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म.प्र. मानव तस्करी का महत्वपूर्ण रूट :अरुणा मोहन राव

म.प्र. मानव तस्करी का महत्वपूर्ण रूट :अरुणा मोहन राव

● मानव तस्करी  में आनलाइन मीडिया का प्रयोग और ओ.एस.आई.एन.टी. विषय पर  बेबीनार 

 

सागर।   पुलिस प्रशिक्षण शाला सागर में ''मानव र्दुव्यापार (मानव तष्करी) में आॅनलाइन मीडिया का प्रयोग और ओ.एस.आई.एन.टी.'' विषय पर दो दिवसीय बेबीनार का आयोजन पुलिस मुख्यालय के निर्देष पर एवं विशेष पुलिस महानिदेषक (प्रषिक्षण) श्रीमती अरूणा मोहन राव  एवं श्रीमती अनुराधा शंकर  (अति. पुलिस महानिदेषक) के मार्गदर्षन में किया गया।

 विषेश पुलिस महानिदेषक (प्रषिक्षण) श्रीमती अरूणा मोहन राव द्वारा बताया गया कि मानव र्दुव्यापार (मानव तष्करी) आतंकवाद और ड्रग्स के बाद विष्व में तीसरा सबसे ज्यादा घटित होने वाला अपराध है। इस अपराध का सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चों पर पड़ने से इसे गंभीरता से लेने की आवष्यकता है, म.प्र. मानव तष्करी के अपराध का महत्वपूर्ण रूट (रास्ता) है इस अपराध से प्रभावित बच्चों को म.प्र. के रास्ते ही अपराधियों द्वारा दूसरे स्थानों पर पहुंचाया जाता है। इसलिए म.प्र. की पुलिस को इस आषय के प्रति विषेष रूप से सतर्क रहने की आवष्यकता है।
प्रथम सत्र में श्री वीरेन्द्र मिश्रा (निर्देषक, राष्ट्रीय सामाजिक संस्थान एन.आई.एस.डी.) जो पूर्व में मानव र्दुव्यवहार (मानव तष्करी) से संबंधित यूनाइटेड नेषन (संयुक्त राष्ट्र) के मिशन से जुडे़ रहे हैं, उनके द्वारा मानव र्दुव्यापार (मानव तष्करी) विष्व व्यापाी स्वरूप को बताया गया है, विष्व के कौन से देशो से बच्चों को उठाया जाता है तथा कौन से देश उपभोक्ता के रूप में इनका उपयोग करते हैं, तथा अन्य देषों से इस अपराध के तार कैसे जुड़े हुए हैं। इस पर विस्तार से बताया गया।

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प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेण्डर योजना में लापरवाही पर सागर और भिंड जिले दो सीएमओ निलंबित-

 द्वितीय सत्र में श्री जितेन्द्रसिंह (एस.पी.साइबर इंदौर) द्वारा मानव व्यापार (मानव तष्करी) के अपराध में फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम के प्रयोग को बताया गया और कैसे संचार के माध्यमों ने इस आषय को और भयाभय बना दिया है इसे बताया गया तथा ओ.एस.आई.एम.ई.टी को विस्तार से बताया गया।
दूसरे दिन प्रथम सत्र में श्रीमती मधुमिता सेन गुप्त (काॅर्डिनेटर ''बचपन बचाओ आन्दोलन'') द्वारा मानव र्दुव्यापार के सामाजिक कारणों पर प्रकाश डाला और बताया कि पुलिस और न्यायालय द्वारा दाण्डित कार्यवाही के अलावा इस अपराध को रोकने के लिए समाज के गरीब, अषिक्षित तबके में जागरूकता का लाना बेहद जरूरी है।
 द्वितीय सत्र में श्रीमती सुतापा सान्याल (रिटायर पुलिस महानिदेषक उ.प्र.) जो उत्तर प्रदेष की पहली महिला डी.आई.जी. हैं, आपके द्वारा मानव र्दुव्यापार (मानव तष्करी) कि अपराध में पुलिस भूमिका एवं पुलिस द्वारा इस आषय की विवेचना में की जाने वाली सामान्य गलतियों पर विस्तार सेे बताया गया।
समापन सत्र में अति. पुलिस महानिदेषक (प्रषिक्षण) श्रीमती अनुराध शंकर  द्वारा पुलिस अधीक्षक पी.टी.एम. एवं उनकी टीम को कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु बधाई दी तथा बताया कि तकनीकी प्रयोग से ऐस प्रषिक्षण कार्यक्रम का लाभ म.प्र. के अलावा अन्य प्रदेष के पुलिस अधिकारीयों को प्राप्त हुआ इसके लिए पूरी टीम की प्रषंसा की।कार्यक्रम के समापन से पुलिस अधीक्षक (पी.टी.एस.) सागर श्री राजीव मिश्रा द्वारा कार्यक्रम के सभी व्याख्याताओ का आभार व्यक्त किया गया।

