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एमपी। पुलिस के 37 निरीक्षको/आरआई/ सूबेदारों के तबादला आदेश जारी

एमपी। पुलिस  के 37 निरीक्षको/आरआई/ सूबेदारों के तबादला आदेश जारी।
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एमपी। 39 तहसीलदारों के हुए तबादले

एमपी। 39 तहसीलदारों के प्रसासकीय /स्वयं के व्यय पर तबादले
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जिला विकास समन्वयऔर निगरानी समिति गठित, केंद्रीय राज्य मंत्रीप्रह्लाद पटेल अध्यक्ष और सांसदराजबहादुर सिंह सह अध्यक्ष

जिला विकास समन्वयऔर निगरानी समिति गठित, केंद्रीय राज्य मंत्रीप्रह्लाद पटेल अध्यक्ष और सांसदराजबहादुर सिंह सह अध्यक्ष
सागर । भारत सरकार ग्रामीण विकास मंत्रालय नई दिल्ली के निर्देषानुसार जिले में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) का गठन किया गया है। ये समिति  ग्रामीण क्षेत्रों में विकास योजनाओं में तेजी लाने हेतु समन्वय का काम करेगी।
       समिति के अध्यक्ष दमोह सांसद /केन्द्रीय राज्यमंत्री  प्रहलाद सिंह पटैल  और सह अध्यक्ष सागर सांसद  राजबहादुर सिंह होंगे। समिति की सदस्य सचिव सागर कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक होगी। 
समिति के अन्य सदस्यों में प्रदेष के राजस्व एवं परिवहन मंत्री  गोविन्द सिंह राजपूत, नवकरणीय उर्जा विभाग मंत्री  हर्ष यादव, रहली विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष म.प्र. विधानसभा  गोपाल भार्गव, खुरई विधायक  भूपेन्द्र सिंह, सागर विधायक  शैलेन्द्र जैन, नरयावली विधायक श्री प्रदीप लारिया, बीना विधायक  महेष राय, बंडा विधायक श्री तरवर सिंह लोधी, महापौर नगर निगम  अभय दरे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दिव्या अषोक सिंह, अध्यक्ष नगर पालिका मकरोनिया, खुरई, बीना, रहली, देवरी, गढ़ाकोटा, अध्यक्ष जनपद पंचायत सागर, जैसीनगर, राहतगढ़, खुरई, बीना, मालथौन, रहली, देवरी, केसली, बंडा, शाहगढ़, वन मण्डल अधिकारी उत्तर, दक्षिण, नौरादेही, जिला पंचायत सीईओ, आयुक्त नगर निगम, सीईओ स्मार्ट सिटी, अग्रणी जिला प्रबंधक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, प्रवर अधीक्षक डाक विभाग, जिला परियोजना, महाप्रबंधक म.प्र. ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण पीआईयू-1 व 2, संयुक्त संचालक पंचायत एवं सामाजिक न्याय, संयुक्त संचालक योजना एवं आर्थिक सांख्यिकी विभाग, कार्यपालन यंत्री, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, उपसंचालक कृषि, उद्यानिकी, पषु चिकित्सा सेवाएं, मत्स्य, अधीक्षण भू-अभिलेख, अधीक्षण यंत्री म.प्र. राज्य पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, सीएमएचओ, सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक, डीईओ, जिला परियोजना समन्वयक जिला षिक्षा केन्द्र, जिला कार्यक्रम अधिकारी एकीकृत बाल विकास योजना, जिला महिला एवं सषक्तिकरण अधिकारी, खाद्य नियंत्रक, प्रभारी अधिकारी ईडिस्टिक परियोजना, प्रबंधक लोक सेवा गारंटी, सागर, जिला प्रबंधक, भारत संचार निगम लिमिटेड सागर, स्टेषन मास्टर पष्चिम मध्य रेल्वे, सागर, प्रोजेक्ट डायरेक्टर एलएचएआई, जिला खनिज अधिकारी, प्राचार्य औद्योगिक प्रषिक्षण संस्थान, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र सागर, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, पीआईयू, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, सेतु संभाग, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग क्रमांक-1 व 2, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा क्रमांक-1 व 2, महाप्रबंधक सड़क विकास प्राधिकरण, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास एवं परियोजना अधिकारी मनरेगा, एसबीएम, आईएवाय, आईडब्ल्यूएमपी जिला पंचायत सागर शामिल हैं
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कौन सी देवियों का समूह कैसे हम लोगों के शरीर की रक्षा करता है

कौन सी देवियों का समूह कैसे हम लोगों के शरीर की रक्षा करता है

(पं.शशिशेखर त्रिपाठी)
एबीपी गंगा
नई दिल्ली।  नवरात्रि का पर्व रविवार से प्रारंभ हो रहा है। ये समय शक्ति भरने का है। पंडित शशिशेखर त्रिपाठी आपको दुर्गासप्तशती ग्रंथ से कवच यानी आप लोगों की सुरक्षा से जुड़े विषय के बारे में विस्तार से इस रिपोर्ट में बता रहे हैं। दुर्गा सप्तशती में इसमें भगवती की कृपा तो है ही, साथ ही गूढ़ रहस्य भी हैं। ये ग्रंथ कर्म, भक्ति और ज्ञान की त्रिविध मन्दाकिनी है। भगवती की उपासना से भक्तों को मनोवांक्षित फल की प्राप्ति होती है और निष्काम भक्त को परम दुर्लभ मोक्ष को पाकर कृतार्थ होते हैं।


भगवती का कौन-कौन सा स्वरूप हमारे शरीर में कहां-कहां रक्षा करता है?

मार्कण्डेय ऋषि ने ब्रह्मा जी से पूछा कि पितामह मुझे ऐसा कोई साधन बताइए, जिससे संसार के मनुष्यों की रक्षा हो। तब ब्रह्माजी ने कहा कि देवी का कवच संपूर्ण प्राणियों का उपकार करने वाला है।

देवी की नौ मूर्तियां हैं, जिन्हें 'नवदुर्गा' कहते हैं। उनके अलग-अलग नाम बतलाये जाते हैं।

प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी। तृतीयं चन्द्रघण्टेति कूष्माण्डेति चतुर्थकम्  ...पञ्चमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च । सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम्।⁠ नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गाः प्रकीर्तिताः ।

 यानि…

1. शैलपुत्री 2. ब्रह्मचारिणी 3. चंद्रघंटा 4.कूष्माण्डा 5.स्कंदमाता 6.कात्यायनी 7.कालरात्रि  8.महागौरी एवं 9.सिद्धिदात्री हैं।


अब जानते हैं कि कौन सी देवियों का समूह कैसे हम लोगों के शरीर की रक्षा करता है?

शत्रुओं पर विजय मां जगदम्बिके करती हैं। जिनको भी शत्रुओं से समस्या हो जगदम्बिके देवी से प्रार्थना करें। मां भगवती हर तरफ से हम लोगों को प्रोटेक्ट करती हैं।


पूर्व दिशा में ऐन्द्री (इन्द्रशक्ति) देवी रक्षा करती हैं


अग्निकोण में अग्निशक्ति देवी


दक्षिण दिशा में वाराही


नैर्ऋत्यकोण में खड्गधारिणी


पश्चिम दिशा में वारुणी


वायव्यकोण में मृगवाहिनी देवी


⁠उत्तर दिशा में कौमारी


ईशान-कोण में शूलधारिणी देवी


ब्रह्माणि देवी ऊपर से रक्षा करती हैं


वैष्णवी देवी नीचे की ओर से रक्षा करती हैं


शव पर चलने वाली देवी चामुण्डादेवी दसों दिशाओं में रक्षा करती हैं


जया आगे से और विजया पीछे की ओर से रक्षा करती हैं⁠


वामभाग में अजिता और दक्षिणभाग में अपराजिता देवी रक्षा करती हैं



कवच की महिमा अंगो….पर..


