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स्कूली शिक्षा विभाग नेअध्यापक संवर्ग के लिए 7वे वेतनमान में वेतन निर्धारण करने के आदेश किये जारी

स्कूली शिक्षा विभाग नेअध्यापक संवर्ग के लिए  7वे वेतनमान में वेतन निर्धारण करने के आदेश किये जारी
लंबे समय से थी मांग,कमलनाथ सरकार ने की पूरी

भोपाल।स्कूली शिक्षा विभाग   ने अध्यापक संवर्ग के लिए सातवे वेतनमान लागू करने के आदेश जारी कर दिए है। अगले माह नगदीकरण, इस माह से देय लेकिन दीवाली पूर्व वेतन भुगतान से अगले माह से  होगा। शिक्षकों की लंबे समय से मांग चली आ रही थी। जिसे कमलनस्थ सरकार ने पूरा किया है । मुख्यमंत्री  और  शिक्षा मंत्री का समस्त शिक्षक संगठनों ने आभार जताया है और प्रदेश के प्रत्येक संघर्षशील साथियों के प्रयासों के लिए साधुवाद दिया है।
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स्कूली शिक्षा विभाग नेअध्यापक संवर्ग के लिए 7वे वेतनमान में वेतन निर्धारण करने के आदेश किये जारी

स्कूली शिक्षा विभाग नेअध्यापक संवर्ग के लिए  7वे वेतनमान में वेतन निर्धारण करने के आदेश किये जारी
लंबे समय से थी मांग,कमलनाथ सरकार ने की पूरी
भोपाल।स्कूली शिक्षा विभाग    ने अध्यापक संवर्ग के लिए सातवे वेतनमान लागू करने के आदेश जारी कर दिए है। अगले माह नगदीकरण, इस माह से देय लेकिन दीवाली पूर्व वेतन भुगतान से अगले माह से  होगा। शिक्षकों की लंबे समय से मांग चली आ रही थी। जिसे कमलनस्थ सरकार ने पूरा किया है । मुख्यमंत्री  और  शिक्षा मंत्री का समस्त शिक्षक संगठनों ने आभार जताया है और प्रदेश के प्रत्येक संघर्षशील साथियों के प्रयासों के लिए साधुवाद दिया है।


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दीवाली पर ये करे,होगा धनलाभ बढ़ेगी समृद्धि


दीवाली  पर ये करे,होगा धनलाभ बढ़ेगी  समृद्धि
धर्म कर्म
भारत के सभी पर्वों में दीवाली का सर्वाधिक महत्व है। इस दिन शुभ मुहूर्त में सही विधि-विधान से लक्ष्मी का पूजन करने पर अगली दीवाली तक के लिए लक्ष्मी कृपा से घर में धन और धान्य की कमी नहीं आती है। साथ ही शास्त्रों में बताए टोने-टोटके के उपायों से भी बहुत जल्दी ही लक्ष्मी की प्रसन्नता प्राप्त की जा सकती है। लक्ष्मी कृपा पाने के लिए ज्योतिषियों के बताए 51 उपाय यहां दिए जा रहे हैं, इन्हें सभी राशियों के लोग कर सकते हैं। इनमें से कोई भी एक या अधिक उपाय करने से दरिद्रता दूर होकर सुख-सम्पत्ति का आगमन होता है।

1. दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के बाद घर के सभी कमरों में शंख और घंटी बजाना चाहिए। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता बाहर चली जाती है। मां लक्ष्मी घर में आती हैं।
2. दीपावली पर तेल का दीपक जलाएं और दीपक में एक लौंग डालकर हनुमानजी की आरती करें। किसी मंदिर हनुमान मंदिर जाकर ऐसा दीपक भी लगा सकते हैं।
3. किसी शिव मंदिर जाएं और वहां शिवलिंग पर अक्षत यानी चावल चढ़ाएं। ध्यान रहें सभी चावल पूर्ण होने चाहिए। खंडित चावल शिवलिंग पर चढ़ाना नहीं चाहिए।

