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होम क्वारेंटाइन का नही किया पालन,सील मिटाकर घूम रहा था, कलेक्टर प्रीति मैथिल ने कार्यवाई के दिये आदेश

होम क्वारेंटाइन का नही किया पालन ,सील मिटाकर घूम रहा था, कलेक्टर प्रीति मैथिल ने कार्यवाई  के दिये आदेश
सागर । सागर कलेक्टर प्रीति मैथिल ने होम  
क्वारेंटाइन का उल्लंघन करने वालो पर सख्त कार्यवाई ने निःर्देश दिए है। इस कड़ी में एक मरीज राहुल सेन पर वैधानिक ककार्यवाहि करने के आदेश दिए है।
आदेश के मुताबिक कोरोना वायरस (covID-19) के संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने एवं निदानात्मक उपायों को सुनिश्चित करने के दृष्टिकोण से केन्द्रीय गृह सचिव, भारत सरकार, गृह मामलों के मंत्रालय के द्वारा अपने आदेश क्रमांक 40-3/2020-DM-1(A) दिनांक 24-03-2020 के द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 6(2)(0) के अंतर्गत राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा जारी आदेश क्रमांक1-29/2020-PP (Pt.II) दिनांक 24-03-2020 से दिये गये निर्देशों के अंतर्गत आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 10(2)(1) के अंतर्गत दिशा निर्देश जारी करते हुए दिनांक 25-03-2020 से 21 दिवस की अवधि के लिए उक्त दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन किये जाने हेतु आदेशजारी किया गया है, उक्त दिशा निर्देशों के निर्देश क्रमांक 12 में यह स्पष्टतः प्रावधानित किया गया है कि ऐसे समस्त व्यक्ति जिन्हें स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक निर्धारित समयावधिके लिए होम अथवा संस्थागत क्वारेंटाइन में रहने हेतु निर्देशित किया गया है, यदि वे उसकापालन करने में असफल रहते है तो वे भा0द0सं0 की धारा 188 के अंतर्गत कानूनी कार्यवाहीहेतु दायी होगें ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा
होम क्वारेंटाइन का निर्देश दिये जाने पर संबंधित व्यक्ति/व्यक्तियों के समूह/परिवार को
उसका पालन करना अनिवार्य होगा । ऐसा न करने पर धारा 269 भा0द0सं0 तथा धारा 270
भा0द0स0 के तहत मुकदमा दर्ज किया जावेगा ।
पर्यवेक्षक ने दी रिपोर्ट
श्रीमती मीता मिश्रा पर्यवेक्षक सागर ग्रामीण क्र. 01 के द्वारा लिखित प्रतिवेदन प्रस्तुत कर अवगत कराया है कि  राहुल सेन, पिता स्व. रमाकांत सेन निवासी ग्राम ग्रंभीरिया जिला सागर, जिसे दिनांक 21-03-2020 से 15-04-2020 तक की अवधि के लिए होम क्वारेंटाइन किया गया था, किन्तु वह अपने हाथ में लगी सील मिटाकर बाहर घूम रहा है। समझाइश देने पर भी बात नहीं सुनरहा है  संबंधित व्यक्ति के विरूद्ध सुसंगत नियम एवं प्रावधानों के तहत वैधानिककार्यवाही करें ।
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दानवीर डॉ गौर की नगरी में दान और सेवा का दौर: बेसहारा,बेघरो को मिलेगा फ्री राशन, गेढा जी ट्रस्ट ने दिए11 लाख , मुक्ति धाम में टिम्बर संघ देगा मुफ्त लकड़ियां

