अटल जी ने अपने शब्दों और कार्यों से जन-जन को जोड़ने का कार्य किया : मेयर संगीता तिवारी
▪️पुस्तक सदा अटल के द्वितीय संस्करण का हुआ अनावरण
तीनबत्ती न्यूज .03 फरवरी ,2025
सागर। अटल फाउंडेशन इकाई सागर एवं श्यामलम् परिवार के सह-आयोजन में देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी के संस्मरणों पर आधारित पुस्तक " सदा अटल" (संपादक श्री अभिषेक तिवारी इंदौर) के द्वितीय संस्करण का अनावरण बसंत पंचमी पर्व पर श्यामलम् कार्यालय गोपालगंज में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नगर निगम सागर की महापौर श्रीमती संगीता सुशील तिवारी ने कहा कि अटल बिहारी जी भारतीय राजनीति के एक ऐसे ध्रुव तारा थे जिन्होंने अपने शब्दों और कार्यों से जन-जन को जोड़ने का कार्य किया। उन्होंने हमें सिखाया कि राजनीति केवल सत्ता का माध्यम नहीं बल्कि समाज सेवा का सबसे बड़ा मंच है। पुस्तक का दूसरा संस्करण प्रकाशित होने पर हर्ष व्यक्ति करते हुए उन्होंने कहा कि यह पुस्तक अटल जी के कवि हृदय और उनके कुशल नेतृत्व को समझने के लिए मार्गदर्शिका का कार्य करेगी।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि वक्ता डॉ. आशीष द्विवेदी ने कहा कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी सत्ता में रहकर भी मोह से दूर रहे। उन जैसा व्यक्तित्व अब विरल है।अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ.सुशील तिवारी ने अटल जी के सागर प्रवास पर उनके घर आने का जिक्र करते हुए अन्य महत्वपूर्ण संस्मरणों का उल्लेख किया तथा उनके साथ अपने आत्मीय संबंधों को अभिव्यक्त किया। पुस्तक सदा अटल को उन्होंने संग्रहणीय ग्रंथ बताया।
स्वागत भाषण देते हुए अटल फाउंडेशन अध्यक्ष डॉ.चंचला दवे ने कहा कि अटल जी सत्ता को साध्य नहीं साधना समझते थे ।ओजस्वी ,विराट व्यक्तित्व के धनी वाजपेयी जी धरा से उठकर शिखर को छूने वाले दैदीप्यमान प्रमाण नक्षत्र हैं ।जो ईष्र्या द्वेष से परे सामाजिक षड्यंत्रों से दूर शांत, निष्कलुष और कर्मवीर योद्धा थे।
पुस्तक मुद्रण विषय पर बात करते हुए सह-संपादक उमा कान्त मिश्र ने कहा कि यथाशीघ्र पुस्तक पर चर्चा कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा।कार्यक्रम का विधिवत संचालन अटल फाउंडेशन सागर के संयोजक रमा कान्त शास्त्री ने किया और सचिव डॉ. विनोद तिवारी ने आभार प्रदर्शन किया।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर बुंदेली गायक शिव रतन यादव, पाठक मंच संयोजक आरके तिवारी, हिंदी साहित्य भारती के अध्यक्ष अंबिका प्रसाद यादव, पीएन मिश्रा, श्यामलम् सचिव कपिल बैसाखिया, कवि मुकेश तिवारी, सत्यम संग्रहालय अध्यक्ष दामोदर अग्निहोत्री, अभिनंदन दीक्षित, कवि अशोक तिवारी अलख, तुलसी अकादमी अध्यक्ष कवि अरुण दुबे, कवि पुष्पेंद्र दुबे, सौरभ दुबे, शिवनारायण सैनी, पंडित गौतम प्रसाद नायक,पं. सुरेश तिवारी, पंकज मिश्रा, सूर्यांश तिवारी सहित ऋषिकुल विद्यालय के विद्यार्थियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।













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