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कैप्सूल लिफ्ट नीचे गिरी, पाथ इंडिया कम्पनी के मालिक पुनीत अग्रवाल सहित छह की मौत महू के पातालपानी की घटना

कैप्सूल लिफ्ट नीचे  गिरी, पाथ इंडिया कम्पनी के मालिक पुनीत अग्रवाल सहित छह की मौत
महू के पातालपानी की घटना
इंदौर । महू के  पास  बने पर्यटन स्थिल पातालपानी में बने एक  निजी फार्म हाउस परिसर  में मंगलवार बड़ा हादसा हो गया। इसमें पाथ इंडिया कंपनी के मालिक पुनीत अग्रवाल, उनके बेटी, दामाद, पोते समेत 6 लोगों कीमौत हो गई। अग्रवाल परिवार के इस फार्म हाउस में 65-70  फीट ऊंचा टावर बना है । इस टावर से   पातालपानी का नजारा दिखता है।नई साल का जश्न मनाने यहां इकठ्ठा हुए थे। इस पर जाने के लिए कैप्सूल लिफ्ट बनी हुई  थी । जो तकनीकी गड़बड़ी के कारण नीचे आ गिरी। इसके कारणों की जांच की जा रही है । इस टावर के अंदर काम लगा हुआ है। 
एएसपी धर्मराज मीणा ने बताया कि हादसे में पुनीत अग्रवाल, पलक, पलकेश, नव, गौरव और आर्यवीर की मौत हो गई। पुनीत अग्रवाल अपने परिवार के साथ फार्म हाउस पर पिकनिक मनाने के लिए गए थे। शाम सात बजे वह सपरिवार टावर मेंलिफ्ट के ऊपर गए। 70 फीट की ऊंचाई से अचानक लिफ्ट गिर गई। 
पीपीपी मॉडल अपनाने वाले पुनीत अग्रवाल 
पाथ इंडिया के डायरेक्टर पुनीत अग्रवाल की गिनती पीपीपी मॉडल की शुरुआत करने वाले देश के चुनिंदा कॉन्ट्रैक्टर्स में होती थी। इंदौर में 2004 में सिंहस्थ के दौरान उन्होंने एमआर 10 पर पीपीपी मॉडल पर काम किया और रेलवे ओवरब्रिज बनाया। उन्होंने इंदौर खलघाट नेशनल हाईवे, महू-मंडलेश्वर रोड, जयपुर-रींगस फोरलेन रोड, झांसी-उरई रोड, आगरा-ग्वालियर रोड प्रोजेक्ट पर भी काम किया। एमकॉम तक शिक्षा हासिल करने वाले पुनीत अग्रवाल ने 18 वर्ष की आयु में ही पिता प्रकाश का कामकाज संभाल लिया था। पाथ इंडिया के पास मौजूदा समय में देश के 10 बड़े टोल रोड के मेंटेनेंस का काम है। हादसे की खबर लगते ही उनके शुभचिंतकों और कम्पनी से जुड़े लोग अस्पताल पहुचे।

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नौ दिन तक मौन रहकर 25 साधकों ने पूरी की विपश्यना साधना

नौ दिन तक मौन रहकर 25 साधकों ने पूरी की विपश्यना साधना
सागर। नौ दिन तक आर्य मौन व्रत रखते हुए एवं कठोर ध्यान अभ्यास के साथ 25 साधकों ने साल के अंतिम दिन मंगलवार को अपनी साधना पूरी की। विपश्यना समिति सागर की ओर से शहर में पहली बार मकरोनिया के एक निजी स्कूल में दस दिवसीय निशुल्क विपश्यना शिविर का आयोजन किया गया था। 21 दिसंबर से शिविर की शुरुआत हुई। प्रदेश भर से पहुंचे नए एवं पुराने साधकों ने 22 दिसंबर से विपश्यना कोर्स शुरू किया। 31 दिसंबर को मौन तोड़ने के बाद शिविर का समापन हो गया। 
समिति के सदस्य अभिनेष अग्रवाल ने बताया कि हालांकि शिविर का समापन हो चुका है, लेकिन ये सभी 25 साधक बुधवार सुबह 7.30 बजे अपने-अपने गंतव्य की ओर रवाना होंगे। विपश्यी साधक एवं समिति के सदस्य इंजी. अभय चौरसिया ने शिविर की सफलता के बारे में बताया कि समिति की ओर से सागर में लगा यह शिविर पूरी तरह सार्थक साबित हुआ है। शिविर के दौरान 16 पुरूष साधक एवं 9 महिला साधकों ने सफलतापूर्वक विपश्यना ध्यान अभ्यास किया और दस दिन तक बिना कुछ बोले इस कठिन साधना के जरिए अपनी ऊर्जा में वृद्धि की। 
क्या है विपश्यना
विपश्यना समिति सागर के सदस्य अनुराग सिंह राजपूत ने बताया कि महात्मा बुद्ध जो तप किया करते थे उसी का सबसे परिष्कृत रूप है विपश्यना साधना। विपश्यना यानि फिर से देखना..। इस साधना के जरिए साधक अपने मन को किसी एक स्थान पर एकाग्र करने के बाद एक-एक कर शरीर के हर हिस्से पर इसे ले जाता है, जिससे उसके विकार बाहर निकलते हैं। धीरे-धीरे कर साधक अपने कर्म बंधनों से मुक्त होता जाता है। 
शिविर के दौरान बोलना, एक दूसरे को देखना तक मना है
विपश्यना का दस दिवसीय आवासीय शिविर पूरी तरह निशुल्क होता है। नए साधकों से इस दौरान न तो किसी तरह का दान लिया जाता है और न ही किसी तरह का शुल्क। रहने और खाने-पीेने की सभी व्यवस्थाएं समिति की ओर से निशुल्क की जाती हैं। शिविर के दौरान साधकों को पूरे 9 दिन तक मौन का पालन अनिवार्य होता है। साथ में रहने के बाद भी एक-दूसरे से बोलने की मनाही है। इतना ही नहीं एक-दूसरे की आंख से आंख मिलाकर देखना भी नहीं है। ऐसा माना जाता है कि बोलने, एक दूसरे को छूने या आंख से आंख मिलाकर देखने से ऊर्जा का ह्रास होता है। शिविर पूरा करने के बाद साधक ऊर्जा से लबरेज हो जाता है। 