दानवीर डॉ गौर की नगरी में दान और सेवा का दौर: बेसहारा,बेघरो को मिलेगा फ्री राशन, गेढा जी ट्रस्ट ने दिए11 लाख , मुक्ति धाम में टिम्बर संघ देगा मुफ्त लकड़ियां
सागर। दानवीर डॉ हरीसिंह गौर की नगरी  में अब  कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु लॉकडाउन अवधि में मदद करने प्रशासन से लेकर सरकारी कर्मचारी ,स्वयंसेवी संगठन और आम आदमी भी
दान से लेकर सामग्री तक मुहैया करा रहा है। 
प्रशासन देगा मुफ्त राशन
कलेक्टर प्रीति मैथिल के अनुसार  जो परिवार अपने निवास स्थान से अन्यत्र रूके हुए हैं अथवा बेघर, बेसहारा, व्यक्तियों को भोजन व्यवस्था हेतु संचालक, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण संचालनालय भोपाल द्वारा सागर जिले को खाद्यान्न का उपलब्ध कराया गया है।   उक्तानुसार कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्रीमती प्रीति नायक ने निर्देशित किया है कि गेहूँ , (प्रति व्यक्ति 4 कि . ग्रा.) चॉवल (प्रति व्यक्ति 1 कि . ग्रा .) के मान से निःशुल्क प्रदाय किया जाए। आवंटित खाद्यान्न द्वार प्रदाय योजना अंतर्गत चयनित उचित मूल्य दुकान को प्रदाय किया जाये ।
जिला प्रबंधक , म . प्र . स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन सागर द्वारा योजनांतर्गत प्रदाय किए जा रहे खाद्यान्न का राशन दुकानवार लेखा संधारित किया जायेगा । गेहूँ एवं चावल की गुणवत्ता की जाँच उपरांत ही खाद्यान्न प्रदाय किया जाये । 

पढ़े: विधुत वितरण कम्पनी ने लॉक डाऊन के चलते लिए कई निर्णय,वही पूर्वी क्षेत्र कम्पनी के कर्मचारियों ने दिया एक करोड़ 80 लाख आपदा से निपटने


गेडा जी ट्रस्ट ने दिए 11 लाख
सागर । श्री देव राधामाधवलालजी गेड़ा जी ट्रस्ट बड़ा बाजार सागर द्वारा कोविड 19 कोरोना वायरस के लिए छ लाख रुपये प्रधानमंत्री केयर्स फण्ड एवं पाँच लाख रुपए रेड क्रॉस सोसायटी सागर को इस प्रकार ग्यारह लाख रुपये की सहायता राशि चेक के द्वारा कलेक्टर सागर को दी गई ट्रस्ट की ओर से संतोष पाण्डेय मनोज डेंगरे दिनेश तिवारी आनंद कठल संजय माहेष्वरी एवं अन्य ट्रस्ट के सभी सदस्यगण मौजूद थे
टिंबर एसोसिएशन मुक्तिधाम में मुफ्त में लकड़ियों उपलब्ध कराएगा
सागर । टिम्बर एसोसिएशन सागर द्वारा दाह संस्कार में उपयोग की जाने वाली लकड़ी निशुल्क उपलब्ध कराने हेतु अपनी स्वीकृति प्रदान की है। साथ ही टिंबर एसोसिएशन ने अपने सदस्यों के नंबर भी जारी कर आह्वान किया है कि आवश्यकता पड़ने पर उक्त नंबरों पर सूचना देकर लकड़ियां प्राप्त की जा सकती है। जिला प्रशासन की अनुमति से टिम्बर एसोसिएशन सागर द्वारा लाक डाउन अवधि के समय सागर नगर के मुक्तिधामों में दाह संस्कार हेतु लकड़ी निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी, अतः ऐसे व्यक्ति जिन्हें दाह संस्कार के लिए लकड़ी की आवश्यकता हो, शहर में क्षेत्र के आधार पर सागर टिम्बर अध्यक्ष  दिनेश भाई पटेल के मोबाईल नंबर 9425193551 एवं  सचिव  विजय भूषणजी  नंबर9617425622, सागर शहर, गोपालगंज, सिविल लाइन, तिली के लिए नरेंद्र अजमानी सह सचिव मोबाइल नम्बर. 8959383111, सदर बाजार के लिए सनी चैकसे.नम्बर  9977777200.. मकरोनिया रजाखेड़ी के लिए अपिंदर चावला नंबर 9425451512 मोतीनगर के लिए सतनाम नैयर नम्बर  8319575356 पर संपर्क कर सकते हैं।
दानदाता खुले मन से कर रहे हैं दान
सागर।  कोरोनावायरस की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए लॉकडाउन किए जाने के पश्चात कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्रीमती प्रीति मैथिल नायक द्वारा जिले की दानदाताओं से अपील की थी कि जो भी दान बने वह संबंधित नोडल अधिकारी के माध्यम से प्रदान कर सकते हैं। राहुल प्रिंटर से मिलने द्वारा जन जागृति हेतु फ्लेक्स अचार प्रसार समिति के नोडल अधिकारी डॉ धीरेंद्र मिश्रा को प्रदान किए ।इसी प्रकार ऑफिसर्स महिला क्लब सागर द्वारा करुणा संक्रमण से बचाव हेतु रेड क्रॉस सोसाइटी को जिला रेडक्रॉस सोसायटी को 20000 रूपये की राशि भेंट की गई । क्लब की अध्यक्ष श्रीमती राजश्री अहिरवार एवं सचिव श्रीमती पूजा शर्मा द्वारा यह राशि जिला रेडक्रॉस सोसायटी को भेंट  की गई। शासकीय हाई स्कूल कनेरा देव की प्राचार्य श्री एमके श्रीवास्तव ने रूपये 1000 की राशि दान की जबकि पेंशनर हरिशंकर हरि साहित्यकार निवासी सूबेदार वार्ड ने 1 माह की पेंशन रूपये 31000 रेडक्रास सोसायटी के खाते में जमा कराए। सागर स्थित श्री देव माधव लाल जी गेड़ा जी ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री संतोष पांडे ने ट्रस्ट की तरफ से रेडक्रास समिति को रूपये पांच लाख का चेक कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक को भेंट किया
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विधुत वितरण कम्पनी ने लॉक डाऊन के चलते लिए कई निर्णय,वही पूर्वी क्षेत्र कम्पनी के कर्मचारियों ने दिया एक करोड़ 80 लाख आपदा से निपटने

