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Gour Vishwavidyalaya Sagar :The 31thConvocationगौर विश्वविद्यालय का 31वां दीक्षांत समारोह ▪️बुन्देली पारंपरिक वेश-भूषा में विद्यार्थियों ने प्राप्त की उपाधि▪️समारोह का यूट्यूब पर हुआ लाइव प्रसारण▪️नवनिर्मित बालक छात्रावास का हुआ लोकार्पण

Gour Vishwavidyalaya Sagar :The 31thConvocation

गौर विश्वविद्यालय का 31वां दीक्षांत समारोह 
▪️बुन्देली पारंपरिक वेश-भूषा में विद्यार्थियों ने प्राप्त की उपाधि
▪️समारोह का यूट्यूब पर हुआ लाइव प्रसारण
▪️नवनिर्मित बालक छात्रावास का हुआ लोकार्पण


सागर,14 मार्च 2023. डॉ. हरीसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय, सागर का 31वां दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती सभागार में आयोजित किया गया. दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि श्री गोपाल भार्गव,  कैबिनेट मंत्री, लोक निर्माण विभाग, कुटीर और ग्रामीण उद्योग, म.प्र. सरकार ने वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित किया. भारतीय विश्वविद्यालय संघ, नई दिल्ली
Association of Indian Universities  (AIU) की महासचिव डॉ. (श्रीमती) पंकज मित्तल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं और दीक्षांत भाषण दिया. विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने स्वागत वक्तव्य के साथ ही वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया.


 समारोह की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. बलवंतराय शांतिलाल जानी ने की. अतिथियों द्वारा डॉ. गौर और ज्ञान की देवी सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई.


राष्ट्र के प्रति कर्तव्यपालन का संकल्प लेकर कार्य करें - कुलाधिपति प्रो. जानी

समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलाधिपति प्रो. बलवंतराय शांतिलाल जानी ने कहा कि दीक्षान्त समारोह में उपाधि और पदक प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थी राष्ट्रप्रेम को सर्वोच्च स्थान देते हुए भारत के निर्माण में संलग्न हों, ऐसी मेरी कामना है. विश्वविद्यालय भारतीय दृष्टिकोण से विकास कर रहा है। सभागार में मौजूद विद्यार्थियों की पोशाक के माध्यम से बुन्देली अस्मिता के साथ भारतीय अस्मिता को स्थान मिला है। उन्होंने कहा की भारतीय मेधा को बढ़ाने में भारतीय आहार भी अपनी भूमिका निभाते है। उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रारूप निर्माण के लिए डॉ हरीसिंह गौर को उनकी भारतीय सोच के लिए चुना गया था। 


प्रो. जानी ने डॉ. गौर के विकट जीवन संघर्षों को याद करते हुए बताया कि डॉ गौर ने ज्ञान को मनुष्य के उन्नति का मूल और भाषा को साधन मानते हुए अपने द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय में भारतीय भाषाओं के अध्ययन-अध्यापन के केंद्र की शुरुआत की. आज नई शिक्षा नीति में प्राथमिक स्तर पर भी भाषा की बात की जा रही है। नई शिक्षा नीति अंतरअनुशासनिक पद्धति से सर्वांगीण विकास की तरफ विद्यार्थियों को अग्रसर करती है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से राष्ट्र एवं भारतीय ज्ञान परंपरा के प्रति प्रतिबद्ध रहने का अनुरोध किया जिससे उनके उज्ज्वल भविष्य का निर्माण होगा।  
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन से भारत बनेगा विश्वगुरु- डॉ. (श्रीमती) पंकज मित्तल


समारोह की विशिष्ट अतिथि भारतीय विश्वविद्यालय संघ, नई दिल्ली (AIU) की महासचिव डॉ. (श्रीमती) पंकज मित्तल ने मेडल और उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई दी. उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर विश्वविद्यालय को बधाई दी। उन्होंने विश्वविद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिए बधाई देते हुए कहा कि सांस्कृतिक गतिविधि से लेकर मूक कोर्स के निर्माण तक विवि हर क्षेत्र में सराहनीय प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने पाँच आयामों की चर्चा करते हुए विद्यार्थियों को उनके आने वाले समय के अवसरों से परिचित करवाया। उन्होंने कहा कि यह अवसर इसलिए खास है क्योंकि अमृतकाल महोत्सव मनाया जा रहा है इसके साथ ही नई शिक्षा नीति 2020 क्रियान्वित हो रही है। डिजिटल शिक्षा भी आगे बढ़ रही है और इसके साथ ही भारत जी20 की अध्यक्षता भी कर रहा है। विद्यार्थियों की भी आकांक्षाएँ बढ़ रही है. वे ‘लाइफ लॉंग लर्नर’ बनने के साथ एक अच्छे इंसान भी बनने के लिए प्रेरित हैं। इन सभी बिंदुओं के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का महत्वपूर्ण योगदान है।


 उन्होंने शिक्षा नीति में नई तकनीक के साथ शिक्षा के पाठ्यक्रम मे बदलाव को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक को भी अपनी भूमिका में बदलाव लाने की जरूरत है। एक शिक्षक शिक्षा में सहायक के रूप में काम करेगा। डिजिटल कक्षाओं के संचालन से विद्यार्थी उन्ही कोर्स को पढ़ेंगे जिसमें उन्हे अच्छे शिक्षक पढ़ाएंगे। डिजिटल शिक्षा में अपनी सुविधा अनुसार विद्यार्थी आईआईटी के प्रोफेसर से पढ़ सकते हैं इसलिए शिक्षक को अपने पढ़ाने की भूमिका पर विशेष रूप से ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन में भारत विश्वगुरु बन सकता है और उसे विश्वगुरु बनाने में डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय का भी योगदान रहेगा। 

