बंसल क्लासेस,सागर +916232102606. +919340574756

कक्षा पांचवी बोर्ड की परीक्षा में गैर हाजिर छात्रा की जगह चौथी क्लास की छात्रा को बैठाया

कक्षा पांचवी बोर्ड की परीक्षा में गैर हाजिर छात्रा की जगह चौथी क्लास की छात्रा को बैठाया
* निरीक्षण दल ने बनाया प्रकरण, दोषी शिक्षको पर कार्यवाही  के लिए भेजा प्रस्ताव
* चौथी की छात्रा बोली मेडम के कहने पर परीक्षा देने आई
सागर। एमपी में  परीक्षाओं में गड़बड़ियों को लेकर एक और तस्वीर सामने आई है । मामला एमपी के सागर जिले में कक्षा 5 वी की बोर्ड परीक्षा का है। बोर्ड परीक्षा के  दौरान एक गैरहाजिर छात्रा की जगह कक्षा चौथी पढ़ने वाली दूसरी छात्रा को परीक्षा देने के लिए बैठाया गया। जब निरीक्षण दल को भनक मिली तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। जिस पर अधिकारियों ने पंचनामा कार्यवाही कर वरिष्ठ अधिकारियों के प्रतिवेदन सौपा है। 
मामला एमपी के सागर जिले के  राहतगढ़ ब्लॉक की चौकी शासकीय प्राथमिक स्कूल का है।  जहाँ पर आज पाचवी क्लास की परीक्षा में दर्ज 29 बच्चों में से 21 परीक्षार्थी पेपर देने पहुचे थे  गैरहाजिर  बच्चों में हिमानी सौर का नाम भी शामिल था । पर उसकी जगह कक्षा चार में पड़ने बाली पायल पेपर देने बैठी थी। जिसकी भनक विभाग के अधिकारियो को लग गई। तुरंत मोके पर जिला स्तरीय टीम और ब्लॉक अधिकारी पहुचे और जाँच में जो बात सामने आई वह चौकाने बाली थी।
रविकान्ता जैन मेडम की करतूत निकली
इस पूरे घटनाक्रम में स्कूल स्टाफ की कारगुजारी ही सामने आई। जिसे हिमानी की जगह नकली परीक्षा दे रही कक्षा चार की छात्रा पायल ने स्वयं बताया है कि उसको शिवानी की जगह पेपर देने के लिये रविकान्ता जैन मेडम ने बैठाया था।
केंद्राध्यक्ष सोमित अहिरवार के अनुसार परीक्षा शुरू होने के 10  मिनिट बाद ही छात्रा को देख लिया गया। निरीक्षण दल ने ।जिस टीचर रविकान्ता जैन ने बैठाया है उसका नाम भी छात्रा ने बताया है । 
वही इस मसले पर ब्लाक एजुकेशन अधिकारी BEO राहतगढ़  मोनीश कार्लो का कहना है कि मोके पर हिमानी की जगह पायल को पेपर देते परीक्षा केंद्र में पाया गया है और जिस तरह पायल ने बताया है कि उसे परीक्षा देने के लिये जैन मेडम ने बोला था इसलिये वह पेपर देने आई थी,आदि हालातो का प्रतिवेदन आगे की कार्येवाहि के लिये  वरिष्ठ अधिकारियो को भेजा जा रहा है। 

Share:

टेक्स बार एसोशियेशन के चुनाव सम्पन्न, अनिल चउदा बने अध्यक्ष

टेक्स बार एसोशियेशन के चुनाव सम्पन्न, अनिल चउदा बने अध्यक्ष

सागर। टेक्स बार एसोशियेशन सागर के वित्तीय
वर्ष 2020-2021 के आम चुनाव रविवार को 
होटल रॉयल पैलेस में संपन्न हुये ।जिसमें सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद पर  अनिल चऊदा एडव्होकेट,उपाध्यक्ष पद पर रामअवतार
यादव एडव्होकेट निर्विरोध चुने गये। चुनावी मुकाबले में बीना उपाध्यक्ष पद पर  यशवंत जैन एडव्होकेट खुरई एवं कोषाधयक्ष पर  राकेश गुप्ता एडव्होकेट चुने गये वही सचिव पद पर
श्री यशवंत जैन एडव्होकेट सागर व सहसचिव पद पर रआहुल खरया एडव्होकेट चुने गये।
टेक्स बार एसोशियेशन के चुनाव निर्वाचन  अधिकारी  हर्षवर्धन दिवाकर एडव्होकेट व सहा. चुनाव अधिकारी श्री मानतुंग दिवाकर एडव्होकेट व जावेद खान के निर्देशन एवं निगरानी में चनाव संपन्न हुये। यह जानकारी वर्तमान सचिव श्री यशवंत जैन के द्वारा दी गई।
Share:

