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SAGAR : मनरेगा योजना से गरीब किसान प्रशांत पटेल की बदली किस्मत ★ सरकारी योजना से लगाये थे नींबू, महंगे हुए नीबू तो चमकी किश्मत★ 2 एकड़ खेत में 200 से 300 नींबू के पेड़ों में लबालब लगे हजारों नींबू

SAGAR : मनरेगा योजना से गरीब किसान प्रशांत पटेल की बदली किस्मत 
★ सरकारी योजना से  लगाये थे नींबू, महंगे हुए नीबू तो चमकी किश्मत

★ 2 एकड़ खेत में 200 से 300 नींबू के पेड़ों में लबालब लगे हजारों नींबू

सागर। पूरे देश मे नीबू की महंगे दामो ने गर्मी के मौसम में परेशान कर दिया । लेकिन नीबू की खेती करने वालो की किस्मत चमक गई। ऐसी ही एक तस्वीर एमपी के सागर जिले के देवरी जनपद क्षेत्र की सामने आई। जहाँ कुछ किसानों ने सरकारी योजनाओं का लाभ लिया और मनरेगा योजना से नीबू की खेती की। यह फसल भी बढ़िया और अब दाम भी अच्छे मिल रहे है। 

              ★ किसान : प्रशांत पटेल




जहां पूरे मध्यप्रदेश में इस वर्ष नींबू की भारी मात्रा में कमी बताई जा रही है एवं नींबू की कमी से पूरा मध्यप्रदेश में जूझ रहा तथा नींबू की कमीहोने  से  मध्य प्रदेश भर में नींबू के इतने काफी ज्यादा रेट हो गए हैं की प्रत्येक नींबू 10 से ₹20 तक का बेचा जा रहा वही सागर जिले के देवरी जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत डोभी सिमरिया मैं एक गरीब कृषक ने मनरेगा योजना से जुड़ कर करीब 200 से 300 नींबू के पेड़ लगाकर हजारों की संख्या में नींबू  बेच रहा है । 


जिसके बारे में किसान प्रशांत ने बताया की विगत वर्ष पूर्व मनरेगा योजना अंतर्गत जनपद पंचायत देवरी द्वारामैने  निंबू का वृक्षारोपण का कार्य 2 एकड़ जमीन में किया,जिसमें  ग्राफ्टेड निंबू के पौधे लगाए सही समय पर सिंचाई की और खाद आदि का समुचित ध्यान रखा,जिसका परिणाम यह रहा कि आज मेरे खेत में करीब 200 से 300 नींबू के पेड़ स्वस्थ हैं,जिसमें प्रत्येक में लगभग 70-90 नींबू लगे हुए हैं, पहले में  मजदूरी करके जीवन यापन कर रहा था।


परशांत कहते है कि आज मेरा एक बागान बन कर तैयार हो गया है,एक ग्राफ्टेड नींबू 10 से ₹20 का बिक रहा है।  यह सब कार्य देवरी सीईओ एवं सहायक सचिव के प्रयास से हो पाया जिन के सहयोग से मैं शासन की मनरेगा योजना से जुड़ कर आज लाभ कमा पा रहा हूं।



  ★  देवेंद्र जैन,सीईओ ,देवरी जनपद पंचायत

सीईओ जनपद पंचायत देवरी देवेंद्र जैन बताते है कि कुछ किसानों को मनरेगा के तहत क्राफ्टेड नीबू की खेती कराई थी। अब उनकी फसल अच्छी आ गयी है। वर्तमान में अच्छी कमाई किसान को हो रही है। 


सहायक सचिव डोभी सिमरिया  -चंद्रभान कुर्मी कहते है कि मनरेगा के तहत नीबू की खेती किसानों ने की चार सौ पेड़ उग आए। उनको अच्छा मुनाफा भी मिल रहा है। 


