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अयोध्या और राममंदिर से रहा है गोरक्षपीठ के तीन पीढ़ियों का नाता▪️गिरीश पांडेय

अयोध्या और राममंदिर से रहा है गोरक्षपीठ के तीन पीढ़ियों का नाता

▪️गिरीश पांडेय

तीनबत्ती न्यूज : 13 जनवरी,2024

अयोध्या और राममंदिर से रहा है गोरक्षपीठ के तीन पीढ़ियों का नाता। यह नाता करीब 100 साल पुराना है। इस दौरान राममंदिर को लेकर होने वाले हर आंदोलन में तबके पीठाधीश्वरों की केंद्रीय भूमिका रही है। गोरखपुर स्थित इस पीठ के मौजूदा पीठाधीश्वर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। उनके दादा गुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ और पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ ने जिस अयोध्या और वहां जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर  का सपना देखा था। जिस सपने के लिए संघर्ष किया था वह  22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ साकार होने को है।

 ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ ने दिया मंदिर आंदोलन को संगठित रूप

यूं तो श्रीराम जन्मभूमि स्थित मंदिर पर फिर से रामलला आंदोलन विराजमान हों इस बाबत छिटपुट संघर्ष की शुरुआत इसको गिराए जाने के बाद से ही शुरू हो गया था। मुगल काल से लेकर ब्रिटिश काल के गुलामी के दौर और आजाद भारत का करीब 500 साल का कालखंड इसका प्रमाण है। इन सारे संघर्षों और इसके लिए खुद को बलिदान देने वालों के दस्तावेजी सबूत भी हैं।
लेकिन आजादी के बाद इसे पहली बार रणनीति रूप से  संगठित स्वरूप और एक व्यापकाधार देने श्रेय गोरखपुर स्थित गोरक्षपीठ के वर्तमान पीठाधीश्वर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दादा गुरु ब्रह्मलीन गोरक्ष। पीठाधीश्वर महंत दिग्विजयनाथ को जाता है। 
1935 में गोरक्ष पीठाधीश्वर बनने के बाद से ही उन्होंने इस बाबत प्रयास शुरू कर दिया था। इस क्रम में उन्होंने अयोध्या के अलग अलग मठों के साधु संतों को एकजुट करने के साथ ही जातीय विभेद से परे हिंदुओ को समान भाव व सम्मान के साथ जोड़ा। 22/23 दिसंबर 1949 को प्रभु श्रीरामलला के विग्रह के प्रकटीकरण के नौ दिन पूर्व ही महंत दिग्विजयनाथ के नेतृत्व में अखंड रामायण के पाठ का आयोजन शुरू हो चुका था। श्रीरामलला के प्राकट्य पर महंत जी खुद वहां मौजूद थे। प्रभु श्रीराम के विग्रह के प्रकटीकरण के बाद मामला अदालत पहुंचा। इसके चलते विवादित स्थल पर ताला भले जड़ दिया गया पर पहली बार वहां पुजारियों को दैनिक पूजा की अनुमति भी मिल गई।
श्रीरामलला के प्रकटीकरण के बाद मंदिर आंदोलन को एक नई दिशा देने वाले महंत दिग्विजयनाथ 1969 में महासमाधि लेने तक श्रीराम जन्मभूमि के उद्धार के लिए अनवरत प्रयास करते रहे। ये आजादी के बाद के दिन थे। कांग्रेस की आंधी चल रही थी। खुद को धर्म निरपेक्ष घोषित करने की होड़ मची थी। तब हिंदू और हिंदुत्व की बात करने का मतलब अराराष्ट्रीय होना था।इस होड़ में कई लोग तो करोड़ों के आराध्य प्रभु श्रीराम के वजूद को ही नकार रहे थे। ऐसी विषम परिस्थितियों में भी पूरी निर्भीकता से दिग्विजय नाथ सदन से लेकर संसद और सड़क तक हिंदू, हिंदुत्व और राम मंदिर की मुखर आवाज बन गए।

 राममंदिर आंदोलन के सर्व स्वीकार्य अगुआ थे ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ

जिस मंदिर आंदोलन को  महंत दिग्विजयनाथ ने एक ठोस बुनियाद और व्यापक आधार दिया उसे उनके ब्रह्मलीन होने के बाद उनके शिष्य एवं उत्तराधिकारी महंत अवेद्यनाथ की अगुआई में नई ऊंचाई मिली। अस्सी के दशक के शुरूआत के साथ श्रीराम जन्मभूमि को लेकर ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ ने जो बीज बोया था वह अंकुरित हो चुका था। इसे  बढ़ाने में सबसे बड़ी बाधा अलग अलग पंथ और संप्रदाय के संत समाज की मत भिन्नता थी। इन सबको संत समाज का वही एक कर सकता था जो सबको स्वीकार्य हो। यह सर्व स्वीकार्यता बनी तबके गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ के पक्ष में। इसी सर्वसम्मति का परिणाम था कि 21 जुलाई 1984 को अयोध्या के वाल्मीकि भवन में जब श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति यज्ञ समिति का गठन हुआ तो महंत अवेद्यनाथ समवेत स्वर से इसके अध्यक्ष चुने गए और उनके नेतृत्व में देश में ऐसे जनांदोलन का उदय हुआ जिसने देश का  सामाजिक-राजनीतिक समीकरण बदल दिया।
 उनकी अगुआई में शुरू श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन 
आजादी के बाद का सबसे बड़ा और प्रभावी आंदोलन था। श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति यज्ञ समिति के गठन के बाद 7 अक्टूबर 1984 को अयोध्या के सरयू तट से धर्मयात्रा निकाली गई जो 14 अक्टूबर 1984 को लखनऊ पहुंची। यहां के बेगम हजरत महल पार्क में ऐतिहासिक सम्मेलन हुआ जिसमें लाखों लोग शामिल हुए। महंत अवेद्यनाथ की अध्यक्षता में हुए इस सम्मेलन से तत्कालीन सरकार हिल गई। तबके मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी से महंत जी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और मांग पत्र सौंपा। 