उद्योतिनी शिखा


उमा मस्तक


यशस्विनी देवी भौंहों का संरक्षण करें


भौंहों के मध्यभाग में त्रिनेत्रा


कानों में द्वारवासिनी रक्षा करे।


कालिका देवी गाल की


भगवती शांकरी कानों की रक्षा करें ⁠


जिह्वा में सरस्वती देवी रक्षा करें


दांतों की रक्षा कौमारी


गले की रक्षा चण्डिका⁠।


महामाया तालु की रक्षा करें


दोनों भुजाओं की वज्रधारिणी रक्षा करें


शोकविनाशिनी देवी मनकी रक्षा करे।


ललितादेवी हृदय में


शूलधारिणी पेट की रक्षा करें


विन्ध्यवासिनी घुटनों की रक्षा करें


त्वचाकी वागीश्वरीदेवी रक्षा करें


पार्वती देवी रक्त, मज्जा, वसा, मांस, हड्डी की रक्षा करे


धर्मधारिणी-देवी बुद्धि की रक्षा करें

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एमपी। 13पुलिस इंस्पेक्टरों के तबादले

एमपी।  13पुलिस इंस्पेक्टरों के तबादले
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पिता ने खाया जहर,पत्नी और चार बच्चों को भी दिया, पिताऔर बेटी की मौत


पिता ने खाया जहर,पत्नी और चार बच्चों को भी दिया, पिताऔर बेटी की मौत

सागर । सागर जिले में एक दिलदहला देने वाला मामला सामने आया है। जिसमे परिवार के मुखिया ने  सभी सदस्यों को  जहर  दे दिया और खुद कहा लिया । इसमे पिता और पुती की मौत हो गई और पत्नी और तीन मानसूम बच्चे अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे है ।घटना का कारण  पारिवारिक और सम्बन्धो को लेकर  बताया जा रहा है । पुलिस जांच में जुटी है ।

  सागर जिले के  सुरखी थाना क्षेत्र के  देहार महका ग्राम निवासी सुखराम गौड़ ने अपनी  पत्नी सुमन तीन मासूम बच्चियों सीता, रोशनी, अनुराधा एक मासूम बेटे शिवा को सल्फास की गोली देने के बाद स्वयं भी सल्फास की गोली खाली। जिसके चलते सुखराम की मौकेेे पर ही मौत हो गई  तथा उसकी एक मासूम बच्ची सीता ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

      तीन मासूम बच्चोंं तथा सुखराम की पत्नीी का बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में गंभीर हालत में इलाज जारी है ।मृतक सुखराम के 4 बच्चे है। जिनमें 3 लड़कियां व 1 लड़का है। एक बच्ची गीता कक्षा 5वीं में अध्ययरत है।एक बच्ची अनुराधा कक्षा 8वीं में अध्ययरत है ।वहीं पुत्र शिवम कक्षा तीसरी का छात्र है। बच्चों और परिजनों के बताऐ अनुसार शुक्रवार की सुबह इनके पिता ने इन्हें चाय में कुछ मिलाकर पीने को दिया।
इस हादसे में परिजनों के अनुसार बीते दिनों मृतक अपनी ससुराल झाड़-फूंक हेतु गया हुआ था। जहां उसका साली से उसका विवाद हुआ ।जिस के चलते म्रतक ने इस घटना को अंजाम दिया है ।इस मामले में 50 हजार रुपये मांगे जाने की भी अफवाह है । फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच प्रारंभ कर दी है ।

इस मामले में एसपी अमित सांघी का कहना है कि इस घटना में पति सुखराम और एक बेटी की मौत हो गई। घटना की प्रथम द्रष्टया पारिवारिक विवाद है । वह अपनी साली के यहां घटना के पहले गया था । पूरे मामले की जांच की जा  रही है ।
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सड़क हादसे। ट्रैफिक नियमो की जानकारी का अभाव ,सड़क सुरक्षा में नियमो की अनदेखी,जागरूकता की कमी,प्रशासनिक तालमेल नही

सड़क हादसे। ट्रैफिक नियमो की जानकारी का अभाव ,सड़क सुरक्षा में नियमो की अनदेखी,जागरूकता की कमी,प्रशासनिक तालमेल नही
सड़क सुरक्षा पर कार्यशाला में बोले UN एक्सपर्ट डॉ रोहित बलूजा

सागर । देश मे बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं लगातार चिंता का विषय बनती जा रही है । ऐसे में नियमो की सख्ती से लेकर सड़को की सुरक्षा तक पर सवाल उठ रहे है । इसके कारणों और बचाव को लेकर डॉ हरीसिंग गौर विवि,भारत सरकार के रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवेमंत्रालय, डीयाजियोफाउंडेशनऑफ इंडिया तथा आईआरटीआईकॉलेज ऑफ ट्रैफिक मैनेजमेंट
के संयुक्त तत्वावधान में सुरक्षितड्राइविंग एवं सड़क सुरक्षा विषय परएक दिवसीय कार्यशाला का आयोजनकिया गया।
  कार्यक्रम में यूनाइटेड नेशन में ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के एक्सपर्ट रहे और आई आर टी ई के डायरेक्टर  डॉ. रोहित बलूजा  ने पावर प्रजेंटेशन के जरिये बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं  के कारणों और उनसे निपटने के उपायों पर चर्चा की ।
डॉ बलूजा ने कहा की पूरी दुनिया मे भारत मे सर्वाधिक 13 लाख मोत सड़क दुर्घटनाओं में हर साल हो रही है । यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा है । इसमे युवा पीढ़ी और नाबालिग बच्चों की संख्या अधिक है ।एमपी का स्थान छठवां है ।
उन्होंने कहा कि भारत मे आसानी से बिना वाहन चलाने सीखे और नियमो को जाने बगैर ड्राईविंग लायसेंस मिल/ बन जाते है । यह भयावह तस्वीर है । ट्रैफिक के नियमो के मुताबिक न तो लोग वाहन  चला रहे है और न ही वाहन का रखरखाव कर रहे है । मनमाने तरीके से ओवरटेकिंग ने सड़क दुर्घटनाएं में इजाफा किया है । बाइक पर तीन तीन सवारी बैठाकर चलाना,मोबाइल फोन से बात करना सामान्य बात है ।यही हरकते मौत को आमंत्रण दे रही है ।इनकी बड़ी वजह ट्रैफिक नियमो की जानकारी नही होना,सड़क की इंजिनयरनिग में अनदेखी है ।दूसरी तरफ ट्रांसपोर्ट ,पुलिस महकमा और अन्य सम्बंधित विभागों में तालमेल नही है । सभी सड़क हादसों की जिम्मेदारी लेने से बचते है। ये विभाग में नियमो से वाकिफ नही है और इनका उल्लंघन करने से नही चूकते है । देश मे नए नियम लागू होने के बाद सरकारी महकमे से जुड़े लोगों के ट्रैफिक नियमो के उल्लंघन के वीडियो जमकर वायरल हो रहे है । 
उन्होंने कहा कि सुरक्षित कैसे वाहन चलाये इसके प्रति लोगो मे जबरदस्त उदासीनता है । क्वालटी वाले हेलमेट नही पहनेंगे। फैशन की तरह इनका इस्तेमाल करेंगे। सीट बेल्ट की अनिर्वायता नही है । लोगो ट्रैफिक के संकेतकों को नही जानते। जबकि पूरे दुनिया मे भाषायी अंतर है ।इसलिए संकेतकों की भाषा बनाई गई है ।जिसे लोग जानते तक नही है । उन्होंने चिंता जताई कि देशभर में संकेतकों को सरकार लगवा भी नही पाई और न ही सड़को की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जो सड़क हादसों के लिए जिम्मेदार भी है ।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कमी।
डॉ बलूजा ने कहा कि दुनिया मे भारत ऐसा देश है जहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट को आगे नही बढाया गया। भारत मे 25 करोड़ गाड़िया है । जिसमे 74 फीसदी दुपहिया वाहन और 13 फीसदी कार है। बस का प्रतिशत 0.8 फीसदी है ।वही दुनिया मे उल्टा है । पब्लिक ट्रांसपोर्ट ज्यादा है । निजी वाहन कम।यदि पब्लिक ट्रांस्पोर्ट को बढ़ाया जाएगा तो कुश हद तक घटनाओं पर अंकुश भी लगेगा।  उन्होंने कहा कि अनुशासन और नियमो का पालन ही हमे मौत से बचा सकता है । 
बीमा क्लेम के बुरे हाल
सड़क दुर्घटनाओं में बीमा क्लेम पर चर्चा करते हुए डॉ बलूजा ने कहा कि बीमा कंपनियों की कोशिश रहती है हमे कम सेकम क्लेम देना पड़े। बीमा कलेमो का प्रतिशत बहुत कम है । इसकी वजह यह है  कि हम नियमो और वाहन के मेंटेनेंस का ध्यान नही रखते है इसका फायदा कम्पनियां उठाती है। नियमो का हवाला देकर कम्पनियां बीमा के क्लेम को कम या खारिज कर देती है।
सागर में तो मौत को निमंत्रण देता ट्रैफिक...
Un एक्सपर्ट डॉ रोहित बलूजा की टीम दो दिन पहले सागर आ चुकी थी। उसने सागर के यातायात को देखा और कैमरे में कैद किया। पावर प्रजेंटेशन में जब सागर की तस्वीर दिखी हाल बुरे थे। डॉ बलूजा ने मंच से कहा कि आगर में हरतरफ़ सड़क दुर्घटना का इंतजार हो रहा है । लोग ट्रिपल सवारी,मोबाइल फोन लिए ,बिना नियमो कायदे के चल रहे है । जहां निर्माण कार्य हो रहा है वहा भी कोई नियंत्रण नही दिखा। संकेतकों का अभाव दिखा।गलत पार्किंग ,गढ्डों  से निकलते वाहन,बिना नम्बर प्लेट के वाहन सब दिखा। बसों के भी बुरे हाल दिखे।उन्होंने कहा कि इसमे पुलिस और ट्रांसपोर्ट विभाग को अभियान चलाना चाहिए।
डियाजियो इण्डिया की सड़क सुरक्षा पहल देश में
डियाजियो इण्डिया के, चीफ स्ट्रैटेजी और कोरपोरेटअफेयर्स ऑफिसर अबंती संकरनारायणन  ने कहा  डियाजियो इण्डिया की सड़क सुरक्षा की पहल देश मेंसड़क सुरक्षा की भयावह समस्या को हल करने में योगदान दे सकती है। आईआरटीई के साथसाझेदारी में छात्रों को प्रशिक्षित करने से युवाओं को सड़क सुरक्षा पर शिक्षित किया जा सकेगा और
सड़क दुर्घटनाओं की समस्या को हल करने में मदद मिलेगी। आज के युवाओं को सड़क सुरक्षा, इसकेकारणों, परिणामों पर जागरुक बनाना तथा सशक्त प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षित करना बहुत महत्वपूर्ण है।