डॉ गौर वि वि में अनियमितताओं के आरोप का जवाब सार्वजनिक मंच से कुलपति :रघु ठाकुर

डॉ गौर वि वि में अनियमितताओं के आरोप का जवाब सार्वजनिक मंच से कुलपति :रघु ठाकुर

#विवि प्रशासन ने आंदोलन में शामिल  चार कर्मचारियों को दिया नोटिस

सागर।डॉ हरिसिंह केंद्रीय गौर विवि सागर में वित्तीय और नियुक्ति सम्बन्धी गड़बड़ियों को लेकर कुलपति प्रो आर पी तिवारी को सार्वजनिक मंच से चर्चा करना चाहिए। ताकि विवि पर लगे दाग साफ हो। यह बात समाजवादी नेता रघु ठाकुर ने आज विवि बचाओ संघर्ष मोर्चा द्वारा आयोजित  पत्रकार वार्ता में कही । उन्होंने कहा कि  कुलपति से सार्वजनिक मंच पर चर्चा करने बातचीत हुई थी। एक पत्र भी सुरेंद्र सुहाने ने भेजा था। हमारी निजी बुराई किसी से नही है ।  उन्होंने कहा कि CAG की 2017 की रिपोर्ट बताती है कि अनियमितताएं हुई है । मोर्चा को  27 आरोप मिले  है जिनकी विधि जानकारों द्वारा स्कूटनी की जा रही है । कमेटी जल्दी ही आरोप पत्र सौपेंगी।
कर्मचारियों को नोटिस देना गलत

विवि में हुई अनियमितताओं को लेकर विवि के कर्मचारियों को विवि प्रशासन ने अनुशाशन हीनता माना है । इसके चलते  विवि प्रशासन ने चार कर्मचारियों  कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संदीप बाल्मीकि,जयंत जैन ,अशोक मिश्रा और गोपाल रजक को चेतावनी भरा  नोटिस भेजा है और तीन दिन में जवाब मांगा है । इस मामले में रघु ठाकुर का कहना है कि विवि में गड़बड़ियों की सूचना  देना अनुशाशन हीनता नही है । बल्कि कर्मचारियों द्वारा इन सूचनाओं की जानकारी नही  देना अनुशासन हीनता है। कर्मचारियों को धमकाना बन्द करे। 
इस मौके पर विवि बचाओ मोर्चा के अध्यक्ष अखिलेश केशरवानी, डॉ बद्री प्रसाद,सुरेंद्र सुहाने,संदीप बाल्मीकि,प्रवक्ता अरविंद भट्ट, प्रदीप गुप्ता, अतुल  मिश्रा ,घरनेंद्र जैन आदि मौजूद थे। 
Share:

झोपड़ी में आग लगने से मासूम भाई बहिन की मौत ,त्योहार पर मातम

झोपड़ी में आग लगने से मासूम भाई बहिन की मौत ,त्योहार पर मातम

@ मनोज वाधवानी

सागर। सागर जिले के खुरई देहात थाने के सिलोधा गांव के पास खेत मे बनी एक मजदूर की झोपड़ी में आग लग गई जिसमें दो मासूम भाई बहिन की दर्दनाक मौत हो गयी। होली के त्योहार पर पूरे क्षेत्र में मातम फेल गया। 
सागर  मार्ग के सिलोधा गांव के पास स्थित एक खेत मे कई मजदूरों के झोपड़े बने हुए थे। झोपड़ों के बाहर इन मजदूरों का खाना बनाया जाता था। शायद इन्ही चूल्हों की चिंगारी से झोपड़ी में आग लग जाने का अंदेशा जताया जा रहा है। घटना के समय झोपड़े के सभी मजबूर दूसरे खेतों में काम कर रहे थे। जब तक यह लोग घटना स्थल पर पहुँचे तब तक झोपड़ी में सो रहे 3 वर्षीय सखीना कोल व 4 वर्षीय धर्मेन्द्र कोल दोनों निवासी मिडरा थाना बड़वारा जिला कटनी की दर्दनाक मौत हो गयी। इन मासूमों की मौत के बाद एक ओर बड़ी घटना होने से टल गई इसी खेत मे बने अन्य झोपड़ियों में एक दर्जन बच्चे सो रहे थे। यदि आग फैल जाती तो एक बड़ी घटना हो सकती थी। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर डॉयल 100 व देहात थाना प्रभारी रोहित मिश्रा अपने बल के साथ पहुँचे। दोनों मासूम बच्चों का सिविल अस्पताल में पीएम किया गया। थाना प्रभारी रोहित मिश्रा के अनुसार जब मजदूर खेत पर गए थे उस समय हादसा हुआ।

Share:

भीषण सड़क हादसा ,बाइक को अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर तीन युवकों की मौत

