महाशिवरात्रि : बुंदेलखंड के महाकाल : श्री महाकाल धाम खेजरा दरबार में उमड़ेंगे श्रद्धालु, निकलेगी शाही बारात ▪️सिर्फ पुष्य नक्षत्र में ही हो रहा है निर्माण कार्य
▪️बांदरी से आएगी शाही बारात, आम श्रद्धालुओं के लिये पानी, पार्किंग, प्रसादी की व्यवस्था
Edited By : Vinod Aryaतीनबत्ती न्यूज : 24 फरवरी ,2025
सागर। उज्जैन के बाबा महाकाल मंदिर की तर्ज पर मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड अंचल के सागर में बांदरी रोड पर खेजरा धाम में हूबहू मंदिर का निर्माण हो रहा है। यह सिद्ध क्षेत्र अब महाकाल धाम खेजरा दरबार (Mahakal Dham Khejra Darbar) के नाम से प्रसिद्ध है। वैदिक दृष्टि से इसका निर्माण चल रहा है। श्रद्धालुओं की खूब भीड़ अब उमड़ती है। महाशिवरात्रि पर यहां 26 फरवरी 2025 से अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। जिनकी तैयारिया चल रही है। भगवान भोले नाथ की शादी के समस्त संस्कार होंगे। भगवान भोलेनाथ की शाही बारात निकलेगी। फोर लाइन स्थित इस मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के इंतजाम भी किए गए है।
महाशिवरात्रि पर निकलेगी शाही बारात

महाकाल मंदिर समिति खैजरा धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष महेंद्र सिंह ठाकुर ने आज मीडिया को बताया कि बताया महाशिवरात्रि पर्व को लेकर मंदिर समिति द्वारा विशेष इंतजाम किये गये हैं। महाशिवरात्रि पर 25 फरवरी की रात 12:00 बजे से मंदिर दिनांक 27 फरवरी 2025 रात्रि 10:00 बजे तक खोला जाएगा |श्रद्धालु अपनी सुविधा अनुसार दर्शनों का लाभ ले सकते हैं। सिर्फ 26 फरवरी दिन बुधवार को दिन में 10 बजे से रात्रि 8 बजे तक गर्भगृह में प्रवेश बंद रहेगा। श्रद्धालु बाहर से दर्शन कर सकेंगे। दर्शनों के लिए मंदिर 24 घंटे खुला रहेगा। श्रद्धालुओं द्वारा बांदरी में बिजली ऑफिस के पास स्थित हनुमान मंदिर से भगवान की शाही बारात भी निकाली जाएगी। जो हनुमान मंदिर बांदरी से शुरू होकर 3 किलोमीटर का पैदल सफर कर खैजरा धाम पहुंचेगी। शाही बारात 26 फरवरी को दोपहर 3 बजे से निकलेगी। महोत्सव में हर बार की तरह इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। उसको ध्यान में रखते हुए प्रसादी, पानी, पार्किंग, बेरिकेड्स आदि की व्यवस्था की गई है। पुलिस प्रशासन ने बताया है कि पुलिसकर्मियों की ड्यूटी भी लगाई जा रही है। यहां पर मेला भी लगेगा।
1904 में हुई धाम की स्थापना, 121 साल पुराने मंदिर को 2013 से मिला भव्य स्वरूप : सिर्फ पुष्प नक्षत्र में होता है निर्माण