विश्वविद्यालय के विद्यार्थी चेतना और संवेदना के ध्वजवाहक बनें- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता

विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए विश्वविद्यालय की प्रगति यात्रा को विस्तारपूर्वक बताया. उन्होंने कहा कि डॉ. गौर के संकल्पों और आदर्शों पर चलकर यह विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति कर रहा है. विश्वविद्यालय अपनी शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से लगातार श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है. विज्ञान और समाज विज्ञान के शिक्षकों को कई शोध परियोजनाएं अनुदान प्रदान करने वाली संस्थाओं द्वारा स्वीकृत की गईं हैं. शिक्षकों एवं शोधार्थियों ने कई अवार्ड हासिल किये हैं. सांस्कृतिक परिषद् के माध्यम से विद्यार्थियों ने कई पुरस्कार हासिल किये हैं और विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाई है. उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा प्रारम्भ किये गए नए पाठ्यक्रमों, नवीन भवनों और नवाचारी गतिविधियों की जानकारी विस्तारपूर्वक साझा की. विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के साथ उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर भी विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे कार्यों को साझा किया। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हम एक श्रेष्ठ विश्वविद्यालय के रूप में अपनी पहचान बनायेंगे और उत्कृष्ट प्रदर्शन कर मानक स्थापित करेंगे. उन्होंने पदक और डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को शुभकामना देते हुए कहा कि विद्यार्थी डॉ. गौर के पदचिन्हों पर चलकर संस्थान और देश का नाम रोशन करें. 
  

दीक्षांत विद्यार्थी के जीवन का गौरवशाली क्षण होता है- गोपाल भार्गव
मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश सरकार के लोक निर्माण, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि हम सबका छात्र जीवन डॉ. गौर विश्वविद्यालय में बीता है. इसलिए मेरा आत्मीय लगाव है. मेरी इस विश्वविद्यालय से जुडी कई स्मृतियाँ हैं. उन्होंने पदक और डिग्री प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं और कहा कि विद्यार्थी अपने जीवन में आगे बढ़ें और राष्ट्र की सेवा में संलग्न होने का संकल्प लेकर कार्य करना आरम्भ करें. डॉ. गौर के सपनों को साकार करने के लिए हम सबका कर्तव्य है कि हम सभी देश को एक नई दिशा दें.  

विश्वविद्यालय ध्वज के साथ हुआ दीक्षांत शोभायात्रा का आगमन
समारोह में विश्वविद्यालय ध्वज के साथ दीक्षांत शोभायात्रा का स्वर्ण जयन्ती सभागार में आगमन हुआ. विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. बलवंत शांतिलाल जानी, कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता, मुख्य अतिथि एवं विश्वविद्यालय कार्यपरिषद एवं विद्यापरिषद् के माननीय सदस्य इस शोभायात्रा में सम्मिलित हुए. शोभायात्रा में कुलसचिव संतोष सोहगौरा ध्वजवाहक रहे.

54 विद्यार्थियों को मिले मेडल, 11 अध्ययनशालाओं के यूजी, पीजी और पी-एचडी के विद्यार्थियों को मिली उपाधि

दीक्षांत समारोह में शामिल सभी 11 अध्ययनशालाओं के यूजी, पीजी और पी-एचडी के विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गई. इसके अतिरिक्त पंजीकृत विद्यार्थियों को उनकी अनुपस्थिति में भी डिग्री प्रदान की गई. विभिन पाठ्यक्रमों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को मंचासीन अतिथियों ने मेडल भी प्रदान किया. समारोह में समस्त विद्यार्थियों ने बुन्देली पारंपरिक वेश-भूषा में उपस्थित रहकर उपाधियाँ प्राप्त कीं. 

गौर समाधि पर पुष्पांजलि, नवनिर्मित बालक  छात्रावास का हुआ लोकार्पण
दीक्षांत समारोह के आरम्भ होने से पूर्व गणमान्य अतिथियों ने गौर समाधि पर पुष्पांजलि दी. इसके बाद सभी अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति में विश्वविद्यालय के नवनिर्मित बालक छात्रावास के शिलापट्ट के अनावरण के साथ लोकार्पण कार्यक्रम संपन्न हुआ. 

एनसीसी कैडेट्स ने किया सहयोग

दीक्षांत समारोह के पूरे आयोजन में विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स ने अभूतपूर्व सहयोग किया. कार्यक्रम के दौरान विभिन्न स्थानों पर मौजूद रहकर वे अनुशासन एवं सहयोग में तत्पर दिखे. विश्वविद्यालय के प्रोक्टोरियल बोर्ड एवं सुरक्षा विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी सुरक्षा एवं अनुशासन में सहयोग प्रदान किया. जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भी आयोजन में सहयोग किया. मुख्य समन्वयक प्रो. नवीन कानगो, वरिष्ठ शिक्षक प्रो. पी कठल सहित सभी समन्वयकों एवं उनकी टीम ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना पूरा सहयोग प्रदान किया. 

दीक्षांत समारोह का संचालन डॉ. आशुतोष ने किया और उपाधि प्रदान किये जाने की समस्त कार्रवाई कुलसचिव संतोष सोहगौरा ने संपन्न कराई. उन्होंने सभी अतिथियों के प्रति आभार प्रदर्शन भी किया. सम्पूर्ण कार्यक्रम का लाइव प्रसारण विश्वविद्यालय के ईएमआरसी सागर के यूट्यूब चैनल से किया गया. कार्यक्रम में सागर शहर के गणमान्य नागरिक सहित विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त शिक्षकगण, सेवारत शिक्षक, अधिकारी, जिला प्रशासन के विभिन्न पदाधिकारी, विद्यार्थी,  प्रबुद्ध नागरिकगण, सम्माननीय जनप्रतिधि एवं मीडियाकर्मी बंधु उपस्थित रहे.