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इस कार्यक्रम में म.प्र. के विभिन्न जिलो से प्र.आ. से उप पुलिस अधीक्षक स्तर तक अधिकारी सम्मिलित रहे, इसके अलावा छत्तीसगढ़ पुलिस अधिकरी भी इसके सम्मिलित रहे एवं पुलिस अधिकारी व कर्मचारी द्वारा फील्ड में आने वाली परेषानियों को भी व्याख्याताओं से साझा किया तथा समाधान प्राप्त किये।
पुलिस अधीक्षक  द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोगी रहे  शैलेन्द्र मार्टिन (उप पुलिस अधीक्षक)  अभिषेक बुन्देला (ए.डी.पी.ओ.)  अफरोज खान (निरीक्षक), श्री अमित गौतम (उप निरीक्षक),  दिनेष साहू (उप निरीक्षक), श्रीमती द्रोपदी साहू (सहा.उप निरीक्षक), आरक्षक अष्विनी घास, पवन, विकास की भी प्रषंसा हुई। कार्यक्रम के संबध मे जानकारी पुलिस प्रषिक्षण शाला में पदस्थ सहा.जिला अभियोजन अधिकारी अभिषेक बुन्देला द्वारा दी गई।

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जुलाई में सागर शहर की वायु गुणवत्ता गुड कैटेगरी पाई गई

जुलाई में सागर शहर की वायु गुणवत्ता गुड कैटेगरी पाई गई

सागर ।  क्षेत्रीय अधिकारी  एसपी झा ने जानकारी दी है कि क्षेत्रीय कार्यालय मध्यप्रदेष प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सागर में स्थापित एयर मॉनिटरिंग सेन्टर में लगातार हवा के पर्यावरण की जांच की जाती है। जिसमें डस्ट लेवल पीएम 10 एवं पीएम 2.5 तथा सल्फर डाय ऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड एवं कार्बन मोनोआक्साइड की जाँच की जाती है।
माह जुलाई 2020 में सागर शहर की परिवेशीय वायु गुणवत्ता दीनदयाल नगर मकरोनिया में नाईट्रोजन ऑक्साइड 12.3 माइक्रोग्राम, घनमी. (निर्धारित मात्रा माइकोग्राम, घनमी.), सल्फर डाय ऑक्साइड 3.4 माइकोग्राम, घनमी, निधारित मात्रा 80 माइकोग्राम, घनमी.), पार्टिकुलेट मैटर पी.एम.10 41.4 माइकोग्राम, घनमी. (निर्धारित मात्रा माइकोग्राम, घनमी.) पीएम 2.5 माइकोग्राम, घनमी. (निर्धारित मात्रा 60 माइक्रोग्राम, घनमी.), पाई गई है।

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इसी प्रकार न्यू कॉलोनी तिली रोड में नाईट्रोजन ऑक्साइड 12.1 माइकोग्राम, घनमी. (निर्धारित मात्रा 80 माइकोग्राम, घनमी.) , सल्फर डाय ऑक्साइड 2.9 माइकोग्राम, घनमी.(निर्धारित मात्रा 80 माइक्रोग्राम, घनमी .) , पार्टिकुलेट मैटर पी.एम .10 44.8 माइक्रोग्राम, घनमी. (निर्धारित मात्रा 100 माइक्रोग्राम, घनमी .) , पीएम 2.5 11.9 माइकोग्राम, घनमी.(निर्धारित मात्रा 60 माइकोग्राम, घनमी), पाई गई है।
उपरोक्त के आधार पर सागर शहर की माह जुलाई 2020 में वायु गुणवत्ता (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 33.7 पाई गई है, जो गुड केटेगरी में आती है ।

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कोरोना काल मे संचार कम्पनियो ने मुनाफा कमाया, वही एक बड़ी आबादी आर्थिक संकटो में :रघु ठाकुर

कोरोना काल मे संचार कम्पनियो ने मुनाफा कमाया, वही एक बड़ी आबादी आर्थिक संकटो में :रघु ठाकुर

★ स्व. विष्वनाथ ठाकुर स्मरण दिवस पर कोरोना के बाद की दुनिया पर हुआ व्याख्यान



सागर। स्व  विश्वनाथ  सिंह ठाकुर के स्मरण दिवस पर कोरोना महामारी खत्म होने के बाद दुनिया का कैसा स्वरूप बनने वाला हैं इस पर समाजवादी विचारक रघु ठाकुर ने अपने विचार व्यक्त किये। 
उन्होने बताया की कोरोना केवल एक महामारी ही नही हैं वरन इसकी आढ़ में दुनिया की पूजीवादी ताकते संचार तकनीक का फैलाव कर अपना आधिपत्य जमाने का प्रयास भी कर रही हैं। उन्होने उदाहरण देते हुए बताया की भारत जैसे देश में जहा समाज से जुडा हर कारोबार प्रभावित हुआ है और एक बड़ी आबादी जो करोड़ो में हैं आर्थिक कठिनाई के कारण गहरे संकट में फस गई । पर क्या कारण हैं कि संचार तकनीक से जुुडी हुई दुनिया की कंपनियां जिसमें भारत में कारोबार कर रही कम्पनियां भी शामिल है, ने अपना मुनाफा दिन दुगुना रात चोगुना बढ़ा लिया हैं। हमें घरों के अंदर ढकेला जा रहा हैं बीमारी के डर के कारण हमें एकाकी जीवन जीने के लिये मजबूर किया जा रहा हैं इससे न केवल हमारे सामाजिक रिष्ते तार तार हो रहे हैं वरन अकेलेपन के कारण आत्महत्याओं के आकडें भी लगातार बढ़ रहें हैं। यह बीमारी नहीं हैं हमारे दिमागों के जरिये हमारी जीवन शैली पर कब्जा करने का षड़यंत्र है।
आयोजन को संबोधित करते हुए डाॅ. राजेन्द्र चऊदा ने बीमारी के लक्षण, उससे सुरक्षा के उपाय पर विस्तार से प्रकाष डालते हुए कहा की कोरोना जितनी बडी बीमारी नही हैं उसका डर उससे बडा हैं। सावधानियाॅं आवष्यक हैं पर यदि आपकी जीवन शैली नियमित और संतुलित आहार से संचालित हैं तो यह बीमारी आपको प्रभावित नही कर सकती।
इस अवसर पर तुलसी स्मृति न्यास द्धारा कोरोना की महामारी से अपने ध्ंाधों से जवरन धकेले गये लाखों गरीबों के पलायन के समय शहर के सामाजिक संगठनों और व्यक्तियों ने उनको सहयोग देकर जो सेवा कार्य किया उन्हें स्व. डाॅ. रामदास तिवारी स्मृति सेवा सम्मान, स्व. भवानी सिंह ठाकुर स्मृति सेवा सम्मान, 
स्व. निरंजन प्रसाद पचोरी सेवा सम्मान, स्व. रामषंकर केषरवानी सेवा सम्मान, स्व. गोपाल कृष्ण गुप्ता आजाद, स्व. श्रीमति भागबाई, स्व. श्रीमति शशि जैन, स्व. लक्ष्मीनारायन भारद्धाज, स्व. अब्दुल गनी खान स्मृति सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। 

