिविर सागर में होगा: सेवादल अध्यक्ष डॉ सत्येंद्र यादव
सागर । प्रदेश काँग्रेस सेवादल के  अध्यक्ष डॉ सत्येंद्र यादव ने कहा है कि सेवादल का  वृहद प्रशिक्षण शिविर  जल्दी सागर में आयोजित होगा।वर्तमान में सेवादल के उपर दोहरा भार है। एक ओर  कांग्रेस सरकार के कार्यक्रमो के क्रियान्वयन में उन्हे सहयोग देना और  मुख्यमंत्री  कमलनाथ के जन कल्यााणकारी कार्यक्रमों का लाभ आम जनता को दिलवाने का काम उन्हे करना है। 
               सेवादल अध्यक्ष  डाॅ.सत्येन्द्र यादव ने सेवादल पदाधिकारीयों एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में कहते हुये कहा कि प्रदेष में नगरीय निकाय चुनावों में हमें महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।। सागर शहर सेवादल अध्यक्ष सिन्टू कटारे ने कहा कि  कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिऐ सेवादल जी जान से प्रयास करेगी।इस अवसर पर म.प्र.कांग्रेस कमेटी सदस्य कमलेश बघेल ने कहा कि आगामी निकाय चुनाव में भाजपा के भ्रश्टाचार से जुड़ी कार्यवाही को आम जनता तक ले जाना हमारी जिम्मेदारी है।                प्रदेष सचिव  अमित दुबे रामजी ने कहा कि सागर में सेवादल संगठन बेहतर ढ़ग से कार्य करके नये लोगों तक अपनी पहुच बना रहा है। इसका लाभ हमें मिलेगा।  सुरेन्द्र सुहाने ने कहा कि हमारी प्राथमिकता संगठन स्तर पर अच्छे लोगो को मंच उपलब्ध करवाने की हो ताकि सरकार की कल्याण कारी नीतियों का लाभ निचले स्तर के लोगो को मिलसके। राम कुमार पचैरी ने सागर में  राष्ट्रीय स्तर के प्राषिक्षण षिविर आयोजित करने को मांग करते हुये कहा कि इससे सेवादल का संगठन मजबूती से खड़ा होगा। कार्यक्रता सम्मेलन को  मुकुल पुरोहित ,विजय साहू सेवादल प्रभारी धर्मेन्द्र दुबे सुरेन्द्र चैबे आदि ने संबोधित किया। हेम कुमारी कुर्मी कार्यक्रम संचालन अब्दुल रफीक गनी एवं द्वारका चैधरी ने किया। आभार राजाराम सरवैया ने माना।कार्यक्रम मे मौजूद लोगो मे पूर्व विधायक सुनील जैन,श्री नीरज मुखारया, संदीप सवलोक,पप्पू गुप्ता,जितेन्द्र चावला चक्रेस सिंघई,महेष जाटव,भावना रोहन,किरनलता सोनी,भैयन पटैल,राजू राठौर,राकेष सरवैया,साबिर हुसैन पम्मा, ब्रिजेन्द्रनगरिया,गीता अहिरवार,मीरा अहिरवार,रेखा गुप्ता,जानकी सेन,मिथून घारू,अरविंद मछन्दर,राजेष यादव? प्रीतम यादव,अभीलाश जैन,सिद्यीक राईन,इम्तयाज हुसैन,फईम अंसारी,आनंद हेला,अरूण चकिया,राजेष उपाध्याय, अन्नू घोसी,सूर्या यादव,नितिन पचैरी,राहूल व्यास,रानू राजपूत,देषराज यादव,सिकन्दर चैहान सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
ग्रामीण सेवादल की बैठक में नियुक्ति पत्र सौंपे 
       सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सत्येंद्र यादव  अपने संगठनात्मक भ्रमण के दौरान जिला कांग्रेस सेवादल ग्रामीण अध्यक्ष डॉ राजेंद्र चौबे द्वारा ग्राम बमोरी बीका में संगठन की जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मध्यप्रदेश कांग्रेस सेवादल के मीडिया समन्वयक डॉ संदीप सबलोक तथा प्रदेश संयोजक विजय साहू विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान ग्रामीण सेवादल के नव नियुक्त पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए।अतिथियों का आभार श्याम करवरिया द्वारा व्यक्त किया गया
            इस अवसर पर रहली ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष शिवराज सिंह मुकेश खटीक मनोज सोनवार संगीता तिवारी राहतगढ़ शशि राज बीना मोतीबाई बम्होरी पंकज पाटकर चंद्रभान अहिरवार महेंद्र तिवारी राजेंद्र नायक विजय पटेरिया अनिल सोनी जैसीनगर अजब सिंह ठाकुर रजवास राजकुमार सेन सोनू चौरसिया बरोदिया संतोष यादव बंडा समेत बड़ी संख्या में सेवादल की नवनियुक्त पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
                        
                                               
Share:

बिजली मीटर। स्वयं फोटो मीटर रीडिंग अपलोड कर सकेंगे उपभोक्ता


बिजली मीटर।  स्वयं फोटो मीटर रीडिंग अपलोड कर सकेंगे उपभोक्ता
सागर।शहर के बिजली उपभोक्ता अपने एण्ड्रायड मोबाईल फोनों पर स्मार्ट बिजली एप डाउन लोड करके विभिन्न 16 प्रकार की  सुविधायें घर बैठे पा सकते हैं । इन में अपने विद्युत कनेक्शनों की सेल्फ फोटो मीटर रीडिंग करके कंपनी के बिलिंग प्रोग्राम के लिए अपलोड करने की सुविधा भी जोड़ी गई है । इस सुविधा से बिजली उपभोक्ता बिलिंग साइकिल में अपनी वास्वविक विद्युत खपत का बिल प्राप्त करने का अवसर प्राप्त कर सकेंगे । यह सुविधा जबलपुर शहर और दमोह सर्किल को छोड़ कर शेष कंपनी क्षेत्र में उपलब्ध है।बिजली  कंपनी के द्वारा इस सुविधा का स्वयं प्रयोग करने और इसे अन्य उपभोक्ताओं में प्रेरित  करने एडवाइजरी जारी  की है ।
हर महीने की 10 से 15 तारीख के बीच हॉइ अपलोडिंग
 आधिकारिक जानकारी के अनुसार सुविधा प्रत्येक माह 10 से 15 तारीख के मध्य उपलब्ध होगी । इसके लिए कंपनी के स्मार्ट बिजली एप के मीटर रीडिंग अपलोड फोटो आप्शन और आईव्हीआरएस नंबर का प्रयोग किया जा सकता है । मीटर रीडिंग के समय मीटर में दर्शित मीटर रीडिंग की साफ फोटो जिसमें मीटर कर नंबर भी दिखाई देता रहे, अपलोड किया जा सकेगा । उपभोक्ताओं द्वारा अपलोड की गई फोटो मीटर रीडिंगों की शुद्धता का वैलिडेशन कंपनी स्तर से किया जा सकेगा और बिल जारी हो सकेंगे ।



Share:

Archive