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विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए नहीं करनी होगी Phd

विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए नहीं करनी होगी Phd

विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए नहीं करनी होगी Phd,
 UGC चेयरमैन @mamidala90 का बड़ा ऐलान।
यूजीसी के चेयरमैन ने कहा कि यूनिवर्सिटी में अब असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए यूजीसी की नेट परीक्षा की योग्यता काफी होगी। 

नई दिल्ली, 14 मार्च,2023.

विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर पदों पर भर्ती के लिए तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अच्छी खबर है। दरअसल, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC ) के अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश कुमार ने ट्वीट कर बताया कि विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर के पदों पर भर्ती के लिए पीएचडी अनिवार्य नहीं है। इसके लिए अब सिर्फ यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा यानी UGC NET में योग्यता पर्याप्त मानी जाएगी।

   UGC के अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश               कुमार

PhD के लिए 6 साल मिलेगा

हाल ही में, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने पीएचडी को लेकर नये नियमों की घोषणा की थी। नये नियमों के तहत PhD के लिए उम्मीदवारों को एडमिशन की डेट से अधिकतम छह साल का समय दिया जाएगा। इच्छुक छात्रों को री-रजिस्ट्रेशन के जरिए ज्यादा से ज्यादा दो साल का और समय देने की बात कही गई थी।


एक राष्ट्र- एक डेटा पोर्टल किया जा रहा विकसित

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अध्यक्ष ने कहा कि एक राष्ट्र एक डेटा पोर्टल विकसित किया जा रहा है, जिसमें UGC के सभी दिशानिर्देश और अन्य विवरणों को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि पारंपरिक मोड में शिक्षाविदों के साथ-साथ अगले शैक्षणिक वर्ष से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सीधे राष्ट्रीय डिजिटल विश्वविद्यालय के माध्यम से छात्रों तक पहुंचाने का लक्ष्य है।



डिस्टेंस लर्निंग पर रोक

नए नियम के तहत ऑनलाइन या डिस्टेंस लर्निंग से पीएचडी पर रोक लगा दी गई है। इससे पहले थीसिस जमा कराने से पहले शोधार्थी को कम से कम दो शोध पत्र छपवाना पड़ता था। अब पीएचडी के नए नियमों में इसकी छूट दी गई है। इसके अलावा रिसर्च की प्रक्रिया के दौरान दो रिसर्च पेपर छपवाने की अनिवार्यता को भी खत्म कर दिया गया है।


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BBC के खिलाफ विधायक शैलेंद्र जैन ने विधानसभा में पेश किया अशासकीय संकल्प प्रस्ताव, बहुमत से हुआ पास

BBC के खिलाफ  विधायक शैलेंद्र जैन ने विधानसभा में पेश किया अशासकीय संकल्प प्रस्ताव, बहुमत से हुआ पास

भोपाल,13मार्च 2023। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बीबीसी द्वारा बनाई गई विवादित डॉक्यूमेंट्री को लेकर बीबीसी के खिलाफ मध्यप्रदेश विधानसभा में अशासकीय संकल्प पास किया गया। सागर विधायक शैलेंद्र जैन की ओर से विधानसभा पेश किए गए अशासकीय संकल्प के प्रस्ताव को विधानसभा ने बहुमत से पास कर बीबीसी की निंदा की। विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए कहा बीबीसी ने 17 फरवरी 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश पर हमला करने के लिए एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज की थी।


 इसमें 2002 में गुजरात में हुई घटनाओं को गलत तरीके से पेश किया गया। बीबीसी ने इसमें देश की न्यायिक संस्थाओं को समझौते करने वाली संस्थाओं के रूप में पेश किया है। बीबीसी ने इस विषय पर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को अनदेखा कर झूठ प्रस्तुत किया है। विधायक जैन ने कहा यह अदालत की अवमानना है।


 इसकी निंदा करते हुए उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि बीबीसी संस्थान के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। बीबीसी डॉक्यूमेंट्री को लेकर देशभर में विवाद ने तूल पकड़ा हुआ है। विधायक जैन जी ने बताया बीबीसी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है। जिसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने भी याचिका को खारिज कर दिया था। जिसमें बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर बैन की मांग की गई थी। डॉक्यूमेंट्री में गुजरात दंगों को एक विषय के तौर पर उठाया गया है। यह डॉक्यूमेंट्री मुख्य रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रित है। इस डॉक्यूमेंट्री को लेकर खूब विवाद हुआ है। सोशल साइट पर इस डॉक्यूमेंट्री को बैन कर दिया गया है। यह डॉक्यूमेंट्री भारत की एकता अखंडता और संप्रभुता पर हमला है। 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसको लेकर कहा कि देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए और देश में हलचल पैदा करने के लिए बीबीसी ने जो किया है उस पर भारत की जांच संस्था पहले कार्रवाई कर चुकी है। बीबीसी ने चुनी हुई सरकार पर सवाल खड़े किए हैं और खुद ही अपने आप को जज के रूप में प्रस्तुत किया है। यह डॉक्यमेंट्री भारत की संप्रुभता पर गैर जिम्मेदार हमला है। इसका मकसद भारत के संविधान को कमजोर करना है। बीबीसी ने भारत को बदनाम करने जो प्रयास किया है, उसके खिलाफ कार्रवाई हो।
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Sagar news: सम्पत्ति कर न जमा करने वाले बकायादारों को कुर्की वारंट जारी करें : निगमायुक्त ▪️सागर के कई नामी गिरामी परिवारों पर लाखो का संपत्ति कर बकाया

Sagar news: सम्पत्ति कर न जमा करने वाले  बकायादारों को कुर्की वारंट जारी करें : निगमायुक्त 
▪️सागर के कई नामी गिरामी परिवारों पर लाखो का संपत्ति कर बकाया

