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शासकीय नौकरियों में खिलाडि़यों को 5 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा:ग्रामोद्योग मंत्री हर्ष यादव

शासकीय नौकरियों में खिलाडि़यों को 5 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा:ग्रामोद्योग मंत्री हर्ष यादव
सागर । प्रदेष के कुटीर एवं ग्रामोद्योग, नवीन एवं नवकरणीय उर्जा विभाग मंत्री  हर्ष यादव ने सागर जिले के केसली और देवरी में विकासखण्ड स्तरीय गुरूनानकदेवजी प्रांतीय ओलंपिक खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। उन्होंने खेल मैदान पर जाकर खिलाडि़यों से परिचय प्राप्त किया और कबड्डी मैच का षुरू करवाया।
आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार खिलाडि़यों को शासकीय नौकरी में 5 प्रतिषत स्थान आरक्षण देगी। जिससे की विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्षन करने वाले खिलाडि़यों को षासकीय नौकरियां मिल सके। खिलाड़ी मेहनत करते है और अपना पसीना बहाते है। इसमें काफी समय और उर्जा खर्च होती है। कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री यादव ने कहा कि प्रदेष में खेल प्रतिभाओं को और ज्यादा अवसर उपलब्ध कराएं जाएंगे। उन्हें अच्छे खेल मैदान में इंडोर स्टेडियम, आउटडोर स्टेडियम, उन्नत खेल सामग्री और पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की जाएगी।
 कार्यक्रम को जनपद पंचायत अध्यक्ष सुश्री आंचल आठ्या, पंचायत सामाजिक न्याय के संयुक्त संचालक श्री राजेष पटैरिया ने भी संबोधित किया।इस अवसर पर खेल युवा एवं कल्याण विभाग के अधिकारी श्री आरके कोष्टा ने बताया कि इस प्रतियोगिता में कबड्डी, खो-खो, वॉलीवाल, एथलेटिक्स, कुष्ती और फुटवाल इस प्रकार कुल 6 स्पर्धाएं रखी गई है। यह प्रतियोगिता 16 वर्ष से कम आयु के बालक/बालिका के लिए आयोजित की जा रही है। प्रतियोगिता 4 स्तर विकासखण्ड, जिला, संभाग और राज्य स्तर पर आयोजित होगी। खण्ड स्तर पर जिन खिलाडि़यों का चयन होगा वे जिला स्तर पर इसके पष्चात संभाग स्तर पर और राज्य स्तर पर भाग लेंगे। राज्य स्तर पर विजेता टीम एवं खिलाडि़यों को प्रथम स्थान के लिए एक लाख, द्वितीय स्थान के लिए 75 हजार और तृतीय स्थान पर 50 हजार की राषि का इनाम दिया जाएगा।
इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष देवरी सुश्री आंचल आठ्या, श्री षिवराज सिंह ठाकुर, श्री राजेन्द्र जैन, श्री नारायण सिंह चंदेल, जनपद सीईओ केसली सुश्री प्रिया मरावी, जनपद सीईओ देवरी सुश्री पूजा जैन, नायब तहसीलदार देवरी श्री कुलदीप पाराषर सहित अन्य जनप्रतिनिधि, षिक्षक-षिक्षकाएं, छात्र-छात्राएं खिलाड़ी और खेल प्रेमी दर्षकगण मौजूद थे।    
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नया नहीं है राजनीति में बाजी पलटने का खेल ब्रजेश राजपूत /सुबह सवेरे में ग्राउंड रिपोर्ट

नया नहीं है राजनीति में बाजी पलटने का खेल
ब्रजेश राजपूत /सुबह सवेरे में ग्राउंड रिपोर्ट 
