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साग़र: बिजली बिल के 435 डिफॉल्टर्स उपभोक्ताओं के कनेक्शन कटेंगे ,तैयारी पूरी

साग़र: बिजली बिल के 435 डिफॉल्टर्स उपभोक्ताओं के कनेक्शन  कटेंगे ,तैयारी पूरी


साग़र। नगर संभाग सागर में शनिवार को  बिजली बिलों के डिफॉल्टर्स  के कनेक्शन के काटने जी तयारी पूरी कर ली है। सहायक अभियंता शुभम त्यागी  ने बताया कि महाडिस्कोननेक्शन 3.0 में सिटी 10टीमे 140 सदस्य के साथ पूरे शहर में डिफॉल्टर्स  के कनेक्शन काटने का कार्य करेगी।इसके साथ ही टीम अनाउंसमेंट स्पीकर के माध्यम से बिजली बिल भरने का संदेश भी देगी
सहायक अभियंता शुभम त्यागी ने बताया कि महाडिस्कोननेक्शन 3.0 के लिए जिन डिफॉल्टर्स उपभोक्ताओं के पोल से कनेक्शन काटने है उनके कनेक्शन को शुक्रवार के दिन पोल पर ट्रेस करके मार्क कर लिया गया ह । 13 तारीख को अब डायरेक्ट पोल पर चढ़ के इन उपभोक्ताओं के कनेक्शन को डायरेक्ट काट दिया जाएगा । जिससे समय की बचत होगी और महाडिस्कोननेक्शन अभियान में डे उप भोक्ताओ के डिस्कोननेक्शन की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी और बिना पेमेंट किए मेंटेनेंस टीम के द्वारा भी बिल  राशि बकाया होने पर इनकी कंप्लेंट को भी अटेंड नहीं किया जाएगा। 
कार्यपालन अभियंता सिन्हा ने बताया कि शनिवार को 435 डिफॉल्टर्स ग्राहकों  को टारगेट करने के लिए स्पेशल टीम को गरूरी निर्देश और ट्रैंएड क्र दिया गया ह,सभी 10 टीमे पुलिस के लगातार कांटेक्ट में रहेगी ,किसी भी उपभोक्ता द्वारा लाइन काटने में व्यवधान पैदा कर्म या विवाद की स्तिथि खडी करने पर शासकीय कार्य में बाधा का केस दर्ज किया जायेगा। 
रात में कटे हुए कनेक्शन होंगे वेरीफाई-
सहायक अभियंता शुभम त्यागी ने बताया कि रात म दिन में काटे हुए सभी कनेक्शन को रात म वेरीफाई किया जाएगा और कनेक्शन बिना पेमेंट के जुड़ा पायेजाने पर धारा 138 के तहत कार्यवाही की जाएँगी। त्यागी ने बताया कि इससे पहले सिन्हा एंड टीम द्वारा 3 मार्च और 8 मार्च को भी उपभोक्ताओ के कनेक्शन काटे गए थे । कल उन कनेक्शन को  भी वेरीफाई किया जाएगा कि कनेक्शन बिना पेमेंट के उपभोक्ता ने किस प्राइवेट इलेक्ट्रीशियन से जुड़वाया  और उसके खिलाफ भी बिना परमिट के विद्युत् पोल पर चढ़ने का केस दर्ज किया जाएगा।
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मन्त्री क्रिकेट कप: सुरखी क्रिकेट प्रतियोगिता विश्व बुक रिकाॅर्ड में दर्ज ,कार्तिकेय चौहान ने विजेताओं को बांटे पुरस्कार


मन्त्री क्रिकेट कप: सुरखी क्रिकेट प्रतियोगिता विश्व बुक रिकाॅर्ड में दर्ज ,कार्तिकेय चौहान ने विजेताओं को बांटे पुरस्कार