कार्यशाला में डीन आर पी मिश्रा ने कहा कि विवि में ऐसे आयोजन होते रहे इस दिशा में आमंत्रित करता हूँ। बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में नई पीढ़ी आगे काम कर सकती है । कार्यशाला में रजिस्ट्रार कर्नल राकेश मोहन जोशी ने विचार रखे। कार्यक्रम में आभार अपराध शास्त्र विषय के दीपक गुप्ता ने किया और संचालन शेफाली तिवारी ने किया।इसके आयोजक दीपक। गुप्ता, रणवीर     सिंह,डॉ विवेक मेहता,मनीष चोरिसिया,डॉ मनीष पुरोहित और अमितेश सोनी थे।
इस मौके पर प्रो ए पी दुबे,csp आर डी भारदावज,प्रो पी पी सिंह,डॉ पंकज तिवारी,आशीष  गौतम,  आशीष वर्मा,संदीप चंचल,योगेश सिंह ,चन्दरलता सिंहसहित पुलिस अधिकारी,छात्रछात्राये उपस्थित थे।

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सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया के रिश्वत खोर फील्ड आफीसर किरण जाधव को चार साल की सजा

सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया   के रिश्वत खोर फील्ड आफीसर  किरण जाधव को चार साल की सजा

सागर । विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम ने सागर जिले के सेंट्रल बैंक खुरई जाधव को रिश्वत के मामले में चार चार साल की सजा और 10-10 हजार रुपये के अर्थ दंड से दंडित किया है ।अभियुक्त को जेल भेजा दिया गया है।

 आज विशेष न्यायाधीश  रामविलास गुप्ता द्वारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के आरोपी किरण जाधव को धारा 7.13(1)डी, 13(2) मे  चार-चार वर्ष के कारावास एवं
10.000-10,000रूपये के जुर्माने से दण्डित किया गया।

अभियोजन मामला इस प्रकार है किविशेष न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सागर ने अभियुक्त किरण जाधव को भ्रष्टाचारनिवारण अधिनियम की धारा 7 मे 04 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 10,000रू. के अर्थदण्ड एवं धारा
13(1)डी, सहपठित धारा 13(2) के तहत 04 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 10,000रू. कुल 20,000रूपये
के अर्थदण्ड की सजा सुनाई है। मामले मे विशेष लोकअभियोजक, लोकायुक्त सागर  रामकुमार
पटेल ने शासन की ओर से पैरवी की तथा लिखित एवं मौखिक तर्क प्रस्तुत किए।
मामला यह है कि दिनांक 20 जनवरी 2016 को आवेदक प्रदीप ठाकुर ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्तसागर के समक्ष उपस्थित हो शिकायत की थी कि इसके दादा सूरत सिह ठाकुर के नाम के.सी.सी.2003 मे सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया शाखा खुरई मे बना था जो 80,000रूपये का था ।जिसे आवेदकबढवाकर ढाई लाख रूपये करवाना चाहता था। जिसके एवज में आरोपी किरण जाधव ने 5000रूपये
रिश्वत की मांग की थी। आवेदक उन्हे रिश्वत नही देना चाहता था बल्कि रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ
पकडवाना चाहता था।
आवेदक की उक्त शिकायत पर पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त सागर के द्वारा शिकायत का
सत्यापन कराया गया, आरोपी की रिश्वत मांग वार्ता रिकार्ड की गई, आरोपी 3000रूपये लेने के लिएसहमत हुआ तथा 1000रूपये दौरान वार्ता आवेदक से प्राप्त किए तथा 2000रूपये एक दो मे दिन तय
हुआ। आरोपी किरण जाधव के द्वारा रिश्वत मांगना प्रमाणित होने पर अपराध पंजीबद्ध किया गयाऔर पुलिस अधीक्षक के कुशल निर्देशन मे ट्रेप कार्यवाही आयोजित की गई। दिनांक 22.01.16 को आरोपी किरण जाधव आवेदक प्रदीप ठाकुर से 2000रू. की रिश्वत राशि लेते हुए सेन्ट्रल बैंक शाखा
खुरई के ऊपर अपने आवास मे रंगे हाथ पकडा गया।
लोकायुक्त पुलिस सागर द्वारा विवेचना उपरांत उक्त मामले का अभियोग पत्र विशेष न्यायालय
भ्रष्टाचार निवारण सागर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। विचारण में आरोपी किरण जाधव को प्रार्थी से।
रिश्वत की मांग करने एवं 2000रू. की रिश्वत लेने का दोषी पाते हुए आज विशेष न्यायालय सागर के द्वारा दण्डित किया गया।
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एमपी में 17 डिप्टी /अपर कलेक्टर के तबादले

एमपी में 17 डिप्टी /अपर कलेक्टर के तबादले
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एमपी के विभिन्न जिलों में पदस्थ 12 इंस्पेक्टर के लोकायुक्त पुलिस भोपाल में हुए ट्रांसफर।

एमपी के विभिन्न जिलों में पदस्थ 12 इंस्पेक्टर के लोकायुक्त पुलिस भोपाल में  हुए ट्रांसफर
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सासंद/विधायक ने किया फसल प्रभावित क्षेत्रों का दौरा, सौ फीसदी मुआवजे की मांग

 सासंद/विधायक ने किया फसल प्रभावित  क्षेत्रों का दौरा, सौ फीसदी मुआवजे की मांग
सागर । एमपी में अतिवर्षा से फसल बर्बाद हो चुकी है । किसानों की हालत खराब है । इसका जायजा लेने  सांसद राजबहादुर सिंह  और विधायक उमाकांत शर्मा  ने  सिरोज विधानसभा के  ग्रामों का दौरा किया। इन क्षेत्रों में  आतिवृष्टि से  सोयाबीन व उड़द की फसलें पूर्णता खराब हो गयी। 
     सांसद ने सोयाबीन की फसल का जायजा लिया जिसमें देखा सोयाबीन के पेड़ में फलियां ही नही है और लगी भी है तो वह अंदर ही सड़ गयी मौके पर मौजूद तहसीलदार व एस डी एम से चर्चा की एवं उनसे सही सटीक सर्वे कराने की बात कही।
         इस दौरान ग्रामवसियो द्वारा सांसद को आवेदन दिया जिसमें उन्होंने कहा की 12 सितंबर  को  आयी बाढ़ के कारण जिन हितग्राहियों के घर गिर गए थे उनको पी एम आवास मंजूर किये जायें वही फसलों का मुआवजा पूरा पूरा मिले।
           इस दौरान सांसद राज बहादुर सिंह ने बताया हमने अभी दिल्ली में प्रधानमंत्री से अतिव्रष्टि से फसलों के खराब होने की समस्या के बारे में चर्चा की तो उन्होंने बताया कि हमने केंद्रीय दल सर्वे के लिए मध्यप्रदेश भेजा है।भाजपा हमेशा किसानों और गरीबो के साथ रही है । लेकिन एमपी में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार और उसके मनत्री किसानों का दुखदर्द बांटने नजी निकले और न ही सर्वे आदि कराया । उन्होंने कहा कि किसानों के लिए हम लड़ाई लड़ते रहेंगे।इस समय किसानों पर एक संकट की  घड़ी आन पड़ी है आज अगर मध्यप्रदेश में शिवराजसिंह चौहान मुख्यमंत्री होते तो शायद अभी तक अतिव्रष्टि से खराब हुई फसलों की क्षति पूर्ति के पैंसा हितग्राहियों के खातों में आ जाता ।
सिरोंज विधायक उमाकांत शर्मा ने कहा कि सरकार अपना कर्तव्य निबाहे।अन्यथा भाजपा कमलनाथ सरकार की ईंट से ईंट बजा देगी ।उन्होंने कहा कि फसल बीमा की राशि और मुआवजा हमारा हक है ।आप घबराये न संकट की घड़ी में हम सब आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए है।
इस दौरान बरिष्ठ नेता व मंडल अध्यक्ष एवं कार्यकतँासहित कई लोग मौजूद थे।
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"सुर श्री" एकल गायन स्पर्धा,विजेता को मिलेंगे 5 लाख , रोटरी क्लब डिस्ट्रिक 3040 के आयोजन का पांचवा वर्ष