वैसे तो घर पर टीवी कम देखता हूं मगर शुक्रवार की रात में टीवी देखकर सोने से पहले फेसबुक और टविटर पर अपडेट डाला था कि महाराप्ट में अब सरकार का संकट सुलझा, पवार ने किया है इशारा उदधव ठाकरे ही बनेगे मुख्यमंत्री। दिन भर टेलीविजन चैनलो पर राजनीति का अपडेट देने वाले मेहनती टीवी रिपोर्टरों को भी देर रात हिदायत दी गयी थी कि कल का दिन बहुत खास है इसलिये एनर्जी और हौसलों में कमी नहीं आनी चाहिये बस एक दिन की बात और है लगे रहिये। मुझे उम्मीद है कि टीवी रिपोर्टर भी थक हार कर जब सोये होंगे तब भी उनके दिमाग में यही समीकरण बन बिगड रहे होंगे कि उदधव की कैबिनेट में कौन विधायक मंत्री बनेगा और दोनों सहयोगी दलों के कौन कौन से लोगों की लाटरी खुलेगी, कौन उनकी पहचान का मंत्री बनेगा जिससे उनको आसानी से इंटरव्यू उसी दिन मिल जायेगा। मगर ये सब आबले दिन उठकर अच्छे से तैयार भी नहीं हो पाये होंगे कि दफतर से फोन आने लगे होंगे ओर एक अविश्वनीय सी खबर बतायी जा रही होगी कि देखो देवेन्द्र फडनवीस ने राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली और तुम सो रहे हो। सच अजीब सी हालत होती है टीवी रिपोर्टर कल दिन भर भले ही आप एक पैर पर खडे रहे हों मगर अगले दिन फिर वही एनर्जी और अलर्टनेस आपसे उम्मीद की जाती है। मुंबई जैसे बडे शहर में कैसे सारे रिपोर्टर कहां कहां भागे होंगे क्योंकि तैयारी तो ठाकरे के सीएम बनने के हिसाब से की गयी होगी कैसे भीडभाड वाली मुंबई में ओवी वेन की जगह बदलवायी होगी सब कुछ सोच कर लगता है यही टेलीविजन रिपोर्टिंग का मजा ओर सजा है।  
वैसे खबरों के मामले में पीछे तो अखबार भी रह गये। आज के सारे अखबारों में ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने की खबर पहले पेज की खास सुर्खी है मगर जब तक हम अखबार पढने की तैयारी में ही थे कि वहां मुंबई में राजभवन में खबर बदल चुकी थी। मुख्यमंत्री पद की शपथ विधि तो हुयी मगर उदधव ठाकरे की नहीं बल्कि देवेंद्र फडनवीस और अजीत पवार की। रात भर में बाजी पलट गयी चुकी थी। राजनीति अपना खेल कर चुकी थी। तीन पार्टियां सरकार बनाने के सपने ही देख रहीं थी ओर बीजेपी एनसीपी का अलग हुआ धडा राजभवन में जाकर सरकार बनाने का दावा कर शपथ भी ले चुका था। हमारे देश में राजनीति की अनिश्चितता का यही मजा है जो हम सोच नहीं पाते वो हो जाता है जिस पर जानकार लंबा ज्ञान देते और विश्लेपण करते हैं वो होता नहीं है। राजनीति संभावनाओं का खेल इसलिये ही नहीं कहा जाता कब कौन कहां किससे मिल जाये और मेल कर ले, राजनीति में पुराने गठबंधन तोड कर नये साथ के साथ जाने को आप भले ही धोखा कहें मगर जो कर रहा है वो इसे जनहित ओर जनता की आड मे करता है। 
हमारे मध्यप्रदेश में भी ऐसा कई बार हुआ है कि विधायकों ने अपनी पार्टी, नेताओं और जनता को सकते में डालते हुये पाला बदला है। पार्टी बदलने की ये शुरूआत हुयी थी 1967 में जब कांग्रेस के दबंग और चाणक्य समझे जाने वाले मुख्यमंत्री द्वारका प्रसाद मिश्रा की सरकार थी और शिक्षा विभाग की अनुदान मांगों पर कांग्रेस के छत्तीस विधायकों ने विधानसभा में ही पार्टी बदल ली। इस पाला बदल के सूत्रधार थे गोविंद नारायण सिंह ओर उनको हवा दी थी जनसंघ की विजयाराजे सिंधिया ने। पाला बदलने के बाद कांग्रेस के ये बागी विधायक आज के दिनों की तरह ही कुछ दिन दिल्ली और मुंबइ घूमे थे ओर बाद मे जब गोविंदनारायण सिंह के नेतृत्व में संविद यानिकी संयुक्त विधायक दल की सरकार बनी तो उसमें सत्तारूढ पार्टी के विधायक मंत्री बने। हांलाकि ये संविद सरकार भी उन्नीस महीने ही चली थी। हाल के सालों में हमने पाला बदलने की कहानी जुलाई 2013 में देखी जब कांग्रेस के लाये अविश्वास