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कांग्रेस सेवादल के 96 वर्ष पूरे, सेवा कार्यकम का आयोजन

कांग्रेस सेवादल के 96 वर्ष पूरे, सेवा कार्यकम का आयोजन
सागर। कांग्रेस सेवादल दल दिवस सप्ताह के समापन पर कांग्रेस सेवादल के 96 साल पूर्ण होने पर सेवादल की शहर ईकाई ने सेवा भावी कार्यक्रमो का आयोज किया। इस मौके पर सेवादल काँग्रेस अध्यक्ष सिंटू कटारे ने  पहलवान बब्बा मंदिर  परिसर में गरीब लोगों को ठंड से बचने के लिए कंबल वितरित किये ।स्थापना दिवस पर  कांग्रेस सेवादल की शपथग्रहण का आयोजन किया। इस अवसर पर सेवादल के प्रदेशपदाधिकारी डाॅ संदीप सबलोक, विजय साहू, राजाराम सरवैया, द्वारका चौधरी, सेवादल वोड॔ के सदस्य कमलेश बघेल ,प्रदेश सचिव अमित दुबे राम जी,कार्यकारी अध्यक्ष  जितेंद्र सिंह चावला , रंजीत राठौर, पप्पू गुप्ता ,ओंम प्रकाश पांडेय, राजेश यादव , नरेन्द्र कोष्टी ,कमलेश मछंदर, मिथुन घारु ,राहुल जाटव, मजहर हासमी ,रोहित ,फहीम अन्सारी मछंदर, राहुल सनकत, विनय मछंदर, गोलू जाटव आदि शामिल हुए।
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निर्बल के बल राम:आचार्य ब्रजपाल शुक्ल कथा के अंतिम दिन पहुचे पूर्व मन्त्री सुरेंद्र चोधरी,भाजपा नेता राजेन्द्र सिंह मोकलपुर