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प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेण्डर योजना में लापरवाही पर सागर और भिंड जिले दो सीएमओ निलंबित

कार्यक्रम की अध्यक्षता देवरी के पूर्व विधायक  सुनील जैन ने की विषेश आमंत्रित  शुकदेव प्रसाद तिवारी थे। 
आयोजन कोरोना महामारी से बचाव के लिये प्रषासन द्धारा जारी किये गए आवष्यक दिषा निर्देषों का पालन करते हुए किया गया। न्यास की ओर से आमंत्रित अतिथियों का स्वागत न्यास  के सदस्य  अखिलेष मोनी केशरवानी द्धारा किया गया। श्री रामकुमार पचोरी ने आभार व्यक्त किया।

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सागर नगर निगम की महिला कर्मचारी सहित 11 पाॅजिटिव मरीज मिले, उधर बगैर मास्क के घूमने वालो पर चालानी कार्यवाही, 22 हजार वसूले

सागर नगर निगम की महिला कर्मचारी सहित  11 पाॅजिटिव मरीज मिले, उधर बगैर मास्क के घूमने वालो पर चालानी कार्यवाही, 22 हजार वसूले


सागर । बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से प्राप्त जानकारी के अनुसार  आज शुक्रवार को 11 मरीजों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट प्राप्त हुई है।
जिसमंे 64 वर्षीय पुरुष बड़ा बाजार, 26 वर्षीय पुरुष सिटी अस्पताल बीना, 53 वर्षीय पुरुष चकराघाट, 40 वर्षीय एवं 43 वर्षीय पुरुष कैंट,  25 वर्षीय पुरुष पोददार काॅलोनी, 45 वर्षीय महिला अहमदनगर, 65 वर्षीय महिला राजनगर मकरोनिया, 48 वर्षीय पुरुष पुरव्याउ वार्ड, 50 वर्षीय पुरुष विष्वास डेयरी के पास सागर, 50 वर्षीय पुरुष सिंधी काॅलानी निवासी जिला सागर निवासी शामिल है । इनमे एक नगर निगम की महिला कर्मचारी  भी शामिल है। सागर जिले में कुल मरीजो की संख्या 682 हो गई है। 35 मरीजो की मौत हो चुकी है। 

बगैर मास्क के आने जाने वाले 227 व्यक्तियों के विरूद्व चालानी कार्यवाही  


कोरोना वायरस संक्रमण के बचाव एवं नियंत्रण हेतु शासन के नियमों का पालन कराने हेतु  शुक्रवार को कलेक्टर  दीपकसिंह के निर्देशानुसार जिला प्रशासन , नगर पालिक निगम एवं पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से शहर के मुख्य मार्गो सिविल लाईन, गोपालगंज, तीनबत्ती, कटरा बाजार क्षेत्र एवं मोतीनगर क्षेत्र में बगैर मास्क के आने जाने वाले व्यक्तियों के विरूद्व चालान कर 22 हजार 7 सौ रूपये की रसीद काटी गई। कल 27 हजार से अधिक रुपये वसूले थे। 

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निगमायुक्त श्री आर पी अहिरवार ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि जिला प्रशासन एवं निगम प्रशासन द्वारा यह कार्यवाही आप सभी के परिवारों की सुरक्षा के लिये ही की जा रही है। इसलिये सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें हमेशा घर से निकलते समय मास्क लगायें व अन्य सभी लोगों को भी प्रेरित करें जिससे शहर में बढ़ रहे कोरोना के प्रसार को रोका जा सकें। उन्होंने कहा कि बाजार में अनावश्यक भीड़ एकत्रित न होने दें, सभी व्यापारी बंधु अपने प्रतिष्ठान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
कार्यवाही के दौरान नायब तहसीलदार अजेन्द्रनाथ, कोतवाली पुलिस ,गोपालगंज पुलिस एवं सिविल लाईन पुलिस के अधिकारी सहित यातायात पुलिस एवं राजस्व अधिकारी बृजेश तिवारी, अतिक्रमण प्रभारी संजय सोनी, स्वच्छता निरीक्षक विकास गुरू, समस्त संबंधित टेंक्स कलेक्टर श्री संजय यादव  सहित अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।