प्रस्ताव पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के भापण के दौरान ही कांग्रेस के व्हिप और वरिप्ठ एमएलए चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी ने पाला बदल लिया। पार्टी के खिलाफ स्टेंड लिया और सामने जी बेंच ओर जाकर बीजेपी का दामन थाम लिया। ये पाला बदल भी अप्रत्याशित तरीके से हुआ कहां कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव पर शिवराज सरकार को घेरने की कोशिश कर रही थी और उनके ही सीनियर लीडर ने पाला बदल लिया बस फिर क्या था एक तरफ रह गया अविश्वास प्रस्ताव और अजय सिंह की बहुत महंत से लिखा गया भाषण। अजय सिंह इस सदमे से लंबे समय तक नहीं उबर सके, बाद में चौधरी राकेश सिंह का क्या हुआ हम सबने देखा। इस बार के चुनाव में राकेश सिंह ओर अजय सिंह दोनों कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लडे और दोनों हारकर विधानसभा में नहीं पहुंच सके।
 कुछ ऐसा ही पाला बदल कमलनाथ सरकार के दौरान इस साल भी हुआ जब विधानसभा में एक बिल के समर्थन में बीजेपी के दो विधायकों नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने कांग्रेस के साथ बिल के पक्ष में मतदान किया और बाद में मुख्यमंत्री के अगल बगल में बैठकर पत्रकार वार्ता कर कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही। ये अलग बात है कि फिर इन विधायकों का मन बदल गया है और फिर ये अपनी पुरानी पार्टी के गुण गाने लगे हैं हांलाकि पाला बदल भी इन्होंने जनता के हित में किया था और अब वापसी भी जनता के कहने पर की है। इस भोलेपन पर कौन ना मर जाये खुदा। 
खैर आज की ग्राउंड रिपोर्ट में ये सब लिखने का मकसद ये था कि राजनीति में जोर का झटका देने की परंपरा नयी नहीं है बडी बडी पार्टियों को ऐसे छोटे छोटे झटके लगते रहते हैं हालाँकि महाराप्ट की राजनीति में पिक्चर अभी बाकी है आने वाले दिनों मे कछ और झटके लगने तय है।
ब्रजेश राजपूत ,एबीपी न्यूज ,भोपाल
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मध्य प्रदेश। भाजपा के आधार स्तंभ , गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री कैलाश जोशी का निधन,सोमवार को अंतिम संस्कार

मध्य प्रदेश। भाजपा के आधार स्तंभ , गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री कैलाश जोशी का निधन,सोमवार को अंतिम संस्कार

भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा के आधारस्तम्भ और सादगी की मूर्ति  और  पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बनने वाले कैलाश जोशी का रविवार को सुबह 11.24 मिनट परभोपाल में एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।वे पिछले  तीन वर्ष से अस्वस्थ्य चल रहे थे। स्व जोशी का अंतिम संस्कार कल सोमवार को देवास के हाट पिपल्या में होगा।  उनके निधन पर  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अनेक नेताओं ने शोक वयक्त किया है ।
       पिछले महीने ही कैलाश जोशी की तबीयत बिगड़ गई थी। कैलाश जोशी को भोपाल के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था। उस समय पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और शिवराज सिंह उन्हे अस्पताल देखने पहुंचे थे। इससे पहले भी जोशी की तबीयत बिगड़ने की खबर आई थी। उन्हें शुगर बढ़ने के चलते उन्हें परेशानी बढ़ गई थी। अप्रैल में उन्हें निमोनिया हो गया था। 91 वर्षीय जोशी ने आज अंतिम सांस ली । 