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सागर को लगातार दूसरी दफा मिला इंडिया स्मार्ट सिटी अवार्ड★ इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड कॉन्टेस्ट (आईसेक-2020) राउंड-3 सिटीज में देश में दूसरा स्थान हासिल किया

सागर को लगातार  दूसरी दफा मिला इंडिया स्मार्ट सिटी अवार्ड
★  इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड कॉन्टेस्ट (आईसेक-2020) राउंड-3 सिटीज में देश में दूसरा स्थान हासिल किया

★ इससे पहले आईसेक-2019 अवार्ड भी मिल चुका है सागर को
सागर। 18 अप्रैल 2022। सागर स्मार्ट सिटी ने लगातार दूसरे वर्ष इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड कॉन्टेस्ट (आईसेक-2020) अवार्ड जीतकर एक और उपलब्धि हासिल की है। देशभर की राउंड-3 स्मार्ट सिटीज में सागर को दूसरा स्थान हासिल हुआ है। सोमवार को सूरत, गुजरात में सागर स्मार्ट सिटी के सीईओ श्री राहुल सिंह राजपूत को इस अवार्ड से सम्मानित किया गया। इससे पहले सागर को आईसेक-2019 अवार्ड भी मिला था।
केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय द्वारा सूरत, गुजरात में आयोजित स्मार्ट सिटीज: स्मार्ट अर्बनाइजेशन कॉन्फ्रेंस के पहले दिन सोमवार को यह अवार्ड स्मार्ट सिटी के मिशन डायरेक्टर श्री कुणाल कुमार और सूरत की महापौर द्वारा प्रदान किया गया।

उल्लेखनीय है कि 25 जून 2021 को, स्मार्ट सिटी मिशन एवं अन्य मिशनों- अमृत और पीएमएवाय योजनाओं के साथ लॉन्च के सफल 6 साल पूरे करने पर केन्द्रीय मंत्री- आवास एवं शहरी विकास विभाग श्री हरदीप सिंह पुरी की उपस्थिति में इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड कॉन्टेस्ट 2020, डेटा मैच्योरिटी असेसमेंट फ्रेमवर्क और क्लाइमेट स्मार्ट सिटीज असेसमेंट फ्रेमवर्क के तहत बहुप्रतीक्षित परिणामों की घोषणा की गई थी। 



इसमें सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने भारत सरकार द्वारा आयोजित इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड काॅन्टेस्ट 2020 (आईसेक) में राउंड थ्री की स्मार्ट सिटीज में देश में दूसरे स्थान पर विजेता बनकर लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय मंच पर बाजी मारी। यह अवार्ड सोमवार को गरिमामयी कार्यक्रम के दौरान प्रदान किया गया।



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आंगनबाडी कार्यकर्ताओं 20 अप्रैल से करेंगी सामूहिक भूख हड़ताल★ हडताल पर मृत राजकुमारी अहिरवार की पुत्री के लिए 51 हजार रुपये इकठ्ठा करेगी आंगनबाडी कार्यकर्ता

आंगनबाडी कार्यकर्ताओं 20 अप्रैल से करेंगी सामूहिक भूख हड़ताल

★ हडताल पर मृत राजकुमारी अहिरवार की पुत्री के लिए 51 हजार रुपये इकठ्ठा करेगी आंगनबाडी कार्यकर्ता


सागर। निरंतर 43 दिनों से चल रही आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिकाओं की हडताल पर प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक ध्यान न दिये जाने से आक्रोशित आंगनबाडी कार्यकर्ताओं ने 20 अप्रैल से भूख हडताल करने का निर्णय लिया है। उक्त जानकारी देते हुए संघ की अध्यक्ष श्रीमती लीला शर्मा ने बताया कि सागर में दंो सहित प्रदेश के अन्य जिलों से आई खबरों के अनुसार हडताल करते करते 7 आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की मौत हो चुकी है। लेकिन सरकार को आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिका बहिनों के हितों की कोई परवाह नहीं है। उन्होनें कहा कि शिवाजी वार्ड की आंगनबाडी सहायिका जो हडताल पर मृत हो गई थी


