Shani vakri 2025 शनि की हुई वक्री गति 2025 : जाने क्या होगा असर
▪️पंडित अनिल पांडेय
तीनबत्ती न्यूज : 186 जुलाई ,2025
"नमस्कार : स्वागत है आपका हमारे विशेष ज्योतिषीय श्रृंखला ग्रह गोचर और भविष्य कथन में।
"शनि – न्याय के देवता, कर्मों के नियंता, और जीवन की परीक्षा लेने वाले ब्रह्मांड के सबसे धीमे लेकिन सबसे गहरे प्रभाव वाले ग्रह…"
"अब 2025 में अपनी चाल बदलने जा रहे हैं — शनि हो रहे हैं वक्री!"
शनि देव इस वर्ष 13 जुलाई2025 को सायंकाल 7:04 से मीन राशि में बक्री हो रहे हैं और 28 नवंबर 2025 को मार्गी होंगे । इस प्रकार शनि देव 138 दिनों तक बक्री रहेंगे ।
"लेकिन क्या वक्री का मतलब पीछे जाना है? क्या इससे जीवन में अशुभता आती है? या फिर ये एक आत्ममंथन का अवसर है?"
"इस वीडियो में हम जानेंगे — शनि की वक्री चाल क्या है, इसका ज्योतिषीय रहस्य क्या कहता है, और सभी 12 राशियों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।"
"तो अंत तक जुड़े रहिए — क्योंकि शनि के वक्री होने का यह समय आपके जीवन की दिशा बदल सकता है…" आपसे अनुरोध है कि इस वीडियो को अंत तक अवश्य देखें क्योंकि वीडियो के अंत में हम आपको शनि देव के कोप से बचने के लिए एक सटीक और आजमाया हुआ उपाय बताएंगे । आपसे यह भी अनुरोध है कि अगर यह वीडियो आपको अच्छा लगे , लाभदायक लगे तो आप वीडियो को लाइक करें, चैनल को सब्सक्राइब करें और इसे फॉरवर्ड भी करें ।
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शनि का वक्री गति (Retrograde Motion) हिंदू ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है। जब शनि वक्री होता है, तो उसका प्रभाव सभी राशियों पर अलग-अलग पड़ता है। शनि धीमा, न्यायप्रिय, अनुशासन और कर्म का कारक है। इसके वक्री होने का अर्थ है कि आपके कर्मों का फल देर से या कठिनाई के साथ मिलता है।
आइए शनि के वक्री होने का प्रभाव 12 राशियों पर जानें:
मेष राशि : प्रभाव : शनि आपकी द्वादश भाव में है,। इसलिए आपको कचहरी के कार्यों में सावधानी पूर्वक कार्य करना चाहिए। आपको चाहिए कि आप इस अवधि में सावधानी से काम करें, और अपने काम में लगातारता बनाए रखें।
वृषभ राशि : प्रभाव: आपके जीवन में धन, शिक्षा और दूर की यात्राओं पर असर पड़ेगा। खर्च बढ़ सकते हैं। आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना चाहिए । आपको सलाह दी जाती है कि आप धन प्रबंधन ठीक से करें, और अनावश्यक खर्चों से बचें।
मिथुन राशि : प्रभाव: कार्यालय में आपको कम सहयोग प्राप्त होगा लेकिन गहरे अध्यात्म से राहत मिलेगी। कचहरी के कार्यों में सावधान रहें । जीवनसाथी को परेशानी हो सकती है । उनसे वाद विवाद से बचें वाद-विवाद बढ़ सकते हैं। आप संयम बनाए रखें और, बातचीत में स्पष्टता बरतें।
कर्क राशि : प्रभाव: भाई बहनों के साथ संबंधों में उतार-चढ़ाव और तकरार हो सकता है। शत्रु परेशान कर सकते हैं । भाग्य से मदद नहीं मिल पाएगी । । स्वास्थ्य पर भी असर। आपको पारिवारिक सदस्यों से संबंध सुधारने की कोशिश करना चाहिए । संवाद से समाधान मिलेगा।
सिंह राशि : प्रभाव: आपकी आत्मा, बच्चों और रोमांटिक संबंधों पर दबाव र रहेगा । आप आत्मविश्वास बनाए रखें, प्रेम संबंधों में समझदारी बरतें। कार्यालय में आपको परेशानी हो सकती है धन की कमी रहेगी ।