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4. दीपावली पर महालक्ष्मी के पूजन में पीली कौड़ियां भी रखनी चाहिए। ये कौडिय़ा पूजन में रखने से महालक्ष्मी बहुत ही जल्द प्रसन्न होती हैं। आपकी धन संबंधी सभी परेशानियां खत्म हो जाएंगी।
5. लक्ष्मी पूजन के समय हल्दी की गांठ भी साथ रखें। पूजन पूर्ण होने पर हल्दी की गांठ को घर में उस स्थान पर रखें, जहां धन रखा जाता है।
6. दीपावली के दिन झाड़ू अवश्य खरीदना चाहिए। पूरे घर की सफाई नई झाड़ू से करें। जब झाड़ू का काम न हो तो उसे छिपाकर रखना चाहिए।
7. दीवाली के दिन किसी मंदिर में झाड़ू का दान करें। यदि आपके घर के आसपास कहीं महालक्ष्मी का मंदिर हो तो वहां गुलाब की सुगंध वाली अगरबत्ती का दान करें।
8. इस दिन अमावस्या रहती है और इस तिथि पर पीपल के वृक्ष को जल अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने पर शनि के दोष और कालसर्प दोष समाप्त हो जाते हैं।
9. दीपावली पर लक्ष्मी का पूजन करने के लिए स्थिर लग्न श्रेष्ठ माना जाता है। इस लग्न में पूजा करने पर महालक्ष्मी स्थाई रूप से घर में निवास करती हैं।-पूजा में लक्ष्मी यंत्र, कुबेर यंत्र और श्रीयंत्र रखना चाहिए। यदि स्फटिक का श्रीयंत्र हो तो सर्वश्रेष्ठ रहता है।
10. अपने घर के आसपास किसी पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक जलाएं। यह उपाय दीपावली की रात में किया जाना चाहिए। ध्यान रखें दीपक लगाकर चुपचाप अपने घर लौट आए, वापिस पलटकर न देखें।
11. दीपावली की रात लक्ष्मी पूजा करते समय एक थोड़ा बड़ा घी का दीपक जलाएं, जिसमें नौ बत्तियां लगाई जा सके। सभी 9 बत्तियां जलाएं और लक्ष्मी पूजा करें।
12. दीपावली की रात में लक्ष्मी पूजन के साथ ही अपनी दुकान, कम्प्यूटर आदि ऐसी चीजों की भी पूजा करें, जो आपकी कमाई का साधन हैं।
13. लक्ष्मी पूजन के समय एक नारियल लें और उस पर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि अर्पित करें और उसे भी पूजा में रखें।
14. दीपावली के दिन यदि संभव हो सके तो किसी किन्नर से उसकी खुशी से एक रुपया लें और इस सिक्के को अपने पर्स में रखें। बरकत बनी रहेगी।
15. प्रथम पूज्य श्रीगणेश को दूर्वा अर्पित करें। दूर्वा की 21 गांठ गणेशजी को चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। दीपावली के शुभ दिन यह उपाय करने से गणेशजी के साथ महालक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है।
16. दीवाली की रात सोने से पहले किसी चौराहे पर तेल का दीपक जलाएं और घर लौटकर आ जाएं। ध्यान रखें पीछे पलटकर न देखें।
17. महालक्ष्मी के चित्र का पूजन करें, जिसमें लक्ष्मी अपने स्वामी भगवान विष्णु के पैरों के पास बैठी हैं। ऐसे चित्र का पूजन करने पर देवी बहुत जल्द प्रसन्न होती हैं।
18. दीपावाली पर श्रीसूक्त एवं कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। रामरक्षा स्तोत्र या हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ भी किया जा सकता है।
19. यदि संभव हो सके तो दीवाली वाले दिन किसी तालाब या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं। इस पुण्य कर्म से बड़े से बड़े संकट भी दूर हो जाते हैं।
20. एक बात का विशेष ध्यान रखें कि माह की हर अमावस्या पर पूरे घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई की जानी चाहिए। साफ-सफाई के बाद घर में धूप-दीप-ध्यान करें। इससे घर का वातावरण पवित्र और बरकत देने वाला बना रहेगा।
21. लक्ष्मी पूजन में सुपारी रखें। सुपारी पर लाल धागा लपेटकर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि पूजन सामग्री से पूजा करें और पूजन के बाद इस सुपारी को तिजोरी में रखें।
22. घर में स्थित तुलसी के पौधे के पास दीपावली की रात में दीपक जलाएं। तुलसी को वस्त्र अर्पित करें।
23. जो लोग धन का संचय बढ़ाना चाहते हैं, उन्हें तिजोरी में लाल कपड़ा बिछाना चाहिए। इसके प्रभाव से धन का संचय बढ़ता है। महालक्ष्मी का ऐसा फोटो रखें, जिसमें लक्ष्मी बैठी हुईं दिखाई दे रही हैं।
24. दीपावली पर सुबह-सुबह शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल अर्पित करें। जल में यदि केसर भी डालेंगे तो श्रेष्ठ रहेगा।
25. महालक्ष्मी के महामंत्र ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद् श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मयै नम: का कमलगट्टे की माला से कम से कम 108 बार जप करें।
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ससुर पानी मंगाता है लेकिन पीता नही है सो जेल भेज सो ...बहु की व्यथा पुलिस सोच में पड़ गईं क्या करे?