उसके परिवार को 51 हजार रूपया आंगनबाडी कार्यकर्ताओं से एकत्रित कर उसके पुत्री के नाम एफ.डी. बनाने का निर्णय लिया गया जो 10 दिन की अवधि में उसको सौप दी जाएगी। आज हडताल पर मृत आंगनबाडी सहायिका राजकुमारी अहिरवार के पिता व पुत्री के समक्ष सभी ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए मृतक राजकुमारी अहिरवार की पुत्री भूमिका अहिरवार को गोद लेने का निर्णय लिया।


 आंदोलन का समर्थन करने आई कांग्रेस नेत्री श्रीमती माधवी चौधरी ने कहा कि महिलाओं के हितों पर सरकार बनाने वाली भाजपा को महिलाओं की मौत पर भी राजनीति दिख रही है यही कारण है कि 43 दिनों से हडताल पर बैठी आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिकाओं की हो रही मौत पर भी सरकार इनकी मांगों पर शांत बैठी है। शिवसेना राज्य उपप्रमुख पप्पू तिवारी ने बताया कि हडताल पर आए लोक निर्माण विभाग मंत्री पं. गोपाल भार्गव जी ने कहा था कि मंगलवार को केबिनेट की भोपाल में आयोजित बैठक में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की मांगों को हल करने का निर्णय लिया जाएगा। 


लेकिन ज्ञात हुआ है कि मुख्यमंत्री जी ने मंगलवार को होने वाली केबिनेट की मीटिंग को रद्द कर 43 दिनों से हडताल पर बैठी आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका बहिनों के साथ आंख मिचोली की शुरूआत कर दी है। जिसका डटकर मुकाबला किया जाएगा। शिवसेना जिला संगठन प्रमुख हेमराज आलू ने कहा कि जब तक आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की मांगों को हल नहीं किया जाता तब तक मॉ दुर्गा के रूप को धारण करते हुए आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका बहिनें हडताल पर डटी रहेगी। 


हडताल में विजय कुशवाहा, सीमा पटैल, खुशबू केशरवानी, कमलेश तिवारी, नीलमणि यादव, मंजूलता शर्मा, शिल्पी कोरी, दुर्गा लोधी, सबीता गौतम, सरोज राजपूत, अंचला रैकवार, विमला सोनी, रानी लोधी, भूरी ठाकुर, तारा ठाकुर, मीना पाण्डेय, निधि, खुशबू, यशोदा, सबीना बानो, समीर, सुषमा जैन, रानू खटीक, अकसाना, जुबेदा, संगीता, गीता, शीला, समीना, मंजू रचना, धनबाई, रजनी सहित सैकडों की संख्या में कार्यकर्ता/सहायिका उपस्थित थी।
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SAGAR : प्रेम प्रसंग में दो बच्चों के पिता ने कथित नाबालिग प्रेमिका और उसके भाई को किया अगवा★ पहले मारी लड़की को गोली, फिर स्वयं को गोली मारी , युवक की मौत, लड़की घायल

SAGAR : प्रेम प्रसंग में दो बच्चों के पिता ने  कथित नाबालिग प्रेमिका और उसके भाई को किया अगवा
★ पहले मारी लड़की को गोली, फिर स्वयं को गोली मारी , युवक की मौत, लड़की घायल

सागर। सागर जिले में प्रेम प्रसंग के चलते एक युवक ने नाबालिग लड़की को अगवा कर  लड़की को गोली मारने के बाद खुद को गोली मार ली। इसमें युवक की मौत हो गई। जबकि लड़की घायल हो गई । उसे हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। घटना खिमलासा थाना क्षेत्र की है। 
जानकारी के अनुसार  खिमलासा निवासी और दो बच्चों का पिता रामजी यादव ने  देशी कट्टा की नोक पर 14 साल की नाबालिग लड़की और उसके भाई को उसके घर से अगवा कर अपने खेत ले आया। खेत पर दोनो में झगड़ा हुआ और  लड़की भागने लगी तो उसने लड़की को गोली मार दी।