 धर्मचार्यों के आह्वान पर 22 सितंबर 1989 को दिल्ली के बोट क्लब पर विराट हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया। महंत जी की अध्यक्षता में हुए इस सम्मेलन में जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए 9 नवंबर 1989 को शिलान्यास का ऐलान कर दिया गया। बोट क्लब की इस रैली से पूर्व 20 सितंबर 1989 को भारत सरकार के तत्कालीन गृहमंत्री बूटा सिंह ने महंत जी से बातचीत का आग्रह किया था लेकिन महंत जी ने रैली के बाद ही बातचीत संभव होने की बात कही। 25 सितंबर को मुलाकात हुई तो बूटा सिंह ने शिलान्यास कार्यक्रम स्थगित करने का निवेदन किया लेकिन महंत जी निर्णय पर अडिग रहे। इसके बाद लखनऊ में बूटा सिंह, तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने महंत जी, महंत नृत्यगोपाल दास, अशोक सिंहल, दाऊदयाल खन्ना के साथ बैठक कर आग्रह किया। पर, महंत जी ने दो टूक कहा कि यह राष्ट्रीय सम्मान एवं हिंदू समाज की आस्था का सवाल है और इससे समझौता नहीं किया जा सकता। 

इसके बाद देशभर में शिलान्यास समारोह के लिए श्रीराम शिला पूजन का अभियान प्रारंभ हो गया। महंत अवेद्यनाथ की अगुवाई में देशभर के गांव-गांव से श्रीराम शिला पूजन कर अयोध्या के लिए चल पड़ी। खुद महंत जी दर्जनों कार्यक्रमों में शामिल हुए। शिलान्यास समारोह की तैयारियों से घबराई सरकार ने एक बार फिर महंत जी को 8 नवंबर को गोरखपुर विशेष विमान भेजकर बातचीत के लिए लखनऊ आमंत्रित किया। वार्ता के बाद महंत जी को अयोध्या पहुंचाया गया। उनके अयोध्या पहुंचने पर शिलान्यास का कार्य तेजी से अंजाम की ओर आगे बढ़ा। शुभ मुहूर्त में गर्भगृह के बाहर निर्धारित स्थान पर भूमि पूजन और हवन के बाद महंत जी ने सांकेतिक रूप से नींव खोदकर दलित कामेश्वर प्रसाद चौपाल से पहली शिला रखवाकर एक नए भविष्य की शुरुआत की।

गर्भगृह के बाहर शिलान्यास के बाद मंदिर निर्माण के लिए कारसेवा का दौर प्रारंभ हुआ। महंत अवेद्यनाथ की अगुवाई में हिंदू समाज तन, मन, धन से कारसेवा के लिए समर्पित होने लगा। 30 अक्टूबर 1990 और 2 नवंबर 1990 को कारसेवा के दौरान तत्कालीन सरकार के आदेश पर पुलिस फायरिंग में कई रामभक्त बलिदान ही गए। पर, दमनात्मक कार्रवाई के बावजूद महंत अवेद्यनाथ के नेतृत्व में आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया। नारा दिया गया, "बच्चा-बच्चा राम का"।

शांतिपूर्ण समाधान के लिए हर सरकार को दिया मौका

1984 में श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति यज्ञ समिति के गठन के बाद से आंदोलन के निर्णायक होने तक महंत अवेद्यनाथ ने हर सरकार को शांतिपूर्ण समाधान का मौका दिया। तत्कालीन प्रधानमंत्रियों राजीव गांधी, वीपी सिंह, चंद्रशेखर, पीवी नरसिम्हा राव से समय-समय पर उनकी वार्ता भी हुई। सरकारें कोरे आश्वासन से आगे नहीं बढ़ती थीं और महंत जी जन्मभूमि को मुक्त कराने के संकल्प पर अडिग रहे। 

श्रीराम जन्मभूमि की मुक्ति को हुआ राजनीति में दोबारा प्रवेश

तत्कालीन मानीराम विधानसभा क्षेत्र से लगातार पांच बार, 1962 से लेकर 1977 तक के चुनाव में विधायक चुने गए महंत अवेद्यनाथ 1969 में अपने गुरु महंत दिग्विजयनाथ के ब्रह्मलीन होने के बाद रिक्त हुए गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र के उप चुनाव में सांसद चुने गए। 1980 में मीनाक्षीपुरम में धर्मांतरण की घटना के बाद उन्होंने राजनीति की बजाय खुद को सामाजिक समरसता के अभियान में समर्पित कर दिया। सितंबर 1989 में महंत अवेद्यनाथ के नेतृत्व में दिल्ली में हुए विराट हिंदू सम्मेलन के दौरान जब मंदिर शिलान्यास की तारीख घोषित कर दी गई तो तत्कालीन गृहमंत्री बूटा सिंह ने उन्हें यह कहकर चुनौती दे दी कि अपनी बात रखनी है तो संसद में आइए। इस चुनौती को को स्वीकार कर महंत अवेद्यनाथ ने दोबारा राजनीति में प्रवेश करने का निर्णय लिया। फिर तो वह ताउम्र सड़क से लेकर संसद तक अयोध्या में दिव्य और भव्य मंदिर की आवाज बने रहे। उनका एक मात्र सपना भी यही था, उनके जीते जी ऐसा हो। आज वह भले ब्रह्मलीन हो चुके हैं, पर अपने सुयोग्य शिष्य की देख रेख
में 22जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देख उनकी आत्मा जरूर खुश हो रही होगी।


