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डॉ गौर विश्वविद्यालय में शुरू होगा ड्रोन टेक्नोलॉजी एंड मैन्युफैक्चरिंग का पाठ्यक्रम: ,गुजरात के कौशल्या स्किल यूनिवर्सिटी के साथ हुआ एमओयू

डॉ गौर विश्वविद्यालय में शुरू होगा ड्रोन टेक्नोलॉजी एंड मैन्युफैक्चरिंग का पाठ्यक्रम: ,गुजरात के कौशल्या स्किल यूनिवर्सिटी के साथ हुआ एमओयू


तीनबत्ती न्यूज : 23 मई,2025

सागर : डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में शीघ्र ही ड्रोन टेक्नोलॉजी एंड मैन्युफैक्चरिंग का पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा. इसके लिए विश्वविद्यालय के अभिमंच सभागार में गुजरात के कौशल्या स्किल युनिवर्सिटी और डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कौशल्या स्किल युनिवर्सिटी के महानिदेशक प्रो. एस. पी. सिंह थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने की. इस अवसर पर प्रो. नवीन कानगो, प्रो. श्वेता यादव, प्रो. सुशील काशव,  प्रभारी कुलसचिव डॉ. एस.पी. उपाध्याय उपस्थित थे. 

अकादमिक समझौता कार्यक्रम से पूर्व प्रो. एस. पी. सिंह ने कम्युनिटी कॉलेज के समन्वयकों के साथ संवाद किया. उन्होंने कहा कि हमारा विश्वविद्यालय पूरी तरह से केवल स्किल आधारित पाठ्यक्रम संचालित करता है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दिशा निर्देशों के तहत हमें आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है. इस दिशा में प्रयास है कि देश के हर नागरिक के हाथ में कौशल हो ताकि आजीविका के लिए उनकी अन्य संसाधनों पर निर्भरता को कम किया जा सके. आज का युवा नए कौशल सीख रहा है. आने वाला समय कौशल का ही है. जिसके हाथ में कौशल होगा वही बेहतर योगदान दे पायेगा. यह आज के समय की मांग है कि हम युवाओं को ज्यादा सक्षम बनाएं. उन्होंने कौशल्या स्किल युनिवर्सिटी द्वारा संचालित अत्याधुनिक पाठ्यक्रमों की जानकारी देते हुए फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग एंड डिजाईन, ड्रोन ड्रोन टेक्नोलॉजी एंड मैन्युफैक्चरिंग, प्लंबिंग इत्यादि स्किल आधारित पाठ्यक्रमों के साथ-साथ विश्वविद्यालय में संचालित कौशल विकास पाठ्यक्रमों के साथ साझेदारी की संभावनाओं पर चर्चा की. 



कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि इस अकादमिक समझौते से दोनों ही विश्वविद्यालय मिलकर साझा अक्दमिक कार्यक्रम चलाएंगे. दोनों संस्थानों के बीच आगे संवाद के जरिये कई अन्य पाठ्यक्रमों के संचालन की संभावनाओं के द्वार खुलेंगे. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का एक महत्त्वपूर्ण ध्येय युवाओं में कौशल, क्षमता और दक्षता का विकास करना है. इस अकादमिक समझौते से बुंदेलखंड और आस-पास के अंचलों के युवाओं को कौशल सीखने में मदद मिलेगी और साथ ही उन्हें रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे. बहुत शीघ्र ही सरकार के सहयोग से विश्वविद्यालय में एक स्किल सेंटर स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है जिसका सीधा लाभ इस अंचल के युवाओं को मिलेगा.

  

भारतीय सेना के अग्निवीरों से संवाद कार्यक्रम का हुआ आयोजन 

 

डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर के कम्युनिटी कॉलेज एवं भारतीय सेना के महार रेजीमेंट के बीच हुए एमओयू के तहत सागर के महार रेजीमेंट सेंटर में भारतीय सेना के अग्निवीरों के लिए कौशल विकास से अग्निवीरों के उज्जवल भविष्य की संभावनाएं विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया. आयोजन में मुख्य वक्ता कौशल्या स्किल यूनिवर्सिटी गुजरात के महानिदेशक प्रो. एस पी सिंह थे. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के अग्निवीर देश की रक्षा के तत्पर रहते हैं. उन्हें स्किल पाठ्यक्रमों की मदद से शिक्षा के साथ जोड़ने का काम डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय कर रहा है. अग्निवीर नए-नए तरह की स्किल सीखकर अपने भविष्य को आगे संवार सकते हैं. यह स्किल उन्हें कई आयामों से दक्षता और क्षमता प्रदान करेगी. 



कम्युनिटी कॉलेज के नोडल अधिकारी प्रो सुशील कुमार काशव ने बताया कि विश्वविद्यालय और महार रेजीमेंट सेंटर के मध्य एमओयू के अंतर्गत अग्निवीरों के लिये विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया है. अग्निवीरों के उज्जवल भविष्य के लिये कौशल विकास के लिए लागातार कार्य किया जा रहा है. इस अवसर पर डॉ. पंकज सिंह, डॉ. वंदना राजोरिया, डॉ. शालिनी, डॉ. सुप्रभा दास, डॉ. गौतम प्रसाद, डॉ.अवधेश प्रताप, डॉ. किरण, डॉ. योगेश पाल, डॉ. बबीता यादव, डॉ. अभिषेक बंसल और डॉ. सोनिया कौशल मौजूद रहे।

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