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मासूम की दुष्कर्म की कोशिश के दौरान हुई थी मौत, हैवान बने आरोपी ने खेत मे दफनाया था तीन साल की मासूम को शाहगढ़ कांड का खुलासा किया डीआईजी आर एस डेहरिया ने

मासूम की दुष्कर्म की कोशिश के दौरान हुई थी मौत, हैवान बने आरोपी ने खेत मे दफनाया था तीन साल की मासूम को
 
शाहगढ़ कांड का खुलासा किया डीआईजी आर एस डेहरिया ने

@विनोद आर्य

सागर। सागर जिले के शाहगढ़ थाना क्षेत्र में 26 जुलाई को 3 साल की मासूम बच्ची की हत्या का मामला सामने आया था। इस घटना में आरोपी राजाराम पटेल ने बच्ची से दुष्कर्म करने का प्रयास किया था। इसी दौरान मासूम की दम घुटने से मौत हो गई थी। सागर पुलिस ने कहा कि आरोपी को फांसी की सजा दिलाने की भरपूर कोशिश करेंगे। सागर रेंज के डीआईजी रवि शंकर डेहरिया और पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह ने घटना का खुलासा किया है। जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी राजाराम पटेल शराब के नशे में था। और घर के बाहर खेलटी बच्ची को घर से करीब 1 किलोमीटर दूर ले गया था जहां उसने बच्ची के साथ बलात्कार करने का प्रयास किया और जब उसने बच्ची के मुँह पर हाथ रखा तो दम घुटने से उसकी मौत हो गई। आरोपी ने बच्ची को दफनाने के लिये एक गढ्डा खोदा और आधा शरीर दबा कर ही वहां से भाग गया। जिससे बच्ची के शव के कुछ हिस्से को जानवर भी खा गए थे। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 363, 376, 201 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है।वारदात का सुराग देने वाले पर दस हजार का इनाम रखा था। 
पुलिस के मुताबिक थाना शाहगढ अंतर्गत स्थित हनुमान टोरा के पटेल परिवार की तीन वर्षीय नाबालिग बालिका की गुमशुदगी की सूचना प्राप्त हुई । जिस पर से थाना शाहगढ़ में धारा 363ताहि का प्रकरण पंजीबद्ध कर तत्काल विवेचना प्रारं की गई।  विवेचना में अपहता नाबालिग बालिका की तलाश के दौरान लगभग 12.30 बजे पास के ही खेत मे बालिका का शव एक पैर बाहर निकला आधा जमीन में, गढा हुआ पाया गया।
उक्त शव को परिवारजनों द्वारा अपहता का होना शिनाख्त किया गया।  प्रकरण अत्यंत संवेदनशील एवं जघन्य होने से पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस वण्डा, एफ.एस.एल. अधिकारी एवं डॉग स्कॉड गौके पर तत्परता से पहुंचे। घटना के अवलोकन से अज्ञात आरोपी द्वारा नाबालिग बालिका के साथ जघन्य अपराध पटित किया जाना प्रदर्शित हुआ।  घटनास्थल का अवलोकन पुलिस महानिरीक्षक सागर जोन अनिल शर्मा एवं श्रीमान् उप पुलिसमहानिरीक्षक सागर रेंज डेहरिया  द्वारा भी किया गया था। 
पुलिस अधीक्षक  द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागार श्री प्रवीण भूरिया को मार्गदर्शन में एक विशेष विवेचना टीम गठित की गई । पुलिस को  जानकारी प्राप्त हुई कि घटना दिनांक को अपहता मुहल्ले के एक नवयुवक
के आस-पास देखी गई थी । जो घटना दिनांक के एक दिन बाद अस्वाभाविक कारणों से अपने निवास स्थल पर गायब  चल रहा है। उक्त सूचना के आधार पर संदेही राजाराम पिता हल्के पटैल आयु 22वर्ष की तलाश व पतासाजी करते हुये दस्तयाब किया गय। , जिसने प्रारंभिक पूछतांछ में इंकार करने के उपरांत घटना स्वतः कारित
किया जाना स्वीकार किया। उपरोक्त आरोपी को घटनास्थल पर ले जाकर घटना का रीक्रिएशन कराया गया व अपराध के जुडे अन्य भौतिक साक्ष्यों की आरोपी से जप्ती कराई गई। आरोपी चरित्रहीन था और मृतिका के परिवार में आना जाना था। इसी के चलते मासूम उसके साथ खेलने चली गई। घटना के वक्त आरोपी शराब के नशे में था।  आरोपी को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से साक्ष्य मिले है। 