सागर दिनांक 13 मार्च 2023 :  नगर निगम आयुक्त श्री चंद्र शेखर शुक्ला ने सभी 48 वार्डों में संपत्तिकर की बकाया राशि जमा कराने हेतु शिविर लगाने, अनाउंसमेंट कराने मुनादी आदि कराने के सख्त निर्देश सभी टैक्स कलेक्टरों को दिए। वे स्मार्ट सिटी कार्यालय में नगर निगम  के टैक्स कलेक्टरों के साथ आयोजित बैठक में सभी 48 वार्डों में बकाया संपत्तिकर राशि की वार्ड वार समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा के दौरान  जिन वार्डों के टैक्स कलेक्टरों ने कम बसूली की है उनपर इनक्रीमेंट रोकने व निलंबन जैसी कार्यवाही कराने के भी सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा की शासन के निर्देशानुसार नगर निगम के समस्त करों की समय से और शतप्रतिशत तक बसूली हमें कराना है करों से प्राप्त राशि से शहर विकास के कार्यों में मदद मिलती है। ऐसे बकायादार जो बार-बार नोटिस देने के बाद भी संपत्तिकर नहीं भर रहे हैं उनको तत्काल कुर्की वारंट जारी कर एक सप्ताह में उनकी चल अचल सम्पत्ति की कुर्की कराने की कार्यवाही करें। टीम वर्क करें आवश्यकता पड़ने पर टीम के साथ महिला अधिकारीयों को भी नियुक्त कर सम्पत्तिकर बसूली में तेजी लाएं।


इनकी चल-अचल सम्पत्ति होगी कुर्क

 कटरा वार्ड में अग्रवाल धर्मशाला 7,95,236/- बकाया, बक्फ बोर्ड, हरिसिंह गौर वार्ड में मोहिनी सुशील कुमार, माला मोहिनी
जवाहर गंज वार्ड में सरस्वती वाचनालय ट्रस्ट 9,71,339/- बकाया, तारणतरण ट्रस्ट जैन मंदिर 11,27,238/- बकाया, ऊषा द्वारका अग्रवाल 70,379/- बकाया, राजेश मदनमोहन केशरवानी 62,149/-बकाया, मोतीलाल किशनलाल चौरसिया 43332/- बकाया, महादेव गौरीशंकर केशरवानी 43332/- बकाया, सीताराम रज्जन लाल चौरसिया 47577/- बकाया, परकोटा वार्ड में यूशुफ अली कॉम्प्लेक्स 3,13,029/- बकाया, जगदीश तिवारी 1,42,000/-बकाया,  राधाकृष्ण गिरधारीलाल नाथूराम चौरसिया ट्रस्ट 48270/- बकाया, तिली वार्ड में सुरेश रामशिरोमणि शुक्ला 34095/- बकाया, हरिचरण पन्नालाल झा 23214/- बकाया, विनयकुमार रामनारायण चौबे 16602/-बकाया, राजेंद्र कुमार राजोरिया 17445/-बकाया, दुर्गा/मनोज कुमार कपूरचंद जैन 17509/- बकाया, खुमान लाला राम यादव 12286/- बकाया, मधुकर शाह वार्ड में सत्य बाबा / सुभाष बाबा  26506/- बकाया, तखत सिंह हरिसिंह 31692/- बकाया, शास्त्री वार्ड में राजेश रतनलाल साहू 1,38,012/- बकाया, चंद्रेश कुमार प्रेमचंद जैन 93,347/- बकाया, ज्योति /राजेश सोनी 47780/- बकाया, अनुज कुमार राकेश जैन 50,165/- बकाया, बाबूलाल हजारी लाल साहू 86,023/- बकाया, गोपलगंज वार्ड में जुगलकिशोर सेन 64,429/- बकाया, संतोष कुमार अनिलकुमार/गोविन्द प्रसाद श्रीवास्तव 30,160/- बकाया, रामसेवक/ गणेशप्रसाद शर्मा 35347/- बकाया, आनंद कुमार अंविका प्रसाद चौबे 44686/- बकाया, भगवानगंज वार्ड में विकास वीरसिंह राठौर, राधेलाल माहेश्वरि 1,22,000/- बकाया, शिवरानी केशरवानी हर्षित बैल्डिंग, शिवाजी वार्ड में जगदीश रतनलाल साहू 24085/- बकाया, सुनीता राजेंद्र दुबे 30088/- बकाया, वृंदावन वार्ड में मदनगोपल वृंदावन नगाईच 79894/- बकाया, ताराचंद सुखलाल जैन 77096/- बकाया, संतोष कंन्छेदीलाल तिवारी 55950/- बकाया, आशीष हरिचरण चौरसिया 26550/- बकाया, सुभाषनगर वार्ड में लीना/हेमचंद /जितेन्द्र जैन 1,65,603/- बकाया, कोमल प्रसाद गंगाप्रसाद गोरेलाल एवं छोटीबाई 1,44,844/- बकाया, योगेश्वर विद्यालय शिक्षा समिति 1,05,221/-बकाया, हेमचंद/कोमलचंद जैन 60,447/- बकाया, भगतसिंह वार्ड में पुरषोत्तम भाई जेठा भाई 1,37,567/- बकाया, बोस्की मिश्रा अमित मिश्रा 100628/- बकाया, विनीता विजयकुमार केशरवानी 90992/- बकाया, अनिल कुमार लक्ष्मीचंद केशरवानी 90,905/- बकाया, अब्दुल हजीज अब्दुल सलाम शेर अली 74494/- बकाया, बीहरीलाल सुमन्त साहू 67383/- बकाया, इतवारी वार्ड में महताबसिंह परमानंद जगमोहन दांगी 34634/-, मदरो चेला सितारा, धर्मचंद कुंदन लाल जैन, अली मु नूर मुहम्मद, लाजपत पुरा वार्ड में चंद्रकांता रूप ठाकुर महावत सिंह 79512/- बकाया, राजीवनगर वार्ड में सेठ भगवान दास सोभालाल जैन 225000/- बकाया, राजकुमार जैन 117000/- बकाया, मोहनलाल गुप्ता 45000/-, कृष्णाबाई स्व शंकरलाल शुक्ला 35000/-, गणेशीबाई रामप्रसाद शर्मा, रूप नारायण प्रेमलता साहू 38000/-, देवेंद्र पेट्रोल पंप 3,22,215/- बकाया 
शामिल हैं।