विधुत वितरण कम्पनी ने लॉक डाऊन के चलते लिए कई निर्णय,वही पूर्वी क्षेत्र कम्पनी के कर्मचारियों ने दिया एक करोड़ 80 लाख आपदा से निपटने
जबलपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के कारण प्रदेश मे  सभी जिलों में लॉक डाउन किया गया है, जिसके कारण विद्युत वितरण कंपनी की मीटर रीडिंग, बिल वितरण एवं बिल भुगतान सेवाएँ प्रभावित हुई है। इस कारण से उपभोक्ताओं की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए निम्न निर्णय लिये गये है।
1. लॉक डाउन के दौरान जिन निम्न दाब उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग निर्धारित दिनांक तक नहीं हो पायेगी, उनके देयक प्रावधिक आधार पर पूर्व माह की रीडिंग के आधार पर बनाये जायेंगे। अगले माह की रीडिंग प्राप्त होने पर प्रावधिक रूप से भुगतान की गई राशि का स्वतः समायोजन हो जायेगा।
2. लॉक डाउन की स्थिति मे विद्युत देयकों का वितरण नही हो सकेगा अत: उपभोक्ता अपने देयक कंपनी की वेब साइट (portal.mpcz.in) से डाउनलोड कर सकते है। उपभोक्ता जिन्होनें अपने मोबाइल नंबर दर्ज किये हुए है, उन्हे देयक की जानकारी मोबाइल नम्बर पर भी प्रेषित की जायेगी।
3. उपभोक्ता, अपने देयकों का भुगतान, कंपनी की वेबसाइट से या उपाय ( UPAY) मोबाइल एप से online, या mponline के कियोस्क अथवा वेबसाइट से कर सकते है। 
4. उपभोक्ताओं को लॉक डाउन की स्थिति मे भी विद्युत का सतत प्रदाय जारी रखने के समस्त प्रयास किये जा रहे है। विषम परिस्थितियों मे समस्त उपभोक्ताओं से आनलाइन भुगतान करने के साथ ही सहयोग अपेक्षित है।

पढ़े:यूपी के एक गांव का नाम है 'कोरौना', -'लोग मजाक में पूछते हैं तुम जिंदा कैसे हो?'

कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए
*पूर्व क्षेत्र कंपनी के बिजली कर्मियों ने दिए 1 करोड 80 लाख रूपए*
जबलपुर ।कोरोना वायरस संकट के समाधान में सहयोग के लिए म.प्र.पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों द्वारा एक दिन का वेतन दिया गया है । कंपनी के एम.डी. श्री किरण गोपाल ने बताया कि कंपनी क्षेत्र के लगभग 8 हजार 224 नियमित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के एक दिन के वेतन की राशि रू. 01 करोड 80 लाख 98 हजार 995 मुख्यमंत्री राहत कोष में भेजी जा रही हैं । श्री किरण गोपाल ने बिजली उपभोक्ताओं से भी अपील की है कि वे विषम परिस्थितियों में भी कार्य कर रहे लाइन कर्मियों तथा अन्य अधिकारियों को सहयोग प्रदान करते रहें ताकि इस संक्रमणकाल में कंपनी द्वारा बिजली आपूर्ति बरकरार रखी जा सके ।
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यूपी के एक गांव का नाम है ‘कोरौना’, -‘लोग मजाक में पूछते हैं तुम जिंदा कैसे हो?’