 गोली लड़की को पीठ पर लगी। उसकी हालत देख रामजी यादव ने खुद की कनपटी पर गोली मार ली। जिसकी मोके पर ही मौत हो गई।  घटना की खबर लगते ही पुलिस और परिजन घटनास्थल पर पहुच गए।  घायल लड़की को इलाज के लिए खुरई हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। बताया जाता है कि आरोपी राम जी यादव कथित प्रेमिका के गांव में किसी शादी के कार्यक्रम में रिशेतेदार के साथ फोटो खिंचवाने को लेकर नाराज था। जिसके चलते रामजी लड़की को अगवा करके ले आया। 
लड़की के भाई और प्रत्यक्षदर्शी देव  के अनुसार रामजी ने पहले दीदी को मारा और फिर खुद की कनपटी पर गोली मार ली। 
लड़की की दादी के अनुसार पहले से  रामजी यादव परेशान  कर रहा था। आज घर के बाहर नातिन थी तो उसे और नाती को खींचकर गाड़ी पर ले गया। पहले भी परेशान किया था। 



इस मामले में ASP विक्रम सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया रामजी ने लड़की को गोली मारी फिर खुद को। लड़की के किसी शादी समारोह में दूसरे के साथ फोटो खिंचवाने पर विवाद था। लड़की की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया है। वही लड़के की मौत पर मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। 



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छत्तीसगढ़: मनरेगा कर्मचारियों की अनिश्चितकालीं हड़ताल, कामकाज हुआ प्रभावित★ दो सूत्री मांगों को लेकर मनरेगा कर्मचारी 4 अप्रैल से है हड़ताल पर


छत्तीसगढ़: मनरेगा कर्मचारियों की अनिश्चितकालीं हड़ताल, कामकाज हुआ प्रभावित
★ दो सूत्री मांगों को लेकर मनरेगा कर्मचारी 4 अप्रैल से है हड़ताल पर

रायपुर। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत कार्यरत सभी कर्मचारियों के द्वारा 2 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल में चले जाने से पूरे प्रदेश के मनरेगा मजदूरों को रोजगार के लाले पड़ गए हैं। आलम यह है कि आज की तारीख में पूरे प्रदेश में मनरेगा अंतर्गत एक भी मजदूरों को काम नहीं मिला है। जबकि पूरे प्रदेश में मनरेगा के तहत 4299897 परिवार पंजीकृत हैं एवं 10049404 मजदूर पंजीकृत हैं। मनरेगा महासंघ के बैनर तले हो रहे हड़ताल पर जानकारी देते हुए संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि 4 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल लगातार छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में चल रहा है जिसके कारण प्रदेश में यहा स्थिति निर्मित हुई है। 

एक अनुमान के मुताबिक कबीरधाम जिले में ही हड़ताल पर कर्मचारियों के चले जाने  से अब तक मनरेगा मजदूरों को लगभग 25 करोड़ रुपए का मजदुरी मूलक कार्य का नुकसान हुआ है जिससे पूरे राज्य की स्थिति समझी जा सकती है। ज्ञात की पूरे साल भर में महा अप्रैल-मई एवं जून महीने में सबसे ज्यादा मनरेगा मजदूरों को काम में नियोजित किया जाता है क्योंकि इस दौरान ग्रामीण खेती किसानी के काम से दूर होते हुए रोजगार गारण्टी के कार्य में रोजगार प्राप्त करते हैं। कर्मचारियों के हड़ताल से ग्रामीण मजदूरों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत प्रदेशभर के कर्मचारी अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं क्योंकि भूपेश सरकार ने अपने जन घोषणापत्र में अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने का भरोसा दिया था तथा वह अनियमित कर्मचारियों के मंच से सभी कर्मचारियों को सरकार बनते ही एक साल में नियमित करने का वादा किया गया था। 