उक्त सभी से बकाया संपत्ति कर की बसूली हेतु कुर्की के नोटिस जारी किए गए थे जिसके बाद भी सम्पत्ति कर नहीं जमा कराया गया है ऐसे सभी बकायादारों को कुर्की वारंट जारी करने की कार्यवाही नगर निगम द्वारा की जा रही है एक सप्ताह के भीतर टैक्स जमा न कराने की स्थिति में उक्त सभी बकायादारों की चल-अचल सम्पत्तियों की कुर्की दिनांक 21 मार्च 2023 को की जावेगी और बकाया संपत्ति कर की बसूली की जावेगी। बैठक के दौरान राजस्व अधिकारी श्री ब्रजेश तिवारी सहित जोन प्रभारी एवं सभी वार्डों के टैक्स कलेक्टर उपस्थित रहे।


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राशन दुकानों से खाद्यान्न की कालाबाजारी रोकने कार्रवाई करें,शिविर लगाकर ई-केवाईसी कराएं▪️ सार्वजनिक वितरण प्रणाली की समीक्षा

राशन दुकानों से खाद्यान्न की कालाबाजारी रोकने कार्रवाई करें,
शिविर लगाकर ई-केवाईसी कराएं

▪️ सार्वजनिक वितरण प्रणाली की समीक्षा


सागर 13 मार्च 2023
। लक्षित
 सार्वजनिक वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए उचित मूल्य दुकानों के सुदृढ़ीकरण और सुव्यवस्थित संचालन के साथ ही खाद्यान्न की कालाबाजारी रोकने के कारगर प्रयास किए जाएं एवं संभाग में राशन की कालाबाजारी रोकने के लिए पात्र हितग्राहियों के खातों की ई-केवाईसी कराये। साथ में सागर संभाग में अन्य उत्सव अब 13 फरवरी के बजाय 15 मार्च तक आयोजित किया जाए। उक्त निर्देश सागर संभाग की सार्वजनिक वितरण प्रणाली की समीक्षा के दौरान खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रमुख सचिव श्री उमाकांत उमराव ने दिए।  बैठक में संभागायुक्त श्री मुकेश शुक्ला, संचालक खाद श्री दीपक सक्सेना और संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे ।


       श्री उमराव ने दुकान विहीन पंचायतों में नवीन दुकान खोलने की प्रक्रिया की समीक्षा की और समय-सीमा में दुकानों को प्रारंभ करने के निर्देश दिए । बैठक में बताया गया कि संभाग में 48 नई दुकान खोलने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने निर्देश दिए कि राशन की कालाबाजारी रोकने के लिए पात्र हितग्राहियों के ई-केवाईसी शत प्रतिशत किए जाएं। उन्होंने कहा कि मोबाइल सीडिंग से भी कालाबाजारी रोकने में मदद मिलेगी।


       श्री उमराव ने कहा कि उचित मूल्य दुकान से राशन की सही मात्रा प्राप्त होने की पुष्टि करने के लिये पीओएस मशीन पर अंगूठा लगाते समय मशीन में से आवाज आती है कि कितने किलो राशन आपको जारी हुआ है, आवाज को ध्यान से सुने और मिलान करें। मशीन से निकलने वाली पर्ची रसीद प्राप्त करें, उसमें अंकित राशन की मात्रा का मिलान करें। मोबाइल नम्बर की मशीन पर सही प्रविष्टि कराएं और प्राप्त राशन की मात्रा का मिलान मोबाइल पर प्राप्त होने वाले एसएमएस की व्यवस्था की जांच की जाए और नागरिकों को प्रक्रिया से अवगत करवाया जाए।
      बैठक में निर्देश दिए गए कि राशन की कालाबाजारी पर नियंत्रण उचित मूल्य दुकान पर राशन पहुँचने की निगरानी के लिए प्रदाय केंद्र से उचित मूल्य दुकान तक राशन पहुँचाने के लिए रूट चार्ट और कैलेंडर का निर्धारण किया जाए। कैलेंडर और रूट चार्ट अनुसार राशन परिवहन व्यवस्था की निगरानी की जाए। दुकान पर राशन पहुँचने पर स्टॉक का भौतिक सत्यापन किए जाने के लिए पुख्ता व्यवस्था की जाए। ट्रक चिट की सतत् समीक्षा हो और 48 घंटे के भीतर ट्रक चिट रिसीव न होने पर शत प्रतिशत भौतिक सत्यापन की व्यवस्था की जाए ।
      बैठक में एन्यूटी मॉडल पर उचित मूल्य दुकान के भवन विहीन दुकानों हेतु नवीन भवन सह गोदाम का निर्माण के निर्देश दिए गए हैं। एक डिजाइन और एक कलर कोडिंग में दुकान निर्माण होगा। प्रथम चरण में प्रदेश में 500 करोड़ की लागत से 3500 दुकानों के निर्माण का लक्ष्य है। प्रत्येक जिले के लिए 20 प्रतिशत दुकान निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।        
       बैठक में बताया गया कि दुकानो का निर्माण पीपीपी मोड पर होगा। निजी निवेशक का निविदा के माध्यम से 15 वर्ष के मासिक रिटर्न के आधार पर चयन किया जाएगा। उचित मूल्य दुकान परिसर में निवेशक को अतिरिक्त दुकान निर्माण एवं संचालन करने की अनुमति दी जाएगी। दुकान को देय कमीशन राशि में से किराए के रूप में 10 प्रतिशत राशि का भुगतान एमपी डब्लूएलसी को करना होगा और 15 वर्ष पश्चात् भवन सह गोदाम का अंतरण पंचायत को किया जाएगा। बैठक में अन्न उत्सव को कारगर बनाने के साथ ही दुकानों पर शासन के प्रावधान के सूचना पटल लगाने के निर्देश दिए गए।
      बैठक में मुख्यमंत्री युवा अन्नदूत योजना का शीघ्र ही शत प्रतिशत क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। श्री उमराव ने सीएम हेल्पलाइन में लंबे शिकायतों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सीएम हेल्पलाइन में पात्रता पर्ची संबंधी राशन न मिलने संबंधी गैस सिलेंडर न मिलने संबंधी उपार्जन भुगतान प्राप्त न होने संबंधी एवं अन्य सीएम हेल्पलाइन का निराकरण संतुष्टि पूर्ण समय सीमा में करने के निर्देश दिए।
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Bhopal - Indore Metro Train : बड़ोदरा में मेट्रो ट्रेन के कोच बनना शुरू▪️ मंत्री भूपेंद्र सिंह ने किया निर्माण कार्य का शुभारंभ