सागर। सुरखी क्रिकेट महाकुंभ 2021 मंत्री ट्राफी प्रतियोगिता ने विश्व रिकाॅर्ड बना लिया है। सुरखी स्टेडियम में शुक्रवार को खेले गये फाइनल मैच में दलवाना वर्ल्ड बुक आॅफ रिकाॅर्ड, लंदन, यू.के. से आये टीम ने वल्र्ड रिकाॅर्ड का सर्टिफिकेट राजस्व व परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की मौजूदगी में वल्र्ड आॅफ रिकार्ड के सेके्रटरी संजय पंजवानी, वाइस प्रेसीडेंट राजेश शुक्ला एवं एडजूडीकेटर आशीष मिश्रा ने आयोजक आकाश राजपूत को सौंपा। फाइनल में विजेता रही बरोदा की टीम को ट्राफी के साथ 1 लाख की राशि का चैक सौंपा गया। उपविजेता झिला को भी 51 हजार की राशि भेंट की गई। 
मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह  चौहान के बेटे कार्तिकेय चौहान ने कहा कि ऐसा अद्भुत टूर्नामेंट जो किसी का सपना हो सकता है, आज साकार होते देखा है। क्रिकेट हमारे यहां को धर्म और क्रिकेट को भगवान समझा जाता है, शहरों में तो बड़े टूर्नामेंट होते रहते हैं।
 लेकिन आकाश राजपूत ने ग्रामीण प्रतिभाओं के लिए बड़ा मंच देकर उन्हें निखारने का अद्भुत काम किया है। युवा वो होता है, जो समय की धारा बदलने का काम करता है, आपदा को अवसर में बदल दे, वह युवा होता है, जिसके माथे पर बर्फ, मुंह में शकर, पैरों में रफतार और सीने में अंगार हो वह होता है। युवाओं में जोश, देश के निर्माण और समृद्धि के लिए होना चाहिए। 
राजस्व व परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि इस कार्यक्रम में कार्तिकेय के आने से सोने पे, सुहागा जैंसा काम हुआ है, उन्होंने कहा कि अभी-अभी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान  से बात हुई है, सीएम ने कहा है कि घोषणा कर दो सुरखी के प्रत्येक पंचायत में स्टेडियम, खेल मैदान बनाए जाएंगें।  साथ ही घर-घर में दरवाजे पर नल की टोंटी से पानी मिलेगा। आकाश सिंह राजपूत ने कहा सुरखी का स्नेह है, बड़ा लक्ष्य सफलता पूर्वक प्राप्त किया है। इसके लिए मैं सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त करता हूं। 
फाइनल मैच के महा मुकाबले में बरोदा व झिला के बीच मैच खेला गया। झिला की टीम ने टाॅस जीतकर बल्लेबाजी करने बरोदा को आमंत्रित किया, बरोदा की टीम ने निर्धारित 12 ओवर में 94 रन बनाये, लक्ष्य का पीछा करने उतरी राहतगढ़ झिला की टीम 12 ओवर में 87 रन ही बना सकी। रोमांचक मुकाबले में बरोदा ने यह मैच 7 रन से जीतकर महाकुंभ का खिताब अपने नाम कर लिया।

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मिशन नगरोदय: विकास कार्यो में जनता अपनी सहभागिता निभाये और उनपर निगरानी भी रखे : सांसद राजबहादुरसिंह

मिशन नगरोदय: विकास कार्यो में जनता अपनी सहभागिता निभाये और उनपर निगरानी भी रखे : सांसद राजबहादुरसिंह

★ आगामी तीन वर्षो में सागर नगर की दशा और दिशा में परिवर्तन करना लक्ष्यःः विधायक -  शैलेन्द्र जैन