दादागुरु और गुरुदेव के सपनों और संघर्षों को मूर्त कर रहे योगी आदित्यनाथ
 
बतौर उत्तराधिकारी महंत अवेद्यनाथ के साथ दो दशक से लंबा समय गुजारने वाले उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी इस पूरे परिवेश की छाप पड़ी। बतौर सांसद उन्होंने अपने गुरु के सपने को स्वर्णिम आभा दी। मुख्यमंत्री होने के बावजूद अपनी पद की गरिमा का पूरा खयाल रखते हुए कभी राम और रामनगरी से दूरी नहीं बनाई। गुरु के सपनों को अपना बना लिया। नतीजा सबके सामने है। उनके मुख्यमंत्री रहते हुए ही राम मंदिर के पक्ष में देश की शीर्ष अदालत का फैसला आया। देश और दुनिया के करोड़ों रामभक्तों, संतों, धर्माचार्यों की मंशा के अनुसार योगी की मौजूदगी में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन्मभूमि पर भव्य एवं दिव्य राम मंदिर की नींव रखी। युद्ध स्तर इसका जारी निर्माण अब पूर्णता की ओर है। 

त्रेतायुगीन वैभव से सराबोर की जा रही अयोध्या
बतौर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जितनी बार गए, अयोध्या को कुछ न कुछ सौगात देकर आए। उनकी मंशा अयोध्या को दुनिया का सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल बनाने की है। इसके अनुरूप ही अयोध्या के कायाकल्प का काम जारी है। योगी सरकार की मंशा है कि अयोध्या उतनी ही भव्य दिखे जितनी त्रेता युग में थी। इसकी कल्पना गोस्वामी तुलसीदास ने कुछ इस तरह की है, 'अवधपुरी अति रुचिर बनाई। देवन्ह सुमन बृष्टि झरि लाई।' अयोध्या के इस स्वरूप की एक झलक दीपोत्सव के दौरान दिखती भी है। कायाकल्प के बाद यह स्वरूप स्थायी हो जाएगा। तब भगवान श्रीराम की अयोध्या कुछ वैसी ही होगी जिसका वर्णन उन्होंने खुद कभी इस तरह किया था। 'अवधपुरी सम प्रिय नहिं सोऊ, यह प्रसंग जानइ कोउ कोऊ, जन्मभूमि मम पुरी सुहावनि। उत्तर दिसि बह सरजू पावनि।'

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▪️लेखक गिरीश पांडेय, उत्तरप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार है
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एडिटर: विनोद आर्य
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मनुष्य जैसा विचार रखता हैवैसा ही बनता है : डाॅ0 अजय तिवारी ▪️स्वामी विवेकानंद विवि में मना युवा उत्सव

मनुष्य जैसा विचार रखता है
वैसा ही बनता है :  डाॅ0 अजय तिवारी 

▪️स्वामी विवेकानंद विवि में मना युवा उत्सव

तीनबत्ती न्यूज : 12 जनवरी ,2024
सागर : स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में ’’भारतीय ज्ञान परम्परा का षिक्षा में समावेषन’’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ द्वीप प्रज्जवलन एवं स्वस्ति वाचन के साथ हुआ। भारतीय परम्परा के अनुसार अतिथियों के स्वागत सत्कार के उपरान्त वक्तव्य की श्रृखला में विषय का औचित्य वि0 वि0 के कुलाधिपति महामान्य डाॅ0 अजय कुमार तिवारी द्वारा दिया गया।उन्होंने  कहा कि - हमारी भारतीय ज्ञान परम्परा विद्यार्थियों के व्यवहार में परिवर्तन करती है एवं अहंकार से दूर रखती है। इस दुनिया में कोई येसा नही जिसमें दोष न हो। गुरू के अंदर जो गुण है केवल उन्हें ही ग्रहण कीजिए दोष को ग्रहण मत कीजिए क्योंकि कोई भी दोष रहित नही होता। व्यक्ति की उन्नती उसके माता-पिता एवं गुरू की देन है। ज्ञान देने की प्रक्रिया सम्प्रेषण से पूर्ण होती है ज्ञान को बाटना चाहिए केवल अपने तक ही सीमित नही रखना चाहिए। परा अपनी आत्मा, परमात्मा व प्रकृति को समझाते हुए छात्र जीवन में उसका महत्व बताया। 
अतिथियों का स्वागत परिचय संस्था के संस्थापक कुलपति, डाॅ0 अनिल तिवारी द्वारा किया गया।उन्होंने कहा कि  हमें स्वामी विवेकानन्द जी के जीवन से प्रेरित होना चाहिए और सभी महानुभावी अतिथि उनके मार्गदर्षन व ज्ञानदीक्षा की परम्परा पर सभी को धन्यवाद देते हुए युवा वर्ग का प्रोत्साहित किया। स्वामी जी के सिद्धांतो पर चलते हुए कर्म को प्रधान बताया। कर्म आपका अधिकार है वही कर्म करो जो आपके जीवन की प्रधानता है। आज के युवाओं का चारित्रिक, मानसिक, आकलन करते हुए परिणामो का सुधार करना चाहिए। 