 Bhopal - Indore Metro Train:
बड़ोदरा में मेट्रो ट्रेन के कोच बनना शुरू

▪️ मंत्री भूपेंद्र सिंह ने किया निर्माण कार्य का शुभारंभ



Teenbatti News 

भोपाल : 13 मार्च, 2023 , गुजरात के बड़ोदरा के पास सावली में स्थित एल्सटॉम फैक्टरी में भोपाल-इंदौर के लिए मेट्रो ट्रेन (Bhopal -Indore Metro train ) के कोच बनने का कार्य सोमवार से शुरू हो गया है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने वर्चुअली मेट्रो ट्रेन के कोच निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। श्री सिंह ने कहा कि आगामी 31 अगस्त तक पहली ट्रेन सेट की डिलीवरी भोपाल और इंदौर में कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में टाइम लाइन के अनुसार मेट्रो का कार्य चल रहा है।


श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश अपने नगरों का विकास वैश्विक मापदंडों के आधार पर करने की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि एल्सटॉम कंपनी भोपाल और इंदौर मेट्रो रेल परियोजनाओं के लिए 3 कोच की 52 ट्रेन अर्थात 156 कोच की आपूर्ति करेगा। भोपाल मेट्रो के लिये 3 कोच की 27 ट्रेन और इंदौर के लिए 3 कोच की 25 ट्रेन आयेंगी। कोच की लम्बाई 22 मीटर और चौड़ाई 2.9 मीटर रहेगी। यह ट्रेन 80 किलोमीटर प्रति घण्टा की स्पीड से चलेगी। ट्रेन का 15 वर्षों तक मेंटेनेंस भी कंपनी द्वारा किया जायेगा। साथ ही अनुबंध में रोलिंग स्टाफ, सिग्नलिंग और दूरसंचार की आपूर्ति तथा स्थापना के लिए एक संयुक्त अनुबंध किया गया है।






प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री नीरज मण्डलोई, एम.डी. मेट्रो रेल श्री मनीष सिंह और अन्य अधिकारियों ने एल्सटॉम फैक्टरी का भ्रमण कर मेट्रो ट्रेन के कोच निर्माण प्रक्रिया की जानकारी ली। इस दौरान एल्सटॉम कंपनी के प्रमुख औलीवर, एम.डी श्री अनिल सैनी भी उपस्थित थे।




भोपाल मेट्रो

भोपाल मेट्रो रेल परियोजना में दो मेट्रो कॉरिडोर ऑरेंज और ब्लू लाइन का निर्माण होना है। इनकी कुल लम्बाई 30.95 किलोमीटर है। आरेंज लाइन का प्राथमिकता कॉरिडोर सुभाष नगर से एम्स तक 7 किलोमीटर का है।


इंदौर मेट्रो

इंदौर मेट्रो रेल परियोजना में 31.76 किलोमीटर की लम्बी रिंग लाइन बननी है। इसका नाम येलो लाइन दिया गया है। प्राथमिकता कॉरिडोर गांधीनगर से रेडिसन चौराहा तक 17.28 किलोमीटर का है।  



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एडिटर: विनोद आर्य
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+91 94244 37885

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फर्जी पंजीयन पकड़ने से 100 करोड़ की बचत हुई▪️पंजीकृत किसानों का सत्यापन किया जाए : प्रमुख सचिव श्री उमराव▪️ सागर संभाग की रबी उपार्जन समीक्षा बैठक तीनबत्ती न्यूज

फर्जी  पंजीयन पकड़ने से 100 करोड़ की बचत हुई

▪️पंजीकृत किसानों का सत्यापन किया जाए :  प्रमुख सचिव श्री उमराव

▪️ सागर संभाग की रबी उपार्जन समीक्षा बैठक 


तीनबत्ती न्यूज
सागर 13 मार्च 2023 ।उपार्जन केंद्र एवं तौल कांटों का भौतिक सत्यापन अधिकारी मौके पर जाकर करें। इस बार संभाग में 70 लाख मीट्रिक टन उपार्जन संभावित है। पंजीकृत किसानों का सत्यापन किया जाए। गोदाम स्तरीय उपार्जन केन्द्र बनाने पर बल दिया जाए साथ में  उपार्जन केंद्र पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध की जाए। उक्त निर्देश खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रमुख सचिव श्री उमाकांत उमराव ने सागर संभाग की समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने पंजीयन करवाया है उनका एक सप्ताह में राजस्व अमले द्वारा सत्यापन करवा लिया जाए जिससे वास्तविक किसानों से ही सुविधाजनक ढंग से गेहूँ की खरीदी की जा सके ।
     इस अवसर पर संभागायुक्त श्री मुकेश शुक्ला, संचालक खाद्य श्री दीपक सक्सेना तथा संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, जिला खाद्य नागरिक आपूर्ति अधिकारी एवं समस्त विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।