क्योंकि भूपेश सरकार ने अभी तक अपना वादा नहीं निभाया है इस कारण सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठे हुए हैं । गौरतलब है कि योजना 2005 से प्रारंभ हुई है तब से कर्मचारी संविदा के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं । गत 3 वर्षों से कर्मचारियों की वेतन वृद्धि भी नहीं की गई है जिसके कारण इस महंगाई में कर्मचारियों को जीवन निर्वाह में बहुत दिक्कत आ रही है। कर्मचारी संघ ने आगे बताया कि देश में छत्तीसगढ़ राज्य ही सर्वाधिक रोजगार देने वाला राज्य गत कई वर्षों से बना हुआ है। यह पहला अवसर है कि जब पूरे प्रदेश में मजदूरी मूलक कार्य पूर्णता बंद है एवं प्रदेश में एक भी ग्रामीणों को काम नहीं मिला है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के द्वारा हड़ताली कर्मचारियों के साथ अभी तक किसी भी प्रकार की संवाद स्थापित नहीं की गई है ना ही हड़ताल खत्म करने को लेकर कोई ठोस पहल की गई है इस कारण कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।



नरेगा संघ के द्वारा निकाला जा रहा है दांडी मार्च

महात्मा गांधी नरेगा अधिकारी एवं कर्मचारी संघ के द्वारा दांडी यात्रा निकालकर सरकार को जगाने का प्रयास किया जा रहा है। दंतेवाड़ा जिले के दंतेश्वरी मंदिर से राजधानी रायपुर तक 390 किलोमीटर की दूरी मनरेगा कर्मचारियों द्वारा पैदल चलकर की जा रही है। दांडी यात्रा में कबीरधाम जिले से भी कर्मचारी सम्मिलित हुए हैं तथा वे पैदल चलकर राजधानी पहुंचेंगे। यदि हड़ताल कुछ दिन और आगे जारी रहा तो ग्रामीणों के लिए अत्यंत विकट परिस्थितियां निर्मित होगी क्योंकि शादी विवाह के सीजन में ग्रामीणों को कोई काम नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण उनके जेब में जाने वाला मजदूरी की राशि से वंचित होंगे।



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SAGAR : स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में पूर्व विद्यार्थी मिलन समारोह★ विधायक प्रदीप लारिया, अशोक मनवानी सहित कई पूर्व छात्र मिले जुले★ विधायक शेलेन्द्र जैन ने किया सम्मान

SAGAR : स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में पूर्व  विद्यार्थी मिलन समारोह
★ विधायक प्रदीप लारिया, अशोक मनवानी सहित कई पूर्व छात्र मिले जुले
★ विधायक शेलेन्द्र जैन ने किया सम्मान

सागर।शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय गवर्नमेंट स्कूल के गुरुजनों का सम्मान समारोह एवं पूर्व छात्रों का मिलन समारोह विद्यालय के प्राचार्य आर के वैद्य एवं पूर्व छात्रों ने सामूहिक रूप से आयोजित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में विधायक शैलेंद्र जैन उपस्थित रहे कार्यक्रम में सभी गुरुजनों का पूर्व विद्यार्थियों ने चरण छू कर आशीर्वाद लिया और उनका सम्मान किया, विधायक शैलेंद्र जैन ने भी पहुंचकर सर्वप्रथम मंचासीन सभी गुरुजनों को चरण स्पर्श करके उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। विद्यालय में प्रथम बार इस तरह का अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें गुरुजन इतने उत्साहित और प्रसन्न रहें इसकी कोई सीमा नहीं थी ।उन्होंने सभी को खुले हृदय से आशीर्वाद प्रदान किया।