ससुर पानी मंगाता है लेकिन पीता नही है सो जेल भेज सो ...बहु की व्यथा
पुलिस सोच में पड़ गईं  क्या करे?
सागर। सास ससुर और बहू के बीच अनबन  की कई कहानियां है ।कई बार ऐसे भी स्थिति बनती है जहां पुलिस  को भी पसीना छूट जाता है कि क्या करे? इनके झगडे क़ानून की धाराओं से उपर हें कभी तो कानून को भी पसीना आ जाए की इस झगड़े में धारा कौन सी फिट बैठती हें ।ऐसी ही  एक खबर  मध्यप्रदेश के सागर जिले के रहली से हें। जहाँ बलेह गाँव की एक बहु  अपने ससुर के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाने थाने पुहुच गई ।  इस महिला ने बाकायदा 100 डायल को फोन लगाया कहा की हमारा ससुर हमे परेशान करता हें । 100  डायल  22 किलोमीटर रहली से बलेह पहुच गई और  पीड़ित  बहु सपना  को लेकर पुलिस चौकी पुहुची।  साथ में ससुर खुन्नी लाल और पति देव दया राम थे । पुलिस ने पूंछा सपना से क्या परेशानी हें सपना बोली की मेंरा ससुर मुझे पीने का पानी माँगता हें हम जब लोटा ग्लास लेकर इनको पानी देते हें तो यह पानी नहीं पीते और चले जाते हें।  ऐसा  इन्होने कई बार किया   

        पुलिस  घूंघट ओढ़े बैठी सपना की बात पर भौचक्का रह गयी ।पुलिस ने जब निवेदन करके पीड़ित महिला से पूंछा की इन ससुर साहेब की और कोई गलती है तो घूँघट से  आवाज आई बस यही गलती हें। इनको जेल भेज दो। बाजू में पतिदेव शांत बैठे थे  सोच रहे थे की हमारी पत्नी की तो बड़ी पहुच हें की घर से पुलिस ही उठा लाई ससुर  बाबा सोच रहे थे की  कास पानी मांगने के बाद पी लिया होता । --सपना की पीड़ा में तो पुलिस ही घनचक्कर हो गई । बहरहाल पुलिस ने हिदायत देकर  तीनो को छोड़ दिया। -बुंदेलखंड की ऐसी घरेलू हिंसा अगर आपके आसपास हो रही हो तो कृपया कर १०० डायल नम्बर न घुमाए --क्योकी सरकार का पैसा खर्च होता हें --कहते भी हें जनता को सुविधा भर दे दो फिर जनता हें सुविधा को नीबू के तरह निचोड़ देती हें।
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दीपावली:आध्यात्मिक अज्ञानता को दूर करने का प्रतीक