नगरपालिका अध्यक्ष से लेकर मुख्यमंत्री तक का सफर
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कैलाश जोशी का जन्म 14 जुलाई, 1929 को हुआ था। वह 1951 में भारतीय जनसंघ के सदस्य बने। 1955 में हाटपीपल्या नगरपालिका के अध्यक्ष चुने गए। 1962 से निरन्तर बागली क्षेत्र से विधायक बने। आपातकाल के दौरान एक महीने अंडरग्राउंड रहने के बाद 28 जुलाई 1975 को विधानसभा के गेट पर गिरफ्तार हुए। 19 माह तक मीसा में नजरबंद रहे। 24 जून 1977 को कैलाश जोशी मध्यप्रदेश के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने। हालांकि 1978 में अस्वस्थ होने के कारण उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। वे इसके बाद भोपाल से दो दफा सांसद भी चुने गए।
अंतिम संस्कार कल सोमवार को  हाटपिपलिया में होगा 
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, राजनीति में सादगी, शुचिता और पारदर्शिता के प्रतीक, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय कैलाश जोशी जी का आज 11:25 पर उपचार के दौरान निधन हो गया ।उनके निधन की खबर से समूचे भाजपा परिवार में शोक व्याप्त हो गया है।आज शाम 5:00 बजे उनकी पार्थिव देह भोपाल स्थित उनके निवास B-30/74 बंगला ले जाई जाएगी।कल 25 नवंबर को सुबह 9:30 बजे श्री जोशी जी की पार्थिव देह प्रदेश भाजपाकार्यालय दीनदयाल परिसर में अंतिम दर्शनार्थ रखी जाएगी ।एक घंटे पश्चात 10:30 बजे उन्हें बैरागढ़, सीहोर और आष्टा होते हुएहाटपिपलिया ले जाया जाएगा।जहां अपराहन 3:00 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएग
प्रधानमंत्री सहित सभी ने निधन पर शोक जताया
  वरिष्ठ नेता कैलाश जोशी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया और दुख जताया. उन्होंने लिखा, कैलाश जोशी जी एक ऐसे नेता थे जिन्होंने मध्य प्रदेश के विकास में एक मजबूत योगदान दिया. उन्होंने मध्य भारत में जनसंघ और भाजपा को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की. उन्होंने एक प्रभावी विधायक के रूप में अपनी पहचान बनाई. उनके निधन से दुख हुआ. उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना।
मुख्य मंत्री कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी जी के दुःखद निधन का समाचार मिला।मृदभाषी,सरल,सहज व्यक्तित्व के धनी कैलाश जी का निधन राजनीति क्षेत्र की एक अपूरणीय क्षति है।परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएँ ।ईश्वर उन्हे अपने श्रीचरणो मे स्थान व पीछे परिजनो को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने ट्वीट किया कि  भाजपा के आधार स्तंभ, ईमानदार और सादगी की प्रतिमूर्ति पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय कैलाश जोशी जी के निधन का दुःखद समाचार मिला। आदरणीय जोशी जी राजनीति के संत थे। विगत 4 दशक से मुझे उनका निरन्तर सानिध्य मिलता रहा।  आदरणीय कैलाश जोशी जी जुड़ी अनेक स्मृतियां मेरे जहन में है।लेकिन अब राजनीति में श्री जोशी जैसे व्यक्तित्व वाला दूसरा कोई हो नही सकता। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। भाजपा को मजबूत करने के लिए कठोर परिश्रम किया। उनके निधन से भाजपा- संगठन ने एक आधारस्तंभ खो दिया है। इस दुख की घड़ी में समूचे जोशी परिवार के प्रति मेरी संवेदनाये है ।