 जिला षिक्षा अधिकारी, सागर ,डाॅ0 अरविन्द्र जैन ने कहा कि - षिक्षा में ज्ञान, चरित्र और कौषल का समावेष किया जाना चाहिए। धार्मिक अनुष्ठान षिक्षा व ज्ञानदीक्षा का आयोजन केवल इस वि0 वि0 में किया जाता है। ज्ञानदीक्षा कार्यक्रम ज्ञान मार्ग का परिचय है। इससे विद्यार्थियों को मूलज्ञान प्राप्त होता है। जैसे- स्वयं का ज्ञान, एकता का ज्ञान, स्मृति का ज्ञान। आज के परिवेष में नई षिक्षा नीति के साथ-साथ हमें विद्यार्थियों नैतिकता का ज्ञान भी अवष्य कराना चाहिए। 
 ज्वाइन्ट रजिस्ट्रार डाॅ0 हरि सिंह गौर वि0वि0  संतोष सोहगौरा ने कहा कि - स्वामी विवेकानंद वि0वि0 की उपलब्धियो व युवाओं के चरित्र निर्माण में वि0 वि0 के योगदान के बारे मे व्याख्या देते हुए महापुरूषों का षिक्षा में योगदान बताया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी के जीवन की तीन बाते बतायी की हिन्दू धर्म को विषिष्टता प्रदान की, हिन्दू धर्म में सुधार और राष्ट्रवाद का सिद्धांत जो देष के लिए गौरव पूर्ण है। अधिक कार्य करने के लिए आयु का अधिक होना अनिवार्य नही है। 
वक्तव्य की अगली श्रंृखला में पूर्व अध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष - भूगोल विभाग डाॅ0 हरि सिंह गौर वि0वि0 सागर (म0प्र0), प्रो0 आर0 पी0 मिश्रा जी ने कहा कि - भारतीय वेषभूषा व भारतीय षिक्षा पर उद्बोधन दिया। लगन श्रृम निष्ठा से कोई भी कार्य किया जाए तो वह पूर्ण होकर ही रहता है। मेहनत से ही कार्य को आगे बढ़ाया जा सकता है। उन्होने इसी आधार पर सागर के छात्र-छात्राओं का अपने जीवन में आगे बढ़ने की बात कही। वक्तव्य की श्रृंखला में सम्पूर्णानंद संस्कृत वि0वि0 वाराणसी से पधारे प्रो0 रविषंकर पाण्डे जी ने आध्यात्मिक ज्ञान के द्वारा भारतीय ज्ञान परम्परा का षिक्षा में समावेषन पर अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि - भाषा विज्ञान का नया ग्रन्थ व चिन्तन इस पर अपने विचार व्यक्त किये और उन्होने अन्धकार में प्रकाष के अस्तित्व को अपनी भाषा में समझाया। उन्होने भारतीय ज्ञान परम्परा का महत्व व आज की पीढ़ी में उसकी आवष्यकता पर अपने विचार व्यक्त किया। गुरू परम्परा को भी उन्होंने श्रेष्ठ बताया। उन्होंने कहा विद्या केवल अपने पास रखना नही है उसका सम्मान पूर्वक दान दिया जाना चाहिए। स्वामी विवेकानंद जी नामकरण की कथा भी कही। 
इस कार्यक्रम के गणमान्य अतिथियों में श्री सिक्ख गुरू ज्ञानी जी, श्री आर.एल. शुक्ला जी, योग गुरू श्री विष्णु आर्य जी ,श्रीमती श्रीदेवी तिवारी जी (मम्मी जी), डाॅ0 रेनू तिवारी, डाॅ0 प्रतिभा तिवारी, मा0 श्री आदित्य प्रखर तिवारी, कु0 सौम्या तिवारी, श्रीमती शर्मिष्ठा दत्ता उपस्थित रहे। 
उत्कृष्ट कार्य करने वालो का सम्मान
स्वामी विवेेकानंद विष्वविद्यालय प्रत्येक वर्ष अपने कर्मचारियों द्वारा विगत वर्ष किये गए उत्कृष्ट कार्यों की सराहना स्वरूप उन्हें पुरस्कृत करता है। जिसे स्वामी विवेकानंद रत्न पुरस्कार का नाम दिया जाता है। इस वर्ष यह उत्कृष्ट कार्यों के लिए श्री रामकुमार विष्वकर्मा, विभागाध्यक्ष मैकेनिकल विभाग (सर्वप्रथम षिक्षक आई0टी0), श्रेष्ठ षिक्षक का पुरस्कार डाॅ0 वर्षा कासव, उत्कृष्ट प्रषासनिक कार्य हेतु डाॅ0 शैलेन्द्र पाटिल, श्री जैकसन सालू श्री शषिकांत शषि, श्री सचिन मिश्रा, श्री संतोष चैधरी, उत्कृष्ट अकादमिक कार्य हेतु डाॅ0 उमेष मिश्रा, डाॅ0 सुनील विष्वकर्मा, उत्कृष्ट कार्य हेतु श्री रामनरेष सिंह, श्री रोहित तिवारी, एस0वी0एन0 युवा शक्ति श्रीमती जागृति पटैरिया, श्री राजकुमार कुर्मी, श्रीमती नेहा जैन सभी सम्माननीय सदस्यों को पुरस्कार दिया गया। युवा महोत्सव के अन्तर्गत वि0वि0 में आयोजित प्रतियोगिताओं के अन्तर्गत विद्यार्थियों द्वारा किये गए सृजनात्मक अभिव्यक्ति को  पुरस्कृत किया गया जिसमें निबंध - सृष्टि बैरागी, दीया वाल्मीकि, सौम्या ठाकुर, तात्कालिक भाषण - वैष्णवी पाण्डे, आदित्य राजपूत, चित्रकला - स्नेहा ठाकुर, वंषिका साहू, सृष्टि बैरागी, पूजा थाली सज्जा - वंषिका साहू, प्रियंका अहिरवार, निरंजनी पचैरी, रंगोली - आदित्य राजपूत, नैन्सी यादव, प्रीति अहिरवार, मेहंदी - भारती अहिरवार, खुषी मौर्य, निरंजनी पचैरी, योग - अजय सूर्यवंषी, आदित्य राजपूत, कीर्ति राजपूत, वंषिका साहू आदि प्रतियोगिताओं में उपस्थित रही। आभार ज्ञापित उपकुलपति, डाॅ0 नीरज तोपखाने जी, द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित करने में जिनका महत्वपूर्ण योगदान रहा यथा डाॅ0 सुनीता जैन, डाॅ0 बी0व्ही0 तिवारी, डाॅ0 ऋषि चैबे, श्री गोविंद सिंह राजपूत, रिट0 कैप्टन पी0 के0 दत्ता, श्री शरद समीह, श्री राम विष्वकर्मा, श्री मिथुन डाबर, डाॅ0 आषीष यादव, श्रीमती अंतिमा शर्मा, श्रीमती जाग्रति पटैरिया, श्रीमती शैलवाला बैरागी, श्री पारूल मिश्रा का सहयोग मिला कल्याण मंत्र के साथ सोहाद्रपूर्ण वातावरण में कार्यक्रम सफल हुआ। इस कार्यक्रम में सहभागिता करने वालों में वि0वि0 के डाॅ0 मनीष मिश्रा, डाॅ0 शैलेन्द्र पाटिल, प्रो0 आर0 नाथ, डाॅ0 सुकदेव वाजपेयी, डाॅ0 सुनीता दीक्षित, श्रीमती ज्योति गौतम, डाॅ0 मालिनी तिवारी, डाॅ0 राकेष राय, डाॅ0 रवीन्द्र चैरसिया, श्री राम विष्वकर्मा, डाॅ0 राकेष गौतम, डाॅ0 अनुजा श्रीवास्तव, श्रीमती विद्योत्तमा महोबिया, कु0 मोनिका शुक्ला, कु0 राधा मांझी ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति देकर कार्यक्रम को सफल बनाया। मंच संचालन श्रीमती अंतिमा शर्मा एवं श्री अभिषेक जैन  द्वारा सम्पन्न किया गया। कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