"सुर श्री" एकल गायन स्पर्धा,विजेता को मिलेंगे 5 लाख , रोटरी क्लब डिस्ट्रिक 3040 के आयोजन का पांचवा वर्ष
सागर । संगीत से जुड़ी नई युवा पीढ़ी को मंच  देने और प्रतिभाओं को आगे बढाने के उद्देश्य से  रोटरी क्लब द्वारा सुर श्री प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है । जिसकी  सिंगिग स्पर्धा एमपी ,गुजरात और अन्य हिस्सों के 50 जिले में होगी।
           रोटरी क्लब आफ फिनिक्स अध्यक्ष इस आयोजन के प्रोजेक्टकोआर्डीनेटर मुकेश साहू,अध्यक्ष अमित जैन और सचिव  राहुल जैन ने आज मीडिया को बताया कि  दिनांक 5 अक्टूबर सुबह 10:00 से -5:00 के बीच भारत की एकल गायन प्रतियोगिता "सुरश्री" का आयोजन किया जा रहा है। रविन्द्र भवन सागर में सुरश्री का पांचवा सीजन है। सुरश्री सिंगिंग
कॉम्पीटीशन के माध्यम से रोटरी क्लब डिस्ट्रिक 3040 यह पांचवा साल है और इसमें ग्रुप 15 से 21 साल के बीच रखा
गया है ।जो भी बच्चा जो एकल गायनमें प्रतिभाशाली है ।सागर संभाग में हीं से भी हो उसे फ्री ऑफ कास्ट एंट्री दी जा रही है।
किसी भी लेवल पर कोई फीस नहीं ली जारही है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गांव शहर कस्बों से गाने की प्रतिभाओं
को लेकर आना है और एक मंच प्रदान करना है। रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3040 रोटरी क्लब भोपाल के द्वारा यह आयोजन लगातार पिछले सालों से किया जा रहा है जो बच्चे 15 साल से 21 साल की उम्र के हैं वह कोई भी कॉम्पीटीशन में भाग
ले सकता है ।इस आयोजन में सबसे बड़ी बात इस आयोजन में जो होगा फर्स्ट प्राइज जीतेगा उसे पांच लाख  का पुरस्कार दिया जा रहा है। सागर में इसके ऑडीशन की दिनांक 5 अक्टूबर 2019 स्थान रविन्द्र भवन सागर समय 10:00
से 5:00 बजे के मध्य है ।इसमें रोटरी क्लब सागर फीनिक्स सभी स्कूलों कॉलेजों एवं शहर के लोगों से अनुरोध किया है कि आप के आस-पास ऐसी प्रतिभाएं जिनमें माँ सरस्वती विराजमान है ऐसे लोगों को हम सब आगे लाएं और उन्हें एकमौका दें ।
                 उन्होंने बताया किरोटरी क्लब सागर फिनिक्स इस आयोजन को लगातार कर रहा है ।सागर से जो भी ऑडिशन में 3 से 5 बच्चेसेलेक्ट होंगे उन बच्चों को क्लब के द्वारा प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा ।कुछ आकर्षक प्राइस भी रखे गए हैं और इसकेबाद इन बच्चों का क्वार्टर फाइनल 13 अक्टूबर को भोपाल में है। उसके बाद 13 अक्टूबर के बादसेमीफाइनल और फाइनल राउंड होंगे। इस पूरे आयोजन में पारदर्शिता का पूरा ध्यान रखा गया है । इसकी निर्णायक कमेटी में हर स्तर पर संगीत के जानकारों को रखा गया है । आयोजन में कुछ सेलिब्रेटीज भी आएंगे।
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महिला सबइंस्पेक्टर ने थाने मेंएक वृद्ध लाचार महिला को पहनाए कपड़े और चप्पल,मिली दुआएं

महिला सबइंस्पेक्टर ने थाने मेंएक  वृद्ध लाचार महिला को पहनाए  कपड़े और चप्पल,मिली दुआएं

दमोह। दमोह जिले के मगरोंन थाना में पदस्थ महिला उपनिरीक्षक श्रद्धा शुक्ला का एक वृद्ध और असहाय महिला के साथ सेवा भाव का वीडियो/फोटो  सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।जिसके बाद लोग लेडी सिंघम के नाम से मशहूर  थाना प्रभारी श्रद्धा  की खूब वाहवाही कर रहे हैं।
दरअसल  थाना परिसर में थाना प्रभारी श्रद्धा शुक्ला बुजुर्ग महिला को अपने हाथों से नए कपड़े और चप्पल पहनाये।इसका वीडियो भी जमकर वायरल हुआ है । पुलिस अधिकारी की इस जनसेवा से वृद्ध महिला की आंखें छलक आती हैं और महिला थानेदार से लिपट कर बुजुर्ग भावुक होकर आशीर्वाद दे रही है।
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बैंक/ATM की सुरक्षा बढ़ेगी,CCTV कैमरे लगेंगे,सायबर फ्राड पर सजगता: पुलिस और बैंक अफसरों की हुई बैठक

बैंक/ATM की सुरक्षा बढ़ेगी,CCTV कैमरे लगेंगे,सायबर फ्राड पर सजगता:
पुलिस और बैंक अफसरों की हुई बैठक

सागर । बैंक, एटीएम की सुरक्षा , बैंक के बाहर लूटपाट की घटनाओं और लेनदेन में साइबर फ्राड  आदि मुद्दों पर केंद्रित एक बैठक पुलिस कंट्रोल रूम में बैंक एवं पुलिस अधिकारियों की वैठक हुई। जिसमे अनेक निर्णय इस दिशा में लिए गए।इसमेपुलिस अधीक्षक अमित साघी,asp राजेश व्यास, csp आर डी भारद्वाज और सरकारी तथा निजी बैंको केनोडल अधिकारियों मौजूद थे।
बैठक में मुख्यतः बैंको एवं एटीएम की सुरक्षा हेतु सीसीटीव्ही कैमरे लगाने, गार्ड रखने, हेतु पुलिस अधिकारियो द्वारा सभी बैंको के प्रतिनिधियो को बताया गया।  जिस पर सभी ने सहमति दर्ज कराई। जहां
सीसीटीव्ही कैमरे नही है उन्होने लगवाने हेतु स्वीकारोक्ति दी। पुलिस अधिकारियों द्वारा
यह भी बताया गया जहां कैमरे लगे है वो अधिकांशतः बिल्डिंग के अंदर है जबकि सर्वाधिक आवश्यकता बैंक के बाहर एवं पार्किंग क्षेत्र मे रहती है।इस पर सभी ने कमसे कम दो कैमरे बाहर की तरफ  लगाने हेतु सहमति दी। बैंक अधिकारियो द्वारा पुलिस गस्त बढाने एवं
पुलिस द्वारा समय समय पर बैंक एवं एटीएम चैक करने हेतु पुलिस अधीक्षक सागर से
अनुरोध किया गया। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने  तुरंत सहमति प्रदान की और कहा कि  पुलिस लगातार एटीएम एवं बैंक को चैक करते है और बेहतर तरीके से कल से ही यह चैकिंग करवाई जायेगी। साथ ही पुलिस अधीक्षक सागर द्वारा सभी
बैंक अधिकारियों को बताया गया की बैंक मे पुलिस के इमरजेंसी नम्बर एवं संबंधित
थाना प्रभारी के मोबाइल नम्बर का एक बोर्ड ऐसी जगह लगवाये जहां से सभी को दिखाई दे तथा अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति नजर आये तो पुलिस को आवश्यक रूप से सूचित करें एवं ऐसी बातों को कभी नजर अंदाज न करें। साइबर तथा साइबर फ्राड
को रोकने हेतु बैंक द्वारा भी विभिन्न प्रोगाम आयोजित कर जनता को जगारूता करने की बात हुई।इसके लिए ब साइन बोर्ड बनाकर बैंको मे लगाना चाहिये। जिससे जनता मे जगारूकताआयें और  विभिन्न तरीके की छल बाजी से बच सकें। जागरूकता अभियान मे पुलिस अधिकारियों एवं बैकों द्वारा संयुक्त रूप से कार्यक्रम चलाये जाने हेतु सहमति बनी।बैठक में सभी थानों के प्रभारी मौजूद थे।
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पद्मभूषण स्वामी निरंजनानंद जी के मार्गदर्शन में आयोजित योग शिविर का समापन