 पूर्व गृहमंत्री एवं विधायक भूपेन्द्र सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा है कि श्री कैलाश जोशी ने मध्यप्रदेश में भाजपा को खड़ा करने में अहम् भूमिका निभाई। वे हमारे लिए आदर्श थे। उनकी स्पष्टवादिता हमें हमेशा प्रेरणा देती रही है। श्री कैलाश जोशी के निधन से पार्टी और प्रदेश को अपूरणीय क्षति हुई है।
उनके निधन पर पार्टी अध्यक्ष राकेश सिंह ,पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित सभी ने दुख व्यक्त किया है।
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एक शाम गौर साहब के नाम 28 नवम्बर को ,प्रसिद्ध शायर राहत इंदौरी ,शबीना अदीव आएंगी

एक शाम गौर साहब के नाम 28 नवम्बर को ,प्रसिद्ध शायर राहत इंदौरी ,शबीना अदीव आएंगी
सागर। दानवीर,संविधान सभा के सदस्य और सागर विवि के संस्थापक डॉ हरीसिंग गौर की 150 वी जयंती पर प्रवाह संस्था द्वारा 28 नवम्बर को" एक शाम गौर साहब के नाम" का आयोजन किया है । यह कवि सम्मेलन और मुशायरा  उपनगर मकरोनिया  में  सामुदायिक भवन पद्माकर नगर, में शाम 6.30 बजे से  आयोजित होगा।
प्रवाह संस्था के अध्यक्ष संतोष रोहित " मित्र " ने बताया सागर की  धरती के अनमोल रतन डॉ.हरिसिंह गौर की 150 वीं जयंती वर्ष के प्रारंभ पर सांस्कृतिक, साहित्यिक सामाजिक गतिविधी मंच प्रवाह' के आयोजन मे मशहूर शायरडॉ. राहत इंदौरी ,शबीना अदीव, कुमार मनोज ,अशोक मिजाज अंशुल अराध्यम ,संतोष सागर की कविताएं और शायरीकी प्रस्तुतियां होंगी । स्थानीय साहित्यकार भी इसमें शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि इसके मुख्य अथिति माखन लाल पत्रकारिता विवि भोपाल के कुलपति डॉ दीपक तिवारी और अध्यक्षता पूर्व गृहमन्त्री भूपेन्द्र सिंह करेंगे। इसके विशेष अथिति प्रो सुरेश आचार्य और मकरोनिया नगरपालिका की अध्यक्ष श्री मति सुशीला संतोष रोहित होंगी।
          इस आयोजन की तैयारियों को लेकर प्रवाह संस्था और क्षेत्र के लोगो की बैठक हुई।संस्था के अध्यक्ष संतोष रोहित , उपाध्यक्ष डॉ मनीष मिश्रा,सचिव रामसिंह चौहान सहसचिव राजेश दुबे,कोषाध्यक्ष देवेश नीखरा और कार्यकारिणी सदस्य नवल रॉबर्टस्, मो. नोशे खान, मनोज जैन, राजेश गौतम, बाबूलाल जैन,तीरथ सिंह, मुबीन खान,अमर वाजपेयी, मिहिर गांगुली, जितेन्द्र शर्मा ,सदस्य
कौशल गुप्ता, अमर वाजपेयी, केदार शर्मा, एड. जितेन्द्र श्रीवास्तव, मुकेश सक्सेना,मनोज राय,
शेख सादिक, डॉ. संजय तिवारी, संदीप सक्सेना, अशोक पटेल, राकेश यादव, सतेन्द्र दुबे,
बुन्देल सिंह, राजू पटैरिया, आदित्य दुबे, अरविंद मिश्रा, मनीण स्वामी, नीलेश जैन, जगदीश पटैल,गंधर्व सिंह, अखिलेश तिवारी, विनोद राय, अजय मौर्य, नीतेश कुशवाहा, धर्मेन्द्र भगत आदि ने ने सभी से इस कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है।
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डीएपी खाद अमानक पाए जाने पर दो उर्वरक विक्रेताओं के लायसेंस निलंबित

डीएपी खाद अमानक पाए जाने पर
दो उर्वरक विक्रेताओं के लायसेंस निलंबित
सागर । उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास जिला सागर ने मेसर्स षषांक ट्रेडर्स मालथौन प्रो. मन्नू लाल जैन एवं मेसर्स सेठ ट्रेडर्स रजवांस प्रो. सरलेष जैन के उर्वरक लायसेंस को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।  