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खुरई_ महोत्सव : सीएम के आगमन की तैयारियां शुरू : पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने ली बैठकें लीं, आयोजन स्थल का किया निरीक्षण

खुरई_ महोत्सव : सीएम के आगमन की तैयारियां शुरू : पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने ली बैठकें लीं, आयोजन स्थल का किया निरीक्षण

तीनबत्ती न्यूज : 12 जनवरी ,2024
खुरई : भाजपा की सरकार में हर कार्यकर्ता की भावनाओं का सम्मान होता है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं पहले से ज्यादा विकास खुरई विधानसभा क्षेत्र का करके दूंगा। मेरी जिम्मेदारी में कोई कमी नहीं आएगी। यह बात पूर्व मंत्री व विधायक खुरई श् भूपेंद्र सिंह ने खुरई नगर व ग्रामीण मंडलों की संयुक्त बैठक में कार्यकर्ताओं से कही। पूर्व मंत्री श्री सिंह ने 15 जनवरी को खुरई महोत्सव का शुभारंभ करने आ रहे मुख्यमंत्री डा. श्री मोहन यादव के भव्य स्वागत और महोत्सव की तैयारियों के संबंध में आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक में यह प्रतिबद्धता जताई।
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देखे : खुरई महोत्सव : पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने  समारोह स्थल का किया निरीक्षण




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चुनाव परिणाम के बाद पहली बार खुरई पहुंचे पूर्व मंत्री श्री सिंह का जोरदार स्वागत और अभिनन्दन जनता व भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया। पूर्वमंत्री श्री सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री डा. श्री मोहन यादव 6 वर्ष पूर्व खुरई के डोहेला महोत्सव में आ चुके हैं। श्री सिंह ने बताया कि उज्जैन के प्रभारी मंत्री रहते हुए सिंहस्थ व अन्य बड़े समारोहों के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री डा यादव के साथ लंबे अर्से तक साथ काम किया है। मुख्यमंत्री के रूप में मेरे आग्रह पर मुख्यमंत्री खुरई महोत्सव का शुभारंभ करने 15 जनवरी को शाम 4 बजे आ रहे हैं। हेलीपेड से लेकर किला मैदान स्थित समारोह स्थल तक मुख्यमंत्री का अभूतपूर्व स्वागत खुरई की शानदार स्वागत परंपरा से किया जाएगा।

पूर्व मंत्री श्री सिंह ने बताया कि डोहेला महोत्सव का नाम खुरई महोत्सव इसलिए किया गया है कि इसी प्रयोजन के साथ खुरई का नाम पूरे देश में ब्रांड की तरह उभर कर आए। पूर्व मंत्री श्री सिंह ने खुरई और प्रदेश में भाजपा की जीत को विकास और केंद्र व राज्य की जनकल्याणकारी योजनाओं का परिणाम बताते हुए कहा कि यह बड़ी जीत और बढ़ी हुई जिम्मेदारियां लेकर आई है। हम सब मिलकर जनता की सेवा और विकास के काम इस व्यवहार के साथ करेंगे कि जनता की सभी तकलीफें दूर हो सकें। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों ने पूरे चुनाव अभियान को इस नकारात्मक उदेश्य के साथ संचालित किया कि ’ कांग्रेस की सरकार बन रही है हम एक एक को देख लेंगे।’ लेकिन भाजपा के पास सदैव सेवा और विकास का उद्देश्य होता है। उन्होंने कहा कि भाजपा किसी भी हार या जीत पर शांत नहीं होती बल्कि दोनों की समीक्षा करके आगे की रणनीति बनाती है। हमें भी खुरई विधानसभा क्षेत्र के हर बूथ की समीक्षा करना है। जिन बूथों पर हमें जीत नहीं मिली वहां की कमियों को पता करेंगे और हम सब मिलकर उन कमियों को दूर करेंगे। पूर्व मंत्री श्री सिंह ने कहा कि मेरे शब्दकोष में नकारात्मक राजनीति के लिए कोई स्थान नहीं है। चुनावी हार जीत हो चुकी,अब हम सभी मिलकर खुरई का विकास करेंगे। लेकिन गलत काम करने वालों को नहीं बख्शा जाएगा।

पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि हम सभी ने उस भाग्यशाली पीढ़ी में जन्म लिया है जो इस 22 जनवरी को श्री अयोध्या जी में प्रभु श्री राम की भव्य मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा होते हुए देख रही है। इस दिन के लिए हमारी कितनी ही पीढ़ियों ने 500 वर्षों से अधिक प्रतीक्षा की। बहुतों ने प्राणोत्सर्ग किया, गोलियां, लाठियां खाईं और जेल गए तब यह अवसर आया है। यह अवसर तब आया जब श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बने। पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सभी कार्यकर्ता 14 जनवरी से 22 जनवरी तक अपनी पंचायत,वार्ड, नगर परिषद, नगरपालिका, ग्रामों में स्थित सभी धार्मिक स्थलों के परिसरों में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान में सक्रियता से हिस्सा लें और जन जन को भी इसके लिए प्रेरित करें। 22 जनवरी को सभी धर्मस्थलों व सभी घरों में दीपावली की तरह दिये जला कर श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का उत्सव मनाएं।
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पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कलेक्टर, एसपी के साथ खुरई महोत्सव के समारोह स्थल का निरीक्षण किया

     पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने खुरई महोत्सव के शुभारंभ हेतु मुख्यमंत्री डा.श्री मोहन यादव के आगमन को लेकर आयोजन स्थल किला मैदान का कलेक्टर श्री दीपक आर्य व एसपी श्री अभिषेक तिवारी के साथ निरीक्षण किया। पूर्व मंत्री श्री सिंह ने बताया कि इस तीन दिवसीय आयोजन का शुभारंभ 15 जनवरी की शाम 4 बजे मुख्यमंत्री डा श्री मोहन यादव करेंगे। इस हेतु पूरे विधानसभा क्षेत्र की हर ग्राम पंचायत व हरेक वार्ड के साथ साथ जिले भर से बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होंगे। इस दृष्टि से सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद रहें। खुरई महोत्सव बड़ा आयोजन है इसमें तीनों दिवस के विशिष्ट अतिथि आएंगे व सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए मुंबई के कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी। 

सीएम और मंत्री आयेंगे

15 को मुख्यमंत्री जी , 16 जनवरी को संभावित रूप से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा, 17 जनवरी को शालेय शिक्षा व परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह आएंगे। इसी प्रकार 15 जनवरी को निकिता गांधी, 16 जनवरी को तुलसी कुमार, 17 जनवरी शांतनु मुखर्जी शान के मेलाडी आर्केस्ट्रा की भव्य प्रस्तुतियां तय की गई हैं। किला मैदान के बाहर हाट-बाजार में व्यावसायिक स्टालों व मनोरंजन की व्यवस्थाएं होंगी। पार्किंग, अस्थाई चिकित्सालय, फायर ब्रिगेड आदि व्यवस्ताओं के निर्देश श्री सिंह ने दिए।

खुरई व मालथौन ब्लाक के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली

     पूर्व मंत्री व खुरई विधायक श्री भूपेंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विकसित भारत संकल्प यात्रा अभियान, मुख्यमंत्री जी के आगमन, 22 जनवरी को श्री राममंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के सह आयोजनों व क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर खुरई व मालथौन विकास खंडों के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में पूर्व मंत्री श्री सिंह ने निर्देश दिए कि विकसित भारत संकल्प यात्रा में केंद्र व राज्य सरकार की सभी योजनाओं के अधिकतम पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाना सुनिश्चित किया जाए। यह अभियान औपचारिकता भर न रह जाए बल्कि इसे पूरी सेवा भावना के साथ संचालित करें व सोशल मीडिया पर इसका व्यापक प्रचार प्रसार करें।

     पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने बैठक में अधिकारियों, कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि 14 जनवरी से लेकर 22 जनवरी तक ग्राम पंचायत व वार्ड स्तर तक के सभी धर्मस्थलों के परिसरों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाए तथा 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम जी की भव्य मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के दिन जनभागीदारी के साथ दीपोत्सव मनाया जाए। हर घर, धर्मस्थलों पर दीये रखे जाएं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में संचालित सभी विकास कार्यों में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाए। राशन वितरण, मध्यान्ह भोजन व आंगनबाड़ी के पोषण आहार वितरण में किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। एसडीएम रविंद्र श्रीवास्तव ने बैठक में विकसित भारत संकल्प यात्रा अभियान की जानकारी रखी और पूर्व मंत्री व खुरई विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह के निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित करने के निर्देश सभी अधिकारी कर्मचारियों को दिये। बैठक में एसडीओपी सचिन परते, तीनों टीआई, नगरपालिका सीएमओ दुर्गेश सिंह, बरोदिया, मालथौन व बांदरी नगर परिषदों के सीएमओ पीडब्ल्यूडी, पीएचई व इरीगेशन विभागों के एसडीओ, ब्लाक मेडीकल आफीसर शेखर श्रीवास्तव, महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी, ब्लाक शिक्षा अधिकारी सहित सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