पद्मभूषण स्वामी निरंजनानंद जी  के मार्गदर्शन में आयोजित योग शिविर का समापन

सागर ।योग निकेतन योग प्रशिक्षण संस्थान के चार दिवसीय योग शिविर और सत्संग कार्यक्रम का आज समापन हुआ । इस मौके पर  पद्मभूषण स्वामी निरंजनानंद जी   ने योग जिज्ञासुओ से चर्चा की और उनका समाधान भी किया ।दुनिया में  योग के क्षेत्र  पहले विवि बिहार स्कूल ऑफ योग के स्वामी निरंजनानंद जी सरस्वती ने सागर में योग की विभिन्न अंगों  के बारे में चर्चा की और उनसे होने वाले सुखद बदलाव के सम्बंध में बताया ।
        स्वामी  निरंजनानंद जी सरस्वती ने सुबह के योगाभ्यास के बाद कहा कि महज कुछ आसनों के अभ्यास से लाभ सम्भव नही है । यह क्षणिक है । जब हम योग विधा को पूरी तरह से निरन्तर अपनाएंगे तभी शारीरिक ,मॉनसिक और आधायात्मिक विकास होगा। यही हमारे समाज की उन्नति के लिए जरूरी है ।हमे अपने अंदर तमो गुणों को हटाकर सतोगुण की तरफ जाना होगा। बिहार यंग विधालय की पद्धति इसी धारणा को आगे बढ़ा रही है।  जहां योग साधना  सिखाई जा रही है ।योग साधक तैयार हो रहे है । सागर में योग की गतिविधियो की 
स्वामी जी ने  सराहना करते हुए कहा कि  यह सागर के लिए सौभाग्य है कि योग निकेतन के जरिये योग की ज्योति जल रही है । यहां मेरे गुरु स्वामी सत्यानद जी सरस्वती आये । आने वाले समय मे यह ज्योति और बढ़ी होगी ।उन्होंने सभी के उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद दिया।
              इस मौके पर संस्थान के संचालक योगाचार्य विष्णु आर्य ने इस सफल आयोजन के लिए सभी के प्रति कृतज्ञता जताते हुए कहा कि यह सागर का गौरव है कि स्वामी जी का आशीर्वाद इस कार्यक्रम के माध्यम से मिला ।उन्होंने पुनः पधारने का अनुरोध किया ।
शिविर में पूर्व विधायक सुनील जैन,डॉ अनिल तिवारी, देवी प्रसाद दुबे,डॉ मीना पिम्पलापुरे,डॉ एन आर भार्गव, डॉ सुधीर त्रिवेदी, धीरेंद्र अग्रवाल, रामनारायण यादव,रमेश ठाकुर,सुरेंद्र सुहाने,कपिल मलैया,अनिल नेनधरा, हरगोविन्द विश्व,महेश नेमा,सुशील तिवारी ,मधुकर शर्मा,पापु सोनी,सुबोध आर्य,मगन सराफ,आरती ताम्रकार,प्रमोद आर्य,ज्योति आर्य,संगीता सोनी,अलका सोनी,सरिता सराफ ,ज्योति भार्गव,सरोज सोनी,पुरषोत्तम सोनी ,प्रतीक आर्य,बद्री प्रसाद सोनी,गगन ठाकुर, प्रो गणेश शंकर,मनोहर सोनी, अनिल वारी सहित अनेक लोग इस आयोजन में शामिल हुए।
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हम दृढ संकल्पित है कि सागर को पालीथीन मुक्त करेंगेंः कुलाधिपति

हम दृढ संकल्पित है कि सागर को पालीथीन मुक्त करेंगेंः कुलाधिपति

सागर।स्वच्छता ही सेवा है अभियान एवं महात्मा गांधी की 150वीं  जयंती पर  स्वामी विवेकानंद विष्वविद्यालय द्वारा 552 छात्र-छात्राएं एवं 172 शैक्षणिक व अषैक्षणिक कर्मचारियों के साथ पालिथीन मुक्त सागर बनाने के उद्देष्य से रैली का आयोजन किया गया । कुलाधिपति डाॅ. अजय तिवारी , प्रबंध निदेषक डाॅ. अनिल तिवारी के नेतृत्व में एवं आयुक्त नगर निगम श्री आर.के. अहिरवार के मुख्य आतिथ्य में कार्यक्रम शुरू किया गया।
         इस अवसर पर सिटी आफिस सिविल लाईन से रैली सिविल लाईन चैराहा तक अपना संदेष देती एवं कपडे़ की थैली वितरित करती पुनः सिटी आफिस आ गई। उत्साहित छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुये डाॅ. अजय तिवारी ने कहा पालिथीन न केवल जन चेतना के लिये नुकसान देह है वरन् पषु पक्षियों के लिये भी हानिकारक है साथ ही हमारी की भूमि की उवर्रक शक्ति भी नष्ट हो रही है पषुआहार बनकर पालिथीन उनकी मृत्यु का कारण बनती है आपने अपने सभी छात्र-छात्राओं से संकल्प के लिये दृढ़ प्रतिज्ञा करवाई उनको ये संदेष दिया कि यदि हमें भावि पीढ़ि को पर्यावरण प्रदूषण से बचाना है तो पालिथीन हटाना है साथ ही स्वच्छता को ही अपना धर्म मानकर सामाजिक जीवन में अपने आस पास स्वच्छता का संदेष दें और समाज के दायित्व पूर्ण नागरिक बने डाॅ. अनिल तिवारी ने कहा कि आज आवष्यकता है कि पालिथीन से समाज को देष को मुक्त कराने की इसके लिये हमारी जागरूकता परम आवष्यक है हम जब घर से बाहर निकलें तो कपडे़ का थैला लेकर निकले जिससे पालिथीन स्वतः समाप्त हो जाए हमारे छोटे छोटे सहयोग सेवा कार्य न केवल अपना अस्तित्व बनायेंगें अपितु हमारे अंदर भी देष के प्रति राष्ट्रीयता का जागरण होगा। इस रैली का संयोजन  आषुतोष शर्मा विभागाध्यक्ष अंग्रेजी के द्वारा किया गया कुलसचिव  केके श्रीवास्तव,  मनीष मिश्र,  मनीष दुबे एवं समस्त विभागाध्यक्ष एवं अधिष्ठातागण के सहयोग से भव्य रैली का आयोजन सम्पूर्ण हुआ। ।
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योग मार्ग द्वारा निश्चित ही पूर्ण स्वास्थ्य प्राप्ति एवं विश्व शान्ति संभव - स्वामी निरंजनानंद