दीपावली:आध्यात्मिक अज्ञानता को दूर करने का प्रतीक
KNOW INDIA
दीपावली अथवा दीवाली, प्रकाश उत्‍सव है, जो सत्‍य की जीत व आध्‍यात्मिक अज्ञान को दूर करने का प्रतीक है। शब्‍द "दीपावली" का शाब्दिक अर्थ है दीपों (मिट्टी के दीप) की पंक्तियां। यह हिंदू कलेन्‍डर का एक बहुत लोकप्रिय त्‍यौहार है। यह कार्तिक के 15वें दिन (अक्‍तूबर/नवम्‍बर) में मनाया जाता है। यह त्‍यौहार भगवान राम के 14 वर्ष के बनवास के बाद अपने राज्‍य में वापस लौटने की स्‍मृति में मनाया जाता है।
      भारत के सभी त्‍यौहारों में सबसे सुन्‍दर दीवाली प्रकाशोत्‍सव है। गलियां मिट्टी के दीपकों की पंक्तियों से प्रकाशित की जाती हैं तथा घरों को रंगों व मोमबत्तियों से सजाया जाता है। यह त्‍यौहार नए वस्‍त्रों, दर्शनीय आतिशबाजी और परिवार व मित्रों के साथ विभिन्‍न प्रकार की मिठाइयों के साथ मनाया जाता है। चूंकि यह प्रकाश व आतिशबाजी, खुशी व आनन्‍दोत्‍सव दैव शक्तियों की बुराई पर विजय की सूचक है।
भगवती लक्ष्‍मी (विष्‍णु की पत्‍नी), जो कि धन और समृद्धि की प्रतीक हैं, उन्‍हीं की इस दिन पूजा की जाती है। पश्चिमी बंगाल में यह त्‍यौहार काली पूजा के रूप में मनाया जाता है। काली जो शिवजी की पत्‍नी हैं, की पूजा दीवाली के अवसर पर की जाती है।
      दक्षिण में, दीपावली त्‍यौहार अक्‍सर नरकासुर, जो असम का एक शक्तिशाली राजा था, और जिसने हजारों निवासियों को कैद कर लिया था, पर विजय की स्‍मृति में मनाया जाता है। ये श्री कृष्‍ण ही थे, जिन्‍होंने अंत में नरकासुर का दमन किया व कैदियों को स्‍वतंत्रता दिलाई। इस घटना की स्‍मृति में प्रायद्वीपीय भारत के लोग सूर्योदय से पहले उठ जाते हैं, व कुमकुम अथवा हल्‍दी के तेल में मिलाकर नकली रक्‍त बनाते हैं। राक्षस के प्रतीक के रूप में एक कड़वे फल को अपने पैरों से कुचलकर वे विजयोल्‍लास के साथ रक्‍त को अपने मस्‍तक के अग्रभाग पर लगाते हैं। तब वे धर्म-विधि के साथ तैल स्‍नान करते हैं, स्‍वयं पर चन्‍दन का टीका लगाते हैं। मन्दिरों में पूजा अर्चना के बाद फलों व बहुत सी मिठाइयों के साथ बड़े पैमाने पर परिवार का जलपान होता है।
राजा बली के संबंध में दीवाली उत्‍सव की दक्षिण में एक और कथा है। हिंदू पुराणों के अनुसार, राजा बली एक दयालु दैत्‍यराज था। वह इतना शक्तिशाली था कि वह स्‍वर्ग के देवताओं व उनके राज्‍य के लिए खतरा बन गया। बली की ताकत को मंद करने के लिए विष्‍णु एक बौने भिक्षुक ब्राह्मण के रूप में आए। ब्राह्मण ने चतुराई से राजा से तीन पग के बराबर भूमि मांगी। राजा ने खुशी के साथ यह दान दे दिया। बली को कपट से फंसाने के बाद, विष्‍णु ने स्‍वयं को प्रभु के स्‍वरूप में पूर्ण वैभव के साथ प्रकट कर दिया। उसने अपने पहले पग से स्‍वर्ग व दूसरे पग से पृथ्‍वी को नाप लिया। यह जानकर कि उसका मुकाबला शक्तिशाली विष्‍णु के साथ है, बली ने आत्‍म समर्पण कर दिया व अपना शीश अर्पित करते हुए विष्‍णु को अपना पग उस पर रखने के लिए आमंत्रित किया। विष्‍णु ने अपने पग से उसे अधोलोक में धकेल दिया। इसके बदले में विष्‍णु ने, समाज के निम्‍न वर्ग के अंधकार को दूर करने के लिए उसे ज्ञान का दीपक प्रदान किया। उसने, उसे यह आशीर्वाद भी दिया कि वह वर्ष में एक बार अपनी जनता के पास अपने एक दीपक से लाखों दीपक जलाने के लिए आएगा ताकि दीवाली की अंधेरों रात को, अज्ञान, लोभ, ईर्ष्‍या, कामना, क्रोध, अहंकार और आलस्‍य के अंधकार को दूर किया जा सके, तथा ज्ञान, वि‍वेक और मित्रता की चमक लाई जा सके। आज भी प्रत्‍येक वर्ष दीवाली के दिन एक दीपक से दूसरा जलाया जाता है, और बिना हवा की रात में स्थिर जलने वाली लौ की भांति संसार को शांति व भाइचारे का संदेश देती है।
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सहकारी समिति का सहायक प्रबंधक निकला करोड़ो का आसामी ,लोकायुक्त का पड़ा छापा, बेटा लिपिक और बहू सेल्समेन समिति में