अधिकृत जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेष षासन के षुद्ध के लिए युद्ध अभियान अंतर्गत सागर जिले में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी सह उर्वरक निरीक्षण विकासखण्ड मालथौन द्वारा गुण नियंत्रण अंतर्गत लिए गए डीएपी उर्वरक नमूने उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगषाला से विष्लेषण में अमानक पाए गए है। उपरोक्त डीएपी अमानक उर्वरक नमूना मेसर्स शषांक ट्रेडर्स मालथौन प्रो. मन्नू लाल जैन एवं मेसर्स सेठ ट्रेडर्स रजवांस प्रो. सरलेष जैन द्वारा विक्रय करते पाए जाने पर उर्वरक गुण नियंत्रण आदेष 1985 की धारा 19 का उल्लंघन के दोषी पाए गए है।   
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राजस्व मंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र में किया कई विकास कार्यों का लोकार्पण /भूमिपूजन


राजस्व मंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र में  किया कई  विकास कार्यों का लोकार्पण /भूमिपूजन 
सागर । प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत  ने अपने विधानसभा क्षेत्र सुरखी  के विकास खंड जैसीनगर के विभिन्न ग्रामों का भ्रमण किया और अनेक विकास कार्यों को लोकार्पण और भूमिपूजन किया। राजस्व मंत्री ने इस अवसर पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार तेजी के साथ ग्रामीण क्षेत्रों का विकास कर रही है।
राजस्व मंत्री ने ग्राम अगरा में म.प्र. ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण द्वारा 3 करोड़ 36 लाख रूपये से किए गए अगरा से मूड़रा मार्ग के उन्नयीकरण का लोकार्पण, प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला की 5 लाख 10 हजार रूपये की लागत से बनने वाली बाउंड्रीवाल का भूमिपूजन, अगरा में 2.21 लाख की लागत से  पंचायत भवन का भूमिपूजन किया। राजस्व मंत्री ने अगरा में मंदिर के पास शेड निर्माण ढाई लाख रूपये की राषि स्वीकृत की।
मंत्री श्री राजपूत ने ग्राम मूड़रा में मंदिर के पास शेड निर्माण के लिए 2 लाख 50 हजार की राषि स्वीकृत की। उन्होंने यहां 2 छोटी बालिकाओं को लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रमाण पत्र भी वितरित किए। ग्राम बेरखेड़ी मडि़या में 7 लाख 80 हजार रूपये की लागत से बनने वाले आंगनवाड़ी भवन का भूमिपूजन किया और 4 लाख रूपये की लागत से बने सीसी रोड का लोकार्पण किया।
ग्राम सींगना में 6 लाख रूपये की लागत से बनने वाले मंगल भवन का भूमिपूजन और राम मंदिर के पास 2 लाख 56 हजार की लागत से निर्मित सीसी फर्ष का लोकार्पण किया। गढ़ौली में देवी मंदिर के पास शेड निर्माण के लिए 2 लाख 50 हजार की राषि स्वीकृत की।महुआखेड़ा में 91 लाख 67 हजार की लागत से नलजल योजना का और अनुसूचित जाति बस्ती मंे 3 लाख रूपये की लागत से सामुदायिक भवन का भूमिपूजन किया। नलजल योजना के अंतर्गत टंकी, पाईप लाईन, स्त्रोत तथा घर-घर नल कनेक्षन दिए जाएंगे।
आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि इन ग्रामों में बहुत दिनों से विकास कार्यों की आवष्यकता महसूस की जा रही थी। इन कार्यों के पूर्ण होने से स्थानीय लोगों को सुविधा होगी। 