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इनका काम रहा सराहनीय

विवेचना में थाना प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र सिंह, उपनिरीक्षक अरविन्द्र सिंह, उपनिरीक्षक रोहित मिश्रा, उपनिरीक्षक दिव्यप्रकाश त्रिपाटी, उपनिरीक्षक युवराज सिंह परिहार, उपनिरीक्षक
कविता द्विवेदी, उपनिरीक्षक सी.एल. अहिरवार, उपनिरीक्षक मृत्युंजय गुप्ता, महिला थाना प्रभारी निरीक्षक संगीता सिंह, सहायक उप निरीक्षक के.पी. भट्ट, प्र.आर. हरिनारायण, आरक्षक सुन्दर सिंह यादव, शिवराज सिंह कुशवाहा, दिलीप गुर्जर, महीपत,लक्ष्मीनारायण यादव,  संदीप सिंह राजावत, दशरथ कुमार, अंगूरी रैकवार, आंकाक्षा कटारे, गोविन्द सिंह यादव, राजकुमार, नरेन्द्रसिंह, आरक्षक सौरभ रैकवार, आरक्षक अमित शुक्ला का विशेष योगदान रहा।  सर्वाधिक महत्वपूर्ण एवं उल्लेखनीय सूत्र पुलिस डॉग जेसी द्वारा प्रदाय किया गया। जिसके द्वारा घटना की ट्रेकिंग में संदेही के निवास स्थान तक पहुंचकर विवेचना को स्पष्ट दिशा देने का कार्य किया गया। इस हेतु उसे पृथक से पुरूस्कृत किया जा रहा है।

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प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेण्डर योजना में लापरवाही पर सागर और भिंड जिले दो सीएमओ निलंबित

प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेण्डर योजना में लापरवाही पर सागर और भिंड जिले दो सीएमओ निलंबित
 
भोपाल । आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेण्डर आत्म-निर्भर निधि (पीएम स्व-निधि) योजना में लापरवाही करने और निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कार्य नहीं करने पर दो मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को निलंबित कर दिया। उल्लेखनीय है कि नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेण्डर आत्म-निर्भर निधि (पीएम स्व-निधि) योजना में लापरवाही करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिये थे।


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केवल जरूरी कारणों पर ही हो लॉकडाउन
★बिना मास्क के घर से निकलने पर मंत्री, विधायक, जनप्रतिनिधि, अधिकारी सब के विरुद्ध होगी कार्रवाई
★मंत्री गण 14 अगस्त तक कोई सार्वजनिक दौरे न करें*
★ मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना संबंधी बैठक में की सभी से अपील -

जिला भिण्ड की नगर परिषद फूंफकला के प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री प्रदीप शर्मा और सागर जिले की नगरपालिका परिषद गढ़ाकोटा के मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री मनीष कुमार परते को निलंबित किया गया है। 


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केवल जरूरी कारणों पर ही हो लॉकडाउन ★बिना मास्क के घर से निकलने पर मंत्री, विधायक, जनप्रतिनिधि, अधिकारी सब के विरुद्ध होगी कार्रवाई ★मंत्री गण 14 अगस्त तक कोई सार्वजनिक दौरे न करें ★ मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना संबंधी बैठक में की सभी से अपील



केवल जरूरी कारणों पर ही हो लॉकडाउन

★बिना मास्क के घर से निकलने पर मंत्री, विधायक, जनप्रतिनिधि, अधिकारी सब के विरुद्ध होगी कार्रवाई

★मंत्री गण 14 अगस्त तक कोई सार्वजनिक दौरे न करें

★ मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना संबंधी बैठक में की सभी से अपील

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से उपयोग करके ही हम कोरोना संक्रमण पर पूरा नियंत्रण कर पाएंगे। लॉकडाउन खुलने पर यदि इसका पालन नहीं किया जाता है, तो पुनः संक्रमण फैल जाता है तथा सारी मेहनत बेकार जाती है। दूसरी ओर लॉक डाउन करने से अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होती है। अतः अब हमें वर्तमान घोषित लोक डाउन के पश्चात लॉकडाउन नहीं करना है तथा पूरी सावधानी एवं सतर्कता के साथ विधि एवं नियमों का पालन करते हुए कोरोना को हराना है। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह मुख्यमंत्री हो, मंत्री हो, जनप्रतिनिधि हों अथवा अधिकारी हो, यदि उन्होंने इसका पालन नहीं किया तो फिर कार्यवाही होगी। कोरोना को समाप्त करने के लिए सभी को इन सावधानियों को बरतना अनिवार्य है। उन्होंने मंत्री गणों से कहा कि आगामी 14 अगस्त तक कोई सार्वजनिक दौरे नहीं करें, वी सी के माध्यम से बैठने करें, वर्चुअल रैली करें, अपने आवास पर भी एक बार में 5 व्यक्तियों से अधिक से न मिलें। 

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सरकारी एवं निजी  विद्यालय 31 अगस्त तक बंद , आदेश जारी

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज चिरायु अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। वीसी में गृह मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान आदि उपस्थित थे।

जनप्रतिनिधि कोई सार्वजनिक कार्यक्रम न करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि चुनाव से अधिक आवश्यक है लोगों की जान बचाना। अतः कोई भी जनप्रतिनिधि कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम ना करे। गाइडलाइंस का पालन न करने पर जुर्माने तथा प्रकरण दर्ज करने, दोनों की कार्रवाई की जाएगी। 


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राष्ट्रीय शिक्षा नीति : समग्र विकास की ओर बढ़ते कदम
 @ प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी  ,कुलपति  , डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय,सागर -