निर्बल के बल राम:आचार्य ब्रजपाल शुक्ल

#कथा के अंतिम दिन पहुचे पूर्व मन्त्री सुरेंद्र चोधरी,भाजपा नेता राजेन्द्र सिंह मोकलपुर
सागर।माखनलाल पत्रकारिता विवि के कुलपति दीपक तिवारी के निवास पर चल रही राम कथा में अंतिम दिवस व्यास पीठ से कथा व्यास ने कहा की संसार का मनुष्य कितना भी समर्थ क्यो न हो किन्तु वह असमर्थ ही होता है। अपने शरीर के प्रति पत्नी और पुत्र के प्रति प्रायः आसक्त ही होता है।इनकी सुरक्षा करते हुए ही निर्बल की कुछ सहायता कर सकता है। कभी कभी वीरता के कारण मनुष्य युद्ध करके प्राण त्याग भी कर देता है।वीरता और उदारता प्रायः सभी मनुष्यों में नही होती हैं। सम्पूर्ण वीरता और सम्पूर्ण उदारता मात्र भगवान में ही होती हैं।
लक्ष्मण तथा जानकी के सहित रामजी अपने पारिवारिक विग्रह के कारण वनवास दुःख में भी दुःखी नही हुए।रामजी को देखकर चित्रकूट में सभी ऋषियों ने आकर श्रीराम जी से निवेदन किया तथा राक्षसों के द्वारा मारे गए लाखों ऋषियों के हड्डियों के समूह को दिखाया और कहाकी संसार मे न तो आपको कोई दुःखी कर सकता है और न तो पराजित कर सकता इसलिए आप ही हम सब की रक्षा करने में समर्थ हैं।
निशिचर निकर सकल मुनि खाये।
सुनि रघुवीर नयन जल छाए।
ऋषियों ने कहा कि हे रघुनन्दन निशाचरों में प्रायः सभी साधन ऋषियों को खा लिया है।
हम लोग जो कुछ बचे हुए हैं उनके आर्त श्वर को सुनकरके रघुनन्दन राम अपना दुःख भूल गए नेत्रों से अश्रु प्रवाह होने लगा।
उन्होंने कहा कि सभी के सामने उन्होंने प्रतिज्ञा की कि इन चौदह वर्षों के वनवास काल मे सम्पूर्ण पृथ्वी को मैं निशाचरों से रहित कर दूंगा।
जब कोई व्यक्ति दूसरे के दुःख को अपना दुःख ममां लेता है तब वह अपनी पूरी शक्ति से दूसरे का दुःख दूर कर सकता है।दूसरे का दुःख दूर करने में कष्ट तो उतना ही पड़ेगा इसीलिए अगस्त्य ऋषि के कहने पर लंकाधिपति रावण से विरोध करने के लिए पंचवटी में निवास करने लगे। यह उन्होंने जान करके किया।
राक्षसों से युद्ध करने का निमित्त निर्माण किया तथा सबसे पहले उन्होंने शूर्पड़खा को ही कुरूप करवाया।इसी का नाम वीरता है दुष्टो का स्वभाव है कि वह अकारण ही सज्जनों को दुःख देते हैं।
इसी प्रकार वीर पुरुष का भी स्वभाव होता है कि वह दुष्टों से युद्ध का कारण बनाकर दुष्टो का संहार करते हैं इसीलिए श्री राम को भगवान कहा जाता है जो सबके दुःख के दूर करके भी दुःखी न हो सबको पराजित करके भी पराजित न हो । 
आज भी संसार मे जिसका कोई नहीं है उसके भगवान ही हैं
सूरदासजी ने कहा निर्बल के बल राम।
निर्बल मनुष्य को चाहिए कि वह भगवान की आराधना करके उनको ही अपना बल मान लें।
कथा में पहुचे ये श्रद्धालु
आज कथा समापन में पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी, सुदेश जैन,सुशील तिवारी,राजेन्द्र सिंह 'मोकलपुर', देवदत्त दुबे,राजीव सोनी,विनोद आर्य,त्रिभुवन तिवारी,  विवेक तिवारी,राजेंद्र यादव,अंशुल भार्गव, पप्पू तिवारी,निधीश तिवारी,प्रदीप पाठक,राजेन्द्र दुबे,सुशील पांडेय, संतोष रोहित,एजाज़ खान आदि ने कथा श्रवण कर आचार्य जी से आशीर्वाद ग्रहण किया।
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31 लाख की जब्त अवैध शराब को नष्ट कराया प्रशासन ने

31 लाख की जब्त अवैध शराब को नष्ट कराया प्रशासन ने
सागर ।आबकारी आयुक्त के निर्देशानुसार  को विदेशी मध भांडागार सागर के परिसर में वृत्त बीना, खुरई, बंडा,देवरी, रहली में  न्यायालय से प्राप्त एवं वृत्तों में अवैध मदिरा धारण विक्रय के विरुद्ध कायम  कुल 1063 प्रकरणों के  12347 पाव देशी मदिरा  मसाला, 16146 पाव देशी मदिरा प्लेन,17229 पाव विदेशी मदिरा, 300 बोतल बीयर, 326 लीटर  हाथ भट्टी  मदिरा का कलेक्टर सागर द्वारा गठित समिति ने विधिवत नष्टीकरण किया ।
समिति में कलेक्टर सागर द्वारा नामांकित  संयुक्त कलेक्टर श्रीमति  अंजली शाह, सहायक आयुक्त आबकारी सागर श्रीमति वंदना पाण्डेय, सहायक जिला आबकारी अधिकारी श्री के पी गाँधी सम्मिलित रहे । नष्ट की गई शराब की कीमत लगभग 3167170 रुपये है । नष्टीकरण कार्यवाही का पंचनामा बनाया जाकर वीडियोग्राफी भी करवायी गई ।
                           
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स्वच्छता की दृष्टि में सागर देश में 11 नंबर पर ने कलेक्टर दी बधाई

स्वच्छता की दृष्टि में सागर देश में 11 नंबर पर,कलेक्टर ने दी बधाई
सागर । भारत सरकार के द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान के तहत सागर जिले को दूसरे क्वार्टर लीक में देश में 11वां स्थान आने पर कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने सभी अधिकारी/कर्मचारियों एवं सागर वासियों को बधाई दी है। नगर निगम कमिश्नर आरपी अहिरवार, स्मार्ट सिटी सीईओ राहुल सिंह राजपूत ने बताया कि जागरूकता के और प्रयास किए जाएंगे जिससे सागर का स्थान पहले स्थान पर आ सके। भारत सरकार द्वारा सर्वे एक लाख से दस लाख तक की आबादी पर 11वां स्थान प्रदान किया गया। ज्ञात हो कि इस सर्वे मंे प्रदेष के इंदौर जिला लगातार प्रथम स्थान पर है।
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