 
योग मार्ग द्वारा निश्चित ही पूर्ण स्वास्थ्य प्राप्ति एवं विश्व शान्ति संभव - स्वामी निरंजनानंद
योग विभाग के विकास के साथ नए पाठयक्रम प्रारम्भ होेगे-कुलपति
सागर । स्वामी निरंजनानंद सरस्वती  ने आज तीसरे दिन डॉ हरीसिंग गौर विवि के योग विभाग द्वारा हीरक जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि  योग एक विज्ञान सम्मत जीवन शैली है एवं तनाव जनित रोगों के कारण योग का अंतराष्ट्रीय स्तर पर बहुत प्रचार प्रसार हुआ है। उन्होने सागर को एक तीर्थ स्थान की संज्ञा दी जहां एक तो डा0हरीसिंह द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय का नाम विश्व में बडे सम्मान से लिया जाता है दूसरे उनके गुरू स्वामी सत्यानन्द जी का सागर में जनकल्याण हेतु बार बार सागर में पधारना है।  आज युवा किसी न किसी मानसिक रोग से ग्रस्त है स्वस्थ एवं सामंजस्यपूर्ण जीवन के लिए योग एक सरलतम विधा है। आज समाज में फैले भयानक रोग- मधुमेह, उच्च एवं निम्न रक्त चाप, अस्थमा एवं सर्वाइकल आदि रोगों पर योग के प्रभाव एवं उनके सरल ,समुचित आहार विहार , व्यायाम पर आधारित उपाय एवं विधियों के बारे में उन्होने विस्तृत चर्चा की।
योग द्वारा पूर्ण स्वास्थ्य एवं विश्व शान्ति संभव
स्वामी जी ने योग के चार आयामों-योगाभ्यास,योगसाधना,योगजीवन शैली, एवं योग स्ंास्कारों की विस्तृत व्याख्या की। उन्होंने योगसाधना के तीन उद्देश्यों- पूर्ण स्वास्थ्य, पूर्ण शांती एवं संयम के महत्व को समझाया तथा उन्होनें सेल्फी से सेल्फ को प्राप्त करने हेतु तीन उपाय बताए- बुद्धि, भावना एवं कमर््ंा में धर्माधारित ज्ञान। योग मार्ग द्वारा निश्चित ही पूर्ण स्वास्थ्य प्राप्ति एवं विश्व शान्ति संभव है। 
विश्वविद्यालय स्तर पर विश्व में योग षिक्षा सर्वप्रथम प्रारम्भ सागर में।
स्वामी जी ने डा0हरिसिंह गौर विष्वविद्यालय का योग विभाग के बारे में कहा कि यह विष्व का एक मात्र विष्वविद्यालय है जहां सभी प्रकार के स्तर की योग षिक्षा सर्वप्रथम प्रारम्भ हुई और समय समय पर कार्यषाला, सेमिनार, कान्फ्रेंस एवं विषेष व्याख्यान आदि विभिन्न प्रकार के आयोजनो से नवयुवकों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आती है। भारत में एवं विश्व में सागर विश्वविद्यालय के योगविभाग का नाम बडे सम्मान से लिया जाता है।योग विभाग इस वर्ष हीरक जयन्ती वर्ष मना रहा है इसके लिए मेै कोटि कोटि शुभकानाएं देता हूं और योग को अधिक प्रभावषाली बनाने के प्रयत्नों की सराहना करता हूं। 
समाज कल्याण हेतु नए पाठयक्रम भी शुरू होगे-कुलपति
कुलपतिप्रो आर पी  तिवारी  द्वारा योगविभाग के विकास की सराहना करते हुए कहा कि इस विभाग में निकट भविष्य में तीन और षिक्षक नियुक्त होंगे और अपना एक अलग भवन होगा। यह विभाग दिनों दिन विकास कर रहा है और विभाग के विद्यार्थियों के अनेक कार्यक्रमों के लिए उनकों बधाई दी और आषा करते हुए कि ये वे विद्यार्थी जीवन में अपना तो भविष्य सुधारेगे इसके साथ साथ समाज में भी योग एवं स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करेगें।योगविभाग में विकास के साथ साथ नए पाठयक्रम भी शुरू होगे जो भविष्य में समाज कल्याण हेतु उपयोगी होंगे।
       इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि  योगाचार्य विष्णु आर्य, जबलपुर के योगाचार्य एन आर भार्गव एवं विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल राकेश मोहन जोशी थे। 
योगविभागाध्यक्ष प्रो. गणेश शंकर गिरि ने सभी का स्वागत किया एवं कार्यक्र्रम की विस्तृत जानकारी  देते हुए बताया कि बिहार स्कूल आफ योग,मुंगेर के संचालक पदमभूषण स्वामी निरंजनानंद सरस्वती पहली बार डा0हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में पधारे हैं। बिहार स्कूल आफ योग, मुंगेर को पिछले माह ही खेल दिवस के अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा अंतराष्ट्रीय योग सम्मान प्रदान किया गया था। 
घटयोग पर लधुनाटिका
     इस अवसर पर विभाग की शोध छात्रा मिस कोमल के निर्दंंेशन में विद्यार्र्थीयों द्वारा योगाभ्यास का प्रदर्शन किया गया जिसको सभी प्रतिभागियों ने तालियों से सराहा। दीपांशु के निर्देशन में घेरण्ड संहिता पर आधारित एक घटयोग पर लधुनाटिका का भी योग के छात्रों द्वारा मंचन किया गया। विश्वविद्यालय के पर्फामिंग आर्ट के विद्यार्थीयों ने बुन्देलखण्ड लोक नृत्य प्रस्तुत कर ढेर सारी तालीयां बटोरी। डाॅं. अरूण साव ने कार्यक्रम का संचालन एवं सभी का धन्यवाद कुलसचिव कर्नल जोशी ने ज्ञापन किया । कार्यक्रम में अधिक संख्या में शहर के बुद्धिजीवी, जनमानस, विश्वविद्यालय के छात्र, छात्राएं, कर्मचारी, षिक्षक, अधिकारी एवं अभिभावकगण  बडी संख्या में उपस्थित थे जिनमें दिनेश, प्रवेश, कोमल, ज्योति, मनीष, राहुल, नरेन्द्र, हेमकरण, राकेश, राजदीप, गगन, यश, महादेवी, सपना, राकेश, आदि बडी संख्यां में उपस्थित थे।
नकारात्मक तत्वों से सकारात्मक तत्वों की ओर जाना ही योग है। इसके लिए प्रयास की आवष्यकता है:स्वामी निरंजनानंद जी
                   स्वामी विवेकानंद विवि मेंआयोजितअध्यात्मिक संगोष्ठी मे  परमहंस स्वामी निरंजनान्द ने कहा कि जीवन के नकारात्मक तत्वों से सकारात्मक तत्वों की ओर जाना ही योग है। इसके लिए प्रयास की आवष्यकता है। चंचल वृत्ति की शांति अनुशासन से होती है और जब उसकी प्रबल इच्छा षक्ति मन को एकाग्र कर लेती है तो वह योग के नियमों पर चलने लगता है। आपने राजयोग के षुक्राचार्य, याज्ञवल्क आदि योग धर्मी साधुकों के उदाहरण द्वारा अपने विषय को स्पष्ट किया आपने बताया मोक्ष षब्द केवल षब्द बन गया है। व्यवहारिकता नहीं है इसलिए योग आत्मा परमात्मा का मिलन है यह एक दार्षनिक चिंतन है।-षारीरिक स्वास्थ्य लाभ, मानसिक षान्ति तथा आत्मिक अनुषासन। आज स्वास्थ्य, मन, वाणी सभी प्रदूषित हो रहे हैं आज स्वस्थ्य जीवन एक चुनौती हो गया है हम अच्छे स्वास्थ्य की कल्पना तो करते हैं लेकिन अपनी आदत को बदलना आवष्यक नहीं समझते अपनी जीवन षैली को यदि हम सुधार लें और अपने को संयमित रखें यह आवष्यक है क्योंकि अनियमित जीवन मनुष्य का षत्रु है व्यवहार और भावना में अंकुष लगाना चाहिए ध्यान और मैं स्वस्थ्य रहूँ और भावना के विकार से दूर रहूँ, जातिवाद, रूढ़िवाद और आर्थिक विषमता मनुष्य का आभूषण न बनें जिस प्रकार षरीर के जिए भोजन के पोषक तत्वों को लेकर अपषिष्ट छोड़ देता है उसी तरह मनुष्य को योग के माध्यम से काम, क्रोध, मोह, लोभ, मद्, मत्सर को त्याग देना चाहिए यद्यपि यह जन्मजात संवेग हैं और यदि इसे संयमित न किया जाये तो मन चंचल होता जाता है और इसे रोकना ही प्रत्याहार है। जीवन को संगठित करके चलना समय नियोजन और अपने दिनचर्या में भावानात्मक षान्ति और मानसिक षान्ति को यदि बनाया जाये तो जीवन नियंत्रित रहेगा।। 
 स्वागत भाषण एवं परिचय ।कुलाधिपति डाॅ. अजय तिवारी/प्रबंध निदेषक डाॅ. अनिल तिवारी ने कहा-मानव जीवन में सुख व षान्ति उपलब्ध हो सके तथा व्यक्ति अपनी समस्त क्षमता, प्रतिभा व षक्तिम को इस ढंग से प्रगट कर सके जिससे कि समाज को उत्थान व प्रगति उपलब्ध हो सके इसके लिये चार पुरूषार्थों-धर्म, अर्थ, काम, वे मोक्ष के साथ-साथ यज्ञमयी भाव को भारतीय संस्कृति का एक आधारभूत तत्व माना गया है। प्रारम्भ में व्यक्ति अपने षारीरिक सुखोपभोग के लिये अपनी सारी शक्ति लगाता है क्योंकि यह उसी को साध्य मानता है। आगे चलकर वह अनुभव करता है कि षरीर साध्य मानता है। आगे चलकर वह अनुभव करता है कि षरीर  साध्य नहीं लक्ष्य प्राप्ति का साधन है। दीप प्रज्जवलन के उपरांत परमहंस जी का स्वागत सम्मान स्वागत कुलाधिपति डाॅ. अजय तिवारी एवं प्रबंध निदेषक डाॅ. अनिल तिवारी जी ने किया। 
        स्वागत भाषण देते हुए डाॅ. अजय तिवारी जी ने कहा-यदि भले संस्कारों का प्राबल्य रहे, तो मनुष्य का चरित्र अच्छा होता है और यदि बुरे संस्करों का प्राबल्य हो, तो बुरा। यदि एक मनुष्य निरन्तर बुरे षब्द सुनता रहे, बुरे विचार सोचता रहे, बुरे कर्म करता रहे, तो उसका मन भी बुरे संस्कारों से पूर्ण हो जायेगा और बिना उसके जाने ही वे संस्कार उसके समस्त विचारों तथा कार्यों पर अपना प्रभाव डालते रहेंगे। वास्वत में ये बुरे संस्कार निरन्तर अपना कार्य करते रहते हैं। 
       कर्नल मुनीष गुप्ता ने कहा-संसार में हम जो सब कार्य-कलाप देखते हैं, मानव-समाज में जो सब गति हो रही है, हमारे चारों ओर जो कुछ हो रहा है, वह सब मन की ही अभिव्यक्ति है- मनुष्य की इच्छा-षक्ति का ही प्रकाष है। कलें, यंत्र, नगर, जहाज, युद्धपोत आदि सभी मनुष्य की इच्छाषक्ति के विकास मात्र हैं। मनुष्य की यह इच्छाषक्ति चरित्र से उत्पन्न होती है और वह चरित्र कर्मों से गठित होता है। 
        योगाचार्य विष्णु आर्य ने बताया-संसार में प्रबल इच्छाषक्ति-सम्पन्न जितने महापुरूष हुए हैं, वे सभी धुरन्धर कर्मी दिग्गज आत्मा थे। उनकी इच्छाषक्ति एसी जबरदस्त थी कि वे संसार को भी उलट-पलट सकते थे। और यह षक्ति उन्हें युग-युगान्तर तक निरन्तर कर्म करते रहने से प्राप्त हुई थी। और कहा आज मैं अपने गुरू के उद्बोधन का मननचिंतन करने के लिए यहाँ उपस्थित हूँ। रूद्राक्ष एवं तुलसी की माला देकर योगाचार्य ने आर्षीवाद दिया। डाॅ. अनिल तिवारी द्वारा आभार ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर  नरेष नाथ घारू, डाॅ. मनीष मिश्र, डाॅ. राजेष दुबे, डाॅ. सचिन तिवारी, आपदा प्रबंधन विभाग के निदेषक श्री मनीष दुबे, डाॅ. प्रतिभा तिवारी डाॅ. सुनीता जैन एवं सभी प्राध्यापक गण अपने छात्र छात्राओं के साथ सभागार में उपस्थित थे। योग विभाग द्वारा छात्राओं ने योग नृत्य प्रस्तुत किया। इस समस्त सभा का आयोजन योग विज्ञान विभाग स्वामी विवेकानंद विष्वविद्यालय के योग अध्यक्ष डाॅ. गगन ठाकुर के निर्देषन में सम्पन्न हुआ।