 कार्यक्रम में कार्यक्रम में वर्ष 1973 से 1980 तक बेच के विद्यार्थी विशेष रुप से उपस्थित थे इनके अतिरिक्त अन्य बैचों के विद्यार्थी भी उपस्थित हो गए थे। पूर्व छात्र जो सभी अपने अपने स्थान पर व्यवस्थित हैं उन्होंने अपनी अलग अलग पहचान अपने क्षेत्र में बनाई है ।जैसे नरयावली विधायक माननीय प्रदीप लारिया, डॉ आर के चौदा, आलोक अग्रवाल, सुदेश तिवारी, दिलीप श्रीवास्तव, अखलेश पाठक, दीपक दुबे, आशुतोष गोस्वामी, उपस्थित रहे पूर्व छात्रों में अनेकों छात्र इंजीनियर डॉक्टर आईईएस जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं दे रहे हैं।




कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि आज हम कुछ भी बन जाए परंतु हम जो कुछ भी हैं हमारे इन भारत भाग्य विधाता गुरुजनों की बदौलत है उनके ही आशीर्वाद से आज मैं विधायक हूं आप इंजीनियर हैं आप डॉक्टर हैं और शिक्षक हैं, हमारे विद्यालय सागर का गौरव है आज यहां आप सभी को एक साथ देख कर बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं आप अलग-अलग विधाओं में अलग-अलग विद्यमान हैं और अपनी प्रतिभा से पूरे देश को महका रहे हैं, विद्यालय के पुराने भवन के निर्माण के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि जब मेरे प्रयासों से कुछ राशि पुराने भवन के जीर्णोद्धार के लिए लाई गई तब हमारे प्राचार्य आर के वैद्य जी ने मुझसे आकर मुलाकात की और एक नया ब्लॉक निर्माण करने की मांग रखी इस पर मैंने पहले पुनर्विचार करने की बात कही फिर समझ में आया कि यह अच्छा सुझाव है और आज जो नया भवन आप देख रहे हैं। यह वेद साहब की कल्पना का मूर्त रूप है उन्होंने हमारा संकल्प पूरा नहीं हुआ है बाकी के परिसर को भी हम बहुत जल्द एक भव्य नवीन भवन में तब्दील करेंगे।
कार्यक्रम में पूर्व शिक्षकों में मुख्य रूप से एच एस नेमा जी, एसआर श्रीवास्तव, एस के श्रीवास्तव, एके सिघई ,एनआर शर्मा ,आरके रजक, बी के भट्ट, वाय एल गोविलकर आदि मौजूद रहे। 

खूब मिले पुराने छात्र, हुई यादे ताजा

सागर के प्रतिष्ठित गवर्नमेंट मल्टीपरपज हायर सेकेंडरी स्कूल जो अब स्कूल ऑफ एक्सीलेंस है, के पूर्व वर्षों के विद्यार्थियों का मिलन समारोह  आज रविवार, 17 अप्रैल को सागर में विद्यालय परिसर में संपन्न हुआ  ।विधायक श्री शैलेंद्र जैन और श्री प्रदीप लारिया की उपस्थिति में वरिष्ठ अध्यापकों का सम्मान भी किया गया। स्व आर सी श्रीवास्तव की स्मृति में उनके परिवार ने उत्कृष्ट अध्यापकों और विद्यार्थियों का सम्मान किया। इसके साथ ही बीते वर्षो की यादों को ताजा करने के लिए विद्यार्थी  परस्पर चर्चा और संवाद करते दिखाई दिए । श्री मनोज श्रीवास्तव ने पिता स्व एसके श्रीवास्तव की स्मृति में मानवता पुरस्कार श्री अंकित तिवारी को प्रदान किया जिन्होंने कोरोना काल में लोगों की बहुत सहायता की।