खैजरा धाम दरबार की स्थापना सन 1904 में ब्रह्मलीन पंडित श्री हरप्रसाद तिवारी जी द्वारा कराई गई थी। उनके बाद ब्रह्मलीन पंडित श्री शिवराम तिवारी जी द्वारा संचालन किया गया। उनके बाद ब्रह्मलीन पंडित अमृत प्रसाद तिवारी जी द्वारा सन 2010 तक संचालन रहा। वर्तमान में पंडित श्री महेश तिवारी वैद्यजी द्वारा देख रेख की जा रही है। यहां पर काल भैरव एवं महाकाल की स्थापना भी पहले से है। तब मंदिर का स्वरूप बेहद छोटा था। 2013 से मंदिर निर्माण केवल पुष्य नक्षत्र में कराकर उसको विकसित किया गया, उसके बाद वर्तमान स्वरूप सबके सामने है। महाकाल की मूर्ति, प्रवेश स्थल से लेकर काफी कुछ उज्जैन की तरह हूबहू काम जनसहयोग से किया गया है। महाकाल की वैदिक मंत्रों से प्रतिष्ठा की गई है
पंडित महेश तिवारीवैद्य परम्परा भी चल रही है
चार पीढ़ियों से यह व्यवस्था चल रही है। हमारे कुल देवता काल भैरव की कृपा से महाकाल मंदिर का भव्य विकास किया गया, जो की 121 वर्ष पुरानी परंपरा से चला आ रहा है। यह मंदिर केंद्र सरकार द्वारा ट्रस्ट के रूप में रजिस्टर्ड है। 2015 से जय महाकाल समिति द्वारा गैर सरकारी संगठन भी चलाया जा रहा है। जिसमें गोवंश की रक्षा सामाजिक कार्य एवं वैद्य परंपरा का निर्वाह किया जा रहा है। इस मंदिर में किसी प्रकार की वीआईपी व्यवस्था नहीं है और ना ही किसी प्रकार का शुल्क लगता है। स्वेच्छा से अभिषेक करने पर श्रद्धालुओं को ट्रस्ट की रसीद दी जाती है। विवाह होने पर निशुल्क व्यवस्था की जाती है। पानी, बिजली आदि की व्यवस्था स्वेच्छा से लोग दान कर सकते हैं।
श्री राम राज सरकार और श्री कृष्ण दरबार भी
मंदिर परिसर में भगवान श्री रामराजा सरकार और भगवान श्री राधा कृष्ण का दरबार भी बना है। बाई तरफ श्री राधा कृष्ण और दाई ओर राम राजा सरकार की मोहक प्रतिमाएं है। यहा नियमित पूजा आराधना चलती है। इसके साथ ही 36 गुणा 36 लंबाई चौड़ाई की पक्की यज्ञ शाला है। जिसमे समय समय पर यज्ञों का आयोजन होता है।
ये रहे मोजूद
पत्रकारवार्ता में खैजरा धाम मंदिर के पुजारी हिमांशु जी व आदित्य तिवारी जी,पंडित श्री मनोज शुक्ला, पंडित श्री मुकुल पुरोहित , पंडित श्री पप्पू तिवारी, एडवोकेट कुंवर बीरेंद्र सिंह राजपूत, एडवोकेट श्री दीपक पौराणिक, विशाल गुरु पटकुई,अनिल रैकवार, जयसिंह यादव, गुड्डा डायमंड, अभिषेक श्रीवास्तव, किशन राठौड़ ,जय सिंह यादव, गोलू श्रीवास्तव जी, भूपेंद्र विश्वकर्मा रिंकू गौर, जय खटीक, पुष्पेन्द्र हजारी, सुनील तिवारी आदि मौजूद रहे।
महाकाल धाम ख़ेजरा दरबार पहुँच मार्ग
महाकाल धाम ख़ेजरा दरबार नेशनल हाइवे 26 पर सागर ललितपुर झांसी हाईवे रोड पर स्थित हैं यह सागर से 30 किलोमीटर दूर गढ़पहरा (श्री हनुमान मंदिर ) से 15 किमी. आगे ग्राम पंचायत मेहर से 1 किमी आगे व नगर परिषद बांदरी से 5 किमी.पहले स्थित हैं। इसे गूगल मैप Google Map के माध्यम से भी mahakal dham khejra Darbar डाल कर इस मंदिर तक पहुँच सकते है ।
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एडिटर: विनोद आर्य
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+91 94244 37885
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