सहकारी समिति  का सहायक प्रबंधक निकला करोड़ो का आसामी ,लोकायुक्त का पड़ा छापा,
बेटा लिपिकऔर बहू सेल्समेन  समिति में

सागर । लोकायुक्त पुलिस सागर  ने  सेवा सहकारी समिति के एक सहायक प्रबंधक के यहां छापा मारा। छापा में एक करोड़ से अधिक की चल अचल संपत्ति मिली। अभी कार्यवाही जारी है ।आरोपी का परिवार इसी समिति में नोकरी करते है। 
         लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर यादव ने बताया कि निम्मू सेन, सहायक समिति प्रबंधक सेवा सहकारी समिति मर्यादित मेहर जिला के खिलाफ आय से अधिक की संपत्ति की शिकायत मिली थी। लोकायुक्त मुख्यालय में शिकायत पंजीबद्ध होकर जांच लोकायुक्त कार्यालय सागरसंभाग सागर में की जा रही थी। जिसमें आय से अधिक सम्पत्ति होने के प्रमाण पाए जाने परआय से अधिक सम्पत्ति का अपराध दर्ज किया गया और उसके बांदरी और मेहर स्थित आवास पर छापा मारा गया। 
सागर लोकायुक्त टीम द्वारा प्रातः पांच बजे छापा कार्यवाही की गई। कार्यवाही में नगदी, प्लाट, मकान, सोना चांदी इत्यादि मिला है।अभी तक नगदी राशि -8840/, लगभग 24 एकड़ कृषि भूमि के दस्तावेज कीमत 54,66,826/-एक प्लाट कीमत,1.15,500/-, घरेलू सामान,
2,69,000/- बादरी एवं मेहर के मकान की अनुमानित कीमत । 50,50,000/-, घर पर मिला सोना चांदी का मूल्य89,604/-,लाकर में मिला सोना चांदी का मूल्य 31,931/,बंदूक 15 बोर१०,०००/-, वाहनों में एक बुलेरो, 2 मोटर साईकिल2,50,000/-,. बैंक में जमा राशि
2,00,000/ मिली है । कुल एक करोड़ 15 लाख .71 हजार 701रुपये की चल अचल सम्पति का खुलाशा हुआ है।
       आरोपी  निम्मू सेन,सहायक समिति प्रबंधक द्वारा अपनी 32 वर्ष के शासकीय सेवाकालमें लगभग बीस लाख रूपए वेतन के रूप में प्राप्त किया गया है।अभी तक एक करोड़ से अधिक का पता चला है। आगे की जांच जारी है। जिसमें औरआय से अधिक सम्पत्ति मिलने की संभावना है। आरोपी का पुत्र इसी की समिति में लिपिकके पद पर एवं बहु सेल्समेन के पद पर पदस्थ है।
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दीपावली पर कहां-कहां जलाएं दीप? इन 10 जगहों पर रखना ना भूलें दीप...


दीपावली पर कहां-कहां जलाएं दीप? इन 10 जगहों पर रखना ना भूलें दीप...