मुरैना ने उदाहरण प्रस्तुत किया

कोरोना की जिलेवार समीक्षा के दौरान पाया गया कि मुरैना में कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण पा लिया गया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गत दिनों जिस तरह से वहां संक्रमण फैला उसके बाद जिस तत्परता के साथ वहां इसे रोकने के प्रयास किए गए वे सराहनीय है। अब वहां कोरोना पॉजिटिविटी रेट घटकर 3.03 प्रतिशत हो गई है। मुरैना ने उदाहरण प्रस्तुत किया है। ग्वालियर भी अब नियंत्रण में है वहां बाजार खुल गए हैं। मुख्यमंत्री ने दोनों जिलों के अमले को बधाई दी।

हर केस की जड़ तक जाएं

ग्वालियर में कोरोना की मृत्यु के प्रकरणों की समीक्षा के दौरान पाया गया कि वहां 4 प्रकरणों में बहुत देर से अस्पताल गंभीर हालत में आने के कारण व्यक्तियों की जान नहीं बचाई जा सकी। इस संबंध में मुख्य सचिव श्री बैंस ने निर्देश दिए कि हर प्रकरण की जड़ तक जाएं व जांच करें कि प्रकरण लेट क्यों आया। जनता को जागरूक किया जाना आवश्यक है, जिससे लक्षण दिखते हैं व्यक्ति को तुरंत अस्पताल लाया जाए। समय पर अस्पताल आने से हर कोरोना संक्रमित व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है।

मध्य प्रदेश देश में 15 स्थान पर

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह सही है कि बीते कुछ दिनों में प्रदेश में कोरोना के प्रकरणों में वृद्धि हुई है, परंतु अभी भी तुलनात्मक रूप से देश में कोरोना संक्रमण में प्रदेश का स्थान 15 वा है। वर्तमान में प्रदेश में 8454 एक्टिव केसेस हैं, हमारी रिकवरी रेट 69.9 है तथा मृत्यु दर घटकर 2.77 हो गई है। प्रदेश में 21657 कोरोना संक्रमित व्यक्ति स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। आज की स्थिति में हमारी प्रतिदिन टेस्टिंग क्षमता 9156 प्रति दस लाख है।

भोपाल में एंटीजन टेस्ट प्रारंभ

एसीएस हेल्थ श्री सुलेमान ने बताया कि भोपाल में एंटीजन टेस्ट भी प्रारंभ कर दिए गए हैं। इससे अब बड़ी संख्या में तथा जल्दी कोरोना टेस्ट हो सकेंगे। कलेक्टर भोपाल ने बताया कि भोपाल में कोरोना के इलाज एवं क्वॉरेंटाइन की निशुल्क शासकीय व्यवस्था के अलावा अब पेड व्यवस्था भी निजी क्षेत्र में प्रारंभ हो गई है।

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सीएम को राखी भेजकर महिला कर्मचारियों ने कहा हमारी नौकरी बचाने का उपहार दें ,मॉडल एक्ट से कृषि उपज मंडी के कर्मचारियों को बेरोजगार होने की आशंका

सीएम को राखी भेजकर महिला कर्मचारियों ने कहा हमारी नौकरी बचाने का उपहार दें
,मॉडल एक्ट से कृषि उपज मंडी के कर्मचारियों को बेरोजगार होने की आशंका


सागर।मप्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड आंचलिक कार्यालय की महिला कर्मचारियों ने बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को रक्षा सूत्र भेजकर उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। महिला कर्मचारियों ने पत्र भेजकर कहा कि सीएम भैया रक्षाबंधन पर हमें आपसे जो उपहार चाहिए वह यह कि आप हम सभी बहनों की नौकरी पर संकट नहीं आने देंगे। कृषि मंडियों में मॉडल एक्ट से हम सबकी नौकरी पर खतरा है। इसलिए आपसे निवेदन है कि इस दिशा में कुछ कीजिए। आपकी ओर से यही हमारे लिए रक्षाबंधन का सबसे बेहतरीन तोहफा होगा।

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दरअसल प्रदेश की कृषि मंडियों में मॉडल एक्ट लागू होने से मंडी कर्मचारी खुद को संकट में पा रहे हैं। उनका कहना है कि इस एक्ट के आने से टैक्स के रूप में मंडियों को होने वाली आय रुक जाएगी और ऐसे में सरकार के लिए मंडी कर्मचारियों के वेतन भत्ते की व्यवस्था कर पाना बेहद मुश्किल हो जाएगा। इन्हीं आशंकाओं को लेकर बुधवार को प्रदेशभर में कृषि उपज मंडियों की महिला कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर अपनी व्यथा बताई। पत्र के साथ ही रक्षा सूत्र भी भेजे गए और कामना की गई कि हमारे मुख्यमंत्री भैया को ईश्वर शीघ्र स्वस्थ और दीर्घायु करे। 

