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युवा सितार वादक डॉ सिध्दार्थ -अलका अलका शुक्ला को मिली पीएचडी प्रमाणपत्र

युवा सितार वादक डॉ सिध्दार्थ -अलका अलका शुक्ला को मिली पीएचडी प्रमाणपत्र

सागर। एशिया में कलाओं के लिए सर्वाधिक ख्यात इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ छत्तीसगढ़ के पंद्रहवे दीक्षांत समारोह में महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन को डी.लिट. की मानद उपाधि से विभूषित किया गया। सागर नगर के लिए गर्व का विषय है कि इस समारोह में उस्ताद जाकिर हुसैन की उपस्थिति में नगर के युवा सितार वादक डॉ. सिद्धार्थ शंकर शुक्ला एवं उनकी धर्मपत्नी डॉ.अलका शुक्ला को भी पी.एच.डी. प्रमाण पत्र प्रदत्त गया।कुलाधिपति माननीय राज्यपाल छत्तीसगढ़ शासन सुश्री अनसुइया उइके एवं सी.सी.आर. टी.नई दिल्ली के निदेशक  ऋषि कुमार वशिष्ठ के मुख्य आतिथ्य में आयोजित समारोह में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर डॉ.मांडवी सिंह ने शुक्ला दंपत्ति को शुभाशीष प्रदान किया। समारोह में विगत 3 वर्षों में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण व रजत पदक एवं 42 शोधार्थियों को पी.एच.डी. प्रमाण पत्र प्रदत्त किए गए। शुक्ला दंपत्ति कि इस उपलब्धि पर नगर के कला, संगीत,संस्कृति जगत में हर्ष व्यक्त है।
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भाजपा सांसद स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के काम काज से नाराज, कोई स्मार्ट काम नही हुआ। केन्द्रीय मंत्री को भी अवगत कराया

भाजपा सांसद  स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के काम काज से नाराज, कोई स्मार्ट काम नही हुआ। केन्द्रीय मंत्री को भी अवगत कराया 

सागर । स्मार्ट सिटी में चयनित सागर नगर निगम में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हो रहे  कामकाज को लेकर भाजपा सांसद राजबहादुर सिंह भी दुखी है । उन्होंने आज मीडिया के सामने ढेरो आरोप लगाए और कार्यप्रणाली पर असन्तोष जाहिर किया।  सागर नगर निगम पर भी भाजपा काबिज है ।
कमलनाथ सरकार एक साल की विफलता पर मीडिया से चर्चा करने आये सांसद राजबहादुर सिंह से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कामकाज पर सवाल किए तो भारी असन्तोष जताया। सांसद राज बहादुर सिंह वर्तमान में नगर निगम सागर के अध्यक्ष भी है । 
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी  के तहत मिली राशि का उपयोग भी  अभी तक नही हो पाया है ।डीपीआर और टेंडरों  में ही समय निकल गया। ऐसा कोई काम नही हुआ जिसे स्मार्ट कहा जा  सके। स्मार्ट सिटी को लेकर जो स्पाना दिखाया गया था वह धरातल पर पूरा नही हो रहा है । इस सम्बन्ध में केंद्रीय मन्त्री से चर्चा भी हुई है । उन्होंने कहा कि कामकाज की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी एमपी सरकार के नगरीय प्रसाशन विभाग की है ।  उनके साथ भी बैठक हुई है । जिसमे ईंन सब विषयो पर चर्चा हुई। 
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी में सांसद/, विधायक सलाहकार बोर्ड में हैं। लेकिन बोर्ड की बात स्मार्ट सिटी के अधिकारी नही मानते । सागर में प्रस्ताव पूरा बनने के बाद  चर्चा बोर्ड में होती है जिसका कोई अर्थ नही निकलता है।
कमलनाथ सरकार विफल
उन्होंने कमलनाथ सरकार के एक साल के कार्यकाल पर कहा कि सरकार अपने वचनपत्रो को पूरा नही कर पाई है। प्रदेश में किसान यूरिया से लेकर बिजली आदि को लेकर परेशान है। युवाओंको रोजगार भी नही मिला है ।सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष प्रभु दयाल पटेल ,प्रदीप राजोरिया,राजेश सैनी, रामेश्वर नामदेव आदि मौजूद थे।
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एमपी में पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों की छुट्टी पर प्रति बंध लगा