इस अवसर पर श्री लखन चौबे, श्री गोविन्द तिवारी, श्री राघव कुसुमगढ़, श्री षिवराज सिंह, श्री प्रहलाद विष्वकर्मा, कक्कू नन्हा, श्री राजा भैया, श्री कृष्णा सिंह, श्री रघुवीर सिंह, एसडीएम श्री संतोष चंदेल, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री भरत सिंह राजपूत सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
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बाल भवन सागर के बच्चों का दिल्ली में उत्कृष्ट प्रदर्शन

बाल भवन सागर के बच्चों का दिल्ली में उत्कृष्ट प्रदर्शन
सागर। बाल दिवस के अवसर पर 14 से 16 नवम्बर तक राष्ट्रीय बाल भवन दिल्ली में 3 दिवसीय नेषनल चिल्ड्रन्स असेम्बली संस्कृति संगम का आयोजन किया गया। जिसमें अनुदेषक दिपाली भोजक के नेतृत्व में बाल भवन सागर के चार बालक/बालिका- षिवांष सेन, कंचन चौधरी, विधि चौबे और सौरभ सेन शामिल हुए कार्यक्रम में बच्चों द्वारा लोक नृत्य और गीतों की उत्कृष्ट प्रस्तुती की गई।
     कार्यक्रम अंतिम दिवस पूरे भारत से आए बाल भवनों में केवल पांच प्रस्तुतियां कराई गई। जिसमें चार प्रस्तुतियों में बाल भवन के बच्चों को शामिल किया गया। साथ ही अनुदेषक दीपाली भोजक और बच्चों के साथ राष्ट्रीय बाल भवन की एक विषेष प्रस्तुति रखी गई जिसमें बुंदेली गीत और राजस्थानी गीत का फ्यूजन गाया गया। ये प्रस्तुति अत्यंत सराहनीय रही जिसमें बाल भवन सागर को विषेष पहचान मिली पूरे भारत देष से आए बाल भवनों के बीच बाल भवन सागर ने दिल्ली में अपना एक विषेष स्थान बनाया। साथ ही राष्ट्रीय स्तर के प्रमाण पत्र बच्चों को प्रदान किए गए। बाल भवन सागर की इस सफलता पर सहायक संचालक श्री रोहित बड़कुल ने पूरी टीम को बधाईयां दी।
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डॉ गौर विवि का 29 वा दीक्षांत समारोह 25 नवम्बर को,सीधा प्रसारण होगा, गौर जयंती पर विशेष कार्यक्रम:कुलपति

डॉ गौर  विवि का 29 वा दीक्षांत समारोह 25 नवम्बर को,सीधा प्रसारण होगा, गौर जयंती पर विशेष कार्यक्रम:कुलपति

सागर।डॉ. हरीसिंह गौर केन्द्रीय  विश्वविद्यालय सागर का 29वां दीक्षांत समारोह  25 नवंबर, सोमवार को प्रातः 11 बजे से गौर प्रांगण विश्वविद्यालय परिसर में सम्पन्न होगा। वही विवि के संस्थापक  डॉ हरीसिंग गौर की 150 वी जयंती पर अनेक आयोजन किये जा रहे है ।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ने मीडिया को बताया कि दीक्षांत समारोह के मानद एमेरिट्स वैज्ञानिक प्रो. विनोद
कुमार गौर मुख्य अतिथि होंगे। पद्मश्री डॉ.रमेश चन्द्र शाह प्रख्यात लेखक एवं विचारक
समारोह के विशिष्ट अतिथि होंगे। प्रो. बलवंतराय शांतिलाल जानी कुलाधिपति द्वारा कार्यक्रम की अध्यक्षता की जायेगी।  कुलपति प्रो. तिवारी द्वारा विश्वविद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत एवं उपाधियाँ प्रदान करेंगे।
दीक्षांत समारोह में 511 को मिलेगी उपाधि,बुंदेली पोशाक में दिखेंगे सभी
 दीक्षांत समारोह में इस वर्ष कुलपति, अधिष्ठाता एवं उपाधि प्राप्त करने वालेछात्र छात्रा का भाषण एवं संवाद हिन्दी मातृ भाषा में किया जावेगा। समारोह मेंस्नातक/ स्नातकोत्तर/ पीएचडी के कुल 642 पंजीयन प्राप्त हुये है। कुल 511 उपाधी जिसमें243 छात्र एवं 265 छात्राओं को उपाधी प्रदान होगी। कुल 511 स्थल पर उपस्थित भारतीयबुन्देलखण्ड पोशाक में उपाधी प्राप्त करेंगे। जिसमें से 131 उपाधियाँ पोस्ट के माध्यम से छात्रोंके घर पर भेजी जावेगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष विगत वर्ष की अपेक्षा ज्यादा पंजीयन हुएहै इस बात की पुष्टी की जाती है।दीक्षांत समारोह में सत्र 2018-19 स्नातक /स्नातकोत्तर के अंतिमवर्ष के छात्रों को 46स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जावेगा। 