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अनेक विद्यार्थियों ने स्मृतियों को सहेज रखा है। अनेक विद्यार्थी पुरानी कक्षा देखने गए तो कई लोग खेल का मैदान और पुस्तकालय कक्ष ढूंढते नजर आए। स्कूल परिसर में चहल-पहल थी। अब यह स्कूल सह शिक्षा का केंद्र है। पुराने दौर के विद्यार्थियों में वर्ष 1973 बैच के चंद्रभान चंदवानी ने इस आयोजन के सूत्रधार दिलीप श्रीवास्तव को स्मृति चिह्न दिया।वर्ष 1981 के केपी सक्सेना, गंगा प्रसाद सक्सेना और संजय चतुर्वेदी ने पुरानी यादें ताजा की । पीआरओ अशोक मनवानी ने कहा कि वे आज स्कूल यूनिफार्म में बैग लेकर यहां आए हैं।इस स्कूल ने शिक्षा के साथ संस्कार भी दिए हैं। यहां फैकल्टी का अंतर हम भूल जाते थे। कला संकाय के विद्यार्थी विज्ञान प्रदर्शनी में हिस्सा लेते थे। वाणिज्य के विद्यार्थी विज्ञान की प्रयोगशाला में दिखाई देते थे और विज्ञान के विद्यार्थी खेल के मैदान में पदक जीतकर लाते थे।

 खेल शिक्षक श्री दुबे विज्ञान शिक्षक श्री केसी सिंघई  एनसीसी के पारंगत प्रशिक्षक श्री जीआर श्रीवास्तव, श्री कनौजिया श्री एसके श्रीवास्तव ,श्री आर सी रजक सहित अनेक वरिष्ठ शिक्षक कार्यक्रम में उपस्थित थे। अनेक विद्यार्थियों ने गीत भी सुनाए । आंचलिक लोक नृत्य बधाई,कालबेलिया और बुंदेली संस्कृति का परिचय देने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। दोपहर के भोजन में बुंदेली व्यंजन परोसे गए ।शिक्षकों और विद्यार्थियों को  स्मृति चिन्ह  भी प्रदान किए गए।

हंसी ठिठोली कुछ ऐसी चली विद्यार्थियों की कि  देर तक हंसते रहे सब

संजय चतुर्वेदी 1981 बेच ने पंचर ठीक कराने के लिए 50 पैसे अशोक मनवानी से 1981 में लिए थे जो उन्होंने इतने बरस की मुलाकात के बाद आज लौटाए और कहा आपकी उधारी ₹2 के रूप में वापस कर रहा हूं ।सुनते ही ठहाके गूंज उठे।

श्री  श्रीवास्तव जी का हुआ सम्मान
वरिष्ठ प्राध्यापक श्री जी आर श्रीवास्तव जी ने जो अनुशासन सिखाया वो विद्यार्थियों के जीवन में आज भी दिखाई देता है ।विधायक श्री शैलेंद्र जैन ने जीआर सर का सम्मान किया।
स्कूल ने दी है अनोखी प्रतिभाएं
सागर के शा उच्चतर मा विद्यालय का पूर्व विद्यार्थी मिलन आज हुआ जिसमें वरिष्ठ गुरुजन का सम्मान किया गया।विद्यालय से शिक्षा प्राप्त करने के बाद जीवन  में अनेक सफलताएं प्राप्त करने वाले लोगों की लंबी सूची है।
 इस स्कूल से पढ़कर निकले विद्यार्थियों में कई  अभियंता हो गए। कुछ प्रथम श्रेणी अधिकारी हैं। कोई मंत्री के ओएसडी तो कोई मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अधिकारी हैं। कुछ पत्रकार भी हैं।
इसके अलावा अनेक प्रतिष्ठित व्यवसायी , वकील और मैनेजमेंट गुरु भी बन चुके हैं। कुछ शिक्षा जगत को प्राचार्य और अध्यापक के रूप में  महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।


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