इस दौरान गोविंद सिंह खिरिया, जितेन्द्र कुमार गुरहा, वीर सिंह उरदौना, रामनिवास महेश्वरी, मूरत सिंह राजपूत, सुनील जैन गढ़ौला, जितेन्द्र सिंह धनोरा, रघुराज सिंह बाहरपुर, एम.एस. ठाकुर मासाब, सरदार सिंह बरोदिया, विजय जैन बट्टी, दिलीप सिंह जी गढ़ौला, माधव सिंह सिलोधा, श्रीमती अर्चना जैन, श्रीमती ऊषा ठाकुर, जमनाप्रसाद अहिरवार, राजेन्द्र सिंह नगदा, सौभाग्य सिंह धनोरा, राधेश्याम सिंह सिमरिया, रहीश सिंह बिलैया, कृष्ण्गोपाल सिंह कनऊ, बलराम यादव, हरनारायण्ण सिंह सुमरेरी, राजेश मिश्रा, प्रेम सिंह मूड़री, जंग बहादुर, सिंह विनायठा, नपा अध्यक्ष श्रीमती नन्हीबाई अहिरवार, नपा उपाध्यक्ष राहुल चौधरी, महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती रश्मि सोनी, श्रीमती माधवी कुर्मी, हरिशंकर कुशवाहा, मंडल अध्यक्ष प्रवीण जैन गढ़ौला, कुंजन सिंह सुमरेरी सहित भाजपा के विभिन्न प्रकोष्ठ, मोर्चों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं बूथ व शक्ति केन्द्र से आए सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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शरीर और मन स्वस्थ रखने के लिए योग करें : मंत्री गोविंद राजपूत▪️पांच हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने एक साथ किया सूर्य नमस्कार

शरीर और मन स्वस्थ रखने के लिए योग करें : मंत्री गोविंद राजपूत

▪️पांच हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने एक साथ किया सूर्य नमस्कार



तीनबत्ती न्यूज :  12 जनवरी 2024
सागर
: योग भगाए रोग, योग एक ऐसी विधा है जो भारत से निकलकर अब पूरे विश्व में स्वस्थ तन और मन के लिए जानी जाती है। जीवन भर युवा और स्वस्थ रहना है तो हम सभी को नियमित योग करना चाहिए। यह बात खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने पीटीसी ग्राउंड में सूर्य नमस्कार के अवसर पर कही। 
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देखे। :स्वामी विवेकानंद जयंती पर सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में हुआ योगाभ्यास



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उन्होंने छात्र-छात्राओं, युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपके शरीर में ही सभी शक्तियां मौजूद हैं, आप सब कुछ कर सकते हैं। स्वामी विवेकानंद जैसी राष्ट्र समर्पित सोच ही भारत को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती है। उन्होंने छात्र-छात्राओं का आह्वान करते हुए कहा कि जीवन को स्वस्थ और संस्कारित बनाने के लिए नियमित रूप से योग करना चाहिए। क्योंकि योग ऐसी विधा है जिसमें तन और मन दोनों शुद्ध व स्वस्थ रहते हैं।
इस अवसर पर सांसद श्री राज बहादुर सिंह ने कहा कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है हम सभी को योग अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भारत को योग की दिशा में ले जाने के लिए कार्य कर रहे हैं और भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए आप सब का सहयोग आवश्यक है।


विधायक श्री शैलेंद्र जैन ने कहा कि युवा बने रहने के लिए योग आवश्यक होता है व्यक्ति योग करें तो हमेशा युवा बना रहेगा और अपने कार्य युवाओं की तरह करता रहेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश में बच्चों के विकास के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।

 वरिष्ठ योगाचार्य और जिला योग समिति के अध्यक्ष  पंडित विष्णु आर्य ने कहा कि सूर्य नमस्कार से शरीर की ऊर्जा को जागृत किया जाता है और जब शरीर की ऊर्जा जागृत होती है तब व्यक्ति स्वस्थ बना रहता है। उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार से बुद्धि, विवेक एवं संस्कार भी जागृत होते हैं। 

कार्यक्रम में श्री गौरव सिरोठिया, उपमहानिरीक्षक पुलिस श्री सुनील जैन, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी, नगर निगम कमिश्नर श्री चंद्रशेखर शुक्ला, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पी सी शर्मा, संयुक्त संचालक लोक शिक्षक डॉ मनीष वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री अरविंद जैन, श्री अभय श्रीवास्तव, श्री गिरीश मिश्रा, श्री आशुतोष गोस्वामी, डॉ. महेंद्र प्रताप तिवारी, श्री भगत सिंह, जिला खेल अधिकारी श्री संजय दादर, सहित अन्य अधिकारी जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

कार्यक्रम में सागर शहर के विद्यालयों की लगभग 5000 से अधिक छात्राओं ने एक साथ सूर्य नमस्कार किया। कार्यक्रम का संचालन श्री मनोज श्रीवास्तव द्वारा किया गया जबकि आभार डॉक्टर आशुतोष गोस्वामी ने माना।


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विधायक ने कलेक्टर के साथ किया इंदिरा नेत्र चिकित्सालय का निरीक्षण

विधायक ने कलेक्टर के साथ किया इंदिरा नेत्र चिकित्सालय का निरीक्षण


तीनबत्ती न्यूज :  11 जनवरी 2024

सागर : विधायक शैलेन्द्र जैन ने कलेक्टर  दीपक आर्य एवं अन्य अधिकारियों के साथ इंदिरा नेत्र चिकित्सालय का निरीक्षण किया एवं आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर एसडीएम श्री विजस डेहरिया, सीएमएचओ डा. ममता तिमोरी सहित अन्य अधिकारी सहित डाक्टर मौजूद थे।
विधायक श्री शैलेन्द्र जैन ने निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए कि इंदिरा नेत्र चिकित्सालय को कायाकल्प अभियान के तहत सुन्दरीकरण किया जाए। 