इतने किसानों के हुए पंजीयन

बैठक में संभाग के समस्त कलेक्टर्स ने अब तक हुए पंजीयन की जानकारी प्रस्तुत की। सागर में 61302, दमोह में 33314 टीकमगढ़ में 20667, छतरपुर में 34310, निवाड़ी में 3217 एवं पन्ना में 29401 किसानों के पंजीयन की जानकारी दी। बैठक में बताया गया कि समर्थन मूल्य से अधिक कीमत के चलते गुणवत्तापूर्ण गेहूँ के किसानों ने इस बार अपेक्षाकृत कम पंजीयन करवाया है ।

फर्जी पंजीयन पकड़ने से 100करोड़ की बचत

प्रमुख सचिव ने बताया कि धान खरीदी में फर्जी पंजीयन पकड़ने से धान खरीदी में आसानी हुई है और शासन को लगभग 100 करोड़ रूपये की बचत हुई है। उन्होंने निर्देश दिए कि विगत वर्ष के पंजीयन से 50 प्रतिशत अधिक पंजीकृत रकबा वाले, 4 हेक्टेयर से अधिक रकबाधारी, सिकमी, बटाईदार, किसान एवं अन्य के स्वामित्व से पंजीयन, गिरदावरी किसान एप से पंजीयन, भू अभिलेख और पंजीकृत किसान के नाम में भिन्नता और नवीन पंजीकृत किसान का सत्यापन किया जाए ।
उन्होंने सभी कलेक्टर से कहा कि वे खरीदी केन्द्र एफसीआई के गोदाम और अन्य ऐसे गोदामों के पास बनाए जिससे भंडारण और परिवहन की स्थिति पैदा ही नहीं हो। उन्होंने कहा कि पूर्व के बचे हुए बारदाने का पहले उपयोग करें, उन्होंने बताया कि बारदाना की कोई समस्या नहीं है। बैठक में किसान द्वारा स्लाट बुकिंग की प्रक्रिया भी बताई गई। उन्होंने कहा कि वे ही किसान स्लाट बुक कर सकेंगे जिनका बैंक खाता आधार और मोबाइल से लिंक होंगे। किसान स्वयं किसी भी विक्रय केन्द्र का चयन कर सकेगा।
       बैठक में बताया गया कि रबी उपार्जन में प्रस्तावित नवीन प्रावधान के अनुसार एनआरएलएम को आवंटित उपार्जन केन्द्र स्व-सहायता समूह एवं एफपीओ, एफपीसी को एक-एक ही उपार्जन केन्द्र का कार्य सौंपा जाये। इन संस्थाओं को आवंटित उपार्जन केन्द्र स्टील साइलो, साइलो बैग, गोदाम एवं केप पर ही स्थापित किये जायेंगे। विशेष परिस्थिति में गोदाम स्तरीय केन्द्र से अन्यत्र केन्द्र की स्थापना राज्य शासन की अनुमति से की जा सकेगी। कृषक के आधार नंबर से लिंक बैंक खाते में राशि भुगतान किसी प्रकार की तकनीकी समस्या होने अथवा कृषक के पास आधार नंबर न होने पर कृषक द्वारा पंजीयन में दिये गये बैंक खाते में भुगतान की कार्यवाही की जा सकेगी ।
      उन्होंने निर्देश दिये कि समस्त किसानों के बैंक खाते आधार से लिंक कराने के लिए बैंक अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित करें और उनका कार्य प्राथमिकता के साथ करने के निर्देश दें। जिले में शासकीय भंडारण क्षमता हेतु जिले को इकाई माना जाएगा। कृषक द्वारा उपज विक्रय हेतु स्लाट बुकिंग उपार्जन के अंतिम 10 दिवस को छोड़कर की जा सकेगी एवं स्लॉट की वैधता सात कार्य दिवस होगी ।