सागर ।  मध्यप्रदेश शासन के मुख्यमंत्री  शिवराजसिंह चौहान द्वारा प्रदेश में आज से मिशन नगरोदय अभियान की शुभारंभ करते हुये प्रदेश की समस्त 407 नगरीय निकायों में अधोसंरचना विकास को गति देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, 15 वॉ वित्त आयोग, हितग्राही मूलक योजनाआें सहित अन्य विकास कार्यो हेतु नगरीय निकायों तथा हितग्राहियों के खाते में सिंगल क्लिक के माध्यम से करोड़ो की राशि सीधे उनके खाते भेजी गई।  मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने हेतु नगर निगम सागर द्वारा रवीन्द्र भवन में कार्यक्रम आयोजित किया गया। 
सागर सांसद  राजबहादुरसिंह ने कहा कि आज से.प्रधानमंत्री द्वारा 15 अगस्त 2022 को आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर 75 सप्ताह पूर्व देश में आजादी का अमृत महोत्सव का आयोजन साबरमती आश्रम से दांडी यात्रा को झंडा दिखाकर रवाना किया गया है, इस कार्यक्रम के अंतर्गत देश के साथ-साथ मध्यप्रदेश के प्रत्येक जिले एवं अमर शहीदों के जन्मस्थली पर कार्यक्रम किये जायेंगे ताकि आने वाली पीढ़ी को इन अमर शहीदों के बारे में जानकारी हो। 
उन्होने कहा कि 5 वर्ष के नगर विकास का मुख्यमंत्री  एवं नगरीय विकास मंत्री  द्वारा सागर नगर के विकास का 5 साल का रोडमेप बनाया गया है जिसमें नगर निगम और सागर स्मार्ट सिटी आदि मिलकर विकास के कार्यो को सम्पन्न करायेंगे लेकिन विकास कार्यो में जनता को भी अपनी सहभागिता निभाते हुये और उनपर निगरानी रखने जिम्मेवारी है ताकि काम पारदर्शिता से हो और उन्हें कोई नुकसान न पहुॅचा पाये।
आजादी के 75 वे वर्ष के अमृत महोत्सव पर मुख्य अतिथि माननीय श्री राजबहादुर सिंह जी संसद सागर द्वारा 75 दीपों का प्रज्वलन किया गया एवं गुब्बारे छोड़कर शहीदों के प्रति सम्मान व्यक्त किया गया।

 विधायक  शैलेन्द्र जैन ने भी आज के दिन को ऐतिहासिक दिन बताते हुये कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर 75 सप्ताह पूर्व शहीदो की याद में कार्यक्रम आयोजन की शुरूआत हम सभी के समक्ष हो रही है, उन्होने कहा कि जनवरी माह में मान.मुख्यमंत्री जी के सागर आगमन के दौरान उनके समक्ष शहर विकास का जो 5 वर्ष का रोडमेप बनाया गया था । जिसमें शहर की आवश्यकताओं को देखते हुये किन-किन कार्यो की आवश्यकता होगी उसके हिसाब से शहर का विकास किया जाना है। सिंगल क्लिक के माध्यम से बी.एल.सी.के हितग्राहियों को जो लगभग 1602 करोड की राशि भेजी गई है उसमें 676 हितग्राही सागर नगर के भी है ।जिन्हें रू. 1 लाख की राशि उनके खातों में पहुॅच जायेगी। संबल योजना के तहत् रू. 2-2 लाख रूपये की राशि उनके खातों में भेजी गई है।