यूपी के एक गांव का नाम है 'कोरौना', -'लोग मजाक में पूछते हैं तुम जिंदा कैसे हो?'

साभार: एबीपी न्यूज़

#'कोरौना' गांव के लोग अपने गांव का नाम बदलने की मांग कर रहे हैं.

#कोरौना गांव में अभी कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है.

सीतापुर: लखनऊ से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, एक छोटा-सा गांव इस समय संकट में है. रातों-रात यह गांव और यहां के निवासी बाहरी लोगों के लिए मजाक का विषय बन गए हैं, क्योंकि इस गांव का नाम कोरौना है, जो कि जानलेवा कोरोना वायरस के नाम के जैसा लगता है.
आप अभी भी जीवित कैसे हैं?- गांववालोंं से पूछते हैं लोग
स्थानीय निवासी राजू त्रिपाठी ने कहा, "यहां तक कि हमारे रिश्तेदार भी नाम में इस समानता के कारण गांव के नाम का मजाक उड़ा रहे हैं. वे हमसे कहते हैं कि वे कोरौना नहीं जाएंगे. यदि हम किसी अजनबी को बताते हैं कि हम कहां रहते हैं तो वह हंसकर हमें देखता है. एक अनजान व्यक्ति ने मेरे फोन पर कॉल किया और कहा, 'आप अभी भी जीवित कैसे हैं?' - जब मैंने उसे बताया कि मैं कोरौना से बोल रहा हूं."

कोरौना 84-कोसी परिक्रमा का पहला पड़ाव
संयोग से कोरौना 84-कोसी परिक्रमा का पहला पड़ाव है. हर साल होली के त्योहार के एक पखवाड़े बाद, हजारों लोग इस परिक्रमा में शामिल होते हैं. एक स्थानीय किसान गोकुल ने कहा, "गांव का नाम दशकों से मौजूद है, लेकिन अचानक ही हमें इस तरह नीचा माना जा रहा है."
मिश्रिख तहसील में स्थित इस गांव की आबादी लगभग 9,000 है. इस गांव में एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय और अन्य सुविधाएं भी हैं. वास्तव में, यह राज्य के बेहतर विकसित गांवों में से एक है.
सरकार से गांव का नाम बदलने का अनुरोध
गोकुल ने कहा कि एक बार लॉकडाउन खत्म हो जाने के बाद, ग्रामीण एकत्र होंगे और सरकार से गांव का नाम बदलने का अनुरोध करेंगे. "किसी भी मामले में, कोरौना का कोई लेना-देना नहीं है और कोरोनावायरस की याद लंबे समय तक रहने वाली है. आने वाले वर्षों में उपहास उड़वाने के बजाय नाम बदलने का विकल्प चुनना बेहतर होगा." संयोग से, कोरौना अभी भी कोरोनावायरस से सुरक्षित है

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सेवादल कांग्रेस द्वारा राशन वितरण कार्यक्रम जारी

सेवादल कांग्रेस द्वारा  राशन वितरण कार्यक्रम जारी
सागर । कोरोना त्रासदी के दौरान जिला कांग्रेस सेवादल ने सहयोग कार्यक्रम को जारी रखते हुये जिला शहर कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे और ब्लाक अध्यक्ष नितिन पचौरी के नेतृत्व में शहर के भगतसिंह वार्ड,रविशंकर वार्ड, वल्लभनगर वार्ड  मोहननगर वार्ड में अत्यंत निसहाय और कमजोर वर्ग के परिवारों को राशन की व्यवस्था करायी गयी, राशन ( दाल, आटा) के इतंजाम मे भाई नेवी जैन का विशेष सहयोग रहा ।

