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आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की हडताल 17 वाँ दिन , हडताल का समर्थन करने पहुंचे BJP विधायक प्रदीप लारिया

आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की हडताल 17 वाँ दिन , हडताल का समर्थन करने पहुंचे BJP विधायक प्रदीप लारिया


सागर।  प्रदेश व्यापी आंगनबाडी कार्यकर्ताओ/सहायिकाओं की निरंतर 17 दिनों से जारी हडताल में पहुंचे नरयावली के भाजपा विधायक प्रदीप लारिया ने हडताल का समर्थन करते हुए कहा कि आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिका शासकीय कर्मचारियों की भाति महनत और लगन से कार्य करती है जिन्हें शासकीय वेतन भोगी घोषित करने मुख्यमंत्री जी द्वारा की गई घोषणा पर अमल कराने, मैंें माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलकर मांगों को पूरा कराने का प्रयास करूगा। उन्होनें चिलचिलाती धूप में हडताल कर रही आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के प्रति सहानुभूति जताते हुए देर से आने पर सभी से हाथ जोडकर माफी मांगी और कहा कि जब भी मेरी जरूरत हो मैं तत्पर हाजिर हो जाउगा। 



शिवसेना उपराज्य प्रमुख पप्पू तिवारी ने कहा कि प्रदेश की शिवराज सरकार जब विधायकों की निधि, मंत्रियों का भत्ता बढा सकती है तो आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को शासकीय कर्मचारी का दर्जा देने में बिलंब क्यों कर रही है। उन्होनें कहा कि न्यनूतम वेतन 21000 रूपये शासन की ओर से तय है फिर आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के मानदेय में भारी भरकम कटौती क्यों?
 संघ की अध्यक्ष श्रीमती लीला शर्मा ने आशा जताई कि आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की हडताल में अब सासंद, विधायकों के पहुंचने से उम्मीद की किरण जागी है। अगर हमें शासकीय वेतन भोगी नहीं बनाया जाता तब तक हमारी हडताल जारी रहेगी। शिवसेना संगठन प्रमुख हेमराज आलू ने कहा कि सरकार आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को दिहाडी मजदूर भी नहीं समझती उन्हें इनकी मांग मानने में बिलंब नहीं करना चाहिए।


 हड़ताल में आचार्य मदन गोपाल शास्त्री, पं. संजय बाजपेयी, प्रदीप पाण्डेय, बबीता खटीक, वंदना दुबे, देशा द्विवेदी, दुर्गा लोधी, अनीता दुबे, राधा क्रांति ठाकुर, मालती, सरोज, विजयरानी, प्रभा, सरीता, प्रीति यादव, अंजली, सीमा, संतोषरानी, सुषमा रजक, गायत्री गंगेले, नेहा चौरसिया, सावित्री दिव्या, बिनीता नामदेव, ज्योति रजक, ताहिरा, निधि, रश्मि पाण्डेय, शारदा, सुनीता, सबीता, बबीता, गायत्री, रानी दुबे, सीमा हजारी, प्रतिमा चौहान, शिल्पी कोरी, राजश्री दुबे, नीलमणि यादव, ममता तिवारी, उषा बडौनिया, सुधा चढार, सुनीता, चमेली लोधी, मनीषा मिश्रा, सबीता शर्मा, सीता लोधी, चन्द्रवती, गिरजा लोधी, बैजंती, उर्मिला, गीता, रानू, सारिका, ज्योति, मंजू, सहित सैकडों की संख्या में कार्यकर्ता/सहायिका उपस्थित थी।


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MP : आदिम जाति कल्याण विभाग का जिला संयोजक और क्लर्क 80 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

MP : आदिम जाति कल्याण विभाग का जिला संयोजक और क्लर्क  80 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

शिवपुरी। शिवपुरी के कलेक्ट्रेट कार्यालय में आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक आरएस परिहार और प्यून अवधेश शर्मा को लोकायुक्त पुलिस ने 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। शासकीय अनुसूचित जाति उत्कृष्ट सीनियर बालक छात्रावास के अधीक्षक हेमराज आदिवासी के अनुसार स्कॉलरशिप के लिए 4 लाख की राशि स्वीकृत हुई थी। यहां बता दे कल सोमवार को सागर लोकायुक्त पुलिस ने दमोह में एक राजस्व निरीक्षक और सागर में बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी और उसके पति को रिश्वत लेते पकड़ा था। 




लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक शासकीय अनुसूचित जाति उत्कृष्ट सीनियर बालक छात्रावास के अधीक्षक हेमराज आदिवासी को स्कॉलरशिप के लिए 4 लाख की राशि स्वीकृत हुई थी,।इसका शिवपुरी के कलेक्ट्रेट कार्यालय में आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक आरएस परिहार और प्यून अवधेश शर्मा द्वारा 20% हिस्सा देने की मांग की गई थी।इस बात की सूचना आवेदक ने लोकायुक्त से की थी। इसके बाद टीम ने मामले की जांच की और योजना बनाकर संयोजक को 80 रुपए की राशि देने का दिन आज रंगपंचमी को तय किया गया था।जैसे ही संयोजक ने रिश्वत (Bribe) के 80 हजार रुपए लिए टीम ने पीछे से दबोच लिया।
लोकायुक्त टीम ने जानकारी देते हुए बताया कि आवेदक हेमराज शायरियां छात्रावास अधीक्षक पोहरी जिला शिवपुरी से राजेश परिहार जिला संयोजक जनजाति कार्य विभाग शिवपुरी और अवधेश शर्मा चपरासी जनजाति कार्य विभाग शिवपुरी ने कार्यालय जिला संयोजक जनजाति कार्य विभाग शिवपुरी पर ₹80000 की रिश्वत की मांग की थी। पोहरी छात्रावास अधीक्षक हेमराज सहरिया से आरोपियों द्वारा छात्रावास छात्रों की शिष्यवृत्ती 400000 रुपए का 20 परसेंट कमीशन के रूप में 80 हजार एवं ₹20000 अलग से मांगा जा रहा था आज दिनांक 22 मार्च 2022 को रुपए 80000 लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।  दोनो पर मामला दर्ज कर लिया गया है। 


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SAGAR : सिर्फ रजिस्टर्ड विवाह स्थलों पर वैवाहिक कार्यक्रम सम्पन्न कराये , अन्यथा नगरनिगम करेगा कार्यवाही

 SAGAR : सिर्फ रजिस्टर्ड विवाह स्थलों पर वैवाहिक कार्यक्रम सम्पन्न कराये ,  अन्यथा  नगरनिगम करेगा कार्यवाही

सागर । सागर शहर में अनेक  मैरिज गार्डनो का नगर निगम में पंजीयन नही है। निगम प्रशासन लगातार पंजीयन कराने के लिए अपील भी कर चुका है। नगर निगम सागर ने एक जारी प्रेस नोट में कहा है कि  3 मई 2022 अक्षय तृतीया के पश्चात् निगम सीमा क्षेत्र में स्थित अनाधिकृत विवाह स्थलों / मैरिज गार्डनों में विवाह कार्यक्रम करने पर
निगम द्वारा नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।





ज्ञातव्य हो कि 6 जनवरी 2021 के अनुसार नगर निगम सीमा क्षेत्र में स्थित विवाह स्थलों का पंजीयन कराया जाना अनिवार्य किया गया है। इसलिये नगर निगम सीमा क्षेत्र के अंतर्गत पंजीकृत विवाह स्थलों पर ही वैवाहिक कार्यक्रम सम्पन्न कराये अन्यथा अनाधिकृत विवाह स्थलों / मैरिज गार्डनों में विवाह कार्यक्रम करने पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
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भारतीय आहार, आचार विचार पद्वति और संस्कृति विश्व को देन- मारिया★ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तीन माह पूर्व तैयारियों का शुभारंभ: प्रो0 जी0 एस0 गिरि

भारतीय आहार, आचार विचार पद्वति और संस्कृति विश्व को देन- मारिया
★ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तीन माह पूर्व तैयारियों का शुभारंभ: प्रो0 जी0 एस0 गिरि

सागर। व्यक्ति को स्वयं से बात करना चाहिए, स्वयं से पूछना चाहिए कि मुझे क्या समस्या है, क्या इच्छायें हैं, क्या आवश्यकताऐं हैं ? जो भी व्यक्ति स्वयं से बात करता है, वही इस जीवन को वास्तविक रूप से समझ पाता है। यह बात वियाना आस्ट्रिया की सुश्री मारिया ने योग शिक्षा विभाग में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तीन माह पूर्व तैयारी कार्यक्रम में बतौर अतिथि कही। सुश्री मारिया ने कहा कि जब हम स्वयं को जानने की प्रक्रिया प्रारंभ करते हैं तब योग एवं ध्यान की भूमिका और महत्त्व बढ़ जाता है। भारतीय व्यंजनों एवं खानपान की तारीफ करते हुए मारिया ने कहा कि भारतीय आहार, आचार विचार पद्वाति और संस्कृति विश्व को जीवन की गहराई से परिचित कराती है।