संभाग आयुक्त एवं प्रशासक  मुकेश शुक्ल ने कहा कि आज से ही .प्रधानमंत्री जी द्वारा अमृत महोत्सव के अंतर्गत साबरमती आश्रम से दांडी मार्च की शुरूआत की गई है ताकि आने वाली पीढ़ी देश की आजादी के लिये प्राणों की आहूति देने वाले अमर शहीदो से परिचित हो जिसके तहत् शहर में कई कार्यक्रम हो रहे है। इसी प्रकार आज से प्रदेश में मिशन नगरोदय अभियान की शुरूआत हो रही है उन्होने किसी भी शहर विकास के लिये तीन कार्यो को आवश्यक  बताते हुये कहा कि उस नगर में रहने वाले लोगों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान किये जाये, नागरिकों को मूलभूत सुविधायें जैसे पेयजल, सफाई, प्रकाश, रोड़ आदि की व्यवस्था हो तथा शहर का अधोसंरचनात्मक विकास जैसे पार्क, सड़के आदि हो इसलिये मिशन नगरोदय कार्यक्रम के माध्यम से नागरिकों को यह मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराना उद्देष्य है और जो कार्य पीछे छूट गये है उन्हें पूरा कराना है तथा नागरिकों के जीवन स्तर को ऊॅचा उठाना है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में निगमायुक्त  आर.पी.अहिरवार ने समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुये कहा कि आज से प्रांरभ हो रहे अमृत महोत्सव कार्यक्रम और मिशन नगरोदय कार्यक्रम दोनों के उद्देश्य अलग-अलग है पहिले का उद्देश्य देश की आजादी के लिये अपना सर्वत्र न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों को याद करना और आने वाली पीढ़ी को उनके बारे में बताना ताकि वह ऐसे बलिदानियों को हमेशा याद करें और उनसे देश भक्ति की प्रेरणा ले और दूसरे कार्यक्रम का उद्देश्य ऐसे कार्यो और शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को रेखांकित करना जो नगर के लिये महत्वपूर्ण है और जिन योजनाआें से हितग्राहियों को लाभ दिया जा सकता है। 
 । उन्होंने रवीन्द्र भवन परिसर में महिला स्व सहायता समूह द्वारा आत्मनिर्भर म.प्र.अभियान के तहत् बनाये गये उत्वादों का अवलोकन किया और खरीददारी की।
जिसमें सागर सांसद  राजबहादुरसिंह, नगर विधायक  शैलेन्द्र जैन, संभाग आयुक्त एवं प्रशासक  मुकेश शुक्ल, नगर निगम आयुक्त  आर.पी.अहिरवार, स्मार्ट सिटी सी.ई.ओ.श्री राहुलसिंह की उपस्थिति में जनप्रतिनिधियों,  गणमान्य नागरिक, पत्रकारगण उपस्थित थे।

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अमृत महोत्सव : मंत्री गोपाल भार्गव ने शहीद साबूलाल की समाधि पर पुष्प अर्पित कर किया नमन

अमृत महोत्सव :  मंत्री गोपाल भार्गव ने शहीद साबूलाल की समाधि पर पुष्प अर्पित कर किया नमन

सागर।  आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में , 75 सप्ताह पहले 12 मार्च को आजादी का अमृत महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर सागर जिले के एकमात्र शहीद श्री साबू लाल जैन की समाधि स्थल गढ़ाकोटा में मध्य प्रदेश शासन के लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने समाधि स्थल पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए नमन किया ।इस अवसर पर कलेक्टर श्री दीपक सिंह जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन श्री इच्छित गढ़पाले,  एसडीएम श्री जितेंद्र  पटेल सहित अधिकारी जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
मंत्री श्री भार्गव ने शहीद साबूलाल जैन के भारत छोड़ो आंदोलन में उनके योगदान पर प्रकाष डाला। उन्होंने बताया कि देष को आजाद कराने के लिए 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन चल रहा था। 22 अगस्त 1942 को गढ़ाकोटा नगर में भी भारत छोड़ो आंदोलन की तैयारी चल रही थी तभी नगर के मुख्य बाजार में स्वतंत्रता संग्राम सैनानी एकठ्ठे हो गए और उन्होंने नगर के थाने में तिरंगा फहराने का निर्णय लिया। देखते देखते ही भीड़ एकठ्ठी हो गई। भीड़ को देखते हुए सिपाहियों ने लाठी चार्ज कर दिया। जिसमें कई लोग बुरी तरह घायल हो गए। इसी बीच शहीद साबू लाल जैन ने तिरंगा झण्डा हाथ में लेकर थाने में फहराने के लिए पहुंचे और गोली लगने से शहीद हो गए।
उन्होंने कहा कि १५  अगस्त २०२२ को आजादी के ७५ वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर ७५ सप्ताह पूर्व पूरे देश में इस महोत्सव का शुभारम्भ १२ मार्च २०२१ से किया जा रहा है। 


