
माँ यशोदा ने कान्हा को जिस पवित्र "वटवृक्ष" के "कटोरी-चम्मच" नुमा पत्तों में माखन खिलाया था, सागर में वह दुर्लभ "कृष्नाई वटवृक्ष" है संरक्षित ★डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विवि के वानस्पतिक गार्डन में 58 सालों से संरक्षित है, कृष्नाई फाइकस (कृष्णवट)। ★ धार्मिक मान्यताओं व भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं से जुड़ा यह पौराणिक महत्त्व का कृष्णबट सागर के अलावा नंदगांव वृन्दावन, वॉटनिकल गार्डन कोलकाता व झारखण्ड में भी मौजूद। ● चेंतन्य...