भीषण सड़क हादसा ,बाइक को अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर तीन युवकों की मौत

सागर। सागर जिले के  जैसीनगर सड़क मार्ग पर  बीती रात्रि में एक सड़क हादसे में  बाइक सवार तीन युवकों की मौत हो गई । तीनो मजदूरी करके गांव वापिस लौट रहे थे । बताया जाता है कि ट्रक से टक्कर हुई है । जैसीनगर पुलिस मामले की जांच कर रही है ।
जैसीनगर थाना प्रभारी महेंद्र सिंह  ने बताया कि  बीती देर रात्रि में बाइक पर तीन युवक  देवरी से अपने  गांव घूघर लौट रहे थे । हिननोद गांव के पास अज्ञात वाहन से बाइक से टक्कर हो गई। जिनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की खबर लगते ही 108 एम्बुलेंस और पुलिस पहुची । जिनको जिला अस्पताल  लाया गया। मोके से वाहन चालक वाहन लेकर भाग निकला। पुलिस ने मामला कायम कर विवेचना में ले लिया है । मामले की जांच कर रही है ।
मृतको में विंनोद पितां नेतराम पटेल उम्र 25, अजय पितां जगदीश पटेल 21 साल और गोविन्द पितां मुन्ना लाल पटेल उम्र 24 साल हैं। जिनका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है । उधर इस  हादसे की खबर लगते ही घूघर  ग्राम में मातम पसरा हुआ है ।
Share:

होली: जाने कब है मुहूर्त, क्या करे उपाय

होली: जाने कब है  मुहूर्त, क्या करे उपाय

इस साल 9 मार्च 2020 को होलिका दहन और 10 मार्च 2020 को रंगों का त्योहार मनाया जाएगा। नौ मार्च को होलिका दहन का शुभ मुहूर्त प्रदोष काल से मध्यरात्रि से कुछ समय पूर्व तक है। प्रदोष काल सूर्यास्त 6:42 बजे से लेकर निशामुख रात्रि 11 बजकर 26 मिनट तक है। होलिका दहन के दिन सुबह 6:08 मिनट से लेकर दोपहर 12:32 बजे तक भद्रा है। भद्रा को विघ्नकारक माना गया है। 
राशियों के अनुसार होलिका में डालें आहुति
*मेष और वृश्चिक राशि के लोग गुड़ की आहुति दें।
*वृष राशि वाले होलिका में चीनी की 
*मिथुन और कन्या राशि के लोग कपूर की 
*कर्क के लोग लोहबान की 
*सिंह राशि के लोग गुड़ की 
*तुला राशि वाले कपूर की 
*धनु और मीन के लोग जौ और चना की 
*मकर व कुंभ वाले तिल कr होलिका दहन में आहुति दें। 

होलिका दहन: पूजा की विधि
होलिका दहन से पहले विधि विधान के साथ होलिका की पूजा करें। इस दौरान होलिका के सामने पूर्व या उतर दिशा की ओर मुख करके पूजा करने का विधान है। पहले होलिका को आचमन से जल लेकर सांकेतिक रूप से स्नान के लिए जल अर्पण करें। इसके पश्चात कच्चे सूत को होलिका के चारों और तीन या सात परिक्रमा करते हुए लपेटना है। सूत के माध्यम से उन्हें वस्त्र अर्पण किये जाते हैं। फिर रोली, अक्षत, फूल, फूल माला, धूप, दीप, नैवेद्य अर्पित करें। पूजन के बाद लोटे में जल लेकर उसमें पुष्प, अक्षत, सुगन्ध मिला कर अघ् र्य दें। इस दौरान नई फसल के कुछ अंश जैसे पके चने और गेंहूं, जौं की बालियां भी होलिका को अर्पण करने का विधान है।

नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव से बचने को होलिका दहन करें
पुराणों और शास्त्रों में चार सिद्ध रात्रि में से होलिका दहन वाली रात को भी सिद्ध रात्रि माना गया है। नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव से बचने के लिए होलिका दहन को सबसे अच्छा माना जाता है। इस दिन किए गए प्रयोग से मनचाहा फल मिलता है। नवग्रह जनित पीड़ा से निवारण के लिए अपनी राशि के अनुसार होलिका दहन में लकड़ी जरूर अर्पित करनी चाहिए। फिर होलिका के सात फेरे लगाना चाहिए ।
★मेष और वृश्चिक राशि के लोग होलिका दहन के समय खैर की लकड़ी
★वृष और तुला राशि वाले होलिका दहन वाले दिन गूलर की लकड़ी
★मिथुन और कन्या राशि के लोगों के लिए अपामार्ग की लकड़ी
★धनु और मीन राशि के लोगों के लिए पीपल की लकड़ी होलिका में डालें
★फिर राशि के अनुसार होलिका में द्रव्यों की आहुति डालें ।
होलिका। ऐसे करें अपनी मुश्किलों को कम