पढ़े: पूर्व विधायक हरवंश राठौर ने करीब छह लाख की मदद की कोरोना आपदा में 

सेवादल अध्यक्ष द्वारा दूध और बिस्किट का भी वितरण किया गया ।जिसमें मुकुल शर्मा, राहुल व्यास,आदित्य पटेरिया, नवीन यादव,प्रवीण यादव, अंकुर यादव, शैलेन्द्र नामदेव, रघुराज दाऊ,जितेन्द्र रैकवार,  सहित सेवादल परिवार के लोगो का विशेष सहयोग रहा। उन्होंने कहा कि काँग्रेस और सेवादल ने हमेशा जनता की भलाई के लिए ही कार्य किया है । सेवा का भाव सर्वोपरि सेवादल का रहा है।
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लॉक डाऊन मे सागर में फंसे मजदूरो से कराया जबरन कार्य,खाने को मुहताज,घर पैदल जाने की तैयारी, मौके पर पहुचा प्रशासन

लॉक डाऊन सागर मे फंसे मजदूरो से कराया  जबरन  कार्य,खाने को मुहताज,घर पैदल जाने की तैयारी, मौके पर पहुचा प्रशासन
#झारखंड ,उत्तरप्रदेश और एमपी के 40 मजदूर  फंसे,जरुआखेड़ा में 

सागर। लाकडाउन में भी मजदूरो से जबरन काम कराने और समय पर खाने  पीने की व्यवस्था नही करने जैसे मामले भी सामने आ रहे है। मामला एमपी के  सागर जिले का है। 
यहां सागर -बीना रोड का निर्माण कार्य तोमर बिल्डर्स कम्पनी के द्वारां कराया जा रहा है। जरुआखेड़ा में इसके धसान नदी पर पुल का  निर्माण कार्य चल रहा है।  जहां लॉक डाउन मे झारखंड, बिहार,छतरपुर के लगभग 40मजदूर फंसे हुऐ है। जो अब अपने घर वापिस लोटना चाहते हैं । एक राहगीर ने जब मजदूरो को देखा तो उनके खाने पीने की मौके पर व्यवस्था भी की।
ऐसे मे कम्पनी के द्वारा इन लोगो को कोई मदद नही दी जा रही  हैै। यहां धसान नदी के पुल पर कार्य कर रहें  मजदूरो ने बताया की,कोरोना बीमारी के चलते सोशल डिसटेंस बनाना और लॉक डाउन चल रहा । जिसमें एक दो मीटर की दूरी बनाकर मजदूरो द्वारा काम किया  जा रहा।

पढ़े: आपदा से निपटने पूर्व विधायक राठौर परिवार ने की करीब छह लाख की मदद

जबरन कराया जा रहा है काम
जरुआखेड़ा में पुल का कार्य करा रहे उत्तरप्रदेश के बनारस के भवनाथ त्रिपाठी ने  कम्पनी  के मैनेजर एम ललित पर आरोप लगाते हुऐ बताया की कम्पनी के पी एम ललित द्वारां जबरजस्ती कार्य कराया जा रहा है । हम लोगो ने कार्य करने का मना किया की कोई घटना घट ती है तो कौन होगा जिम्मेदार तो मैनेजर  ने हाथ खडे करते हुआ कहां की ना हम जिम्मेदार है ना कम्पनी।और बताया की घर जाने के लिए भी कम्पनी के द्वारां कोई वाहन नही कराया जा रहा,और वेतन भी नही दिया जा रहा,हमारे पास खाने का समान कुछ दिनोके  लिए ही बचा है और पैसे भी खत्म हो गऐ,अब हम लोग ऐसे हालात मे क्या करेगे।
घर जा रहे है हम काम छोड़कर कम्पनी नही कर रही मदद
वही पुल का निर्माण कर रहे दूसरे केम्प के मजदूर अजय कुमार प्रजापति ने बताया की,हम लोगो से कम्पनी मे समान जमा करने तो कहा गया है और कम्पनी ने सामान लेने गाडी भी है,लेकिन हम लोगो को छतरपुर के लवकुशनगर में घर जाना है।  जहां कम्पनी ने  गाडी का मना कर दिया। यहां खाने को भी कुछ नही बचा,अब हम लोग सामान जमा करने के बाद पैदल ही छतरपुर निकलेगें।

कम्पनी वालो से बात की है :DSP अर्चना रावत
मौके पर  नरयावली थाना पुलिस और परिवीक्षाधीन डीएसपी अर्चना रावत से बात की तो उन्होने बताया की मौके पर मजदूरो से जानकारी ली है और कम्पनी के पी एम ललित से इन लोगो को खाने पीने और घर जाने की ववस्था करने कहां गया है। 
★तीनबत्ती न्यूज़. कॉम  ★ 94244 37885
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