 दीक्षांत समारोह के समन्वयक प्रो. ए.एन.शर्मा नेकार्यक्रम की रूप सेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मिनिट टु मिनिट कार्यक्रम का
निर्धारण किया है। जो कि प्रात: 10:40 से अपरान्ह 1:30 बजे तक कार्यक्रम चलेगा। जिसमेकुलपत का स्वागत भाषण के साथ वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे। विद्यार्थियों को
उपाधियाँ प्रदान की जावेगी। अंतिम चरण में अतिथियों के उद्धबोधन सम्पन्न होंगे।
विश्वविद्यालय परिवार की ओर से समृति चिन्ह प्रदान किये जावेगे। कार्यक्रम का प्रारंभ दीव
प्रज्जवलित कर एवं समापन राष्ट्रगान के साथ होगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम को प्रभावी
बनाने के लिए इस वर्ष गौर समाधि स्थल पर रखा गया । विश्वविद्यालय के अध्यापक,
अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी तथा शहर के गणमान्य नागरिक , पूर्व छात्र, जनप्रतिनिधि, को
आमंत्रित किया गया है।
कार्यक्रम का सीधा प्रसारण
 मीडिया अधिकारी प्रो. दिवाकर सिंह राजपूत ने बतायाकि एजुकेशन मल्टीमीडिया रिसर्च सेन्टर के द्वारा दीक्षांत समारोह का लाइव प्रसारण किया जावेगा। यह कार्यक्रम www.tiny.cc/SagarUniversituyWebcast  पर देख सकतेहै।
डॉ गौर की 150 वी जयंती पर विशेष कार्यक्रम
कुलपति प्रो तिवारी ने बताया कि संस्थापकT डॉ गौर की 150 वी जयंती पर हमेशा की परम्पराओं के साथ विवि परिवार और शहरवासी मिलकर मनाएंगे। इस दफा कुछ विशेष आयोजन किये गए है। सुबह तीनबत्ती पर डॉ गौर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि के साथ ही शोभायात्रा निकलेगी। जो गोर जन्मस्थली से होती हुई विवि परिसर पहुचेगी। जहा अनेक कार्यक्रम होंगे।उन्होंने बताया कि इस दफा गौर गौरव व्याख्यान के तहत गुरु घासीदास विवि के कुलपति डॉ अशोक मोढक चर्चा करेंगे। डॉ गौर के समय पढ़ने वाले तीन पूर्व छात्रों के के जैन
शिवशंकर केसरी और डॉ मीना ताई पिम्पलापुरे का सम्मान होगा। वही पिछले पाँच सालों में प्रतियोगी परीक्षाओं में टॉप करने वाले विवि के पूर्व  चार छात्रों  आशीष पांडे mppsc, निधि जैन,सोनल गुप्ता,जज और आशीष कुमार upsc को सम्मानित किया जाएगा। 
कवि सम्मेलन और " यह सागर है "पुस्तक का विमोचन
इस मौके पर आयोजित कवि संम्मेलन में 
अशोक सुंदरानी,सतना,अर्चना अर्चन जबलपुर,अशोक चरण जयपुर, शायम मनोहर सीरो ठिया ,राम बड़ावर ,अशोक मिजाज आए ,शिव कुमार अर्चन भोपाल का कविता पाठ होगा। प्रो सुरेश आचार्य ने बताया कि सागर के सामाजिक ,ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि  पर केंद्रित  " यह सागर है "
पुस्तक का विमोचन किया जाएगा।
कुलपति ने बताया कि  विवि में  बुन्देलखण्ड सांस्कृतिक अध्ययन केंद्र खोलने का प्रस्ताव भी दिया। है । वही कर 5.5 करोड़ की लागत से बनने वाले पुरातत्व विभाग के आर्कियालाजी म्यूजियम का भूमि पूजन 30 नवम्बर को केंद्रीय राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल करेंगे।

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