योगाभ्यास द्वारा व्यक्तिगत शारीरिक मानसिक एवं अध्यात्मिक संतुलन की प्राप्ति
मुख्य अतिथि प्रो यू.एस.गुप्ता पूर्व विभागाध्यक्ष प्राणीशास्त्र एवं योग विज्ञान ने कहा कि कोविड महामारी ने जीवन दृष्टिकोण में व्यापक बदलाव लाने को सभी को मजबूर कर दिया है। ढ़ंाचागत परिर्वतन, शिक्षा पद्धति में परिर्वतन व्यवसाय के तरीकों में परिर्वतन तो सेवा क्षेत्र में घर से कार्य की छूट, कम से कम व्यक्तिगत संपर्क में कार्य निष्पादन, ऐसी परिस्थितियों में लोगों का आपस में संपर्क घटा है जिससे आपसी व्यवहार, बोलचाल में कमी से एक नए प्रकार का तनाव जीवन में लोगों को महसूस हो रहा है। ऐसे में योगाभ्यास द्वारा व्यक्तिगत शारीरिक मानसिक एवं अध्यात्मिक संतुलन की विद्या का जीवन मे दिनचर्या के रूप में अनुसरण बेहद प्रभावशाली सबित हो रहा है। आगामी योग दिवस तक अधिक से अधिक लोगों के बीच योग को पहुॅंचाने की आव्हान प्रो.यू.एस.गुप्ता ने किया ।
योग -शारीरिक व्यायाम, प्राणिक व्यायाम तथा बुद्धि व्यायाम की तिकडी-योगाचार्य एन.आर.भार्गव

विषिष्ट अतिथि योगाचार्य एन.आर.भार्गव ने कहा कि व्यक्ति का सबसे बड़ा मित्र परमात्मा होना है। यदि इस रहस्य को व्यक्ति समझ लेता है तभी वह योग मनोविज्ञान का साधक बन सकता है। सूर्य नमस्कार के प्रथम मंत्र ऊॅँ मित्राय नमः से भी यही बात साबित होती है कि हम परमात्मा के दृष्टिगोचर प्रकाशित स्वरूप सूर्य रूपी मित्र को प्रणाम करते हैं। योग शारीरिक व्यायाम प्राणिक व्यायाम तथा बुद्धि व्यायाम की तिकडी है जिससे उच्चतर मानवीय चरित्र का निर्माण होता है। आस्ट्रिया के मनोचिकित्सक डाॅं.हिमांशु गिरी ने कहा कि मनोचिकित्सा अपनें मरीज को वह माहौल प्रदान करता हैं जहाॅं मरीज अपनी व्यथा पर खुलकर बात कर सके। तनाव और अवसाद से मुक्त होकर समस्या व्यक्त कर अपने अंदर की कुठाओं से मुक्त हो सके। इसके पश्चात योग चिकित्सा एवं मनोचिकित्सक का क्रम आता है जिससे रोगी अपने मनाभावों एवं संवेगों की शोधन की प्रक्रिय से गुजरकर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करता है।
2022 के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की उल्टी गिनती प्रारंभ
स्वागत भाषण देते हुए प्रो.गणेश शंकर गिरी विभागाध्यक्ष नें कहा कि आज से तीन माह की उल्टी गिनती अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की प्रारंभ हुई है। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय से प्राप्त निर्देशों के तहत विभिन्न आयोजनों की श्रृंखला का शुभारंभ हुआ है। विभिन्न व्याख्यानों मालाऐं, संगोष्ठी, केम्प तथा कार्यशालाओं का सतत आयोजन 21जून तक चलता रहेगा जिसमें विद्यार्थीयों कर्मचारियों शिक्षकों एवं आम नागरिकों की सहभागिता सुनिश्चित की जावेगी। डाॅं.अरूण कुमार साव ने कहा कि समग्र व्यक्तित्त्व विकास ही योग दिवस आयोजन का मुख्य उद्ेदश्य है। कार्यक्रम में प्रियांशी सिंह द्वारा शिव स्तुति, कृतिज्ञा ठाकुर एवं पूजा जैन द्वारा महर्षि पतंजलि एवं योगेश्वर कृष्ण पर कविता, प्रज्ञा साव, अंशी मिश्रा मानसी मिश्रा, द्वारा नृत्य, दीपेश एवं इकबालजीत सिंह द्वारा भांगड़ा प्रस्तुत किया गया। समस्त विद्यार्थीयों द्वारा सरल एवं कठिन योगाभ्यासों का संगीतमय फ्यूजन प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संचालन महेन्द्र शर्मा ने तथा आभार ज्ञापन डाॅं.़नितिन कोरपाल ने किया।