एमपी में पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों की छुट्टी पर प्रति बंध लगा

भोपाल ।एमपी में नागरिकता संसोधन कानून को लेकर प्रदेशमे साम्प्रदायिक सौहार्द्र और कानून व्यवस्था बनाये रखने के उद्देश्य से पुलिस विभाग में अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी पर आगामी आदेश तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया है । अभी पिछले दिनों ही प्रतिपढ़ हटा था।
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MPEB के जूनियर इंजीनियर को 15 लाख की रिश्वत लेते पकड़ा,लोकायुक्त पुलिस ने, 10 लाख नगद और पाँच लाख का चेक

MPEB के जूनियर इंजीनियर को  15 लाख की रिश्वत लेते पकड़ा,लोकायुक्त पुलिस ने, 10  लाख नगद और पाँच लाख का चेक 

शहडोल।  शहडोल में  रीवा लोकायुक्त पुलिस ने एक जूनियर इंजीनियर को 15 लाख की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। उसने 1 करोड़ 80 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। उधर ग्वालियर-चंबल अंचल में आरटीओ और प्रशासन की टीम ने बस स्टैंड पर पहुंचकर अवैध बसों पर कार्रवाई की। 
रीवा लोकायुक्त पुलिस राजेन्द्र वर्मा ने बताया कि भानु प्रकाश कोचर  निवासी आजाद नगर कोटहा सीधी जिला सीधी की शिकायत पर शहडोल में आरोपी राजेश  तिवारी (52) जूनियर इंजीनियर शहडोल संभाग शहडोल को दस लाख रुपए नगद एवं पांच लाख का चेक कुल पंद्रह लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए थाना कोतवाली शहडोल के ब्राउंड्री वॉल के पास रंगे हाथ पकड़ लिया।
बताया जाता है कि  आरोपी जूनियर इंजीनियर ने अपनी सीधी पदस्थापना के दौरान शिकायतकर्ता भानु प्रकाश के द्वारा किए गए विद्युत विभाग में ट्रांसफॉर्मर स्थापित करवाने, विद्युत लाइन विस्तार आदि जनवरी 2019 से 1.06.2019 तक के किये गए कार्यों का जिनके कुछ बिलों का भुगतान हो चुका था एवं कुछ बिलों का भुगतान शेष था। इनके कमीशन के रूप में 6 प्रतिशत के मान से एक करोड़ अस्सी लाख रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही थी ।शिकायतकर्ता के द्वारा इतनी बड़ी राशि देने में मना करने पर 15 लाख रिश्वत लेने की सहमति बनी थी। जिसके बाद उसे कुल पंद्रह लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया।
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CBSE की 10 वी और 12 वी के एग्जाम की तारीखें घोषित। बोर्ड ने डेटशीट जारी की

CBSE की  10 वी और  12 वी के एग्जाम की तारीखें घोषित। बोर्ड ने डेटशीट जारी की 
#15 फरवरी से शुरू होगी CBSE की परीक्षाएं,
10वीं की परीक्षाएं 20 मार्च तक चलेंगी