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पत्र- 
परम आदरणीय मुख्यमंत्री महोदय को मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड में सेवारत समस्त महिला कर्मचारियों की ओर से रक्षाबंधन के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं जिसे सहर्ष स्वीकार करें तथा हम सभी ईश्वर से आपके शीघ्र स्वस्थ होने वह दीर्घायु की कामना करते हैं। श्रद्धेय, रक्षाबंधन पर्व पर हम समस्त बहनें आपको रक्षा सूत्र प्रेषित कर रही हैं जिसे स्वीकार करें। महोदय, आपको विदित हो कि मंडियों में लागू मॉडल एक्ट 2020 से हम सभी मंडी कर्मचारियों के भविष्य पर संकट आ गया है। मंडी बोर्ड हमेशा कृषक व शासन के हित में कार्यरत रहा है एवं आप के शासनकाल में ही की गई नियुक्तियों द्वारा हजारों कर्मचारियों के परिवार का जीवन निर्वाह संभव हो पा रहा है, लेकिन मॉडल एक्ट के लागू होने से हम सभी अपनी सेवा पर आने वाले गंभीर संकट की चिंता में घिर गए हैं। अतः मंडी बोर्ड के समस्त भाई-बहनों का आपसे निवेदन है हमारे जीवन को सुरक्षित एवं संरक्षित करने का उपहार प्रदान करने का कष्ट करें, ताकि हम सभी कर्मचारी निश्चिंतता के साथ पुनः शासन के हित में अपना कर्मठ योगदान दे सकें। आप की ओर से सकारात्मक भेंट की प्रतीक्षा में आपकी बहनें- मप्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड, आंचलिक कार्यालय, सागर।


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सरकारी एवं निजी विद्यालयों को 31 अगस्त तक बंद , आदेश जारी

सरकारी एवं निजी  विद्यालयों को 31 अगस्त तक बंद , आदेश जारी

सागर । राज्य शासन द्वारा लोक स्वास्थ्य एवं लोक हित में प्रदेश के समस्त शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों को 31 अगस्त 2020 तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। नोबल कोरोना वायरस कोविड-19 एवं उससे जनित बीमारी के संक्रमण से बचाव हेतु स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के समस्त शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों को पूर्व में 30 जुलाई 2020 तक बंद रखे जाने संबंधी निर्देश जारी किए गए थे। अब यह अवधि बढ़ाकर 31 अगस्त 2020 की गई है। उल्लेखनीय है कि, विद्यार्थियों की अध्यापन गतिविधियों को जारी रखने हेतु समय समय पर विभाग द्वारा ऑनलाइन गतिविधियाँ कराई जा रही हैं साथ ही ''हमारा घर हमारा विद्यालय कार्यक्रम'' भी चलाया जा रहा है। 

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राष्ट्रीय शिक्षा नीति : समग्र विकास की ओर बढ़ते कदम
 @ प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी  ,कुलपति  , डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय,सागर -


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राष्ट्रीय शिक्षा नीति : समग्र विकास की ओर बढ़ते कदम @ प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ,कुलपति , डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय,सागर




राष्ट्रीय शिक्षा नीति : समग्र विकास की ओर बढ़ते कदम

@ प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी  ,कुलपति  , डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय,सागर

 
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रारूप को आज भारत सरकार की 'कैबिनेट' ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। अब इसे संसद के पटल पर विचार-विमर्श हेतु रखा जाएगा. मेरे मतानुसार नई सहस्राब्दी में कदम रखने के साथ ही भारतीय राष्ट्र को निश्चित ही एक ऐसी शिक्षा नीति की आवश्यकता थी, जिसमें वह अपने समक्ष प्रस्तुत होने वाली देशज एवं वैश्विक चुनौतियों से, ज्ञान एवं सूचना आधारित संसाधनों, विकल्पों एवं नवाचारों के माध्यम से अपने समृद्ध अतीत के अनुभवों एवं डिजिटल आधुनिकता के चिंतन के बेहतर समन्वय से मानवता के लिए एक संभावना परक एवं समता मूलक समाज का निर्माण कर सके. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 राष्ट्र के समक्ष इसी रूप में प्रस्तुत की गई है. 