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रावन फिल्म्स द्वारा नाटक " गगन दमामा बाज्यो " की प्रस्तुति 23 मार्च को, पोस्टर हुआ लांच

रावन फिल्म्स द्वारा नाटक " गगन दमामा बाज्यो " की प्रस्तुति 23 मार्च को, पोस्टर हुआ लांच



साग़र। 23 मार्च २०२१ को शहीद दिवस के उपलक्ष्य में  सागर विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागार में रावन फिल्म्स द्वारा नाटक गगन दमामा बाज्यो प्रस्तुत किया जा रहा है । जिसका मंचन सांस्कृतिक परिषद, डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर  "एक भारत श्रेष्ठ भारत " के अंतर्गत थर्ड आई परफॉर्मर्स एवं स्टूडियो अनश्ते की टीम द्वारा करेगी । नाटक के सभी कलाकार विश्वविद्यालय के वर्तमान एवम भूतपूर्व छात्र हैं। यह नाटक पंडित चंद्रशेखर आज़ाद, भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरु एवम अन्य  स्वतंत्रता संग्राम क्रांतिकारियों पर आधारित होने के साथ साथ भगतसिंह की, आज़ाद भारत की परिकल्पना पर प्रकाश डालता है। इसके नाटक का पोस्टर लांच किया गया।
इस नाटक के लेखक फिल्म एवं रंगमंच अभिनेता पीयूष मिश्रा हैं जो की राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के पूर्व छात्र है एवं निर्देशन हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय से रंगमंच के पूर्व छात्र आदित्य निर्मलकर ने किया है जो कि सागर के ही निवासी है ।

नाटक के प्रस्तुतकर्ता एवं रावन फिल्म्स के संस्थापक  ऋषांक तिवारी ने बताया कि इस नाटक के माध्यम से सागर में व्यवसायिक रंगमंच की शुरुआत के साथ ही  कलाकारों को प्रक्रिया के दौरान राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास किया है । उन्होंने बताया कि सागर कलाओं का सागर है परंतु कलाओं के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु इस तरह के आयोजन अतिआवश्यक है। चूंकि कलाकार की जीविका का साधन सिर्फ उसकी कला है परंतु प्रत्येक कलाकार के लिए मुंबई या अन्य स्थानों पर जाना संभव नहीं है । इसलिए रावन फिल्म्स द्वारा इस दिशा में पहल करते हुए कलाकारों को एक मंच प्रदान किया जा रहा है। पूर्व में भी रावन फिल्म्स द्वारा  सागर में वेब सीरीज एवम शॉर्ट फिल्म्स का निर्माण किया गया । जिसमें स्थानीय कलाकारों को मौका दिया गया जो की जल्द ही विभिन्न फिल्म महोत्सवों एवं ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज होगी ।


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उन्होंने बताया कि इस तरह के आयोजन में आर्थिक पक्ष भी अहम भूमिका निभाता हैै । जिसके लिए हमारे शहर के तमाम प्रायोजकों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।हमारे इन प्रायोजकों के बिना इस कार्यक्रम को इस तरह की ऊंचाई प्रदान करना हमारे लिए मुश्किल कार्य था। उन्होंने बताया की इस नाटक को आगे भी केवल स्थानीय स्तर पर ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न मंचों पर ले जाने की योजना है। उनोहने बताया की बुन्देलखण्ड पर केंद्रित भी  आयोजन भी आने वाले समय प्रस्तुत करेंगे। 
नाटक की प्रस्तुति २३ मार्च २०२१ को शाम ६:३० बजे स्वर्ण जयंती सभागार , विश्वविद्यालय सागर में होगी।इसमें प्रवेश पूर्णतः निशुल्क है परंतु प्रवेश हेतु पास अनिवार्य होगा। 


