SAGAR: डॉ. ब्रहम्दत्त पाण्डेय की पहल : पठार पर गायों के लिए पानी की व्यवस्था
तीनबत्ती न्यूज : 13 जून 2025
सागर: जिले के खिमलासा क्षेत्र में डॉक्टर ब्रहम्दत्त पाण्डेय द्वारा पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था करने की पहल की कलेक्टर श्री संदीप जी आर ने सराहना की है। कलेक्टर ने कहा कि यह पहल मानवता की मिसाल पेश करती है और अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन रही है।
सागर जिले के खिमलासा क्षेत्र में भीषण गर्मी के दौरान इंसान ही नहीं, पशु-पक्षियों की भी हालत खराब है। जंगल और निर्जन स्थानों में जाने वाले पशुओं के लिए पानी तक की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। ऐसे में खिमलासा से करीब 02 किलोमीटर दूर सदरपुर टाड़ा पठार में गायों के लिए पानी पीने के लिए 02 विशाल टंकियों का निर्माण कराया गया है।
सागर: जिले के खिमलासा क्षेत्र में डॉक्टर ब्रहम्दत्त पाण्डेय द्वारा पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था करने की पहल की कलेक्टर श्री संदीप जी आर ने सराहना की है। कलेक्टर ने कहा कि यह पहल मानवता की मिसाल पेश करती है और अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन रही है।
सागर जिले के खिमलासा क्षेत्र में भीषण गर्मी के दौरान इंसान ही नहीं, पशु-पक्षियों की भी हालत खराब है। जंगल और निर्जन स्थानों में जाने वाले पशुओं के लिए पानी तक की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। ऐसे में खिमलासा से करीब 02 किलोमीटर दूर सदरपुर टाड़ा पठार में गायों के लिए पानी पीने के लिए 02 विशाल टंकियों का निर्माण कराया गया है।
मृत पड़ी गायों को देखकर जागा दिल
डॉक्टर ब्रहम्दत्त पाण्डेय ने बताया कि करीब 02 माह पहले वह अपने खेत पर गए थे, जहां उन्होंने पठार में कई मृत पड़ी गायों को देखा। आसपास के लोगों से पूछताछ करने पर पता चला कि इस पठार के आसपास के जल स्रोत सूख गए हैं, जिसके कारण यहां पर चरने वाली सैकड़ो गायों को पानी पीने का कोई प्रबंध नहीं है। स्थिति को देखते हुए डॉ. पाण्डेय ने पठार में स्थित अपने खेत पर कंक्रीट की दो पानी टंकियों का निर्माण करवाया। खेत में लगे बोर में बिजली का स्थाई कनेक्शन करवाया और पानी की टंकी को भरने की व्यवस्था की। वहीं पठार में ही दूसरी टंकी का निर्माण कराया गया, जिसे भरने के लिए प्रतिदिन गांव से पानी का एक टेंकर आता है। बीते 02 महीने से पठार में बनी इन 02 टंकियों में प्रतिदिन बोर और टेंकर के माध्यम से पानी भरा जा रहा है। पठार में पानी की व्यवस्था होने के बाद टंकी के आस-पास सैंकड़ो गायें पानी के लिए आती हैं।
डॉ. पाण्डेय ने बताया कि परमार्थ के इस काम को देखकर गांव वालों ने भी अपनी सहभागिता दी। पशुओं के पानी की व्यवस्था के लिए बनी इन टंकियों का निर्माण करने वाले राकेश अहिरवार और संदीप अहिरवार ने अपनी मजदूरी छोड़ केवल निर्माण सामग्री ही ली। वहीं पठार में बनी टंकी में पानी सप्लाई करने वाले टेंकर मालिक हीरालाल कुशवाहा ने भी सहयोग देते हुए पानी परिवहन के नाम पर केवल टेक्टर का डीजल खर्च ही लेते हैं।
मानवता की मिसाल
डॉक्टर ब्रहम्दत्त पाण्डेय की इस पहल ने मानवता की मिसाल पेश की है। उनकी इस पहल से सैकड़ो गायों को पानी मिल रहा है और उनकी जान बचाई जा रही है। यह पहल अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन रही है।
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