खुद कीक्षमता,जरूरत,कमजोरी और महत्व का आकलन कर फिर योग को अपनाए तभी लाभ होगा: स्वामी निरंजनानंद जी
         पद्मभूषण स्वामी निरंजनानंद जी सरस्वती जी का मानना है कि व्यक्ति को अपनी सामर्थ्य,कमजोरी,जरूरत और महत्व का आकलन करना चाहिए ।इसके बाद इनके सकारात्मक विकास के लिए योग विधा को अंगीकार करना चाहिए ।
स्वामी निरंजनानंद जी योग निकेतन योग प्रशिक्षण संस्थान के स्वर्ण जयंती समारोह के तीसरे दिन सत्संग कार्यक्रम में चर्चा कर रहे थे ।
इस मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष,जितेंद्र चावला,कांग्रेस के प्रदेश सचिवअमित रामजी दुबे, सेवादल काँग्रेस अध्यक्ष सिंटू कटारे ने उनका स्वागत कर आशीर्वाद लिया।
उन्होंने कहा कि अपने व्यक्तित्व को जाने बगैर योग को अपनाना लाभकारी नही है । इसको जानने के  बाद अपने लिए बेहतर बनाने योग को अपनाए। बिहार योग विधालय योग को अभ्यास के रूप ने नही  साधना के रूप में विकसित किया जा रहा है । योग विधा को वैज्ञानिक तरीको से  पढ़ाया जा रहा है । 
हमे भरोसा है  सागर में योग के नवीन आयामो को सामने लेकर हम  आएंगे। इस पवित्र योग विधा  को बिहार में निशुल्क सिखाया जाता है ।सन्यासी को  समाज के सेवक के रूप में काम करना चाहिए राजा के रूप में नही ।
सत्संग कार्यक्रम में योगाचार्य विष्णु आर्य ने कहा कि योग ही मानव के शारीरिक मानसिक और  आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग है।
इस मौके हरगोविन्द  विश्व ,मनारायण यादव, अनिल वारी,डॉ आशुतोष गोस्वामी, डॉ अनिल जैन,दीपक पौराणिक, सुबोध आर्यअमित गुप्ता ,महेश नेमा ,सुशील तिवारी बद्रीप्रसाद सोनी ,रमेश सिंह  ठाकुर, आदि उपस्थित थे।

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किसानों की परेशानियों पर मजीरे बजवा रहे हैं शिवराजसिंह: भूपेन्द्र गुप्ता


किसानों की परेशानियों पर मजीरे 
बजवा रहे हैं शिवराजसिंह: भूपेन्द्र गुप्ता
भोपाल।प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने मंदसौर में शिवराजसिंह चौहान के धरने में दाल- बाटी प्रोग्राम करने, ढोल-मजीरे बजाये जाने और उसे इवेंट बनाये जाने को लेकर घोर आपत्ति दर्ज करायी है। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे शिवराजसिंह किसानों के ऊपर मुसीबत आने की प्रतीक्षा कर रहे थे, ताकि वे सत्ता के लिए बिल्ली की तरह चूहे के सपने देख सकें। 
गुप्ता ने उनके द्वारा बिजली के बिल जलाये जाने का किसानों से किये आव्हान को घिनौनी राजनीति बताते हुए स्मरण दिलाया है कि जब उनकी खुद की सरकार थी, तब ही किसानों के बिजली के लाखों रूपयों के बिल आते थे तथा शिवराज सिंह इसी तरह के बयान देते थे, किंतु तत्कालीन मुख्यमंत्री होते हुए भी वे बिजली के बिलों को सुधरवा नहीं पाये थे। 
             गुप्ता ने आश्चर्य व्यक्त किया कि शिवराज सिंह ने विदिशा में कथित  लीलाबाई के मकान में बिजली कनेक्शन का सब-मीटर लेकर एक लाख से अधिक का बिजली का बिल नहीं पटाया था? जब यह खबर मीडिया में आयी तब ताबड़तोड़ बिल जमा करवा लिया गया। तब वे किस हैसियत से जनता को बिजली का बिल जलाने के लिए उकसा रहे हैं। उल्टा चोर-कोतवाल को धमका रहे है तथा शासन प्रणाली के वैधानिक ढांचे को तोड़ने की अवैधानिक कोशिश कर रहे हैं। 
गुप्ता ने कहा कि बिल्ली कितने ही मजीरे बजाए, किंतु जिस जनता ने उसे सौ चूहे खाते देखा है, वह जनता अब उसे हज नहीं करने देगी। 

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रिश्वतखोर ASI को 5 साल की सजा,अभियुक्त ASI सोहनलाल राठी, टीकमगढ़ में थे पदस्थ