हाईस्पीड इंटरनेट सुविधा हो

 प्रमुख सचिव श्री उमाकांत उमराव ने समस्त कलेक्टरों से कहा गया है कि वे उपार्जन केंद्र पर भौतिक एवं अन्य सुविधाएँ के तहत निर्धारित हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन एवं निर्वाध विद्युत, जनरेटर सुविधा, इलेक्ट्रानिक उपकरण- कम्प्यूटर, प्रिंटर, डोंगल, स्कैनर, यूपीएस, लेपटॉप, बैटरी की व्यवस्था करें। जन सुविधाएं - दरियां, टेबल, कुर्सी, पेयजल, शौचालय, छाया, बिजली आदि, केलिब्रेटेड, छन्ना 4 ग् 6 फीट का, पंखें, परखी, ब्लोअर सूचना पटल, उपार्जन बैनर, तथा भुगतान एवं टोल फ्री नंबर का प्रदर्शन भी करें। सामान्य जानकारी के तहत एफ.ए.क्यू. सेम्पल, एफ.ए.क्यू. गुणवत्ता का मापदण्ड, सुरक्षा सुविधाएं तिरपाल, कवर, अग्निशमन यंत्र, रेत, बाल्टियां, फर्स्टएड बाक्स आदि, निर्धारित संख्या में कैलिवेटेड इलेक्ट्रानिक तौलकांटे/वे-ब्रिज (धर्मकांटा), परखी, उनेगल प्लेट, प्लास्टिक की सेम्पल थैलियों, कपडे की थैलियां, चपडा, मोमबत्ती, माचिस, एजेंसी की सील आदि रखें।
     उपार्जन केन्द्र निर्धारण प्रक्रिया के संबंध में बताया गया कि उपार्जन केन्द्र स्थल का निर्धारण जिला उपार्जन समिति द्वारा कलेक्टर के अनुमोदन से किया जायेगा। सामान्यतः गोदाम परिसर पर केन्द्र खोला जाये। कृषकों की संख्या 200 से 750 तक रखी जाये। संचालक खाद्य, कृषक संख्या में 50 प्रतिशत तक कमी अथवा वृद्धि कर सकेगे। सामान्यतः केन्द्र 3000 से 5000 मेट्रिक टन मात्रा का उपार्जन किया जाये, जिसमें 50 प्रतिशत तक की कमी अथवा वृद्धि संचालक खाद्य द्वारा की जा सकेगी। यथासंभव मैप किये गये उपार्जन केन्द्र पंचायतों के केन्द्र में हो जिससे कृषकों को सामान्यतः 25 कि.मी. से अधिक दूरी तय न करना पड़े।
     उन्होंने निर्देश दिये कि खरीदी में गुणवत्ता परीक्षण हेतु समस्त सर्वेयर मोबाइल एप के द्वारा गुणवत्ता का परीक्षण करें। यह परीक्षण दो स्तर पर किया जाए पहला उपार्जन केंद्र पर सर्वेयर एप के माध्यम से दूसरा गोदाम स्तरीय सर्वेयर एप के माध्यम से सर्वे करें। प्रमुख सचिव श्री उमाकांत उमराव ने समस्त कलेक्टर को निर्देश दिए कि उपार्जन केंद्रों पर बारदाने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जावे एवं पूर्व से उपलब्ध बरदाने की गुणवत्ता की जांच करें। उन्होंने कहा कि परिवहन के समय पीपी बैग का उपयोग प्राथमिकता के साथ किया जाए उसके बाद जूट बैग का इस्तेमाल करें। जिन जिलों में गेहूं का पंजीयन कम हुआ हो वहां मण्डी स्तर पर कम से कम एक केन्द्र खोला जाये, जिसमें न्यूनतम किसान संख्या तथा दूरी का बंधन नहीं रहेगा।
      जिला उपार्जन समिति द्वारा सुनिश्चित किया जाये कि केन्द्र पर न्यूनतम 3000 मे. टन गेहूं का उपार्जन हो। इससे कम उपार्जन की संभावना होने पर आय व्यय आकलित कर केन्द्र प्रस्तावित हो । किसी भी केन्द्र का समानान्तर उपकेन्द्र नहीं खोला जाये । बैठक में कलेक्टर्स से कहा गया है कि वे पूर्व के परिवहन संबंधी देयकों का त्वरित रूप से भुगतान सुनिश्चित कर दें। बैठक में 1 अप्रैल से खरीदी प्रारंभ करने पर भी विचार विमर्श किया गया ।
      इस अवसर पर सागर कलेक्टर श्री दीपक आर्य, छतरपुर कलेक्टर श्री संदीप जी. आर, पन्ना कलेक्टर श्री संजय मिश्रा, दमोह कलेक्टर श्री एस कृष्ण चैतन्य, टीकमगढ़ कलेक्टर श्री सुभाष द्विवेदी, निवाड़ी कलेक्टर श्री अरुण विश्वकर्मा सहित समस्त संभागों की अधिकारी मौजूद थे।                            
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बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री की नई सीख : ब्याह करो और तीन चार बच्चे पैदा करो, दो राम के नाम पर लगा दो.....बागेश्वर धाम की खबर▪️विनोद आर्य, तीनबत्ती न्यूज

बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री की नई सीख :  ब्याह करो और तीन चार बच्चे पैदा करो, दो राम के नाम पर लगा दो.....

▪️विनोद आर्य, तीनबत्ती न्यूज

छत्तरपुर , 13 मार्च 2023. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने नई सीख दी है कि ब्याह करो और तीन चार बच्चे पैदा करो, दो राम के नाम पर लगा दो। हालांकि आगे यह भी कहा कि बच्चे दो ही अच्छे...

   सुने क्या कहा पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री




छतरपुर में रामचरित मानस रामलीला मैदान में रामालय का उद्घाटन करने आए बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री हिंदू राष्ट्र पर बोलते हुए युवाओं से कहा कि जिनके विवाह नही हुए वह सुने  ऐसे लोग विवाह करे तीन चार बच्चे हो दो बच्चे राम के लिए लगाए। 


उन्होंने कहा कि रामनवमी की कौन-कौन तैयारी कर रहा है। जो राम का नहीं उनकी ठठरी बांध दो। जिनके अभी ब्याह हुए वो भी तैयारी में लग जाओ। जिनका ब्याह नहीं हुआ वो ब्याह करें। 3-4 बाल बच्चे हों। 2 बच्चे राम के काम के लिए समर्पित हों। उन्होंने कहा कि वैसे तो बच्चे 2 ही अच्छे हैं, लेकिन एक बच्चा रामजी और हिंदू राष्ट्र के लिए काम करने वाला होना चाहिए। समझदार के लिए इशारा काफी है। हमारे पिताजी के भी 2 बच्चे हैं एक मैं सनातन के काम लगा हूं। किसी को राम के नाम से, हिंदू राष्ट्र के नाम से टेंशन है तो हम क्या करें।


 हार्ट अटैक की दवाई खाओ। इस दौरान बड़ी संख्या में छतरपुर की जनता रामचरितमानस प्रांगण में मौजूद थी। 



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एडिटर: विनोद आर्य
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