उन्होंने कहा कि अस्पताल में नेत्र रोगियों की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित रखी जाए एवं नेत्र रोगियों के आप्रेशन के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि नेत्र रोगियों के लिए आवश्यक दवाएं, आप्रेशन के उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित रखें। कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने बताया कि इंदिरा नेत्र चिकित्सालय में सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाएं नेत्र रोगियों को उपलब्ध कराई जा रही है।  



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डोहेला महोत्सव : प्रशासन ने किया स्थल निरीक्षण ▪️सीएम के खुरई आगमन पर तैयारियां प्रारंभ

डोहेला महोत्सव : प्रशासन ने किया स्थल निरीक्षण 
▪️सीएम के खुरई आगमन पर तैयारियां प्रारंभ


तीनबत्ती न्यूज : 11 जनवरी 2024

सागर : कलेक्टर दीपक आर्य के निर्देश पर अपर कलेक्टर शैलेंद्र सिंह ने खुरई पहुंचकर  डोहेला महोत्सव का स्थल निरीक्षण किया एवं आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर एसडीएम श्री रविश श्रीवास्तव, एसडीओपी श्री सुमित कुमार, सीएमओ श्री दुर्गेश सिंह, तहसीलदार श्री हर्षवर्धन सिंह, जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती मीना कश्यप सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के डोहेला महोत्सव के अवसर पर खुरई आगमन पर तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। अपर कलेक्टर श्री शैलेंद्र सिंह ने सर्वप्रथम उत्सव स्थल का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने निर्देश दिए कि संपूर्ण परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं तथा पूरे समय फायर ब्रिगेड की तैनाती की जाए। साथ में डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ मेडिसिन के साथ मय एंबुलेंस उपस्थित रहे। अपर कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि इसी प्रकार हेलीपैड एवं पार्किंग स्थल पर भी व्यवस्थाएं की जाए। उन्होंने पार्किंग हेतु पंडित के.सी. शर्मा विद्यालय, पुरानी मंडी, ऑडिटोरियम के पास, पठारी रोड के पास तैयार की जावे।


 उन्होंने निर्देश दिए कि हेलीपैड से कार्यक्रम स्थल तक के मार्ग पर आवश्यक बैरिकेटिंग की जाए।
आयोजन को देखते हुए सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था रहेगी। पूरे शहर को सीसीटीवी से कवर किया जा रहा है। मेडिकल, फायर सेफ्टी और बाक़ी तमाम व्यवस्थाएँ चाक चौबंद रहेंगी। जो बड़े गायक एवं कलाकार खुरई आ रहे हैं, उनका हार्दिक अभिनंदन करते हुए विशेष स्वागत होगा।



अपर कलेक्टर ने ली बैठक
अपर कलेक्टर श्री शैलेंद्र सिंह द्वारा खुरई में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री रविश श्रीवास्तव, तहसीलदार एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी के साथ विकसित भारत संकल्प यात्रा और डोहेला महोत्सव के संबंध में आशा कार्यकर्ता, रोजगार सहायक, पंचायत एवं नगरपालिका के कर्मचारियों की बैठक ली गई। बैठक में जिसमें आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।


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डा गौर विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ़ एआईएस के विभागों में विभागाध्यक्ष नियुक्त

 डा गौर विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ़ एआईएस के विभागों में विभागाध्यक्ष नियुक्त

तीनबत्ती न्यूज : 11 जनवरी,2024
सागर. डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कला एवं सूचना विज्ञान अध्ययनशाला के विभिन्न विभागों में विभागाध्यक्ष की नियुक्ति किया है. रसायन विज्ञान विभाग की एसोसिएट प्रो. डॉ. रितु यादव को ललित कला और प्रदर्शन कला विभाग, समाजशास्त्र और समाज कार्य विभाग के एसोसिएट प्रो. डॉ. कालीनाथ झा को संचार एवं पत्रकारिता, वाणिज्य विभाग के प्रो. डी.के. नेमा को पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग तथा इतिहास विभाग के प्रो. अशोक अहिरवार को संगीत विभाग का विभागाध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इनकी नियुक्ति तीन वर्ष की अवधि या अगले आदेश तक के लिए की गई है. उक्त के सम्बन्ध में प्रभारी कुलसचिव डॉ. एस पी उपाध्याय द्वारा कार्यालायादेश जारी किये गये हैं.
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SAGAR : तेज रफ्तार बस ने कुचला साइकिल पर सवार पति पत्नी को

SAGAR : तेज रफ्तार बस ने कुचला   साइकिल पर सवार पति पत्नी को

तीनबत्ती न्यूज : 11 जनवरी ,2024
सागर : सागर जिले के शाहगढ़ से बंडा की ओर आ रही तेज रफ्तार यात्री बस की चपेट में साईकिल पर लकड़ी बीनने जा रहे पति-पत्नी की मौत हो गई. पुलिस ने बस चालक के विरुद्ध मामला दर्ज कर बस जप्त कर ली है.
 बंडा थाना प्रभारी नसीर फारुकी से मिली जानकारी के अनुसार आज गुरुवार की सुबह 11 बजे पटारी निवासी कल्याण सिंह आदिवासी अपनी पत्नी दीपरानी के साथ साईकिल से जा रहा था कि शाहगढ़ से बंडा की ओर आ रही तेज रफ्तार यात्री बस को देखकर दोनों घबरा गए और बस की चपेट में आ गए. जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनाम कार्रवाई के बाद शव पोस्टमार्टम हेतु अस्पताल रवाना किया और जहाँ पर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव सौंप दिए गए. देर शाम दोनों शवों का अंतिम संस्कार गांव में किया गया.
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