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SAGAR : एक नंबर से 3 लेवल की कर रहे थे खाद्य तेल की पैकिंग’,★ बंडा की निशंक एजेंसी सील , लायसेंस निरस्त

SAGAR : एक नंबर से 3 लेवल की कर रहे थे खाद्य तेल की पैकिंग’,
बंडा की निशंक एजेंसी सील , लायसेंस निरस्त 
 
सागर ।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मध्यप्रदेश को मिलावट से मुक्त बनाने के अभियान के तहत सागर कलेक्टर श्री दीपक आर्य के निर्देश पर जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री अमरीश दुबे द्वारा सोमवार को बंडा की निशंक एजेंसी में छापामार कार्रवाई की गई। यहां खाद्य तेल को जप्त कर 
एजेंसी को सील किया गया है।

जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री अमरीश दुबे ने बताया कि एजेंसी में एक लाइसेंस नंबर लेकर तीन नंबरों से पैकिंग की जा रही थी। उन्होंने बताया कि प्रतिष्ठान का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है और प्रतिष्ठान को सील कर क्रय विक्रय पर रोक लगा दी गई है। प्रतिष्ठान का नाम निशंक एजेंसी, झंडा चौक, बंडा है।

आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की हडताल 16वें दिन भी जारी, BJP विधायक शेलेन्द्र जैन पहुचे धरनास्थल पर, हड़ताल का किया समर्थन★जनप्रतिनिधि बनकर नहीं बल्कि आपका भाई बनकर आया हूॅ : शैलेन्द्र जैन



श्री दुबे ने बताया कि बंडा क्षेत्र में  कुछ एजेंसियां, जिनके पास अधिकृत वैधानिक रूप से लाइसेंस नहीं है, तेल के टैंकर मंगाकर तेल की पैकिंग कर रही हैं। मौके पर जाकर बंडा में निशंक एजेंसी की जांच की गई जहां उनके द्वारा एक लाइसेंस नंबर लिया गया था जबकि उनके पास तीन अलग-अलग नंबरों के लेवल पाए गए। 
यहां अलग-अलग पाउच, बॉटल और टीन पर लगा कर तेल की पैकिंग कर विक्रय किया जा रहा था। वैधानिक रूप से उक्त कार्य सही न पाए जाने से एजेंसी का लाइसेंस निलंबित कर दिया है और क्रय विक्रय पर रोक लगा दी गई है।

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पुस्तकालय व्यवस्थापन के लिए वर्गीकरण और सूचीकरण जरूरी

पुस्तकालय व्यवस्थापन के लिए वर्गीकरण और सूचीकरण जरूरी
सागर। वर्गीकरण और सूचीकरण पुस्तकालय के आवश्यक उपकरण है, इनके बिना पुस्तकालयो को व्यवस्थित नहीं किया जा सकता है। भारतीय पुस्तकालय के पिता डॉ रंगनाथन ने द्विविन्दु वर्गीकरण पद्धति और वर्गीकृत सूचीकरण कोड के माध्यम से वर्गीकरण और सूचीकरण को नई दिशा दी थी। इसके अलावा मेलविल द्विबी की डी डी सी और  ए ए सी आर 2 का प्रायोगिक ज्ञान भी जरूरी है क्योंकि यह उपयोगी उपकरण है जो पाठको को सेवा प्रदान में मददगार है। उक्त विचार काशी हिन्दू विश्विद्यालय के डिप्टी लाइब्रेरियन डॉ संजीव सराफ और डॉ रामकुमार दांगी ने शासकीय कन्या स्नातकोत्तर उत्कृष्टता महाविद्यालय में विशेष व्याख्यान में बी लिब और एम लिब की छात्राओं के लिए आयोजित कार्यक्रम में  रखे और इनका प्रयोग भी सिखाया। प्राचार्या डॉ इला तिवारी के संरक्षण और लाइब्रेरियन डॉ शैलेष आचार्य के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यक्रम का लाभ छात्राओं को प्राप्त हुआ।
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