रिश्वतखोर ASI को 5 साल की सजा,अभियुक्त ASI सोहनलाल राठी, टीकमगढ़ में थे पदस्थ

टीकमगढ़ । टीकमगढ़ विशेष न्यायाधीश  डी.के.मित्तल ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत टीकमगढ़ जिले के लिधौरा थाना के ASI  आरोपी सोहनलाल राठी को 5 साल की सजा सुनाई है ।अभियोजन के मुताबिक विशेष न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम टीकमगढ़ ने अभियुक्त सोहनलाल राठी, ए.एस.आई. थाना लिधोरा जिला टीकमगढ़ को भ्रष्टाचार निवारणअधिनियम की धारा 7 पीसी एक्ट में 04 वर्ष का कारावास और तीन हजार रूपए काअर्थदण्ड और रिश्वत ग्रहण करने के अपराध धारा 13(1) डी 13(2) पीसी एक्ट में5 वर्ष का सश्रम कारावास एवं तीन हजार रूपए के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया है।
            इस मामले में  आर.सी. चतुर्वेदी जिला लोक अभियोजन अधिकारी ने शासन की ओर
से पैरवी की। तथा लिखित एवं मौखिक तर्क प्रस्तुत किए। इस मामले में फरियादी विजय कुमार वाल्मिकी ने  लोकायुक्त कार्यालय सागर के समक्ष शिकायत की थी की 18 अप्रैल 2016को उसका  पड़ोसी राहुल बाल्मीकि से विवाद हो गया था ।राहुल ने फरियादी और उसके पिता के खिलाफ लिधौरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस प्रकरण में   फरियादी विजय कुमार वाल्मिक एवं उसके पिता को जमानत देने के संबंध में  एस.आई. सोहन लाल राठी  5000 रूपया के रिश्वत की मांग रहा था। उसकी शिकायत पर  अधीक्षक विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त ने 2 मई 16 को थाने में ASI सोहन राठी को दो हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा और मामला फर्ज किया।।इसी मामले में आज अदालत ने सजा सुनाई।
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शिक्षको को बीएलओ के दायित्व से मुक्त रखने के सबन्ध में राज्य शिक्षा केन्द्र ने समस्त जिले के कलेक्टरों को जारी किया पत्र।

 शिक्षको को बीएलओ के दायित्व से मुक्त रखने के सबन्ध में संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र ने समस्त जिले के कलेक्टरों को जारी किया पत्र
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कामना का सकारात्मक रूप धर्म और नकारात्मक रूप अधर्म,योग सात्विक बनाता है इसे अपनाए:पद्मभूषण स्वामी निरंजनानंद

 कामना का सकारात्मक रूप धर्म और नकारात्मक रूप अधर्म,योग सात्विक बनाता है इसे अपनाए:पद्मभूषण स्वामी निरंजनानंद 
सागर । पद्मभूषण स्वामी निरंजनानंद जी सरस्वती का कहना है कि  मानव जगत में कामना की प्रधानता है । यही हमारे उद्धार और पतन का कारण है । सकारात्कमक कामना धर्म और नकारातमक कामना अधर्म है ।कामनाओं का शरीर पर व्यापक असर पड़ता है । जो कई बीमारियों तक पहुचता है । हमे सात्विक कामनाओं के लिए योग विज्ञान को अपनाना चाहिए ।उन्होंने योग निकेतन योग प्रशिक्षण संस्थान सागर के स्वर्ण जयंती समारोह के दूसरे दिन  शाम को सत्संग समारोह में कही ।
       इस मौके पर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ,महापौर अभय दरे,स्वामी विवेकानंद विवि के संस्थापक कुलपति डॉ अनिल तिवारी ,पूर्व विधायक सुनील जैन,सुखनदन जैन ने आशीर्वाद लिया। स्वामी जी ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।
उन्होंने बताया कि बिहार यॉग विधालय में योग की विभिन्न अंगों पर केंद्रित शिक्षा दी जाती है ।यही पद्धति जीवन शैली को सुधरती है ।उन्होंने कहा कि पूजा पाठ ,मंदिरों में घण्टी बजाने सेधार्मिक नही बना जाता है । जब तकापजे मन मे बैचारिक और कार्यो में शुद्धता नही आएगी ।तब तक सब बेकार है ।तामसिक से सात्विक बनना ही योग है । सागर में शिविर के माध्यम से सम्पूर्ण योग से अवगत बनाने की कोशश की जा रही है 
          इस मौके पर योगाचार्य विष्णु आर्य ने कहा कि संयमित जीवन शैली ही हमारे समाज को बेहतर बनायगी। इसके लिए सम्पूर्ण योग को अपनाना होगा ।सत्संग कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुति हुई ।
        इस मौके पर डॉ एन  आर  भार्गव,मधु गुप्ता,दुर्गा प्रसाद कोष्टि, सुरेंद्र सुहाने,डॉ सुधीर त्रिवेदी, रामनारायण यादव,आरती ताम्रकार,विजय ताम्रकार,सुशील तिवारी,डॉ अवस्थी,बद्री प्रसाद सोनी ,मनोहर सोनी ,अमित गुप्ता,कपिल मलैया,अनिल नेनधरा सहित अनेक लोग उपस्थित थे ।
कल 24 सितम्बर के कार्यक्रम
कल 24 सितम्बर को सुबह 6 बजे आदर्श गार्डन,11:30 बजे सागर विवि और 2 बजे एसवीएन विवि सागर में और शाम चार बजे आदर्श गार्डन में सत्संग कार्यक्रम होगा।
 कमिश्नर आनंद शर्मा ने की चर्चा
सागर।पद्मभूषण स्वामी निरंजनानंद जी सरस्वती से योग निकेतन में सागर संभाग के कमिश्नर आनंद शर्मा ने आशीर्वाद लिया। इस मौके पर योग पर केंद्रित चर्चा की।उन्होंने योग के क्षेत्र में चल रहे कार्यो से अवगत कराया।
 
गर्ल्स डिग्री कालेज में की युवा और योग विषय पर चर्चा
''युवा और योग'' विषय पर रासेयो तथा व्यक्तित्व विकास प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजितकार्यक्रम मके  स्वामी निरंजनानंद जी सरस्वती ने अपने उद्बोधन में गुरू शिष्य परम्परा पर प्रकाश डालते हुए बताया किया किस प्रकार उनके गुरू ने सेवा परम्परा प्रारम्भ कर 1950 के दशक से योग का प्रचार-प्रसार प्रारम्भ किया। उन्होंने कहा कि आज लोग जो मीडिया के माध्यम से योग के विषय में जानते है, उन्हें केवल आसनों की जानकारी है। 
       वास्तव में योग व्यापक क्रिया है जिसमें ध्यान, व्यायाम आसन सभी का समीश्रण है। उन्होंने छात्राओं को नियमित सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम करने हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि नियमित योग से सकारात्मक ऊर्जा, प्रेरणाशक्ति का विकास तथा शारीरिक क्षमता का उत्तोस्तर विकास होता है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक, रचनात्मक अभिव्यक्ति संस्कृति है जो जीवन के व्यवहार संतुलित करती है।
स्वामी जी का दिया परिचय 
योग गुरू विष्णु आर्य ने स्वामी जी का जीवन परिचय देते हुए योग का महत्व बताया। स्वामी गोरखनाथ जी ने छात्राओं को भ्रमरि प्राणायाम करते हुए उसके महत्व को बताया।
          कालेज के प्राचार्य ए के पटेरिया के मार्गदर्शन में कार्यक्रम हुआ।आयोजन प्रभारी डाॅ. भावना यादव ने संचालन करते हुए कहा कि अच्छे शारीरिक स्वास्थ्य को महत्व देते हुए हमारे ऋषि मुनियों ने जीवनचर्या से जुड़े ऐसे नियम, संयम निर्धारित किए जो स्वास्थ्य की दृष्टि से विशेष लाभकारी थे। साथ ही अच्छे स्वास्थ्य का, न ही व्यक्तित्व जीवन में महत्व होता है बल्कि मजबूत राष्ट्र के लिए स्वस्थ नागरिकों की आवश्यकता होती है। स्वस्थ युवा ही सकारात्मक ऊर्जा के साथ राष्ट्र निर्माण अपनी प्रभावशाली भूमिका का निर्वाह करते हैं।
              वरिष्ठ प्राध्यापक, व्यक्तित्व विकास प्रकोष्ठ प्रभारी डाॅ. इला तिवारी ने कहा कि स्वस्थ्य शरीर में स्वस्थ्य मन रहता है, जिसमें उच्च सकारात्मक विचार आते हैं। इस हेतु योग माध्यम है जिसे युवा छात्राओं को अपनाना चाहिए। खेल अधिकारी डाॅ. मोनिका हर्डिकर ने आभार देते हुए महाविद्यालय में संचालित योग कक्षाओं की जानकारी दी।
         छात्राओं ने स्वामी जी से प्रश्न किए यथा जल्दी-जल्दी नींद आना, भूल जाना, ध्यान न लगना, योग हेतु उच्च समय, सामान्य रूप से किन योगासनों का नियमित करना चाहिए आदि प्रश्न किए।
        इस अवसर पर डाॅ. संजय खरे, डाॅ. प्रतिमा खरे, श्रीमति मंगला सूद, डाॅ. अंशु सोनी, स्वामी योग रक्षित, स्वामी भक्तिमूर्ति, स्वामी सत्यमूर्ति, स्वामी ध्यानेरवर, श्री रामनारायण यादव, अध्यक्ष योग निकेतन संस्थान, श्रीमति सुनीता श्रीवास्तव, श्री अक्षय दुबे तथा बड़ी संख्या में छात्राएँ उपस्थित थी
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