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेण्‍डरी एजुकेशन (CBSE) ने 10वीं तथा 12वीं बोर्ड परीक्षा 2020 के लिए डेट शीट अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी है। इस वर्ष परीक्षा में शामिल होने जा रहे छात्र फौरन अपना एग्‍जाम टाइम टेबल आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं। जारी सूचना के अनुसार परीक्षाएं अगले वर्ष 15 फरवरी 2020 से शुरू होंगी। पूरी डेट शीट चेक करने के लिए उम्‍मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं तथा एडमिट कार्ड चेक करें।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं की परीक्षा की तारीख सामने आ गई है. सीबीएसआई परीक्षाएं अगले साल 15 फरवरी से शुरू होंगी. सीबीएसई ने 10वीं  और 12वीं की बोर्ड परीक्षा की डेट शीट cbse.nic.in पर जारी की है.
10वीं की परीक्षाएं 20 मार्च तक चलेंगी जबकि 12वीं की परीक्षाएं 30 मार्च को खत्‍म होंगी. पिछले साल, 10वीं की परीक्षाएं, 7 मार्च से 29 मार्च 2019 तक आयोजित की गई थीं. जबकि 12वीं की परीक्षाएं 2 मार्च से 2 अप्रैल 2019 तक आयोजित की गई थीं.
परीक्षा सुबह 10 बजे से शुरू होगी और प्रत्येक अभ्यर्थी को प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट का समय दिया जाएगा. परीक्षा पास करने के लिए छात्रों को थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों परीक्षाओं को अलग-अलग क्लियर करना होगा. एग्जाम पास करने के लिए छात्रों को 33 प्रतिशत अंक सुरक्षित करने की आवश्यकता होगी. अब जब सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2020 की तारीख को जारी कर दिया गया है, तो छात्र अपने टाइम टेबल को बना सकते हैं. 
cbse.nic.in पर देख सकते है
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भारत में अपराधशास्त्र विज्ञान को विकसित करने की जरूरत :प्रो. बी.एन.चट्टोराज

भारत में अपराधशास्त्र विज्ञान को विकसित करने की जरूरत :प्रो. बी.एन.चट्टोराज
सागर। डाॅ. हरीसिंह गौर केन्द्रीय विष्वविद्यालय सागर के समाजषास्त्र एवं समाजकार्य विभाग में डाॅयलाग विदइन सोसयोलाॅजी के अंतर्गत एन.आई.सी.एफ.एस दिल्ली से आये प्रो. चटटोराज ने अपना भारत में अपराधषास्त्र विषय के अंतर्गत विषेष व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि भारत में विभिन्न प्रकार के अपराध बहुत तेजी से बढ़ रहें है। यदि विष्व में देखा जाये तो प्रत्येक देष का अपना अपराधषास्त्र विषय की विषेषता है परंतु दुर्भाग्यवष भारत में भारतीय अपराधषास्त्र का विकास नहीं हो पा रहा है। अध्यक्षीय उदबोधन में विभागाध्यक्ष प्रो. दिवाकर सिंह राजपूत ने कहा कि  इस विषय की ओर विषेष रूप से ध्यान देने की आवष्यकता है। प्रो. राजपूत ने कहा कि अपराधषास्त्र/अपराध के समाजषास्त्र विषय पर जीवन्त षोध के द्वारा विषयवस्तु को समृद्ध किया जाने हेतु संबंधित प्रयास होने चाहिए। डाॅ. कालीनाथ झा ने इस विषय पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पौराणिक समय से ही देष और दुनिया में विभिन्न अपराध व्याप्त रहे है, वर्तमान में इनमें रोक एवं सुधार की आवष्यकता है। धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. षिवषंकर जैना ने किया। कार्यक्रम में षिक्षक, एवं ज्योति भारद्वाज, आकृति कनोजिया, प्रियंका यादव, सुरभि गिरधर, दीपक रजक,रमेष साहू, अनंदी कुर्मी आदि षोधार्थी उपस्थित रहे।
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दो पर्यवेक्षकों व दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी

दो पर्यवेक्षकों व दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी
सागर । जिला कार्यक्रम अधिकारी भरत सिंह राजपूत द्वारा पिछले दिनों  आकस्मिक आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण किया गया। आंगनबाड़ी केन्द्र सेमाढाना, सत्ताढाना का निरीक्षण किया गया निरीक्षण में गंभीर लापरवाही एवं अनियमिततायें पायी गई। आंगनबाड़ी केन्द्र सेमाढाना में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमति ऋचा पाण्डेय एवं आंगनबाड़ी केन्द्र सत्ताढाना में श्रीमति रेखा गौड़ ग्राम में न रहकर सागर में निवास करती है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के आंगनबाड़ी केन्द्र/ग्राम में रहने की पहली शर्त है। बगैर निवास किये जाने से आईसीडीएस की सेवाओं का लाभ हितग्राहियों को संपूर्ण रूप से नहीं दिया सकता।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमति ऋचा पाण्डेय सेमाढाना केन्द्र से अनुपस्थित पायी गई। कथित रूप से स्वयं के घर में संचालित होना बताया गया।  आंगनबाड़ी केन्द्र का नामोनिशान भी नहीं पाया गया। ग्रामवासियों को आंगनबाड़ी केन्द्र की सेवायें नहीं मिल रही है। इसी प्रकार श्रीमति रेखा गौड़ केन्द्र ग्राम सत्ताढाना में न रहते हुए सागर में निवास करती है तथा आंगनबाड़ी केन्द्र के संचालन के नाम पर खानापूर्ति करती है। जहाँ पर आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित होना बताया गया है वहां व्यक्तिगत उपयोग का सामान पाया गया। इसी प्रकार श्रीमती पार्वती अहिरवार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता साजी भी केन्द्र/ग्राम में निवास नहीं करती है तथा सागर से आना-जाना करती है। इसके अतिरिक्त आंगनबाड़ी केन्द्र किल्लाई के कार्यकर्ता श्रीमती कल्पना अहिरवार का कार्य अच्छा पाया गया तथा पर्यवेक्षकों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के जबाव संतोषप्रद न पाये जाने पर इन्हें पृथक से पृथक किया जावेगा। इन्हीं केन्द्रों के पर्यवेक्षक श्रीमति आशादेवी प्रजापति एवं श्रीमति शारदा ठाकुर के द्वारा प्रभावी निरीक्षण नहीं किये जाने वा आंगनबाड़ी केन्द्रों में कर्मियों को दूर न किये जाने के कारण दो वेतन वृद्धि रोकने का नोटिस जारी किया गया है।          
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भीषण ठंड सागर में बदला स्कूलो का समय , आदेश जारी

भीषण ठंड ,सागर में बदला स्कूलो का समय , आदेश जारी
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डॉ शरद सिंह इन्दौर लिटरेचर फेस्टिवल में आमंत्रित

डॉ शरद सिंह इन्दौर लिटरेचर फेस्टिवल में आमंत्रित
सागर। इन्दौर मध्यप्रदेश में 21- 23 दिसंबर 2019 को आयोजित होने जा रहे 'इन्दौर लिटरेचर फेस्टिवल-2019' में हिन्दी साहित्य पर चर्चा के लिए सागर नगर की वरिष्ठ लेखिका एवं 'पिछले पन्ने की औरतें', 'कस्बाई सिमोन' आदि अपने उपन्यासों के लिए देश-विदेश में चर्चित कथाकार डॉ (सुश्री) शरद सिंह को स्पीकर के रूप में आमंत्रित किया गया है। जहां वे विभिन्न सत्रों में 'हिन्दी उपन्यास: ज़मीनी वास्तविकता के कितने क़रीब' तथा साहित्यकार पाठक संबंधों में सूखा क्यों?' तथा 'हिन्दी में बेस्टसेलर मारीचिका' जैसे विषयों पर अपने विचार साझा करेंगी। उल्लेखनीय है कि डॉ शरद अब तक चंडीगढ़, अजमेर, लखनऊ आदि लिटरेचर फेस्टिवल्स सहित दिल्ली में आयोजित ''साहित्य आजतक'' लिटरेचर फेस्टिवल में बतौर स्पीकर साहित्य पर महत्वपूर्ण चर्चाएं कर चुकी हैं।
       हैलो हिन्दुस्तान द्वारा इन्दौर में आयोजित इस प्रतिष्ठित तीन दिवसीय आयोजन में हिंदी साहित्य जगत की चर्चित हस्तियों सहित रस्किन बाण्ड, नादिरा बब्बर, प्रयाग शुक्ल, लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी जैसी देश-विदेश की साहित्य और संस्कृति से जुड़ी अंतर्राष्ट्रीय ख्याति की अनेक शख्सियतें शामिल होंगी।
           
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शरणार्थी बने खुरई कृषि महाविद्यालय के विद्यार्थी ,भूपेन्द्र सिंह ने उठाया विधानसभा में मामला