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महाशिवरात्रि : शिवलिंग और विज्ञान ★ प.अनिल पांडेय

महाशिवरात्रि : शिवलिंग और विज्ञान

★ प.अनिल पांडेय

करीब 5 वर्ष पहले मैं अमेरिका  के दौरे पर गया था । वहां पर गूगल के मुख्यालय के पास ही रूका हुआ था ।  प्रातः कालीन भ्रमण के दौरान मैंने देखा कि कुछ  वाहनों के ऊपर एक शिवलिंग की आकृति बनी हुई है । प्रारंभ में मैंने समझा कि शायद यह किसी हिंदू संस्था के  वाहन होंगे । मैंने वाहनों के बारे में वहां के स्थानीय लोगों से पूछताछ की तो मालूम चला कि गूगल कंपनी के वाहन हैं और इनकी टेस्टिंग ड्राइवर के बगैर चलने वाले वाहन के रूप में की जा रही है ।ऊपर जो शवलिंग दिख रहा है यह उस वाहन का एंटीना है । लोगों ने मुझे यह भी बताया कि इस आकृति से  तरंगे सबसे तेज और सभी दिशाओं में हर तरफ निकलती हैं।
मैंने तब शिवलिंग का वैज्ञानिक महत्व समझा  शिवलिंग वह आकार है  जो अपने सभी तरफ दसों दिशाओं में धनात्मक ऊर्जा को भेजता है । दूसरी कोई आकृति इतनी सफलता से  धनात्मक ऊर्जा को हर तरफ नहीं बिखेर सकती है  । अगर आप केवल शिवलिंग के पास जाएं और भगवान शिव का ध्यान करें तो आप पाएंगे कि आपके अंदर ऊर्जा का स्त्रोत अपने आप समाहित हो जाएगा। हमारे ऋषि-मुनियों ने इस बात को बहुत पहले समझ लिया था और उन्होंने शिवलिंग का पूजन करना प्रारंभ किया। 
शिव शब्द का अर्थ है वह जो नहीं है अर्थात जो कुछ हमें दिखता है जैसे पृथ्वी चंद्रमा आदि इन सब को छोड़ कर के जो खाली स्थान है वह सब शिव है । जब कुछ भी नहीं था तब भी शिव थे आज भी शिव हैं और जब कुछ भी नहीं रहेगा तब भी शिव रहेंगे ।
 भगवान शिव के कई नाम है जिनमें मुख्य है रूद्र पशुपतिनाथ अर्धनारीश्वर नटराज महाकाल लिंगम महादेव देवाधिदेव भोलेनाथ आदि
 भगवान शिव का निवास कैलाश पर्वत है और यह एकमात्र ऐसी जगह है जहां पर आज तक कोई भी पर्वतारोही नहीं जा पाया है । इस पर्वत की आकार भी शिवलिंग जैसी ही है
 भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग विश्व प्रसिद्ध है इसके अलावा ऐसे चार स्थान और हैं जोकि भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है 
 पहला स्थान है कैलाश पर्वत यहां पर भगवान शिव का निवास माना जाता है।
 दूसरा स्थान है कांति सरोवर यह स्थान गढ़वाल में है।  और यहां भगवान शिव ने अपने पहले 7 शिष्यों अर्थात सप्त ऋषि यों को योग प्रदान किया था ।
 तीसरा स्थान है काशी यह उत्तर प्रदेश में है तथा यह शिवजी की अपनी नगरी है ।
 चौथा स्थान है वेलिंगिरी । यह स्थान दक्षिण का कैलाश पर्वत कहलाता है ।भगवान शिव जब वहां पहुंचे थे तो अत्यंत क्रोधित थे । खुद को शांत करने के लिए पहाड़ पर चढ़ गए और वहां बैठ गए । उनकी ऊर्जा अभी भी इन शिखरों पर मौजूद है।
भगवान शिव के पूजन में शिवरात्रि का विशेष महत्व है ।उसमें भी महाशिवरात्रि का। यह आध्यात्मिक रूप से प्रकृति और पुरुष के मिलन की रात है । शिव भक्त इस दिन व्रत रखकर अपने आराध्य का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं । मंदिरों में दिनभर जलाभिषेक होता है ।