वेबदुनिया
दीपों का उत्सव आरंभ होते ही घर-घर में दीप झिलमिलाने लगते हैं। क्या आप जानते हैं कि दीपक कहां-कहां लगाया जाना आवश्यक होता है? आइए पढ़ें .... 
1.सबसे पहले घर के मंदिर में जहां लक्ष्मी का मुख्य पूजन करें वहां अखंड दीपक जरूर लगाएं। ध्यान रखें कि यह दीपक रातभर बुझना नहीं चाहिए।
2.  धन की कामना पूरी हो, इसके लिए मुख्य दरवाजे के बाहर दोनों तरफ दीपक अवश्य लगाएं।
 3. एक दीपक वहां लगाएं जहां पीने के पानी रखा जाता है। 
4. घर के तुलसी चौरे में दीपक लगाएं। यहां दीपावली के अलावा भी हर दिन दीपक लगाना चाहिए। 
5. पीपल के पेड़ के नीचे दीपक लगाएं। मगर, ध्यान रखें कि दिया लगाने के बाद उसे पीछे मुड़कर देखना नहीं है। यह उपाय दिवाली वाली रात में करना है।
6. घर के आस-पास किसी चौराहे पर दिवाली की रात में दिया जरूर जलाएं। इससे भी पैसों से जुड़ी समस्याएं खत्म हो जाती हैं।
7. घर के आस-पास स्थित मंदिर में भी एक दिया लगाएं। इससे सभी देवी-देवताओं की कृपा मिलती है और क्लेशों से मुक्ति व मानसिक शांति मिलती है।
8. बेलपत्र के पेड़ के नीचे दिया लगाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा से आर्थिक के अलावा व्यक्ति के जीवन में आने वाली अन्य तरह की परेशानियां दूर होती हैं।
9. यदि भूत-प्रेत संबंधी परेशानी आ रही हो, तो पितरों के निमित्त श्मशान में एक दीपक जरूर लगाएं।
10. अपने घर की मुंडेर, दहलीज, खिड़की, बाथरूम, छत पर, दरवाजे, पर दीपक लगाने के साथ ही एक दीपक पड़ोसी के घर में भी शुभ शगुन का रखना चाहिए। 
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किसानों की समस्याओं को लेकर भाजपा ने किया प्रदर्शन, बिजली बिलों को जलाकर जताया विरोध

किसानों की समस्याओं को लेकर भाजपा ने किया प्रदर्शन, बिजली बिलों को जलाकर जताया विरोध


सागर। कमलनाथ सरकार की किसानों को लेकर की गई वादाखिलाफी को लेकर भाजपा का प्रदर्शन जारी है । सागर जिले के सिहोरा मंडल में वरिष्ठ भाजपा नेता और विधानसभा प्रत्याशी सुधीर यादव के नेतृत्व में विशाल धरना  प्रदर्शन किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बिजली बिलों को जलाकर अपनी नाराजगी जताई।
 इस मौके पर सुधीर यादव ने कहा कि   किसानों और गरीबों को  बेहिसाब गलत तरीके से बढ़ा कर दिए बिजली बिल दिये जा रहे है । वही  किसानों द्वारा सिंचाई के बिलों को भरने में कुछ समय की रियायत की मांग भी है ।  कमलनाथ सरकार की वादाखिलाफी और ईंन समस्याओं को लेकर  किसानों में नाराजगी है ।इसको लेकर किये गए प्रदर्शन में   किसानों का भारी समर्थन मिला।
 कार्यक्रम वरिष्ठ भाजपा नेता एवं  विधानसभा प्रत्याशी सुधीर यादव ,भारतीय जनता पार्टी के सागर जिले के अध्यक्ष  प्रभु दयाल पटेल जी राहतगढ़ राम कुमार पप्पू तिवारी , सिहोरा मंडल अध्यक्ष  सत्येंद्र सिंह ठाकुर, सिहोरा से राकेश दुबे जैसीनगर से अवधेश जैन  सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और किसान मौजूद रहे। इस दौरान किसानों ने जमकर नारेबाजी भी की।
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