★शरीर की उबटन को होलिका में जलाने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं।
★सफलता प्राप्ति को होलिका दहन स्थल पर नारियल, पान तथा सुपारी भेंट करें।
★गृह क्लेश से निजात पाने और सुख-शांति के लिए होलिका की अग्नि में जौ-आटा चढ़ाएं।
★भय और कर्ज से निजात पाने के लिए नरसिंह स्रोत का पाठ करना लाभदायक होता है।
★होलिका दहन के बाद जलती अग्नि में नारियल दहन करने से नौकरी की बाधाएं दूर होती हैं।
★घर, दुकान और कार्यस्थल की नजर उतार कर उसे होलिका में दहन करने से लाभ होता है।
★होलिका दहन के दूसरे दिन राख लेकर उसे लाल रुमाल में बांधकर पैसों के स्थान पर रखने से बेकार खर्च रुक जाते हैं।
★लगातार बीमारी से परेशान हैं तो होलिका दहन के बाद बची राख मरीज़ के सोने वाले स्थान पर छिड़कने से लाभ मिलता है।
★बुरी नजर से बचाव के लिए गाय के गोबर में जौ, अरसी और कुश मिलाकर छोटा उपला बना कर इसे घर के मुख्य दरवाज़े पर लटका दें।

शादी नहीं हो रही है तो होली पर करें यह उपाय
★जिन जातकों की शादी नहीं हो रही है और विलंब हो रहा है तो होली के दिन शिव मंदिर में पूजा करें। इसके साथ ही शिवलिंग पर पान, सुपारी और हल्दी की गांठ भी अर्पित करें। शादी की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए होलिका दहन के दौरान पांच सुपारी, पांच इलायची, मेवे, हल्दी की गांठ और पीले चावल लें जाए और इसकी पूजा कर इसे घर में देवी के सामने रख दें। ऐसा करने से शादी में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती है और जल्द ही विवाह के योग बन जाते हैं। दांपत्य जीवन में शांति के लिए होली की रात उत्तर दिशा में एक पाट पर सफेद कपड़ा बिछा कर उस पर मूंग, चने की दाल, चावल, गेहूं, मसूर, काले उड़द एवं तिल के ढेर पर नव ग्रह यंत्र स्थापित करें। इसके बाद केसर का तिलक कर घी का दीपक जला कर पूजन करें।
नवविवाहिताओं को होली पर जाना चाहिए मायके
शास्त्रीय परम्परा के अनुसार नवविवाहिता को अपनी पहली होली पर मायके जाना चाहिए। होली के मौके पर सभी नई दुल्हन अपनी पहली होली अपने मायके में ही मनाती हैं। इस परंपरा को सालों से निभाया जा रहा है। होली के मौके पर नवविवाहिता अपने मायके चली जाती है और वहीं पर अपनी पहली होली मनाती है। माना जाता है कि शादी के बाद पहली होली पिहर में खेलने से एक नवविवाहिता का जीवन सुखमय और सौहार्द पूर्ण बीतता है। इसके साथ ही कुछ जगहों पर यह रिवाज इसलिए भी है कि शादी के बाद मायके में होली और पति से दूरी उनके बीच के प्रेम को और भी ज्यादा बढ़ा देता है।
पहली होली नवविवाहिता और सास के लिए अशुभ
पहली होली सास और बहू एक साथ कभी नहीं देखती, क्योंकि सास और नई बहू का एक साथ होली को जलते देखना अशुभ माना जाता है, जिसका असर घर के लोगों पर पड़ता है। यह भी मत है कि यदि कोई सास और नविवाहिता एक साथ होली को जलता हुआ देखती है तो उनमें से किसी एक की मृत्यु भी हो सकती है। इसी कारण से पहली होली पर नवविवाहिता अपने मायके जाकर ही पहली होली खेलती है। पति और पत्नी के बीच इस अहसास को बढ़ाने के लिए मायके में पहली होली मनाने की परम्परा शुरू की गई थी।
वायरस से बचने को होलिका में डालें हवन सामग्री
होलिका दहन में प्रत्येक परिवार से आधा किलो हवन सामग्री के साथ 50 ग्राम कपूर और 10 ग्राम सफेद इलायची मिलाकर होलिका में अवश्य डालें, जिससे प्रदूषित वातावरण शुद्ध होगा, कोरोना जैसे वायरस भी नष्ट हो सकेंगे। इसके बाद प्रतिदिन सुबह गाय के गोबर से बने कंडे को जला कर अपने इष्ट का 21 बार नाम लेकर आहुति देकर हवन अवश्य करें। ऐसा करने से कोरोना जैसे वायरस से बचाओ हो सकेगा।
Share:

Archive