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जैसा कि सर्वविदित है कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तर पर दूरगामी महत्त्व के अप्रत्याशित परिवर्तन हुए हैं. इन परिवर्तनों में सबसे महत्त्वपूर्ण है - जनसामान्य के लिए स्कूली शिक्षा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में किये गए विकास एवं नवाचार (विशेष रूप से सूचना और संचार, जोकि स्वयं में एक प्रभावी एवं प्रासंगिक शिक्षण पद्धति है) के अनुरूप शिक्षा की इस नीति को देखा और समझा गया है. अपने मूल उद्देश्यों एवं विषय वस्तु के आधार पर यह माना जा सकता है कि यह शिक्षा नीति राष्ट्र की आवश्यकताओं, उसके समक्ष आने वाली चुनौतियों तथा वैश्विक ज्ञान समाज एवं अर्थव्यवस्था के समक्ष अपनी संभावनाओं को बेहतर रूप से समझ पाई है. विद्यालय एवं समाज के अंतर्संबंधों को इस नीति ने गहन रूप से पुनर्स्थापित करते हुए शिक्षा को समाज की जिम्मेदारी के रूप में रेखांकित किया है जो एक तरह से पारंपरिक भारतीय शैक्षिक व्यवस्था की नव-अनुगूंज की तरह है. इस नीति में भारत केन्द्रित ज्ञान एवं लोक विद्याओं को आधुनिक वैज्ञानिक पद्धति से समझते हुए उसे पाठ्यक्रम में अंगीकार किया गया है. यह एक ऐतिहासिक दस्तावेज़ है जो भारत केन्द्रित शिक्षा के माध्यम से भारतीयों को मानसिक औपनिवेशिक दासता से मुक्त करती है.  यह नीति इस मायने में भी विशिष्ट हो जाती है क्योंकि यह पाठ्य सहगामी क्रियाओं एवं गतिविधियों के मध्य भ्रामक एवं आभासी अलगाव को दूर करती है. 
इस नीति ने संवैधानिक लोक कल्याण के उपबंधों को अनुप्राणित करते हुए यह प्रावधान किया है जहां अब विद्यालयों में अध्ययनरत 03 से 18 वर्ष तक के सभी विद्यार्थियों को दोपहर का भोजन भी मुहैया कराया जाएगा जिससे न केवल नामांकन बढ़ेगा और ड्रॉप-आउट कम होगा बल्कि बालिका शिक्षा पर भी सकारात्मक असर दिखाई देगा. गौरतलब है कि मध्यान्ह भोजन विद्यार्थियों के स्थानीय परिवेश एवं खान-पान की संस्कृति के अनुकूल होगा.  
इस शिक्षा नीति से उच्च शिक्षा में कई संरचनात्मक बदलाव होंगे. अब तीन प्रकार के उच्च शिक्षा केंद्र या विश्वविद्यालय का प्रारूप विकसित किया जाएगा जिसके तहत शोध उन्मुख विश्वविद्यालय, शिक्षण उन्मुख विश्वविद्यालय तथा उपाधि प्रदायक महाविद्यालय होंगे. मल्टिपल एग्जिट वाले पाठ्यक्रम भी होंगे जिससे सभी विषयों के अध्ययन की सुगमता होगी तथा राष्ट्रीय अनुसंधान प्रतिष्ठान की स्थापना से देश में अब मौलिक एवं समाज की आवश्यकता वाले अनुसंधान किये जा सकेंगे. यह नीति माध्यमिक स्तर पर सेमेस्टर प्रणाली लागू करने के साथ ही स्कूली शिक्षा में भी व्यापक एवं प्रगतिगामी परिवर्तन की अनुसंशा करती है. बहुभाषिकता वाले देश में सभी भाषाओं का विकास आवश्यक मानते हुए यह नीति त्रिभाषा सूत्र को अंगीकार कर रही है जो स्वागत योग्य है. 
यह नीति अपने सन्दर्भों एवं क्रियान्वयन में एकदम स्पष्ट है. यह नीति शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक दोनों क्षेत्रों में प्रत्येक छात्र के समग्र विकास को सुनिश्चित करने और उनमें निहित अद्वितीय क्षमताओं को उन्नत करने हेतु शिक्षकों एवं अभिभावकों को भी जागरूक करने पर बल देती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का स्वरूपगत लचीलापन शिक्षार्थियों को उनके सीखने और पाठ्यक्रमों  के चयन में सहयोगी है जिससे वे अपनी प्रतिभा और रुचियों के अनुसार जीवन में अपना रास्ता चुन सकें। कला और विज्ञान के अनुशासनों के मध्य संरचनागत अलगावों को समाप्त करते हुए पाठ्यक्रम और पाठ्येतर गतिविधियों, व्यावसायिक और शैक्षणिक धाराओं को सीखने के सहज एवं सुलभ पद्धतियों को उपलब्ध कराने के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के बीच पदानुक्रम और बाधाओं को समाप्त करने में राष्ट्रीय शिक्षा नीति अत्यंत सहयोगी सिद्ध होगी। साथ ही यह बहुअनुशासनिकता एवं समग्र शिक्षा के मूल्यों को पोषित करते हुए भविष्य में विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, कला, मानविकी और खेल में ज्ञान की एकता और अखंडता को सुनिश्चित करेगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति रटने और परीक्षा केन्द्रित अध्ययन के स्थान पर वैचारिक समझ को विकसित करने, तार्किक निर्णय लेने, नवाचार को प्रोत्साहित करने एवं रचनात्मकता के विकास में सहायक होगी।
इस नीति ने सही मायने में 'पब्लिक' की अवधारणा को जनता से जोड़ा है। जिसके तहत अब सरकारी स्कूल ही 'पब्लिक स्कूल' कहे जा सकेंगे। यह नीति मनुष्य को संसाधन मानने की पूर्व प्रचलित अवधारणा के स्थान पर उसे एक स्वतंत्रचेता मानने पर बल देती है और उसी की फलश्रुति है कि इस नीति ने 'मानव संसाधन विकास मंत्रालय' का नाम परिवर्तित कर 'शिक्षा मंत्रालय' करने का प्रस्ताव किया है। यह शिक्षा नीति भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए शैक्षिक प्रशासन की पूर्व की संरचना एवं शिक्षा की नियामक संस्थाओं को पुनर्संरचित करेगी.
समग्रता में यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षा के मौलिक को मजबूत आधार प्रदान करते हुए राष्ट्र के नागरिकों को वैश्विक संभावनाओं के सन्दर्भ में समतामूलक एवं गुणात्मक विकास के अवसर उपलब्ध करायेगी जिससे सृजनशील, आलोचनात्मक, न्यायप्रिय एवं चेतना संपन्न भारतीय मानस का निर्माण हो सकेगा और ऐसा भारतीय मानस ही परम वैभवशाली राष्ट्र के निर्माण में सहयोगी होगा. इतनी व्यापक, सर्वसमावेशी शिक्षा नीति जो अपने उद्देश्य एवं संरचना में भारतीय सांस्कृतिक चेतना से समन्वित है; के लिए श्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' जी, माननीय शिक्षा मंत्री, भारत सरकार के प्रति हार्दिक कृतज्ञता.


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