महाशिवरात्रि फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है । इस वर्ष यह 11 मार्च को है ।
महाशिवरात्रि के बारे में कहा जाता है कि यह भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग के प्राकट्य का दिन है ।ज्योतिर्लिंग वह शिवलिंग होता है जिसका न तो आदि है और ना ही अंत । ब्रह्मा जी भी इस शिवलिंग के अंत को खोजने में असफल है । भगवान विष्णु भी इसके आधार को खोजने की कोशिश की है परंतु असफल रहे ।महाशिवरात्रि के दिन ही भगवान शिव की मां पार्वती से शादी हुई थी । इसी दिन शिव जी ने वैराग्य जीवन छोड़कर गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया था ।
अगर हम वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो यह समय  शिवलिंग के चारों तरफ अधिकतम ऊर्जा प्रसार का समय है । इस समय पर आकर सूर्य  उत्तरायण हो जाते हैं । 
कहा जाता है कि समुद्र मंथन के समय हलाहल नाम का विष भी निकला था । भगवान शिव ने  उस विष को अपने कंठ में जहां धारण किया था । उनका कंठ जिसके कारण नीला हो गया था । उपचार के लिए भगवान शिव को सलाह दी गई कि वे रात भर जागरण करें । भगवान शिव को जगाने के लिए अलग-अलग नृत्य और संगीत हुए । वह रात्रि महाशिवरात्रि की रात थी ।
शिव पुराण के अनुसार महाशिवरात्रि की पूजा में सिंदूर बेर बेल का पत्ता फल जलती धूप दीपक और पान के पत्ते का विशेष महत्व है । परंतु शिवजी के अभिषेक में तुलसी के पत्ते हल्दी चंपा और केतकी के फूल का प्रयोग वर्जित है ।
शिवलिंग का रुद्राभिषेक पानी दूध और शहद के साथ किया जाता है ।
 शिवलिंग सामान्यतया मिट्टी रेत गाय के गोबर लकड़ी पत्थर पीतल संगमरमर या काले ग्रेनाइट के बनाए जाते हैं । परंतु स्फटिक का बना हुआ शिवलिंग सबसे शुद्ध माना जाता है । इसके अलावा पारद शिवलिंग तथा नर्मदा नदी में पाए जाने वाले नर्मदेश्वर शिवलिंग का भी विशेष महत्व है ।
 शिवलिंग का अभिषेक सुख समृद्धि मानसिक स्वास्थ्य मानसिक शांति दांपत्य सुख दरिद्रता से छुटकारा पाने के लिए कामकाज में सफलता के लिए किया जाता है 
 मैं पहले आपको बता चुका हूं इस वर्ष महाशिवरात्रि 11 मार्च  दिन बृहस्पतिवार को पड़ रही है । जिन कन्याओं के विवाह में बाधा पड़ रही है विवाह  नहीं हो पा रहा है उन्हें शिवरात्रि का व्रत आवश्यक रूप से करना चाहिए । व्रत को करने से हमें भगवान शिव काआशीर्वाद मिलेगा तथा शादी एक अच्छे से वर होगी।
 भगवान शिव का सबसे प्रसिद्ध अमन महामृत्युंजय मंत्र है महामृत्युंजय मंत्र के जाप करने से  मृत्यु भी टल जाती है ।
 इसके अलावा भगवान शिव का पंचाक्षरी मंत्र भी अत्यंत फल देने वाला है।
 आपसे अनुरोध है कि आप महाशिवरात्रि में  व्रत रखें । भगवान शिव का अभिषेक करें ।अगर कोई विशेष आकांक्षा हो तो किसी योग्य ब्राह्मण से संपर्क कर विशेष पूजन करवाएं।
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