गौर पीठ में व्यापक स्तर पर सहभागिता आवश्यक- कुलपति
डॉ. गौर के संकल्पों के अनुरूप कार्य करना हम सबका नैतिक दायित्व- रघु ठाकुर
तीनबत्ती न्यूज: 16 जुलाई ,2025
सागर: डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में स्थापित गौर पीठ एवं गौर संग्रहालय समिति की एक संयुक्त बैठक कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता की अध्यक्षता में गौर समिति कक्ष में आयोजित की गई. आयोजन में मुख्य अतिथि प्रसिद्ध समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. बैठक में गौर पीठ की गतिविधियों को आगे बढ़ाने, गौर पीठ के हेतु दान के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने और गौर पीठ के लिए प्राप्त राशि के सदुपयोग, गौर संग्रहालय के स्वरुप को भव्य आकार देने जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई.
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इस अवसर पर समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने कहा कि डॉ. गौर ने इस विश्वाविद्यालय की स्थापना की जिससे हम कभी उऋण नहीं हो सकते. हम सबका नैतिक दायित्व है कि हम डॉ. गौर को स्मृति में रखते हुए उनके संकल्पों एवं उनके सामाजिक और साहित्यिक योगदानों का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करें. उन्होंने कहा कि विदेशों में भी ऐसे लोग हैं जो सागर शहर और डॉ गौर के प्रति अपनी श्रद्धा रखते हैं. उनको गौर पीठ से जोड़ने के लिए एन आर आई प्रकोष्ठ का गठन किया जाना चाहिए. डॉ गौर पर आधारित एक फ़िल्म बनाई जाए जिसका व्यापक स्तर पर प्रदर्शन किया जाए. डॉ गौर के योगदान के क्षेत्रों से जुड़े हुए विद्वानों एवं संस्थाओं को जोड़कर उन्हें आमंत्रित किया जाए ताकि संबंधित क्षेत्र में डॉ गौर के योगदान को व्यापक स्तर पर सबके सामने लाया जा सके. उन्होंने यह भी कहा कि डॉ गौर ने बुद्धिज्म पर भी कार्य किया है. ऐसे में हमें श्री लंका, जापान जैसे देशों की संस्थाओं से जुड़कर उनके योगदान को रेखांकित करने वाले पक्षो पर चर्चा कर सहयोग एवं समन्वय के साथ गौर पीठ को सशक्त एवं समृद्ध बना सकते हैं. उन्होंने क्राउड फंडिंग का भी सुझाव दिया.
इस अवसर पर कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि डॉ. गौर के संकल्पों को पूरा करने की दिशा में विश्वविद्यालय अपनी भूमिका निभा रहा है. गौर पीठ को और अधिक समृद्ध करने के लिए कई समितियों का गठन किया गया है ताकि लोग प्रेरित होकर गौर पीठ से जुड़कर अधिक से अधिक सहयोग करें. उन्होंने भी अपील की कि गौर पीठ हेतु दान के लिए विश्वविद्यालय का मंच सदैव खुला है. डॉ. गौर के प्रति आस्था रखने वाले सभी नागरिकों का स्वागत है. उन्होंने बताया कि डॉ. गौर की स्मृति को सृजनात्मक तरीके से प्रस्तुत करने के लिए विश्वविद्यालय में गौर संग्रहालय का निर्माण किया गया है. यह एक ऐसा संग्रहालय है जहाँ डॉ. गौर के साहित्य, उनके लेखन, उनकी पुस्तकों, उनके योगदान सहित सभी सामग्रियों को प्रदर्शनी के लिए रखा गया है. उन पर बनी फिल्म को भी गौर संग्रहालय में देखा जा सकता है.
समाजसेवी कपिल पचौरी ने दी पचीस हजार की राशि
विवि के पूर्व छात्र शहर के समाजसेवी कपिल पचौरी ने पचीस हजार रूपये की राशि गौर पीठ को प्रदान की. यह राशि उन्होंने कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता को सौंपी.
बैठक में श्री रघु ठाकुर ने गणित विषय में मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति के लिए ओंकार प्रसाद रिछारिया स्वर्ण पदक के लिए ढाई लाख रूपये का चेक सौंपा. इस राशि से श्री रिछारिया के नाम पर प्रत्येक वर्ष गौर जयंती के अवसर पर गणित विषय के मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किया जाएगा. श्री ओंकार प्रसाद रिछारिया गणित विषय के विद्वान हैं.
गौर पीठ की राशि से मेधावी छात्राओं को मिलेगी छात्रवृत्ति
बैठक में उपस्थित सभी दानदाताओं ने कुलपति महोदया के इस प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की कि गौर पीठ में संचित राशि से होने वाली आय से विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष में अध्ययनरत आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी छात्राओं को एक मुश्त छात्रवृत्ति प्रदान की जायेगी ताकि वे शेष वर्षों में अपने अध्ययन को बिना किसी आर्थिक बाधा के जारी रख सकें. यह छात्रवृत्ति कई अन्य मानकों को शामिल करते हुए सिंगल गर्ल चाइल्ड और दिव्यांग छात्राओं को प्रदान किया जाएगा. यह छात्रवृत्ति इसी वर्ष से प्रदान की जाएगी. सागर शहर के बुंदेली सत्यम कला संग्रहालय के समन्वयक श्री दामोदर अग्निहोत्री जी का सम्मान किया गया। बैठक में स्वागत वक्तव्य गौर पीठ के समन्वयक प्रो. नवीन कानगो ने दिया और आभार कुलसाचिव डॉ एस पी उपाध्याय ने ज्ञापित किया.
अतिथियों ने किया गौर संग्रहालय का अवलोकन
कुलपति एवं मुख्य अतिथि रघु ठाकुर सहित सभी अतिथियों ने गौर संग्रहालय जाकर अवलोकन किया जिसमें उन्होंने संग्रहालय के विभिन्न प्रभागों का भ्रमण कर वहां की जानकारी भी ली.



















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