शरणार्थी बने खुरई कृषि महाविद्यालय के विद्यार्थी ,भूपेन्द्र सिंह ने उठाया विधानसभा में मामला
सागर। अपना पहला साल पूरा होने पर कमलनाथ सरकार युवाओं के लिए बेहतर कल का निर्माण का दावा कर रही है। जबकि खुरई के कृषि महाविद्यालय में पढ़ने वाले 136 छात्र-छात्राओं को इस सरकार ने शरणार्थियों से भी बदतर स्थिति में ला दिया है। पूर्व गृह मंत्री एवं खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह के प्रश्न पर कृषि कल्याण मंत्री का जबाब है कि महाविद्यालय को स्वयं का भवन और छात्रावास सुविधा उपलब्ध कराये जाने की समय-सीमा बताया जाना संभव नहीं है।
ज्ञातव्य है कि विधायक भूपेन्द्र सिंह ने पिछली सरकार में गृह एवं परिवहन मंत्री रहते हुए खुरई में कृषि महाविद्यालय स्वीकृत कराते हुए इसके भवन, छात्रावास और वृहद केम्पस के लिए जमीन भी आबंटित कराई थी। अटल बिहारी वाजपेयी कृषि महाविद्यालय खुरई की स्थापना के प्रथम वर्ष 2018 में 46 छात्र एवं 18 छात्राओं ने तथा द्वितीय वर्ष 2019 में 48 छात्र एवं 24 छात्राओं ने प्रवेश लिया। विधायक भूपेन्द्र सिंह के प्रश्न पर किसान कल्याण मंत्री ने विधानसभा में जबाब दिया है कि यह महाविद्यालय खुरई के माॅडल स्कूल में प्रथम तल के आठ कमरों में संचालित है। कृषि महाविद्यालय में पढ़ रहे 136 छात्र-छात्राओं के रहने हेतु छात्रावास की व्यवस्था नहीं है। महाविद्यालय हेतु स्वयं का भवन और छात्रावास की सुविधा कब तक उपलब्ध कराई जावेगी, इसकी समय-सीमा बताया जाना संभव नहीं है।
प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद खुरई के कृषि महाविद्यालय की सुध लेने वाला अब कोई नजर नहीं आ रहा। विधानसभा में कृषि कल्याण मंत्री द्वारा प्रस्तुत दो पत्रों से पता चलता है कि इस महाविद्यालय के 136 छात्र-छात्राओं की हालत शरणार्थियों से भी बदतर है। मसलन, शासकीय माॅडल स्कूल खुरई के प्राचार्य ने 18 फरवरी 2019 को भेजे पत्र में जबाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता को अल्टीमेटम दिया कि कृषि महाविद्यालय खुरई की आवास व्यवस्था अन्यत्र कर ली जाबे। क्योंकि 1 मार्च 2019 से बोर्ड परीक्षा प्रारंभ हो रही हैं और माध्यमिक शिक्षा मण्डल भोपाल ने माॅडल स्कूल को परीक्षा केन्द्र बनाया है, इसका समाधान निकालने के लिए कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य ने एसडीएम खुरई से पत्राचार किया। जिस पर एसडीएम ने माॅडल स्कूल के आठ कमरों में जुलाई 2020 तक महाविद्यालय संचालित करने बाबत सशर्त अनुमति प्रदान की है, जिसमें एक कंडीशन यह है कि माॅडल स्कूल में छात्रों को आवास/छात्रावास की सुविधा नहीं रहेगी और विद्यालय में आयोजित होने वाली बोर्ड परीक्षाओं, शसकीय प्रशिक्षणों एवं अन्य आवश्यकता अनुसार कक्षों को पुनः उपलब्ध कराना होगा। चूकि मार्च 2020 में बोर्ड परीक्षाएं शुरू होना है, अतः कृषि महाविद्यालय के 136 छात्र-छात्राओं के समक्ष माॅडल स्कूल से बेदखली की तलवार लटक रही है। दूसरी तरफ प्रदेश सरकार के मुखिया कमलनाथ अपना एक साल पूरा होने पर यह गुणगान कर रहे हैं कि युवाओं के लिए बेहतर कल का निर्माण किया जा रहा है।


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