कन्या राशि: प्रभाव: स्वास्थ्य, नौकरी और छोटे लोगों से संबंधित मामलों में आपके ऊपर चुनौतियां रहेंगे। आप अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें, काम में व्यवस्था बनाए रखें। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में भी परेशानी आ सकती है । भाग्य से मदद नहीं मिल पाएगी। सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी संभव है ।
तुला राशि: प्रभाव: आपको अपने शत्रुओं से थोड़ी परेशानी हो सकती है दुर्घटनाओं से बचने का प्रयास करें कचहरी के कार्यों में सावधानी बरतें भाई बहनों के साथ तनाव से बचें।
वृश्चिक राशि : प्रभाव: आपके जीवनसाथी को कष्ट हो सकता है छात्रों की पढ़ाई में बड़ा पड़ेगी आपके बच्चों का स्वास्थ्य थोड़ा खराब हो सकता है लाभ में कमी आएगी ।
धनु राशि : प्रभाव : आपकी प्रतिष्ठा, और पद-प्रतिष्ठा पर दबाव रहेगा । आप इन संबंधों में सावधानी से निर्णय लें अपने आप को दूसरों के विचारों से बचाएं। आपके माता जी को कष्ट हो सकता है । शत्रु शांत रहेंगे । आपका स्वास्थ्य थोड़ा खराब हो सकता है ।
मकर राशि: प्रभाव: आपकी राशि पर शनि का सीधा प्रभाव होगा। जीवन में धीमापन, बाधाएँ और कर्ज का बोझ बढ़ सकता है। आप धैर्य रखें, नए काम शुरू करने से बचें। भाग्य आपका कम साथ देगा।
कुंभ राशि : प्रभाव:आपके सुख-सुविधा, आत्मसंतुष्टि और आत्मविश्वास पर शनि के वक्री होने का असर होगा । अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, और अकेलापन न बढ़ने दें। इसके अलावा धन आने के मार्ग में बाधाएं आएंगी। सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी हो सकती है । दुर्घटनाओं से आपको बचाने का प्रयास करना चाहिए ।
मीन राशि : प्रभाव: शनि का बक्री होना आपके पारिवारिक जीवन, मानसिक स्वास्थ्य और पिता से संबंध प्रभावित हो सकते हैं। आपको चाहिए कि आप मानसिक तनाव को कम करने के लिए ध्यान या योग करें। भाइयों के साथ संबंध खराब हो सकते हैं जीवनसाथी को कष्ट हो सकता है कार्यालय में आपके साथियों का सहयोग नहीं मिल पाएगा।
क्या करे उपाय :
शनि के वक्री होने के दौरान नए प्रयासों से बचना चाहिए। धैर्य, संयम और कर्म का महत्व बढ़ जाता है। शनिवार को काले कपड़े, तिल और लोहे से संबंधित दान करने से लाभ होता है।
शनि चालीसा का पाठ या ॐ शं शनैश्चराय नमः का जाप करने से शुभ फल मिलता है।शनिवार को पीपल वृक्ष पर जल चढ़ाएं। ॐ शं शनैश्चराय नमः का 108 बार जाप करें। काले तिल, लोहा, कंबल, चप्पल का दान करें। श्रमिकों, बुजुर्गों और बेसहारा लोगों की सेवा करें।
इस दौरान दक्षिण मुखी हनुमान जी के सम्मुख शनिवार के दिन कम से कम तीन बार हनुमान चालीसा का जाप करें। 11 आटे के दीपक जलाएं । शनिवार को शनि देव के मंदिर में जाकर पूजा पाठ करें ।
इन उपायों के बारे में बताने के बाद सभी राशियों में पर शनि देव के वक्री प्रभाव के बारे में चर्चा पूर्ण हो गई है । मैं एक बार आपसे पुन कहना चाहूंगा की अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो तो वीडियो को लाइक करें, शेयर करें, और ऐसे ही ज्योतिषीय अपडेट्स के लिए हमारे चैनल को सब्सक्राइब ज़रूर करें। आप अपनी राशि का अनुभव हमें कमेंट में ज़रूर बताएं।
ध्यान दें कि यह सामान्य भविष्यवाणी है । अगर आप व्यक्तिगत और सटीक भविष्वाणी जानना चाहते हैं तो आपको मुझसे दूरभाष पर या व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाना चाहिए । मां शारदा से प्रार्थना है या आप सदैव स्वस्थ सुखी और संपन्न रहें।









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